एससीबी साइबर टीम ने बचाये 11 लाख रु, रिटायर्ड प्रिंसिपल को कर रहे थे ब्लैकमेल

“ब्लैकमेलिंग” बना साइबर अपराधियों का पसंदीदा हथियार, बिना डरें 1930 पर करें शिकायत : ओ पी सिंह आईपीए

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 1 सितंबर :

साइबर अपराधियों ने ब्लैकमेलिंग को अपना नया हथियार बनाया है।  इज़्ज़तदार लोग डरते हुए पैसे दे देते है और शिकायत नहीं करते है।   एक सेवानिवृत प्रिंसिपल को अश्लील वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने 24 लाख रूपए ठग लिए।  जब साइबर अपराध की मोडस ऑपरेंडी समझ आयी तो सेवानिवृत प्रिंसिपल ने 1930 पर शिकायत दर्ज की।  एससीबी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए आगे बताया, साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 लाख रूपए आरोपी के खाते में फ्रिज कर रिफंड कर दिए है। वही शिकायत प्राप्त होने के बाद स्थानीय पुलिस ने आगे कार्रवाई शुरू कर दी है।  
कभी यूट्यूब अधिकारी, तो कभी थानेदार, तो कभी एसपी बन किया फ़ोन, कहा केस में से निकलवा देंगे नाम

एससीबी प्रवक्ता ने बताया की शिकायत कर्त्ता ने 1930 पर शिकायत दी कि 16.08.2022 को सुबह एक फ़ोन आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को एसएचओ साइबर सेल बताया और कहा की आपकी अश्लील वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुई है और उसे हटाने के लिए यूट्यूब के अधिकारी से बात करनी होगी। कथित फ़र्ज़ी थानेदार ने यूट्यूब अधिकारी के नाम से किसी राहुल शर्मा का नंबर दिया। पीड़ित द्वारा यूट्यूब अधिकारी से बात करने पर, वीडियो डिलीट करने के लिए फीस के तौर पर 31500 मांगे गए जिसे भुगतान पीड़ित ने तुरंत कर दिया ।  पैसे आने बाद फिर से फ़र्ज़ी यूट्यूब अधिकारी ने पीड़ित से 1.26 लाख कि डिमांड ये कहते हुए कि गयी कि अभी 4 वीडियो और है जिसे डिलीट करना है। और इसी तरह कभी इंस्टाग्राम से तो कभी व्हाट्सप्प से वीडियो डिलीट करवाने के नाम पर पीड़ित से पैसे ऐंठते रहे।पीड़ित ने आगे शिकायत में बताया कि फिर से उसे एक कॉल आयी जहाँ ठगों ने खुद को जिले का पुलिस अधीक्षक बताया। साइबर अपराधी  ने कहा की आपके खिलाफ शिकायत आयी है और 5 लाख रूपए दोगे तो में केस में से नाम निकलवा देंगे।  पीड़ित ने डरते हुए पैसे ऑनलाइन माध्यम से दे दिए। और इसी डर का फायदा उठाकर पीड़ित से 15 लाख रूपए और ले लिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने झूठा लेटर भी भेजा जिसमें कहा गया की सीबीआई के पास भी यह केस गया था और हमने इस केस में से आपका नाम निकलवा दिया है। लेकिन उस लेटर में कई त्रुटियां देख पीड़ित को शक हुआ और तब समझ आया की उसके साथ ठगी हुई है।  पीड़ित ने तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई।  साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 लाख रूपए फ्रीज़ कर दिए।  

मीडिया कर्मियों से बदसलूकी को लेकर नगर निगम कमिश्नर को शिकायत

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 1 सितम्बर :

