पुंछ में ग्रेनेड अटैक से लगी थी सेना के ट्रक में आग, हमले में 5 जवान हुए शहीद

नॉर्दर्न कमांड हेडक्वार्टर की ओर से जारी बयान में बताया गया कि जवानों को लेकर ट्रक भिंबर गली से पुंछ की तरफ जा रहा था। बारिश हो रही थी। विजिबिलिटी भी काफी कम थी। आतंकियों ने इसी का फायदा उठाया। हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल भी हुआ है। उसे राजौरी में सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बयान में यह भी बताया गया कि शहीद हुए जवान राष्ट्रीय रायफल्स यूनिट के थे। उन्हें इस इलाके में आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशंस में लगाया गया था। इससे पहले सेना के एक अधिकारी ने बताया था कि जवानों की मौत ट्रक में आग लगने की वजह से हुई। शक यह भी जताया जा रहा था कि बिजली गिरने से ट्रक में आग लगी।

हमलावरों ने फायरिंग की, ग्रेनेड अटैक का भी शक; झुलसकर जवानों की मौत |  Indian Army Truck Fire Accident Video Update | Jammu Kashmir - Dainik  Bhaskar
आतंकी हमला भट्टा डूरियन जंगल में हुआ। यह इलाका पुंछ से 90 किलोमीटर दूर है

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, काश्मीर/पुंछ – 20 अप्रैल :

जम्मू कश्मीर के पुंछ में गुरुवार को भारतीय सेना के ट्रक में लगी आग की घटना आतंकी हमला थी. भारतीय सेना ने खुद इसकी पुष्टि की है। इस हमले में अब तक 5 सैनिकों के शहीद होने की खबर है। भारतीय सेना की ओर से इस हमले को लेकर बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में अज्ञात आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड के इस्तेमाल के चलते सेना के ट्रक में आग लगने की घटना हुई। आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के 5 जवानों की जान चली गई, जबकि एक घायल अस्पताल में भर्ती है, जहां उनका उचित इलाज किया जा रहा है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि “आज, लगभग 1500 बजे, राजौरी सेक्टर में भीम्बर गली और पुंछ के बीच चल रहे सेना के एक वाहन पर भारी बारिश और कम दृश्यता का फायदा उठाते हुए अज्ञात आतंकवादियों ने गोलीबारी की। आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड के इस्तेमाल के कारण वाहन में आग लग गई।”

उधर, इस आतंकी हमले की ज‍िम्‍मेदारी आतंकवादी संगठन पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट पीएएफएफ (PAFF) ने ली है। पीएएफएफ पाकिस्तान बेस्ड आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है। जो क‍ि पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है।

जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर तीन बजे के करीब पुंछ जिले के भाटादूरिया इलाके में सेना के एक वाहन को आग लग गई थी। इसमें पांच जवान शहीद हुए और एक घायल हुआ था। उसके बाद पूरे इलाके को घेर कर सर्च आपॅरेशन चलाया गया। घायल को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया। सेना और पुलिस की टीमों की तरफ से पूरे इलाके को घेर कर सर्च अभ‍ियान चलाया गया। उसके बाद शाम को सेना की तरफ से बयान दिया गया है।

इसमें सेना के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया कि सेना की आरआर का वाहन बिंबर गली से पुंछ की तरफ जा रहा था। तीन बजे के करीब इलाके में उस पर आतंकी हमला हुआ। तेज बारिश का फायदा उठाकर आतंकियों ने इस वाहन पर फायरिंग की। उसके बाद ग्रेनेड भी फेंके गए। इससे जवानों को संभालने का मौका नहीं मिला। इससे वाहन में आग लग गई और वाहन में मौजूद छह जवान चपेट में आ गए। इसमें पांच मौके पर ही शहीद हो गए। एक घायल को इलाज के लिए राजौरी के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

बताया गया कि यह वाहन इलाके में गश्त के लिए लगाया गया था। इस हमले के बाद पुलिस की तरफ से इस रूट को बंद करवा दिया गया है। लोगों को दूसरे रूट का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। पूरे इलाके में टीमों को सर्च आपॅरेशन में चलाया गया है।

