शुद्ध हवा पर्यावरण के लिए पौधारोपण जरूरी  –  नेहरा

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली  –  26 सितंबर  : 

            करनाल इंडेन मंडल के दिशानिर्देशों के तहत दूर्गा गैस एजेंसी छछरौली कर्मचारियों व कस्बे के मौजीज लोगों की मौजूदगी में खाली पड़ी जमीनों व सड़क किनारे पौधारोपण अभियान चलाया गया। पौधारोपण का कार्य गैस एजेंसी संचालक दिनेश नेहरा की अगुआई में किया गया। जिसमें लगभग 250 पेड़ खाली पड़ी जमीनों मे लगाएं गये।

            गैस एजेंसी संचालक दिनेश नेहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा हेतु इंडेन गैस मंडल करनाल कार्यालय द्वारा मंडल में सभी जगह पर पौधारोपण का करने के लिए सभी गैस एजेंसी संचालकों को दिशानिर्देश मिले हुए हैं। प्रदेश में यह पौधारोपण अभियान एक सितंबर से लेकर तीस सितंबर तक चला हुआ है। इस पौधारोपण अभियान के तहत डेढ़ लाख पौधें लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है।

            जिसके तहत गैस एजेंसी कर्मचारियों व शहर के मौजीज लोगों की मौजूदगी में पिछले कई दिनों से पौधारोपण अभियान चलाया हुआ है। जिसके तहत लगभग 250 से भी ज्यादा पौधारोपण किया जा चुका है। उन्होंने पौधारोपण के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि जिस प्रकार दिन प्रतिदिन जलवायु जहरीली होती जा रही है। जलवायु को शुद्ध रखने का मात्र एक ही उपाय है। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर पर्यावरण को शुद्ध बना सकते हैं। इसलिए शुद्ध हवा व पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण सबसे ज्यादा जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान हम पौधारोपण करके ही दे सकते हैं। इसलिए खुद भी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर औरों को पौधारोपण के प्रति जागरूक करना चाहिए।

            इस मौके पर एडवोकेट साहिल नेहरा, डा विजय शर्मा, मास्टर धर्मवीर सिंह, दीपक गुप्ता, विकास, राजेश वालिया, रिसीपाल, विजय नैब, साहिल, सुखपाल, शिवचरण व अवतार आदि मौजूद रहें।

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कुशती व कराटे प्रतियोगिता में मैडल जीतने वाली लड़कियों को किया आवर्ड से सम्मानित

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  26 सितंबर :

            हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉमनवेल्थ क्लब 2022  युके बरमिंघम अंडर- 21 कराटे में यमुनानगर के खारवान गांव की लड़की  ज्योति  ने सिल्वर मेडल जीत कर और देश , प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है।  

            ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली लड़कियां अपनी प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन करके पूरे विश्व में भारत के नाम को रोशन कर रही हैं ,यह बात हम सभी के लिए गर्व की है, हरियाणा की भाजपा सरकार खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से कृत संकल्प है ,इसी प्रकार जिला यमुनानगर के गाँव अजीजपुर कलां की इशिका ने  रेस्लिंग नेशनल फेडरेशन कप में सिल्वर मैडल जीतकर यमुनानगर जिले का नाम रोशन किया है।

            सिल्वर मैडम विजेता इशिका ने नैशनल में 65 भार वर्ग में – अनुशका मध्यप्रदेश , गुरलीन पंजाब , अकांशा दिल्ली और कसीस उत्तरप्रदेश को हराकर सिल्वर मेडल पर क़ब्ज़ा किया है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि 12 साल बाद यमुनानगर की लड़की ने  हरियाणा की कुशती टीम से खेलते हुए यह पुरस्कार हासिल किया ओर यमुनानगर को लड़कियों की कुस्ती नैशनल में 12 साल बाद मेडल दिलाया जो यमुनानगर ज़िले के लिए बहुत ख़ुशी की बात है।

            इशिका मलिकपुर  बाँगर में अखाड़ा अजीजपुर में कोच निखिल शर्मा की निगरानी में सुबह शाम 3-3 घंट अभ्यास करती है , शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कराटे में पदक विजेता ज्योति को 1 लाख रुपये का चैक व कुश्ती में पदक विजेता इशिका को एक ₹1 लाख रुपये का चेक भेंट किया, हरियाणा कुश्ती एसोसिएशन संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व जिला कुश्ती संघ अध्यक्ष डाक्टर विजय दहिया नें भी इस उपलब्धि पर दोनो खिलाड़ियों को बधाई दी व कहा कि यमुनानगर में कुशती व कराटे को बढ़ाने के लिए शिक्षा मंत्री कंवरपाल के प्रोत्साहन व आशीर्वाद से खिलाड़ियों को हौंसला मिलेगा व इस प्रकार आगे और भी योग्य खिलाड़ी सामने आएंगे।

             जिला यमुनानगर को अपने इन दोनों खिलाड़ियों पर गर्व है,पदक विजेता ज्योति व इशिका ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल का धन्यवाद किया व कहा कि वो आगे भी ओर ज्यादा मेहनत करके अपने जिला यमुनानगर व भारत देश का नाम रोशन करेंगी।

            इस दौरान हरियाणा कुश्ती संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ विजय दहिया ,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी ,युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष राहुल गढ़ी बंजारा, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग उपस्थित रहे।

भाषण में महारथ हासिल करने के लिए संचार कौशल पर ध्यान देना जरूरी  :  डॉ खेतरपाल

भाषण प्रतियोगिता में बीएएमसी द्वितीय वर्ष की दिवांशी कांबोज ने मारी बाजी

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  26 सितंबर :

            डीएवी गर्ल्स कॉलेज के जनसंचार विभाग की ओर से इंटर क्लास भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 24 छात्राओं ने भाग लिया।

