सूरतगढ़ में स्वच्छ भारत अभियान ऐसा गंद का पैसा न जाने कौन खा रहा है?

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ 15 जुलाई 22 :

नगरपालिका में न जाने गंद का पैसा कौन खा रहा है? सार्वजनिक टॉयलेट भयानक गंदगी भरे हुए। सफाई के लिए मिलने वाली सामग्री और दुर्गंध नाशक कौन खा रहा है जिससे शहर के सभी सार्वजनिक टॉयलेट गंदगी भरे सड़ांध मार रहे हैं। सभी पर कर्मचारी लगाए हुए हैं।

इलाके में जमादार हैं। सफाई निरीक्षक हैं। 

उसके बाद इलाके के पार्षद हैं। ईओ है। बोर्ड के अध्यक्ष हैं। ऐसा लगता है कि सार्वजनिक टॉयलेट साफ किए कई महीने बीत चुके हैं और इनका निरीक्षण भी नहीं होता। ईओ चैयरमेन की ड्युटी तो बनती है कि वे भी देखें और जांच करें कि गंद सफाई का पैसा सामग्री कौन खा रहा है। इसका मासिक खर्च कितना हो रहा है?

हालात देखेंगे तो बोर्ड से ही घृणा होने लगेगी।

पुराना बस स्टैंड के पास का टॉयलेट पर ताले लगे हैं। वहां के दुकानदारों का कहना है कि 7 दिन से बंद है। सभी इधर उधर दीवारों सड़कों का ही इस्तेमाल करते हैं। लोगों की मजबूरी है। 

टॉयलेट खुला होता है तब भी गंदा दुर्गंध भरा होता है। कभी फिनायल गोलियां आदि डाली हुई नहीं देखी।

थोक सब्जी फल मंडी का टॉयलेट भयानक गंदा टूटा हुआ। आवश्यकता के समय अंदर घुस ही नहीं सकता। हरेक दुखी।

बीकानेर रोड पर पटेल चौक का टॉयलेट भी भयानक गंदा। 

पुरानी धान मंडी,सुभाष चौक,फार्म दुकानों के पीछे का टॉयलेट भी भयानक गंदे। यहां एक 

टॉयलेट पर शाम को ताले लग जाते हैं। बाजार दस बजे तक खुले और टॉयलेट पर शाम सात बजे ताले। फार्म की एक हजार फुट लंबी चारदीवारी का इस्तेमाल होता है। 

स्वच्छ भारत अभियान की यह दुर्गति कांंग्रेस बोर्ड के शासन में हो रही है और संपूर्ण भाजपा भी इतनी जोर लगाकर आंखें मीचे हैं कि कोई माई का लाल खुलवा नहीं सकता। 

👍 सबसे बड़ा सवाल शर्मिंदा करता है कि पालिका की इस व्यवस्था में महिलाएं कहां जाएं? चैयरमेन ओमप्रकाश कालवा से है यह सवाल क्योंकि उनके सिर पर है ताज।०0०

अवैध अहातों पर सख्त कार्रवाई हेतु चलाया विशेष अभियान, 4 अहातों पर सख्त एक्सन, 35 गिरफ्तार

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 15 जुलाई :