दरअसल इस इलाके में पहले भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि आतंकियों का कोई ग्रुप इस इलाके में सक्रिय है। जिन्होंने गुरुवार को बारिश का फायदा उठाकर सेना के वाहन पर हमला किया है।

मानहानि मामले में राहुल गाँधी को राहत नहीं, 2 साल की सजा सूरत कोर्ट ने रखी बरकरार

राहुल गाँधी ने सूरत की सेशन कोर्ट में मानहानि मामले में 2 साल की सजा पर रोक की गुहार लगाते हुए याचिका दाखिल की थी, जिसे खारिज कर दिया गया है। यह फैसला जज रॉबिन मोगेरा ने सुनाया है। वह कभी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का मुकदमा लड़ चुके हैं। उन्होंने 2006 के तुलसीराम प्रजापति फेक एनकाउंटर केस को लड़ा था। उस वक्त अमित शाह गुजरात के गृहमंत्री हुआ करते थे।

सजा को चुनौती या सरेंडर का चलेंगे दांव? 5 points में समझें राहुल-कांग्रेस  की स्ट्रैटजी - rahul gandhi in surat pm modi surname defamation case surat  session court appeal congress ntc - AajTak

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट,गुजरात ब्यूरो – 20 अप्रैल :

कांग्रेस ने अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को गुजरात की एक सत्र अदालत से राहत नहीं मिलने के बाद गुरुवार को कहा कि वह इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग जारी रखेगी। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी पर कोर्ट का आज का फैसला गलत कानूनी आधार पर सुनाया गया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि अदालत के फैसले में सजा को निलंबित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, सभी कानून के आधारभूत आधार पर ये गलत है। सिंघवी ने कहा कि जितने भी कानूनी विकल्प है हम उनका उपयोग करेंगे। इसमें प्राथमिक है हाईकोर्ट में जाना। हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी तारीख अभी तय नहीं है।

काॅन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को सूरत की सेशन कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। 20 अप्रैल 2020 को सेशन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। याचिका में उन्होंने मानहानि मामले में 2 साल की सजा पर रोक की गुहार लगाई थी। राहुल गाँधी ने 2019 में कर्नाटक की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है’। इसके बाद बीजेपी नेता पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। सूरत की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने इसी साल 23 मार्च को काॅन्ग्रेस नेता को इस मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता भी चली गई थी।

जज मोगेरा ने इस मामले पर 13 अप्रैल को दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थीं और फैसला सुरक्षित रख लिया था। अब राहुल हाईकोर्ट में अपील करेंगे।

यह केस 2019 में बेंगलुरु में चुनावी रैली के दौरान दिए गए राहुल के बयान से जुड़ा है। राहुल ने रैली में कहा था कि हर चोर का सरनेम मोदी क्यों होता है। इस बयान पर गुजरात के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का केस दाखिल किया था। इस पर कोर्ट ने 23 मार्च 2023 को फैसला सुनाया था। इसके आधार पर अगले दिन राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।

अगर जज मोगेरा राहुल की याचिका मंजूर कर लेते तो उनकी संसद सदस्यता की बहाली का रास्ता खुल जाता।

कांग्रेस का बयान: 

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- यदि कोई समझता है कि राहुल गांधी की आवाज रुकेगी या झुकेगी, तो वो न राहुल गांधी को जानते हैं, न कांग्रेस को समझते हैं। राहुल गांधी अपनी आवाज पुरजोर तरीके से सबके सामने रखेंगे। हमारे पास जितने भी कानूनी विकल्प हैं, उनमें हम अपने अधिकार क्षेत्र का इस्तेमाल करेंगे।

जो OBC के अपमान की बात कह रहे हैं, अब उसका उल्टा असर हो रहा है। OBC वर्ग भी समझ चुका है कि मोदी जी और BJP राजनीतिक रूप से उनके नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं।

भाजपा का बयान: 

पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- पिछड़े वर्ग को गाली देकर गांधी परिवार को लगता था कि वो बचकर निकल जाएंगे, जो कि नहीं हो पाया। कोर्ट का फैसला गांधी परिवार के मुंह पर तमाचा है। आज सूरत की कोर्ट से सिद्ध होता है कि कानून सबके लिए बराबर है।

