Panchang

पंचांग, 20 जुलाई 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज दोपहर 12.51 से पंचक समाप्त हो रहे हैं।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः श्रावण़, 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः सप्तमी प्रातः 07.37 तक है, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः रेवती दोपहर 12.51 तक है, 

योगः सुकृत दोहपर 12.42 तक।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

सूर्य राशिः कर्क, चंद्र राशिः मीन, 

करणः बव, 

सूर्योदयः 05.40, सूर्यास्तः 07.15 बजे। 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,