जर्मनी के शिष्टमंडल ने भारत निर्वाचन आयोग के कठोर प्रोटोकॉल और ईवीएम – वीवीपैट की सुरक्षा विशेषताओं का लिया जायजा 

            आयोग के तीनों वरिष्ठ पदाधिकारियों से बातचीत करते हुये जर्मनी की विदेश मंत्री ने भिन्न-भिन्न भौगोलिक स्थितियों, संस्कृतियों और मतदाताओं वाले दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावी प्रबंधन का इतना विशाल काम करने पर भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा की। विदेश मंत्री को चुनावी प्रक्रिया में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकी से अवगत कराया गया।

रघुनंदन पराशर, द्मोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 6 दिसम्बर :

            निर्वाचन आयोग मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि जर्मनी की विदेश मंत्री महामहिम सुश्री अन्नालीना बेयरबॉक के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने आज नई दिल्ली स्थित निर्वाचन सदन में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार और चुनाव आयुक्तों श्री अनूप चंद्र पाण्डेय व श्री अरुण गोयल से मुलाकात की। जर्मनी की विदेश मंत्री के साथ जर्मनी की सांसद सुश्री आगनियेश्का ब्रगर, श्री टॉमस अर्नडल, श्री उलरिख लेश्ते, श्री आंद्रियास लारेम, भारत में जर्मनी के राजदूत महामहिम डॉ. फिलिप ऐकरमन और जर्मन विदेश विभाग के अन्य अधिकारी शामिल थे।

            इस अवसर पर मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र की भावना भारत के ऐतिहासिक संदर्भ और परंपराओं में गहराई से बैठी है। भारत में चुनाव के दायरे का अवलोकन करते हुये उन्होंने जर्मन शिष्टमंडल को विस्तारपूर्वक बताया कि कैसे भारत निर्वाचन आयोग 1.1 मिलियन मतदान केंद्रों पर 950 मिलियन से अधिक मतदाताओं के लिये व्यवस्था करता है, 11 मिलियन मतदान कर्मियों का इंतजाम किया जाता है, ताकि मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी, सुगम और भागीदारीपूर्ण चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराई जा सके। श्री राजीव कुमार ने कहा कि आयोग हर स्तर पर राजनैतिक दलों की भागीदारी और दलों द्वारा पूरी जानकारी दिये जाने को सुनिश्चित करता है।

            उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक की चुनौतियों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर फर्जी सामग्रियों के गलतफहमी फैलाने वाले असर से भी निपटना पड़ता है, जिनके कारण मुक्त व निष्पक्ष चुनाव में बाधा आ सकती है। ऐसी गतिविधियां लगभग सभी चुनाव प्रबंधन निकायों के लिये चुनौती बन रही हैं।आयोग के तीनों वरिष्ठ पदाधिकारियों से बातचीत करते हुये जर्मनी की विदेश मंत्री ने भिन्न-भिन्न भौगोलिक स्थितियों, संस्कृतियों और मतदाताओं वाले दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावी प्रबंधन का इतना विशाल काम करने पर भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा की। विदेश मंत्री को चुनावी प्रक्रिया में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकी से अवगत कराया गया। इस प्रक्रिया में मतदाताओं की भागीदारी, राजनैतिक दलों/उम्मीदारों और चुनावी प्रक्रिया सम्बंधी लॉजिस्टिक्स के बारे में जानकारी दी गई। ईवीएम-वीवीपैट की जानकारी देते समय उन्होंने खुद ईवीएम के जरिये मतदान करके देखा। इसकी व्यवस्था शिष्टमंडल के लिये की गई थी। विदेश मंत्री और जर्मनी के सांसदों ने ईवीएम के सुरक्षा मानकों को देखा तथा मशीनों के उपयोग में कठोर प्रशासनिक प्रोटोकॉल, आवागमन, भंडारण, संचालन तथा प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। उन्हें बताया गया कि इस पूरी गतिविधि में हर स्तर पर राजनैतिक दलों को संलग्न किया जाता है।

            भारत और जर्मनी, दोनों इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमॉक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिसटेंस (आईडिया), स्टॉकहोम तथा कम्यूनिटी ऑफ डेमोक्रेसीस, वारसॉ के सदस्य हैं। भारत निर्वाचन आयोग लगातार प्रयासरत है कि विदेश के चुनावी प्राधिकारियों के साथ करीबी चुनावी सहयोग को प्रोत्साहित करे तथा लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करने और लोकतंत्र सम्बंधी शिक्षा सहित नागरिक शिक्षा व साक्षरता को प्रोत्साहन देने के मद्देनजर लोकतांत्रिक संस्थानों व प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करे। ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के तत्त्वावधान में भारतीय निर्वाचन आयोग राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023 के पहले जनवरी 2023 में ‘यूज़ ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इलेक्शंस इंटेग्रिटी’ विषय पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा।इस अवसर पर जर्मनी के विदेश विभाग, नई दिल्ली स्थित जर्मनी के दूतावास तथा भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

स्मार्ट फ़ोन क्या आपको सही में स्मार्ट बनाता है जानते है स्मार्ट फ़ोन की लत से कैसे बचे डॉ सुमित्रा अग्रवाल जी से 

सब अपनेपन के लिए तरसते है और फ़ोन से हर समय जूड़े होते है पर अपने प्रियजन से दूर होते है। साथ की खोज में साथी से ही दूर हो जाते है। इसका अत्यधिक इस्तेमाल किया जाए तो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में इसका बड़ा असर होता है।

कैसे अपने स्मार्टफोन की लत को तोड़ें

डॉ सुमित्रा अग्रवाल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कोलकाता – 06 दिसंबर :

            वर्तमान समय में अत्यधिक लोगो के पास स्मार्टफोन है । बड़े हो या छोटे हो सब उम्र के लोग स्मार्टफोन का भरपूर इस्तेमाल करते है । स्मार्ट एडवांस टेक्नोलॉजी ने हमारी ज़िंदगी बहुत आसान बना दी है । हम कोई भी काम आसानी से घर बैठे  कर सकते है ।ऐसे में स्मार्ट फोन के फायदे भी है और नुकसान भी है ।

