हर बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लाना बाल कल्याण परिषद का लक्ष्य : प्रवीण अत्री
– हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने राज्य एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे बच्चों को किया सम्मानित
सतीश बंसल सिरसा, 04 अगस्त।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने कहा कि परिषद का लक्ष्य है कि प्रत्येक बच्चे के चेहरे पर मुस्कान हो। कोरोना काल के दौरान बच्चे किसी भी प्रकार के तनाव में न रहे तथा उनकी गतिविधियों जारी रहे, इसी उद्देश्य को लेकर परिषद द्वारा ऑनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था और परिषद इसमें सफल भी रहा है।
वे मंगलवार को स्थानीय बाल भवन में ऑनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मंडल बाल कल्याण अधिकारी कमलेश चाहर, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, सहायक प्रेम कुमार सहित जिला बाल कल्याण परिषद के आजीवन सदस्य दलीप जैन, ललित मोहन जैन, प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागी बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद थे। इस अवसर पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में जिला सिरसा के पांच विजेता बच्चों तथा जिला स्तरीय प्रतियोगिताओ के विजेता 88 बच्चों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया, शेष विजेताओं को बाद में सम्मानित किया जाएगा। इससे पूर्व मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने स्थानीय प्रयास मेंटली चैलेंज्ड चिल्ड्रन स्कूल, बाल भवन स्थित संग्रहालय व ओपन शेल्टर होम का निरीक्षण किया।
महासचिव प्रवीण अत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, उपाध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करके राज्य बाल कल्याण परिषद की गतिविधियों को और अधिक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में परिषद द्वारा 17 मई से छह जून तक ऑनलाइन ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें 36 प्रकार की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदेश के दो लाख 12 हजार 837 बच्चों ने अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के चलते इन प्रतियोगिताओं का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया था, भविष्य में परिषद का प्रयास रहेगा कि प्रतियोगिताओं को पुन: फिजिकल माध्यम से आयोजित किया जाए।
इसके अलावा प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के मुहिम में परिषद द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इंटरनेशनल ड्रग्स डे पर परिषद द्वारा दूध-दही का खाना-नशा मुक्त हरियाणा मुहिम की शुरुआत की गई तथा साइकिल यात्राएं भी निकाली गई। परिषद द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्रों में नशे के ग्रस्त व्यक्तियों को उपचार व काउंसलिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केवल व्यक्ति की इच्छा शक्ति से ही संभव होता है। नशा न केवल व्यक्ति को बल्कि पूरे परिवार व समाज को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा बाल मजदूरी, नशा व भीख से मुक्ति दिलाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। इस के साथ ही परिषद द्वारा करनाल में 12 अगस्त को एक शाम शहीदों के नाम राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा तथा उन्हें हरियाणा के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया भी जारी लगातार जारी है। शिशु घरों के माध्यम से 553 बच्चों को गोद दिए जा चुके हैं, इनमें से 134 बच्चे विदेशों में गोद दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 14 नवंबर को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर बच्चों को गुरुग्राम में बन रहे सबसे बड़े बाल भवन को समर्पित किया जाएगा तथा भविष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाल भवन सिरसा बहुत सराहनीय कार्य कर रहा है।
जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा परिषद की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित की गई ऑनलाइन प्रतियोगिताओं से उन्हें एक मंच मिला और कुछ नया करने का प्रोत्साहन मिला। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें और निरंतर बच्चों से संवाद कर उनका हौसला बढाएं। शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न कलात्मक व अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने से बच्चों का न केवल बौद्धिक विकास होता है बल्कि उनमें नए जोश व मनोबल को भी बढ़ावा मिलता है।
इस अवसर पर न्यू सतलुज स्कूल के बच्चों ने स्वागत गीत तथा प्रयास स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति एक्शन सॉंग प्रस्तुत किया।