            बीए जनसंचार द्वितिय वर्ष की छात्रा दिवांशी कांबोज ने पहला, वसुंधरा कांबोज ने दूसरा तथा प्रथम वर्ष की छात्रा स्नेहा ने तीसरा स्थान अर्जित किया। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ आभा खेतरपाल, विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार त्यागी ने विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। विभाग की प्राध्यापिका पायल व कीर्ति ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

            डॉ खेतरपाल ने कहा कि संचार कौशल पर ध्यान देकर  भाषण देने में महारथ हासिल की जा सकती है। उन्होंने छात्राओं से आहवान किया कि वे रोजमर्रा प्रयोग किए जाने वाले शब्दों पर ध्यान दें। बातचीत के दौरान ऐसे वार्तालाप फिल्टर का प्रयोग न करें, जिसकी जरूरत न हो। बोलने से अधिक सुनने की क्षमता रखें। प्रभावी तरीके से संवाद करने के लिए दूसरों को ध्यान से सुनना बेहद जरूरी है। अच्छा संचारक बनने के लिए, आपको प्रबंधकों, टीम के सदस्यों और साथियों से प्रतिक्रिया के लिए पूछना चाहिए। एक अच्छे संचारक की पहचान है कि वह अपनी बात को सामने वाले व्यक्ति के आधार पर समायोजित कर लेता है।


            विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार त्यागी ने कहा कि भाषण प्रतियोगिता के जरिए छात्राओं के भीतर छिपी प्रतिभा को निखारा जा सकता है। भाषण देने में प्रस्तुतीकरण तथा सह अस्तित्व की भावना में विकास होता है। भाषण तैयार करना और अकेले में बोलकर देखना बहुत आसान काम है। जब हम स्टेज पर खड़े होकर लोगो के सामने भाषण देते हैं, तो घबराहट होने लगती है,पसीना छूटने लगता है और हड़बड़ी में सब भूलने लगते है । भाषण को प्रभावपूर्ण बनाने व कुशल वक्ता के रूप में पहचान बनाने के लिए कभी भी भाषण को देख देखकर न बोले। भाषण के दौरान लय, रस और एक दिलचस्प शैली शामिल करें।

मनोहर सरकार ने पूरे प्रदेश में जन कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाकर अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का कार्य किया : कंवरपाल गुर्जर

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  26 सितंबर :

            हरियाणा सरकार में शिक्षा ,वन व पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के गांव गांव उधमगढ़ के सरदार नवनीत सिंह ने अपने परिवार व साथियों सहित भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है।

            भाजपा में शामिल करते हुए शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने उनको पार्टी का पटका व फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया।शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और यहां हर कार्यकर्ता को मान सम्मान दिया जाता है, पूरे जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए की लागत से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्री कुंवर पाल ने कहा कि वह अंतोदय के सिद्धांत पर चलते हुए उनकी कोशिश है कि पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके ताकि वह व्यक्ति भी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सके।

            शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा भाजपा सरकार शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए सुपर 100 कार्यक्रम के परिणाम बहुत उत्साहजनक हैं,इसके सकारात्मक परिणामों को देखते हुए सुपर 100 योजना को बढ़ाकर सुपर 600 कर दिया गया है।

            सुपर 600 योजना के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे प्रतिभावान विधार्थियों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है जिससे वह आई आई टी,नीट एमबीबीएस,जेईईई जैसे एग्जाम्स की बेहतर ढंग से तैयारी कर सकें इस निशुल्क कोचिंग का सारा खर्च हरियाणा सरकार कर रही है।

            भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना विश्व की एकमात्र ऐसी योजना है जिसके अंतर्गत करोड़ों योग्य जरूरतमंद नागरिकों का 40 हजार करोड रुपयों से ज्यादा का इलाज का सारा खर्च केंद्र की भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है। इस योजना के अंतर्गत योग्य पात्रों का ₹5 लाख रूपये तक का निशुल्क इलाज किया जाता है,भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि भाजपा संगठन व भाजपा सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बड़े पैमाने पर लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

            भाजपा संगठन को ज्यादा से ज्यादा मजबूत करना उनका मुख्य लक्ष्य है, भाजपा में परिवारवाद के लिए कोई भी जगह नहीं है।

            इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ,मंडल अध्यक्ष विपुल गर्ग ,मंडल उपाध्यक्ष वरुण बतरा,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी ,नवनीत सिंह,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

गांधी जयंती से होगी शुरुआत, एक ही छत के नीचे शहर में मिलेंगे खादी उत्पाद

  • शिक्षा मंत्री पहुंचेंगे बतौर मुख्य अतिथि

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  26 सितंबर :

            गांधी जयंती के शुभ अवसर पर गांधी जी के ही द्वारा शुरू की गई खादी के सभी उत्पाद जिले में एक ही छत के नीचे मिलेंगे।

            खादी बोर्ड से मान्यता प्राप्त सजी संवरी द्वारा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जो भी बुनकरों द्वारा खादी के उत्पाद तैयार किए जाते हैं वह सब बुनकरों से सीधे-सीधे जनता को मिलेंगे। इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए खादी बोर्ड से मान्यता प्राप्त सजी संवरी की ड्रेस डिजाइनर मीतू सलूजा ने बताया कि खादी बोर्ड ने उन्हें इसके लिए एक प्रमाण पत्र दिया है और अब वह खादी के इन उत्पादों को बुनकरों से सीधे सीधे जनता तक पहुंचा सकते हैं।

            उन्होंने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी को बढ़ावा देना तथा देश को उन्नति की राह पर अग्रसर करना है। मीतू ने बताया कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती के जन्म दिवस के मौके पर शिक्षा मंत्री द्वारा अग्रसेन चौक के नजदीक सजी संवरी की शुरुआत की जाएगी। प्रदेश में यह अपने किस्म का एकमात्र के अंदर होगा जहां प्रदेश के हर प्रांत के बुनकर द्वारा तैयार किए गए उत्पाद जनता को मिलेंगे।