स्मार्ट फ़ोन से जुड़ी खट्टी मीठी बातें –

            सब अपनेपन के लिए तरसते है और फ़ोन से हर समय जूड़े होते है पर अपने प्रियजन से दूर होते है।  साथ की खोज में साथी से ही दूर हो जाते है।  इसका अत्यधिक इस्तेमाल किया जाए तो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में इसका बड़ा असर होता है ।

कब होती है इस लत की सुरुवात 

            माता पिता छोटे छोटे बच्चो के  हाथो में मोबाइल दे देते है । जिसने अभी चलना सीखा भी नहीं होता है  वो फ़ोन चलना जरूर सिख जाता है। फोन की यही लत खतनाक साबित हो सकती है।  इससे मातापिता को सावधान हो जाना चाहिए क्यों की बच्चो के  हाथो में स्मार्ट फोन पकड़ाना एक कोकीन जैसी नशीली और जहरीली चीज के बराबर है।

            हाल ही में शोध से यह पता चली है की अत्यधिक स्मार्ट फोन के इस्तेमाल से बच्चे पढ़ने में कमजोर हो रहे है ।बच्चों की प्रतिरोधक  छमता कम होती नजर आ  रही है और बच्चों की एकाग्रहता की शक्ति भी कम होने लगी  है, जिससे बच्चों की रचनात्मक प्रतिभाएं  भी कम  हो रही है  ।

मोबाइल फोन की लत के लक्षण और इससे निपटने के तरीके रुझान और स्वास्थ्य

किन लक्षणों से जाने की स्मार्ट फ़ोन की लत लग गयी है –

इन लक्षणों से करे एडिक्शन की पहचान 

  •  बार बार फोन चेक करने की आदत 
  •    फोन में लंबे व्यक्त तक बाते करना 
  •   बार बार व्हाट्स एप मैसेजेस को चेक करना 
  • पूरी रात फोन में लगे रहना 
  •   रात को मैसेजेस चेक करने की आदत 
  •   कोई दूसरा इंसान आप का फोन मांगे, तो आप को गुस्सा आना 
  • सोते व्यक्त फोन का इस्तेमाल करना 
  •   पढ़ने के व्यक्त फोन का इस्तेमाल करना 
  • • फोन इस्तेमाल की टाइमिंग कंट्रोल ना करना 
  • • गाड़ी चलाते व्यक्त फोन का इस्तेमाल करना 
  • • चालू रास्ते में फोन का इस्तेमाल करना                                                                                                                          

कैसे करे इस लत का समाधान –

ऐसे पाए एडिक्शन से छुटकारा

  • रात को फोन अपने पास ना रखे 
  • • नोटिफिकेशन  और अन्य एप्प को अपने फोन में प्रतिबंध करिये।  
  • • कम से कम एप्प  का इस्तेमाल करे 
  • •  सुबह उठते समय और रात के समय फोन का इस्तेमाल बहुत जरुरी  होने पर ही करे।
  • • अपने आप को व्यस्त रखे 
  • •  क्रिएटिव चीजे करे
  • • नई  प्रतिभा को सीख सकते है ,जिसमें रुचि हो 
  • •  ज्यादातर समय अपने परिजनों के साथ बिताए 
  • •  कम से कम फ़ोन का इस्तेमाल करे 
  • पुराने दोस्तों से मिले 

छोटी पर मोटी बातें 

            आज के दौर में सभी उम्र  के लोग स्मार्ट फोन का हद से ज्यादा इस्तेमाल करते है । स्मार्ट फोन की आदत से छोटे बच्चे को दूर रखे। युवाओ को जागरूक रहना चाहिए।युवाओ को अपना ध्यान अपने करियर में लगाना चाहिए जिससे उसकी जिंदगी निखरे ।स्मार्ट फोन की एडिक्शन से कई बच्चों की जिंदगी खतरे में आती है । माता पिता को जागरूक होना चाहिए , बच्चों को कम से कम फ़ोन देना चाहिए ।

            पुराने मित्र से मिलने की बात ही अलग होती है, पुरानी यादें  ताजा होती है और संबंध भी अच्छे बनते है। स्मार्ट फोन के एडिक्शन से कई लोगो की जिंदगी आसानी से बचाई जा सकती है। बस लोगों के अंदर की  जागरूकता को बढ़ाना होगा ।जब लोग खुद ही समझ जायेंगे की कब फ़ोन का इस्तेमाल करना है और कब नहीं करना है तब कोई भी तकलीफ नहीं रहेगी।

फोन का इस्तेमाल करे , लेकिन एक नियमित समय तक ही करे इससे ज्यादा ना करे।

भाजपा मंडल छछरौली ने भारत रत्न संविधान निर्माता डाक्टर भीमराव बाबा साहब अम्बेड़कर जी के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर नमन किया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 06 दिसंबर :

            भाजपा छछरौली मंडल अध्यक्ष कल्याण सिंह ने कहा कि  संविधान निर्माता भारत रत्न डाक्टर भीमराव अम्बेड़कर बाबा साहब जी ने औद्योगिक विकास, जल संचय, सिंचाई, श्रमिक सुधार, कृषक उत्पादकता और कृषकों की आय बढ़ाने के लिए अनेक सामूहिक प्रयास किए तथा महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दिया,  बाबा साहब भारतवर्ष के प्रत्येक जाति वर्ग व समस्त देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहे हैं ,मंडल महामंत्री जगदीश धीमान ने कहा कि जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए ,संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी को उनके परिनिर्वाण दिवस पर विनम्र नमन, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक, शिक्षा आदि क्षेत्रों में बाबा साहेब के योगदान को देशवासी सदैव याद रखेंगे , उनके दिखाए रास्ते पर चलना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है साथ में मंडल महामंत्री डाक्टर जगदीश धीमान, शक्ति केन्द्र प्रमुख मास्टर राजबीर सिंह, युवा नेता कर्मसिंह शेरपुर,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग सहित बहुत से भाजपा कार्यकर्ता साथ रहे।

मानसिक व शारिरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए खेलों का विशेष महत्व :  जगजीत सिंह

  • मानसिक तनाव दूर करने के लिए खेलों की विशेष भूमिका : जगजीत सिंह

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 06 दिसंबर :

