वाल्मीकी तीर्थ पर विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने शीश नवाया

  • जहां महर्षि वाल्मीकी ने लिखी रामायण उस भगवान वाल्मीकी तीर्थ पर विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने शीश नवाया 
  •  एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने अमृतसर में भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर शांडिल्य ने जहां लव कुश ने शस्त्रों व शास्त्रों की शिक्षा ग्रहण की उस स्थल को भी नमन किया 
  •  वीरेश शांडिल्य को भगवान वाल्मीकी तीर्थ कमेटी ने सिरोपा व स्मृति चिन्ह दिया, शांडिल्य बोले वाल्मीकि समाज सनातन व देश की सुरक्षा की ढाल 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 06      नवंबर :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज अमृतसर में पवित्र प्रसिद्ध भगवान वाल्मीक तीर्थ में जाकर भगवान महर्षि वाल्मीकी की प्रतिमा के आगे शीश नवाया और सरबत के भले की मांग की और आतंकवाद के खिलाफ उनकी मुहिम को बल मिले इसको लेकर प्रार्थना की। इस मौके पर भगवान वाल्मीकी तीर्थ मैनेजमेंट के संजीव ने वीरेश शांडिल्य को सिरोपा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मंदिर कमेटी ने शांडिल्य के साथ आए सुरेंद्र पाल केके व गोल्डी पाहवा व अन्य को भी सिरोपा भेंट किया। वीरेश शांडिल्य ने भगवान वाल्मीकी तीर्थ पर उस कुंड के दर्शन किए जहां माता सीता लव कुश को स्नान करवाया करती थी जहां भगवान वाल्मीकी ने भगवान राम जी के जन्म से हजारों वर्ष पहले जहां विश्व का सबसे बड़ा ग्रंथ अमृतसर में 24 हजार छंदों वाला रामायण लिखा उस स्थान पर भी वीरेश शांडिल्य ने शीश नवाया और वाल्मीकी समाज को सनातन व देश के रक्षक बताया जिस समाज ने हमेशा सनातन को मजबूत करने को लेकर मुहिम छेड़ी। 

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यह सृष्टि आदि कवि भगवान महर्षि वाल्मीकी जैसे महान तपस्वियों की वजह से चल रही है। उन्होंने कहा कि अमृतसर की धरती पर भगवान महर्षि वाल्मीकी तीर्थ स्थल पर जाकर गौरव महसूस किया कि हजारों वर्ष पहले इसी अमृतसर की धरती पर रामायण लिखी गई जो आज पूरे संसार को संस्कारों को से बांधती है, धर्म से जोड़ती है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि आज उन्होंने भगवान वाल्मीकी तीर्थ पर आकर संकल्प लिया कि वह और गति से आतंकवाद, खालिस्तान के खिलाफ मुहिम छेड़ेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि वह ब्राहामण हैं और उनका शांडिल्य गोत्र है जो अग्नि का भी गोत्र है लेकिन वह अपने आप को सबसे बड़ा वाल्मीकी मानते हैं क्योंकि भगवान वाल्मीकी की लिखी रामायण को सबसे ज्यादा पूजता है तो वह ब्राहामण हैं और कर्मकांडी ब्राहामण का पालन पोषण भी महर्षि वाल्मीकी द्वारा लिखा ग्रंथ रामायण है। 

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आहवान किया कि विश्व में जहां भी सनातनी रहते हैं उन्हें एक बार जरूर अमृतसर में हरि मंदिर साहिब की धरती पर जाकर भगवान वाल्मीकी रामतीर्थ स्थल पर जाकर शीश नवाना चाहिए वहां सरोवर की प्रक्रिमा करनी चाहिए। यही नहीं जहां महर्षि वाल्मीकी ने रामायण लिखी और लव कुश को शिक्षा के साथ साथ माता सीता को अपनी कुटिया में संरक्षण दिया उस स्थल पर जाकर दर्शन करना उतना ही पवित्र होगा जितना पवित्र अयोध्या में भगवान राम के दर्शन। वीरेश शांडिल्य ने कमेटी द्वारा दिए सम्मान पर आभार व्यक्त किया और कहा कि आज भगवान वाल्मीकी तीर्थ पर आकर वह ऐसा महसूस कर रहे हैं कि उन्होंने सभी धामों की यात्रा कर ली। शांडिल्य ने कहा कि वह आने वाले दिनों में आतंकवाद व खालिस्तान के खिलाफ एक यात्रा भगवान वाल्मीकी तीर्थ स्थल से शुरू कर खालिस्तान के खातमें के लिए जन आंदोलन तैयार करेंगे।

