झारखंड के DGP और मुख्य सचिव CM आवास पहुंचे, हेमंत सोरेन हो सकते हैं गिरफ्तार

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची स्थित आवास के बाहर हलचल काफी बढ़ गई है। सीएम आवास की ओर आने-जाने वाले ट्रैफिक को दूसरी ओर डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं हेमंत सोरेन से पिछले 6 घंटों से पूछताछ चल रही है।जमीन घोटाला मामले में पिछले 6 घंटे से ईडी की टीम मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है। झारखंड में बढ़ती सियासी हलचल के बीच राजभवन से विधायकों को मिलने का समय दिया गया है। थोड़ी देर में राज्यपाल से झामुमो के विधायक मुलाकात करेंगे।

  1. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ जारी
  2. हेमंत सोरेन कल अचानक से अंडरग्राउंड हो गए थे, जिसके बाद उनकी तलाशी शुरू हो गई थी

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 31 जनवरी :

कथित जमीन घोटाला मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम मुख्यमंत्री आवास पहुंच गई है। सीएम आवास पर विधायक भी मौजूद हैं. वहीं रांची में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। जगह-जगह फोर्स की तैनाती भी की गई है। ईडी के समन पर हेमंत सोरेन ने खुद ही ईडी के जवाब में आज दोपहर का समय दिया था। हाल ही में हेमंत सोरेन अचानक से गायब भी हो गए थे, जिसके बाद ईडी उनकी तलाश में जुट गई थी। हालांकि सोमवार की देर रात को हेमंत सोरेन फिर रांची पहुंच गए।

वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की अटकलों के साथ-साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाए जाने की भी संभावना जताई जा रही है, जिसके लिए बैठकों का दौर जारी है। हेमंत सोरेन अब से कुछ देर में रांची स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे।

इससे पहले मुख्यमंत्री सोरेन 30 जनवरी को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे। मुख्यमंत्री सोरेन ने दिल्ली से रांची तक सड़क मार्ग के जरिए 12 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा की। यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर लीडर्स और विधायकों से मुलाकात की। इस बैठक में मुख्यमंत्री सोरेन की बीवी कल्पना सोरेन की भी मौजूदगी रही। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि हेमंत सोरेन की बीवी को सीएम की बागडोर सौंपी जाएगी। 

वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED अधिकारियों पर SC/ST Act के तहत मुकदमा दर्ज करावाई है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है, “ED के अधिकारियों ने 30 जनवरी को दिल्ली में मौजूद दफ्तर छापेमारी की थी. इससे मुझे और मेरे पूरे समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने की कोशिश की गई है।”

सीएम ने आगे कहा, “27 और 28 जनवरी को मैं दिल्ली के दौरे पर था. इस दौरान मैं  दिल्ली में मौजूद 5/1 शांति निकेतन, जिसे झारखंड राज्य के जरिए निवास और दफ्तर यूज के लिए लीज पर लिया गया है, मैं उसमें रुका था। मुझे पता चला कि इन अधिकारियों ने मेरे आधिकारिक दफ्तर पर तलाशी ली थी। ये छापेमारी मुझे सूचना दिए बिना की गई थी।”

पीईपी के तहत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 31 जनवरी

प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन के नेतृत्व में राज्य कार्यालय पंजाब एवं यूटी चण्डीगढ़, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, भारत सरकार द्वारा पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर -46 में पीपुल्स एजुकेशन प्रोग्राम (पीईपी) के तहत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जगदीप सिंह खादी उद्योग के सहायक निदेशक ने कॉलेज द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता और वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। डॉ. जीसी सेठी, सुश्री ज्योति, डॉ. देश राज, गौरव जिंदल और लगभग 80 विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

कॉलेज के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के सहयोग से ललित कला विभाग ने “डिजाइन एनिमेशन और कंप्यूटर ग्राफिक्स” पर एक वार्ता का आयोजन किया। प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने स्पीकर का गर्मजोशी से स्वागत किया और आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। इस वार्ता का उद्देश्य उपस्थित लोगों को डिजाइन एनीमेशन और कंप्यूटर ग्राफिक्स के महत्व के बारे में बताना था। डॉ. उमा नारंग, प्रमुख, कंप्यूटर अनुप्रयोग विभाग और डॉ. ओपी परमेश्वरन, प्रमुख, ललित कला विभाग ने कुशलतापूर्वक इस कार्यक्रम का समन्वय किया। कई छात्रों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और विषय के लिए अपना उत्साह दिखाया।

