Panchang

पंचांग, 08 फरवरी 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 08 फरवरी 2023 :

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः तृतीया प्रातः काल 06.24 तक है, 

वारः बुधवार। 

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी रात्रि काल 08.14 तक है, 

योगः अतिगण्ड सांयकाल 04.30 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.09 सूर्यास्तः 06.02 बजे।

वार्ड नंबर 30 से जजपा समर्थित प्रत्याशी सुदेश घनघस पंचायत समिति बरवाला की निर्विरोध बनी चेयरपर्सन 

  • 30 में से 27 मेंबर रहे उपस्थित 

मुनीश सलूजा,डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  07 फरवरी :

                        खंड बरवाला के वार्ड नंबर 30 से गांव बधावड़ निवासी सुदेश घनघस निर्विरोध पंचायत समिति की चेयरपर्सन बनी| नवनिर्वाचित चेयरपर्सन सुदेश घनघस को समर्थकों द्वारा खुली जीप में सवार करके बरवाला पंचायत समिति कार्यालय से लेकर गांव बधावड़ तक विजयी जुलूस निकाला गया| इस विजयी जुलूस में समर्थकों ने ढोल नगाड़ों पर नृत्य करके रंग गुलाल उड़ाते हुए प्रसन्नता व्यक्त की| पंचायत समिति की निर्विरोध चुनी गई सुदेश घनघस की कार्रवाई उपमंडल अधिकारी (नागरिक) कम पंचायत समिति रिटर्निंग अधिकारी डॉक्टर अशवीर सिंह नैन की अध्यक्षता में संपन्न हुई|

                        प्रत्याशी सुदेश घनघस के पंचायत समिति की निर्विरोध चेयरपर्सन की घोषणा होने के बाद भाजपा जजपा नेता जजपा प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र वीर चक्र, पूर्व विधायक वेद नांरग, जजपा राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र लितानी, नरेश नैन हसनगढ़ व सीमा गैबीपुर पंचायत समिति के कार्यालय में पहुंच गए और पंचायत समिति की निर्विरोध चेयरपर्सन सुदेश घनघस को भाजपा जजपा गठबंधन प्रत्याशी का दावा ठोका जबकि पंचायत समिति के कार्यालय के बाहर समर्थकों द्वारा जजपा और मंत्री अनूप धानक तथा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे|

                        एसडीएम कम पंचायत समिति रिटर्निंग अधिकारी डॉक्टर अशवीर सिंह नैन ने बताया कि मंगलवार दोपहर 12 बजे तक चुनावी कार्रवाई में पंचायत समिति के कुल 30 मेंबरों में से 27 मेंबर उपस्थित हुए| चेयरमैन पद हेतु 12 बजे से लेकर 12 बजकर 10 मिनट तक नामांकन फार्म भरने के समय तक सिर्फ एक ही नामांकन फार्म भरा गया| नामांकन फार्म की जांच पड़ताल में नामांकन फार्म ठीक पाया गया| इस कार्रवाई के दौरान अन्य किसी प्रत्याशी द्वारा कोई भी नामांकन फॉर्म नहीं भरा गया| नामांकन वापिस लेने के लिए निर्धारित समय 12 बजकर 20 तक प्रत्याशी सुदेश घनघस द्वारा अपना नामांकन वापिस नहीं लिया गया| नामांकन वापिस लेने का निर्धारित समय समाप्त होने के उपरांत केवल एक ही नामांकन पत्र सुदेश घनघस का पंचायत समिति के चेयरमैन पद हेतु रह गया|