पंचकूला में अवैध अहातों पर शराब पिलानें वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हेतु अभियान चलाया गया है जिस अभियान के तहत शराब पीकर सार्वजनिक स्थान पर हगामां करनें तथा गाडियो इत्यादि में शराब पीनें वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हेतु विशेष अभियान की शुरुआत की गई है जिस संबध में पुलिस उपायुक्त नें कहा कि जिला पंचकूला में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नही किया जायेगा। थाना प्रभारी कालका अजीत सिह नें दो स्थान टिपरा कालका तथा इन्टर प्राजिज धर्मपुर मोड से 10 आरोपियो को अवैध अहाता में शराब पीनें पर तथा थाना प्रभारी पिन्जोर हरविन्द्र सिंह के द्वारा रजत होटल व गाँव माजरी के पास बनें अवैध अहातों पर शराब पीनें पर 25 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ हरियाणा आबकारी अधिनियम 2020 ( 72) सी के तहत कलन्दरा दर्ज करके गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान ईश्वर पुत्र हरवन सिंह वासी बार पोस्ट कालका, रजीत कुमार पुत्र राम विजय सिंह वासी तुलसी सीपरा प्लाट, सजन कुमार पुत्र रामदीन वासी अब्दुलापुर कालौनी, सुनील कुमार पुत्र रमेश चंद वासी गांव थाने की शहर , हरिराम पुत्र रामकरण वासी गाँव बिटना,सोनू राणा पुत्र रामपाल राणा वासी गाँव सतौंदी करनाल, मयक मिश्रा पुत्र दलीप कुमार मिश्रा वासी रतपुर कालौनी पिन्जोर, अर्शदीप सिंह पुत्र विनोद शर्मा वासी रतपुर कालौनी , अकिंत शर्मा पुत्र विनोद शर्मा वासी रतपुर कालौनी, राजदीप पुत्र हरदीप वासी रतपुर कालौनी, विनय पहानिया पुत्र कशमीर सिंह वासी न्यु चण्डीगढ, सत्यम पुत्र जसविन्द्र कुमार वासी रतपुर कालौनी, गौरव पुत्र टेकचंद वासी रतपुर कालौनी, सुभाष पुत्र स्व.दर्शन कुमार वासी अबदुलापुर , किरु रंग पुत्र रंग वासी नेहरु एक्टेशन, कुलदीप सिंह पुत्र सिंगारा वासी गाँव भगिंडी मौहाली , राकेश सिह पुत्र राजिन्द्र सिंह वासी उतराखण्ड, बलविन्द्र सिंह पुत्र अजमेर सिंह वासी एसएएस नगर मौहाली पंजाब, जसविन्द्र सिंह पुत्र किशोरी लाल वासी बद्दी हिमाचल प्रदेश , परमजीत सिंह पुत्र सिंगारा सिंह गाँव भगींडलें जिला मौहाली पंजाब, राजिन्द्र पुत्र रमलोक वासी पपलाना पंचकूला, टीकाराम पुत्र हरमन सिंह वासी विष्णुदेवपुरा कालका, पवन गुप्ता वासी जिला गौरखपुर , राहूल मिश्रा वासी रामपुर वाराणसी उतर प्रदेश वमन पुत्र रतीराम वासी कालका, रविन्द्र कौशल पुत्र महेश कौशल वासी मिल्क कालौनी धनास चण्डीगढ, अमित कुमार पुत्र तेजपाल वासी गुल मोहर सिटी पंजाब, प्रदीप कुमार पुत्र मदन लाल वासी डेराबस्सी पंजाब, पवन कुमार पुत्र राजकुमार वासी सेक्टर 06 पंचकूला , मयंक कुमार पुत्र राजेन्द्र कुमार वासी कृष्णा नगर शिमला, सुमेश कुमार पुत्र रमेश कुमार वासी एचबीसी कालका, आदिल सलौटा पुत्र राजेन्द्र सलौटा वासी कृष्णा नगर शिमला, जगरुप सिंह पुत्र चतर सिंह वासी खुराना कालौनी कालका, प्रशांत राणा वासी बी-1 अब्बदुलापुर, संजय कुमार पुत्र वासुदेव वासी रतपुर कालौनी पिन्जोर के रुप में हुई ।

पंचकूला के नाडा साहब गांव के पास से सीएम फ्लाइंग ने रेड़ कर पकड़े कई जुआरी।

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 15 जुलाई :

चंडीमंदिर थाना के अंतर्गत पड़ते नाडा गांव के पास सीएम फ्लाइंग की छापेमारी।छापेमारी के दौरान सीएम फ्लाइंग ने जुआ सट्टा लगाते हुए कई लोगों पर कार्रवाई की है।मौके से क़रीब एक लाख की नगदी ,18 मोबाइल और 16 लोगों को हिरासत में लिया।गुप्त सूचना के आधार पर सीएम फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा की गई रेड़।बताया जा रहा है कि काफ़ी लंबे समय से एक घर के अंदर चल रहा था  सट्टे का धंदा।पंचकूला सेक्टर 23 के चंडीमंदिर थाना में पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