इससे पहले दिन में, वाडा क्लब ऑफ पीजीजीसी, सेक्टर 46, चंडीगढ़ ने “ड्रग एब्यूज इज ए शॉर्टकट टू नोवेयर” शीर्षक से एक वार्ता की मेजबानी की। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने मुख्य वक्ता सेक्टर-34 पुलिस स्टेशन के एसएचओ बलदेव कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया। डॉ. सुदर्शन ने छात्रों के बीच जागरूकता बढ़ाने में इस तरह की बातचीत के महत्व पर प्रकाश डाला। बलदेव कुमार ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक परिणामों पर जोर दिया। वाडा क्लब के संयोजक रिपन ग्रोवर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।

उपमंडल प्रशासन द्वारा कम्प्यूटर, अध्यापिक प्रमोद कुमार धीर को किया गया सम्मानित

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 31 जनवरी

खेल स्टेडियम जैतो में तहसील स्तरीय 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर जैतो के कंप्यूटर शिक्षक प्रमोद कुमार धीर को मंच प्रबंधन, खेल, आर्टिकल लेखक और सामाज के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। प्रमोद कुमार धीर सरकारी हाई स्कूल ढैपई (फरीदकोट) में कंप्यूटर शिक्षक के रूप में और सरकारी हाई स्कूल रोमाना अलबेल सिंह (फरीदकोट) में डेपुटेशन पर उत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं। उनके छात्रों ने पिछले साल जिला स्तरीय कंप्यूटर क्विज़ और टाइपिंग प्रतियोगिता में स्थान हासिल किया है। प्रमोद धीर द्वारा लिखे गए विभिन्न शैक्षिक लेख भी अक्सर लोकप्रिय समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। पिछले साल उन्हाेंने स्कूल का शानदार मैगजीन तैयार करवा कर जिला शिक्षा अधिकारी फरीदकोट से विमोचन करवाया गया था। ढैपई स्कूल की कंप्यूटर लैब को स्मार्ट कंप्यूटर लैब बनाया गया था, उनके द्वारा पढ़ाए गए छात्र हर साल पहले दर्जे में उत्तीर्ण होते थे।

वे पैरा स्पोर्टस में भी राज्य के खिलाड़ियों को खेलने के लिए प्रेरित करते रहते हैं तथा पिछले छह वर्षों से पंजाब पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन और बोसिया फेडरेशन ऑफ इंडिया में उत्कृष्ट सेवा कर रहे हैं। दिसंबर 2023 में दिल्ली में आयोजित खेलो इंडिया पैरा गेम्स में उन्होंने पंजाब पैरा स्पोर्ट्स टीम के मैनेजर की भूमिका निभाई। इसके अलावा वे कई समाज सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर रक्तदान शिविर, सफाई अभियान, पौधारोपण अभियान में भी बढ़-चढ़कर योगदान दे रहे हैं। प्रमोद कुमार धीर की उपरोक्त सेवाओं को देखते हुए एसडीएम जैतो मिस तुषिता गुलाटी जी, अतिरिक्त सिविल जज सीनियर ज्यूडिशियल कोर्ट जैतो हरप्रीत सिंह जी, डीएसपी जैतो सुखदीप सिंह, तहसीलदार जैतो सिकंदर सिंह सिद्धू, चेयरमैन मार्केट कमेटी जैतो लछमण भगतुआणा, एस.एच.ओ. जैतो गुरमेहर सिंह, कार्यसाधक अधिकारी जैतो नरिंदर कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

इस सम्मान के लिए प्रमोद कुमार धीर को मुख्य अध्यापका सरकारी हाई स्कूल रोमाना अलबेल सिंह मैडम चित्रा कुमारी, मुख्य अध्यापका सरकारी हाई स्कूल ढैपई (फरिदकोट ) मैडम अमनदीप कौर, प्रिंसिपल मोहिंदरपाल सिंह, प्रिंसिपल जसपाल कौर, समूह स्टाफ ढैपई और रोमाना अलबेल सिंह स्कूल, जसप्रीत सिंह धालीवाल अध्यक्ष बोशिया इंडिया और पंजाब पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अधिकारी, शमिंदर सिंह ढिल्लों महासचिव बोशिया इंडिया और सभी सदस्यों ने बधाई दी। अध्यापक प्रमोद कुमार धीर ने ईश्वर का धन्यवाद करते हुए एसडीएम जैतो मिस तुषिता गुलाटी जी एवं सभी सम्माननीय महानुभावों का धन्यवाद किया। उन्होंने विश्वास जताया कि वह भविष्य में भी अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।कंप्यूटर शिक्षक प्रमोद कुमार धीर जैतो को एसडीएम जैतो मिस तुषिता गुलाटी जी, अतिरिक्त सिविल जज सीनियर ज्यूडिशियल कोर्ट जैतो हरप्रीत सिंह जी और अन्य गणमान्य व्यक्ति सम्मानित करते हुए।