भजो रे मन राधे-राधे के द्वारा श्रद्धालु हुए भक्ति रस में भाव विभोर

  • भजन तेरे होकर रहेगें ओ मोहना, ओ मोहना व भजो रे मन राधे-राधे के द्वारा श्रद्धालु हुए भक्ति रस में भाव विभोर हुए।
  • श्री कृष्ण गौशाला यमकेश्वर हुसैनी में आयोजित श्री गोकथा एवं भगवद् कथा के दूसरे दिन सुशील अग्रवाल जी ने दीप प्रज्वलित करके कथा का शुभारम्भ किया।

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 06       नवंबर  :

   श्री कृष्ण गौशाला यमकेश्वर हुसैनी में आयोजित श्री गोकथा एवं भगवद् कथा के दूसरे दिन सुशील अग्रवाल जी ने दीप प्रज्वलित करके कथा का शुभारम्भ किया। कथा व्यास आचार्य श्री रजनीश शर्मा जी की मधुर वाणी से सभी श्रद्धालुओं ने कथा का आनंद प्राप्त किया। उन्होंने भजन तेरे होकर रहेगें ओ मोहना, ओ मोहना के द्वारा व एक अन्य भजन तुम मोती बनो, हम धागा बने तथा भजो रे मन राधे-राधे के द्वारा सभी को भक्ति रस में भाव विभोर कर दिया। 

              बता दें कि गौशाला में गोपाष्टमी महोत्सव 4 नवम्बर से 9 नवम्बर 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन सांय के समय 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक गोकथा एवं भगवद् कथा का आयोजन किया जा रहा है, उसके उपरांत आरती एवं प्रसाद वितरण होता है। 

            उन्होंने कथा के दौरान भक्तजनों से कहा कि मुनष्य सबसे पहले अपना आचरण ठीक रखे, कर्म ठीक करे और शुद्ध आहार ग्रहण करें व प्रभु का शिमरन कर अपना जीवन सदकर्मा में लगाये तो उसके सारे दु:ख दर्द मिट जाते है। उन्होंने कहा कि बिना सत्संग विवेक नहीं होता और जब भी आपके आस-पास के क्षेत्र में कोई धार्मिक कथा/प्रवचन हो तो जरूर श्रवण करें। उन्होंने कहा कि गोमाता हमारे लिये पूजनीय है और उसमें देवताओं का वास है। इसलिए जितना हो सके गोमाताओं एवं गोवंश की सेवा सुरक्षा करे और गौशालाओं को यथा सम्भव दान आदि कर पुण्य कमाएं। 

   गौशाला प्रबंधक सुमन गुप्ता ने भजन चलो रे मन श्री वृंदावन धाम, रटेगें वहां राधे-राधे नाम मिलेगें वहां कुंज बिहारी तथा हर बाला यहां देवी की प्रतिमा व चंदन है इस देश की माटी के द्वारा इस धार्मिक कार्यक्रम में मौजूद श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। 

’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’ : डाॅ संगीता  चौधरी

हिंदी बाॅलीवुड फिल्मी सदाबहार गीतों/गानों में बांग्ला संगीत के प्रभाव की सुंदरता को वर्णित करती है डाॅ संगीता  चौधरी  की किताब ’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’

  • बांग्ला संगीत की समृद्धता और गहराई ने बॉलीवुड के कई संगीतकारों को प्रेरित किया हैः डाॅ संगीता चौधरी लाहा
  • किताब का विमोचन 10 नवम्बर को पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में की जाएगी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

हिंदी फिल्मों (बॉलीवुड) के कईं गाने जैसे रविंद्र संगीत, कीर्तन, बांग्ला लोकगीत, बाउल, भाटियाली, भावईया इत्यादि से काफी प्रभावित माने जाते हैं। बांग्ला संगीत समृद्ध और भावपूर्ण है और बांग्ला संगीत वर्षों से बॉलीवुड संगीतकारों के लिए एक शानदार प्रेरणा का स्रोत रहा है। यह कहना है डाॅ संगीता चौधरी लाहा का, जिनकी नई किताब ’संगीत बंगाल से बॉलीवुड’ का विमोचन 10 नवम्बर को पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में किया जाएगा।