            उनका कहना था कि इससे जहां बुनकरों को रोजगार मिलेगा वही जनता को भी अपनी पसंद घर बैठे ही मिलेगी और उन्हें इसके लिए किसी अन्य प्रांत में नहीं जाना होगा। सभी समरी केंद्र को भी एक ग्रामीण परिवेश की लुक दी गई है जो कि जिला वासियों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। गांधी जयंती के मौके पर जिला वासियों के लिए यह एक उपहार से कम नहीं है।

गुलाम नबी आजाद की अपनी पार्टी ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’

            गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी के झंडे का भी अनावरण किया है। उन्होंने कहा, झंडे का पीला रंग रचनात्मकता, एकता और विविधता को दर्शाता है। सफेद रंग शांति और नीला रंग स्वतंत्रता, खुले विचार, कल्पना और सागर की गहराई से आकाश की ऊंचाई तक को दिखाता है। आजाद ने कहा, लोगों ने उर्दू, संस्कृति, हिंदी में नाम सुझाए थे। हालांकि हम ऐसा नाम चाहते थे जिसमें डेमोक्रेटिक, शांति और स्वतंत्र तीनों बाते हों। 

आजाद की आज पहले नवरात्र पर पार्टी के नाम की घोषणा करने की तैयारी है।
डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी
  • कांग्रेस से अलग होकर गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई पार्टी का ऐलान किया
  • गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा
  • इस मौके पर गुलाम नबी आजाद ने पार्टी का नाम और झंडे का अनावरण किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जम्‍मू(ब्यूरो) – 26 सितंबर :  

            कांग्रेस के पूर्व नेता और जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया।  उन्‍होंने अपनी पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा है।  कांग्रेस से नाता टूटने के बाद गुलाम नबी आजाद ने अपने दम पर नई पार्टी गठित करने के संकेत दे दिए थे।  इसके बाद उनकी नई पार्टी के नाम को लेकर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया था। तमाम अटकलबाजियों को विराम देते हुए गुलाम नबी आजाद ने नवरात्रि के पहले दिन अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया।

            गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी की सदस्‍यता 26 अगस्‍त को त्‍याग दी थी।  इसके बाद से ही उनके द्वारा नई पार्टी  का गठन करने का अनुमान लगाया जा रहा था।  गुलाम नबी ने कई मौकों पर खुद भी इसके संकेत दिए थे।  कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद उन्‍होंने कहा था कि वह समर्थकों से मुलाकात और राय – विचार करने के बाद नई पार्टी लॉन्‍च करने की घोषणा करेंगे।  अपनी पार्टी के नाम का ऐलान करने से पहले गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा, लोगों ने नई पार्टी के लिए तकरीबन 1500 नाम मुझे भेजे थे।  इनमें से कई नाम उर्दू और संस्‍कृत में भी थे।  इनमें हिन्‍दी और उर्दू का मिश्र‍ित नाम जैसे हिन्‍दुस्‍तानी भी था।  मैं अपनी पार्टी का नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्‍वतंत्रता को प्रदर्शित करने वाला रखना चाहता हूं।”

            उन्होंने कहा कि आजाद का मतलब उनके नाम से नहीं है। बल्कि इसका मतलब स्वतंत्र से है। उनकी पार्टी स्वतंत्र लोकतांत्रिक पार्टी होगी जो आम लोगों से जुड़ी होगी। आजाद ने आगे कहा कि राजनीति में कोई दुश्मन नहीं होता। हां राजनीतिक दलों की नीतियों पर मतभेद हो सकते हैं। हम उसकी का विरोध करते हैं।

            जम्मू हवाई अड्डे से आजाद सीधे गांधी नगर स्थित अपने आवास पहुंचे। अपने आवास के बाहर पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में आजाद ने कहा कि मैं यहां पर नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिलने लिए आया हूं। पार्टी लांच करने से पहले सोमवार को मीडिया को आमंत्रित करूंगा। उनके करीबियों के अनुसार नाम व झंडा फाइनल हो चुका है। जल्द ही इसका एक दो दिन में खुलासा हो जाएंगा। सूत्रों ने बताया कि आजाद की आज पहले नवरात्र पर पार्टी के नाम की घोषणा करने की तैयारी है।

            आजाद के आवास पर दिन भर बैठकों का दौर चला। इसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद, डा. मनोहर लाल शर्मा, जीएम सरूरी, अब्दुल मजीद वानी, बलवान सिंह, गौरव चोपड़ा, जुगल किशोर आदि शामिल हुए। इस दौरान पार्टी के नाम पर चर्चा की गई। जम्मू का दो दिवसीय दौरा पूरा करने के बाद आजाद 27 सितंबर को श्रीनगर का रुख करेंगे। वह दो दिन तक कश्मीर में पार्टी नेताओं से बैठकें करेंगे।

            आजाद को जम्मू कश्मीर से पंद्रह हजार से अधिक लोगों ने पार्टी के नाम के सुझाव दिए थे। हालांकि वह पार्टी के नाम पर दिल्ली में विचार विमर्श कर चुके हैं लेकिन फाइनल करने के लिए उन्होंने जम्मू कश्मीर के नेताओं से भी विस्तार से चर्चा की। सितंबर माह में गुलाम नबी आजाद का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले कांग्रेस छोड़ने के बाद चार सितंबर को जम्मू कश्मीर आए थे। रैलियां की और चार सौ से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत की थी।

            पार्टी का एजेंडा स्पष्ट किया लेकिन पार्टी के नाम का फैसला नहीं हो पाया था। आजाद अनुच्छेद 370 पर अपनी राय को स्पष्ट कर चुके है कि यह अनुच्छेद फिर से वापिस नहीं आ सकता क्योंकि इसके लिए संसद में दो तिहाई बहुमत चाहिए। वह कह चुके है कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने, स्थानीय लोगों के लिए नौकरियां व भूमि के अधिकार सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करेंगे।

            वह महिलाओं के सम्मान, कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास करने, हर क्षेत्र के बराबर विकास करने पर काम करेंगे। आजाद के समर्थन में कांग्रेस के अधिकतर नेता पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं।

आलाकमान से कोई वैर नहीं, पायलट तेरी खैर नहीं – क्या सच ?

