Panchang

पंचांग 17 मार्च 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज 17 मार्च दिन गुरुवार को होलिका दहन है. इसके बिना होली का त्योहार नहीं मनाया जा सकता है.। फाल्गुन पूर्णिमा तिथि पर रात्रि के शुभ समय में होलिका की अग्नि प्रज्वलित करते हैं।  होलिका पूजन के बाद होलिका दहन प्रारंभ होता है.।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः फाल्गुऩ, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी, दोपहर 13.30 तक है, 

वारः गुरूवार।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 12.34 तक है, 

योगः शूल रात्रि काल 25.07 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मीन,  चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,

सूर्योदयः 06.33, सूर्यास्तः 06.27 बजे।