डीएमसी कॉलोनी में खुली नगर निगम के दावों की पोल

राकेशशाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 08 जुलाई :

डीएमसी कॉलोनी निवासी नीरेंद्र चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नगर निगम ने दावा किया था कि चडीगढ़ सहित डीएमसी में रेनिग वाटर के गटर की साफ सफाई पूरी तरह से कर दी गई है।

  डीएमसी की सड़को ने एक दिन की वर्षा ने झील का रूप धारण कर डीएमसी के लोगो को बहुत परेशान किया वहां से गुजर रहे डीएमसी निवासियो का जलभराव होने के कारण कई लोग एक्सीडेंट होते होते बचे और लोगो की गाड़ियां बीच सड़क पानी मे ही बंद हो रही थी और लोग नागर निगम को कोसते दिखाई दिए।

    चंडीगड़ के प्रसासक व नगर निगम के महापौर से अनुरोध है कि इस सड़क पर रेनिग वाटर की संख्या बढ़ाई जाए या सड़क का लेवल चेक करवाया जाए ताकि भविष्य में कॉलोनी के लोगो को भारी वर्षा में मुशकिलों का सामना न करना पड़े।

वर्षा के दौरान तथा नदियों में पानी आने के समय नदियों में प्रवेश न करें लोग : एसडीएम सी जया शारधा

बारिश को देखते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओं नीतिश चंदेल ने लिया नदियों में पानी के बहाव का जायजा।

नन्दसिंगला, डेमोक्रेटिक  फ्रंट,  नारायणगढ़ – 08 जुलाई :

एसडीएम सी जया शारधा ने बारिस के मौसम को देखते हुए लोगों से अनुरोध किया है कि हैं कि वे वर्षा के दौरान तथा नदियों में पानी आने के समय नदियों के पास न जाएं और नदी में प्रवेश करके अपना जीवन संकट में न डाले। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से गुजरने वाली अधिकतर नाले तथा नदिया हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से शुरू होकर यहां से निकलती हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में बारिस होने पर उनमें पानी अचानक बढ जाता हैं। इसलिए पानी के दौरान एवं बारिश के दौरान नदियों में जाने से एहतियात बरते। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन द्वारा क्षेत्र से गुजरने वाली विभिन्न नदियों के पानी के बहाव पर नजर रखी जा रही हैं और इस बारे में सिंचाई विभाग, पटवारी, ग्राम सचिव को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है। एसडीएम ने बीडीपीओं व तहसीलदार तथा पीडबल्यूडी तथा सिंचाई विभाग सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीयों को बारिश के दौरान हाई अलर्ट पर रहने और अपने फिल्ड स्टाफ को सरपंचों के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में रहने और रिर्पोट सम्बंधित अपडेट देते रहने के निर्देश दिये गये है।

           उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये है कि वे बारिस के दौरान पानी की निकासी के उचित प्रबन्ध करने को कहा गया है ताकि लोगों को पानी के जमाव का सामना न करना पडे। एसडीएम द्वारा नारायणगढ शहर में साफ-सफाई एवं पानी की निकासी के लिए नगरपालिका प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं वहीं पर गांवों में इस कार्य के लिए खण्ड़ विकास एवं पंचायत अधिकारी को जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। इसके अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये है कि वे बारिश के दौरान पानी का जमाव न हो और पानी की निकासी से सम्बंधित सभी इंतजाम पूरे रखें तथा नदियों में पानी के बहाव पर नजर रखने के निर्देश दिये है।
    उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम को देखते हुए बिजली निगम के अधिकारी बिजली की उपलब्धता अनुसार बेहतर आपूर्ति करना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को कम से कम बिजली की समस्या का सामना करना पडे। इसके अलावा बिजली एवं पानी से सम्बंधित शिकायतों को भी अधिकारी व कर्मचारी ध्यान से सुने और उनका निवारण कर लोगों को संतुष्ट करें।
             एसडीएम ने उपमण्डल के लोगों से भी आग्रह किया हैं कि वे भी प्रशासन को सहयोग दें। उन्होंने लोगों से अपील की हैं कि वें वर्षा के मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा आस पास का वातावरण साफ सुथरा रखें ताकि कोई बीमारी न फैले।
        एसडीएम ने कहा कि बारिश के मौसम में सावधानी व स्वच्छता रखना ओर अधिक जरूरी हो जाता है। मलेरिया, ड़ेंगू एवं जापानी बुखार जैसी बीमारियां पानी के जमाव गंदगी के कारण होती हैं। जिनसे से बचाव के लिए सावधानी रखना बेहद आवश्यक हैं। उन्होनें कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर इस बारें में ग्रामीणों को जागरूक करें ताकि लोग बीमारियों से बच सकें।

