चंडीगढ़ प्रशासन,पंजाब सरकार कसे नकेल  ?

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 23  मार्च :

आजकल एक नई चीज़ प्रचलन में है , आपके फोन पर एक मैसेज आता है कि आपका पिछले महीने का बिजली का बिल जमा नहीं हुआ है तो आज रात 9:30 बजे आपका बिजली का कनेक्शन काट दिया जायेगा:??

अगर आप होने वाली असुविधा से बचना चाहते हैं तो नीचे दिये गये मोबाइल नंबर पर संपर्क करें ये टैक्स्ट मैसेज के रूप में होता है और मैसेज के अंत में संपर्क करने हेतु एक नंबर दिया हुआ होता है, उक्त मैसेज अधिकतर पंजाब के उपभोक्ताओं को प्राप्त हो रहें हैं लेकिन देखने में यह भी आ रहा है कि इस कार्य में लिप्त असमाजिक तत्व किसी एक कंपनी के फोन के नंबरों की सूची उठाते है और क्रमनुसार उन नंबरों पर मैसेज भेजते है, उन तत्वों को इससे कोई सरोकार नहीं है कि वो नंबर पंजाब में काम कर रहा है या नहीं, चंडीगढ के निवासी जिनके मोबाइल कनेक्शन चंडीगढ़ के पते पर जारी हुये हैं उन लोगो को भी इस तरह के मैसेज़ आ रहें है और विडंबना ये है कि जिन मोबाइल नंबरों पर मैसेज आयें है वे नंबर चंडीगढ़ के उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग चंडीगढ़ के पास पंजीकृत भी नहीं करवाये हुये हैं ??

इस तरह के षड्यंत्र अथवा ऐसी धोखेबाजी से भरी हरकतों पर स्थानीय संबंधित विभाग चंडीगढ़ और पंजाब सरकार का संबंधित विभाग अति शीघ्र ध्यान देंने की आवश्यकता है ।

भगत सिंह के शहीदी दिवस पर गांव मौली जगरा में टूटी सड़क व गन्दगी का विरोध

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 23  मार्च :

गांव मौली जगरा में टूटीं सड़कें लोगों के लिए सिरदर्द बनीं हुई हैं।

पिछले कई साल से सड़कें नहीं बनाई गई हैं, जिससे आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है, बारिश के कारण गंदे नाले का पानी ओवर फ्लो हो गया और लोगो के घरो में चला गया, उसी का पानी सड़क पर भी जमा है, जिसकी सफाई के लिए अभी तक कोई नहीं आया है, लोगो का घरो से बहार निकलना मुश्किल हो चूका है, प्रशाशन की ये लापरवाही मख़ी मच्छर व जान लेवा बीमारियों का खतरा बन सकती है , इस रास्ते  पर हर दिन गिरने का डर बना रहता है और हादसे होते रहते है।

शहीद भगत सिंह युथ क्लब के प्रधान बलकार सिंह विक्टर ने कहा चंडीगढ़ में पिछले 9 साल से भाजपा की सरकार है और मौजूदा डिप्टी मेयर के गांव की हालत इतनी बुरी है तो चंडीगढ़ का कैसे सुधार होगा  ?

इस मोके पर पूर्व जिला परिषद् मेंबर हरभजन सिंह, पूर्व पंच बलबीर सिंह, रुलदा सिंह, प्रमोद, रोहित बातिश, सोनू पाल, लखवीर सिंह व अन्य गांववासी मौजूद थे l

अमृतपाल सिंह की धर्मपत्नी व बब्बर खालसा समर्थक किरणदीप कौर पर भी लगे एनएसए : वीरेश शांडिल्य

जगाधरी के बस स्टैंड के समीप एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सैकड़ों सदस्यों के नेतृत्व में वीरेश शांडिल्य ने जलाया अमृतपाल का पुतला और कहा कि जो भी कट्टरपंथी खालिस्तान के समर्थक की बात करता है, उस पर लगाए गृह मंत्री अमित शाह एनएसए, अमृतपाल सिंह व किरणदीप कौर का जिंदा रहना राष्ट्र के लिए खतरा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, जगाधरी  – 23 मार्च :