सूरत कोर्ट के 2 साल की जेल के फैसले के खिलाफ। 3 मई को सुनवाई

पहली एप्लिकेशन: जमानत दिए जाने की एप्लिकेशन। फैसले तक अंतरिम जमानत मिली
दूसरी एप्लिकेशन: 
अपील पर फैसला आने तक दोषी ठहराए जाने पर रोक। याचिका खारिज हुई

राहुल गांधी: सुनवाई के दौरान राहुल के वकील आरएस चीमा ने एडिशनल सेशन कोर्ट के जज आरपी मोगेरा को दलील दी थी कि मानहानि का केस उचित नहीं था। केस में अधिकतम सजा की भी जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा था- सत्ता एक अपवाद है, लेकिन कोर्ट को सजा के परिणामों पर विचार करना चाहिए। विचार करना चाहिए कि क्या दोषी को ज्यादा नुकसान होगा। ऐसी सजा मिलना अन्याय है।

मानहानि का केस करने वाले पूर्णेश मोदी ने कहा था कि राहुल गांधी बार-बार मानहानि वाले बयान देने के आदी हैं।

नई दिल्ली की 12 तुगलक लेन पर स्थित बंगले से राहुल गांधी का सामान 14 अप्रैल को शिफ्ट कर दिया गया।
नई दिल्ली की 12 तुगलक लेन पर स्थित बंगले से राहुल गांधी का सामान 14 अप्रैल को शिफ्ट कर दिया गया।

राहुल की संसद सदस्यता 24 मार्च को रद्द की गई थी। इसके बाद लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने 27 मार्च को बंगला खाली करने के लिए राहुल को नोटिस भेजा। कमेटी ने उन्हें 22 अप्रैल तक 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने को कहा। राहुल ने बंगला खाली कर सोनिया गांधी के आवास में रहने का फैसला किया। उनका सामान शिफ्ट भी हो चुका है।

गुजरात के नरोदा दंगे के सभी 86 आरोपी बरी

28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद शहर के पास नरोदा गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 11 लोग मारे गए थे। इस केस में गुजरात सरकार की पूर्व मंत्री और भाजपा नेता माया कोडनानी, बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी और विश्व हिंदू परिषद के नेता जयदीप पटेल समेत 86 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इनमें से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जज एसके बक्शी की अदालत ने 16 अप्रैल को इस मामले में फैसले की तारीख 20 अप्रैल तय की थी। सभी आरोपी जमानत पर थे। साल 2010 में शुरू हुए मुकदमे के दौरान दोनों पक्ष ने 187 गवाहों और 57 चश्मदीद गवाहों से जिरह की। लगभग 13 साल तक चले इस केस में 6 जजों ने लगातार मामले की सुनवाई की।

गुजरात के नरोदा दंगे के सभी 86 आरोपी बरी, 11 हत्याएं हुई थी, 21 साल बाद आया फैसला, बाबू बजरंगी-माया कोडनानी पर भी इल्जाम था

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अहमदाबाद – 20 अप्रैल :

 गुजरात के गोधरा में फरवरी 2002 में ट्रेन को जलाने के अगले दिन हुए नरोटा नरसंहार के सभी आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया है। अहमदाबाद की स्पेशल कोर्ट ने गुरुवार को भाजपा की पूर्व मंत्री समेत सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं होने के चलते बरी कर दिया है। गत 16 अप्रैल को अहमदाबाद स्पेशल कोर्ट के जज एसके बख्शी ने इस मामले में 20 अप्रैल को फैसला सुनाने की तारीख तय की थी। इसके लिए जमानत पर चल रहे सभी आरोपियों को अदालत में बुलाया गया था। गुरुवार को जज ने फैसले में कहा कि इस मामले में अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश नहीं कर पाया है, इसलिए सभी को बरी किया जाता है। हालांकि पीड़ित पक्ष के वकीलों ने फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने की बात कही है। 5 पॉइंट्स में जानिए इस मुकदमे के बारे में सबकुछ।

