पंचांग 03 अगस्त 2022
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – 03 अगस्त 22 :
नोटः आज श्रीकल्कि जयंती है। इस बार कल्कि जयंती बुधवार, 3 अगस्त को मनाई जाएगी। कल्कि जयंती पर मंदिरों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि कल्कि जयंती के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से जीवन के सारे संकट खत्म हो जाते हैं। श्रीहरि के भक्तों को यह दिन बहुत प्रिय है।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः श्रावण़,
पक्षः शुक्ल,
तिथिः षष्ठी 29.41 तक है।
वारः बुधवार,
नक्षत्रः हस्त सांयकाल 06.24 तक है,
योगः सिद्धि सांय 05.47 तक,
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।
करणः कौलव,
राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,
सूर्य राशिः कर्क, चंद्र राशिः कन्या,
सूर्योदयः 05.48, सूर्यास्तः 07.07 बजे।