बॉक्स- शिवालिक जन सेवाएं मण्डल(सिंचाई विभाग) के एसडीओं नीतिश चंदेल ने शनिवार को हुई वर्षा को देखते हुए क्षेत्र से गुजरने वाली नदियों में पानी के बहाव का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सुबह के समय नदियों में पानी का बहाव अधिक था जोकि दोपहर को फिलहाल कुछ कम हुआ है। फिर भी सावधानी रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के खेत नदियों के किनारे है, वे किसान खासकर खेतों में न जाएं और बारिश के रूकने व नदियों में पानी के कम होने का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली नदियों में पानी अचानक बढ जाता है और जोकि कई बार नुकसान दायक साबित होता है। उन्होंने बताया कि नदियों में पानी के बहाव पर नजर रखने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है। उन्होंने मारकण्डा, रूण, बेगना का निरीक्षण किया।
बॉक्स- एसडीओं ने कहा कि बारिश के दौरान नदियों में नैचुरली पानी आता है।  रूण नदी में सुबह 10.45 बजे गेज-5 फीट  पानी था और 5800 क्यूसिक सीएस पानी डिस्चार्ज था तथा 5.5 फीट गेज सात हजार क्यूसिक डिस्चार्ज। कालाआम्ब में मारकण्डा में सुबह 8.30 बजे गेज 4.20 मीटर पर पानी 43176 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज  था तथा दोपहर 2.15 बजे गेज 1 मीटर पर पानी 3680 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज था। कालाआम्ब में फिलहाल पानी का लेवल कम हो रहा है। लाहा नदी में सुबह 10.30 बजे गेज 1.30 मीटर पानी डिस्चार्ज था 3195 क्यूसिक। इसी प्रकार सुबह 10.40 बजे बेगना में लाहा साईट नम्बर 63, गेज 0.2 मीटर पानी डिस्चार्ज था 1147 क्यूसिक।

भारी बारिश के बावजूद लगाया भंडारा

डेमोक्रेटिकफ्रंट,  पंचकुला – 08 जुलाई :

श्री श्याम करुणा फाउंडेशन के 67वें भंडारे में आज सुबह से लगातार जारी बरसात के बाद भी भोजन करने वालों की भीड़ लगी रही। सैकड़ों लोगों ने इस भंडारे का लाभ उठाया। भंडारे का आयोजन पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में किया गया था।

श्री श्याम करुणा फ़ाउंडेशन के प्रधान सेवादार, अमिताभ रूंगटा ने इस अवसर पर कहा कि कड़ी धूप हो या बरसात, समय पर सबको भोजन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। आज सुबह से ही बरसात की झड़ी लगी थी, लेकिन अपने संकलप के अनुसार हम सब नियत स्थान पर भोजन की अपनी वैन लेकर पहुंचे, जहां छाता और पन्नी ओढ़े लोग हमें इंतजार करते मिले।

श्री श्याम करुणा फाउंडेशन के भंडारे का प्रबंधन करने वाली टीम में जिन वॉलंटियर्स का विशेष योगदान रहा, उनमें अनुपमा रूंगटा, चैतन्य रूंगटा, प्रगति रूंगटा, दीपाली रूंगटा, सुखपाल सिंह, सुरेश जांगरा आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।

उकलाना में अब पीने के लिए जल्द उपलब्ध होगा भाखड़ा का नीला पानी : श्रम मंत्री अनूप धानक

उकलाना के सामाजिक संगठनों ने श्रम मंत्री अनूप धानक का जताया आभार

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिकफ्रंट,  सूरतगढ़ – 08 जुलाई :

हरियाणा के श्रम मंत्री अनूप धानक शनिवार को उकलाना की पुरानी अनाज मंडी में जेजेपी कार्यकर्ता विजय गर्ग के प्रतिष्ठान पर पहुंचे। उकलाना पहुंचने पर नगर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने मंत्री अनूप धानक का जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर श्रम मंत्री ने नगर के व्यापारियों से मिलकर जन समस्याएं सुनी और उकलाना शहर में विकास कार्यों को लेकर चर्चा की।