अमृतपाल सिंह आईएआई, बब्बर खालसा आतंकी संगठन सहित पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के साथ जुड़कर पंजाब में आतंकवाद फैलाना चाहता था जिसको बेनकाब देश के गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब सरकार के साथ मिलकर किया। उपरोक्त शब्द पत्रकारों से बातचीत करते हुए एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहे । शांडिल्य ने घोषणा की थी कि वह पूरे देश में खालिस्तानी झंडे व अमृतपाल सिंह के पुतले जलाएंगे। और आज इसी कड़ी में जगाधरी बस स्टैंड के समीप एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में सैकड़ों फ्रंट के सदस्यों ने अमृतपाल सिंह का पुतला जलाया। वीरेश शांडिल्य ने भगत सिंह की फोटो उठा रखी थी, वहीं फ्रंट के तमाम सदस्यों ने भारतीय ध्वज व खालिस्तान मुर्दाबाद, अमृतपाल को गोली मारो सहित इंकलाब जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारों की तख्तियां उठा रखी थी। सभी सदस्यों ने शहीदों के चित्र व भारत मां के चित्र उठाए हुए थे। शांडिल्य ने अमृतपाल सिंह के पुतले को आग के हवाले करने से पहले भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहीदी दिवस पर उन्हें याद किया और कहा कि उन्हीं की बदौलत आज 132 करोड़ लोग आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं और फ्रंट के सदस्यों ने भगत सिंह अमर रहे के नारे लगाए।

इस अवसर पर पूर्व पार्षद सोनू, विपिन कुमार, बन्नी, राजू, जतिन त्यागी, पंकज, अमरजीत, संदीप मुखोरिया, सौरभ गागट, राजन रतौली, इल्लू बिलासपुर, साहिल, राहुल खेड़ा, चीनू, सोनू, हर्ष, आर्यन, वंश, रिदम, सिद्धार्थ, विपिन बादल सहित भारी तादाद में फ्रंट के सदस्य मौजूद थे। वीरेश शांडिल्य ने अमृतपाल सिंह के पुतले को आगे के हवाले करने के बाद खालिस्तान मुर्दाबाद के गगनभेदी नारे लगाए और मीडिया से बात करते हुए कहा कि अमृतपाल सिंह का जिंदा रहना राष्ट्र के लिए खतरा है। अमृतपाल सिंह एक आतंकवादी है और खालिस्तान के हक में नारे लगाने वाला कोई भी व्यक्ति चाहे किसी धर्म का हो, उसके ऊपर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कर जेल में डाला जाएं। वहीं शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह जो केंद्र सरकार, पंजाब सरकार व पंजाब पुलिस सहित एनआईए से डरकर भगौड़ा हो गया, भला वह कैसे वारिस पंजाब हो सकता था। उन्होंने कहा कि पंजाब का सिख न खालिस्तान चाहता है, न भिंडरावाला समर्थकों को चाहता है, न भिंडरावाला की सोच को चाहता है। देश का सच्चा सिख तो गुरु ग्रंथ साहिब में आस्था रखता है। अमृतपाल सिंह जैसे लोग जो सिर पर गुरु ग्रंथ साहिब रखकर पंजाब पुलिस पर जानलेवा हमला कर रहा है और आतंकवादी को छुडाो वाले वाले लोग चंडीगढ़ पुलिस पर हमले कर रहे हैं जो सीधा हमला संविधान, भारतीय कानून  व भारतीय तिरंगे पर है। और अमृतपाल सिंह जैसे आतंकवादियों का जिंदा रहना राष्ट्रहित में नहीं। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अमृतपाल सिंह ने जिस किरणदीप कौर के साथ शादी की है वह बब्बर खालसा की आतंकवादी है और उसको वहां से फंडिंग होती है और यह शादी एक साजिश का हिस्सा था और पंजाब में बड़े ब्लास्ट व हमले होने की साजिश थी।

