नगर निगम की बैठक में धरने पर बैठे आप और कांग्रेस पार्षद, मार्शल ने उठाकर किया बाहर

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              मेयर सरबजीत कौर के कार्यकाल की अंतिम सदन बैठक शुरू से लेकर अंत तक हंगामेदार रही। कांग्रेस-आप के विपक्षी पार्षदों ने नारेबाजी कर मेयर को अपनी तरफ से फेयरवैल देने में कसर नहीं छोड़ी। सुबह 11 बजे शुरू हुई सदन बैठक के भीतर दोपहर 1.30 बजे तक हाई वोल्टेज ड्रामा से भरा हंगामा होता रहा। नारेबाजी और हंगामे का नजारा सदन खत्म होने तक भी जारी रही। हालांकि इस पूरे हंगामे में बाउंसर की ओर से हंगामा करने वाले पार्षदों को सस्पैंड किए जाने के साथ सदन के बाहर खदेड़ कर प्रस्ताव महज पांच से दस मिनट के भीतर पारित कराए गए। आलम यह रहा कि हंगामे के बीच सदन के सचिव को एक्ट तक पढ़कर सुनाना पड़ा। अमूमन किसी भी मेयर की अंतिम सदन बैठक में उसकी पूरे वर्ष की उपलब्धि, कार्यकाल को देखते हुए धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाता रहा है। जबकि इस बार त्रिंशकु सदन में विपक्षी पार्षद मेयर को घेरने के लिए पूरी तैयारी के साथ आए थे। जिनकी योजना धन्यवाद प्रस्ताव पर कुठराघात करने की थी।


              विपक्ष ने काफी समय तक मेयर समेत भाजपा को कई मुद्दों पर घेर कर रखा। स्थिति काफी तनावपूर्ण होने पर विरोध कर रहे पार्षदों को उठाने के लिए सिविल ड्रेस में मार्शल पहुंच गए। विपक्ष ने कहा कि यह भाजपा के गुंडे हैं। इनके पहचान पत्र चैक किए जाएं। जवाब में भाजपा पार्षदों ने भी आप को गुंडे बोल कर संबोधित किया। एक तरफ हाय-हाय शर्म करो को लेकर नारेबाजी जारी रही तो दूसरी तरफ मेयर के बचाव में भाजपा पार्षदों ने जिंदाबाद के नारे लगाए।


धक्का-मुक्की के बीच पुलिस बल और मर्शाल पहुंचे

              वहीं, हंगामा बढ़ता देख, मौके पर सैक्टर 17 थाने के एसएचओ ओम प्रकाश समेत पुलिस फोर्स भी पहुंच गई। पार्षद वेल से हटने को तैयार नहीं थे, जिन्हें जबरन खदेड़ा गया। कांग्रेसी पार्षद गुरप्रीत सिंह ने आरोप लगाया कि महिला पार्षदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। विपक्षी पार्षदों ने आरोप लगाया कि यह बीजेपी का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का असल नारा और चेहरा है।
मेयर ने साफ किया है कि जो भी पार्षद बाहर निकाले गए, वह अगली बैठक तक सस्पैंड रहेंगे। इनमें ज्यादातर आप के पार्षद थे। वहीं बाद में आप-कांग्रेस ने हाउस का वॉकआउट कर दिया। मेयर ने दो मनोनित पार्षद  सतेंद्र और गीता चाहौन को भी सदन से बाहर का रास्ता दिखाया, जबकि जो महिला आप पार्षद सदन के भीतर सीट पर से बोल रही थी, उन्हें महिला बाउंसर से सदन से बाहर किया गया।

ये ये एजेंडे हुये पारित

            अगले वर्ष फरवरी में होने वाले 51वे रोज फैस्टिवल के लिए भारी-भरकम बजट को मंजूरी दे दी गई। वीरवार को निगम सदन बैठक में रोज फैस्टिवल से जुड़े सप्लीमेंट्ररी एजेंडो को मंजूरी प्रदान की गई। इस बार निगम ने फैस्टिवल को और अधिक आर्कषक बनाए जाने की दिशा में तीन दिवसीय लाइट एंड साइट इवेंट रखने का निर्णय लिया है। सप्लीमेंट्ररी एजेंडे में जो बजट मंजूरी के लिए आया था उसके लिए अनुमानित बजट 169.91 लाख था, जिसमें 50 लाख की बढ़ौतरी की मंजूरी प्रदान कर दी गई। इस लिहाज से फैस्टिवल अब 2 करोड़ के आस पास पहुंच गया। सदन बैठक में चर्चा के दौरान पार्षदों ने फैस्टिवल को और अधिक आर्कषक बनाए जाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए।

            वहीं, निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने अपने विंग के अधिकारियों को सुझाव पर अमल किए जाने की हिदायत दी। पार्षदों ने यह भी कहा कि सभी चुने हुए और मनोनित पार्षदों के मान सम्मान का भी ख्याल रखा जाए।
आजादी के अमृत महोत्सव पर आधारित रोज फैस्टिवल स्वच्छता सर्वेक्षण की गाइड लाइन पर रहेगा। पिछले वर्ष फैस्टिवल के लिए 87 लाख का बजट था, जो कि लाइट एंड साइट शो के चलते इस बार बढ़ गया है।

13 गांव और मनीमाजरा में सफाई कंपनी को ठेका देना का प्रस्ताव पारित 

            वहीं, सदन बैठक में 13 गांव और मनीमाजरा में सफाई कंपनी को ठेका दिए जाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। इस प्रस्ताव को लेकर सफाई यूनियन लामबंद्ध थी। जिन्होंने अपने अधिवेशन में मेयर को भी बुलाया था, तब मेयर ने मंच से आश्वासन दिया था कि सदन का फैसला मान्य होगा लेकिन इस प्रस्तव को रद्द करवाने का प्रयास किया जाएगा। अब क्यों कि प्रस्ताव पारित हो चुका है जाहिर है सफाईकर्मियों की तरफ से विरोध के स्वर उठ सकते हैं। पार्षद हरदीप सिंह के एक सवाल के जवाब में मेयर ने कहा कि किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी।

