पंजाब एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में कौशल विकास के लिए नीति लाएगा : अमन अरोड़ा

एसोचैम और सी-पाईट ने ए. एंड डी. और एम.एस.एम.ई. क्षेत्रों के लिए कौशल विकास पर सम्मेलन का आयोजन किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  03 सितंबर:

भारत के प्रमुख उद्योग संगठन, एसोचैम उत्तरी क्षेत्र और पंजाब सरकार के सी-पाईट (सेंटर फॉर ट्रेनिंग एंड एम्प्लॉयमेंट ऑफ पंजाब यूथ) ने मिलकर ए. एंड डी. और एम.एस.एम.ई. क्षेत्रों के लिए कौशल विकास पर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। इस आयोजन का उद्घाटन पंजाब सरकार के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने किया।

अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य को रक्षा उद्योग में अग्रणी बनाने और दीर्घकालिक विकास और स्थिरता के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से, पंजाब सरकार एयरोस्पेस और डिफेंस (ए. एंड डी.) में कौशल विकास के लिए एक व्यापक नीति लाएगी।

अमन अरोड़ा ने रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण विभाग की  प्रिंसिपल सेक्रेटरी  जसप्रीत तलवार और सी-पाईट के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल रामबीर मान को सभी संबंधित हितधारकों का एक समूह बनाने का निर्देश दिया ताकि एयरोस्पेस और डिफंेस (ए. एंड डी.) और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एम.एस.एम.ई.) क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए एक नीति तैयार की जा सके। उन्होंने कहा कि एयरोस्पेस क्षेत्र में अधिकांश निजी उद्योग की नौकरियां सिविल एविएशन, जनरल एविएशन, मिलिट्री एयरक्राफ्ट और मिसाइल, कम्युनिकेशन सैटेलाइट और मिलिट्री और कॉर्मशियल लॉन्च वाहनों में होती हैं। राज्य की आगामी नीति इन क्षेत्रों का लाभ उठाकर राज्य के युवाओं के लिए अधिकतम रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।

उद्योग के विशेषज्ञों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रेरित करते हुए, श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब का रक्षा क्षेत्र में समृद्ध इतिहास है और यह रक्षा उद्योग के विकास के लिए अपार संभावनाएं प्रदान करता है। इसके अलावा, राज्य औद्योगिक विकास के लिए कई प्रोत्साहन देने और अनुकूल वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ मजबूत बुनियादी ढांचा भी प्रदान करता है, जिसमें मोहाली और अमृतसर में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, लुधियाना, बठिंडा और जालंधर में घरेलू हवाई अड्डे और भारत के सबसे बड़े वायु सेना अड्डों में से एक आदमपुर में स्थित है। पंजाब में उन्नत निर्माण के लिए मजबूत अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) समर्थन, इंजीनियरिंग के लिए बड़ा एम.एस.एम.ई. आधार, केंद्रित शैक्षिक बुनियादी ढांचा और स्थापित विमानन क्लब हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में पंजाब की क्षमता को उजागर करने के लिए कौशल विकास महत्वपूर्ण है, और इस सम्मेलन से पंजाब में कौशल विकास प्रयासों को और बढ़ावा देने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि और सहयोग के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने यह भी जोर दिया कि उद्योग के साथ सहयोग से कौशल अंतराल की पहचान करने और इन अंतरालों को पूरा करने के लिए लक्षित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विकास में मदद मिलेगी।

प्रिंसिपल सेक्रेटरी जसप्रीत तलवार ने उद्योग के नेताओं से आग्रह किया कि वे अपने इनपुट प्रदान करें क्योंकि सरकार, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के नेताओं के बीच सहयोग से इस क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करना आवश्यक है। इस तरह के सहयोग से ज्ञान और उभरते रुझानों का आदान-प्रदान भी संभव होगा। सरकारी कार्यक्रमों को एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों की विशिष्ट कौशल आवश्यकताओं को पूरा करने और उद्योग मानकों और अपेक्षाओं के साथ संरेखित करने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके अलावा, उद्योग के हितधारकों के साथ निरंतर संवाद उभरते रुझानों और तकनीकी प्रगति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

उद्योग के महारथियों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए, रोजगार सृजन निदेशक अमृत सिंह ने युवाओं को रोजगार योग्य बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य के भीतर अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) पहलें उन्नत रक्षा तकनीकों की प्रगति में योगदान करेंगी और हमारे उन्नत रक्षा उपकरणों के उत्पादन की क्षमता को बढ़ाएंगी।

एसोचैम पंजाब स्टेट काउंसिल के चेयरमेन और सरस्वती समूह के डायरेक्टर अभि बंसल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए पंजाब में रक्षा इकाइयों के विस्तार के अवसरों का पता लगाने और सहायक नीतियों, रक्षा गलियारों और विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड) पर विचार-विमर्श के लिए इस सम्मेलन को एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में महत्व दिया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य पंजाब को एक पसंदीदा निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करना है जो नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देता है, और मुझे यकीन है कि सरकार, उद्योग और शिक्षा के सहयोग से हम इसे हासिल कर सकेंगे।

सी-पाईट के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल (डॉ) आर.एस. मान, सेना डिजाइन ब्यूरो के एडीजी मेजर जनरल सी.एस. मान, उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के चीफ नोडल ऑफिसर मेजर जनरल आई.एम. लांबा (सेवानिवृत्त), कल्याणी स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड के चेयरमेन राजिंदर सिंह भाटिया, एनएसडीसी इंटरनेशनल के रीजनल हेड़ रजत भटनागर, एसोचैम चंडीगढ़ के चेयरमेन और एसएमएल इसुजु लिमिटेड के सीएफओ राकेश भल्ला, एसोचैम पंजाब के को-चेयरमेन और पंजाब फिल्म सिटी के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर इकबाल चीमा ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।