28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद शहर के पास नरोदा गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 11 लोग मारे गए थे। इस केस में गुजरात सरकार की पूर्व मंत्री और भाजपा नेता माया कोडनानी, बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी और विश्व हिंदू परिषद के नेता जयदीप पटेल समेत 86 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इनमें से 18 लोगों की मौत हो चुकी है। एक आरोपी प्रदीप कांतिलाल संघवी को पहले ही सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था।

जज एसके बक्शी की अदालत ने 16 अप्रैल को इस मामले में फैसले की तारीख 20 अप्रैल तय की थी। सभी आरोपी जमानत पर थे। साल 2010 में शुरू हुए मुकदमे के दौरान दोनों पक्ष ने 187 गवाहों और 57 चश्मदीद गवाहों से जिरह की। लगभग 13 साल तक चले इस केस में 6 जजों ने लगातार मामले की सुनवाई की।

नरोदा पाटिया नरसंहार के बाद पूरे गुजरात में दंगे फैल गए थे।

गोधरा कांड के अगले दिन यानी 28 फरवरी को नरोदा गांव में बंद का ऐलान किया गया था। इसी दौरान सुबह करीब 9 बजे लोगों की भीड़ बाजार बंद कराने लगी, तभी हिंसा भड़क उठी। भीड़ में शामिल लोगों ने पथराव के साथ आगजनी, तोड़फोड़ शुरू कर दी। देखते ही देखते 11 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।

इसके बाद पाटिया में भी दंगे फैल गए। यहां भी बड़े पैमाने पर नरसंहार हुआ। इन दोनों इलाकों में 97 लोगों की हत्याएं की गई थीं। इस नरसंहार के बाद पूरे गुजरात में दंगे फैल गए थे। इस मामले में SIT ने तत्कालीन भाजपा विधायक माया कोडनानी को मुख्य आरोपी बनाया था। हालांकि इस मामले में वे बरी हो चुकी हैं।

माया कोडनानी ने खुद पर लगे आरोपों पर कहा था- दंगे वाले दिन सुबह के वक्त वह गुजरात विधानसभा में थीं। दोपहर में वे गोधरा ट्रेन हत्याकांड में मारे गए कारसेवकों के शवों को देखने के लिए सिविल अस्पताल पहुंची थीं। जबकि कुछ चश्मदीद ने कोर्ट में गवाही दी थी कि कोडनानी दंगों के वक्त नरोदा में मौजूद थीं और उन्हीं ने भीड़ को उकसाया था।

साल 2002 के दंगों के एक केस में हाईकोर्ट माया कोडनानी को बरी भी कर चुका है। बजरंग दल के नेता बाबू बजरंगी की सजा को आजीवन कारावास से कम कर 21 साल कर दिया था। इस मामले में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष और मौजूदा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी माया कोडनानी के लिए बचाव पक्ष के गवाह के रूप में पेश हुए थे।

शाह ने बयान दिया था कि पुलिस उन्हें और माया को सुरक्षित जगह ले गई थी क्योंकि गुस्साई भीड़ ने अस्पताल को घेर लिया था।

2002 में गुजरात के गोधरा स्टेशन पर एक दुखद घटना हुई थी। अहमदाबाद जाने के लिए साबरमती एक्सप्रेस गोधरा स्टेशन से चली ही थी कि किसी ने चेन खींचकर गाड़ी रोक दी और फिर पथराव शुरू हो गया। बाद में ट्रेन के S-6 कोच में आग लगा दी गई। कोच में अयोध्या से लौट रहे 59 तीर्थयात्री थे, सभी की मौत हो गई थी।

गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें 790 मुसलमान और 254 हिंदू थे। गोधरा कांड के एक दिन बाद 28 फरवरी को अहमदाबाद की गुलबर्ग हाउसिंग सोसाइटी में बेकाबू भीड़ ने 69 लोगों की हत्या कर दी थी। इन दंगों से राज्य में हालात इस कदर बिगड़ गए कि स्थिति काबू करने के लिए तीसरे दिन सेना उतारनी पड़ी।