डॉ संगीता इस पुस्तक से पूर्व 7 किताबें लिख चुकी हैं, यह पुस्तक हैं- काजी नजरूल इस्लाम द्वारा रचित गीतों का अवलोकन, नजरूल गीती, बंगाल का लोक संगीत (एक परिचय), काजी नजरूल इस्लाम के नवराग, रविन्द्रनाथ टैगोर एंड काजी नजरूल इस्लाम इन सेम ऐरा(इंग्लिश), युगप्रवर्तक, बंगाल का संगीत एवं संगीतज्ञ।

डाॅ संगीता ने बताया कि यह पुस्तक सभी संगीत विद्यार्थियों, पुस्तक प्रेमियों एवं शोधकर्ताओं के लिए भी बहुत मील का पत्थर साबित होगी, जिसे बहुत ही सावधानी व एकाग्रता से लिखने का प्रयास किया है। पुस्तक को लिखने में लगभग ढेड वर्ष का समय लगा है।

उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल भारत में सबसे जीवंत और विविध संगीत संस्कृतियों में से एक है, जहां कई गायकों और संगीत निर्देशकों ने हिंदी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई है। इनमें कई गैर-बंगाली श्रोता भी शामिल हैं, जैसे एस. डी. बर्मन, आर. डी. बर्मन, सलिल चौधरी, हेमंत कुमार, किशोर कुमार, आशा भोंसले, गीता दत्त, तलत महमूद और मन्ना डे। बांग्ला गाने पूरे भारत में बहुत पसंद किए जाते हैं, खासकर हिंदी फिल्मी गानों के लिए। के. सी. डे, पंकज मलिक, तिमिर बरन और अनिल विश्वास जैसे पुराने कलाकारों ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विश्व कवि और संगीतकार रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत, जिसे रविंद्र संगीत के नाम से जाना जाता है, ने कई लोकप्रिय हिंदी फिल्मी गीतों के लिए प्रेरणा का काम किया है।

डाॅ संगीता चौधरी लाहा ने बताया कि बांग्ला संगीत, विशेषकर रविंद्र संगीत, नजरूल गीति और बाउल संगीत, भारतीय संगीत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। यह पुस्तक हिंदी फिल्मों के गीतों में बांग्ला संगीत के प्रभाव को सुंदरता से प्रस्तुत करती है, और पाठकों को बांग्ला संगीत की विभिन्न शैलियों और उनके अंतर्निहित अर्थों से अवगत कराती है। बांग्ला संगीत समृद्ध, परिष्कृत और अद्वितीय है, चाहे वह उच्चारण, गीत या विषय वस्तु किसी भी क्षेत्र की बात हो। हम सभी बहुत सारे लोकप्रिय और सदाबहार नए और पुराने हिंदी गाने सुनते आ रहे हैं, उनका प्रभाव बंगाल संगीत से ही है।

उन्होंने कहा कि उनकी इस पुस्तक में हिंदी फिल्मों के गीतों पर बांग्ला संगीत के प्रभाव को खूबसूरती से दर्शाया गया है, एवं कई पुराने एवं नए हिंदी गीतों जिन्हें बांग्ला स्वरों से सजाया गया है ऐसे गीतों को प्रस्तुत किया गया है। केवल इतना ही नहीं बॉलीवुड के अनगिनत गीत जो आपकी, हमारी और हम सभी की जबान पर चढ़े हुए हैं और हमारे हृदयों में पैठ बनाये हुए हैं उन्हीं की विस्तृत व्याख्या इस पुस्तक में की गई है तथा बंगाल की जिन संगीत शैलियों पर वे आधारित हैं, या कौन से गीतों पर आधारित हैं, उनकी बांग्ला शब्दावली क्या है, यह पुस्तक इस बारे में आपको ज्ञान प्रदान करती है। यह पुस्तक न केवल आपको संगीत की एक नई दुनिया से परिचित कराएगी अपितु आपको पुनः बहुत से ऐसे गीतों की दुनिया में ले जाएगी जो शायद आपकी स्मृति में इधर-उधर हो गए हों।