जोन-1 का काम संभाल रही कंपनी को 32 पेड पार्किंग की जिम्मेवारी दिए जाने का प्रस्ताव डेफर :

            वहीं, सदन में जोन-1 का काम रही कंपनी को 32  पेड पार्किंग का जिम्मेवारी दिए जाने का प्रस्ताव डेफर कर दिया गया। दरसरल जोन-2 की कंपनी 32 पेड पार्किंग का जिम्मेवारी संभाल रही थी, जिनकी पार्किंग फीस ब्याज मिलाकर 31 दिसंबर तक 6,76,81,928 रुपये बनता है। इसी तरह चालान की राशि 6,18,000 रुपये बकाया है। सदन में प्रस्ताव लाया गया कि पहले से शहर की 57 पार्किंग की जिम्मेवारी संभालते हुए  समय पर शुल्क अदा करने वाली जोन-1 कंपनी को जोन-2 कंपनी की 32 पार्किंग की जिम्मेवारी सौंप दी जानी चाहिए। इस पर पार्षदों ने विरोध जता दिया। दोनोें कंपनियों के अनुबंध अगले वर्ष जनवरी में समाप्त होने जा रहे हैं। जोन-1 कंपनी लाइसेंस फीस जमा करवाए जाने के साथ 32 पार्किंग की जिम्मेवारी संभालने के लिए तैयार थी। पार्षदों ने इसे पॉलिसी से जुड़ा मसला गिनाया। जिसमें कहा गया कि एक कंपनी को ही पूरे शहर की पार्किंग की जिम्मेवारी नहीं दी जानी चाहिए बल्कि जोन-2 के लिए फिर से ऑक्शन या टेंडर किया जाएं।  एक पार्षद का मत था कि अनुबां में एक्टेंशन तीन महीने के लिए तब तक दे दिया जाना चाहिए जबकि कोई कंपनी आॅक्शन में फाइनल नहीं हो जाती। जिनका तर्क था कि तीन महीने पार्किंग खाली होने से पहले जैसे हालात बन सकते हैं।

सामाजिक-धार्मिक समारोह जोरो वेस्ट इवेंट 

            वहीं, सदन में स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 को ध्यान में रखते हुए शहर भर में सामाजिक-धार्मिक समारोह के दौरान जीरो वेस्ट इवेंट को प्रमोट किए जाने के अहम प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई। सभी इवेंट में स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छता सर्वेक्षण गाइड लाइन का अनुसरण किया जाएगा।

भाजपा पार्षदों ने की नारेबाजी


              इससे पहले भाजपा पार्षदों ने भी विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। भाजपा ‘आप के गुंडे शर्म करो नहीं तो डूब मरो’ के नारे लगा रहे थे। हाल ही में प्रशासन द्वारा शहर के संपर्क सेंटर्स में 18 सेवाओं पर प्रति ट्रांजैक्शन 20 से 25 रुपए चार्ज वसूलने के आदेशों का विरोध किया जा रहा था।

              मेयर ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह फोटो सैशन के लिए यह सब कर रहे हैं। उन्हें अपनी कुर्सियों पर जाकर बैठने और प्रस्ताव पर चर्चा करने को कहा गया है। सैक्टरों में घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों की पर्ची काटने के मुद्दे पर भी विपक्ष ने भाजपा को घेरा। मेयर ने कहा कि उन्हें मजबूर होेकर यह सब करना पड़ रहा है।

मेयर रूम-सदन के बाहर अंत तक डटे रहे, मीडिया गैलेरी में आए, बाउंसर-पुलिस बल ने खदेड़ा 

              हंगामे की स्थिति यह रही कि जिन पार्षदों को सस्पेंड कर सदन के बाहर खदेड़ दिया गया था, वह मेयर रूम के बाहर जमकर बैठ गए, जिन्होंने नारेबाजी की और जमीन पर लेट भी गए। इस बाद जब भीतर सदन की बैठक जारी रही तो आप पार्षद मीडिया गैलेरी में अचानक आए और बोलना शुरू कर दिया। इस पर मेयर ने संस्पैंड किए जाने के आदेश दे दिए और मौके पर पहुंचे बाउंसर और पुलिस बल ने उन्हें वहां से भी बाहर खदेड़ दिया।

मेयर रूम के एरिया के इर्द-गिर्द डटे रहे, मेयर सहित जो भी पार्षद सदन समाप्त होने के बाद बाहर आया शेम-शेम के नारे लगाए 

              हंगामे के हालात यह रहे कि मेयर रूम के एरिया के इर्द-गिर्द विपक्षी पार्षद डटे रहे। मेयर रूम के बाहर आप पार्षद और उनके नेताओं प्रेम गर्ग और प्रदीप छाबड़ा डेरा जमा लिया। इसी तरह सदन के बाहर कांग्रेस के पार्षद एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे।

मेयर पर लगाए गम्भीर आरोप

हाउस में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पार्षदों ने साफ कर दिया था कि वह तब तक हाउस नहीं चलने देंगे, जब तक लोगों पर थोपे जा रहे टैक्स को लेकर कोई जवाब नहीं दिया जाता। वहीं हाउस में आप की पार्षद प्रेम लता ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मेयर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है।

लोगों की जेब पर भाजपा डाका डाल रही : AAP

              AAP पार्षद दमनप्रीत ने कहा कि मेयर ने वादा किया था कि शहर में पानी के रेट नहीं बढ़ने देंगी। इसके बावजूद पानी के रेट बढ़े और इसके साथ सीवरेज टैक्स भी जुड़ कर आ रहा है। भाजपा लोगों की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एक आम आदमी सरकार को बिजली का बिल जमा करवाने जा रहा है। रेवेन्यू दे रहा है और उसे भी उसके लिए सर्विस चार्ज देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में लगातार ऐक्सपैरिमैंट किए जा रहे हैं।