श्रम मंत्री अनूप धानक ने कहा कि उकलाना शहर व उकलाना गांव में पीने के पानी की वर्षों से समस्या चली आ रही थी और उनका सपना था कि उकलाना शहर व गांव के लोगों को भाखड़ा नहर से पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध हो। इसके लिए उन्होंने भरपूर प्रयास किया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिलकर पीने के पानी की लाइन के लिए लगभग साढ़े 6 करोड़ की राशि मंजूर करवाई। भाखड़ा नहर से पीने के पानी की लाइन तथा वाटर टैंक बनाने के कार्य का शुभारंभ हो चुका है। जल्दी ही पाइप लाइन बिछाने व वाटर टैंक बनाने के कार्य को पूरा करवाकर उकलाना के लोगों को भाखड़ा नहर का स्वच्छ पानी पीने के पानी उपलब्ध होगा। जिससे वर्षों से चली आ रही पीने के पानी की समस्या का स्थाई समाधान होगा।

  उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चहुंमुखी विकास करवा रही है और सभी वर्गों को साथ लेकर जनहित में कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि उकलाना हलके की जनता के लिए उनके दरवाजे 24 घंटे खुले हैं और हर समय जनता की सेवा में तत्पर हैं। इस मौके पर पहुंचे उकलाना के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने भाखड़ा नहर से पीने के पानी की लाइन का शुभारंभ करने पर मंत्री अनूप धानक को स्मृति चिन्ह देकर व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और इसके लिए मंत्री अनूप धानक का जनता की ओर से धन्यवाद किया गया। इसके बाद श्रम मंत्री अनूप धानक ने उकलाना आवास पर पहुंचकर जनसमस्याएं सुनी और सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान करवाने के निर्देश दिए।

इस मौके पर जेजेपी हलकाध्यक्ष अनिल बालकिया, विजय गर्ग, राजेन्द्र महिपाल, वाईस चेयरमैन हरीश गर्ग, गुलशन आहूजा, विनोद जैन, जगदीश गोयल, रामदेव मित्तल, महेंद्र सोनी,  सत्यभूषण बिंदल, दिलबाग इंदौरा, सुगन गोयल, सज्जन सोनी, राधाकिशन सोनी, रोशन मित्तल, मनोज गर्ग, अमर लोहिया, निरंजन दहमनिया, नरेंद्र गर्ग, बबलु गोदारा, सतीश पूनिया, संदीप कुंडू, जगदीप कुंडू, धूप सिंह, नेकीराम, भूरिया, राजाराम, नरेश पूनिया, मा. रामफल सहरावत, होशियार सिंह, बिंदर, रामकिशन आदि मौजूद रहे।

हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष  ने पिंजौर के यादविन्द्रा गार्डन में 30वें मैंगो मेले के दूसरे दिन का दीप प्रज्जवलित कर किया  शुभारंभ

नन्दसिंगला, डेमोक्रेटिक  फ्रंट,  पंचकुला – 08 जुलाई :

हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने आज पिंजौर के यादविन्द्रा गार्डन में पर्यटन विभाग तथा बागबानी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 30वें मैंगो मेले के दूसरे दिन दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर शिवालिक बोर्ड के वाइस चेयरमैन ओम प्रकाश देवीनागर  भी मोजुद थे

              श्री गुप्ता ने कहा कि आम फलों  का राजा है, लोगो का मेले के परती उत्साह देखते हुए अब की बार दो दिन की बजाय तीन  दिन का आम मेला उत्सव मनाया जा रहा है।इस बार मैंगो मेले में आम की लगभग 500 किस्में देश भर से प्रदर्शित की गई हैं और मेले में हरियाणा के साथ-साथ अन्य प्रदेशों के आम उत्पादकों ने भी अपने आम की विभिन्न किस्मों को यहां प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन से लोगों की आम की किस्मों के प्रति रूचि और रूझान बढेगा और उनकी जानकारी में भी वृद्धि होगी।

            इससे पूर्व श्री गुप्ता ने मेले का दौरा किया तथा आम की विभिन्न स्टॉलों पर जाकर मेले में आए आम उत्पादकों से बातचीत की तथा फलों के राजा आम का स्वाद चखा। आज के कार्यक्रम में हिमाचल के पुलिस ऑर्केस्ट्रा बैंड  द्वारा प्रस्तुति दी गई। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने आम मेले में पहुंच कर मेले का लुत्फ उठाया। 