            गाँव गधोली मे क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन किया गया। टूर्नामेंट में बहुजन समाज पार्टी के जिला प्रभारी सरदार जगजीत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान एक विशेष लेदर की बॉल के साथ क्रिकेट टूर्नामेंट कराया गया। क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजक आशुतोष ,शक्ति , गौरव, विक्की ,युवराज ,बिट्टू व आदि  साथी रहे।जीतने वाली टीम को 51000 का इनाम दिया गया। इस टूर्नामेंट में 8 टीमों ने हिस्सा लिया, फाइनल मैच सपरा11 और आशु11टीम में हुआ।

            मौके पर सरदार जगजीत सिंह ने फाइनल मैच में अपने साथियों के साथ विशेष रुप से उपस्थित होकर सभी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि आज युवा वर्ग कही न कही पथभ्रष्ट होकर नशे के नरक में जा रहा है ऐसे में खेल ही एकमात्र ऐसा माध्यम है जिससे स्वंम व समाज को स्वस्थ रखा जा सकता है। जगजीत सिंह ने उपस्थित खिलाड़ियों का आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी को अपने व्यस्तम समय में से कुछ समय खेलों के लिए जरूर निकलना चाहिए क्योंकि खेल जहाँ व्यक्ति को शारिरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं वहीं मानसिक तनाव को भी दूर करने में हमारी सहायता करते हैं।

            उन्होंने इस क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजकों को भी बधाई दी और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन करते रहने की अपेक्षा की। 

            इस मौके पर सरदार जगजीत सिंह के साथ संदीप सिंह, दयाल सिंह, रणवीर सिंह, राजा सिंह, विपुल आदि उपस्थित रहे।

भयानक कोहरा और सर्दी शुरु, तेज और तेज वाहन चलाने को टालें

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 06 दिसंबर :

फोटोशूट. सुबह 7-35 बजे. करणीदानसिंह राजपूत, सूरतगढ़ शहर

            राष्ट्रीय उच्च मार्ग हो या कोई भी सड़क हो तेज और तेज वाहन दौड़ने की बुरे शौक को बदलने की ईच्छा बनाकर ही घर से बाहर निकलें।

फोटोशूट. सुबह 7-35 बजे. करणीदानसिंह राजपूत, सूरतगढ़ शहर
  • आपके जीवन से परिवार ही नहीं अनेक तार जुड़े हुए हैं एवं सड़क पर चल रहे अन्य लोगों का जीवन भी जुड़ा है। वाहनों की गति तो आज बहुत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उस तेज गति से दौड़ाया जाए.
  • धीमे चले.सुरक्षित चलें। 
  • कोहरे में यात्रा को टालें। बहुत आवश्यक हो तब भी दिन में निकलें। आपका दिन सदा शुभ रहे।

जानिए क्या है पिशाच मोचन श्राद्ध का महत्व और विधान

            पिशाचमोचनी श्राद्ध कर्म द्वारा व्यक्ति अपने पित्ररों को शांति प्रदान करता है तथा उन्हें प्रेत योनि से मुक्ति प्रदान करता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि व्यक्ति अपने पित्ररों की मुक्ति एवं शांति के लिए यदि श्राद्ध कर्म एवं तर्पण न करे तो उसे पितृदोष को भुगतना पड़ता है और उसके जीवन में अनेक प्रकार के कष्ट उत्पन्न होने लगते हैं। जो अकाल मृत्यु व किसी दुर्घटना में मारे जाते हैं उनके लिए यह श्राद्ध कर्म महत्वपूर्ण माना जाता है। इस प्रकार इस दिन श्राद्धादि कर्म संपन्न करते हुए जीव को मुक्ति प्रदान करता है। यह दिन पितृों को अभीष्ट सिद्धि देने वाला होता है। इसलिए इस दिन में किया गया श्राद्ध कर्म अक्षय होता है और पित्रर इससे संतुष्ट होते हैं। इस तिथि को श्राद्ध कर्म करने से पितृ प्रसन्न होते हैं सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा पितृरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन तीर्थ, स्नान, जप, तप और व्रत के पुण्य से ऋण(कर्जों) और पापों से छुटकारा मिलता है। इसलिए यह संयम, साधना और तप के लिए श्रेष्ठ दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना की जाती है जिससे तन, मन,धन के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

पिशाचमोचन श्राद्ध: यहां करें पितरों का पिंडदान, मिलेगी आत्मा को मुक्ति! –  News18 हिंदी
काशी के पिशाच मोचन तीर्थ कुंड में अतृप्त और अशांत आत्माओं के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है। जो भी हिंदू धर्मावलंबी अकाल मृत्यु का शिकार होता है उसके लिए त्रिपिंडी श्राद्ध कर्म पिशाच मोचन कुंड पर ही होता है।

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क 06 दिसम्बर 22 :

पिशाच मोचन श्राद्ध आज

            पिशाच मोचन श्राद्ध के दिन पिशाच की योनि में गए पूर्वजों के निमित्त तर्पण आदि करने का विधान बताया गया है।

6 दिसंबर 2022 को पिशाच मोचन श्राद्ध किया जाना है

            स्थिति पर अकाल मृत्यु प्राप्त करने वाले पितरों का श्राद्ध करने का महत्व होता है। सर पर शांति के उपाय करने पर प्रेत योनि वह जिन्हें भूत प्रेत से भैया व्याप्त हो उन्हें पित्र दोष से मुक्ति मिलती है। इस दोष की शांति हेतु शास्त्रों में पिशाच मोचन श्राद्ध को महत्वपूर्ण माना गया है। मार्गशीर्ष माह में आने वाला पिशाच मोचन श्राद्ध बहुत महत्वपूर्ण होता है। सिराज के अनेक विधि विधान बताए गए हैं जिनके द्वारा इनकी शांति प्राप्त होती है।

पिशाच मोचन श्राद्ध का विधान

            इस दिन व्रत स्नान दान जप होम और पितरों के लिए भोजन वस्त्र देना उत्तम होता है। शास्त्रों के अनुसार काल में स्नान कर संकल्प लें उपवास करें। कुश अमावस के दिन किसी पात्र में जल भरकर  कुशा के पास दक्षिण दिशा की ओर अपना मुख करके बैठ जाएं तथा अपने सभी पितरों को को जल दें अपने परिवार आदि की स्वास्थ्य की शुभदा की प्रार्थना करनी चाहिए तिलक आचमन के उपरांत पीतल या तांबे के बर्तन में पानी भरकर उसमें दूध दही शहद भी कुमकुम अक्षत तिलक तिल कुश रखते हैं।