उन्होंने कि यह पुस्तक उन्होंने अपने माता पिता स्वर्गीय मंजू  चौधरी  व पिता स्वर्गीय निर्मलेंदु  चौधरी   को समर्पित की हैं।  पुस्तक के संपादन के लिए अशोक अग्रवाल और डॉअनिता सुरभि का हार्दिक आभार प्रकट करती हैं।  डॉ संगीता ने बताया कि उनके पति डॉ सुप्रभात लाहा ने उन्हें इस पुस्तक को पूरा करने में पूरा सहयोग दिया।

डाॅ संगीता ने आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक भारत के विभिन्न हिस्सों के लोगों को ज्ञान प्रदान करेगी और विशेष रूप से छात्रों, शोधकर्ताओं और पुस्तक प्रेमियों के लिए लाभकारी होगी। पाठक इसे एमाजॉन, फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्मों में उपलब्ध है।

अग्रोहा धाम में 10 नवंबर को 41 वां लगने वाला वार्षिक मेला

अग्रोहा धाम में 10 नवंबर को 41 वां लगने वाला वार्षिक मेला ऐतिहासिक होगा- बजरंग गर्ग

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 06       नवंबर :

 अग्रवाल समाज के प्रतिनिधियों की एक आवश्यक मीटिंग अनाज मंडी आदमपुर में अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में अग्रोहा धाम में 10 नवंबर को लगने वाला विशाल वार्षिक मेले की तैयारियों पर विचार किया गया। वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा धाम में 10 नवंबर को 41 वां लगने वाला वार्षिक मेला ऐतिहासिक होगा। मेले की तैयारियां जोरों पर है। अग्रोहा धाम को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। मेले में महामंडलेश्वर कुमार स्वामी जी आए हुए भक्तों को आशीर्वाद देंगे और भजन सम्राट कन्हैया मित्तल द्वारा भजनों की बौछार की जाएगी। बजरंग गर्ग ने कहा कि मेले में आने वाले भक्तों के लिए माता महालक्ष्मी की शक्तिपीठ, महाराजा अग्रसेन, माता सरस्वती देवी, माता वैष्णो देवी जी की गुफा, बाबा हनुमान जी का मंदिर, बाबा अमरनाथ जी की गुफा, तिरुपति बाला धाम, श्री रामेश्वर धाम श्री भोले बाबा मंदिरों के दर्शनों के लिए महिलाएं व पुरुषों की अलग-अलग ड्युटियां लगाई गई है। अग्रोहा धाम मेले का प्रातः 6:00 बजे  शक्ति सरोवर स्नान व मंदिरों में आरती से शुभारंभ होगा। मंदिर में छप्पन भोग व 51 सवामणि का प्रसाद लगाया जाएगा। बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा धाम में करोड़ों रुपए की लागत से विवाह-शादी के लिए बैंकट हॉल बनाया गया है जो भी जरूरतमंद परिवार अपने बच्चों की शादी अग्रोहा धाम में करना चाहेगा उसकी शादी में लड़का-लड़की दोनों परिवारों का ठहरने, खाने, बैंड बाजा, फेरे तक की सारी व्यवस्था धाम की तरफ से फ्री होगी और लड़की को 1.5 लाख रुपए का सामान साथ में दिया जाएगा। इतना ही नहीं वैश्य समाज के युवक-युवतियों के रिश्ते भी अग्रोहा धाम में करवाएं जाते हैं जिसके लिए अग्रोहा धाम रिश्ते-विवाह डोट कोम वेबसाइट शुरू की हुई है। देश व प्रदेश में जगह-जगह बच्चों के रिश्ते करवाने के लिए युवक-युवती परिचय सम्मेलन भी करवाएं जा रहे हैं ताकि एक ही मंच पर युवक-युवती को मनचाहा वर-वधु आसानी से मिल सके। परिचय सम्मेलन के कारण विवाह-शादियों में जो अनाप-शनाप फिजूल खर्च होता है उस पर अंकुश लगता है और मध्यम परिवारों को इससे काफी राहत मिलती है।इस अवसर पर घीसा राम जैन, गौरव सिंगला, मुकेश गोयल, अमित गोयल, मुकेश मित्तल, व्यापार मंडल प्रधान नवीन बेनीवाल, सुभाष गर्ग, उप प्रधान लीलाधर गर्ग, संदीप मित्तल, अजीत जाखड, हरीश गोयल, छोटू राम गर्ग, रामधारी गोयल, अश्वनी गर्ग, भागीरथ सिंगल, विकास गोयल, दिनेश गर्ग, हनुमान गोयल, सतबीर जिंदल, अशोक गोयल, राजेश कुमार, विनोद खन्ना, गुलशन ऐलावादी आदि प्रतिनिधि मौजूद थे।