श्री गुप्ता ने  आयोजकों को बधाई देते हुए  कहा की पिंजौर के इस ऐतिहासिक स्थल पर किसानों सहित आम उत्पादकों के कौशल का प्रदर्शन मेरे लिए खुशी के बात है। इस तरह के मेलों का आयोजन कर किसानों को आम की अधिक से अधिक किस्मों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

        इस अवसर पर  हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन डॉक्टरअरविंद यादव,हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबध निदेशक नीरज कुमार, एसडीएम कालका रुचि सिंह बेदी सहित पर्यटन व बागबानी विभाग के संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

नेताजी को 5 महीने और ढोह लें यानि अपनी पीठ पर लादे रहें

विधायक पसंद नहीं,आपकी बनती नहीं है, आपका काम नहीं कर रहे,आपसे बुरा बर्ताव कर रहे हैं,आपकी बात को तवज्जो नहीं दे रहे, आपसे मिलने नहीं आते,आपकी नजरों में सबसे बुरे हो गए हैं,तो अब समझदारी से काम करें। 

Bad Leader – When Management Is Disliked By Employees - Insperity

करणीदानसिंहराजपूत, डेमोक्रेटिकफ्रंट,  सूरतगढ़ – 08 जुलाई :

 साढे 4 साल नेताजी को सिर पर बिठाया, नेताजी को ढोया तो  तो 5 महीने और ढोह लें। 

 उनकी बातों का बुरा लगता है तो उनसे मिलना कोई जरूरी नहीं। थोड़ा काम आपका है तो अब नेताजी के पास जाना भी व्यर्थ है अब कोई काम करवा भी नहीं सकते, तब उनके पास चक्कर लगाने के बजाय यह सोचे कि एक-एक दिन गुजार कर चुनाव तक पहुंचना है।

* नेताजी की कड़वी बात मीठी हो नहीं सकती सब अब 5 महीने के लिए उनसे बातचीत क्यों की जाए?  बंद करें बातचीत। 

नेताजी को आप अच्छी तरह से जानते हैं कि वह सुधर नहीं सकते। आपको मालूम था कि नेताजी का स्वभाव कैसा है?  मीठा पन उनके पास भी नहीं है फिर भी आपने वोट दिया! नेता जी को जिताया। नेताजी के साथ गुलाल खेली और नेता जी आपके साथ गुलाल से तो नहीं रेत से खेलते रहे हैं। नेता जी जो रेत डाल रहे हैं तो उनसे बहस करना भी बेकार है। आप पर  रेत गिर गई है तो बहस करने के बजाए अच्छा है कि घर जाकर के नहा लें। 

नेताजी को 5 महीने और ढोह लें। पांच महीने बाद तो स्थिति यह हो जाएगी कि नेता जी से कोई बात नहीं करेगा, लेकिन यह स्थिति आज से ही पैदा कर ली जाए तो बुराई नहीं है।

*  नेता जी आपके पास आ कर के बैठे,आपसे बात करना चाहें,तब भी आप बात नहीं करें और उठकर कहीं दूसरी जगह बैठ जाएं। इसके अलावा और कोई चारा नहीं है।

* जब कभी सामाजिक कार्यों में धन संग्रह की आवश्यकता हुई। चंदा इकट्ठा किया गया। नेताजी ने तो एक रूपया नहीं दिया तो फिर उनको नेता मानते क्यों हैं? 

नेता जी के आने पर नमस्कार करने की कहां जरूरत है?  अपनी कुर्सी छोड़ करके उनको बिठाने की कहां जरूरत है?  जब उन्होंने आपको नहीं जाना। जब उन्होंने जनता को नहीं जाना। काम पड़ने पर आपको नहीं पहचाना। तब उनके लिए कुर्सी छोड़ करके खड़ा होना बिल्कुल ही जरूरी नहीं है।

* नेताजी के कोठी पर आवास पर निवास पर जाने की आदत है तो उसे बदलने की भी जरूरत है। अच्छा है कि आप अपने आप को सुधार लें। नेता जी की स्थिति तो यह होने वाली है कि वह कमरे में अकेले बैठेंगे। बरामदे में अकेले बैठेंगे। अभी भी पावर नहीं है तब उनके यहां जाना और हाजिरी लगाना भी जरूरी नहीं।