नॉमिनेटिड पार्षद पर गरीबों का हक मारने का आरोप

               दमनप्रीत ने कहा कि नॉमिनेटिड पार्षद गीता चौहान बेनिफिशरी स्कीम के तहत राशन लेकर गरीबों का हक मार रही है। उन्होंने कहा कि गीता की बेटी कनाडा में पढ़ती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने लोगों को फायदा पहुंचाने में लगी हुई है।

हाथों में बैनर लेकर प्रदर्शन

              वहीं इससे पहले हंगामे की शुरूआत तब हुई, जब भाजपा पार्षदों ने मेयर के एक साल के कार्यकाल के दौरान हुए बेहतरीन कामों की प्रशंसा की। इसी बीच कांग्रेस पार्षदों ने मेयर की कुर्सी के सामने आकर हाथों में बैनर लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। काफी देर तक हंगामा जारी रहा। मेयर ने विपक्ष से कहा है कि वह हाउस को चलने दें। हालांकि देर तक विपक्ष कुर्सियों से उठ कर वेल में प्रदर्शन करते रहे।
 
मेयर ने यह पांच पार्षद किए सस्पेंड 

              सदन की बैठक मैं आज मेयर सरबजीत कौर ने पांच पार्षदों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।  इन में कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह गाबी ,जसबीर बंटी  ,आम आदमी पार्टी के दमनप्रीत सिंह , राम चंद्र यादव , अंजू कत्याल  शामिल थे। ये सभी पार्षद   प्रशासन द्वारा शहर के संपर्क सेंटर्स में 18 सेवाओं पर प्रति ट्रांजेक्शन 20 से 25 रुपए चार्ज वसूलने के आदेशों का विरोध कर रहे थे।  मेयर ने पहले तो इन्हे समझाया की बैठक कर मामले पर चर्चा की जाये लेकिन ये पार्षद हो हल्ला करते हुए मेयर आसन के समक्ष पहुंच गये और नारे बाजी करते हुए बैठक चलने मैं खलल डालने लगे।  जब मेयर ने देखा की वे नहीं मान रहे तो मेयर ने सदन मैं मार्शल बुला लिए और उन्हें निर्देश दिया की इन पार्षदों को सदन से बाहर किया जाये।  मार्शलों को  इन पार्षदों को सदन से बाहर ले जाने मैं खासी मशक्क्त का सामना करना पड़ा।  

मनोनीत पार्षदों ने निभाया चुने हुए पार्षदों का रोल 

              सदन बैठक में निगम में 9 मनोनीत पार्षदों में से अधिकतर पार्षदों ने अपने आप को चुने हुए पार्षदों जैसा दिखाया।  बैठक मैं आप और कांग्रेसी पार्षद जब अपनी मांगों को लेकर हल्ला मचा रहे थे तब मनोनीत पार्षद गीता चौहान और सतिंदर सिंह खुले तौर पर भाजपा पार्षदों के समर्थन में उतर आये और उनके विरुद्ध नारेबाजी करते हुए टेबल थपथपाने लगे। सदन में   एक बार तो ऐसा महसूस हुआ जैसे ये मनोनीत पार्षद ना होकर भाजपा की टिकट से ही जीत कर सदन में पहुंचे हों । बताया गया की मनोनीत पार्षदों को निगम में सलाह मशवरे के लिए नियुक्त किया जाता है लेकिन आज बैठक मैं इन पार्षदों की ओर से खुले तौर पर भाजपा के हक में बोलना दर्शा रहा था की ये सभी पार्षद कैसे भाजपा से जुड़े हुए हैं।  

सफाई (वाल्मीकि)व चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों के दूसरे जिलों में स्थानांतरण : अंधेरे में गहलौत सरकार

सबसे छोटी पोस्ट और जिले से बाहर स्थानांतरण क्यों और कौन करवाता है?

करणी दान सिंह राजपूतडेमोक्रेटिक फ्रंट,  सूरतगढ़ :

            राजस्थान के स्वायत्त शासन विभाग द्वारा पिछले कुछ महीनों से नगर पालिकाओं से सफाई कर्मचारियों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों व अन्य के स्थानांतरण एक जिले से दूसरे जिले में काफी संख्या में हुए हैं और अभी भी हो रहे हैं।

सोनभद्र-: सफाई कर्मी है देवता तुल्य – Khabhar24 Live

            सफाई कर्मचारी लगभग सभी बाल्मीकि अनुसूचित जाति से संबंधित है और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी अधिकांश अनुसूचित जाति जनजाति या ओबीसी वर्ग के हैं।

इनका स्थानांतरण गहलोत सरकार के लिए भारी पड़ेगा। एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरण करना मतलब उस सबसे छोटी पोस्ट के कर्मचारी को जानते बुझते हुए दंडित करना है। उसके परिवार घर के  दो चुल्हे करना है।

            ऐसा लगता है कि यह बहुत सोच और समझ कर नेतागिरी करने वाले लोग अभिशंषा या दंड देने के लिए करवाने पर तुले हुए हैं और निदेशक स्वायत शासन विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है या फिर वह ध्यान होते हुए भी कुछ सोच कर के ऐसा कर रहे हैं या उनसे करवाया जा रहा है। निदेशक से ऊपर तो स्थानांतरण करवाने का अधिकार है तो स्वायत्त शासन मंत्री ही सक्षम हैं।