पापोन के संगीत प्रेमियों के लिए खुशखबरी

बॉम्बे सैफायर क्रिएटिव लैब द्वारा पापोन लाइव का आगाज़ नेक्सस एलांटे मॉल में 9 नवंबर को

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

पापोन के संगीत प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी! इस शनिवार, 9 नवंबर को प्रतिभाशाली संगीतकार पापोन नेक्सस एलांटे मॉल में लाइव परफॉर्म करने जा रहे हैं। अगर आप दिल को छूने वाली धुनों और अनोखी संगीत शैली के प्रशंसक हैं, तो यह एक ऐसी रात होगी जिसे आप नहीं छोड़ना चाहेंगे।

अपने कैलेंडर में इस अविस्मरणीय शाम को चिन्हित कर लें, जहां पापोन अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले संगीत से मंच को भर देंगे। पारंपरिक फोक, भारतीय शास्त्रीय, और आधुनिक संगीत के मिश्रण के लिए प्रसिद्ध, पापोन ने भारतीय संगीत उद्योग में अपनी एक खास जगह बनाई है। उनके गाने सभी उम्र के श्रोताओं को छूते हैं, जैसे “मोह मोह के धागे” (दम लगा के हईशा) और “कौन मेरा” (स्पेशल 26) जैसे यादगार बॉलीवुड हिट्स।

यह शो बॉम्बे सैफायर क्रिएटिव लैब द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है और बिग एफएम की “बिग धुन” पहल के तहत आयोजित किया जा रहा है। मिका, सोनू निगम और पियूष मिश्रा के साथ सफल शो के बाद इस शो का निर्माण शाइनिंग सन स्टूडियोज द्वारा किया जा रहा है।

कर्मचारियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना यूनियन का उद्देश्य : मनोज कुमार

कर्मचारियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना यूनियन का उद्देश्य:-मनोज कुमार

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 06       नवंबर :

        राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान भारतीय मजदूर संघ छोड़कर यूनियन में शामिल हुए लोगों का स्वागत किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए यूनियन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ छोड़कर आए पदाधिकारियों राजपाल व हरिदास ने राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन की सदस्यता ग्रहण की। यूनियन के अध्यक्ष  मनोज कुमार ने नए सदस्यों का फूल मालाएं डालकर स्वागत किया और बधाई दी। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के महासचिव विजय मंडेबर ने बताया कि उनके संगठन में संविधान का सम्मान करने वाले लोग शामिल हैं।

यूनियन के सभी सदस्य सवैंधानिक ढंग से कार्य करने में विश्वास रखते हैं। अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि यूनियन का उद्देश्य कर्मचारियों की आवाज़ को बुलंद करना है और उनके अधिकारों के लिए धरातल पर काम करते रहना है। मनोज ने कहा कि यूनियन के सभी सदस्य व पदाधिकारी अपने दायित्व को भली भांति निभा रहे हैं और समय समय पर कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार व प्रशासन के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं।

बे. टा. फो. के नाम पर शरारती तत्वों की ओर से लगाये गये धरने

बेगमपुरा टाईगर फोर्स के नाम पर शरारती तत्वों की ओर से लगाये गये धरने से फोर्स का कोई वास्ता नहीः बीरपाल, हैप्पी

धरना लगाने वाले शरारती तत्वों को फोर्स में से पिछले तीन सालों से बाहर निकाला हुआ हैः सतीश कुमार शेरगढ़

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 06       नवंबर :