 आप कोठी पर जाएं और नेता जी आपसे बात ही नहीं करें तो फिर आपका उनके यहां जाने का भी कोई अर्थ नहीं रहता। किसी को भी  सम्मान देना नेताजी की आदत में नहीं। नेताजी कार्यकर्ताओं को कुछ भी नहीं समझ रहे। समझते होते तो बात करते अपने पास बिठाकर चाय पानी का पूछते। मगर उन्होंने तो अपने बराबर आपको बिठाने के लिए कभी कुर्सी चारपाई तक नहीं रखी। नेताजी के सामने या तो खड़े रहो या फिर सामने बिछी हुई दरी पर या पथरने पर बैठो।

 नेताजी अपने बराबर बिठाते नहीं। यह उनकी आदत नहीं है। फिर भी जाना है तो  नीचे बैठने की आदत डालो।

👍 लेकिन सबसे अच्छा है कि अब 5 महीने के लिए यह कार्य क्यों किया जाए? अब तक बैठ लिए नीचे तो अब आगे से नीचे बैठने की जरूरत नहीं है।

👍 आप मान लें। दिमाग में बिठालें। नेताजी फिर से सत्ता में आने वाले नहीं हैं। फिर से उनकी जीत होने वाली नहीं है। फिर से उनको टिकट मिलने वाली नहीं है। तो फिर आपको नेताजी से अपने संपर्क जितनी जल्दी खत्म कर सकें उससे पहले खत्म कर लेने चाहिए।

नेताजी झोंपड़ी का पट्टा बनाने साथ नहीं थे। जब  उजाड़ी गई तब बचाने में नहीं थे। हर काम पैसे दे देकर कराया। नेताजी कभी देश के नाम पर,कभी जाति धर्म के नाम पर अपनी हाजिरी भरवाते रहे और पार्टी का झंडा पकड़वाते रहे। जयकारे लगवाते रहे। लेकिन नेताजी ने दिया क्या? वे ठगते रहे और तुम ठगाते रहे। तुम मूर्ख बनते रहे।

अब तो अक्ल वाला काम करलो।

* और यह पार्टी वार्टी का झंझट भी छोड़ो। पार्टी  का क्या करोगे? नेताजी बदलते रहे मालामाल होते रहे और तुम्हें भक्ति का पाठ पढाते रहे।

* वैसे तो संपर्क कभी किसी से खत्म करने नहीं चाहिए, लेकिन जब नेता जी ने आपको कुछ समझा ही नहीं तब संपर्क रख कर भी क्या करेंगे। ०0०

सूरतगढ़ जिला बनाने की मांग पर मुख्यमंत्री की पूजा छाबड़ा से वार्ता

मुख्यमंत्री से सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान पर वार्ता होगी। कुछ 11:00 बजे के आसपास पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ मिल कर के गए थे। उसके बाद बुलावा आया है। पूजा छाबड़ा सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान के तहत अन्न छोड़े हुए काफी दिन हो गए हैं। सूरतगढ़ के गांव में बीमार होने के बाद 1 जुलाई को सूरतगढ़ से जयपुर रेफर की गई और 2 जुलाई से उनका इलाज जयपुर में S.M.S. आईसीयू में चल रहा है।

इलाज जयपुर में S.M.S. आईसीयू में चल रहा है

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  सूरतगढ़ – 08 जुलाई :

शहीद गुरुशरण छाबड़ा को मित्र मानने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पूजा भारती छाबड़ा के सिर पर हाथ फिराते सूरतगढ़ जिला बनाओ मांग पर भरोसे की वह स्टेज आई जब गहलोत ने कहा कि नये जिलों की घोषणा होती है तो सूरतगढ़ पर प्राथमिकता से विचार होगा। इस भरोसे पर पूजा का अन्न त्याग अनशन गहलोत ने जूस पिला कर समाप्त करवाया। 

सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग पर यह वार्ता आश्चर्य भरी रही। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूजा छाबड़ा दोनों व्हील चेयर पर थे। गहलोत के पैरों पर पट्टियां और पूजा के हाथों पर पट्टियां। पूजा छाबड़ा अशोक गहलोत को भाई साहब कह कर बात करती रही और अशोक गहलोत ने बीसियों बार पूजा के सिर पर हाथ फेरते बात की। दोनों ने एक दूसरे के स्वास्थ्य की पूछ की और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