स्थानांतरण पर सरकार सवालों के घेरे में।

            सफाई कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इनसे अगर कोई भूल चूक हुई है या कोई काम नहीं करने वाला है तो क्या उसे कभी नगर पालिका के प्रशासन अधिशासी अधिकारी द्वारा नोटिस दिया गया? उससे पूछा गया? उसका जवाब अनुचित लगा हो तो उसके ऊपर कार्रवाई हो सकती है। कर्मचारी से कितनी बार पूछा गया?  यदि सफाई कर्मचारी एक जगह काम नहीं कर रहा है तो स्थानीय स्तर पर उसका स्थानांतरण दूसरी जगह किया जा सकता था। यदि कर्मचारी जानबूझकर काम नहीं कर रहा है और उसका जवाब भी सही नहीं है तो उसका स्थानांतरण जिले में कहीं किया जा सकता है। एक छोटे कर्मचारी को इससे छोटी कोई पोस्ट नहीं है उसको सैकड़ों किलोमीटर दूर दूसरे जिले में स्थानांतरण करना दंड देना है। अनेक का तो स्थानांतरण चार सौ पांच सौ किलोमीटर दूर  दूसरे जिलों में किया गया है।

            दूसरे जिलों में ये स्थानांतरण हुए हैं उनकेआदेश प्रमाणित करते हैं कि जो अधिकारी स्थानांतरण आदेश पर हस्ताक्षर कर रहा है वह भी आंख मीच कर या फिर अंधेरे में स्थानांतरण कर रहा है। उस अधिकारी यानि निदेशक को खुद को कर्मचारी के पद के बारे में कोई पता नहीं है।

स्थानांतरण आदेश पर निर्देश प्रमाणित करते हैं कि सब अंधेरे में ही किया जा रहा है।

एक आदेश जो 1373 दिनांक 23 नवंबर 2022 को जारी हुआ। इसका नमूना उदाहरण और सबूत है।

 यह आदेश हृदेश कुमार शर्मा निदेशक एवं संयुक्त सचिव की ओर से जारी किया गया।

            इसमें एक से सात निर्देश हैं उनसे ही ऐसा स्पष्ट होता है कि श्रीमान निदेशक महोदय को कुछ मालूम नहीं है और वह केवल किसी की रड़क निकलवाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। कौन किसकी रड़क निकलवा रहा है। यह फाइलों से मालूम पड़ सकता है जो निर्देश हैं उनसे लगता है कि सब कुछ बदले की भावना से किया जा रहा है।

            1- पदनाम में कोई परिवर्तन हो तो विभाग को तुरंत अवगत कराएं अन्यथा आपकी व्यक्ति से जिम्मेवारी होगी. (मतलब स्थानांतरण तो निदेशक करें अंधेरे में करें और जिम्मेवारी नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी की होगी)             2- स्थानांतरित कर्मचारी का सेवाभिलेख प्राप्त होने के उपरांत ही इन्हें वेतन भत्ते का भुगतान किया जाए।

       3-कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी या संविदा पर नियुक्त हो तो उसका स्थानांतरण नहीं माना जाए एवं कार्यमुक्त नहीं किया जाकर विभाग को अवगत कराएं। (यह भी अंधेरे में मतलब मालूम ही नहीं है कि जिसका स्थानांतरण किया गया है वह किस प्रकार का कर्मचारी है)

      4- यदि कोई कर्मचारी सेवानिवृत्त या किसी कारण से सेवा से पृथक हो गया हो तो उसका स्थानांतरण नहीं माना जाए।( मतलब यहां भी अंधेरा. उसका निदेशालय में रिकॉर्ड ही नहीं।)

      5- रिक्त पद होने पर ही संबंधित कर्मचारी को ज्वाइन कराया जाए।(यह भी अंधेरे में)

      6- कार्मिक को अपने मूल पद पर ही कार्य ग्रहण कराया जाए।

      7- माननीय माननीय न्यायालय के स्थगन आदेश होने पर उक्त स्थानांतरण लागू नहीं होंगे। ( निदेशालय के पास यह महत्वपूर्ण रिकॉर्ड भी नहीं)

स्थानांतरण आदेश पर  एक लाइन का महत्वपूर्ण संदेश  लिखा गया है।

            “यह सक्षम स्तर से अनुमोदित है।” यह दबाव कि इतना पढने के बाद कोई भागदौड़ पूछताछ तक नहीं करे। मतलब यह स्थानांतरण करवाने करने की अनुमति प्रदान की हुई है तो यह सक्षम स्तर कौन सा है?  निदेशक से बड़ा तो फिर  स्वायत्त शासन मंत्री ही होता है।

            नगरपालिकाओं में कुछ महीनों से यह खेल चल रहा है जितने स्थानांतरण किये गये हैं,उनमें सफाई कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कनिष्ठ सहायक स्वास्थ्य निरीक्षक फायरमैन  के स्थानांतरण भी शामिल हैं। क्या किसी को गलतियों पर कभी नोटिस दिया गया? कभी पूछा गया कोई गलती बताई गई? इसका जवाब आएगा कि नहीं।

            अब सवाल यह सबसे बड़ा है कि सफाई कर्मचारियों में संपूर्ण राजस्थान में हजार के पीछे कोई एक कर्मचारी गैर वाल्मीकि होगा। मतलब संपूर्ण राजस्थान में सभी कर्मचारी बाल्मीकि अनुसूचित जाति के कर्मचारी हैं जिनको कभी नोटिस नहीं दिया गया।  अगर पूछा नहीं गया तो उन्होंने कोई गलती भी नहीं की।

            ऐसे स्थानांतरण कौन करवा रहा है यह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मालूम नहीं है?  अशोक गहलोत की सरकार अंधेरे में है और इसका बहुत बड़ा नुकसान सरकार को हो सकता है।

             मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खुद को इस बारे में तुरंत हस्तक्षेप करते हुए पिछले तीन-चार महीनों से अब तक हुए सभी स्थानांतरण आदेशों पर तुरंत गौर करना चाहिए। सभी स्थानांतरण की जांच करवानी चाहिए कि क्या ये स्थानांतरण कर्मचारियों से जवाब तलब करने के बाद में हुए हैं? प्रत्येक कर्मचारी की स्थानांतरण फाईल में यह देखना जरूरी है कि किसने अभिशंषा की और उसमें क्या लिखा?

