मैं आज किस्मत से जिंदा हूँ ममता ने तो मरवा ही दिया होता: अमित शाह
Demokraticfront.com Bureau
कल अमित शाह की कोलकाता रैली में टीएमसी गुंडों द्वारा किए गए हमले से ममता बनर्जी की बोखलाहट सामने आती है। ए ओर जहां रैली पर टीएमसी के लोग ईंट पत्थरों से हमला कर रहे थे तो दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं पर बंगाल पुलिस लाठियाँ भाँज रही थी। हमला इतना तीव्र था की कार्यकर्ताओं को संभालने का मौका भी नहीं मिला। आज अमित शाह की पत्रकारवार्ता सुनते हुए सुदर्शन फ़ाकिर 2 पंक्तियाँ याद आ गईं:
पत्थर के ख़ुदा, पत्थर के सनम पत्थर के ही इन्सा पाए हैं
तुम शहर-ए-मोहब्बत कहते हो हम जान बचा-कर आए हैं
कल के रैली पर हमले में एक बात तो साफ हो गयी कि रैली में भड़की भगदड़ कि आड़ में भाजपा प्रमुख पर हमला हो सकतीथा दैवयोग से वह बच गए। पर जो अधिक अचरज वाली बात है वह है विपक्ष का इस हमले पर मौन रहना। मानो सम्पूर्ण विपक्क्ष मानो इस हादसे कि इंतज़ार में था और अब निराश है। यही दुर्दैव यदि विपक्ष के किसी छुटभैये नेता के साथ भी हा होता तो अब तक सभी ओर से लोकतन्त्र पर विधवा विलाप आराम्भ हो गया होता।
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरणों में पश्चिम बंगाल का रण एक बार फिर से हिंसक हो गया है. मंगलवार को कोलकाता में हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में जमकर बवाल हुआ, हिंसा हुई और आगजनी भी हुई. आज दिल्ली में अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और जमकर ममता बनर्जी पर हमला बोला.
हकीकत को बताने के लिए आया हूं: शाह
अमित शाह ने कहा कि बंगाल में जो घटनाएं हुई हैं, उसी की हकीकत बताने आया हूं. देश में कहीं पर भी हिंसा नहीं हो रही है, लेकिन सिर्फ बंगाल में हो रही हैं. शाह ने कहा कि BJP तो पूरे देश में चुनाव लड़ रही है, लेकिन हिंसा सिर्फ पश्चिम बंगाल में हो रही है. अमित शाह ने कहा कि वह बड़ी मुश्किल से बचकर पश्चिम बंगाल से दिल्ली वापस आ पाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनके पास सीआरपीएफ की सुरक्षा नहीं होती तो उनका बच पाना नामुमकिन था.
अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
– हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. पश्चिम बंगाल में हम 23 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं
– ममता दीदी आपकी एफआईआर दर्ज की है, आपकी एफआईआर से हम नहीं डरते, मेरे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है, हम डरते नहीं
– ममता दीदी जितना भी हिंसा का कीचड़ फैलाओगी कमल उतना ही खिलेगा
– पर्यवेक्षकों ने कहा है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए गुंडों को पकड़ना जरूरी है, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं हो रहा है
– सिर्फ बंगाल में 60 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है
– अगर इसी प्रकार से बंगाल के अंदर चुनाव कराना है तो निष्पक्षता पर सवाल उठाता है
– पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है. चुनाव आयोग बंगाल के अंदर एक भी जगह हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारी को लेकर चुप है
– मैं मानता हूं कि वोट बैंक की राजनीति करने के लिए इतने प्रतिष्ठित व्यक्ति के पुतले को तोड़ना बताता है कि टीएमसी की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है
– कॉलेज के कमरे किसने खोले? कॉलेज पर किसका प्रशासनिक कब्जा है?
– ममता दीदी के कार्यकर्ताओं ने तोड़ी ईश्वरचंद्र विद्यासागर जी की प्रतिमा
– बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में हिंसा का कारण टीएमसी है. क्योंकि बीजेपी हिंसा करती तो हर राज्य में होती.
– केवल बंगाल में नहीं होती. टीएमसी केवल 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी पूरे देश में चुनाव लड़ रही है.
– कल बीजेपी का रोड शो था. रोड शो से तीन घंटे पहले ही हमारे पोस्टर बैनर को हटाने का काम किया गया है. पुलिस मूक दर्शक बनकर खड़ी रही.
– रोड शो के जरिए पीएम मोदी के पोस्टर फाड़े गए
पुलिस ने अमित शाह के खिलाफ दर्ज की दो FIR
बुधवार को कोलकाता पुलिस ने अमित शाह के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज की है. जोड़ासांको और एमहर्स्ट स्ट्रीट थाने में यह एफआईआर दर्ज की गई है. ऐसा बताया जा रहा है कि यह दोनों एफाआईआर टीएमसी की छात्र ईकाई की शिकायत पर दर्ज की गई है. वहीं टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने समाजसेवी और दार्शनिक ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी है. टीएमसी ने आज इसकी शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग से मुलाकात का समय मांगा है.
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