                        चेयरमैन प्रत्याशी सुदेश के नामांकन का प्रस्ताव पंचायत समिति मेंबर नरेश द्वारा प्रस्तावित किया गया और अमित कुमार द्वारा चेयरमैन प्रत्याशी सुदेश के नाम का नामांकन पत्र अनुमोदित किया गया| जिसके चलते प्रत्याशी सुदेश घनघस पंचायत समिति की चेयरपर्सन निर्विरोध चुनी गई| अभी यह चुनाव परिणाम माननीय उच्च न्यायालय पंजाब एवं हरियाणा चंडीगढ़ में लंबित सीडब्ल्यूपी न. 2066 आफ 2023 के निर्णय पर आधारित होगा| इससे पूर्व पंचायत समिति के ये चुनाव 3 जनवरी को हुए थे| जिसमें प्रत्याशी भाजपा समर्थित सतीश खेदड़ मात्र 2 वोटों के अंतराल से पंचायत समिति के चेयरमैन बने थे| परंतु हरियाणा प्रदेश में बरवाला शहर के दो नाम बरवाला जिला पंचकूला और बरवाला जिला हिसार होने के हेरफेर में विजेता प्रत्याशी सतीश खेदड़ के शपथ लेने से पूर्व ही ये चुनाव दोबारा करवाने पड़े| हुआ यूँ कि बरवाला (पंचकूला) में पंचायत समिति चेयरमैन पद पुरुष हेतु आरक्षित था और बरवाला (हिसार) में पंचायत समिति चेयरमैन पद महिला हेतु आरक्षित था|  परंतु दोनों जगहों पर पुरुष ही पंचायत समिति के चेयरमैन बन गए थे|

                        इस अवसर पर एसडीएम डॉ अशवीर सिंह नैन, बीडीपीओ अशोक कुमार, एसईपीओ ओमप्रकाश, एबीपीओ नरेंद्र कुमार, स्टेनो संदीप व सहायक रविंद्र कुमार आदि मौजूद रहे|

बार एसोसिएशन हिसार नें लगाया वैक्सीनेशन कैंप

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 07 फरवरी : 

                        जिला बार एसोसिएशन हिसार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सीनेशन कैंप आयोजित किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए हिसार बार के प्रधान बन्सी लाल गोदारा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार में लगाए गए इस कैंप में करीब 56 अधिवक्ताओ ने बूस्टिंग डोज का लाभ उठाया, हिसार बार में पहले भी इस तरह के कैंप लगाए गए है, जिसका अधिवक्ताओ ने लाभ उठाया है।

                        स्वास्थ्य विभाग द्वारा वेक्सीनेशन कैम्प आयोजित करके प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा चक्र में लेने का प्रयास किया जा रहा है। हिसार बार के सचिव मुकेश शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधविक्ताओ हेतू वेकसीनेशन कैंप आयोजित करने के लिए हिसार बार की तरफ से स्वास्थ्य कर्मियों का तहदिल से आभार व्यक्त करते हुए उनका धन्यवाद किया।

                        इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन की बार के उपप्रधान राज कृष्ण वशिष्ठ, सह सचिव गीतांजलि शर्मा, कोषाध्य्क्ष रिंकू सिंह खटाणा, अधिवक्ता अनिल जालंधरा सहित अन्य अधिवक्तागण व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे ।

एसपी लोकेन्द्र सिंह ने जांचा अर्बन एस्टेट थाना

  • पुलिस अधीक्षक ने थाने का रिकार्ड व व्यवस्थाओं का लिया जायजा
  • बोले, शिकायकर्ता से सम्मानपूर्व व्यवहार करें पुलिस कर्मचारी

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 07 फरवरी :

                        पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने थाना अर्बन एस्टेट का औचक निरीक्षण किया। एसपी ने थाने का रिकॉर्ड, मालखाना, आपराधिक रिकॉर्ड के निरीक्षण के साथ साइबर डेस्क व महिला डेस्क की जांच की। उन्होंने थाने के मुंशी कक्ष और थाने में रखे असालह की जांच की और कंप्यूटर रूम के साथ वायरलैस कक्ष की भी व्यवस्था देखी।

                        निरीक्षण के दौरान एसपी ने पुलिस कर्मचारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आने वाली शिकायतों का इंद्राज कर उन पर कार्रवाई सुनिश्चित करे। सभी अपनी ड्यूटी जिम्मेवारी से निभाये। पुलिस थाने में आने वाले शिकायतकर्ता से सहयोग और सम्मानपूर्वक व्यवहार कर उनकी बातों को ध्यान से सुने। एसपी ने थाने में तैनात सभी अनुसंधानकर्ताओं के साथ अपराध गोष्ठी की। एसपी ने थाना प्रबंधक को थाने का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने, थाना परिसर में साफ सफाई रखने के निर्देश दिए और पुलिस कब्जे में लिए गए वाहनों के मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करने के लिए कहा।