मीडिया कर्मियों का एक दल आज नगर निगम कमिश्नर वीरेंद्र लाठर से मिलने पहुंचा इस दल के अंदर दैनिक भास्कर के पंचकूला ब्यूरो संजीव रामपाल , न्यूज़ 18 से तारा ठाकुर , ज़ी न्यूज़ टीवी से दिव्या राणा , खबरें 9 से अजय कुमार , चढ़दी कला से सुरेंद्र चौहान , विजय सवेरा से सनोज कुमार , विजय केसरी से अनिल कुमार , पल पल न्यूज़ से अक्षय जाधव , एचबीसी न्यूज़ 18 से रितेश महेश्वरी , ट्राइसिटी प्राइम न्यूज से राजीव ठाकुर मौजूद थे।इस दल के द्वारा नगर निगम कमिश्नर को एक शिकायत दी गई है जिसमें कहा गया है बीती शाम के समय पत्रकारों के द्वारा एक खबर को लेकर जिसमे निजी ठेकेदार के द्वारा बिना विभागीय इजाजत के लगभग 8 से 10 हरे पेड़ काट दिए गए थे जिसकी रिपोर्टिंग करने पहुंचे मीडियाकर्मियों से नगर निगम के एक अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने अभद्रता की थी और मीडिया कर्मियों के कैमरे तक छीन लिए थे। एक मीडिया कर्मी का तो मोबाइल टूट भी गया है।

मीडिया कर्मियों ने नवनियुक्त निगम आयुक्त से मांग की कि ऐसे अधिकारी की विभागीय जांच करवाई जाए और दोषी होने पर उचित कार्यवाही की जाए। आपको बताते चले की इससे पहले पंचकूला नगर निगम में ऐसा कोई भी वाकया नहीं हुआ है जहां एक अधिकारी का ऐसा व्यवहार वायरल हुआ हो।मीडिया कर्मियों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए निगम कमिश्नर ने कहा कि वह इसकी जांच करवाएंगे और जो बनती कार्रवाई होगी वह की जाएगी इसके बाद मीडिया कर्मियों ने इस बात की शिकायत पंचकूला नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल से भी कर दी है जिसमें उनकी तरफ से भी उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है ।

जेल जाएंगे नीतीश के पूर्व मंत्री कार्तिक सिंह! अपहरण केस में खारिज हुई जमानत

कार्तिकेय कुमार को अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद विधि मंत्री बनाए जाने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी और उनके इस्तीफे की मांग की थी। इसके बाद मंगलवार को उनका विभाग बदल दिया गया था और उनसे विधि विभाग लेकर गन्ना विभाग सौंपा गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिक कुमार का इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी है।

पटना(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट – 01 सितंबर :

बिहार के पूर्व मंत्री कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय कुमार सिंह के खिलाफ दर्ज अपहरण मामले में पटना के दानापुर कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया है। एडीजे अदालत ने हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कार्तिक कुमार की जमानत याचिका खारिज कर दी। अब उनपर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा गया है। बता दें कि इस केस में विवादों के चलते कार्तिकेय कुमार ने नीतीश कैबिनेट से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे से पहले सीएम नीतीश कुमार ने उनका विभाग भी बदला था। उन्हें कानून मंत्री से हटाकर गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया था।

कार्तिकेय कुमार सिंह के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज है और इसी वजह से कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था और 16 अगस्त को सरेंडर करने के लिए कहा था। विवाद उस समय उठा जब बाहुबली कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) को सरेंडर कराने के बजाय उसी दिन कानून मंत्री पद की शपथ दिला दी गई थी।

इससे पहले इस्तीफे पर चुप्पी तोड़ते हुए कार्तिकेय ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला था। कार्तिकेय सिंह ने कहा कि भूमिहार समुदाय के एक मंत्री को भाजपा बर्दाश्त नहीं कर सकी। वे मेरी छवि खराब करना चाहते हैं, मैं 28 साल से सरकारी शिक्षक हूं। मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है और न्याय मिलने की उम्मीद है। मैंने इस्तीफा दिया क्योंकि यह सब हमारी सरकार की छवि खराब कर रहा था। 

दरअसल, साल 2014 में एक शख्स का अपहरण हुआ था। इस मामले में कार्तिकेय सिंह भी आरोपी हैं। उनके खिलाफ अदालत ने वारंट जारी किया है। उन्हें 16 अगस्त को पेश होना था लेकिन वे उस दौरान शपथ ले रहे थे। कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है।