            अगर बिना किसी कारण के ये स्थानांतरण किए गए हैं,तो मुख्यमंत्री स्वयं को इस पर समुचित और सही निर्णय तुरंत बिना देरी किए लेना चाहिए, जब तक निर्णय नहीं हो तब तक इस प्रकार के स्थानांतरण पर रोक लगाई जानी चाहिए।

निदेशक का स्थानांतरण अन्यत्र करके और डीएलबी में कोई अनुभवी अधिकारी को लगाया जाना चाहिए।

सरकार ने कोई फैसला तुरंत नहीं लिया तो इस अंधेरे का नुकसान निश्चित रूप से होने की संभावना रहेगी।

Covid 19 Review: ‘कोरोना को लेकर मजबूत निगरानी की ज़रूरत’ PM मोदी

            प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि 22 दिसंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 153 तक गिरे हैं और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.14% तक हो गई है। चीन समेत दुनिया के कई देशों में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच भारत सरकार भी एक्टिव मोड में आ गई है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर कोरोना के मौजूदा स्थिति पर पैनी नजर रखने की बात कही है। कोरोना की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। प्रधानमंत्री उच्च अधिकारियों की इस बैठक में कोरोना से संबंधित स्थिति की समीक्षा करेंगे साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए किए गए इंतजामों का भी जायजा लेंगे। आपको बता दें कि कल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की अपील की थी। 

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और सभी राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिव शामिल हुए। इस दौरान कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ाई के एक्शन प्लान पर चर्चा हुई।

            प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 पर एक उच्च-स्तरीय बैठक में भीड़ भरे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोमिक सीक्वेंसिंग का आग्रह किया। उन्होंने कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लोगों के लिए ‘एहतियात खुराक’ को प्रोत्साहित करने पर भी ज़ोर दिया।

            प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि 22 दिसंबर 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 153 तक गिरे हैं और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.14% तक हो गई है।  

            जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर संपूर्ण कोविड बुनियादी ढांचा, उपकरण, प्रक्रियाओं और मानव संसाधन के मामले में तैयारियों के उच्च स्तर बने रहे। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बताया गया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल के बेड के संबंध में पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी है।

            इस बीच यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु ने भी कोरोना पर समीक्षा बैठकें बुलाई। दूसरी तरफ संसद में आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया देश में कोरोना के हालात को लेकर बयान दिया।

            प्रधानमंत्री मोदी ने चीन और अमेरिका सहित कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

            चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक की थी। विश्व के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के बढ़ते मामलों के परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बैठक से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं।

            इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसू ने कहा कि चीन में जोखिम के आकलन के लिए उनके संगठन को स्थिति की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या और आईसीयू की जरूरतों पर विस्तृत जानकारी चाहिए। उन्होंने चीन से अनुरोध किया है कि वह संगठन को सभी आंकड़े उपलब्ध कराए।


सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी बहुत जरूरी : झुनझुनवाला

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 22 दिसंबर  :

                        सीसीटीवी कैमरा निर्माता कंपनी यूनिव्यू डिजीटल टेक्नोलोजी कंपनी के डायरेक्टर अश्वनी झुनझुनवाला ने कहा कि अपने प्रतिष्ठान व आवास में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाएं और अपनी सुरक्षा के लिए खुद सतर्क रहें। आज अनेक प्रकार की घटनाएं सामने आ रही हैं। यदि सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगे हों तो आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लग सकता है।

            व्यापारी, उद्यमी, बैंक मित्र, पैट्रोल पम्प व अन्य प्रतिष्ठान अपनी सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय सीसीटीवी कैमरे लगाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे में व्यक्ति अपनी सुरक्षा के लिए खुद सतर्क रह सकता है और सीसीटीवी लगवाकर अपनी अनुपस्थिति में घर व प्रतिष्ठान की सुरक्षा कर सकता है। कंपनी के नॉर्थ रीजनल हेड शिवांशु शर्मा, हरियाणा, एनसीआर के ब्रांच मैनेजर ललित लूथरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

            आयोजन में हरियाणा के रीजनल डिस्ट्रब्यूटर ब्राइट कंप्यूटर से आशीष और नितिन ने अतिथियों का स्वागत किया।

अंकुर स्कूल पीयू ने देशभक्ति गीत प्रतियोगिता  में  प्रथम 

  • जीता गोल्ड मेडल

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकुला – 22 दिसंबर  :

            प्रतियोगिता में 5 स्कूलों ने भाग लिया  , प्रतियोगिता युवनिका गार्डन सेक्टर- 5, पंचकूला में हुई व 

पुरस्कार वितरण इंद्र धनुष ऑडिटोरियम, सेक्टर 5, पंचकूला में 

            हरियाणा सरकार के विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभागों के लिए मुख्य सचिव आईएएस पी के  दास ने दिये  पुरस्कार 

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 22 December, 2022

पंचकूला में सुरक्षित यातायात पर एडवाइजरी जारी

  • डीसीपी ने कहा, धुंध-कोहरे के मौसम में वाहन चलाते समय बरते सावधानी

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 22 दिसम्बर :

पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह नें धुंध- कोहरे के मौसम में सडक दुर्घटना से बचनें हेतु वाहन चलाते समय सावधानी बरतनें हेतु एडवाईजरी जारी करते हुए कहा कि प्रत्येक वाहन चालक यातायात नियमों की समुचित रूप से पालना करके पुलिस का सहयोग करे । और अब दिन प्रतिदिन धुंध/ कोहरा पडता जा रहा है जिसकी वजह से सडको पर धुंध के कारण वाहनों की विजिब्लिटी कम होनें लगती है जिसकी वजह से सडक दुर्घटना होनें की सम्भावना रहती है जिसके सबंध मे धुंध के समय हमे वाहन चलाते समय सावधान रहनें की आवश्यकता है ताकि सडक दुर्घटना से खुद को सुरक्षित रखा जा सके ।