बेगमपुरा टाईगर फोर्स के चेयरमैन तरसेम दीवाना तथा राष्ट्रीय प्रधान धर्मपाल साहनेवाल के दिशा निर्देशानुसार बेगमपुरा टाईगर फोर्स की एक मीटिंग फोर्स के ज़िला प्रधान हैप्पी फतेहगढ़ तथा ज़िला सीनियर उप-प्रधान सतीश कुमार शेरगढ़ की अध्यक्षता में फोर्स के मुख्य कार्यालय भगत नगर, नज़दीक माडल टाऊन में हुई।  मीटिंग में फोर्स के धाकड़ पंजाब प्रधान बीरपाल ठरोली ने विशेष तौर पर शिरकत की। मीटिंग को सम्बोधन करते हुये नेताओं ने कहा कि आजकल सब्ज़ियों के दाम आसमान को छू रहे हैं जिस कारण औरतों की रसोई का स्वाद खराब हुआ पड़ा है। उन्होंने कहा कि सब्ज़ियों के साथ-साथ दालों की कीमतें में भी बहुत वृद्धि हुई है जोकि गरीब लोगों की पहुंच से बाहर है। उन्होंने कहा कि जिस परिवार में कमाने वाला केवल एक व्यक्ति ही होता है तथा उसको पांच-छः सदस्यों को पालना होता है तो उस परिवार को गुज़ारा करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने कहा कि प्याज़, आलू, शिमला मिर्च, खीरा, गोभी आदि के दाम आसमान को छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे हिमाचल प्रदेश बड़ी गिनती में टमाटरों की सप्लाई करता है परन्तु फिर भी टमाटरों की कीमतों में लगातार बढ़ौतरी हो रही है तथा इतने महंगे दाम की सब्ज़ियों की कीमतों में कमी आने की संभावना अभी कम ही लग रही है। उन्हांेंने कहा कि दुकानदार अपनी मन मर्ज़ी के साथ ग्राहकों की अन्धा धुंध लूट कर रहे हैं। अंत में उन्होंने कहा कि मिनी सचिवायल के बाहर बेगमपुरा टाईगर फोर्स  में से पिछले लम्बे समय से निकाले हुये कुछ शरारती तत्वों ने धरना लगाया हुआ है जबकि इन शरारती तत्वों का बेगमपुरा टाईगर फोर्स के साथ दूर तक कोई लेना देना नही है। उन्होंने शासन तथा प्रशासन को अपील करते हुये कहा कि बेगमपुरा टाईगर फोर्स का अनाधिकारिक तौर पर नाम इस्तेमाल करके धरना लागने वाले शरारती तत्वों पर तुरंत कारवाई की जाये। उन्होंने कहा कि बेगमपुरा टाईगर फोर्स एक रजि. जत्थेबन्दी है जिसका रजिस्टर नम्बर 160 है तथा कुछ शरारती तत्व बेगमपुरा टाईगर फोर्स का नाम लेकर शासन प्रशासन तथा पब्लिक को गुमराह कर रहे हैं तथा इन शरारती तत्वों से बचने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे शरारती तत्वस समाज को बांटने का काम करते हैं, इनसे बचना चाहिए। नेताओं ने बताया कि उपरोक्त शरारती तत्वों पर माननीय अदालत में केस भी किये हुये हैं।

इस अवसर पर अन्यों के इलावा बंटी बस्सी वाहद, अमनदीप, मुनीश, चरनजीत डाडा, कमलजीत, रामजी, दविन्दर कुमार, पम्मा डाडा, गोगा मांझी, पवन कुमार बद्धण, अमनदीप सिंह, चरनजीत, भूपिन्दर कुमार बद्धण, कमलजीत सिंह, बिशनपाल, ज्ञान चंद, मुसाफिर सिंह, शेरा सिंह, विशाल सिंह, सन्नी सीणा, भिन्दा, दविन्दर कुमार, विजय कुमार जल्लोवाल खनूर, रवि सुंदर नगर आदि उपस्थित थे।

रॉयल केनल क्लब पंचकूला अंतर्राष्ट्रीय डॉग शो की मेजबानी करेगा

रॉयल केनल क्लब पंचकूला अंतर्राष्ट्रीय डॉग शो की मेजबानी करेगा

रॉयल केनल क्लब पंचकूला द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय डॉग शो का आयोजन 17 नवंबर को पंचकूला में

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  06       नवंबर :