शांडिल्य ने पत्रकारों को बताया कि उनके एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने अमृतपाल सिंह की मुहिम का विरोध किया। और यही नहीं 16 नवम्बर 2022 व 4 फरवरी 2023 को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन दिया था कि  अमृतपाल सिंह पंजाब में आतंकवाद फैलाने आया। इसके हथियार जब्त किए जाएं और फ्रंट ने अमृतपाल सिंह को आईएएस का एजेंट बताया था लेकिन एजेंसियां लेट जागी। और उन्होंने अमित शाह को भारत का सच्चा देशभक्त बताया जो अमृतपाल सिंह के लिए सेना व पेरामिलिट्री फोर्स पंजाब में भेजी। उन्होंने कहा कि किरणदीप को भी गिरफ्तार किया जाएं। उन्होंने कहा कि एजेंसियों के फेल के कारण ही प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हुई। सिक्योरिटी फेलियर के कारण ही 26/11 हुआ, संसद पर हमला हुआ, उड़ी अटैक हुआ, लाल किले पर अटैक हुआ। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह  को जिंदा पकड़ना राष्ट्र के लिए खतरा है। उसे मौत के घाट उतारना ही पंजाब व राष्ट्र के लिए उचित होगा। शांडिल्य ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहीदी दिवस पर कहा कि आज हर घर से एक भगत सिंह बनकर खड़ा होना होगा, तब देश में आतंकवाद खत्म होगा।

पिछले कई सालों से बंद पड़े शहीद भगत सिंह यूथ अवार्ड की हुई शुरुआत

मुख्यमंत्री ने 6 नौजवानों को शहीद भगत सिंह यूथ अवार्ड के साथ सम्मानित किया

समाज के प्रति नौजवानों के निःस्वार्थ सेवा वाले जज़्बे के लिए अवार्ड को एक पहचान बताया

‘खेल मैदान, हर गाँव की पहचान’ मुहिम का किया आग़ाज़

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : नौजवानों को समाज की निःस्वार्थ सेवा के लिए उत्साहित करने के उद्देश्य के साथ एक मिसाली पहलकदमी करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरूवार को छह नौजवानों को शहीद भगत सिंह यूथ अवॉर्ड प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने नवजोत कौर (बरनाला), मनोज कुमार (मानसा), बेअंत कौर (बठिंडा), ओमकार मोहन सिंह (रूपनगर), गुरजोत सिंह कलेर (मोहाली) और सुखदीप कौर (बठिंडा) सहित छह नौजवानों को यह अवार्ड दिया। इन नौजवानों की सराहना करते हुये भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि यह नौजवान समाज की भलाई के लिए आगे भी रचनात्मक भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इन ऐवार्डों का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, जिनका देश के लिए दिया महान बलिदान हमेशा नौजवानों को प्रेरित करता रहा है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने शहीद भगत सिंह युवा अवार्ड फिर शुरू करने का फ़ैसला किया है, जो आज नौजवानों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में लामिसाल योगदान डालने वाले नौजवानों को दिया जायेगा। भगवंत मान ने अफ़सोस प्रकट किया कि यह अवार्ड सात साल पहले बंद कर दिया गया था परन्तु अब सरकार ने इसको फिर शुरू किया है।

मुख्यमंत्री ने दोहराया करवाया कि शहीद भगत सिंह ने छोटी उम्र में ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होकर देश को ग़ुलामी की जंजीरों में से आज़ाद करवाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि देश की बिना स्वार्थ सेवा करने के लिए शहीद- ए- आज़म हमेशा नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। भगवंत मान ने नौजवानों को न्योता दिया कि मुल्क को प्रगतिशील और ख़ुशहाली की तरफ लेकर जाने के लिए शहीद भगत सिंह के पद-चिन्हों पर चलें।

मुख्यमंत्री ने हरेक गाँव में स्टेडियम बनाने के लिए ज़िला प्रशासन के उद्यम वाली नयी और निवेकली स्कीम ‘खेल मैदान, हर पिंड दी पहचान’ की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इससे नौजवानों की अथाह ताकत को रचनात्मकता की तरफ़ लाने में मदद मिलेगी। भगवंत मान ने राज्य में खेल को उत्साहित करने के लिए नौजवानों का समूचा विकास यकीनी बनाने की राज्य सरकार की वचनबद्धता भी दोहराई।

इस समय मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और अन्य उपस्थित थे।

कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा पंजाब की नयी कृषि नीति सम्बन्धी समीक्षा मीटिंग