                         एसपी लोकेन्द्र सिंह ने थाना परिसर में पौधारोपण किया व पुलिस जवानों के रहन-सहन व मैस आदि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस मौके पर पुलिस उप अधीक्षक अशोक कुमार, थाना प्रभारी उप निरीक्षक विनोद कुमार, उप निरीक्षक सतनारायण सहित थाने में तैनात पुलिस कर्मचारी मौजूद थे।

बिजली उपभोक्ताओं की हर परेशानी दूर कर किया जाएगा सीएम का सपना साकार : पीयूष मेहता

  • सीएम विंडो इंचार्ज पीयूष मेहता ने बिजली निगम अधिकारी के साथ की बैठक
  • बैठक में सीएम विंडो पर बिजली निगम से आई कई शिकायतों का किया निपटारा

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 07 फरवरी :

                        दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की सीएम विंडो से संबंधित बैठक का आयोजन राजगढ़ रोड स्थित निगम कार्यालय में किया गया। बैठक में बिजली निगम के सीएम विंडो इंचार्ज पीयूष मेहता ने निगम के अधिकारियों के साथ सीएम विंडो पर आई शिकायतों पर विचार विमर्श कर कई शिकायतों का निपटारा किया।

                        बैठक में बिजली निगम के अधिकारी बिजली निगम के एक्सईएन भीमसैन, एसडीओ साहिल गर्ग, एसडीओ पुलकित कुमार, एसडीओ गौरव यादव बरवाला, एसडीओ रविन्द्र अग्रोहा, एसडीओ निरंजन सातरोड, अमरजीत सिंह, सुरेन्द्र मेहता, विकास बिश्नोई आदि मौजूद थे।सीएम विंडो इंचार्ज पीयूष मेहता ने बताया कि सीएम विंडो पर बिजली चोरी, पोल शिफ्टिंग, ट्रांसफार्मर संबंधित आई शिकायतों पर निगम अधिकारियों व शिकायतकर्ता से बातचीत कर समाधान किया गया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सीएम विंडो पर आई कई शिकायतों का निपटारा कर चुके हैं।

                        पीयूष मेहता ने आमजन का आह्वान किया कि बिजली निगम से संंबंधित किसी भी प्रकार की समस्याएं है तो वे सीएम विंडो पर दर्ज करवा सकते हैं, उनकी समस्या का अवश्य समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सपना जिसमें किसी भी उपभोक्ताओं को कोई परेशानी न हो और सीएम विंडो पर आई सभी शिकायतों का समाधान हो, इसके लिए वे बिजली निगम के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। पीयूष मेहता ने कहा कि बिजली निगम अधिकारी भी सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों के समाधान का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।

                        मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सपना है कि जनसमस्याएं नहीं रहने चाहिए और जन-जन संतुष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे बिजली निगम सीएम विंडो इंचार्ज होने के नाते उनका प्रयास रहता है कि सीएम विंडो पर बिजली निगम से संबंधित आई शिकायतों को अधिकारियों के साथ मिलकर तुरंत समाधान किया जाए। इसके लिए वे लगातार अलग-अलग जिलों में बैठकें कर रहे हैं। पीयूष मेहता ने कहा कि बैठकों के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।

