जांच से क्यों भाग रहे एलजी : आतिशी, एलजी करेंगे मानहान का मुक़द्दमा
एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि ये अब केजरीवाल एंड कंपनी का हॉलमार्क बनता जा रहा है कि पहले चिल्लाओ, आरोप लगाओ और जब जांच हो तो सिर पर पैर रख कर भाग लो, ज्यादा कुछ हो तो माफी भी मांग लो। एलजी के ऑफिस से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि उपराज्यपाल ने आप नेताओं की ओर से उन पर लगाए गए फर्जी आरोपों, मानहानि और खयाली आरोपों को गंभीरता से लिया है। उपराज्यपाल ने ये निर्णय लिया है कि आप के नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिससे आम आदमी पार्टी अपनी चिल्लाओ और भाग जाओ की आदत के चलते इस बार बच नहीं सके।
- उप राज्यपाल ने कहा कि ये आआपा के नेताओं की आदत बन गई है, पहले आरोप लगाओ फिर माफी मांगो
- उन्होंने कहा कि ये आम आदमी पार्टी के नेताओं के ख्याली आरोप हैं
डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो), नई दिल्ली :
दिल्ली के उपराज्यपाल पर लगातार आम आदमी पार्टी की तरफ से लग रहे आरोपों पर अब एलजी वीके सक्सेना का गुस्सा फूट पड़ा है। एलजी सक्सेना ने बुधवार को कहा कि मैं आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ हर हाल में कानूनी कार्रवाई करने जा रहा हूं। खासकर आआपा विधायक आतिशी और सौरभ भारद्वाज जिन्होंने भ्रष्टाचार के गतल आरोप लगा कर मानहानि की है। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने कहा था कि एलजी सक्सेना ने 2016 में हुई नोटबंदी के दौरान 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदले थे, इस दौरान वे खादीग्रामोद्योग के चेयरमैन थे।
इन आरोपों के बाद एलजी सक्सेना ने कहा कि ये आरोप उनके ख्वाबों की उपज है और वे ऐसा ही कर सकते हैं। इसके साथ ही आधिकारिक सूत्रों के अनुसार संवाद और विकास आयोग की वाइस चेयरमैन जैसमीन शाह और दुर्गेश पाठक के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक ने सोमवार को विधानसभा में एलजी को भ्रष्ट कहते हुए आरोप लगाया था कि खादी ग्रामोद्योग का चेयरमैन रहते हुए वीके सक्सेना ने 1400 करोड़ रुपए का घोटाला किया। उन्होंने दावा किया था कि मौजूदा एलजी ने नोटबंदी के दौरान घोटाले को अंजाम दिया था। दुर्गेश पाठक के यह कहने के बाद विधायकों ने पोस्टर-बैनर के साथ नारेबाजी शुरू कर दी थी। एलजी को गिरफ्तार करने की मांग के साथ ‘हमारा एलजी चोर है’ जैसे नारे लगाए गए।
दुर्गेश पाठक की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद आप विधायकों ने विधानसभा में ही रातभर धरना दिया था। पार्टी दूसरे नेताओं ने भी इन आरोपों को दोहराया, जिससे एलजी आहत बताए जाते हैं। एलजी ऑफिस के अधिकारियों ने लीगल एक्शन की पुष्टि की है। माना जा रहा है कि एलजी कुछ नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर सकते हैं।
यह सब ऐसे समय पर हो रहा है जब एलजी ऑफिस और आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच पहले से टकराव बना हुआ है। एलजी ने दिल्ली में कथित शराब घोटाले और शिक्षा घोटाले में जांच के आदेश दिए हैं। एलजी के आदेश के बाद ही सरकार को शराब नीति को वापस लेना पड़ा है और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई जांच के दायरे में आ गए हैं। इन वजहों से एलजी आप के निशाने पर आ गए हैं।
कथित ऑपरेशन लोटस की जांच की मांग को लेकर सीबीआई हेडक्वॉर्टर पहुंचीं आतिशी से जब इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”पिछले कुछ दिनों से वह कई मुद्दों जांच के आदेश दे रहे हैं, नोटबंदी घोटले पर वह जांच के लिए क्यों तैयार नहीं है। यदि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया तो क्लीन होकर निकल जाएंगे। यह दिखाता है कि एलजी डरे हुए हैं, वह सीबीआई और ईडी की जांच नहीं चाहते हैं। वह जांच से क्यों भाग रहे हैं।”