नयी नीति किसान हितैषी और राज्य की तरक्की के लिए लाभदायक होगी : कृषि मंत्री

31 मार्च तक आम लोगों को सुझाव भेजने की अपील

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज यहाँ पंजाब भवन में राज्य की बन रही नयी कृषि नीति सम्बन्धी एक उच्च स्तरीय समीक्षा मीटिंग की। कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों और माहिरों की टीम के साथ उन्होंने नयी कृषि नीति के सभी पहलूओं पर विचार-चर्चा की। मीटिंग में प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी डा. गुरदेव सिंह खुश और डॉ. बी एस गिल ने ख़ास तौर पर शिरकत की। डॉ. खुश का चावलों की किस्मों विकसित करने और डा. गिल्ल का गेहूँ की किस्मों विकसित करने में बहुमूल्य अनुभव है और विश्व स्तर पर दोनों वैज्ञानिकों का विशेष नाम है।

बाद में पत्रकारों के साथ बात करते हुये धालीवाल ने कहा कि कृषि को लाभदायक बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार नयी कृषि नीति पर बहुत गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद किसी भी सरकार ने किसानों की भलाई ख़ास तौर पर कृषि को लाभदायक पेशा बनाने पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आज भगत सिंह और उनके साथियों के शहीदी दिवस पर वह प्रण करते हैं कि भगत सिंह के सपनों का पंजाब बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने राज्य को ‘रंगला पंजाब’ बनाने की वचनबद्धता दोहरायी।

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में ऐसी व्यवस्था बनायी जायेगी कि हमारे बच्चों को बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस मौके पर उन्होंने आम लोगों को नयी कृषि नीति सम्बन्धी 31 मार्च तक सुझाव भेजने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि कोई भी पंजाब निवासी वट्टसऐप नंबर 75080-18998 या फ़ोन नंबर 0172-2969340 या ईमेल farmercomm@punjabmail.gov.in पर अपने सुझाव भेज सकता है। इसके इलावा पंजाब राज्य किसान और कृषि श्रमिक आयोग, एयरपोर्ट रोड, मोहाली के पते पर चिट्ठी के द्वारा भी सुझाव भेजे जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है और राज्य की कृषि के लिए अच्छी, ठोस और सार्थक नीतियाँ लेकर आना उनकी ज़िम्मेदारी है। धालीवाल ने उम्मीद जताई कि पंजाब निवासियों को इस साल जून के अंत नयी कृषि नीति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि नयी कृषि नीति पंजाब की भौगोलिक स्थिति, मिट्टी की सेहत, फसलों और पानी की उपलब्धता को मुख्य रख कर तैयार की जा रही है और इसमें लोगों के सुझावों को भी प्रमुखता दी जायेगी।

धालीवाल ने इस बात पर चिंता जतायी की कि पिछली सरकारों के ग़ैर जिम्मेदाराना रवैये और गलत नीतियों के कारण पंजाब का शुद्ध पानी, शुद्ध हवा और वातावरण और सेहतमंद उपजाऊ भूमि अब दूषित पानी, ज़हरीली हवा और ग़ैर-उपजाऊ भूमि में बदल रही है। उन्होंने कहा कि इस दृश्य को अब साफ़ नीति और नीयत के साथ बदला जायेगा।

उन्होंने कहा कि कृषि सिर्फ़ एक धंधा नहीं, यह जीवन के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा है। कृषि मंत्री ने कृषि में आयी गिरावट को दूर करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये कहा कि राज्य सरकार कृषि को बचाने की दिशा में सबके सहयोग के साथ आगे बढ़ेगी। पंजाब की फसलों, पानी और मिट्टी और वातावरण को केंद्र में रख कर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषि माहिरों, कृषि वैज्ञानिकों और तजुर्बेकार लोगों की मदद के साथ कृषि क्षेत्र को मज़बूत करने का हर संभव यत्न कर रही है।

