पंजाब सरकार ने गायों की लम्पी स्किन बीमारी से प्रभावी तरीके से निपटा

1.54 करोड़ रुपए के साथ गॉट पॉक्स वैक्सीन की 10 लाख डोज़ हवाई जहाज़ द्वारा मँगवाई

राज्य भर में गऊधन के इलाज के लिए 1.37 करोड़ रुपए की दवाएँ मुहैया करवाई गईं

15 फरवरी, 2023 से शुरू की जायेगी मेगा टीकाकरण मुहि

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  सरकार ने राज्य की गायों में फैले सक्रमण की बीमारी लम्पी स्किन को प्रभावी तरीके से निपटा है। जहाँ सरकार ने राज्य में बीमारी की रोकथाम के लिए हर स्थिति पर करीब से नजर रखने और भविष्य की रणनीतियाँ बनाने के लिए मंत्री समूह का गठन किया, वहीं तुरंत अपेक्षित वैक्सीन और दवाएँ मंगवाईं और निचले स्तर तक प्रभावी इलाज मुहैया करवाने के लिए समर्पित टीमें बनाईं। इसके साथ ही भविष्य की योजना बनाते हुए राज्य सरकार ने 15 फरवरी, 2023 से मेगा टीकाकरण मुहिम शुरू करने का भी फ़ैसला किया है।  

पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि इस बीमारी पर काबू पाने के लिए सरकार ने 1.54 करोड़ रुपए मूल्य की गॉट पॉक्स वैक्सीन की 10 लाख डोज़ जहाज़ द्वारा मंगवाईं और राज्य भर में पशुओं के इलाज के लिए 1.37 करोड़ रुपए की दवाएँ मुहैया करवाई गईं। उन्होंने बताया कि करीब 9.5 लाख गायों को टीके लगाए गए।  

मंत्री समूह, जिसमें वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा, कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर शामिल हैं, ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों को हिदायत की कि राज्य की करीब 25 लाख गायों की 100 प्रतिशत आबादी को कवर करने के लिए टीकाकरण मुहिम 15 फरवरी, 2023 से शुरू करके 30 अप्रैल, 2023 तक मुकम्मल की जाए और इसको समयबद्ध तरीके से ख़त्म करने के लिए योजना बनाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि वैटरनरी बायलॉजीकल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद (तेलंगाना) से किफ़ायती दरों पर गायों की आबादी के मुताबिक करीब 25 लाख डोज़ खरीदने के लिए योजना बनाई जाए। कैबिनेट मंत्रियों ने भैंसों को गोट पॉक्स के टीके लगाने सम्बन्धी सुझाव देने के लिए 7 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति भी बनाई है।  

अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में किसानों और खासकर पशु पालकों को बीमारियों और इनसे बचाव संबंधी बताने के लिए जागरूकता मुहिम आरंभ की जाए, जिससे पशु पालक अपने स्तर पर भी आगामी एहतियात अपना सकें।  

बता दें कि बीमारी की रोकथाम के लिए पशु पालन विभाग द्वारा 673 टीकाकरण टीमें गठित की गई थीं। इसके अलावा बैचलर ऑफ वैटरनरी साइंस (बी.वी.एस.सी.) के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों और इंटर्नज़ को भी टीकाकरण और जागरूकता मुहिमों में शामिल किया गया। इन टीमों द्वारा राज्य में बीमारी के इलाज और नियंत्रण के लिए सरकारी दिशा-निर्देशों की नियमित पालना सुनिश्चित बनाई गई।  

वैटरनरी इंस्पेक्टरों के पद दोगुने किए

पंजाब के नौजवानों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के अंतर्गत एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने पिछली सरकार द्वारा पशु पालन विभाग में वैटरनरी अफसरों की घटाए गए पद दोगुने करके 418 कर दिए हैं।  

पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया, ‘‘विभाग में वैटरनरी अफसरों के 353 पदों को पिछली कांग्रेस सरकार ने घटाकर 200 कर दिया था। हमारी सरकार ने राज्य में सत्ता संभालते ही इन पदों सम्बन्धी केस को विचारा और इन पदों को 200 से बढ़ाकर 418 किया गया। उन्होंने बताया कि वैटरनरी अफसरों के इन पदों पर पंजाब लोक सेवा आयोग (पी.पी.एस.सी.) द्वारा भर्ती प्रक्रिया मुकम्मल कर ली गई है और जल्द ही योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।’’  

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि हाल ही में पशु पालन विभाग में 152 वैटरनरी इंस्पेक्टरों (वी.आईज़.) की भर्ती की गई है। इसी तरह विभाग द्वारा 60 और वैटरनरी इंस्पेक्टरों की भर्ती के लिए विज्ञापन पहले ही जारी किया जा चुका है।