            राजस्थान कांग्रेस में संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गहलोत गुट के कई विधायकों के इस्तीफा देने की खबर से हड़कंप मच गया है, विधायक दल की बैठक रद्द हो गई है। राजस्थान में सियासी ड्रामा शुरू है। गहलोत गुट के कई विधायक इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि गहलोत भले ही सीएम पद से इस्तीफा दें लेकिन वह अपने ही नजदीकी किसी नेता को सीएम पद पर बैठाने की फिराक में हैं। साथ ही आलाकमान से कोई वैर नहीं, पायलट तेरी खैर नहीं का नारा लगाया।

  • विधायक दल की बैठक अब 19 अक्टूबर के बाद होगी
  • जब तक कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला नहीं हो जाता, तब तक कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं होगा
  • जो सीएम बनेगा वह 102 विधायकों में से ही हो। यानी पायलट गुट से सीएम मंजूर नहीं

सारिका तिवारी (राजनैतिक विश्लेषक), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली/जयपुर :

             राजस्थान में सियासत पल-पल बदल रही है।  गहलोत गुट के विधायक प्रदेश की कमान सचिन पायलट को देने की चर्चा से नाराज हैं।  करीब 92 विधायकों ने इस्तीफा तक दे दिया है।  मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन बतौर पर्यवेक्षक राजस्थान में डेरा डाले हुए हैं।  सूबे में मची सियासी उठापटक पर अजय माकन का बयान सामने आया है।  उन्होंने कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे और मैं यहां एआईसीसी पर्यवेक्षकों के रूप में सीएम की सुविधा के मुताबिक उनके आवास पर बैठक करने आए थे।  जो विधायक हमसे बात करने नहीं आए उन्हें हम लगातार बात करने को कह रहे हैं।  

            माकन ने कहा, पार्टी विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछकर उनके आवास पर रखी गई थी।  उन्होंने कहा कि बैठक शाम 7 बजे हो, लिहाजा उनकी सहूलियत के हिसाब से इसको तय किया गया. जो विधायक नहीं आए, उनको हम लगातार कह रहे हैं कि मैं और मल्लिकार्जुन खड़गे उनकी बात वन टू वन सुनेंगे।  फिलहाल कोई फैसला नहीं हो रहा है।  जो आप आप कहेंगे, वो हम जाकर दिल्ली बताएंगे।”

 कांग्रेस के विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत खेमे के विधायक और मंत्रियों का रुख साफ होने के बाद ताजा हालात पर चर्चा के लिए सीएम गहलोत होटल मेरियट पहुंच गए हैं. होटल मेरियट दोनों पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिका अर्जुन खड़गे से ताजा हालात पर चर्चा कर रहे हैं। 

मंत्री मेघवाल बोले-गहलोत ही रहेंगे सीएम 

इससे पहले मंत्री गोविंद मेघवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहे। अभी गहलोत ने अध्यक्ष का नामांकम नहीं भरा हैं। ऐसे में अभी रायशुमारी करने की क्या जरूरत पड़ गई। जिन विधायकों ने संकट में साथ दिया, अब उनके मन में क्या बीत रही होगी। धारीवाल के बंगले पर सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगें.सियासी उठापटक के बीच विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का बड़ा बयान सामने आया है। गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि शांति धारीवाल के निवास पर मीटिंग का कोई औचित्य नहीं है। जब आलाकमान ने भेजे हैं पर्यवेक्षक तो उससे पहले मीटिंग करने का क्या मतलब।

इनसाइड स्टोरी : सुबह सहमति की चर्चा, शाम को 90 बािगयों ने पलट दी बाजी

आलाकमान के संदेशवाहक- खड़े रहे, सुन नहीं पाए


            केंद्रीय पर्यवेक्षक खड़गे व अजय माकन एक होटल में बैठे रहे। गहलोत ने उनसे मुलाकात की। बतौर प्रभारी माकन की भूमिका सवालों में है। संवादहीनता का फल था कि सियासी ड्रामे के बाद विधायकों ने माकन से बात करने से मना कर दिया।

  • माकन ने सीएमआर में प्रतिनिधिमंडल से कहा- किसने बताया कि पायलट को सीएम बना रहे हैं? हम सिर्फ राय लेने आए हैं। बिना गहलोत व विधायकों की राय के कोई भी फैसला नहीं लिया जाएगा।
  • खड़गे ने कहा- जो भी विधायकों ने किया, वह गलत है।

            रविवार दाेपहर को गहलोत ने जैसलमेर में तनोट माता के दर्शन किए। कहा- मैंने सोनिया गांधी को 9 अगस्त को ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। नया सीएम वही बनेगा, जो अगले चुनाव में सरकार बना सके।

विधायकों की 3 शर्तें

  • विधायक दल की बैठक अब 19 अक्टूबर के बाद होगी।
  • जब तक कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला नहीं हो जाता, तब तक कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं होगा।
  • जो सीएम बनेगा वह 102 विधायकों में से ही हो। यानी पायलट गुट से सीएम मंजूर नहीं।

ये हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा : भाजपा

            उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बोले- कांग्रेस के वीर विधायकों को वास्तव में त्यागपत्र देना है तो विधानसभा के नियम एवं प्रक्रियाओं के नियम 173 के अंतर्गत अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपें। राजस्थान के हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रहे हैं। सीएम भी इस्तीफा दें। सीएम को भी इस्तीफा दे देना चाहिए।

अब पायलट के लिए राह कितनी आसान? सीएम के लिए तीसरे नाम पर विचार संभव

गहलोत समर्थकों ने आलाकमान के खिलाफ खुला मोर्चा क्यों खोला?