खादय सुरक्षा विभाग ने दुकानों में की छापेमारी, कई उत्पादों के भरे सैंपल

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 15 जुलाई :

खादय सुरक्षा विभाग द्वारा की गई बड़ी कार्यवाही।सेक्टर 9 में विभाग द्वारा कई दुकानों पर छापामारी की गई।फूड सेफ्टी ऑफिसर गौरव शर्मा की अगुवाई में गोयल ब्रदर्स,वॉकमैन,हॉट मिलियंस रेस्टोरेंट और फैब कैफे से दूध,पनीर समेत कई उत्पादों के सैंपल भरे गए। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर फूड सेफ्टी ऑफिसर गौरव शर्मा ने बताया के यह कार्यवाही आगे भी इसी तरह से जारी रहेगी।आपको बता दें कि बीते दिनों भी कई नामी दुकानों पर छापेमारी की गई थी।

महिला के साथ छेडछाड करनें वालें चढ़े पुलिस के हत्थे

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालका, 15 जुलाई :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, थाना प्रभारी कालका अजीत सिंह के नेतृत्व में एएसआई परमजीत कौर द्वारा महिला का पीछा करना , महिला के साथ छेडछाड व गाली गलौच बतमीजी के मामलें में 3 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान प्रवीण पुत्र गोला,बबीराम पुत्र गौला तथा रवि पुत्र चलू राम वासीयान रामबाग रोड कालका के रुप में हुई ।जानकारी के मुताबिक पीडिता नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई कल दिनांक 13 जुलाई 2022 को शाम को अपनी साथी के साथ पर एक्टिवा सवार होकर घर पर आ रही थी तभी रास्तें में 2 से 3 बाईको पर सवार 4 से 5 लडके एक्टिवा सवार महिला का पीछा कर रहे थे और रास्ते पीडिता की एक्टिवा रोककर उसके साथ छेडछाड व महिला के साथ लडाई- झगडा मारपिटाई  की है जिस बारें पीडिता नें थाना कालका में शिकायत दर्ज करवाई गई । जिस शिकायत पर धारा 354-डी, 354- बी, 323,506 के तहत थाना कालका में मामला दर्ज किया गया । मामलें में ततपर्ता से कार्रवाई करते 24 घण्टे में तीनों आरोपियो को गिरफ्तार करके पेश अदालत कार्रवाई की गई ।

Azadi Ka Amrit Mahotsav

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh July – 22

Achievements and Actions of Science @75

Azadi Ka Amrit Mahotsav, for the glorious 75 years of independence of our country, has been celebrated as by Department of Chemistry Panjab University, Chandigarh from 11th -15th July, 2022, to lighten up the evolutionary journey of the legendary contributors. The science and technology have a key role in the enforcement of this endeavour for ‘Atamnirbhar Bharat’. For this, a scientific workshop was organized by the experienced staff members of the department of chemistry for the post graduate students. Keeping in view, the maximum “Jan Bhagidari’ (participation from India’s citizens), the present workshop involved the participation of the budding youth in the series of scientific events. The event comprised of detailed laboratory experiments on the different scientific topics and “Hands on training” of the scientific instruments where the students were acquainted with different sophisticated instruments including Dynamic light scattering measurements (Zetasizer), Cyclic voltammetry, UV-Visible spectrophotometer, Single crystal X-Ray,  HPLC, etc. Active participation was observed in the event where students had presented posters and murals on different scientific topics. The activity session was concluded by an effective interaction between faculty and the students. Vidhi, Chelsea, Shruti, Priyamdeep, Priya, Akhilesh and Anchal, were the recipients of the best poster awards. The event was concluded by vote of thanks from the organizers.