चुनावी हलफनामे में कार्तिकेय ने अपने ऊपर चार मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। इन मामलों में उनके ऊपर चोरी, अपहरण, दंगा करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, आपराधिक साजिश रचने, जबरन वसूली, घातक हथियारों से लैस होकर दंगा करने से जुड़े आरोप हैं। इसके साथ ही  सार्वजनिक सड़क, पुल, नदी या चैनल को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप उनके ऊपर है।

प्रत्येक बुजुर्ग को प्रतिदिन 200, महीने का 6000 यानी बुजुर्ग दंपत्ति को 12000 महीना मिलेगी पेंशन – हुड्डा

  • सरकार ने अब तक बहाल नहीं की बुजुर्गों की काटी हुई पेंशन- हुड्डा
  • परिवार पहचान पत्र और आय का बहाना बनाकर लगातार छीना जा रहा है बुजुर्गों का सहारा- हुड्डा
  • हमारी सरकार बनने पर बहाल की जाएगी सभी बुजुर्गों की पेंशन- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ – 1 सितंबर,  

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बार-बार मांग करने के बावजूद अब तक सरकार ने बुजुर्गों की पेंशन बहाल नहीं की है। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र और आय का बहाना बनाकर सरकार ने 5 लाख 14 हजार बुजुर्गों और बेसहारा लोगों की पेंशन काट दी। इनमें 4,76,000 बुजुर्ग और 38,000 बेसहारा बच्चे शामिल हैं। पहले से ही महंगाई, महामारी और मंदी की मार झेल रहे बेसहारा तबके को सरकार ने बड़ी चोट पहुंचाई है। कांग्रेस इस मुद्दे को सड़क से लेकर विधानसभा तक उठा चुकी है लेकिन सरकार की कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

हुड्डा ने एकबार फिर सरकार से सभी लाभार्थियों की पेंशन बहाल करने की मांग उठाई। साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अगर ऐसा नहीं करती है तो कांग्रेस सरकार बनने पर फिर से सभी बुजुर्गों की पेंशन बहाल की जाएगी। सभी बुजुर्गों को परिवार पहचान पत्र नहीं बल्कि पहले की तरह स्वघोषित आय के आधार पर बुजुर्ग सम्मान भत्ता दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार आने पर बुजुर्गों को रोज ₹200 यानी महीने के ₹6000 बुढ़ापा पेंशन दी जाएगी। एक बुजुर्ग दंपति को कांग्रेस सरकार हर महीने ₹12000 सम्मान भत्ते के तौर पर देगी। इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार बनने पर बीजेपी द्वारा बंद की गई अन्य कल्याणकारी योजनाओं को भी फिर से शुरू किया जाएगा।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने दलित, पिछड़े व गरीबों को मिलने वाले सौ-सौ गज के प्लॉट व उनपर मकान बनाने के लिए अनुदान राशि की योजना को बंद कर दिया। कांग्रेस सरकार बनने पर फिर से इस योजना को शुरू किया जाएगा। इसी तरह दलित, पिछड़े व गरीब छात्रों के वजीफा को भी फिर से बहाल किया जाएगा ताकि कोई भी विद्यार्थी आर्थिक कारणों के चलते शिक्षा से वंचित ना रहे।

उर्दू विभाग की ओर से नए विद्यार्थियों के स्वागत के लिए काव्य पाठ का आयोजन

Koral ‘Purnoor’, demokretic front, Chandigarh September 1, 2022

पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में उर्दू विभाग की ओर से नए विद्यार्थियों के स्वागत के लिए काव्य पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया, जिसमें कुछ विद्यार्थियों ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं, और कुछ ने अन्य प्रतिष्ठित कवियों की रचनाओं को अलग-अलग ढंग से प्रस्तुत क़िया।