            – गहलोत समर्थक विधायकों को लगता है कि पार्टी ने सीएम पद के लिए सचिन पायलट का नाम तय कर दिया है। अब मीटिंग सिर्फ औपचारिकता रह गई है। कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी कहा कि जिसने 2020 में पार्टी तोड़ने की कोशिश की, उन्हें सीएम बनाना स्वीकार नहीं है। ऐसे में यह विरोध सीधे आलाकमान के फैसले का है।

क्या बगावत का अर्थ है कि आलाकमान पायलट के नाम पर मुहर लगा चुका है? बगावत के बाद भी क्या पायलट को सीएम बनाया जाएगा?


            – यह बगावत सीधे तौर पर पायलट के खिलाफ है। विधायकों ने आलाकमान को बता दिया है कि उनकी राय नहीं मानेंगे। क्योंकि, सरकार पर संकट के समय जाे 102 विधायक पार्टी के साथ थे, उनको पार्टी में पद या सत्ता में मौका मिलना चाहिए। ऐसे में बड़ा सवाल है कि पायलट के नाम पर कैसे सहमित बनेगी? यदि फिर बगावत से बचने के लिए आलाकान दूसरा रास्ता चुनता है तो सीएम पद के लिए दो विकल्प हैं-

  • गहलोत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन ही न भरें और सीएम बने रहें। अध्यक्ष बने तो खुद सीएम पद छोड़ने की बात कह चुके हैं।
  • तीसरे नाम पर सहमति बन सकती है। स्पीकर सीपी जोशी व प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीएम बन सकते हैं। ऐसा हुआ तो पायलट को दूसरी बार बड़ा झटका लगेगा।
  • बगावत के बाद क्या सरकार संकट में आ गई है?

            सरकार पर संकट तय है। अगर गहलोत गुट को मनाया जाता है तो फिर पायलट गुट में नाराजगी बढ़ेगी। पार्टी के लिए यह बड़ी खराब स्थिति है। वह भी उन हालात में जब राहुल 2024 की तैयारी के चलते भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं।

क्या स्पीकर इस्तीफे स्वीकार करेंगे? क्या भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकती है?


            – विधायकों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है। इसमें लिखा है- ‘मैं अपनी इच्छा से इस्तीफा दे रहा हूं।’ तय है कि स्पीकर इसे जल्दी स्वीकार नहीं करेंगे। विधायकों को उनकी बात रखने का मौका मिलेगा। हालांकि, इतने इस्तीफों के बाद भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग जरूर कर सकती है।

गहलोत को बगावत से क्या मिलेगा? छवि पर क्या असर पड़ेगा? अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे?


            – गहलोत को गांधी परिवार का सबसे भरोसेमंद माना जाता है। वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए पार्टी आलाकमान के पसंदीदा चेहरे हैं। नए सीएम को लेकर फैसले से पहले उनके समर्थकों का शक्ति प्रदर्शन उनकी ताकत जरूर दर्शाता है। लेकिन बगावत से उनकी छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। अब तक वह पायलट गुट को सियासी संकट का जिम्मेदार बताते हैं। अब उन्हीं के समर्थकों ने वैसी स्थिति खड़ी कर दी है। उनके गुट के विधायक अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के खिलाफ हैं। गहलोत ने उनकी बात मानी तो संभव है कि वे नामांकन न भरें। वे पहले भी कह चुके- मैं अध्यक्ष नहीं बनना चाहता।

क्या राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव टलेंगे?


            नहीं टलेंगे। लेकिन यह जरूर बात आ रही है कि शायद गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना नहीं चाहते थे। सीएम की कुर्सी ही उनकी पसंद रही होगी। यह भी एक कारण हो सकता है कि पार्टी में अब टूट की स्थिति देखने को मिल रही है।

अपने संघर्ष के लिए जूझ रही कांग्रेस के लिए कितना बड़ा झटका है?


            कांग्रेस की सरकार अब दो ही राज्यों में रह गई है। राजस्थान ही सबसे बड़ा राज्य है। पंजाब में आलाकमान के फैसलों की वजह से ऐसी स्थिति बनी। पार्टी सत्ता से बाहर ही नहीं हुई बल्कि अधिकांश नेता पार्टी छोड़ कर चले गए। अगर राजस्थान में विधायक इस्तीफा वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी के लिए अगले चुनाव तक संभलना मुश्किल होगा। रिपीट-2023 की मुहिम को बड़ा झटका है।

राशिफल, 26 सितंबर 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – 26 सितंबर 22 :

aries
मेष/aries

26 सितंबर 22 :

आप खाली समय का आनंद ले सकेंगे। जीवन की गाड़ी को अच्छे से चलाना चाहते हैं तो आज आपको पैसे की आवाजाही पर विशेष ध्यान देना होगा। आपके बच्चे के पुरुस्कार वितरण समारोह का बुलावा आपके लिए ख़ुशनुमा एहसास रहेगा। वह आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा और आप उसके ज़रिए अपने सपने साकार होते हुए देखेंगे। आज ही लंबे वक़्त से चले आ रहे झगड़ों को सुलझा लें, क्योंकि हो सकता है कि कल बहुत देर हो जाए। वरिष्ठ से आपको पदोन्नति या लम्बे वक़्त से लटके किसी काम के पूरे होने का तोहफ़ा मिल सकता है। अगर आज आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको अपने सामान की अतिरिक्त सुरक्षा करने की ज़रूरत है। जीवनसाथी की ओर से मिले तनाव के चलते सेहत पर बुरा असर पड़ना मुमकिन है।

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वृष/Taurus

26 सितंबर 22 :