अयोध्या धाम के किए दर्शन , 8.5 करोड़ लोग काशी व 5 करोड़ लोग कर चुके हैं महाकाल के दर्शन

प्राण प्रतिष्ठा के बाद 5 दिन में 13 लाख श्रद्धालुओं ने अयोध्या धाम के किए दर्शन , 8.5 करोड़ लोग काशी व 5 करोड़ लोग कर चुके हैं महाकाल के दर्शन

मन्नू शर्मा पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 31 जनवरी

पर्यटन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में देश भर के पर्यटन क्षेत्रों, तीर्थ स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों की उपलब्धियों और उनके विकास के लिए पिछले 10 वर्षों के दौरान सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला।अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, ”पर्यटन युवाओं को रोजगार देने वाला एक बड़ा क्षेत्र है। पिछले 10 वर्षों में मेरी सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है। भारत में घरेलू पर्यटकों की संख्या के साथ-साथ भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है।” राष्ट्रपति ने कहा, ”पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि का कारण भारत की क्षमता या उपलब्धियों से कमाई गई इज्‍जत है। आज दुनिया भारत को खोजना और उसके बारे में जानना चाहती है। इसके अलावा बेहतरीन कनेक्टिविटी से पर्यटन का दायरा भी बढ़ा है। विभिन्न स्थानों पर हवाई अड्डों का निर्माण भी उपयोगी साबित हुआ है। अब, पूर्वोत्‍तर में रिकॉर्ड पर्यटकों का आगमन हो रहा है।अब अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप द्वीप समूह को लेकर रोमांच बढ़ा है।”

“सरकार ने देश भर में तीर्थ स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों के विकास पर जोर दिया है। इससे अब भारत में तीर्थयात्रा करना आसान हो गया है।वहीं,भारत में धरोहर टूरिज्म के प्रति दुनिया की दिलचस्पी बढ़ रही है। पिछले एक साल में 8.5 करोड़ लोग काशी आ चुके हैं। 5 करोड़ से ज्यादा लोग महाकाल के दर्शन कर चुके हैं। 19 लाख से अधिक लोग केदारधाम के दर्शन कर चुके हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद 5 दिन में ही 13 लाख श्रद्धालु अयोध्या धाम के दर्शन कर चुके हैं। राष्ट्रपति ने कहा,भारत के पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, हर हिस्से में तीर्थ स्थलों पर सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है।राष्ट्रपति ने कहा, “सरकार भारत को बैठकों और प्रदर्शनियों से संबंधित क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनाना चाहती है। इसके लिए भारत मंडपम, यशोभूमि जैसी सुविधाएं बनाई गई हैं। निकट भविष्य में पर्यटन रोजगार का एक बड़ा जरिया बनेगा।”

57 वां वार्षिक निरंकारी समागम का आनंदित रूप में सफलतापूर्वक समापन

दिव्य गुणों से युक्त होकर सच्चे मनुष्य बनें : सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 31 जनवरी

“प्रीत, नम्रता, मिठास जैसे दिव्य गुणों को अपनाकर मन-वचन-कर्म से हम सच्चे इन्सान बनें।” यह पावन प्रवचन निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने नागपुर में आयोजित तीन दिवसीय निरंकारी संत समागम के समापन सत्र में उपस्थित साध संगत को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। यह दिव्य संत समागम अपनी अनुपम छठा बिखरते हुए हर्षोल्लासपूर्वक वातावरण में सम्पन्न हुआ।