भारतीय मानक ब्यूरो तथा पाई अकैडमी द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया : प्रियंका पूनिया

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 20अप्रैल :

आज पंचकूला के सेक्टर 21 स्थित शहीद चंद्र शेखर आज़ाद सामुदायिक केंद्र में भारतीय मानक  ब्यूरो तथा पाई अकैडमी द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें इसमें भारतीय मानक ब्यूरो चंडीगढ़ के एस्टिटेंट डायरेक्टर श्री हर्ष सोनाकर ने सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क तथा बिस मार्क के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की। इसमें सेक्टर के पार्षद सुनीत सिंगला,पाई अकेडमी पंचकुला की फ़ाउंडर प्रियंका पुनिया , भारत विकास परिषद से श्री जयपाल गर्ग ,सेक्टर 21 के आरएसडबलु के प्रधान डॉक्टर महेन्द्र कंबोज, निर्माण घर के संचालक तथा उद्योगपति मुकेश गोयल तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। इस अवसर पर श्रीमती प्रियंका पुनिया ने बताया की आज के समय में उपभोक्ता के जागरूक होने कि साथ साथ सरकार को भी बिना मानक की वस्तुओं के उत्पादन तथा बिक्री पर शिकंजा कसने की ज़रूरत है। मुकेश गोयल ने सुझाव दिया कि बिना मानक की वस्तुओं की बिक्री को जीएसटी से जोड़कर नियंत्रित किया जा सकता है । पार्षद सुमित सिंगला ने बीआईएस के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम की संचालिका अंशिका ने बताया कि भारत मानक ब्यूरो उपभोक्ताओं को जागरूक करने वाली इस तरह की कार्यशालाओं का समय समय पर आयोजन करता रहता है ।

वाल्मीकि समाज के निमन्त्रण पर भगवान वाल्मीकि भवन पहुँचे जजपा शहरी जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 20अप्रैल :

आज हरियाणा वाल्मीकि महासभा के पदाधिकारियों के निमन्त्रण पर पंचकूला जजपा शहरी जिला अध्यक्ष ओपी सिहाग सेक्टर 12 ऐ पंचकुला में स्थित भगवान वाल्मीकि भवन पहुँचे तथा भगवान वाल्मीकि के चरणों में शीश निवाया। हरियाणा वाल्मीकि महासभा के पदाधिकारियों ने जजपा  शहरी जिला प्रधान ओपी  सिहाग व उनके साथ आए जजपा नेता के सी भारद्वाज, रजत  पारवाला तथा राजीव गुज्जर का स्वागत किया।  इस अवसर पर जजपा जिला अध्यक्ष ने भवन की मौजूदा हालत बारे जानकारी ली तथा जीर्णोद्धार करने बारे विचार विमर्श किया। सभा के वरिष्ठ पदाधिकारियों राजेन्द्र लौट,जसवीर जस्सी,जिले सिंह ने बताया कि इस भवन का नीव पत्थर 15 अक्टूबर 2000 में तत्कालीन सांसद डॉ अजय सिंह चौटाला के कर कमलों द्वारा रखा गया था। उन्होंने आगे बताया कि इतने साल बीतने के बाद भी इस भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है तथा भवन की हालत अच्छी नहीं है। 

जजपा जिला अध्यक्ष सिहाग ने सभा के पदाधिकारियों के साथ इस भवन में घूम कर जर्जर हालत का जायजा लिया तथा इस की मरम्मत व बचे हुए निर्माण कार्य को पूरा करवाने के लिए यथा संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वो शीघ्र ही सभा के पदाधिकारियों के साथ इस बारे सरकारी सहायता हेतू  उपमुख्यमंत्री हरियाणा दुष्यंत चौटाला से मिलेंगे। 

हरियाणा वाल्मीकि महासभा के पदाधिकारियों  ने आगामी 1मई 2023 को मजदूर दिवस मनाने के लिए  जजपा  जिला अध्यक्ष  सिहाग  के समक्ष हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री अनूप धानक को मुख्य अतिथि  के रूप मे बुलाने बारे आग्रह किया तथा मजदूर दिवस इसी भवन के प्रांगण में मनाने बारे निर्णय लिया। जजपा जिला अध्यक्ष ने शीघ्र ही राज्य मंत्री अनूप धानक से मिलकर उनको मजदूर  दिवस के अवसर पर पंचकूला बुलाने बारे निमन्त्रण देने का आश्वासन दिया।  