इच्छाशक्ति की कमी आपको भावनात्मक और मानसिक परेशानियों में फँसा सकती है। अगर आप अपनी रचनात्मक प्रतिभा को सही तरीक़े से इस्तेमाल करें तो वह काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगी। कुछ लोगों के लिए- परिवार में किसी नए का आना जश्न और उल्लास के पल लेकर आएगा। रोमांस के लिहाज़ से रोमांचक दिन है। शाम के लिए कोई ख़ास योजना बनाएँ और जितना हो सके, इसे उतना रुमानी बनाने की कोशिश करें। तब तक कोई वादा न करें, जब तक कि आप पूरी तरह उसे पूरा करने में सक्षम न हों। आज किसी सहकर्मी के साथ आप शाम का वक्त बिता सकते हैं हालांकि अंत में आपको महसूस होगा कि आपने उनके साथ समय बर्बाद किया है और कुछ नहीं। क्या आपको लगता है कि शादी महज़ समझौतों का नाम है? अगर हाँ, तो आप आज हक़ीक़त महसूस करेंगे और जानेंगे कि यह आपके जीवन की सबसे अच्छी घटना थी।

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मिथुन/Gemini

26 सितंबर 22 :

मौज-मस्ती और मनपसंद काम करने का दिन है। रुका हुआ धन मिलेगा और आर्थिक हालात में सुधार आएगा। बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान लगाने और भविष्य के लिए योजना बनाने की ज़रूरत है। रोमांचक दिन है, क्योंकि आपके प्रिय का फ़ोन आएगा। अगर आपका साथी अपना वादा न निभाए तो बुरा महसूस न करें- आपको बैठकर बातचीत के ज़रिए मामला सुलझाने की ज़रूरत है। आपका प्रेमी आपको पर्याप्त समय नहीं देता यह शिकायत आज आप खुलकर उनके सामने कर सकते हैं। आपका जीवनसाथी बिना जाने कुछ ऐसा ख़ास काम कर सकता है, जिसे आप कभी भुला नहीं पाएंगे।

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कर्क/Cancer

26 सितंबर 22 :

मनोवैज्ञानिक डर आपको बेचैन कर सकता है। सकारात्मक सोच और हालात के उजले पहलू को देखना आपको इससे बचा सकता है। पैसा अचानक आपके पास अएगा, जो अपके ख़र्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। अपने प्रिय को आज निराश न करें- क्योंकि ऐसा करने की वजह से बाद में आपको पछताना पड़ सकता है। मशहूर लोगों से मेलजोल आपको नई योजनाएँ और आइडिया सुझाएगा। अगर आपको लगता है कि कुछ लोगों की संगति करना आपके लिए ठीक नहीं है और उनके साथ रहकर आपका समय बर्बाद होता है तो उनका साथ आपको छोड़ देना चाहिए। अगर आप अपने जीवनसाथी की छोटी-छोटी बातों को नज़रअन्दाज़ करेंगे, तो उन्हें बुरा लग सकता है।

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Leo
सिंह/Leo

26 सितंबर 22 :

मौज-मस्ती की यात्राएं और सामाजिक मेलजोल आपको ख़ुश रखेंगे और सुकून देंगे। आज किसी करीबी से आपका झगड़ा हो सकता है और बात कोर्ट कचहरी तक जा सकती है। जिसकी वजह से आपका अच्छा खास धन खर्च हो सकता है। रिश्तेदारों के साथ अपने संबंधों को फिर तरोताज़ा करने का दिन है। भावनात्मक उथल-पुथल आपको परेशान कर सकती है। मशहूर लोगों से मेलजोल आपको नई योजनाएँ और आइडिया सुझाएगा। दिक़्क़तों का तेज़ी से मुक़ाबला करने की आपकी क्षमता आपको ख़ास पहचान दिलाएगी। अगर आपके जीवनसाथी का मन खिन्न है और चाहते हैं की दिन अच्छा गुज़रे, तो चुप्पी साधे रहें।

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कन्या/Virgo

26 सितंबर 22 :

ज़िंदगी की ओर एक उदार रवैया अपनाएँ। अपने हालात की शिकायत करने और उसे लेकर दुःखी होने से कुछ हासिल नहीं होने वाला। यह ज़्यादा मांगने वाली सोच जीवन की सुगंध को ख़त्म कर देती है और संतोषी जीवन की आशा का गला घोंट देती है। जिन लोगों ने कहीं निवेश किया था आज के दिन आपको आर्थिक हानि होने की संभावना है। दोस्तों के साथ शाम बिताना या ख़रीदारी करना मज़ेदार और रोमांचक रहेगा। आपको अपने प्रिय के साथ समय बिताने की ज़रूरत है, ताकि आप दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जान व समझ सकें। साझीदारी में किसी नई परियोजना को शुरू करने के लिए अच्छा दिन है। इससे सभी को मुनाफ़ा होगा। लेकिन साझीदार से हाथ मिलाने से पहले भली-भांति विचार कर लें। आपका आकर्षक और चुम्बकीय व्यक्तित्व सभी के दिलों को अपनी तरफ़ खींचेगा। शादी के ठीक पहले के ख़ूबसूरत दिनों की याद ताज़ा हो सकती है – वही छेड़छाड़, आगे-पीछे घूमना और इज़हार गर्माहट पैदा करेंगे।

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Libra
तुला/Libra

26 सितंबर 22 :

बहुत-कुछ आपके कंधों पर टिका हुआ है और फ़ैसले लेने के लिए स्पष्ट सोच ज़रूरी है। दिन बहुत लाभदायक नहीं है- इसलिए अपनी जेब पर नज़र रखें और ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्चा न करें। दिन के दूसरे हिस्से में कुछ दिलचस्प और रोमांचक काम करने के लिए बढ़िया वक़्त है। नये रोमांस की संभावना प्रबल है, प्रेम का फूल आपकी ज़िन्दगी में जल्दी ही खिल सकता है। बड़े व्यापारिक लेन-देन करते वक़्त अपनी भावनाओं पर क़ाबू रखें। किसी भी स्थिति में आपको अपने समय का ख्याल रखना चाहिए याद रखिये अगर समय की कद्र नहीं करेंगे तो इससे आपको ही नुक्सान होगा। आज आपको अपने जीवनसाथी से एक बार फिर प्यार हो जाएगा।

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वृश्चिक/Scorpio

26 सितंबर 22 :