मुख्यमंत्री की तरफ से हुसैनीवाला स्मारक के मुकम्मल कायाकल्प का ऐलान

महान शहीदों की गौरवमयी विरासत को कायम रखने की वचनबद्धता दोहराई

फ़िरोज़पुर शहर को टूरिस्ट हब के तौर पर विकसित किया जायेगा

बी. एस. एफ. जंगी यादगार का नींव पत्थर रखा


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/फिरोजपुर : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह की गौरवमयी विरासत को लम्बे समय तक कायम रखने के लिए हुसैनीवाला यादगार के मुकम्मल कायाकल्प का ऐलान किया है।
शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरू और शहीद सुखदेव को श्रद्धाँजलि भेंट करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हर देश निवासी के लिए यह धरती पवित्र है क्योंकि बर्तानवी हकूमत ने इन शूरवीर योद्धाओं को शहीद करने के बाद यहाँ संस्कार किया था। उन्होंने कहा कि यह जगह नौजवान पीढ़ियों को देश की निःस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी। भगवंत मान ने कहा कि इस स्थान के व्यापक विकास के लिए नक्शा तैयार किया जा रहा है जिससे शहीदों को श्रद्धा के फूल भेंट करने के लिए रोज़मर्रा के सैंकड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको मान है कि वह स्वतंत्रता संग्राम में मातृभूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए इस पवित्र धरती पर आए। भगवंत मान ने कहा कि शहीद- ए-आज़म भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए राज्य सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़गी। उन्होंने कहा कि समूचा देश अपने इस सच्चे सपूत का हमेशा कर्ज़दार रहेगा, जिसने 23 साल की छोटी उम्र में बर्तानवी साम्राज्यवाद के चंगुल में से देश को आज़ाद करवाने के लिए अपना बलिदान दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फ़िरोज़पुर की मौजूदा तकनीकी यूनिवर्सिटी का किसी अन्य यूनिवर्सिटी में विलय नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे सरहदी ज़िले के नौजवान देश की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनने के योग्य होंगे। भगवंत मान ने कहा कि हुनरमंद प्रशिक्षण नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करेगा, जिससे राज्य से होते प्रतिभा पलायन भी रोका जा सकेगा।

यह पवित्र धरती शहीदों को श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए दुनिया भर से आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य सरकार जल्द हुसैनीवाला में टैंट सिटी का निर्माण करेगी जिससे यहाँ आने वाले सैलानियों का ठहराव आरामदायक रहे। भगवंत मान ने कहा कि हुसैनीवाला अजायब घर के कायाकल्प की योजना भी विचाराधीन है और राज्य सरकार जल्द इसको अंतिम रूप देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने छोटी उम्र में ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होकर देश को ग़ुलामी की जंजीरों से आज़ाद करवाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि देश की बिना स्वार्थ सेवा करने के लिए शहीद-ए-आज़म हमेशा नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। भगवंत मान ने नौजवानों को न्योता दिया कि मुल्क को प्रगतिशील और ख़ुशहाली की तरफ लेकर जाने के लिए शहीद भगत सिंह के पद चिन्हों पर चलें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों स्वरूप मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया। उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही हवाई अड्डे के नज़दीक इस महान शहीद की आधुनिक प्रतिमा लगायी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि यह राज्य सरकार की तरफ से इस महान नायक को विनम्र सी श्रद्धाँजलि होगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रांतीय विधान सभा ने हलवारा हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम पर रखने के लिए प्रस्ताव पास करके भारत सरकार से अपील की है। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र मंतव्य आने वाली पीढ़ियों को अपने इन महान नायकों की बलिदानों से अवगत करवाना है। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इन नायकों के योगदान को पूरी तरह अनदेखा किए रखा परन्तु हमारी सरकार इन शूरवीरों की विरासत को लम्बे समय तक कायम रखने के लिए हर यत्न करने के लिए वचनबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने फ़िरोज़पुर को देश भर में से बड़ा टूरिस्ट हब बनाने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस सरहदी शहर में पर्यटन के लिए बेहद अधिक संभावनाएं हैं, जो कोई अब तक तलाशी नहीं गई। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार इस शहर को विकसित करके पर्यटन पक्ष से विश्व के नक्शे पर लाने के लिए वचनबद्ध है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सांझी चैक पोस्ट पर बी. एस. एफ. द्वारा बनाऐ जाने वाली जंगी यादगार का भी नींव पत्थर रखा। उन्होंने उम्मीद जताई कि 12 लाख रुपए की लागत के साथ बनने वाली यह जंगी यादगार देश की सरहदों की रक्षा के लिए बी. एस. एफ. द्वारा डाले गौरवमयी योगदान को उचित तरीके के साथ दिखाऐगी। भगवंत मान ने ज़िला प्रशासन की तरफ से हुसैनीवाला में खोली सोवीनर शॉप भी लोगों को समर्पित की।