पिशाच मोचन श्राद्ध का महत्व

            पिशाच मोचन श्राद्ध कर्म द्वारा व्यक्ति अपने पितरों को शांति प्रदान करता है तथा होने प्रेत योनि से मुक्ति दिलाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि व्यक्ति अपने पितरों की मुक्ति एवं शांति हेतु श्राद्ध तर्पण आदि ना करें तो से पित्र दोष भुगतना पड़ता है जो अकाल मृत्यु या किसी दुर्घटना में मारे जाते हैं उनके लिए श्राद्ध महत्वपूर्ण माना जाता है इस प्रकार इस दिन श्राद्ध दादी कर्म संपन्न करके जी मुक्ति पाता है।

यह पितरों को अभीष्ट सिद्धि देने वाला समय होता है

            20 दिन में किया गया श्राद्ध अक्षय होता है और पित्र एंड से संतुष्ट होते हैं स्थिति को करने से भी प्रसन्न होते हैं सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं तथा पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान विष्णु की आराधना की जाती है जिससे तन मन और धन के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

Rashifal

राशिफल, 06 दिसम्बर 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 06 दिसम्बर 2022:

aries
मेष/aries

06 दिसम्बर 2022 :

आपका व्यक्तित्व आज इत्र की तरह महकेगा और सबको आकर्षित करेगा। अगर आप आय में वृद्धि के स्रोत खोज रहे हैं, तो सुरक्षित आर्थिक परियोजनाओं में निवेश करें। पारंपरिक रस्में या कोई पावन आयोजन घर पर किया जाना चाहिए। प्यार की ताक़त आपको प्यार करने की वजह देती है। काम में आपकी दक्षता की आज परीक्षा होगी। इच्छित परिणाम देने के लिए आपको अपनी कोशिशों पर एकाग्रता बनाए रखने की ज़रूरत है। घर पर मिले किसी पुराने सामान को देखकर आज आप खुश हो सकते हैं और सारा दिन उस सामान को साफ करने में बिता सकते हैं। जीवनसाथी के साथ थोड़ा हँसी-मज़ाक़, थोड़ी छेड़-छाड़ आपको किशोरावस्था के दिनों की याद दिला देंगे।

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वृष/Taurus

06 दिसम्बर 2022

व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। किसी धार्मिक स्थल या संबंधी के यहाँ जाने की संभावना है। लवमेट आज आपसे किसी चीज की डिमांड कर सकता है लेकिन आप उसे पूरा नहीं कर पाएंगे जिसकी वजह से आपका लवमेट आपसे नाराज हो सकता है। रचनात्मक कामों से जुड़े लोगों के लिए बेहतरीन दिन है, क्योंकि उन्हें वह शोहरत और पहचान मिलेगी जिसकी उन्हें लम्बे समय से तलाश थी। आज आप अपना खाली समय अपनी माता की सेवा में बिताना चाहेंगे लेकिन ऐन मौके पर किसी काम के आ जाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाएगा। इससे आपको परेशानी होगी। कोई पुराना दोस्त अपने साथ आपके जीवनसाथी के पुराने यादगार क़िस्से लेकर आ सकता है।

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मिथुन/Gemini

06 दिसम्बर 2022

अपना धैर्य न खोएँ, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। आप ऐसे स्रोत से धन अर्जित कर सकते हैं, जिसके बारे में आपने पहले सोचा तक न हो। पारिवारिक सदस्यों की मदद आपकी ज़रूरतों का ख़याल रखेगी। आज आपका प्रिय आपके साथ में समय बिताने और तोहफ़े की उम्मीद कर सकता है। दफ़्तर में आपको पता लग सकता है कि जिसे आप अपना दुश्मन समझते थे, वह दरअस्ल आपका शुभचिंतक है। वक्त की नाजाकत को समझते हुए आज आप सब लोगों से दूरी बनाकर एकांत में वक्त बिताना पसंद करेंगे। ऐसा करना आपके लिए हितकर भी होगा। पारिवारिक विवादों के कारण आज आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित रह सकता है।

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कर्क/Cancer

06 दिसम्बर 2022

तरोताज़ा होने के लिए अच्छी तरह से आराम करें। किसी करीबी दोस्त की मदद से आज कुछ करोबारियों को अच्छा-खासा धन लाभ होने की संभावना है। यह धन आपकी कई परेशानियों को दूर कर सकता है। आज आपमें धैर्य की कमी रहेगी। इसलिए संयम बरतें, क्योंकि आपकी तल्ख़ी आस-पास के लोगों को दुःखी कर सकती है। यह दिन प्रसन्नता और ज़िन्दादिली के साथ किसी ख़ास संदेश को भी देगा । आपका जीवनसाथी सहयोगी और मददगार रहेगा। अगर कहीं बाहर जाने की योजना है तो वह आख़िरी वक़्त पर टल सकती है। आपका जीवनसाथी आपको इतना बेहतरीन पहले कभी महसूस नहीं हुआ। आपको उनसे कोई बढ़िया सरप्राइज़ मिल सकता है।

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Leo
सिंह/Leo

06 दिसम्बर 2022

तरोताज़ा होने के लिए अच्छी तरह से आराम करें। बैंक से जुड़े लेन-देन में काफ़ी सावधानी बरतने की ज़रूरत है। आज आपको लाभ मिलेगा, क्योंकि परिवार के सदस्य आपके सकारात्मक रुख़ से प्रभावित होंगे और उसे सराहेंगे। आज हो सकता है कि पहली नज़र में ही आपको कोई पसंद कर ले। दफ़्तर में आप तारीफ़ पाएंगे। आप अपनी छुपी ख़ासियत का इस्तेमाल कर दिन को बेहतरीन बनाएंगे। आज के दिन आपके और आपके जीवनसाथी के लिए गहरी आत्मीयतापूर्ण बातें का सही समय है।