खेल मंत्री मीत हेयर द्वारा भारतीय हॉकी टीम के खिलाडिय़ों को किया गया सम्मानित  

हॉकी में पंजाब देश का नेतृत्व करता रहेगा: मीत हेयर  
ओलम्पिक पदक विजेता खिलाडिय़ों को दर्जा एक नौकरियाँ जल्द मिलेंगी
खेल मंत्री ने एशियाई और ओलम्पिक खेल के लिए खिलाडिय़ों को दी शुभकामनाएँ  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने अपने सरकारी आवास में भारतीय हॉकी टीम के खिलाडिय़ों का सम्मान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान जल्द ही ओलम्पिक पदक विजेता हॉकी खिलाडिय़ों को दर्जा एक की नौकरियों के नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।  
मीत हेयर ने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पंजाब को खेलों में अग्रणी बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी और हॉकी की नरसरी के तौर पर जाना जाता राज्य पंजाब इस खेल में देश का नेतृत्व करेगा। उन्होंने राज्य में हॉकी खेल को और प्रफुल्लित करने के लिए खिलाडिय़ों के सुझाव भी माँगे। हॉकी खेल के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत करने और राज्य में हॉकी लीग शुरू करने संबंधी भी विचार-विमर्श किया।
मीत हेयर ने कहा कि पंजाब के लिए गर्व की बात है कि टीम में कप्तान समेत राज्य के 10 खिलाड़ी हैं। खिलाडिय़ों को इस साल होने वाली एशियाई खेल और अगले साल होने वाली पैरिस ओलम्पिक खेल के लिए शुभकामनाएँ भी दीं। विश्व कप में नतीजे आशा के अनुसार ना आने पर उन्होंने खिलाडिय़ों को हिम्मत न हारने की सलाह देते हुए कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है।  
खेल मंत्री ने भारतीय हॉकी खिलाडिय़ों के साथ बात करते हुए कहा, ‘‘आप हमारा गौरव हो और नौजवानों के रोल मॉडल हो, इसलिए आपका हमारे नौजवान खिलाडिय़ों पर बहुत प्रभाव है जिस कारण आप अपने-अपने क्षेत्रों में नई उम्र के खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन दें। आपकी हौसला अफज़ायी बच्चों के लिए प्रोत्साहन का काम करेगी।’’
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने खेल मंत्री को विश्वास दिलाया कि आने वाले मुकाबलों में देश और राज्य का नाम रौशन करने और अपना प्रदर्शन और अधिक बेहतर करने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। टीम के मिडफीलडर और ओलम्पिक खेल में भारत के कप्तान रहे मनप्रीत सिंह ने पंजाब सरकार द्वारा खिलाडिय़ों की हौसला अफज़ायी करने पर धन्यवाद किया।  
खेल मंत्री द्वारा भारतीय हॉकी टीम के पंजाबी खिलाडिय़ों का सम्मान किया गया, जिनमें कप्तान हरमनप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, अकाशदीप सिंह, वरुण कुमार, शमशेर सिंह, कृष्ण पाठक, सुखजीत सिंह शामिल थे। इस अवसर पर ओलम्पिक पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों रुपिन्दर पाल सिंह, दिलप्रीत सिंह और सिमरनजीत सिंह को भी सम्मानित किया गया।  
हॉकी खिलाडिय़ों द्वारा खेल मंत्री को अपने ऑटोग्राफ वाली टी-शर्ट और हॉकी स्टिक भेंट की गई। इस अवसर पर प्रमुख सचिव राज कमल चौधरी और निदेशक अमित तलवाड़ भी उपस्थित थे।  

नशों के खि़लाफ़ पंजाब पुलिस की कार्रवाई को मिला जनसमर्थन

युवाओं को मुख्य धारा में लौटने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए पंजाब पुलिस पुनर्वास केंद्रों तक पहुंची
लोगों ने नशों के खि़लाफ़ जंग में पंजाब पुलिस का साथ देने का लिया संकल्प