प्रभावशाली लोगों का सहयोग आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आज आपकी कोई चल संपत्ति चोरी हो सकती है इसलिए जितना हो सके इनका ध्यान रखें। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएँ। आज रुमानियत का मौसम ज़रा ख़राब लगता है, क्योंकि आपका साथी आपसे आज कुछ ज़्यादा ही अपेक्षा करेगा। अपने साथी को यूँ ही हमेशा के लिए मिला न मानें। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न करें, ताकि ज़िन्दगी में आगे आपको पछताना न पड़े। बिजली कटौती या फिर किसी अन्य वजह से आपको सुबह तैयार होने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जीवनसाथी की ओर से इससे निबटने में काफ़ी मदद मिलेगी।

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धनु/Sagittarius

26 सितंबर 22 :

दूसरों के साथ ख़ुशी बांटने से सेहत और खिलेगी। जो लोग अब तक पैसेे को बेवजह खर्च कर रहे थे आज उन्हें समझ आ सकता है कि पैसे की जीवन में क्या अहमियत है क्योंकि आज अचानक आपको पैसे की जरुरत पड़ेगी और आपके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। जितना आपने सोचा है, आपके दोस्त उससे ज़्यादा मददगार साबित होंगे। मुमकिन है कि आज आपकी आँखें किसी से चार हो जाएँ- अगर आप अपने सामाजिक दायरे में उठेंगे-बैठेंगे तो। दूसरे आपसे काफ़ी ज़्यादा समय की मांग कर सकते हैं। उनसे किसी भी तरह का वादा करने से पहले यह देख लें कि आपका काम उससे प्रभावित न हो और साथ ही वे आपकी उदारता और सुहृदयता का ग़लत फ़ायदा न उठाएँ। खाली वक्त का आज आप सदुपयोग करेंगे और उन कामों को पूरा करने की कोशिश करेंगे जो बीते दिनों पूरे नहीं हो पाए थे। शादी के ठीक पहले के ख़ूबसूरत दिनों की याद ताज़ा हो सकती है – वही छेड़छाड़, आगे-पीछे घूमना और इज़हार गर्माहट पैदा करेंगे।

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मकर/Capricorn

26 सितंबर 22 :

ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। आप अच्छा पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप पारंपरिक तौर पर निवेश करें। परिवार के लिए किसी अच्छे और ऊँचे लक्ष्य को हासिल करने के नज़रिए से समझ-बूझकर थोड़ा ख़तरा उठाया जा सकता है। चूके मौक़ों की वजह से डरें नहीं। प्रेमी एक-दूसरे की पारिवारिक भावनाओं को समझेंगे। कुछ लोगों को व्यापारिक और शैक्षिक लाभ मिलेगा। इस राशि वालों को आज के दिन अपने लिए समय निकालने की शख्त जरुरत है अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपको मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। यह दिन शादीशुदा ज़िन्दगी के सबसे ख़ास दिनों में से एक रहेगा।

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कुम्भ/Aquarius

26 सितंबर 22 :

पीने की आदत को अलविदा कहने के लिए बहुत ही अच्छा दिन है। आपको समझना चाहिए कि शराब सेहत की सबसे बड़ी दुश्मन है और यह आपकी क्षमताओं पर भी कुठाराघात करती है। आपका धन आपके काम तभी आता है जब आप फिजूलखर्ची करने से खुद को रोकते हैं आज ये बात आपको अच्छी तरह से समझ में आ सकती है। आपको बच्चों या ख़ुद से कम अनुभवी लोगों के साथ धैर्य से काम लेने की ज़रूरत है। अपनी दीवानगी को क़ाबू में रखें, नहीं तो यह आपके प्रेम-संबंध को मुश्किल में डाल सकती है। सेमिनार और गोष्ठियों में हिस्सा लेकर आज आप कई नए विचार पा सकते हैं। दिन के अंत में आज आप अपने घर के लोगों को वक्त देना चाहेंगे लेकिन इस दौरान घर के किसी करीबी के साथ आपकी कहासुनी हो सकती है और आपका मूड खराब हो सकता है. आपको और आपके जीवनसाथी को वैवाहिक जीवन में कुछ निजता की ज़रूरत हे।

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मीन/Pisces

26 सितंबर 22 :

आपका विनम्र स्वभाव सराहा जाएगा। कई लोग आपकी ख़ासी तारीफ़ कर सकते हैं। दिन चढ़ने पर वित्तीय तौर पर सुधार आएगा। घर को सजाने-संवारने के अलावा बच्चों की ज़रूरतों पर भी ध्यान दें। बच्चों के बिना घर आत्मा के बिना शरीर की तरह है, फिर चाहे वह कितना भी ख़ूबसूरत क्यों न हो। बच्चे घर में उत्साह और ख़ुशीयों की सौगात लाते हैं। काफ़ी वक़्त फ़ोन न करके आप अपने प्रिय को तंग करेंगे। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। ठीक कम्यूनिकेशन न होने के चलते परेशानी खड़ी हो सकती है, लेकिन मिल-बैठकर बात करने से चीज़ें सुजझाई जा सकती हैं।

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पंचांग, 26 सितम्बर 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – 26 सितम्बर 22 :

नोटः आज से शरद नवरात्र प्रारम्भ, घटस्थापन, महाराज अग्रसेन जयंती, मातामह, नाना/नानी का श्राद्ध।

इस बार शारदीय नवरात्रि पर घटस्थापना के दिन बेहद ही शुभ और दुर्लभ योग बन रहा है। नवरात्रि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा – आराधना और साधना की जाती है।  नवरात्रि के नौ दिन मां के नौ स्वरूपों का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि तिथि पर कलश स्थापना के साथ मां शक्ति की आराधना का महापर्व शुरू हो जाता है।

प्रथम नवरात्रा – माँ शैल पुत्री :

  • शैल का अर्थ है हिमालय, पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहते हैं
  • मां शैलपुत्री को पार्वती स्वरूप में भगवान शंकर की पत्नी के रूप में भी जाना जाता है