इस अवसर पर हरियाणा वाल्मीकि महासभा के पदाधिकारी प्रेम मलिक पूर्व पार्षद, कृष्ण कुमार वाल्मीकि, जोगिंदर सिंह, मगत राम आदि पदाधिकारी हाजिर थे।

चण्डीगढ़ नगर निगम में नॉमिनेटेड काउंसलर के चयन को उच्च न्यायालय में चुनौती

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 20  अप्रैल :

चण्डीगढ़ नगर निगम मैं नॉमिनेटेड काउंसलर नियुक्ति हेतु समाजसेवी जसपाल सिंह ने अपने वकील मनदीप के. साजन के माध्यम से पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर दी है जिस पर आगामी 3 अगस्त को सुनवाई होगी। इस केस की सुनवाई के लिए माननीय उच्च न्यायालय ने तारीख निर्धारित करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के संबंधित अधिकारियों व सभी नॉमिनेटेड पार्षदों को पेश  होने के लिए कहा है।

याचिका के मुताबिक पिछले 25 वर्ष का इतिहास है कि चंडीगढ़ नगर निगम में नॉमिनेटेड और चुनाव जीतकर आने वाले पार्षद एक साथ शपथ ग्रहण करते रहे हैं । साथ ही साथ महापौर, उपमहापौर व वरिष्ठ उप महापौर का चुनाव भी नॉमिनेटेड पार्षदों के नॉमिनेशन के बाद होता रहा है लेकिन इस बार यह इतिहास बदल गया है ।

नॉमिनेटेड पार्षद के मनोनयन के लिए प्रशासन के पास काफी संख्या में दावेदारियां पहुंची थी। अप्रैल 2022 के दौरान प्रशासन के अधिकारियों ने पुलिस व पटवारी के माध्यम से जांच के बाद जसपाल सिंह सहित 32 आवेदकों के नाम शॉर्टलिस्ट करके प्रशासक चंडीगढ़ के पास भेज दिए थे। इसी शॉर्ट लिस्ट में से 9 नॉमिनेटेड पार्षद होने चाहिए थे लेकिन कानून को व संविधान को ठेंगा दिखाते हुए सरकार मनमानी की है ।

विधिवत कानूनी तौर पर तैयार शॉर्टलिस्ट को नजरअंदाज करके बाहर से 9 नॉमिनेटेड पार्षद मनोनीत किए गए, कानून को व संविधान को ठेंगा दिखाते हुए सरकार ने मनमानी की है।  

फ़तेहगढ़ साहिब में महिला का ‘मानव बलिदान’ करने की कोशिश के दोष अधीन दो व्यक्ति गिरफ़्तार

  • मुलजिम रातों-रात अमीर बनना चाहते थे, तांत्रिक ने ’मानव बलिदान’ करने के लिए उकसाया : आई. जी. पी. गुरप्रीत भुल्लर
  • पीड़ित खतरे से बाहर, पी. जी. आई. में उपचाराधीन : एस. एस. पी. रवजोत ग्रेवाल
  • पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच अनुसार पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 20अप्रैल :

पंजाब सरकार पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्धता को दोहराते हुये पंजाब पुलिस ने आज दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार करके एक अधेड़ उम्र की महिला के ’मानव बलिदान’ की कोशिश सम्बन्धी सनसनीखेज़ मामले को सुलझा लिया। उक्त दोषियों की तरफ से अमीर बनने की इच्छा रखते हुये जादू-टोने के हिस्से के तौर पर पीड़ित महिला का कत्ल करने की कोशिश की गई थी।

रोपड़ रेंज के इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पकड़े गए दोनों मुलजिमों की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ कीपा और जसवीर सिंह उर्फ जस्सी, दोनों निवासी गाँव फिरोजपुर, फ़तेहगढ़ साहिब के तौर पर हुई है। पुलिस ने मुलजिमों के कब्ज़े में से जुर्म में इस्तेमाल किया एक हीरो डीलक्स मोटरसाईकल (पीबी बी 2187) और हंसिया भी बरामद किया है।