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  पंजाब पुलिस की मुहिम के सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो गए हैं और पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए जनता ने पंजाब पुलिस को पूरा समर्थन दिया है।
पंजाब पुलिस समय-समय पर राज्य में ड्रग के हॉटस्पॉट्स पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चला रही है और समाज के सभी वर्गों के लोग पंजाब पुलिस की कार्रवाई से बहुत खुश हैं, और पुलिस टीमों को सहयोग दे रहे हैं।
गाँम खरौढ़ी (फतेहगढ़ साहिब) जिसे पंचायत द्वारा नशा मुक्त गाँव घोषित किया गया है के सरपंच हरपिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब पुलिस को नशों के खिलाफ जंग छेडऩे के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने पंचायत की ओर से पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने की इस जंग में पूर्ण रूप से सहयोग देने का आश्वासन दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपीज़) के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने सोमवार को फतेहगढ़ साहिब, तरनतारन, पठानकोट, होशियारपुर और अमृतसर ग्रामीण सहित पांच जि़लों में घेराबंदी और तलाशी अभियान एवं विशेष नाकाबंदी की गई। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर पुलिस टीमों ने पुनर्वास केंद्रों का भी दौरा किया, ताकि नशे की लत का इलाज करा रहे लोगों को मुख्य धारा में वापस आने और नया जीवन शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा सके।
डीजीपी ने कहा कि पाँच जि़लों में चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान पुलिस टीमों को जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया और समर्थन मिला है। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि उन्हें किसी व्यक्ति संबंधी ड्रग्स बेचने अथवा खरीदने के बारे में पता चलता है तो वह पुलिस के साथ जानकारी साझा करें।
अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने खियाला में पुनर्वास केंद्र का दौरा किया है, ताकि उन युवाओं से बातचीत की जा सके, जिनका इलाज चल रहा है, ताकि उन्हें समाज में एक सम्मानित जीवन जीने के लिए नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया जा सके। पुलिस ने आमने-सामने की बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाया और उन्हें मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रोत्साहित किया और उनके साथ खेल खेलने के अलावा मिठाई और फल भी भेंट किए।
होशियारपुर पुलिस ने गाँव भुनगरनी में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाकर एनडीपीएस एक्ट के तहत दो एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस टीमों ने नशे के आदी नौ युवकों को भी प्रेरित कर इलाज के लिए नशामुक्ति केंद्र होशियारपुर में भर्ती कराया है।
फतेहगढ़ साहिब में पुलिस ने घेराबंदी और तलाशी अभियान व मज़बूत नाकाबंदी की, पुलिस की टीमें गांव खरौढ़ी का भी दौरा कर चुकी हैं, जहां पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर गाँव को नशामुक्त घोषित किया है। दिलचस्प बात यह है कि समाज के सभी वर्गों के लोग यहाँ मौजूद थे और पंजाब पुलिस द्वारा ड्रग्स के खिलाफ की गई कार्रवाई से सभी बहुत खुश थे। इसी तरह तरनतारन और पठानकोट जि़लों में भी नशों के खिलाफ विभिन्न गतिविधियां चलाई गईं।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच के अनुरूप पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए पंजाब पुलिस कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य में नशों की समस्या से निपटने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा नशा रोधी मुहिम चलाई गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘नशों के खिलाफ हमारी मुहिम को आज एक भरपूर प्रोत्साहन तब मिला जब पंजाब के लोगों ने पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सपने को साकार करने के लिए पंजाब पुलिस को पूरा समर्थन दिया।’’

मुख्यमंत्री ने इसरो के लिए चिप बनाने वाली अमृतसर स्कूल की छात्राओं का किया सम्मान


श्री हरीकोटा जाने के लिए खर्चे के तौर पर छात्राओं को तीन लाख रुपए का चैक सौंप

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को अमृतसर के सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल ( लड़कियां) की छात्राओं को इसरो के लिए चिप बनाने पर सम्मानित किया। इस चिप को इसरो के उपग्रह में लगाया गया है।

मुख्यमंत्री ने यहाँ माल रोड पर स्थित इस स्कूल की छात्राओं को इस उपलब्धि लिए बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि इन छात्राओं की यह विलक्षण उपलब्धि भविष्य में अन्य विद्यार्थियों को भी ऐसी उपलब्धियों के लिए प्रेरित करेगी। भगवंत मान ने कहा कि यह पूरे राज्य के लिए बड़े मान वाली बात है। इससे यह बात फिर साबित हुई कि पंजाब के पास अथाह हुनर है, जिसको रचनात्मक दिशा में लाने की ज़रूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्कूल की होनहार छात्राओं ने साबित कर दिया कि पंजाब के विद्यार्थियों में नवीनता और महारत की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इन छात्राओं को सही प्लेटफार्म मिले तो वह किसी भी क्षेत्र में अपनी काबिलीयत का लोहा मनवा सकती हैं। इसी लिए पंजाब सरकार छात्राओं को उत्साहित करने के लिए हर संभव कोशिश करेगी। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार ऐसी एक विनम्र सी कोशिश के अंतर्गत राज्य भर में ‘स्कूल आफ एमिनेंस’ का निर्माण कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आशा अभिव्यक्त की कि यह स्कूल विद्यार्थियों को उनकी रुचियों के मुताबिक भावी मुकाबलों के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थियों को अपने पसन्दीदा क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने में मदद मिलेगी और वह कान्वेंट से पढ़ते अपने साथियों का वैश्विक स्तर पर मुकाबला करने के योग्य होंगे। भगवंत मान ने श्री हरीकोटा जाने के खर्चे के लिये इन छात्राओं को तीन लाख का चैक सौंपा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सहयोग देने के महान कार्य की सफलता के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।