सतगुरु माता जी ने समर्पण की सच्ची भावना का ज़िक्र करते हुए समझाया कि जब हम अपनी मैं, अहंकार को तजकर पूर्ण समर्पित भाव से इस परमात्मा से इकमिक होते हैं तब हमारे अंतर्मन को सही अर्थो में शांति एवं आलौकिक आनंद की अनुभूति प्राप्त होती है। यह परम् आनंद हमारे व्यवहार में भी दृश्यमान होने लगता है। फिर समूचे संसार का हर प्राणी हमें अपना लगने लगता है और हमारा जीवन मानवीयता के दिव्य गुणों से महक उठता है।

अंत में सतगुरु माता जी ने यही फरमाया कि हम जितना अधिक इस निरंकार से जुड़ते चले जायेंगे उतना ही हमारे अंतर्मन का वास्तविक मनुष्य प्रकट होता चला जायेगा। इसी मानवता को हमें जीवित रखना है। ब्रह्मज्ञान द्वारा हर पल में इस परमात्मा का अहसास करते हुए भक्ति भरा जीवन जीना है।समागम के तृतीय दिन का मुख्य आकर्षण एक बहुभाषीय कवि दरबार रहा जिसमें ‘सुकूनः अंतर्मन का’ विषय पर मराठी, हिन्दी, कोंकणी, पंजाबी, भोजपुरी, अंग्रेजी एवं उर्दू भाषाओं में 22 कवियों ने अपनी कवितायें प्रस्तुत करी। जिसका आनंद सभी श्रोताओं द्वारा प्राप्त किया गया और सभी ने प्रशंसा करी।समागम के अंतिम सत्र में संत निरंकारी मंडल के मेंबर इंचार्ज (प्रचार प्रसार) श्री मोहन छाबड़ा ने सतगुरु माता जी एवं निरंकारी राजपिता जी का नागपुर की नगरी में संत समागम की सौगात प्रदान करने के लिए हृदय से आभार प्रकट किया और साथ ही महाराष्ट्र के आगामी 58वें संत समागम की जानकारी देते हुए बताया कि अगला निरंकारी संत समागम पूणे शहर की धरा पर आयोजित होगा।

panchkula police

Police Files, Panchkula – 31 January, 2024

अनसुलझी वारदातों को लेकर ग्राम प्रहरियो को किया सर्तक : डीसीपी लॉ एंड आर्डर

  • ग्राम प्रहरी अपने निर्धारित इलाके में अपराध और अपराधियों पर नज़र रखेगा और प्राथमिकता के साथ अपराध को रोकने का काम करेगा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 31 जनवरी :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्रर शिवास कबिराज के नेतृत्व में पुलिस उपायुक्त कानून व्यवस्था मुकेश मलहोत्रा नें अपराधो नियंत्रण को लेकर हेतु सभागार कार्यालय पुलिस आयुक्त पंचकूला में सभी ग्राम प्रहरियों के साथ मीटिंग का आयोजन ।

पुलिस उपायुक्त नें मीटींग के दौरान सभी ग्राम प्रहरियो को निर्देश देते हुए बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में पुलिस महानिदेशक श्री शत्रूजीत कपूर के निर्देशानुसार ग्राम प्रहरी नियुक्त किए हुए है जो ग्राम प्रहरी अपनें अपनें क्षेत्र में मौजूद रहकर हर प्रकार की गतिविधि बारे जानकारी रखेंगें और जैसे जुआ खेलना, अवैध शराब व नशे तस्करी, अवैध हथियार, अन्य असामाजिक गतिविधियों पर निगरानी रखेंगें क्योकि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण में ग्राम प्रहरियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है और वह गाँव व शहरी क्षेत्र में वह रक्षक के रुप मे तैनात होकर हर प्रकार की छोटी-बड़ी सूचना देकर कानून व्यवस्था सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं ।

  • नशा मुक्त को लेकर दिए निर्देश

पुलिस उपायुक्त नें बताया कि नशा मुक्त को लेकर हर ग्राम प्रहरी निर्देश देते हुए बताया कि समाज को नशा मुक्त बनानें के लिए समाज के सहयोग की आवश्यकता है और हर ग्राम प्रहरी अपनें अपनें इलाका क्षेत्र के लोगो के साथ तालमेल बनाकर अवैध शराब, नशा बेचनें तथा नशा करनें वालों की सूची तैयार करके उच्च अधिकारियों के सज्ञान में रखेंगें ताकि इस प्रकार की व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करके समाज का नशा मुक्त बनाया जा सके । पुलिस उपायुक्त नें बताया कि थाना स्तर पर थाना प्रभारी युवा पीढी को नशे से बचानें के लिए नशे के पीछे ना जाकर खेलो के प्रेरित कर रहे है ।