प्राप्त जानकारी अनुसार फ़तेहगढ़ साहिब के गाँव फरौर की एक 50 साला महिला बलवीर कौर बुधवार प्रातः काल गाँव फिरोजपुर में नहर के नज़दीक खेतों में बुरी तरह ज़ख़्मी हालत में पड़ी मिली थी। पीड़िता अब खतरे से बाहर है और वह पी. जी. आई. चंडीगढ़ में उपचाराधीन है।

प्रैस को संबोधन करते हुये आई. जी. पी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोनों दोषी सरकस के कलाकार थे और अलग-अलग गाँवों में जाकर साइकिल शो करते थे। उन्होंने बताया कि मुलजिम कीपा और जस्सी की मुलाकात बलवीर कौर के साथ उसके लड़के धर्मप्रीत के द्वारा हुई थी, जिसकी करीब आठ महीने पहले गाँव फरौर में शो दौरान इनके साथ दोस्ती हुई थी।

प्राथमिक तफ्तीश संबंधी और ज्यादा जानकारी देते हुये ऐस. ऐस. पी. फतहेगढ़ साहिब डॉ. रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया कि दोनों मुलजिम अमीर बनने के इच्छुक थे और एक ’तांत्रिक’ के संपर्क में आए, जिसने उनको एक महिला का ’मानव बलिदान’ करने के लिए उकसाया।

उन्होंने बताया कि मुलजिम कीपा और जस्सी ने मंगलवार को बलवीर कौर को तांत्रिक के पास माथा टेकने के बहाने बुलाया और उसका कत्ल करने के लिए उसे गाँव फिरोजपुर की एक सुनसान जगह पर ले गए, जहाँ उन्होंने हंसिये से महिला पर हमला कर दिया, जिस कारण उसकी गर्दन और शरीर के अन्य अंगों पर गंभीर चोटें लगीं।

एस. एस. पी. रवजोत कौर ने कहा कि गाँव वासियों से मिली जानकारी के उपरांत पुलिस ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू कर दी और दोनों मुलजिमों को गिरफ़्तार कर लिया।

बताने योग्य है कि एफ. आई. आर नं. 38 तारीख़ 09. 04. 2023 को भारतीय दंड संहिता (आई. पी. सी.) की धारा 307 और 34 के अंतर्गत थाना फ़तेहगढ़ साहिब में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

वार्ड 19 के आधिकारिक कार्यालय का शुभारम्भ

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 20  अप्रैल :

वार्ड नं. 19  की पार्षद नेहा मुसावत ने रामदरबार स्थित कम्युनिटी सेंटर में अपने नए वार्ड ऑफिस का उद्घाटन किया। IS अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए नेहा ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से अपने घर से वार्डवासियों का सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अब वार्ड के आधिकारिक कार्यलय से भी सेवा जारी रहेगी।

इस मौके पर एक ज़रूरतमंद परिवार की राशन देकर मदद भी की।

पीठासीन अधिकारी हुए बीमार, नहीं हो पाया अविश्वास प्रस्ताव चुनाव

  • नगरपालिका उपाध्यक्ष के अविश्वास पस्ताव मेश्रीनिवास गोयल की दिखी ताकत राज्यमंत्री पड़े कमजोर 

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, उकलाना – 20  अप्रैल :