कमलेश बनारसी दास व कृष्ण लाल ने गृह सचिव से कॉलोनीवासियों को मिले प्रॉपर्टी टैक्स के नोटिसों को लेकर अधिसूचना जारी करने की मांग उठाई

  •  निगम ने टैक्स का ब्याज व जुर्माना माफ़ करने, बकाया रकम को चार किश्तों में जमा कराने एवं ईडब्ल्यूएस कॉलोनियों में प्रॉपर्टी टैक्स न लगाने का एजेंडा पास कर रखा है
  • टैक्स जमा कराने की अंतिम तिथि पास आने से कॉलोनीवासियों में असमंजस व भय का माहौल  

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़

पूर्व मेयर कमलेश बनारसी दास और बापूधाम रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण लाल ने चण्डीगढ़ के गृह सचिव नीतिन कुमार यादव से मुलाकात की और बताया कि चण्डीगढ़ नगर निगम द्वारा कॉलोनियों में जो वर्ष 2004 से प्रॉपर्टी टैक्स के नोटिस और ईडब्ल्यूएस कॉलोनियों में टैक्स लगाने के लिए  कॉलोनियों में लोगों को नोटिस दिए थे, उसे लेकर नगर निगम की 30 मई को हुई मासिक बैठक में इन नोटिसों  को लेकर उसका ब्याज व जुर्माना माफ़ करने और इनके अलावा बकाया रकम को चार किश्तों में जमा कराने एवं ईडब्ल्यूएस कॉलोनियों में प्रॉपर्टी टैक्स न लगाने का एजेंडा पास हुआ था लेकिन प्रशासन ने इस बाबत कोई अधिसूचना जारी नहीं की। ऊपर से  प्रशासन ने इस टैक्स को भरने की जो तारीख बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दी थी, वो भी पास आ रही है जिससे कॉलोनीवासियों में असमंजस व भय का माहौल है। कमलेश बनारसी दास और कृष्ण लाल ने गृह सचिव से इस बाबत जल्द अधिसूचना जारी करने की गुजारिश की। गृह सचिव ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और जल्द इस ओर ध्यान देने का आश्वासन दिया।  

On the occasion of World Youth Skills Day, Students started their own startup

On the occasion of World Youth Skills Day, Mr. Akash and Mr. Rohit, students of M.Voc Entrepreneurship Development of Shri Vishwakarma Skill University, started their own startup in the campus, Vice Chancellor Sh. Raj Nehru and staff gave their best wishes.

Gurugram Correspndent, Demokretic Front, July 15, 2022:

On the occasion of World Youth Skills Day, Mr. Akash and Mr. Rohit, students of M.Voc Entrepreneurship Development of Shri Vishwakarma Skill University, started their own startup in the campus. During this, various activities were also organized under the aegis of the Student Welfare Department at the Transit Office Gurugram. In which mainly Panel Discussion with the theme Skills for Sustainable Entrepreneurship Development: Balancing Work and Life and Successful Entrepreneurs sharing their experiences. Shri Puran Chandra Pandey from Climate Scorecard Milton, United States attended the program as the chief guest. He said that in the coming time the world will become skill based, degree or University based hiring will be a thing of the past. The Vice Chancellor of Shri Vishwakarma Skill University, Shri Raj Nehru told that something new should be learned every day. The more you learn, the better you live. Shri Vishwakarma Skill University is teaching all kinds of skills to the students. During the program Shri Bharat Chauhan, Mr. Sudhanshu Pandey from Hero Motorcorp, Electrical Engineer Shri Vinay Singh, Mr. Shrikant Bushi, Registrar Prof. R. S. Rathore, Dean Academics Prof. Jyoti Rana, Dr. Savita Sharma, Dr. Kalpana Maheshwari, Dr. Bhawna Roopray, students and all the staff of the University were present.

सेक्टर 6 पंचकूला में किया 35 युवायों ने रक्तदान

 पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला :

गर्मियों व बारिश की वजह से ट्राईसिटी के अस्पतालों में आई रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन द्वारा आज एचएसवीपी के बाहर सेक्टर 6 पंचकूला में रक्तदान शिविर लगाया। शिविर में इंडियन रैडक्रॉस सोसाइटी जिला शाखा पंचकूला ने एहम भूमिका निभाई। शिविर सुबह 10 बजे शुरू हुआ व दोपहर 1:30 बजे तक चला।  

विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर में 41 रक्तदाताओं ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया। 6 लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से डाक्टरों द्वारा रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया। ब्लड बैंक कमांड अस्पताल, पंचकूला की टीम ने डॉक्टर करमवीर सिंह की देखरेख में 35 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। रक्त लेने से पहले डॉक्टरों की टीम ने रक्तदाताओं का चेकअप किया, डॉक्टरों ने बताया कि रक्तदान करने से किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है। बल्कि रक्तदान करने से व्यक्ति को गर्व महसूस होता है।