इस अवसर पर उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. अली अब्बास ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा सभी छात्र बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने न केवल अपनी मानक कविताओं का पाठ  किया है बल्कि अन्य कवियों की मानक कविताओं को भी चुनकर पेश किया है।

डॉ. अब्बास ने आगे कहा कि भारत में काव्य सम्मेलनों या मुशायरों की परंपरा को भी ऐतिहासिक दर्जा प्राप्त है, उर्दू में मुशायरा शब्द बहुत बाद में आया जो आज प्रयोग में है, लेकिन उससे पहले इन्हीं काव्य सभाओं को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता था।  जब रेख़्ता उर्दू भाषा का नाम था, तब ऐसी सभाओं को ‘मुराख़्ता’ कहा जाता था, और इसके नियम और क़ानून तय किए जाते थे, और फिर काव्य पाठ के लिए कोई लाइन दी जाती थी और उस समय की काव्य संगोष्ठियों को ‘मुतारिहा’ कहा जाता था, फिर उसके बाद अंजुमन ए पंजाब में कवियों को एक तय विषय पर अपनी रचनाओं  को प्रस्तुत करना होता था और उस समय की काव्य सभाओं को ‘मुनाज़िमा’ कहा जाता था, और क़सीदे की जो सभाएँ होती थीं, उन्हें मुक़ासिदा कहा जाता था।  इसी प्रकार से आज जो शब्द मुशायरा प्रयोग किया जाता है, वह भी उन्हीं काव्य सभाओं के शब्दों से मिलता-जुलता है, और आज का काव्य-सम्मेलन सभी प्रतिबंधों और हर विषय से मुक्त है, इसलिए इसे ‘मुशायरे’ के नाम से जाना जाता है।

डॉ अली ने स्टूडेंट्स के काव्य पाठ की प्रशंसा करते हुए कहा कि शायरी लिखना बड़ी मेहनत का काम है,कवि शब्दों के चयन में बड़ी सूक्ष्मता से काम लेता है तब जाकर वह कविता बनती है, और इसमें कविता कहने से ज़्यादा कविता की समझ ज़्यादा महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है, इसीलिए विभिन्न आलोचकों और जीवनीकारों के माध्यम से कवियों की मूल रचना का भाव हम तक पहुँचता है।

फ़ारसी विभाग से डॉ. ज़ुल्फ़िक़ार अली ने इस अवसर पर छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि आपने कविताओं को बेहतर स्वर और आत्मविश्वास के साथ पढ़ा है, जो बधाई योग्य है।

उर्दू विभाग से डॉ. जरीन फ़ातिमा ने छात्रों को मार्गदर्शक कविताएँ सुनाने के साथ-साथ उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए बधाई दी।

कार्यक्रम का संचालन विभाग के रिसर्च स्कालर पप्पू राम ने बड़ी खूबी से किया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।

गुलाम नबी आजाद से हुड्डा की मुलाकात पर हरियाणा कांग्रेस में राजनीति गरमाई

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM गुलाम नबी आजाद ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ दी थी। 2 दिन पहले हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा और महाराष्ट्र के पूर्व CM पृथ्वीराज चव्हाण ने नई दिल्ली में गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की थी। यह तीनों ही नेता कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने वाले पार्टी के G-23 ग्रुप से जुड़े रहे हैं। हुड्‌डा, आनंद शर्मा और चव्हाण की करीब 2 घंटे तक गुलाम नबी आजाद के साथ बैठक हुई थी। हालांकि इस बैठक में हुई बातचीत का ब्यौरा नहीं मिल पाया लेकिन, गुलाम नबी के कांग्रेस से ‘आजाद’ होने के बाद उनसे कांग्रेस के 3 बड़े नेताओं की इस मुलाकात ने कांग्रेस में खलबली मची दी।

G-23 ग्रुप में शामिल रहे हुड्‌डा

सारिका तिवारी, राजनैतिक विश्लेषक, डेमोक्रेटिक फ्रंट – चंडीगढ़ :