राजनैतिक स्थिरता और तेज़ी से फ़ैसले लेने के ढांचे से पंजाब देश भर में से अग्रणी औद्योगिक राज्य के तौर पर उभर रहा है : मुख्यमंत्री

अमृतसर में उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श के दौरान राज्य में पर्यटन उद्योग को बड़ा बढ़ावा देने का किया ऐलान

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा राजनैतिक स्थिरता के दौर और तेज़ गति से फ़ैसले लेने के ढांचे के साथ-साथ लीक से हटकर नये विचारों के साथ पंजाब जल्द ही देश भर में से अग्रणी औद्योगिक राज्य बन कर उभरेगा।  

मोहाली में 23 और 24 फरवरी को होने वाले प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन की तैयारियो के दौरान आज यहाँ उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों का जन्म ही नंबर एक पर पहुँचने के लिए हुआ है क्योंकि मेहनत और समर्पण की भावना पंजाबियों के ख़ून में ही समायी हुई है। उन्होंने कहा कि इसी जज़्बे से पंजाबियों ने हमेशा हरेक क्षेत्र में सफलताएं हासिल कीं और राज्य के उद्यमियों ने दुनिया भर में अपने लिए अलग स्थान हासिल किया है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब औद्योगिक तरक्की की तेज़ रफ़्तार का साथी बनेगा।

राज्य भर में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र की अथाह संभावनाओं का पूरा लाभ लेने का ऐलान करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य इस बात से खुशकिस्मत है कि यहाँ बहुत से कुदरती स्रोत हैं, जिनको अंतरराष्ट्रीय सैलानियों के लिए पर्यटन स्थलों के तौर पर विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रणजीत सागर डैम, चोहाल डैम, नूरपुर बेदी और अन्य स्थानों को आधुनिक पर्यटन स्थलों के तौर पर विकसित करने के लिए ठोस प्रस्ताव लिया रही है। भगवंत मान ने कहा कि इन पर्यटन केन्द्रों में अथाह संभावनाएं हैं, जोकि राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे पर लिया सकती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पवित्र नगरी अमृतसर को पर्यटन पक्ष से इस तरह विकसित किया जायेगा, जिससे धार्मिक और देश भगती के जज़्बे की झलक मिले। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी और पर्यटन क्षेत्र की तरक्की के लिए हर प्रयास इस्तेमाल किया जायेगा। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब दुनिया भर के सैलानियों का ध्यान अपने तरफ खिंचेगा।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय कारोबारियों को भरोसा दिया कि पर्यटन क्षेत्र को उत्साहित करते हुये स्थानीय उद्योग की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि इन पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए देश भर से या विदेशों से बड़ी कंपनियों को बुलाने की जगह स्थानीय उद्योगपतियों को प्राथमिकता दी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि इससे स्थानीय उद्योगपतियों को इस क्षेत्र में अपनी काबिलीयत दिखाने का मौका मिलेगा और पंजाब पर्यटन उद्योग के गढ़ के तौर पर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार खेती उद्योग को बड़े स्तर पर बढ़ावा देने की भी योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि देश में पैदा होने वाले कुल बासमती की 80 प्रतिशत पैदावार पंजाब में होती है और आने वाले दिनों में इस उत्पादन में और विस्तार किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि इससे एक तरफ़ औद्योगिक क्षेत्र में क्रांति आयेगी, वहीं किसानों की आय बढ़ने के साथ-साथ पानी के रूप में बहुमूल्य कुदरती स्रोत की बचत होगी।