डीसीपी नें कहा कि धुंध व कोहरे के मौसम दौरान सुरक्षित यातायात के लिए वाहन चालक अपने अमूल्य जानमाल की सुरक्षा हेतू अतिरिक्त सावधानी बरतें । वाहन चालक सडक़ पर आ-जा रहे अन्य नागरिकों की जान बचाने के लिए यातायात नियमों की समुचित पालना करके पुलिस को सहयोग देकर सडक़ दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।

डीसीपी नें एडवाईजरी जारी करते हुए कहा कि कोहरे व धुंध के मौसम में सडकों पर विजिब्लिटी बहुत कम होती है जिस कारण आपको सावधानपूर्वक वाहन चलानें की आवश्यकता है और अपनें वाहन पर रेडियम टेप लगाकर धीमी गति में वाहन का प्रयोग करें । और खासकर अधिक कोहरे की स्थिति में यदि अगर संभव हो सके तो मौसम साफ होने तक यात्रा को टालने का प्रयास करें तथा किसी भी प्रकार का नशा करके वाहन किसी सूरत में ना चलाएं । डीसीपी ने बताया कि कि वाहनों की हेडलाइट, टेललाइट, फॉग लाइट, इंडिकेटर, ब्रेक, टायर, विंडस्क्रीन वाइपर, बैटरी, कार हीटिंग सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हो । इसके अलावा धुंध के मौसम में अपनें वाहन पर रिप्लैक्टर टेप जरुर लगाकर चलें । जो धुंध के मौसम में सडक दुर्घटना से बचानें में काफी सहायक सिद्द है ।

घरों से सोना चाँदी के जेवरातो की चोरी की वारदातों को अन्जाम देनें वाला आरोपी गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 22 दिसम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के निर्देशानुसार थाना प्रभारी कालका अजीत सिंह के नेतृत्व में घर से दो चोरी वारदात को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान अरुण कुमार पुत्र राजकुमार वासी गाँव सुरला किसेर जनोत सिरमौर हिमाचल प्रदेश के रुप में हुई ।

पहली वारदात :- शिकायत में राकेश कुमार वासी किरायेदार अप्पर मौहल्ला कालका नें कहा कि वह उपरोक्त पते पर किराये पर परिवार सहित रहता है औऱ परमाणु में नौकरी करता है दिनांक 20.12.2022 को जब वह अपनी नौकरी पर गया हुआ था औऱ उसकी पत्नी में नौकरी पर गई हुई थी तो शिकायतकर्ता की पत्नी नें शाम को घर पर जाकर देखा तो तो घर का ताला टुटा हुआ मिला और अलमारी से सोने चाँदी के जेवरात तथा 22500/- रुपये को अज्ञात व्यकित चोरी करके ले गया । जिसकी शिकायत पर थाना कालका में भा.द.स की धारा 454/380 के तहत मामला दर्ज किया गया मामलें में आगामी कार्रवाई करते हुऐ चोरी की वारदात को अन्जाम देनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।

दुसरी वारदात :- शिकायत में कुलविन्द्र सिंह वासी हाल किरायदार अप्पर मौहल्ला कालका नें कहा कि वह उपरोक्त पते पर किराये पर अपनें परिवार सहित रहता है औऱ परमाणु में प्राईवेट नौकरी करता है और वह दिनांक 20.12.2022 को नौकरी पर गया हुआ था और उसकी पत्नी किसी काम हेतु बाहर गई हुई थी । जब शिकायतकर्ता की पत्नी घर पर वापिस आई तो घर का ताला टुटा हुआ मिला और सारा समान बिखरा हुआ था कोई अज्ञात व्यकित घर से सोने चाँदी के जेवरात चोरी करके ले गया जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर भा.द.स. की धारा 454/ 380 के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में चोरी की वारदात को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया ।

गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ताकि आरोपी के पास से चोरी किया हुआ समान बरामद किया जा सके ।

अमृतसर – कोलकाता के बीच चलने वाली अकाल तख्त एक्सप्रेस की बहाल करने का निर्णय 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 22 दिसंबर  :

            उत्तर रेलवे के फिरोजपुर रेल मंडल के डी.आर.एम.डा.सीमा शर्मा ने वीरवार को कहा कि आम रेलयात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने गाड़ी संख्या 12318 अमृतसर और कोलकाता के मध्य चलने वाली और गाड़ी संख्या 12317 कोलकाता और अमृतसर के मध्य चलने वाली अकाल तख्त एक्सप्रेस का परिचालन पुनर्बहाल करने का निर्णय लिया है।

            पूर्व में कोहरे के कारण इन ट्रेनों का परिचालन अस्थायी रूप से रद्द किया गया था। गाड़ी संख्या 12318 (अमृतसर-कोलकाता एक्सप्रेस) 27.12.2022, 30.12.2022, 03.01.23, 06.01.23 और 10.01.23 को बहाल किया जाएगा जबकि गाड़ी संख्या 12317 (कोलकाता-अमृतसर एक्सप्रेस) 25.12.2022, 28.12.2022, 01.01.2023, 04.01.2023 और 08.01.2023 को बहाल किया जाएगा।

इंडो एथलेटिक्स सोसायटी के नेतृत्व में पुणे से हम्पी तक हेरिटेज राइड सफलतापूर्वक संपन्न 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 22 दिसंबर  :

