धारा 370 पर महबूबा ने कोर्ट के फैसले का विरोध करना है तो जाएँ पाकिस्तान : वीरेश शांडिल्य 

  •  विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि महबूबा मुफ्ती के अंदर आईएसआई का डीएनए, पहले भी दे चुकी है महबूबा तिरंगे के विरुद्ध राष्ट्र विरोधी बयान 
  •  शांडिल्य बोले यह वहीं महबूबा मुफ्ती है जिसकी बहन रूबिया सैयद मुफ्ती का अपहरण होने पर 1989 में 5 आतंकवादियों को रिहा किया गया 
  •  शांडिल्या बोले – सुप्रीम कोर्ट का फैसले मौत की सजा वाले ब्यान को वापिस न लिया तो वह पूरे देश में एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया और विश्व हिंदू तख्त महबूबा मुफ्ती के पुतले जलाएंगा 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 12 दिसम्बर  :

विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख एवं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि धारा 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करना है तो पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान में जाकर रहने लग जाए और वहीं राजनीति करें।

वीरेश शांडिल्य आज अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती इससे पहले भी भारतीय तिरंगे के खिलाफ जहर उगल चुकी हैं और महबूबा ने चेतावनी दी थी कि अगर जम्मू कश्मीर के लोगों को मिले विशेषाधिकारों में किसी तरह का बदलाव किया गया तो राज्य में तिरंगे को थामने वाला कोई नहीं रहेगा, जिस पर उस वक्त भी एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने महबूबा मुफ्ती को मुंहतोड़ जवाब दिया था।

विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख एवं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उसके ब्यानों से व सोच से ऐसा लगता है कि महबूबा मुफ्ती के अंदर आईएसआई का डीएनए है। तभी वह मोदी सरकार के धारा 370 के फैसले के खिलाफ जहर उगलती रही और अब जब सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने मुख्य न्यायधीश वाई चंद्रचूहड़ की अध्यक्षता में मोदी सरकार के धारा 370 को हटाने के फैसले को सही बताया लेकिन महबूबा जो पाकिस्तान से प्यार करती है और पाकिस्तान के आतंकवादियों को संरक्षण देती है उसने यह कह कर कि धारा 370 के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला मौत की सजा जैसा, जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्य मंत्री महबूबा का यह ब्यान राष्ट्र विरोधी है।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यह वही महबूबा मुफ्ती है जिसकी बहन रूबिया सय्यैद मुफ्ती का अपहरण होने पर 1989 में 5 आतंकवादियों को रिहा किया गया जबकि सईद परिवार ने राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए अपनी बहन की रूबिया की कुर्बानी नहीं दी। शांडिल्य ने महबूबा मुफ्ती को पाक आतंकवादियों का समर्थक बताया और कहा कि महबूबा मुफ्ती ने यदि सुप्रीम कोर्ट के धारा 370 के फैसले पर जो जम्मू कश्मीर की जनता को भड़काने का ब्यान देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसले मौत की सजा वाले ब्यान को वापिस न लिया तो वह पूरे देश में एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया और विश्व हिंदू तख्त महबूबा मुफ्ती के पुतले जलाएंगा।