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा और कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके गुलाम नबी आजाद की मुलाकात से हरियाणा कांग्रेस में सियासी उबाल आ गया है। हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने हुड्‌डा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल को लैटर लिखा है। सैलजा ने अपने पत्र में हुड्‌डा को शोकॉज नोटिस जारी करने की डिमांड की है।

सैलजा ने विवेक बंसल को लिखे लैटर में कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर लगातार निशाना साध रहे हैं। हर दिन सवाल खड़े कर रहे हैं। ऐसे व्यक्ति से भूपेंद्र सिंह हुड्डा क्यों मिले? इसके लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी होना चाहिए।

कांग्रेस में कभी खास पहचान रखने वाले गुलाम नबी आजाद आज पार्टी के लिए सबसे बड़े दुश्मन हो चुके हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आजाद से मुलाकात क्या की, कांग्रेस में कोहराम मच गया। पार्टी के नेताओं ने हुड्डा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुमारी सैलजा ने तो उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर डाली है। अब इस मामले में हुड्डा ने खुद सामने आकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आजाद का कांग्रेस के साथ पांच दशक से ज्यादा साथ रहा है। वो हमारे पुराने साथी रहे हैं। हुड्डा ने वो वजह भी बताई, जिसके कारण उन्होंने आजाद से मुलाकात की।

हरियाणा में हुड्‌डा और सैलजा एक-दूसरे के कट्टर विरोधी हैं। 4 माह पहले ही हुड्‌डा ने सैलजा को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटवा कर अपने चहेते चौधरी उदयभान को प्रदेशाध्यक्ष बनवा दिया। सैलजा को सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है, लेकिन हुड्‌डा ने दबाव बनाकर सैलजा की प्रदेशाध्यक्ष से छुट्‌टी करा दी। इसके बावजूद सैलजा कभी खुलकर नहीं बोलीं। अब हुड्‌डा की आजाद से मुलाकात के बाद सैलजा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

उधर हुड्‌डा से नाराज होकर पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन के खिलाफ वोट डालने के बाद कुलदीप ने आदमपुर विधानासभा सीट से कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। कुलदीप 1 माह पहले भाजपा जॉइन कर चुके हैं।

कांग्रेस ‘कमज़ोर’ हो रही, लेकिन ग़ुलाम नबी आज़ाद के अनुभव का उपयोग नहीं हो रहा: कपिल सिब्बल

हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और पूर्व CM बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी भी हुड्‌डा विरोधी गुट में हैं। 10 साल हरियाणा का CM रहते हुड्‌डा और सैलजा की कभी नहीं बनी।

कुमारी सैलजा ने कहा कि उन्होंने हाईकमान से मांग की है कि इस मामले का संज्ञान लें, क्योंकि मुलाकात का समय सही नहीं है। अब गुलाम नबी आजाद कांग्रेस मे नहीं हैं। जिस तरीके से गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों कांग्रेस को छोड़ा।

पूर्व प्रदेश अध्यक्षा ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ कांग्रेस के खिलाफ उन्होंने बहुत सारी बातें बोली उसके बाद गुलाम नबी आजाद से जाकर मिलना यह कहीं न कहीं हरियाणा और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज छोड़ता है, जिससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। कांग्रेस को इस पूरे मामले में संज्ञान जरूर लेना चाहिए। सैलजा ने कहा कि उन्होंने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है। अब यह पार्टी को देखना है। 

Police Files, Panchkula – 01 September

अदालत के आदेशो की उल्लंघना करनें 2 काबू

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 01 सितम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्दशानुसार जिला पंचकूला में अदालत के आदेशो की उल्लंघना करनें वाले उदघोषित अपराधियो को पकडनें हेतु विशेष अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत प्रंबधक थाना सेक्टर 07 हरिराम के नेतृत्व में उसकी टीम द्वारा अदालत के आदेशो की उल्लंघना करनें वालें दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान राम गोपाल वासी बनूड (मौहाली) तथा दीपक कुमार पुत्र गिरधारी लाल वासी टाऊर सी गुलमोहर ट्रेड ढकौला मौहाली पंजाब के रुप में हुई । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ थाना सेक्टर 07 में भारतीय दंड सहिता की धारा 174-ए के तहत अलग-2 मामले दर्ज है । जिस मामलों में आगामी कार्रवाई करते हुए उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार कार्रवाई की गई ।