  • अनसुलझी अपराधिक वारदातों को लेकर ग्राम प्रहरियो को किया सचेत 

लिस उपायुक्त नें मीटींग के दौरान सभी ग्राम प्रहरियों को पिछले सप्ताह हुई अपराधिक अनसुलझी वारदातों को लेकर ग्राम प्रहरी प्रणाली के तहत कार्य करके वारदातो को जल्द से जल्द वारदातों को सुलझानें हेतु निर्देश दिए और आगे अपनें अपनें अधीन क्षेत्र में लगातार मौजूद होकर निगरानी रखें । ताकि आगे किसी प्रकार की वारदात ना हो ।

इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त नें बताया कि हमारी अपराध विशेष शाखाएं क्राईम ब्रांच सेक्टर 19, क्राईम ब्रांच सेक्टर 26, डिटेक्टिव स्टाफ वारदातों में लगातार प्रयास कर रही है जो जल्दी ही वारदातो का खुलासा किया जायेगा परन्तु इसके साथ इन शाखाओं के लिए इन वारदातों के सबंध में अन्य जानकारी हेतु ग्राम प्रहरियो के साथ मीटिंग करके निर्देश दिए ताकि ग्राम प्रहरियो के सहयोग से वारदातों का अन्जाम देनें वालें आरोपियो को जल्द गिरफ्तार किया जा सके ।

पुलिस उपायुक्त नें बताया कि आमजन के लिए पुलिस नें नशा मुक्त को लेकर एक व्टसअप नम्बर 708-708-1100 जारी किया हुआ है जिस पर कोई भी आमजन व्यक्ति नशे सबंधी किसी भी प्रकारी की सूचना इस नम्बर पर व्टसअप के माध्यम से भेज सकता है सूचना देनें वालें व्यक्ति का नाम पता गुप्त रखा जायेगा और सटिक जानकारी प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा उचित इनाम भी दिया जायेगा । इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि नशा मुक्त व अन्य अपराधिक गतिविधि पर नियंत्रण पानें के लिए समाज के सहयोग की आवश्यकता होती है अगर किसी भी प्रकार कोई सूचना व जानकारी हो तो इस बारे पुलिस को सूचित करें ।

मीटींग के दौरान एसीपी क्राईम अरविंद कम्बोज, इन्सपेक्टर डिटेक्टिव स्टाफ निर्मल सिंह, इन्सपेक्टर मोहिन्द्र सिंह ढाण्डा क्राईम ब्रांच सेक्टर 19 पंचकूला, इन्सपेक्टर गुरमेल सिंह क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 पंचकूला, सभी ग्राम प्रहरी मौजूद रहें ।

  BioNEST-Panjab University organised the “National Start-up Day: Start Something New”

Demokratic Front, Chandigarh – 31 January :

  BioNEST-Panjab University organised the “National Start-up Day: Start Something New”

BioNEST Panjab University has always been driven by the vision of turning ideas into reality. As a part of the Make-in India and Atma Nirbhar Bharatcampaigns, Prof. Rohit Sharma, Project Leader, BioNEST, Panjab University, Chandigarh is dedicated to promoting a start-up culture in India. BioNEST celebrated National Start-up Day with the inspiring vision of Starting Something New. The session was graced by the presence of Mr. Vineet Khurana, a startup builder, Vice President of Chandigarh Angels Network and social capitalist with over 14 years of industry experience in building and scaling startups from the ground up.

He shared his journey with the teachers, students, innovators, and future entrepreneurs, how he started in his early days with a simple engineering degree and how he found himself more inclined towards building a start-up and enterprise. He said that he has been contributing towards the start-up ecosystem from 2010 and has always helped start-ups and entrepreneurs in overcoming their value of death from their initial days. He encouraged the innovators to keep moving forward with their ideas to believe in them even if someone says its not possible because not everyone is going to understand their idea. He shared stories of his start-ups who have become large successful enterprises. He provided a major tip for pitching your idea in front of investors that’s being confident in your speech. It’s the confidence of innovator that attracts investors to invest in their idea.

The event was also honored by the presence of Prof. Navdeep Goyal, Dean Faculty of Sciences and Prof. Kewal Krishan, Dean, International Students of Panjab University, Chandigarh. They both inspired the audience and shared their views on how in previous times start-ups were looked down and how there were limited families who would support them. They both concluded that now the times have changed and every laboratory is doing innovations and pushing their innovators towards entrepreneurship and economy elevation.