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कन्या/Virgo

06 दिसम्बर 2022

अगर आपकी योजना बाहर घूमने-फिरने की है तो आपका वक़्त हँसी-ख़ुशी और सुकून भरा रहेगा। अपने धन का संचय कैसे करना है यह हुनर आज आप सीख सकते हैं और इस हुनर को सीख कर आप अपना धन बचा सकते हैं। बच्चे आपके दिन को बहुत मुश्किल बना सकते हैं। प्यार-दुलार के हथियार का इस्तेमाल कर उन्हें समझाएँ और अनचाहे तनाव से बचें। याद रखें कि प्यार ही प्यार को पैदा करता है। समय, कामकाज, पैसा, यार-दोस्त, नाते-रिश्ते सब एक ओर और आपका प्यार एक तरफ़, दोनों आपस में खोए हुए – कुछ ऐसा मिज़ाज रहेगा आपका आज। लघु व्यवसाय करने वाले इस राशि के जातकों को आज घाटा हो सकता है। हालांकि आपको घबराने की जरुरत नहीं है अगर आपकी मेहनत सही दिशा में है तो आपको अच्छे फल अवश्य मिलेंगे। अपनी कमियों पर आपको काम करने की जरुरत है इसके लिए आपको अपने लिए समय निकालना चाहिए। आपको अपने जीवनसाथी की ओर से ख़ास तोहफ़ा मिल सकता है।

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Libra
तुला/Libra

06 दिसम्बर 2022

असहजता आपकी मानसिक शांति में बाधा पैदा कर सकती है, लेकिन कोई दोस्त आपकी परेशानियों के समाधान में काफ़ी मददगार साबित होगा। तनाव से बचने के लिए मधुर संगीत का सहारा लें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। कुछ समय आप अपने शौक़ और अपने परिवार वालों की मदद में भी ख़र्च कर सकते हैं। आपका प्रिय आपसे वादे की मांग करेगा, लेकिन ऐसा वादा न करें जिसे आप पूरा न कर सकें। आज का दिन बढ़िया प्रदर्शन और ख़ास कामों के लिए है। अगर आपके पास हालात से उबरने के लिए दृढ़ इच्छा-शक्ति है, तो कुछ भी असंभव नहीं है। आपके जीवनसाथी का मिज़ाज आज बढ़िया है। आपको कोई सरप्राइज़ मिल सकता है।

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वृश्चिक/Scorpio

06 दिसम्बर 2022

धार्मिक भावनाओं के चलते आप किसी तीर्थस्थल की यात्रा करेंगे और किसी संत से कुछ दैवीय ज्ञान प्राप्त करेंगे। दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। शाम को दोस्तों के साथ घूमें-फिरें, क्योंकि यह आपके लिए इस वक़्त बहुत ज़रूरी है। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। यह करिअर के मोर्चे पर उन बदलावों को करने का सही वक़्त है, जिनके बारे में आप लम्बे समय से सोच रहे हैं। बातचीत में कुशलता आज आपका मज़बूत पक्ष साबित होगी। कोई पुराना दोस्त अपने साथ आपके जीवनसाथी के पुराने यादगार क़िस्से लेकर आ सकता है।

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धनु/Sagittarius

06 दिसम्बर 2022

अपने जीवन-साथी के साथ पारिवारिक समस्याओं को साझा करें। एक-दूसरे को फिर से भली-भांति जानने के लिए थोड़ा और वक़्त एक-दूसरे के साथ बिताएँ और ख़ुद की स्नेही जोड़े की छवि को मज़बूत करें। आपके बच्चे भी घर में ख़ुशी और सुकून के माहौल को महसूस कर सकेंगे। इससे आपको एक-दूसरे के साथ व्यवहार में ज़्यादा खुलापन और आज़ादी मिलेगी। पैसा अचानक आपके पास अएगा, जो अपके ख़र्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। अपने प्रिय की ग़ैर-ज़रूरी भावनात्मक मांगों के सामने घुटने न टेकें। अपने काम में ऐसे लोगों की मदद लें, जिनकी सोच आपसे मेल खाती हो। सही वक़्त पर उनकी मदद अहम और फ़ायदेमंद होगी। ख़ास तौर पर मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शन से जुड़े लोगों के लिए बढ़िया दिन है। आज अपने लिए वक्त निकालकर अपने जीवनसाथी के साथ आप कहीं घूमने जा सकते हैं। हालांकि इस दौरान आप दोनों के बीच थोड़ी बहुत कहासुनी हो सकती है। जीवनसाथी द्वारा परिवार और मित्रों के बीच नकारात्मक तरीक़े से आपके वैवाहिक जीवन की निजी बातें उजागर हो सकती हैं।

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मकर/Capricorn

06 दिसम्बर 2022

आज आपको आराम करने और क़रीबी दोस्तों व परिवार के साथ ख़ुशी के कुछ पल बिताने की ज़रूरत है। अपनेे लिए पैसा बचाने का आपका ख्याल आज पूरा हो सकता है। आज आप उचित बचत कर पाने में सक्षम होंगे। ऐसा दिन है जब काम का दबाव कम रहेगा और आप परिवार के साथ समय बिताने का मज़ा ले पाएंगे। आज के दिन किसी के साथ छेड़खानी करने से बचें। नए संपर्क बनाने और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए की गयी यात्रा फलदायी साबित होगी। पैसा, प्यार, परिवार से दूर होकर आज आप आनंद की तलाश में किसी आध्यात्मिक गुरु से मिलने जा सकते हैं। आपकी भागदौड़ भरी दिनचर्या के कारण आपका जीवनसाथी ख़ुद को दरकिनार महसूस कर सकता है, जिसका इज़हार शाम को होना मुमकिन है।

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कुम्भ/Aquarius

06 दिसम्बर 2022

काम के बीच-बीच में थोड़ा आराम करें और देर रात तक काम न करें। बिना किसी की सलाह लिये बिना आज आपको पैसा कहीं भी इनवेस्ट नहीं करना चाहिए। आपकी परेशानी आपके लिए ख़ासी बड़ी हो सकती है, लेकिन आस-पास के लोग आपके दर्द को नहीं समझेंगे। शायद उन्हें लगता हो कि इससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। प्रेम निःसीम होता है, सभी सीमाओं के परे; आपने ये बातें पहले भी सुनी होंगी। लेकिन आज वह दिन है जब आप अगर चाहें तो यह ख़ुद महसूस कर सकते हैं। ट्रेड शो और सेमिनार आदि में भागीदारी आपके व्यावसायिक सम्पर्कों में सुधार लाएगी। जिंदगी में चल रही आपाधापी के बीच आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा और और आप अपने पसंदीदा कामों को कर पाने में कामयाब हो पाएंगे। ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत नज़र आएगी, क्योंकि आपके जीवनसाथी ने आपके लिए कुछ ख़ास योजना बनाई है।