उन्होंने बताया कि पहले रक्तदान जब जरूरत होती थी तब किया जाता था। अब तो कई लोग ऐसे भी हैं, जो जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर भी रक्तदान करते हैं। रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा दान है, जिससे मनुष्य ना जाति देखता है ना धर्म देखता। यह मनुष्य के लिए जीवन का सबसे पुनीत कार्य है। हमारी संस्था का प्रयास रहता है कि रक्त की कमी ना हो पाये। रक्तदान करके ही हम जरूरतमंदों की जान बचा सकते हैं।

शिविर की समाप्ति पर सभी रक्तदाताओ को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि मोहित विश्वास, पवन मनचन्दा, हर्ष मनचन्दा, विशाल कुवर व अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।

जैविक खेती

प्राचीन काल में, मानव स्वास्थ्य के अनुकुल तथा प्राकृतिक वातावरण के अनुरूप खेती की जाती थी, जिससे जैविक और अजैविक पदार्थों के बीच आदान-प्रदान का चक्र निरन्तर चलता रहा था, जिसके फलस्वरूप जल, भूमि, वायु तथा वातावरण प्रदूषित नहीं होता था। भारत वर्ष में प्राचीन काल से कृषि के साथ-साथ गौ पालन किया जाता था, जिसके प्रमाण हमारे ग्रंथो  में प्रभु कृष्ण और बलराम हैं जिन्हें हम गोपाल एवं हलधर के नाम से संबोधित करते हैं अर्थात कृषि एवं गोपालन संयुक्त रूप से अत्याधिक लाभदायी था, जो कि प्राणी मात्र व वातावरण के लिए अत्यन्त उपयोगी था। परन्तु बदलते परिवेश में गोपालन धीरे-धीरे कम हो गया तथा कृषि में तरह-तरह की रसायनिक खादों व कीटनाशकों का प्रयोग हो रहा है जिसके फलस्वरूप जैविक और अजैविक पदार्थों के चक्र का संतुलन बिगड़ता जा रहा है, और वातावरण प्रदूषित होकर, मानव जाति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। अब हम रसायनिक खादों, जहरीले कीटनाशकों के उपयोग के स्थान पर, जैविक खादों एवं दवाईयों का उपयोग कर, अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं जिससे भूमि, जल एवं वातावरण शुद्ध रहेगा और मनुष्य एवं प्रत्येक जीवधारी स्वस्थ रहेंगे।

जसविंदर पाल शर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जिला शिक्षा मीडिया समन्वयक श्री मुक्तसर साहिब पंजाब :

जसविंदर पाल शर्मा

पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए रसायनों के उपयोग को कम करने और उनके स्थान पर जैविक उत्पादों के उपयोग को बढ़ाने के मुख्य उद्देश्य के साथ जैविक खेती स्थायी खेती का एक प्रमुख घटक है। जैविक खेती का मुख्य घटक जैविक खाद, जैविक खाद है, जो रासायनिक उर्वरकों का एक अच्छा विकल्प है।

जैविक उर्वरक कार्बनिक पदार्थों को संदर्भित करते हैं, जो अपघटन पर कार्बनिक पदार्थ का उत्पादन करते हैं। इसमें मुख्य रूप से कृषि अवशेष, जानवरों की रिहाई आदि शामिल हैं। खेती की इस पद्धति में, फसलों के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व कम मात्रा में मौजूद होते हैं और मिट्टी को वे सभी पोषक तत्व मिलते हैं जिनकी फसलों को वृद्धि के लिए आवश्यकता होती है।

साथ ही, जैविक खाद का मिट्टी की संरचना, हवा, तापमान, जल धारण क्षमता, जीवाणुओं की संख्या और उनकी प्रतिक्रियाओं पर और मिट्टी के कटाव को रोकने में अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मिट्टी के कार्बनिक पदार्थ को स्थिर रखने के लिए जैविक खादों का उपयोग बहुत जरूरी है।