BioNEST had small Innovator ki Kahani segment where Dr. Sudhir P. Singh, Scientist D, CIAB, Mohali shared his journey how he created alternative for diabetic and obese patients with his first student who has now joined ICT, Mumbai as Scientist C. He was joyed to share that they have transferred their technology to industry. They also shared the collaboration of NABI and CIAB where they will be setting up scale up bio manufacturing unit.He was also felicitated with the Technology Transfer award at the event.

There were some pitches done by the innovators at the event where pitchers talked about their MAD ideas and the dignitaries on the dice bombarded them with their valuable insights related to scientific upgradation of their idea, having a proper market research about an idea, having to address a good problem statement and being open about the idea and criticism.

BioNEST gave awards to its innovators who have contributed significantly in the journey of BioNEST from last 5 years. Among them were some established industries like M/s Biobridge Healthcare Solutions Pvt. Ltd., Pune and M/s Bioage equipments and services, Mohali who were awarded for their innovation and being an invaluable incubatee at BioNEST, Panjab University, Chandigarh. Start-ups such as This Life Matters Pvt. Ltd. and Jaggercane superfoods Pvt. Ltd. were also felicitated with the commercialization award. Mrs. Shivanshi Vashist was felicitated with IP award for filing 7 patents in just five years. The last award i.e., The All-Rounder award was presented to Ms. Shallu Goyal for her consistent efforts for being an active researcher, innovator, an achiever in scientific, Intellectual property and administrative fields.

The event concluded with the remarks of Prof. Rohit Sharma how he has guided, mentored, hand held the innovators for achieving their goals and how BioNEST has played a massive role in creating an entrepreneurial system at northern region of India. The event was conducted to bridge a gap between a Venture capitalist and innovators that have a decent product for scale up and that wants to increase their market size.

Prestigious Life-Time Achievement Award for Prof. Bhoop

Chandigarh January 31, 2024

PRESTIGIOUS LIFE-TIME ACHIEVEMENT AWARD FOR PROF. BHOOP

Professor Bhupinder Singh Bhoop has recently been chosen by Punjab Academy of Sciences (PAS)for conferment of the prestigious “Lifetime Achievement Award of the Academy” for “immense” contribution in the field of Sciences, especially extensive pioneering research work in Pharmaceutical Sciences on novel and nano structured drug delivery systems using Quality by Design (QbD) paradigms. In a communique received from PAS yesterday, the said award will be conferred upon Dr Bhoop at the inaugural function of 27th Punjab Science Congress to be held on 7th February 2024 at Desh Bhagat University, Mandi Gobindgarh (Punjab).He will be the first-ever pharma scientist to be bestowed with this coveted Award by the Academy,since its inception in 1996.

Globally renowned for his research work on QbD-enabled development of drug nanoc arrier systems, Professor Bhoop has to his credit over430 publications including 16 books, 8 patents (3 granted) and tech. transfers of three nanotech-based drug delivery products to Pharma industry. A widely travelled scientist, he has delivered over 375 invited talks and onsite workshops in India and overseas, thus training thousands industrial scientists from leading pharma industrial hoouses. He has duly trained over a thousand industrial scientists under his guidance through various onsite industrial training seminars, workshops and scientific forums. He has guided over 110 researchers, including 34 Ph.D.’s and 11 post-doctorates, and has earned research grants of over 7.30 crores from the governmental and corporate sectors. Based on his quantum and quality of the published work, he has adorned among Top 2% of Scientists of the World (by Stanford University, USA), in 2020, 2021, 2022 and 2023, on the basis of career-long performance as well as last one year’s performance.