अग्रवाल महिला सम्मेलन ने मनाया नववर्ष नवरात्रि महोत्सव

हिसार/पवन सैनी

अग्रवाल महिला सम्मेलन हिसार द्वारा हिंदू नव वर्ष व चैत्र नवरात्रि  बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। सभी महिलाओं ने महाराज अग्रसेन चौक में दीपक जलाकर आरती करके उनका मासिक जन्मदिन मनाया ओर महाराज अग्रसेन का गुणगान किया व उनकी महत्ता को जाना। अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण  व प्रदेश महामंत्री मोहित बंसल  की प्रेरणा  से अग्रसेन चौक पर  नव वर्ष का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर महिला प्रदेश महामंत्री अनीता जैन, जिला महामंत्री एकता गर्ग, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुंजन आर्य, अनु गोयल, प्रेम अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, अंजू अग्रवाल, रिद्धि,  सीमा, बबिता, पल्लवी, पूजा मौजूद थी।

 पंडित देव शर्मा को मिला सम्मान

– महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय ने पंडित देव शर्मा को श्रेष्ठ पंचांगकर्ता के लिए किया सम्मानित
हिसार/पवन सैनी

महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के भारतीय ज्ञान परंपरा शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा हिसार के पंडित देव शर्मा को विशेष उपलब्धियों एवं श्रेष्ठ पंचांगकर्ता के लिए सम्मानित किया गया। कैथल के विश्वविद्यालय द्वारा सूक्ष्म दिक्साधन पंचांग मंडन विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में कैलाश पंचांग के निदेशक पंडित देव शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि हिस्सा लिया।  कार्यशाला के दौरान उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनना है तो हमें अपनी प्राचीन प्रतिष्ठा को पाना होगा तथा संस्कृत की ओर लौटना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति काफी महान है। पहले हमें स्वयं इसकी अनुभूति करनी होगी फिर अन्य लोगों को इसका भान करवाना होगा। उन्होंने कहा कि विवाह योग्य युवक-युवती की कुंडली मिलान के समय तत्वों का मिलान अवश्य करना चाहिए। यदि परस्पर विरोधी तत्व प्रभावी हों तो विवाह फलदायी नहीं होता। पंडित देव शर्मा ने बताया कि गुण मिलान की अपेक्षा कुंडली मिलान का अधिक महत्व है। उन्होंने कैलाश पंचांग पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वार, तिथि, नक्षत्र, योग, करण की महिमा हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। अत: प्रत्येक कार्यों में पंचांग का अनुसरण करते हुए धर्मसम्मत कार्य करने चाहिए। उन्होंने बताया कि ब्राह्मण का शरीर वैदिक कार्यों के लिए मिलता है। मनुष्य, पशु-पक्षी, कीट -पतंग आदि की रचना के बाद इनकी मुक्ति के लिए धर्म भी बनाया। धर्म का प्रारंभ संकल्प से होता है। मनमाना आचरण न करते हुए शास्त्रों के निर्देशानुसार हमें जीवन व्यतीत करना चाहिए।  महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा पंडित देव शर्मा को प्रशस्ति-पत्र, स्मृति चिह्न, शॉल, नारियल व नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कुलपति रमेशचंद्र भारद्वाज, विभागाध्यक्ष डॉ. नरेश शर्मा, आचार्य डॉ. नवीन शर्मा, प्रो. बोदला, संकाय अध्यक्ष डॉ. जगत नारायण, पंडित भूपेंद्र दत्त शास्त्री, सुरेश शास्त्री एवं अन्य विभागाध्यक्ष, आचार्यगण एवं काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।   उल्लेखनीय है कि पंडित देव शर्मा ब्रह्म संघ के संस्थापक हैं और कैलाश पंचांग के निदेशक हैं। बहुत सी ज्योतिष आधारित व धार्मिक पुस्तकों का लेखन करके बहुत से पुरस्कार हासिल कर चुके हैं। इसके साथ-साथ धार्मिक व सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