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मीन/Pisces

06 दिसम्बर 2022

आपको काफ़ी समय से चल रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। जेवर और एंटीक में निवेश फ़ायदेमंद रहेगा और समृद्धि लेकर आएगा। दूसरों को प्रभावित करने की आपकी क्षमता आपको कई सकारात्मक चीज़ें दिलाएगी। प्रेम के दृष्टिकोण से उत्तम दिन है। आज आप एक ऐसी परियोजना पूरी कर राहत की सांस लेंगे, जिसे आपके बहुत पहले शुरू किया था। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शोकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। आपका जीवनसाथी आपकी कमज़ोरियों को सहलाएगा और आपको सुखद अनुभूति देगा।

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panchang

पंचांग, 06 दिसम्बर 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क 06 दिसम्बर 22 :

पिशाचमोचन श्राद्ध: यहां करें पितरों का पिंडदान, मिलेगी आत्मा को मुक्ति! –  News18 हिंदी
काशी के पिशाच मोचन तीर्थ कुंड में अतृप्त और अशांत आत्माओं के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है। जो भी हिंदू धर्मावलंबी अकाल मृत्यु का शिकार होता है उसके लिए त्रिपिंडी श्राद्ध कर्म पिशाच मोचन कुंड पर ही होता है।

नोटः आज पिशाच मोचन श्राद्ध है:

या भी पढ़ें : जानिए क्या है पिशाच मोचन श्राद्ध का महत्व और विधान

पिशाच मोचन श्राद्ध के दिन प्रेत योनि में गए हुए पूर्वजों के निमित्त तर्पण करने का नियम बताया गया है।   अगहन मास में मनाई जाने वाली पिशाच मोचन श्राद्ध तिथि पर अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए पितरों का श्राद्ध करने का विशेष महत्व होता है. इस दिन शांति के उपाय करने से प्रेत योनि और जिन लोगों को भूत प्रेत से डर लगता है उन्हें पितृदोष से मुक्ति मिलती है। पित्र दोष को शांत करने के लिए शास्त्रों में पिशाच मोचन श्राद्ध को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। हमारे शास्त्रों में श्राद्ध के बहुत सारे विधि विधान बताए गए हैं। जिनके द्वारा पितरों की शांति और मुक्ति होती है।  

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः मार्गशीर्ष,

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी (तिथि की वृद्धि है, जो बुधवार को प्रातः 08.02 तक है), 

वारः मंगलवार।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

नक्षत्रः भरणी प्रातः कालः 08.38 तक है, 

योगः शिव रात्रि काल 02.52 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः वृश्चिक, चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.04, सूर्यास्तः 05.20 बजे। 

SC ने पंजाब की AAP सरकार को फटकारा, BJP बोली – घरों में पानी नहीं, मोहल्लों में शराब पहुँच गई

            सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के नशा विरोधी कार्यों की गति पर भी नाराजगी जताई। कोर्ट ने सरकार से अवैध शराब बनाने के खतरे को रोकने के लिए उठाए गए विशिष्ट कदमों की सूची भी बनाने को कही। कोर्ट ने इसके बाद  सीमा सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया। कोर्ट ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और अगर कोई देश को खत्म करना चाहेगा, तो वह सीमाओं से इसकी शुरुआत करेगा।

Punjab Election Bhagwant Mann Will Be AAP CM Face BJP Attack Said Party  Also Declared Its Liquor Policy | Punjab Election: भगवंत मान को CM चेहरा  बनाने पर BJP ने AAP पर

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

            पंजाब सरकार से सवाल करते हुए कोर्ट ने जब्त किए गए पैसे के इस्तेमाल की जानकारी माँगी। कोर्ट ने यह भी कहा कि सरकार को इस पैसे का इस्तेमाल नशा विरोधी अभियानों के लिए करना चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि अब तक 2 सालों में 34000 से ज्यादा एफआईआर हो चुकी है, लेकिन किसी पर मुकदमा नहीं हुआ है। पंजाब सरकार की ओर से जवाब देते हुए एएसजी ने कहा कि चीजें आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे कार्रवाई भी होगी।

            सुप्रीम कोर्ट ने  बड़े पैमाने पर अवैध शराब के निर्माण और बिक्री को लेकर पंजाब सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि राज्य में ड्रग्स और शराब की समस्या एक गंभीर मुद्दा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पंजाब सरकार केवल एफआईआर दर्ज कर रही है और आगे की कार्रवाई नहीं कर रही है। 

             कोर्ट ने पंजाब सरकार से अवैध शराब बनाने के खतरे को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की सूची बनाने को कहा। कोर्ट ने यह भी कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है, अगर कोई देश को खत्म करना चाहेगा, तो वह सीमाओं से शुरू करेगा।  

            शीर्ष कोर्ट ने आगे कहा कि जिस तरह से पंजाब में नशे की समस्या बढ़ रही है, ऐसे तो युवा खत्म ही हो जाएंगे। नशे से लोग मर रहे।  कोर्ट ने कहा, हर गली में एक भट्टी हो गई है, अगर अवैध शराब पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में यह घातक साबित हो सकता है। 

            कोर्ट ने पंजाब सरकार सेयह भी पूछा कि अब तक तक जब्त किए गए पैसे किस जगह इस्तेमाल किए गए हैं।इस पैसे का इस्तेमाल सरकार को नशा विरोधी अभियानों के लिए करना चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि अबतक दो वर्षों में 34 हजार से ज्यादा एफआईआर हो चुकी हैं, लेकिन किसी पर मुकदमा नहीं हुआ है। 


 

राजियासर में राजकीय महाविद्यालय की मांग को समर्थन: वृतांत सूरतगढ़ में मिली सफलता का

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 5 दिसंबर :

            सूरतगढ़ तहसील की उप तहसील राजियासर अधिकांश क्षेत्र टिब्बा क्षेत्र है शिक्षा की बहुत कमी है क्योंकि जितने स्कूल होने चाहिए उतने नहीं है। जो स्कूल है उनमें बहुत सी सुविधाएं नहीं है। ऐसे समाचार समय-समय पर क्षेत्र के 2 बड़े अखबारों राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर में छपते रहे हैं और हमारे जैसे लोग पढ़ते रहे हैं। राजियासर में  राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर छात्र आगे आए हैं। यह देश जिसमें शिक्षा भी दी नहीं जाती पढ़ने वाले लोग शिक्षा मांगते हैं, बस यही सबसे बड़ा दुर्भाग्य है।

             कोई समय था श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर केवल एक ही राजकीय महाविद्यालय होता था। उस समय हनुमानगढ़ जिला बना नहीं था। आप सभी कल्पना कर सकते हैं कि इतने बड़े विशाल जिले में केवल एक राजकीय महाविद्यालय श्रीगंगानगर में था। एक महाविद्यालय में कितने छात्र जिनके पास बहुत कम पैसा हो परिवार के पास बहुत कम पैसा हो कितने पढ़ सकते हैं? राजकीय महाविद्यालयों में सीटों की हमेशा कमी और हर साल आंदोलन होते रहते हैं?