His work has decorated Prof Bhoop with numerous awards & accolades like, Leading Educators of World (UK) 2007, Pharma Buzz Personality Award 2008, Shiksha Rattan Puruskar 2008, Innovative Scientist Award 2012 (CIIPP), QbD& Product Performance Award 2012 & 2013 (Amer. Assoc. Pharm. Scientists, USA), QbD Excellence Award 2013 (CPhI-Asia), Outstanding Scientist Award 2014 (SelectBio, UK), Pharma QbD Outstanding Performance Award 2014 (Stat-Ease, USA), BharathiVidyapeeth APTI Pharmacy Teacher Award 2014, Prof Baichwal Oration Award 2015 (ICT, Mumbai), Scientist Par-Excellence Award 2015 (Minitab, UK), Eudragit Award 2015 (Germany), Prof Rai Oration Award 2015 (GNDU, Asr), HT Performer of 2015, Innovative Healthcare Researcher Award 2016 (WWA‎), Name in Science Award (EBA, Oxford, UK) 2016, Prof DVS Jain Best Scientist Award 2018, Global QbD Excellence Award 2019 (Shengie, China), Elsevier Best Research Paper Awards 2020 & 2021, Pharma Lok Excellence Award 2021, Scientific Innovation Award 2023 (CIIPP), Science Distinction Award 2023 (CHASCON), Chitkara University Excellence Award 2023, and many more. He has been on the Expert Panels of UGC, NBA, NAAC, AICTE, PCI, DST-SERB, DBT, UPSC, PPSC, Commonwealth Secretariat, and scores of prestigious universities in India and abroad…

At Panjab University, he has been Chairman – University Institute of Pharm. Sciences (UIPS, 2014-17), Fellow & Member – University Senate & Syndicate (2012-16), Dean – Faculty of Pharm. Sciences (2012-14), and Dean Alumni Relations (2007-11). He has also been the Coordinator of UGC Centre of Advanced Studies (CAS) in Pharm. Sciences (2011-18), and Founder-Coordinator of National UGC Centre for Excellence in Nano Biomedical Applications (2011-2020).  Besides being a Hony. Visiting Professor at UIPS, PU, he is currently serving as an Emeritus Professor at Chitkara University too.

Founded in 1996,Punjab Academy of Sciences (PAS) has been serving on strengthening and collating the activities of various scientists working in universities, colleges and other institutions in India esp.in North India. It is a registered body under Society Act with around2000 Life Members today. The Punjab Science Congress is held every year, where large numbers of scientists meet and present their research papers in different disciplines of science. Under the constitution of the Academy, Honorary Fellows are elected and Life Time Achievement Award presented to the scientists among the region,who have made immense contribution to the development of research in various scientific fields and those who have worked for promotion of scientific temper in the society. Since 2002, the Academy is holding “Children Science Congress” for the students of 10+2 classes too. The academy is also bringing out an annual journal of scientific research, viz. “Journal of Punjab Academy of Sciences”.

भाजपा सरकार द्वारा हर वर्ग को ध्यान में रखकर पेश किया जा रहा है बजट : नीतिन कपूर

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 31  जनवरी

भाजपा जिला उपाध्यक्ष नितिन कपूर ने बजट पर बात करते हुए बताया कि सरकार हर साल प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए सरकार बहुत ही शानदार बजट दे रही है। शिक्षा,स्वास्थ्य,रक्षा,सड़क,सोलर एनर्जी,से लेकर प्रत्येक वर्ग आज सरकार की ओर से संतुष्ट नजर आ रहा है। गरीब का उत्थान करने के लिए सरकार वचनबद्ध है। कपूर ने कहा कि आने वाला बजट लोगों को नई उम्मीद नई ऊर्जा प्रदान और देश की आर्थिक प्रगति को नई गति प्रदान करेगा। ऐसा सरकार पर पूर्ण विश्वास है। नितिन कपूर ने बताया कि भाजपा सरकार का उद्देश्य समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक हर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना है। 2014 से लेकर वर्तमान समय तक मे सरकार की ओर से देश के हर वर्ग का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। इसी प्रकार बजट की दृष्टि से हर बार भाजपा सरकार द्वारा आर्थिक रूप नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं ताकि देश की आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत हो सके।

ज्ञानवापी में हिंदू पक्ष को मिला तहखाने में पूजा का अधिकार

जिला प्रशासन को 7 दिन के अंदर यहां पूजा पाठ की व्यवस्था करने का आदेश दिया है। दिसंबर 1993 में राज्य की मुलायम सिंह यादव सरकार के मौखिक आदेश पर तहखाने में पूजा पाठ पर रोक लगाते हुए तहखाने को सील कर दिया गया. बाद में इसकी बेरिकेटिंग भी कर दी गई। व्यास जी यानी सोमनाथ व्यास ने अपने 2 साथियों रामरंग शर्मा और हरिहर पांडेय के साथ मिलकर ज्ञानवापी परिसर में रकबा संख्या 9130, 1931 और 1932 के अधिकारी संबंधी याचिका डाली। ज्ञानवापी परिसर में दो तहखाने हैं। इसी के ऊपर ज्ञानवापी मस्जिद बनी है।