काफी लंबे समय से नगरपालिका के उपाध्यक्ष को बदले ले जाने को लेकर चर्चाएं चल रही थी आखिरकार  अविश्वास प्रस्ताव के लिए 9 पार्षद तथा चेयरमैन ने अपने हस्ताक्षर किए और उपायुक्त को लगभग 1 माह पूर्व पत्र सौंपा उपायुक्त ने हस्ताक्षरो की जांच उपरांत चुनाव के लिए समय दिया। आज 20 अप्रैल को दोपहर 2:00 बजे का समय पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए चुनाव का दिया गया था ।लेकिन पीठासीन अधिकारी ही चुनाव करवाने के लिए नहीं पहुंचे। जिससे चुनावी प्रक्रिया उसी जगह बस स्टैंड कर गई हालांकि गत दिनों हुई है चर्चाएं चल रही थी थी चेयरमैन खेमा अविश्वास प्रस्ताव लाने में असफल हो रहा है क्योंकि उपाध्यक्ष राज्य मंत्री के पक्ष से हैं और जजपा के ही सतवंत सिंह लोटे ने उपाध्यक्ष को गिराने के लिए अपनी सहमति जताई थी तभी नौ पार्षद पूर्ण हो पाए थे। वही आज सूत्रों की माने तो मंत्री ने नगरपालिका उपाध्यक्ष हरीश गर्ग की कुर्सी बचाने के लिए पार्षदो को भ्रमण के लिए भेजा था। ताकि हरीश गर्ग की कुर्सी बची रहे।लेकिन आज चुनावी प्रक्रिया में पीठासीन अधिकारी को बीमार हो गए जिस कारण चुनाव नहीं हुआ ।लेकिन बाजार में इस बात की चर्चा रही की पीठासीन अधिकारी को बीमार होने के लिए पहले ही चंडीगढ़ से संकेत मिल गए थे जिस कारण बीमार हुए। वही इस मामले में भाजपा नेता एवं हरियाणा ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड के उपाध्यक्ष श्रीनिवास गोयल की जीत और उनका आशीर्वाद है। इस मामले को लेकर उकलाना में पूरी तरह चर्चाएं भी है और कहा जा रहा है कि श्रीनिवास गोयल भाजपा भीष्म पितामह की पूर्ण रूप से भूमिका अदा कर रहे हैं।

 पीठासीन अधिकारी व उप मंडल अधिकारी अशवीर नैन से बात की गई तो उन्होंने बताया उनका स्वास्थ्य खराब है जिस कारण वह नहीं पहुंच पाए और आगामी तिथि स्वस्थ होने पर बता दी जाएगी।

चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे शहरी जजपा अध्यक्ष एवं पार्षद सतवंत सिंह लोटे ने कहा कि चुनाव अधिकारी ही नहीं आए कैसे होगा? जब चुनाव अधिकारी आएंगे हम पहुंच जाएंगे।

नगर पालिका अध्यक्ष सुशील साहू वाला जब सतवंत सिंह लोटे की गाड़ी में पहुंचे और मात्र 2 मिनट बाद ही नगरपालिका से बाहर आए और चुनाव अधिकारी नहीं आए हैं उन्होंने अपने समर्थन में 10 पार्षद होने का दावा किया और कहा कि 6 पार्षद एक घर में रुके हुए हैं जब भी जरूरत होगी तभी वह पहुंच जाएंगे।  उनका स्वास्थ्य खराब है और सीजन का समय है ज्यादा समय हम नहीं रुक सकते जरूरत होगी तभी पहुंच जाएंगे।

युवाओं ने थामा कांग्रेस का हाथ

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 20अप्रैल :

चंडीगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस ने सेक्टर 54 के आदर्श कॉलोनी में युवाओं के साथ बैठक की। इस दौरान 18 से अधिक युवाओं ने कांग्रेस में विश्वास जताते हुए हाथ का दामन थामा। युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव मंजू, नगर निगम पार्षद गुरप्रीत सिंह और उपाध्यक्ष दीपक लुबाना ने सभी युवाओं को पटका पहनाकर सम्मानित किया।

पार्षद गुप्रीत सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे चंडीगढ़ क्षेत्र में कांग्रेस का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों से हर वर्ग परेशान है। खासकर युवाओं में ज्यादा रोष है कहा कि रोजगार न होने से बेरोजगार युवा इधर-उधर भटक रहा है।वही मंजू टंगोर ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी किसी एक राजनीतिक दल के लोगों को परेशान नहीं कर रही है। बढ़ती महंगाई से हर कोई परेशान है। तभी लोग कांग्रेस के साथ जुड़ रहे हैं।

दीपक लुबाना ने कहा कि नए जुड़े कार्यकर्ता अपने अपने एरिया में कांग्रेस पार्टी को मजबूती देने का काम करेंगे।