            ये सभी परिस्थितियां और स्थितियां राजनीतिक दल इलाके के राजनीतिक नेता जानते हैं समझते हैं। उस पर कितना काम करते हैं यह मैं बोलूं या बताऊं अच्छा नहीं लगेगा।

आज से 50 वर्ष पहले मैं सूरतगढ़ में राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग से जुड़ा हुआ एक व्यक्ति हूं।

            सेठ राम रामदयाल राठी राजकीय उच्च मा माध्यमिक विद्यालय में हायर सेकेंडरी यानि कि 11 कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद केवल इसलिए उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाया कि सूरतगढ़ में राजकीय महाविद्यालय नहीं था।  उस समय तो कोई प्राइवेट भी नहीं था। यदि हमारे परिवार के पास में पूंजी होती तो मैं निश्चित रूप से 1963 के बाद उच्च शिक्षा के लिए बीकानेर या बड़ी जरूर पहुंचता लेकिन पहुंच नहीं पाया।

             सूरतगढ़ में राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने बीड़ा उठाया। यह सन 1972 की बात है। 50 वर्ष पहले की बात है। आप सभी आश्चर्यचकित होंगे कि विद्यार्थियों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए संघर्ष का बीड़ा उठाने का जोश उस समय भी था और आज भी वैसा ही जोश चल रहा है।

            सन 1972 में विद्यार्थियों ने जो आंदोलन चलाया था। उससे उनकी पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा था इसलिए गुरुशरण छाबड़ा और हमारे जैसे सूरतगढ़ के और भी जोशीले लोगों ने मांग का समर्थन किया। विद्यार्थियों के उस आंदोलन को गुरुशरण छाबड़ा मेरे जैसे लोगों ने ले लिया।  विद्यार्थियों को कहा कि आप पढ़ें।इस आंदोलन को हम चलाएंगे।

            रेलवे स्टेशन सूरतगढ़ के आगे हमारा टेंट लगा जहां प्रतिदिन दो व्यक्ति क्रमिक अनशन पर बैठते थे। उस समय पत्रकारिता के साथ में आजीविका के लिए पुस्तक पत्र पत्रिकाएं आदि विक्रय करने की दुकान भी चलाया करता था। खुद पढता और समाचार भी भेजता भी था। जो जो दुकान पुस्तकों की हम चला रहे थे उसमें एक बार सुबह अगरबत्ती जला कर पूजा करके और फिर से बंद करके और उस टेंट में आ जाया करते थे। एक जोश था दुकान बंद हो जाती थी उसका अफसोस नहीं था।

            आंदोलन चलाते 3 महीने बीते। हमारे गले में आ गई थी। आगवानी करने में गुरुशरण छाबड़ा और मेरे जैसे लोग थे। पत्र लिखने का कार्य समाचार भेजने का कार्य मांग पत्र आदि भेजने का कार्य सुंदर हस्तलिपि के कारण मैं ही किया करता था। 3 महीने बीतने के बाद में ऐसा महसूस हुआ कि इस आंदोलन को और ज्यादा खींचा नहीं जा सकता।

            गुरुशरण छाबड़ा जी जयपुर गए, शिक्षा मंत्री से मिले। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया और वह आश्वासन तार के मार्फत करीब  4:30 बजे मुझे मिला और शाम को 5:00 बजे बिना भीड़भाड़ वाली एक सभा हुई। मैंने मंच से घोषणा की कि आंदोलन को स्थगित किया जाता है हमें आश्वासन मिल गया है। आप क्या कहेंगे? स्पष्ट शब्दों में टेंट उठाने की कार्रवाई थी। यही एक सच था। उस सच्च को छिपा करके भी मैं क्या करूं। संघर्ष करने वाले आगे बढ़ते हैं पीछे हटते हैं बीच में रुकते हैं अलग अलग परिस्थितियां होती है लेकिन संघर्ष जारी रहता है और कामयाबी भी दिलाता है।

*             सन 1977 आया। आपातकाल के बाद चुनाव हुए। जनता पार्टी का राज आया। सूरतगढ़ से गुरुशरण छाबड़ा विधायक चुने गए।

 * माननीय भैरों सिंह शेखावत राजस्थान के मुख्यमंत्री चुने गए। उस दिन मैं जयपुर में ही था।   भैरों सिंह जी शेखावत का परिणाम शाम को घोषित हुआ।

** तब हमने यह तय किया कि रात को ही मुख्यमंत्री जी से मिला जाए रात के करीब 10:00 बजे बाद विधायक गुरुशरण छाबड़ा मैं करणी दान सिंह राजपूत और जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राजा राम कड़वासरा निवासी मानकसर भैरोंसिंह जी के निवास पर पहुंचे। राजस्थान का शेर भैरोसिंह और कल्याण सिंह कालवी उस समय भोजन कर रहे थे।     

            हमने उसी समय यह बात की।सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में हमने जो चुनाव लड़ा है वह कॉलेज की मांग को लेकर लड़ा है। जनता को विश्वास दिलाया कि हमारी जीत होने पर हम कॉलेज यहां खुलवा देंगे इसलिए आज हम आपको बधाई के साथ यह मांग भी प्रस्तुत कर रहे हैं कि हमें सूरतगढ़ में राजकीय महाविद्यालय चाहिए।