आज आश्विन माह के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा है। कलश-स्थापना के बाद मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का पूजन किया जाएगा। शैल का अर्थ है हिमालय और पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है। हिमालय हमारी शक्ति, दृढ़ता, आधार व स्थिरता का प्रतीक है। मां शैलपुत्री को पार्वती स्वरूप में भगवान शंकर की पत्नी के रूप में भी जाना जाता है। नवरात्रि के प्रथम दिन योगीजन अपनी शक्ति मूलाधार में स्थित करते हैं और योग साधना करते हैं।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः आश्विऩ,

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा रात्रिः 03.09 तक है,  

वारः सोमवार।  

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः हस्त 30.16 तक है, 

योगः शुक्ल प्रातः 08.04 तक,

 करणः किंस्तुघ्न, 

सूर्य राशिः कन्या, चंद्र राशिः कन्या, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.15, सूर्यास्तः 06.09 बजे। 

शराबी पति ने दिया तीन तलाक तो रूबीना ने हिंदू धर्म अपनाकर दूसरी शादी कर ली

            रुबीना का कहना है कि शोएब द्वारा तीन तलाक दिए जाने और घर से निकालने के बाद वह बिल्कुल अकेली हो गई थी। उसे एक नए जीवनसाथी की तलाश थी। 5 साल पहले उसकी दोस्ती प्रेमपाल से हुई थी। पति के अत्याचार की दास्तान प्रेमपाल को पहले ही पता थी। तीन तलाक के बाद रुबीना ने प्रेमपाल से शादी करने की इच्छा जताई, जिस पर प्रेमपाल भी तैयार हो गया।

  • पति के अत्याचारों से तंग आ गई मुस्लिम महिला
  • तीन तलाक के बाद छोड़ दिया पति का घर
  • हिंदू धर्म अपनाकर कर ली दूसरी शादी

डेमोक्रेटिक फ्रंट (ब्यूरो) बरेली :  

            शराबी पति के अत्याचार और तीन तलाक से परेशान एक युवती बरेली में हिंदू धर्म अपनाकर रुबीना खान से पुष्पा बन गई। इसके बाद उसने हिंदू रीति-रिवाज के साथ प्रेम कुमार से शादी भी कर ली. यह शादी सुभाषनगर थाना इलाके के अगस्त मुनि आश्रम में हुई।  इस मौके पर रुबीना खान उर्फ पुष्पा ने बताया कि उसका मायका रामपुर जिले में है।  9 साल पहले उसकी शादी उत्तराखंड  निवासी शोएब से हुई थी. उसके शोएब से तीन लड़के भी हैं।  लेकिन उसका पति उसके चरित्र को लेकर शक करता था।

                  महिला ने बताया कि उसका पति शोएब शराब पीकर उसके साथ आए दिन मारपीट करता था। वह जैसे-तैसे दिन गुजार रही थी कि इस बीच उसकी मुलाकात प्रेम कुमार से हुई।  प्रेम रुबीना के पति शोएब का दोस्त है।  इसलिए उसका आए दिन उसके घर आना जाना होता रहता था।  इस बीच रुबीना को लगा कि प्रेम कुमार ही वह शख्स है जिसके साथ वह अपनी पूरी जिंदगी बिता सकती है।  प्रेम से उसकी नजदीकियां बढ़ती गईं।  इस दौरान जब शोएब ने उसे 3 तलाक दिया तो प्रेम कुमार ने रुबीना को स्वीकार कर लिया और हिन्दू रीति रिवाज के साथ शादी कर ली।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रामपुर निवासी रुबीना का निकाह 9 साल पहले उत्तराखंड के रहने वाले शोएब से हुआ था। शादी के बाद दोनों में आए दिन झगड़ा और मारपीट होने लगी। शोएब शराब के नशे में हर रोज रुबीना के साथ मारपीट करने लगा। करीब एक हफ्ते पहले वह फिर से शराब के नशे में मारपीट कर रहा था। इसी दौरान उसने तीन तलाक देते हुए रुबीना को घर से निकाल दिया। रुबीना के तीन बेटे हैं, इनमें सबसे बड़ा 8, दूसरा 6 और छोटा बेटा 4 साल का है।

रुबीना का कहना है कि शोएब द्वारा तीन तलाक दिए जाने और घर से निकालने के बाद वह बिल्कुल अकेली हो गई थी। उसे एक नए जीवनसाथी की तलाश थी। 5 साल पहले उसकी दोस्ती प्रेमपाल से हुई थी। पति के अत्याचार की दास्तान प्रेमपाल को पहले ही पता थी। तीन तलाक के बाद रुबीना ने प्रेमपाल से शादी करने की इच्छा जताई, जिस पर प्रेमपाल भी तैयार हो गया।

इसके बाद दोनों ने बरेली के मढ़ीनाथ स्थित एक मंदिर में जाकर घरवालों की मर्जी से शादी कर ली है। शादी से पहले रुबीना ने ‘घर-वापसी’ भी कर ली है और अब उसने अपना नाम पुष्पा रखा है। वहीं, दूसरी तरफ प्रेमपाल के परिवार वालों ने भी दोनों की शादी को स्वीकार कर लिया है।

प्रेमपाल का कहना है, “मेरी रुबीना के साथ शादी हुई है। इनके पति से मेरी जान पहचान थी। कभी-कभी मैं उनके घर भी जाता था। इनके पति इन्हें बहुत परेशान करते थे, मारते थे और नशा भी करते थे। इनसे जब बात हुई तो इन्होंने सब कुछ बताया। फिर हम दोनों ने यह फैसला लिया है कि हम शादी कर लें।”

रुबीना धर्म परिवर्तन कर पुष्पा तो बन गई है और उसने धर्मपाल से शादी भी कर ली है, लेकिन उसका कहना है कि उसका पूर्व शौहर उसे जान से मारने की धमकियाँ दे रहा है। रुबीना उर्फ पुष्पा को डर है कि यदि उसे पुलिस की सुरक्षा नहीं मिलती है, शोएब कभी भी उसको जान से मार सकता है।