माता श्रृंगार गौरी मंदिर और मुलायम सिंह यादव (फोटो साभार
  • सितंबर 1991 में केंद्र सरकार ने पूजा स्थल कानून बना दिया। ये कानून कहता है कि 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता। अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करता है तो उसे एक से तीन साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। 
  • अयोध्या का मामला उस वक्त कोर्ट में था इसलिए उसे इस कानून से अलग रखा गया था। लेकिन ज्ञानवापी मामले में इसी कानून का हवाला देकर मस्जिद कमेटी ने याचिका को हाईकोर्ट में चुनौती दी। 1993 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्टे लगाकर यथास्थिति कायम रखने का आदेश दिया था।
  • 24 जनवरी 2024 को जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाया। जिला जज ने वादी पक्ष को सर्वें रिपोर्ट दिए जाने का आदेश दिया।
  • 25 जनवरी 2024 को रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानवापी में मंदिर का स्ट्रक्चर मिला है। इस पर हिंदू पक्ष ने खुशी जताई। 
  • 31 जनवरी 2024 को वाराणसी जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को व्यास तहखाने में पूजा करने की इजाजत दे दी।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 31 जनवरी :

वाराणसी कोर्ट के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने हिन्‍दू पक्ष को ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजा पाठ की इजाजत दे दी है। इसके साथ ज्ञानवापी के तहखाने में 30 साल बाद हिंदुओं को पूजा का अधिकार मिल गया है। जिला जज के फैसले के बाद हिन्दू पक्ष में खुशी का माहौल है। कचहरी परिसर में हिन्दू पक्ष के वादियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया, तो वहीं कोर्ट के इस फैसले के बाद लोगों ने भी इसे हिंदुओं की बड़ी जीत बताते हुए कहा कि अभी तो पूजा का अधिकार मिला है, पूरा ज्ञानवापी भी हमें चाहिए।

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि यह फैसला हिन्दू समाज की बड़ी जीत है। ये हमारी विजय का पहला चरण है। बता दें कि व्यास परिवार को निर्वाणी अखाड़े ने ही वहां पूजा पाठ के लिए ताम्र पत्र दिया था।

जिला प्रशासन को आदेश दिया गया है कि बैरिकेडिंग लगाया जाए और और एक सप्ताह के भीतर पूजा-पाठ की व्यवस्था की जाए। ये तहखाना ढाँचे के नीचे है। मुस्लिम पक्ष इसे मस्जिद बताता है। अब यहाँ नियमित पूजा-अर्चना के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया है। हिन्दू पक्ष ने इसे बड़ी जीत करार दिया है। बता दें कि नवंबर 1993 तक पूजा होती थी। मुलायम सिंह यादव की सरकार ने पूजा-पाठ पर रोक लगा दी थी। शैलेन्द्र कुमार पाठक ने इस संबंध में याचिका दाखिल की थी, जिस पर अब फैसला आया है।

वहीं मुस्लिम पक्ष इस मामले में ‘वर्शिप एक्ट’ का हवाला देते हुए कह रहा था कि पूजा-पाठ की अनुमति यहाँ नहीं दी जा सकती है। लेकिन, कोर्ट ने हिन्दू पक्ष की याचिका स्वीकार कर ली। 17 जनवरी को ही ‘व्यास तहखाने’ को जिला प्रशासन ने अपने नियंत्रण में ले लिया था। ASI ने यहाँ सर्वे किया था, साथ ही साफ़-सफाई भी की गई थी। इसे ‘व्यास तहखाना’ कहा जाता है, क्योंकि सोमनाथ व्यास नामक पुजारी और उनका परिवार यहाँ 1993 तक पूजा-अर्चना करता आ रहा था।

हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि जिला प्रशासन व्यवस्था करेगा, वहाँ पूजा-पाठ शुरू हो जाएगी। इस फैसले के बाद ‘हर-हर महादेव’ के नारे भी लगे। उन्होंने इस घटना की तुलना 1986 के उस आदेश से की, जब केएम पांडेय ने यहाँ का ताला खुलवाया था। उन्होंने कहा कि वजूखाने का सर्वे अगला लक्ष्य है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोगों में उम्मीद जगी है कि काशी विश्वनाथ में भी उन्हें जीत मिलेगी।