            स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में भारत में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्था इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी ने पिछले साल पुणे से कन्याकुमारी तक 1600 सौ किलोमीटर की दूरी  साइकिलों से सफलतापूर्वक तय की थी। स्वतंत्रता और इस वर्ष इसने अमृत जयंती वर्ष मनाने के लिए पुणे से हम्पी तक 600 किलोमीटर की दूरी पूरी की है।इसके लिए एक बार फिर आई.ए.एस.की 75 साइकिलें पुणे से हम्पी के लिए साइकिल पर रवाना हुई । उद्यमी अन्ना बिरादर, एफ.डी.सी.लिमिटेड के संदीप कुलकर्णी, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के मुख्य अभियंता ,इंडो एथलेटिक्स सोसायटी के नितिन वानखेड़े सर, प्रकाश शेटबाले,अजीत पाटिल,गणेश भुजबल, गजानन खैरे और अमृता पाटिल ने हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की।

 पुणे से हम्पी की दूरी तीन दिनों में तय की गई। पुणे से मोहोल – 240 किमी,

 मोहोल से बीजापुर – 150 किमी,

 बीजापुर से हम्पी – 220 किमी,

             बीजापुर में गोल घुमट और इब्राहिम रोजा का दौरा किया गया। हम्पी में तीन दिन रहे और विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया।पूरे हम्पी क्षेत्र में ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी ली गई।इस राइड में पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, मावल और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के साइकिल प्रेमियों ने भाग लिया।  सभी लोगों ने 600 किलोमीटर से अधिक की दूरी साइकिल से तय की। यात्रा के दौरान भिगवां में भिगवान साइक्लिस्ट क्लब ने शर्बत और जलपान प्रदान किया, सोलापुर मौली राजे मंगल कार्यालय एम.आई.डी.सी. सोलापुर के वरिष्ठ अभियंता अशोक मागर सर ने स्वप्निल लोढ़ा द्वारा टेंभुरनी में सभी सुविधाएं प्रदान कीं।  साडू श्री संचेती, वैभव गायकवाड़, मारुति गाडेकर सर,मनोज चोपड़े, सचिन सावंत ने सिरप प्रदान किया। सोलापुर शहर के पास रॉयल साइकिल साइकिल क्लब ने पानी और पोहे प्रदान किए।  संस्थापक सदस्य गजानन खैरे ने कहा कि कोर्ति स्थित रेवनसिद्ध मंदिर में महाप्रसाद का आयोजन किया गया जबकि बीजापुर स्थित अन्ना बिरादर के होटल में ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई.

             इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी से गिरिराज उमरीकर, अजीत गोरे, संदीप परदेशी, रमेश माने, श्रीकांत चौधरी, सुशील मोरे, अमित पवार,प्रतीक पवार, नितिन पवार, सुधाकर तिलकर, अविनाश चौगुले,रवि पाटिल, अमृता पाटिल, पूनम रणदिवे,मंगेश पुणे से सवारी हम्पी को दाभाडे, शिवाजीराव काले, स्वप्निल लोढ़ा, दर्शन वाले, हनुमंत शिंदे, गणपत मसल, अभिजीत सरवाडे,रमेश सेन्चा,प्रवीण पवार, धानाजी गोसावी,अभय खाटावकर, दत्तात्रय मेंदुगड़े, राहुल जाधव, मंगेश भुजबल,सुजीत मेनन,माधवन स्वामी, वाल्मीक अहिरराव,  देवीदास खुर्द,अमित काडे,शीतल कुमार चौहान,अनिल पिंपलकर,डॉ.अजीत कुलकर्णी,विवेक सिंह, चैतन्य वज़रकर,अमित कुमार, सुबोध मेडिसीकर,प्रसाद सागरे, संदीप परदेशी, हेमंत डंगट, पंजाबराव इंगले, नरेश चड्ढा,अभिजीत रोडे, तानाजी मांगडे  , संतोष तोंपे,सचिन तोंपे, उमेश सुर्वे,श्रेयस पाटिल, विवेक कडू, सुनीलजी चाको, प्रशांत जाधव, मदन शिंदे, अजीत पुरोहित, ईश्वर जामगांवकर,सागर शिरभाटे,बालाजी जगताप,दीपक उमरंकर, दत्तात्रेय आनंदकर, योगेश तवारे, योगेश कौशिक और अन्य  साइकिल चालकों ने भाग लिया। इंडो एथलेटिक सोसाइटी ने दस वर्षों में भक्ति शक्ति साइक्लोथॉन, घोरवाडेश्वर बाइक और हाइक, पुणे से पंढरपुर साइकिल वारी, पुणे से शिवनेरी दुर्गवारी, नवरात्रि रन, पुणे से गेट ऑफ इंडिया सहित सौ से अधिक सामाजिक गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया है। संस्थान को विभिन्न स्थानीय निकायों से कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। नवरात्रि रन, पुणे से गेट ऑफ इंडिया तक विभिन्न सवारी सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं, संगठन को विभिन्न स्थानीय निकायों से कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।  खेलों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता पैदा करने में संस्था हमेशा आगे रहती है।  स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र में भारत में उल्लेखनीय कार्य करने में इंडो एथलेटिक्स सोसायटी हमेशा अग्रणी रही है।

केंद्र ने छात्राओं के बीच सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता पैदा करने और कदम उठाने का राज्यों से किया आग्रह 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 22 दिसंबर  :

            केंद्र सरकार ने शिक्षा मंत्रालय को वीरवार को टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में 9-14 वर्ष की किशोरियों के लिए वन टाइम कैच-अप के साथ एचपीवी वैक्सीन की शुरुआत करने की सिफारिश की है, जिसके बाद 9 साल में नियमित रुप से टीकाकरण किया जाता है।

            मुख्य रूप से स्कूलों (ग्रेड आधारित दृष्टिकोण: 5वीं-10वीं) के माध्यम से टीकाकरण किया जाएगा। अभियान के दिन स्कूल नहीं जा पाने वाली लड़कियों को स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण किया जाएगा, जबकि स्कूल न जाने वाली लड़कियों के लिए सामुदायिक आउटरीच और मोबाइल टीमों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा।केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को देश भर में छात्राओं के बीच सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और एचपीवी वैक्सीन के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए आग्रह किया है।