घर में घुसकर लडाई-झगडा मारपिटाई करनें वालें 5 काबू

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 01 सितम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्दशानुसार, प्रबंधक थाना सेक्टर 07 हरिराम के नेतृत्व स.उप.नि. राकेश कुमार के द्वारा घर में घुसकर लडाई –झगडा मारपिटाई के मामलें में 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान कुनाल पुत्र कुलवंत वासी खडक मगोंली, अमित बिरला पुत्र रमेश वासी खडक मगोंली, गौरव पुत्र सुरेश वासी इन्द्रिरा कालौनी सेक्टर 17 पंचकूला , दीपक पुत्र राम अवतार वासी न्यु इन्द्रिरा कालौनी मनी माजरा चण्डीगढ तथा हरितिक पुत्र महेन्द्रा वासी खडक मगोंली पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 19.08.2022 को पुलिस थाना सेक्टर 07 में पीडिता शीला पत्नी राज सिह वासी खडक मगोंली पंचकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि जब उसकी लडका अपनें पेशी अदालत पंचकूला से घर पर आ रहा था तो रास्ते में अमित बिडला तथा उसके भाई नें अन्य साथियो के साथ मिलकर पीडिता के बेटे का उसके घर तक पीछा किया । फिर दिनांक 19.08.2022 की रात को करीब 1.00 बजे उसके घर के बाहर अमित बिडला व उसका भाई विनित बिडला, पप्पू बिडला, सागर बिडला, अनुज व अन्य कई लडको हाथो में लाठी डण्डे, गण्डासी इत्यादि लेकर खडे होकर गालिया दे रहे थे । तभी वही पीडिता के घर मे घुसकर मारपिटाई की व घर का सारा समान तोड-फोड कर दिया । जिससे घर पर ईट पत्थर बरसानें की वजह से पीडिता के पडौला ब्रहमपाल को काफी चोटे आई जसके इलाज के लिए नागरिक हस्पताल सेक्टर 06 पंचकूला में भर्ती करवाया गया । जिस बारे थाना सेक्टर 07 में प्राप्त शिकायत पर धारा 148,149, 323,452,506, 427 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया जिस मामलें में आगामी कार्रवाई करते हुए उपरोक्त मामलें में 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया ।

प्रतिदिन 6 – 6 घटों की 3 बार होगी नाकाबंदी हेतु विशेष अभियान

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 01 सितम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस आयुक्त डॉ हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में एक विशेष चेंकिग अभियान की शुरुआत की गई है जिस अभियान के तहत पुलिस थाना व चौकियो को अलग नाकाबंदी की बिन्दु निर्धारित किये गये है जिस अभियान के तहत दिन में पहली चेंकिग सुबह 10.00 ए.एम से लेकर शाम 3.00 बजे तक, दुसरी चैकिंग शाम 6.00 बजे से रात 11.00 बचे तक तथा तीसरी चैंकिग जो रात को 11.00 बजे से लेकर सुबह 4.00 बजे तक निर्धारित किए गये नाका के माध्यम से चेकिंग की जायेगी । जिस अभियान के थाना के लिए नाकाबंदी के 9 बिन्दु तथा पुलिस चौकियों के लिए 17 बिन्दु निर्धारित किए गये है । इसके अलावा इस अभियान में सेक्टरो को भी राईडर व पीसीआर के साथ गस्त पडताल हेतु बांट दिया गया है जो उसी क्षेत्र में लगातार गस्त पेट्रोलिंग करेगें और हर प्रकार की गतिविधि पर निगरानी रखेंगें । इसके साथ नाकाबंदी के समय पुलिस अधिकारियों के द्वारा पुलिस नाका पर तैनात पुलिस कर्मचारियो को चेक किया जायेगा और पुलिस कर्मचारियो को ब्रीफ किया जायेगा ।