रॉयल केनल क्लब पंचकूला, 17 नवंबर 2024 को केनल क्लब ऑफ इंडिया और पालतू पशु पालन चिकित्सा केंद्र (पीएएमसी) के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय डॉग शो का आयोजन कर रहा है। 

रॉयल केनल क्लब, पंचकूला के महासचिव सिकंदर सिंह इस कार्यक्रम के प्रबंधन की देखरेख करेंगे। मीडिया से बातचीत करते हुए सिकंदर सिंह ने बताया कि इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन पंचकूला के सेक्टर 3 शो ग्राउंड (हॉलिडे इन के सामने) किया जा रहा है।  

उन्होंने बताया कि पंचकूला केनल क्लब द्वारा इस वर्ष लगातार पांचवां डॉग शो करवाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पीएएमसी के साथ मिलकर करवाए पिछले दो शो को लोगों का भारी समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के इस सबसे बड़े कैनाइन कार्यक्रम में इस वर्ष विभिन्न नस्लों के साथ साथ अच्छी नस्ल के 300 से 400 डॉग आने की उम्मीद है। इनमें देशी भारतीय नस्लें भी शामिल है, जो अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू प्रतिभा दोनों को उजागर करेंगी। 

उन्होंने कहा कि इस शो में महाराष्ट्र, कलकत्ता, बैंगलोर, कोच्चि, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, चेन्नई, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और पंजाब जैसे राज्यों से प्रदर्शकों के शामिल होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे क्षेत्र के पशु प्रेमियों, प्रजनकों और डॉग के शौकीनों सहित 2 से 3 हज़ार दर्शकों को आकर्षित कर एक आकर्षक मंच तैयार करना है।

उन्होंने बताया कि रॉयल केनल क्लब पंचकूला द्वारा पिछले साल करवाए शो में इटली, रूस, क्रोएशिया और सर्बिया जैसे देशों से 3,000 से अधिक दर्शक और प्रदर्शक शामिल हुए थे। उन्होंने इस साल भी एक सफल कार्यक्रम करवाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि जर्मनी और सर्बिया के प्रतिष्ठित जज इस शो के पैनल में शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि पंचकूला केनल क्लब के सदस्य भी इस कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि की उपस्थिति में प्रतिभागियों को सम्मानित करेंगे और पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करेंगे। 

उन्होंने कहा कि शो के मुख्य प्रायोजक किंडर पांडा प्ले स्कूल पंचकूला, पशु कल्याण और सामुदायिक भावना को बढ़ावा देने के लिए इस पहल का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि गतिविधियों, वैश्विक विशेषज्ञों की पूरी जानकारी और मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त के उत्सव को रोमांचक बनाने के लिए हमारे साथ जुड़ें। उन्होंने कहा कि किसी भी जानकारी के लिए फोन नंबर +91 99152 68876 पर संपर्क करें।

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अनिल भल्ला मामले में हरिद्वार पुलिस की भूमिका संदिग्ध

अनिल भल्ला मामले में हरिद्वार पुलिस की भूमिका संदिग्ध , परिवार ने उठाये सवालिया निशान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  06       नवंबर :

शिकायतकर्ता रजनी रामपाल जो कि खुद हरियाणा , पंजाब ,दिल्ली, हिमाचल में पी ओ घोषित है , कैसे उत्तराखंड पुलिस को चकमा देकर गुमराह कर रही है।

अनिल भल्ला को बिना किसी इन्वेस्टिगेशन के 5 नवंबर सुबह सेक्टर 2 स्तिथ पंचकूला से अरेस्ट करने पर घर वालों को कोई भी लिखित इतलाह तक नहीं दी गई है।

31 जुलाई को बहादराबाद में दर्ज एफआईआर की जांच में ही सब कुछ साफ हो जाता यदि अनिल भल्ला की मोबाइल लोकेशन ट्रेस करवा ली होती ।

पंचकुला , 5 नवंबर सुबह पुलिस को अचानक सामने पाकर अनिल भल्ला की गिरफ्तारी के समय उनकी पुत्रवधू भावना ने कंट्रोल रूम पर काल करके भी जानकारी दी । भावना सहित अनिल भल्ला की पत्नी ने डीजीपी उत्तराखंड पुलिस से भी गुहार लगाई है कि राज्य की पुलिस को एफआईआर दर्ज करने से पहले ,बेसिक जांच करके ही पर्चा दर्ज करना चाहिए था , अब परिवार ने अतिशीघ्र एफआईआर रद्द करने की मांग की है ।