केंद्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण के एक संयुक्त पत्र में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि विश्व स्तर पर सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है। भारत में, सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है और भारत वैश्विक सर्वाइकल कैंसर के बोझ का सबसे बड़ा हिस्सा है। सर्वाइकल कैंसर एक रोकथाम योग्य और इलाज योग्य बीमारी है, जबकि इसका जल्द पता चल जाए और प्रभावी ढंग से इसका प्रबंधन न किया जाए।

            अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) से जुड़े होते हैं और एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामलों की रोकथाम कर सकता है यदि वैक्सीन लड़कियों या महिलाओं को वायरस के संपर्क में आने से पहले दी जाती है। टीकाकरण के माध्यम से रोकथाम सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अपनाई गई वैश्विक रणनीति के मुख्य आधारों में से एक है।यह उल्लेख किया गया है कि टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में एचपीवी वैक्सीन की शुरुआत की सिफारिश की है, जिसमें 9-14 वर्ष की किशोरियों के लिए वन टाइम कैच-अप के साथ 9 वर्ष में नियमित टीकाकरण किया जाता है।

            टीकाकरण मुख्य रूप से स्कूलों (ग्रेड आधारित दृष्टिकोण: 5वीं-10वीं) के माध्यम से प्रदान किया जाएगा क्योंकि अधिक लड़कियों का स्कूल में नामांकन है। अभियान के दिन स्कूल नहीं जा पाने वाली लड़कियों तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण किया जाएगा, जबकि स्कूल न जाने वाली लड़कियों के लिए आयु (9-14 वर्ष) के आधार पर सामुदायिक आउटरीच और मोबाइल टीमों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा। पंजीकरण, रिकॉर्डिंग और टीकाकरण संख्या की रिपोर्टिंग के लिए यू-विन ऐप का उपयोग किया जाएगा।पत्र में, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से अभियान को सफल बनाने के लिए निम्नलिखित गतिविधियां चलाने के लिए उचित स्तरों पर आवश्यक निर्देश जारी करने का आग्रह किया गया है।टीकाकरण के लिए स्कूलों में एचपीवी टीकाकरण केन्द्रों का आयोजन करना।

            जिला शिक्षा अधिकारी को जिला टीकाकरण अधिकारी का समर्थन करने और जिलाधिकारी के अधीन टीकाकरण पर जिला टास्क फोर्स (डीटीएफआई) के प्रयासों का हिस्सा बनने का निर्देश देना।जिले में सरकारी स्कूल और निजी स्कूल प्रबंधन बोर्ड के साथ समन्वय करना।टीकाकरण गतिविधियों के समन्वय के लिए प्रत्येक स्कूल में एक नोडल व्यक्ति का चयन करना और स्कूल में 9-14 वर्ष की लड़कियों की संख्या का मिलान करना और उसे यू-विन में बल्क अपलोड करना। विशेष माता-पिता-शिक्षक बैठक (पीटीए) के दौरान सभी अभिभावकों को स्कूल के शिक्षकों के माध्यम से जागरूकता पैदा करना।

            सूक्ष्म योजना बनाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में सभी प्रकार के स्कूल (यूडीआईएसई+) की एक अद्यतन सूची बनाने में सहायता करना और सूक्ष्म योजना विकसित करने के लिए जिलों के रोग प्रतिरक्षण अधिकारियों को स्कूलों की जीआईएस मैपिंग तक पहुंच कायम करना, ताकि कोई भी स्कूल टीकाकरण अभियान से छूट न जाए।परीक्षा और अवकाश के महीनों को छोड़कर राज्य में टीकाकरण अभियान की योजना बनाने के लिए स्वास्थ्य टीम का सहयोग करना।

शिवालिक पब्लिक स्कूल जैतो में मनाया गया राष्ट्रीय गणित दिवस

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो 22 दिसंबर  :

            क्षेत्र की जानी-मानी शिक्षा संस्थान शिवालिक पब्लिक स्कूल जैतो में वीरवार को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल में कई गतिविधियां करवाई गई जैसे क्विज कंपटीशन,भाषण, नाटक, शपथ, रंगोली,नृत्य आदि। पांचवी से आठवीं तक के बच्चों ने एक नाटक प्रस्तुत किया जिसका उद्देश्य बच्चों को गणित का महत्व समझाना था ।गणित के अध्यापक ने अपने भाषण के द्वारा बताया कि बच्चों को गणित विषय को कोई समस्या समझ पर नहीं बल्कि उसे हल निकाल कर किया जा सकता है।

            उन्होंने बताया कि हमारे दिन की शुरुआत और अंत दोनों ही गणित से ही है।प्रधानाचार्य निखिल गांधी ने कहा कि हर साल 22 दिसम्बर को निवास रामानुजन की याद में राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। महान भारतीय गणित वैज्ञानिक जैसे- ब्रह्मपुत्र, आर्यभट्ट और श्रीनिवास रामानुजन ने भारत में गणित के अलग-अलग फार्मूले और सिद्धांत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने 26 फरवरी, 2012 को गणितज्ञ की जयंती को चिह्नित करने के लिए 22 दिसम्बर को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में घोषित किया। 

            राष्ट्रीय गणित दिवस पूरे देश में स्कूलों और कॉलेजों में कई शैक्षिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है।स्कूल प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने बच्चों को गणित का महत्व बताया और कहा कि राष्ट्रीय गणित दिवस रामानुजन की महान उपलब्धियों को याद करने और हमारे दैनिक जीवन में गणित के महत्व को प्रतिबिंबित करने का एक अवसर है।हम हमारे जीवन की कोई भी समस्या गणित के बिना हल नहीं कर सकते।