पुलिस कमीश्रर की महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ बैठक आयोजित

  • महिला विरुद्व् अपराधो पर जल्द करे कार्रवाई* पुलिस कमीश्रर

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 01 सितम्बर :

पुलिस कमीश्रर डॉ हनीफ कुरैशी नें आज दिनांक 01 सितम्बर 2022 को कार्यालय पुलिस आयुक्त मन्सा देवी पंचकूला में जिला पंचकूला मे तैनात सभी महिला पुलिस कर्मचारियो तथा महिला पुलिस अधिकारी के साथ मीटिंग आयोजित की गई ।

मीटिंग के दौरान पुलिस कमीश्रर नें महिला पुलिस कर्मचारियो की समस्याओं के बारें में जाना और महिला विरुद्व अपराधो में शीघ्र अति शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करते हुए उनका निपटारा करनें हेतु निर्देश दिए गये । महिला विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए स्कूल व कालेजों के आसपास ज्यादा से ज्यादा गस्त की जाए तथा स्कूल एवं कालेजों में छात्रों तथा ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को दुर्गा शक्ति एप महिलाओं के अधिकारों एवं साइबर अपराध बारे जागृत किया जाए । पुलिस कमीश्रर ने मीटिंग के दौरान कहा कि जब भी कोई परिवादी (महिला/पुरुष) थाना चौकी में अपनी शिकायत लेकर आता है तो उसके साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करें । अपराधियों को सजा मिले आने वाला व्यक्ति पुलिस से उम्मीद लेकर आता है पहले उसकी पूरी समस्या को सुने फिर उसको न्याय दिलाने का प्रयास किया जाए । इससे लोगों में पुलिस के प्रति ओर विश्वास बढ़ेगा । थाना चौकी में लंबित परीवादों का समय रहते निपटारा किया जाए ।

गांव अटावा वासियों ने प्रशासन के खिलाफ किया रोष प्रदर्शन

  • अटावा चौक पर किया रोष प्रदर्शन

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा गांव अटावा का मुख्य मार्ग की ओर आते रास्ता को बंद किये जाने के विरोध में वीरवार को समूह गांव अटावा वासियों ने एरिया पार्षद जसबीर सिंह बंटी के नेतृत्व में अटावा चौक पर प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और मार्ग को जाम किया। बाद में पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप और  प्रशासनिक अधिकारियों संग मामले पर चर्चा किये जाने की बात कही। रोष प्रदर्शन करने वालों में गांव के पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह, पंच कुलबीर सिंह, विजय कुमार, मलकीत सिंह, लल्ली, दीदार सिंह, गुरबचन सिंह सहित भारी संख्या में गांव वासी उपस्थित थे।

         जसबीर सिंह बंटी ने बताया कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी गांव का रास्ता बंद किया जा रहा हो। उन्होंने बताया कि प्रशासन का कहना है कि अटावा चौक होने के चलते गांव से आने वाला ट्रैफिक काफी तेजी से आ रहा होता है, जिससे एक्सीडेंट या दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। इसी को देखते हुए ही प्रशासन का मानना है कि इसके बचाव हेतु ही रास्ता बंद किया जा रहा है। जबकि असल मे ऐसा होना नही चाहिए, क्योंकि इतिहास गवाह है कि शहर के किसी भी गांव का रास्ता कभी भी बंद नही किया गया है। गांव फिरनी के अंदर है और रास्ता गांव में आने जाने का जरिया है। रास्ता बंद हो  जाने से गांव वासियों को काफी घूम कर आना पड़ेगा। इसी को लेकर आज गांव वासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में रोष जताते हुए धरना प्रदर्शन किया और रास्ता जाम किया। यातायात व्यवस्था बिगड़ती देख थाना सेक्टर 36 प्रभारी और डी एस पी साउथ भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने गांव वासियों से अपील की कि इस मामले को प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष उठाएं।