मुख्यमंत्री ने उद्यमियों के साथ भावुक सांझ डालते हुये कहा कि वह कहीं ओर न जाएँ और अपनी मातृ भूमि की सेवा के लिए यहाँ अपना कारोबार बढ़ाने की तरफ ध्यान दें। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पहले ही राज्य में उद्योगों के लिए सुखद माहौल प्रदान कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने दुनिया भर में अपनी काबिलीयत का सबूत दिया है और अब उनको राज्य में अपने प्रसार की तरफ ध्यान देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे उद्योगों को बड़ा प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा होंगे। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि राज्य सरकार उद्योगपतियों को उनके प्रोजेक्टों की जल्दी मंजूरी देने के लिए बहुत जल्द अष्टाम पेपरों के लिए कलर कोडिंग शुरू करेगी। भगवंत मान ने कहा कि उद्योग की सुविधा के लिए आदमपुर, हलवारा और भिसियाना हवाई अड्डों से घरेलू उड़ानें शुरू करने के लिए भी बड़े स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने तंज़ कसते हुये कहा कि पिछली सरकारों के दौरान उद्योगपतियों को अपने प्रोजेक्टों के लिए सत्ताधारी परिवारों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने पड़ते थे परन्तु जबसे उन्होंने राज्य की बागडोर संभाली है, अब पंजाब निवासियों के हित में समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले रसूखदार परिवारों को इन समझौतों का लाभ मिलता था परन्तु अब पंजाबियों को इसका लाभ मिलेगा। भगवंत मान ने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक यत्न कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग और वाणिज्य को और बढ़ावा देने के लिए पंजाब के लिए नयी औद्योगिक नीति लागू की है। उन्होंने कहा कि यह नीति सभी भाईवालों ख़ास कर उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई है। भगवंत मान ने कहा कि इस नीति के सम्बन्ध में यदि कोई और सुझाव हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।

मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि रिवायती राजनैतिक पार्टियाँ उनसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि इन पार्टियों को यह बात हज़म नहीं हो रही कि एक आम व्यक्ति का पुत्र नेक नीयत से राज्य की सेवा कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोक विरोधी और पंजाब विरोधी पैंतरों के कारण यह पार्टियाँ लोगों का विश्वास गंवा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के बुद्धिमान और बहादुर लोगों ने 2022 के विधान सभा मतदान के दौरान इन पार्टियों को सत्ता से बाहर कर दिया था, जिस कारण वह निराशा के दौर में से गुज़र रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन पार्टियों के नेता अब लोगों को गुमराह करने के लिए एक दूसरे के साथ सांठगांठ कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह सभी चीजें उनको राज्य की भलाई और लोगों की ख़ुशहाली के लिए पहलकदमियां करने से नहीं रोक सकतीं। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य सरकार के ठोस प्रयासों स्वरूप पंजाब हर क्षेत्र में सर्वांगीण तरक्की का गवाह बनेगा। भगवंत मान ने इस कार्य के लिए लोगों से भरपूर सहयोग की माँग भी की।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, इन्दरबीर सिंह निज्जर, अनमोल गगन मान, हरभजन सिंह ईटीओ, लालजीत सिंह भुल्लर और अन्य भी उपस्थित थे।

पंजाब विधान सभा स्पीकर द्वारा मातृभाषा दिवस सम्बन्धी विधायकों और चिंतकों के साथ विचार-चर्चा

स्थापित कानूनों के तहत हाई कोर्ट और निचली अदालतों में पंजाबी भाषा लागू करने और राज्य में लाइब्रेरी एक्ट लाने जैसे अहम विचार आए सामने

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के ज्वलंत और अहम मुद्दों के बारे विचार-विमर्ष करने की कड़ी के अंतर्गत विधान सभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा बुलाई गई मीटिंग के दौरान स्थापित कानूनों की रौशनी में हाई कोर्ट और निचली अदालतों में पंजाबी भाषा लागू करने सम्बन्धी सार्थक विचार उभर कर सामने आऐ।

अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मद्देनज़र पंजाबी भाषा को और प्रफुल्लित करने, विधायकों को मुद्दों के बारे विस्तृत और उचित जानकारी मुहैया कराने और अदालतों में मातृ-भाषा पंजाबी लागू कराने सम्बन्धी मामलों पर विचार-विमर्ष करने के लिए बुलायी मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि मातृ-भाषा पंजाब को बनता मान-सम्मान दिलाने के लिए पंजाब सरकार निरंतर कोशिशें कर रही है और 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृ-भाषा दिवस तक सभी सरकारी और निजी संस्थानों के बोर्डों में पंजाबी को पहला स्थान देने की अपील की गई है।

 संधवां ने बताया कि विचार-चर्चा के दौरान स्थापित कानून के अंतर्गत हाई कोर्ट और निचली अदालतों में पंजाबी भाषा लागू कराने, राज्य में लाइब्रेरी एक्ट लाने, पंजाबी को रोज़गार के साथ जोड़ने, अध्यापकों की पंजाबी भाषा में महारत, पंजाबी भाषा के शुद्ध अनुवाद, प्राईवेट स्कूलों में नर्सरी स्तर से पंजाबी भाषा लागू करने, अफसरशाही को पंजाबी भाषा में लिखने/पढ़ने, भाषाई संस्थानों को मज़बूत करने जैसे अहम विचार सामने आए।