हमारे देश में लंबे समय से पारंपरिक खेती में जैविक खाद का उपयोग किया जाता रहा है। इनमें से मुख्य है खाद, जो शहरों में कचरे, अन्य कृषि अवशेषों और गाय के गोबर से तैयार की जाती है। गोबर की खाद में अन्य उर्वरकों की तुलना में अधिक नाइट्रोजन और फास्फोरस होता है। जैविक खाद में लगभग सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं।
जैविक खाद के प्रकार

हमारे देश में विभिन्न प्रकार के कार्बनिक पदार्थ प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसे निष्पादित करने के लिए बस एक उचित प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता है। किसान कई प्रकार की जैविक खाद का उपयोग करते हैं, उनमें से कुछ का उल्लेख यहाँ किया जा रहा है:

गोबर की खाद- भारत में हर किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करता है। यदि किसान अपने उपलब्ध कृषि अवशेषों और गोबर का उपयोग खाद बनाने के लिए करता है, तो वह स्वयं उच्च गुणवत्ता वाली खाद तैयार कर सकता है।

वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) – इस विधि में केंचुए गोबर और अन्य अवशेषों को कम समय में सर्वोत्तम गुणवत्ता के जैविक खाद में परिवर्तित करते हैं। इस प्रकार की जैविक खाद से जल धारण क्षमता में वृद्धि होती है। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने, दीमक के संक्रमण को कम करने और पौधों को संतुलित मात्रा में आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने के लिए अच्छा है।

हरी खाद

हरी खाद –

जैविक खेती के लिए ढैचा, अलसी, ग्वारपाठा, ग्वार आदि दलहन फसलों को शुरुआती बरसात के मौसम में और कच्ची अवस्था में 50 से 60 दिनों के बाद खेत में जोतकर मिलाएं। इस तरह हरी खाद मिट्टी में सुधार, मिट्टी के कटाव को कम करने, नाइट्रोजन स्थिरीकरण, मिट्टी की संरचना और जल धारण क्षमता में मदद करेगी।
गोबर/बायो-गैस स्लरी खाद- जैविक खेती में गोबर गैस प्लांट से निकाले गए घोल को तरल गोबर खाद के रूप में सीधे खेत में दिया जा सकता है। इससे फसलों को शीघ्र लाभ होता है। पतले घोल में अमोनोमिक नाइट्रोजन के रूप में 2 प्रतिशत नाइट्रोजन होता है। इसलिए यदि इसे सिंचाई के पानी के साथ नालों में दिया जाए तो इसका तत्काल प्रभाव फसल पर साफ देखा जा सकता है।

जैव उर्वरक

जैव उर्वरक-

 एक वाहक में सूक्ष्म जीवों की जीवित कोशिकाओं को मिलाकर जैव-उर्वरक तैयार किए जाते हैं। राइजोबियम कल्चर इसमें सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला जैव-उर्वरक है। इसके जीवाणु फलियों की जड़ों में गांठ बनाकर वातावरणीय नाइट्रोजन को स्थिर करके फसल को प्रदान करने के लिए मिट्टी में रहते हैं। एजोटोबैक्टर खाद्य फसलों में नाइट्रोजन का निर्धारण करता है। इसके प्रयोग से जमीन में अघुलनशील सल्फर घुलनशील सल्फर में परिवर्तित हो जाता है और पैदावार 15 से 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
जैविक खाद के प्रयोग से होने वाले लाभ

इसलिए, किसानों को संसाधनों के उत्पादन, उनके उचित उपयोग और जैविक खेती प्रबंधन तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है।
कुछ अन्य कारण हैं:

  • कृषि उत्पादन में स्थिरता लाना।
  • मिट्टी की जैविक गुणवत्ता को बनाए रखा जा सकता है।
  • प्राकृतिक संसाधनों को बचाएं।पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए।
  • मानव स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है।
  • उत्पादन लागत को कम किया जा सकता है।

निष्कर्ष

फसलों के उत्पादन में निरंतर वृद्धि और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना विभिन्न मानवीय जरूरतों की पूर्ति और भविष्य के लिए प्राकृतिक संसाधनों का सफल उपयोग टिकाऊ खेती कहलाती है।