परिवार की महिलाओं का कहना है कि रजनी रामपाल और उनके परिवार पर लगभग 25 मुकदमे दर्ज हैं और आसपास के राज्यों को लुक आउट नोटिस भी जारी है लेकिन इन सब के बावजूद रजनी रामपाल ने उत्तराखंड पुलिस को चकमा देकर अनिल भल्ला के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करवा ली जिस पर तुरंत ख़ारिज करने की कार्यवाही करते हुए , अनिल भल्ला की रिहाई होनी चाहिए।

क्या है मामला

रजनी रामपाल ने खुद को पटियाला निवासी बताते बहादराबाद में शिकायत दर्ज करवाई की टोल प्लाजा क्रॉस करने के बाद चार मुंह ढके हुए लोगों ने उन पर हमला किया , जिन पर अनिल व आकाश भल्ला परिवार से होने का शक जाहिर किया गया , हालाँकि शिकायतकर्ता का न एड्रेस व न हीं फोन नंबर ऍफ़ आई आर में न दिया गया होने

एक दीप संगीत जगत की अनमोल धरोहर माँ शारदा सिन्हा के नाम : संजय चौबे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

जो डर था वही हुआ जैसे सरस्वती पुजा के दिन लता मंगेशकर जी को मॉ सरस्वती ने अपने पास बुला लिया वैसे ही शारदा सिन्हा जी को छ्ठ मईया ने । लोक आस्था का चार दिवसीय महान पर्व छठ आज शुरू हुआ और छठ गीतों का पर्याय रहीं शारदा सिन्हा को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया। छह-सात वर्षों से कैंसर से जूझ रहीं शारदा सिन्हा पति के निधन के बाद टूट गई थीं। 44 दिन बाद वह भी चली गईं।

अब मैं छठ गीत की ही बात करने वाला हूँ | #शारदा_सिन्हा_के_छठ_ गीत आधुनिक समाज ने पूरी तरह से छठ पर्व को आधुनिक रूप तो दे दिया अगर नही बदल सके तो एक है सिंदूर और दूसरा शारदा सिन्हा जी के गीत | ऐसा नहीं है कि शारदा सिन्हा जी के इस गीत से पहले छठ नहीं होता था या महत्व कम था, मगर जैसे नदियों के जल की कलकल ध्वनि और चिड़ियों की चहचहाट को ही परमात्मा ने नाकाफ़ी समझा और सरगम बनाया वैसे ही भगवान सूर्य ने शारदा सिन्हा के कंठ में जान बूझकर उष्णता भरी ताकि उनके गीत युगों युगों तक ठंडे जल में काँपती छठव्रती माताओं को भक्ति की उष्णता गरमाहट देती रहे एक सप्ताह पहले से ही बाजारों में छठ गीत बज रहे हैं, शारदा सिन्हा जी के पारम्परिक छठ गीत सिहरन पैदा कर रहे हैं, वातावरण पावन है, क्या घर, क्या बाज़ार, क्या बस, क्या ट्रेन….. आश्चर्य यह नहीं कि हर तरफ शारदा सिन्हा जी के छठ गीत बज रहे हैं, बल्कि अचरज तो यह है कि उनके बजते गीतों पर सबकी आँखें भरी हुई हैं, वह इसलिए कि इस गीत की प्रणेत्री देवी आज हम लोगो के बीच नही रही, इतना स्नेह है लोगों को उनसे | आप सभी छठ में शामिल होने वाले भक्तों से अनुनय है उनकी दिव्य आत्मा के शांति के लिए भगवान भास्कर से प्रार्थना कर सच्ची श्रद्धांजली अर्पित करे शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ” एक दीप शारदा जी के नाम से जलाए” अभियान का आहवान करता है और यही सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी माँ शारदा के लिए, चिर निरंतर हम उनसे जुड़े रहे और गा सकें – *’जगतारण घर में दीयरा हम बारि अइनीं हो!’* 🙏🏻🕉️ अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली, शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट🕉️🙏🏻