खालिस्तानी मुहिम को जड़ से मिटाने के लिए हर घर से एक भगत सिंह तैयार हो :  शांडिल्य

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने गृह मंत्री अमित शाह से मांग की भगत राजगुरु व सुखदेव को शहीद घोषित किया जाए, ओर संसद में भगत सिंह  के साथ राजगुरु,व सुखदेव की भी प्रतिमा लगे

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला – 23 मार्च :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज जेल लैंड में भगत सिंह,राजगुरु व सुखदेव के शहीदी दिवस पर उनके पुष्प माला पहनाकर श्रद्धाजलि दी और कहा कि इन शहीदों की बदौलत ही आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। शांडिल्य ने देश के युवाओं को आह्वान किया कि खलिस्तान की जड़ को मिटाने व उखाड़ फेंकने के  के लिए हर घर से एक भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव, सुभाष चंद्र बोस, उधम व अशफाक उल्ला खान तैयार हो। उन्होंने कहा कि देश के संविधान,तिरंगे व कानून को ललकारने वाले इन खालिस्तानियों को यदि जरूरत पड़े तो इन शहीदों की तरह हथियार उठाने के लिए राष्ट्र स्तर पर जनांदोलन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया तैयार करेगी।

वही वीरेश शाण्डिल्य ने देश के गृह मंत्री अमित शाह जो देश भक्त हैं और पंजाब से अमृतपाल सिंह की खालिस्तान मुहिम को जड़ से मिटाने के लिए सेना व पेरामिल्ट्री फोर्स भेज साबित किया वो भी देश की अमन के लिए भगत सिंह जैसा जज्बा रखते हैं। उन्होंने एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से मांग की है कि भगत सिंह ,राजगुरु,सुखदेव को शहीद घोषित किया जाए और 2002 में शांडिल्य ने बताया की सबसे पहले उनके संगठन ने संसद में भगत सिंह ,राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा लगाने की मांग की थी लेकिन 2004 में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह सरकार ने सिर्फ भगत सिंह की प्रतिमा लगाई जबकि राजगुरु व सुखदेव के बिना भगत सिंह की प्रतिमा संसद में अधूरी है और राजगुरु व सुखदेव की शहादत का मजाक है।

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सुप्रीमो ने कहा कि वो भगत सिंह ,राजगुरु व सुखदेव को शहीद घोषित करवाने को लेकर अमित शाह व अनिल विज को ज्ञापन देंगे और साथ ही शांडिल्य ने कहा कि जिस जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थक व खलिस्तानी सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भगत सिंह को आतकवादी बताया था उसको गिरफ्तार किया जाए ।

शहीदी दिवस पर हिसार बार एसोसिएशन ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

हिसार/पवन सैनी

बार एसोसिएशन हिसार परिसर में शहीदी दिवस के मौके पर भगत सिंह, राज गुरु व सुखदेव को पुष्प अर्पित उनको श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर हिसार बार के प्रधान बन्सी लाल गोदारा ने बताया कि आज का दिन शहीदों के बलिदान को याद कर उन्हें नमन करने का दिन है। हर साल 23 मार्च को देश में शहीदी दिवस मनाया जाता है। दरअसल 23 मार्च के दिन ही तीन महान देशभक्तों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। बार के सचिव मुकेश शर्मा ने बताया कि आज देश मातृभूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले भारत माता के महान सपूत शहीद-ए-आजम शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को नमन कर रहा है। ये तीनों आजादी के गीत गाते हुए हंसते- हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। इनका शौर्य और मातृभूमि की आजादी के प्रति साहस सभी युवाओं को आज भी प्रेरणा देता है। देश की आजादी की लड़ाई में इन महान स्वंतत्रता सेनानियों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर बार के उप प्रधान राज कृष्ण वशिष्ठ, सह सचिव गीतांजलि शर्मा, कोषाध्यक्ष रिंकू खटाना, सहित अधिवक्ता कलम सिंह, जगदीश बिश्नोई, सुखपाल सिंह, सचिन चुघ, शकील खान आदि मौजुद थे।