डीएवी गर्ल्स कॉलेज में पाँच दिवसीय वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम का हुआ आयोजन


सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

डी ए वी कॉलेज फॉर गर्ल्स में 29 अगस्त से पंच दिवसीय वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम फॉर एस सी .एस टी फॉर वीमेन का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र, दामला , यमुनानगर के तत्वाधान में किया गया। 

इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओ को आर्थिक तौर पर  सशक्त बनाने क लिए बेकरी व कन्फेक्शनरी उत्पाद बनाना सिखाया। प्रोग्राम के तहत  कृषि विज्ञान केंद्र,  दामला, यमुनानगर के वैज्ञानिक डॉ. आराधना डीइएस एग्रोनोमी तथा उनकी सहयोगी आशिमा खान डीइएस होम साइंस, डॉ. एन के गोयल वशिष्ठ सलाहकार उपस्थित रहे।
डी ए वी कॉलेज के गृह विज्ञान संकाय की विजित शर्मा ने भिन्न भिन्न प्रकार की चोकलेट,  पिज़्ज़ा बेस व बेकरी बिस्किट बनाने की विधि सिखाई गई। दामला,  खुर्दी,  कमलपुर और आसपास के गांवो से करीब 65-70 महिलाओ ने बेकरी उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग ली। गृह विज्ञान संकाय की शायनी कम्बोज ने पिज़्ज़ा टॉपिंग और बेकरी सिखाई साथ ही केक पर क्रीम और गनाश आइसिंग करने क तरीके बताये। मार्बल केक बनाते वक़्त किन विषयो का ध्यान रखना चाहिए यह भी बखूबी समझाया गया। गृह विज्ञान विभाग की पारुल सिंह,  नेहा कश्यप, शायनी कम्बोज,  विजित शर्मा व विभूति राणा क साथ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट संकाय की कमलजीत कौर प्रियंका व हर्ष कुमार उपस्थित रहे। तविंदर सिंह,  अन्नू शर्मा, अंजू रानी ने उत्पाद बनवाने में पूरा सहयोग दिया।

विधायक घनश्याम दास अरोड़ा दिखे एक्शन में, बिजली बोर्ड व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश


सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर :

यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपने मॉडल टाऊन स्थित कार्यालय में बिजली निगम के सभी अधिकारियों की बैठक ली व शहर में बिजली की सभी प्रकार की समस्याओं को जल्द से जल्द ठीक करने के सख्त निर्देश दिए व इसके उपरांत पी.डब्ल्यू.डी विभाग के सभी अधिकारियों के साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र के गाँव घोड़ों पीपली में बन रही सड़क का निरीक्षण किया।

कार्य को सही ढंग से पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि उन्हें यमुनानगर शहर के नागरिकों से लगातार फीडबैक मिल रहा था कि बिजली निगम के अधिकारियों व कर्मचारी छोटी-छोटी कार्यों/शिकायतों के लिए भी उन्हें बार-बार दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं।

उन्होंने कहा कि सभी बिजली निगम के अधिकारी व कर्मचारी अपने रवैये में सुधार लाएं व नागरिकों का सम्मान करें उनके द्वारा बताई गई शिकायतों पर  तुरंत कार्रवाई करते हुए उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने का कार्य करें। भाजपा सरकार द्वारा बिजली विभाग का आधुनिकीकरण किया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और यह परिणाम लोगों तक अवश्य पहुंचने चाहिए इसकी जिम्मेदारी बिजली निगम के अधिकारियों व अधिकारियों की है और वह यह जिम्मेदारी पूरी मेहनत से निभाए।

घोड़ो पीपली में बन रही सड़क का निरीक्षण करते हुए विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियो को निर्देश दिया कि सड़क की गुणवत्ता बहुत अच्छी होनी चाहिए, भाजपा सरकार सड़कों का नवीनीकरण व सुदृढीकरण कर रही है, निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की घटिया सामग्री का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा और वह स्वयं भी समय-समय पर इस कार्य का निरीक्षण करते रहेंगे।