गहलोत ने कहा आप स्वस्थ हो जाएं मैं भी स्वस्थ हो जाऊं। तब रामलुभाया जी को कह दूंगा और आप, बाबूसिंह बृजलाल जी और उनसे मिल कर  वार्ता कर लेना और दस्तावेज आदि जो हों वे दे देना। पूजा छाबड़ा अत्यधिक कमजोरी के कारण कम बोल पाई। 

मुख्यमंत्री के तौरतरीके से सूरतगढ़ जिला बनने की संभावनाएं और अधिक मजबूत हुई।

इस वार्ता में गुरूशरण छाबड़ा और पूजा छाबड़ा के आंदोलनों के साथी बाबूसिंह खीची एवं बृजलाल कड़वासरा( मानकसर) और छाबड़ा जी के पुत्र पूजा के पति गौरव छाबड़ा मौजूद थे। 

यह वार्ता करीब एक घंटा चली। सूरतगढ़ जिला बनाओ वार्ता का मुख्य बिंदु था। शराबबंदी नशामुक्ति आंदोलन चलाती पूजा छाबड़ा सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान कैसे चलाने लगी? अशोक गहलोत ने यह बिंदु बड़ा माना। 

उन्होंने सराहना की और कहा कि गुरूशरण छाबड़ा जी का संकल्प पूरे देश में फैला दिया। 

पूजा ने कहा कि छाबड़ा जी के साथ हुए समझौतों को आप लागू करवाएं। पूजा ने कहा कि बिहार में शराबबंदी की मेरे वहां दौरे और अध्ययन की रिपोर्ट राजस्थान सरकार को दी हुई है उस पर विचार कर राजस्थान में भी वैसे ही कदम उठाए जाएं। शराब की आमदनी के बिना भी बजट बनता है और सभी सरकारी काम चल रहे हैं। गहलौत ने उक्त रिपोर्ट का अध्ययन करने विचार करने का आश्वासन दिया।

गहलोत ने बातचीत में स्व.गुरूशरण छाबड़ा को भी याद किया। छाबड़ा जी परिवार की नजदीकियां सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग पर प्रभाव डाल सकती हैं।

सन् 2018 में काग्रेस सरकार बनने के बाद 2019 में पहला बजट पेश करते हुए गहलोत ने कहा मेरे मित्र गुरूशरण छाबड़ा के नाम पर सूरतगढ़ राजकीय महाविद्यालय का नाम स्व.गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महा विद्यालय करने की घोषणा करता हूं। 

* पूजा छाबड़ा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हुई इस जिला संबंधी वार्ता और भविष्य के निर्णय से सूरतगढ़ के जिला बनाने की संभावनाएं लग रही है। इस वार्ता से पूजा छाबड़ा  और उसके प्रभाव की चर्चा जोरों पर है। इससे

सूरतगढ़ की राजनीति निश्चित ही प्रभावित होगी।

पीएमटी में महिलाओं की छाती नापने के फैसले का भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया विरोध

 कहा- आपत्तिजनक और अपमानजनक है फैसला, तुरंत वापिस ले सरकार

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 08 जुलाई :

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने फॉरेस्ट रेंजर और डिप्टी रेंजर पद के लिए होने वाली भर्ती में महिला उम्मीदवारों की छाती नापने वाले फैसले पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं बल्कि देश की हर महिला को ऐसे फैसले पर आपत्ति है। बीजेपी-जेजेपी सरकार ऐसे अपमानजनक और आपत्तिजनक फैसले को वापिस लेना चाहिए। इससे पहले भी भर्तियां होती आई हैं। लेकिन आजतक कभी पुलिस की भर्ती में भी ऐसे आपत्तिजनक मापदंडों को नहीं अपनाया गया।

हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के जरिए पहले भी ऐसे विवादित कार्यों को अंजाम दे चुकी है। एक भर्ती के पेपर में आयोग ने एक समाज बेटियों के विरूद्ध अपमानजनक सवाल पूछा था। ऐसा लगता है मानो महिलाओं का अपमान बीजेपी-जेजेपी की नीति बन गई है। देश का मान बढ़ाने वाली पहलवान बेटियों के साथ भी सरकार का रवैया बेहद निराशाजनक रहा। 