मीटिंग के दौरान शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, विधान सभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रोड़ी,  मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, मुहम्मद जमील उर रहमान, करमबीर सिंह घूमन्न (सभी विधायक) और कई अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

विचार-विमर्ष के दौरान भाषाई कार्यकर्ता और कानूनी चिंतक मित्तर सैन मीत ने स्थापित कानूनों का हवाला देते हुये बताया कि राज्यपाल के द्वारा पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में पंजाबी भाषा में काम-काज लागू करवाया जा सकता है। इसी तरह पंजाब सरकार द्वारा निचली अदालतों में पंजाबी भाषा लागू करवाना यकीनी बनाया जा सकता है। उन्होंने कानूनी नियमों का अनुवाद करने के लिए पंजाब राज भाषा वैधानिक कमीशन को सुरजीत करने की बात भी कही। पंजाबी साहित्य अकादमी लुधियाना के प्रधान लखविन्दर सिंह जौहल ने अकादमिक स्तर पर पंजाबी की हालत सुधारने और मातृ-भाषा को हुनर विकास एवं रोज़गार के साथ जोड़ने के बारे में विचार रखे। केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा के प्रधान दर्शन बुट्टर ने भाषा विभाग को समर्थ बनाने और केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा (सेखों) के प्रधान पवन हरचन्दपुरी ने सचिवालय स्तर से हिदायतें पंजाबी में लागू करने के लिए कहा। सिख इतिहासकार और विद्वान डा. हरपाल सिंह पन्नू ने अध्यापकों के लिए शुद्ध पंजाबी लाज़िमी करना, पंजाबी यूनिवर्सिटी और भाषा विभाग द्वारा पंजाबी ज़ुबान और पंजाबी विरासत से सम्बन्धित व्यक्तियों के ज़रिये शुद्ध अनुवाद का सिलसिला फिर शुरू करने की बात कही।

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. योगराज ने फ़्रैंच और पंजाबी भाषा की तुलना करते हुये बताया कि सरकार द्वारा अपनाई जाती भाषा का हमेशा प्रसार होता है। इसके साथ ही भाषाई बुनियादी ढांचा मज़बूत किया जाना लाज़िमी है।

पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. अरविन्द और भाषा विभाग की डायरैक्टर वीरपाल कौर ने सरकार के मातृ-भाषा के प्रति फ़ैसले को सराहनीय बताते हुये कानून और मैडिकल की पढ़ाई के लिए मातृ-भाषा में शब्दावली मुहैया कराने और भाषाई बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने में सरकार को पूरा सहयोग देने की बात कही।

सीनियर पत्रकार चरनजीत भुल्लर, जय सिंह छिब्बर, दीपक चनारथल और हरजिन्दर सिंह लाल ने शिक्षा प्रणाली के पंजाबीकरण, भाषाई संस्थाओं की मज़बूती, राज्य की राजधानी और अफसरशाही में पंजाबी पढ़नी और लिखनी लाज़िमी करना, लेखकों का बनता मान-सम्मान करना, मातृ-भाषा की मज़बूती के लिए राज्य सरकार की सरप्रस्ती और राज्य की राजस्व अदालतों में पंजाबी लागू करने की बात रखी।

सीनियर पत्रकार सतनाम मानक ने एक राष्ट्र के संकल्प को नकारते हुये कहा कि विभिन्नता में ही देश की ख़ूबसूरती है। उन्होंने कहा कि राज्य में लाइब्रेरी एक्ट बनाने की ज़रूरत है जिससे केंद्रीय ग्रांट मिलनी आसान हो जायेगी। उन्होंने आंध्रा प्रदेश की तर्ज़ पर पंजाब राज भाषा कमीशन बनाने के बारे में भी विचार रखा।

इसके इलावा विधायक प्रिंसिपल बुद्ध राम और गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी से पंजाबी विभाग के प्रमुख डा. मनजिन्दर सिंह ने भी मातृ-भाषा की तरक्की के लिए अपने विचार रखे।