            भैरों सिंह शेखावत हमेशा तुरंत जवाब देने वाले मजाकिया मूड में थे। उन्होंने कहा कि कोई और मांग तो नहीं है,बाद में कुछ और भी मांगोगे। हमने कहा कि नहीं हमें राजकीय महाविद्यालय ही चाहिए। हमारी ओर कोई मांग नहीं है।गुरुशरण जी छाबड़ा को और कोई पद नहीं चाहिए। माननीय भैरों सिंहजी ने कहा कि जब राजकीय महाविद्यालय खोलने की बात आएगी तो सूरतगढ़ के अंदर राजकीय महाविद्यालय खोलने को प्राथमिकता दी जाएगी।

            भैरों सिंह शेखावत से जब हम बात कर रहे थे उस समय जयपुर से विधायक चुनी हुई डॉक्टर उजला अरोड़ा भी मौजूद थी। उन्होंने 6 दिन से आमरण अनशन कर रहे एक ग्रुप को जूस पिलाकर उठाने का निवेदन माननीय मुख्यमंत्री से किया। शेखावत जी ने कहा कि जब 6-7 दिन में कुछ नहीं हुआ तो रात भर और निकाले।  अगले दिन             उनको ढोल धमाके के साथ में उठाएंगे तो लोगों को पता लगेगा और जो अनशन कारी बैठे हैं उनको भी आनंद आएगा। ऐसा ही हुआ। यह घटना इसलिए यह बता रहा हूं कि भैरो सिंह कितने उच्च सोच के व्यक्ति थे।

            शेखावत जी जब सूरतगढ़ आए तब भी हमारी मांग फिर राजकीय महाविद्यालय की थी और उस मांग में एक और मांग हमने जोड़ी कि हम 1970 से जिले की मांग कर रहे हैं। सूरतगढ़ को जिला बनाया जाए। शेखावत जी का भोजन गुरु शरण जी छाबड़ा विधायक के निवास पर ही था। वहां पर फिर एक लिखित मांग पत्र राजकीय महाविद्यालय का दिया गया।

             हमारी वर्षों की मांग पूरी हुई। राजकीय महाविद्यालय सूरतगढ़ में स्थापित करने के लिए हमने और बहुत सी कार्यवाहियां पूरी की।  मांग सरकार पूरी करती है लेकिन उसमें बहुत सी खाना पूर्ति भी बहुत से उद्देश्य पूरे करने होते हैं। उस समय माननीय ललित किशोर जी चतुर्वेदी उच्च शिक्षा मंत्री थे। गुरुशरण छाबड़ा के और मेरे अनन्य मित्र जो आज नोटरी और वकील का कार्य कर रहे हैं, एनडी सेतिया जी उस समय जयपुर पढ़ रहे थे।छाबड़ा जी के साथ थे।

             उनका एक फोन मैसेज आया। उस दिन रविवार था। एक उपनिदेशक आ रहे हैं जयपुर एक्सप्रेस से हनुमानगढ़ उतरेंगे 9:30 बजे सूरतगढ़ के अंदर एक बैठक करें और वे एक प्रोफॉर्मा लेकर आ रहे हैं उसकी पूर्ति करवाएं तभी कॉलेज खोला जा सकेगा। मुझे 9:00 बजे यह संदेश मिला केवल आधा घंटा बाकी था और इसी अवधि के अंदर लोगों को एकत्रित किया गया। हमारी बैठक सेठ रामदयाल राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई। उसमें बड़ा महत्वपूर्ण प्रश्न आया जिसका लिखित विश्वास समय देना था ,जितने छात्र प्रवेश लें 20% छात्राएं होनी आवश्यक है। यह गारंटी उस समय दी थी। हमें सफलता प्राप्त हुई। सूरतगढ़ में राजकीय महाविद्यालय खोलने की स्वीकृति मिली। प्रोफेसर केदारनाथ जी के हाथों शिलान्यास हुआ। राजकीय महाविद्यालय की स्थापना हुई। हम बहुत प्रसन्न हुए। हमारे पास महाविद्यालय के लिए भवन नहीं था ऐसी स्थिति में सन् 1977 में सेठ रामदयाल राठी राजकीय माध्यमिक विद्यालय में महाविद्यालय की टीडीसी प्रथम वर्ष की कक्षा शुरू की। उसके बाद सारड़ा धर्मशाला किराए पर ली।

* राजकीय महाविद्यालय के लिए 5 कमरों का एक भवन बनाने के लिए कमेटी बनाकर चंदा इकट्ठा किया गया और उसका निर्माण किया गया।

            सोहन लाल जी रांका को उसका पहला अध्यक्ष बनाया गया। मेरे एक मित्र जो आज संसार में नहीं है छगनमल सेठिया कोषाध्यक्ष बने।हमने प्रयत्न करके हमारे भवन को सार्वजनिक निर्माण विभाग के सुपुर्द करवाया।

             उसके बाद से आज तक राजकीय महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार की शिक्षाएं शुरू हैं। करीब 17-18 सौ विद्यार्थी उसमें पढ़ रहे हैं। राजकीय महाविद्यालय का नाम आज स्वर्गीय गुरुशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय किया जा चुका है। सन 2019 के बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस महाविद्यालय का नाम गुरुशरण छाबड़ा महाविद्यालय रखा।  राजकीय महाविद्यालय में हजारों लोग पढ़ चुके हैं।

            मैं आशा करता हूं कि राजियासर के अंदर भी राजकीय महाविद्यालय खुलेगा और इस क्षेत्र के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर उन्नत पदों पर पहुंचेंगे। मेरी तो एक कामना और भी है कि राजियासर उप तहसील है इलाके को देखते हुए जो क्षेत्र विकसित हो रहे हैं उसे देखते हुए तहसील की स्थापना हो तो और अच्छा विकास हो सकेगा। प्रशासनिक दृष्टि से भी इस इलाके को लाभ मिलेगा।

             विद्यार्थियों की ओर से 6 दिसंबर को महापंचायत का आवाहन किया हुआ है।  उस महापंचायत में मैं भी अपनी उपस्थिति रखूंगा। छात्र विजयी होंगे यही कामना करता हूं। जो भी सरकार आएगी हम उस सरकार के सामने             अपनी मांग रखेंगे।

विद्यार्थियों का साथ भरपूर कोशिश से दूंगा जो इस 78 की चलती उम्र में दे सकता हूं,उससे अधिक देने की कोशिश करूंगा।