अपने आवास पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे हुड्डा ने राहुल गांधी के अचानक सोनीपत के किसानों के बीच पहुंचने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जमीन से जुड़े हुए नेता हैं। वो जनता से सीधे संवाद में विश्वास रखते हैं। राहुल गांधी किसानों की समस्याओं को जानते और समझते हैं। इसलिए कांग्रेस लगातार किसानहित में नीतिगत फैसले ले रही है। हुड्डा ने बताया कि जब पार्टी ने रायपुर महाधिवेशन में किसानों के मुद्दे पर मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी तो उसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। कांग्रेस ने किसानों को कर्जा माफी से कर्ज मुक्ति तक लेकर जाने और उन्हें एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

इसके साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि भिवानी में होने वाले विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कार्यक्रम ऐतिहासिक साबित होगा। कांग्रेस लगातार ‘विपक्ष आपके समक्ष’, हाथ से हाथ जोड़ो अभियान और जन मिलन समारोह के जरिए जनता के बीच पहुंच रही है।

पत्रकार संघ द्वारा आगामी गतिविधियों के संबंध में हुई  चर्चासवास्थ्य जांच शिविर का किया जाऐगा आयोजन

वरिन्दरजिन्दल, डेमोक्रेटिकफ्रंट, कालांवाली- 08 जुलाई :

 उपमंडल पत्रकार संघ कालांवाली की एक विशेष बैठक शहीद भगत सिंह पब्लिक लाइब्रेरी में संघ अध्यक्ष जगतार सिंह तारी की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में संघ की गतिविधियों को तेज करने को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। 

इस मौके पर संघ द्वारा निकट भविष्य में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस के अलावा प्रवासी पत्रकार मिंटू बराड़ से भी रूबरू कार्यक्रम करवाने का निर्णय लिया गया।इस मौके पर संघ के संरक्षक व वरिष्ठ पत्रकार भूपिंद्र पन्नीवालिया ने कहा कि आजकल पत्रकारिता का पेशा बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है। इसलिए सभी पत्रकारों को ऐसी खबरों से बचना चाहिए जिसके उनके पास पुख्ता सबूत न हों। उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में जो पत्रकार सटीक और तथ्यपरक खबरें प्रकाशित करते हैं, उन पर लोग विश्वास करते हैं। इसलिए हमें समाज में अपना विश्वास बहाल करने के लिए ऐसी खबरें प्रकाशित करने से बचना चाहिए जिनका कोई आधार नहीं है।

इस मौके पर संघ के पूर्व प्रधान अशोक गर्ग औढां, मा. सुरिंदरपाल सिंह, हरविंदर सिंह गिल, बिल्लू यादव, संदीप जैन, जसपाल सिंह तग्गड़, सतीश गर्ग और अमित झुंझ मौजूद रहे।

थियेटर इन एजुकेशन विषय पर शिक्षकों के लिए चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

डेमोक्रेटिकफ्रंट, चंडीगढ़ – 08 जुलाई :

श्री अरबिंदो स्कूल ऑफ इंटीग्रल एजुकेशन, सेक्टर 27 -ए में शिक्षा में रंगमंच (थियेटर इन एजुकेशन) विषय पर चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जो हेड, डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड मास कम्युनिकेशन व डायरेक्टर, आईसी एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च सेंटर, पांडिचेरी विश्वविद्यालय की विदूषी डॉ. राधिका खन्ना की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

 थिएटर और शिक्षा दोनों में व्यापक विशेषज्ञता वाली अनुभवी फैसिलिटेटर के नेतृत्व में कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के विषयों को बताया  गया जिसमें शिक्षा में थिएटर का महत्व, थिएटर तकनीकों का प्रभावी एकीकरण, व्यावहारिक उदाहरण, केस अध्ययन, और थिएटर को लागू करने की चुनौतियाँ और अवसर शामिल रहे।

डाॅ राधिका खन्ना ने विभिन्न अभ्यासों के माध्यम से उपस्थित शिक्षकों  का कुशलतापूर्वक मार्गदर्शन किया जिससे आपसी संचार, आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और सहानुभूति को बढ़ाने में थिएटर की क्षमता को प्रदर्शित किया।

डाॅ राधिका ने उपस्थित सुविधाप्रदाताओं की उनके ज्ञान, आकर्षक प्रस्तुति और शिक्षकों को थिएटर को एक मूल्यवान शैक्षिक उपकरण के रूप में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया l शिक्षकों ने गतिविधि में भाग लेते हुए उसका एहसास महसूस किया और अपने व्यक्तित्व में बदलाव पाया।