प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय/अर्ध शास्त्रीय गायक डॉ अरविंद शर्मा संस्कार भारती द्वारा सम्मानित
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,पंचकुला 31 जुलाई 2022 :
कला और साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती, पंचकुला द्वारा आजादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव एवं गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के संगीत विभाग में संगीत विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष तथा वर्तमान में गांधर्व संगीत महाविद्यालय, पंचकूला के निदेशक एवं प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय/अर्ध शास्त्रीय गायक पंडित डॉ अरविंद शर्मा को संस्कार भारती, पंचकूला द्वारा “कला विभूति सम्मान” देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान पंडित डॉ अरविंद शर्मा को उनके शास्त्रीय संगीत जगत में उत्कृष्ट प्रदर्शन के फलस्वरूप प्रदान किया गया। संस्कार भारती, पंचकुला प्रत्येक वर्ष इस अवसर पर किसी भी कला क्षेत्र के दिग्गज गुरु को यह सम्मान प्रदान करती है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध समाज सेवी तथा प्रतिष्ठित व्यवसाई श्री अमिताभ कुमार रुंगटा, प्रबंध निदेशक, मेडी टच वेलनेस, पंचकूला तथा हरियाणा ग्रंथ अकादमी, पंचकूला के उपाध्यक्ष डॉ० वीरेंद्र सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में तथा संस्कार भारती के उत्तर क्षेत्र प्रमुख नवीन शर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरूआत गुरु वंदना से की गई। जिसके पश्चात् कला गुुरु पंडित डॉ अरविंद शर्मा के सम्मान में उनके शिष्यों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। संगीत विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति में गुरु गरिमा गायन, चैतन्या सर्वभूतानं, शब्द गायन, कोकिला बोले अम्बवा की डाल में व अन्य गायन बखूबी प्रस्तुत किया।
पंडित डॉ अरविंद शर्मा ग्वालियर घराने की प्रतिष्ठित परंपरा वाले संगीतकारों के परिवार और संगीत महा ऋषि पंडित विष्णु दिगंबर जी पुष्कर की एक शानदार वंशावली में जन्मे हैं। मात्र 6 साल की उम्र में एक बच्चे के रूप में प्रदर्शन करना शुरू किया। शुरूआत में उनके पिता स्वर्गीय पंडित रमेश चंद्र दत्त से संगीत का प्रशिक्षण मिला। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात संगीतकारों और विद्वानों से जिनमें पद्मश्री पंडित विनय चंद्र मोदगिल और पंडित बसंत ठाकुर से संगीत का प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्तमान में पंडित डॉ अरविंद शर्मा ग्वालियर घराने के पंडित एल के पंडित के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण दे रहे हैं। वे नियमित रूप से देश में विभिन्न शास्त्रीय संगीत कार्यक्रमों में प्रदर्शन करते रहे हैं। पंडित शर्मा को अक्सर देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिष्ठित सेमिनारों, सम्मेलनों में प्रदर्शन करने और व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है। उन्हें देश के सभी प्रमुख गायकों को स्वर देने का भी गौरव प्राप्त है।
पंडित डॉ अरविंद शर्मा ने देश के अधिकांश विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक परंपराओं और संगीत की पवित्रता को बनाए रखते हुए एक संगीत परीक्षक के रूप में बृहद यात्रा की है। पारंपरिक संगीत के अलावा संगीत के विभिन्न रूपों की रचना करना भी उनकी उपलब्धि रही है। आपने विश्वविद्यालय स्तर और अन्य प्रमुख चरणों में कई कोरल समूह का निर्देशन किया है। वे कार्यकारी भारतीय राष्ट्रीय रंग मंच चंडीगढ़ के सदस्य और एबीजीएमवी मंडल मुंबई के एक आजीवन सदस्य हैं। उन्हें पूर्व में संस्कार भारती द्वारा हरियाणा कला विभूति और कलाकृति सम्मान भी प्रदान किया गया है।उन्होंने लगभग 75 शोध छात्रों और 10 से अधिक पीएचडी छात्रों को मार्गदर्शन किया है।
अंत में कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम गीत के साथ हुआ। सभी दर्शकों ने कार्यक्रम की सभी संगीतमय प्रस्तुतियों की करतल ध्वनि के साथ सराहना की। कार्यक्रम गीता मंदिर, सेक्टर 11, पंचकूला में आयोजित किया गया जिसमें संस्कार भारती के पदाधिकारी सुरेश गोयल, अध्यक्ष, सतीश अवस्थी, सचिव, मयंक बिंदल, सह सचिव, दीपक गोयल, प्रचार प्रसार प्रमुख, अनिल गुप्ता, कोषाध्यक्ष, जोगिंदर अग्रवाल, सुरेश कुमार, पूनम गोयल, अनुपम अग्रवाल, मीनाक्षी जैन, मीनू अलावदी, दीप्ति बिंदल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ऑल इंडिया रेडियो के पूर्व उद्घोषक सर्वप्रिय निर्मोही ने किया।