मौली जागरां में नवनिर्मित स्कूल को कन्या विद्यालय के रूप में स्थापित करने की मांग

  • पूर्वाचंल विकास महासंघ ट्राईसिटी के अध्यक्ष शशी शंकर तिवारी ने प्रधानमंत्री को भेजा मांग पत्र

चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

चण्डीगढ़ के मौलीजागरां में नव निर्माणाधीन सरकारी स्कूल जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके आस पास ग्रामीण एवं कॉलोनी क्षेत्र है और यहां ज्यादातर गरीब लोग मेहनत मजदूरी करके गुजर बसर करते हैं। वैसे भी शैक्षणिक दृष्टि से यह बहुत पिछड़ा हुआ है। यहां के परिजन अपने बच्चों को दूर नहीं भेजना चाहते हैं क्योंकि आए दिन सुरक्षा की दृष्टि से भी यह ऐसा करना ठीक नहीं समझते हैं। परिजनों की अपने बच्चों को पढ़ाने की इच्छा रहते हुए भी वह डर वश ऐसा नहीं कर पाते है। अगर कुछ लोग भेजते भी है तो वे अपनी बच्चों को 8वीं से 10वीं तक  करवा कर उनकी शिक्षा बंद कर देते हैं। उन्हें अपनी बच्चियों को दूर भेजने से डर लगता है। ऐसे में उनकी प्रतिभा दब जाती है और वे पूरी शिक्षा ग्रहण नहीं कर पातीं।

सनद रहे यहां के आस पास के क्षेत्र में छह विद्यालय पहले से चल रहे हैं। यह जो विद्यालय खुलने जा रहा है यह यहां का सातवां विद्यालय होगा। यहां कहीं भी कन्या विद्यालय नहीं है।

यहां के स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए शशी शंकर तिवारी ने निर्माणाधीन विद्यालय को कन्या विद्यालय के रूप में स्थापित करने की मांग उठाई है और इस बाबत प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है ताकि बच्ची पढ़ाओ का नारा साकार हो सके।

स्वच्छता जागरुकता को लेकर एन.एस.एस स्वयं सेवकों ने किया नुक्कड़ नाटक

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh June 7, 2022

पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन एन.एस.एस के स्वयंसेवकों के द्वारा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से लेकर स्टूडेंट सेंटर तक स्वच्छता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और जोश भरे नारों के साथ जनता को साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया।

 इस रैली के उपरांत सभी स्वयंसेवकों के द्वारा हरगोबिंद सिंह रंधावा के नेतृत्व में स्टूडेंट सेंटर पर एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जोकि स्वच्छता जागरूकता पर आधारित था। इस नुक्कड़ नाटक को देखने के लिए दूरदराज के स्कूलों से विद्यार्थी पहुंचे। जिन्होंने इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ किस तरह से रखा जा सकता है। इसके बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर इस तीन दिवसीय विशेष कार्यक्रम के मुख्य संयोजक व एन.एस.एस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रिचा शर्मा के द्वारा एन.एस.एस के सभी स्वयंसेवकों की प्रशंसा की।

 उन्होंने कहा कि हमें अपने चारों और स्वच्छता जागरूकता को लेकर अभियान चलाने की जरूरत है ताकि आने वाले समय के अंदर हमारे भारत देश का वातावरण पूरी तरह से स्वच्छ बन सके और विश्व स्तर पर भारत की एक स्वच्छ राष्ट्र के रूप में विशेष पहचान बन पाए।

 उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इसी तरह से कल भी पर्यावरण बचाव को लेकर एक नाटक का आयोजन किया जाएगा जिसके माध्यम से जनता को यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि पर्यावरण का बचाव हमारे लिए कितना ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर स्टाफ के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।

15 से अधिक मुस्लिम देश भारत से नाराज़

पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान पाने वाले ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अहमद बिन हमाद अल खलीली ने भाजपा के खिलाफ मुहिम की शुरुआत की। ग्रैंड मुफ्ती ने ट्वीट किया कि भारत की सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता ने इस्लाम के दूत के खिलाफ एक ढीठ और अपमानजनक टिप्पणी की है। ये एक ऐसा मामला है जिसके खिलाफ दुनिया भर के मुस्लिमों को एक साथ आना चाहिए। ग्रैंड मुफ्ती ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का भी आह्वान किया, वहीं कई ट्विटर हैंडल ने सभी भारतीय निवेश को अपने कब्जे में लेने और भारतीयों की छंटनी करने का आग्रह किया।

  • पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी पर बीजेपी ने नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया है
  • ओमान के ग्रैंड मुफ्ती ने बीजेपी के खिलाफ ट्विटर पर मुहिम चलाई थी
  • ग्रैंड मुफ्ती के बयान के बाद पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल से भारत का खाड़ी देशों में विरोध हुआ

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

बीजेपी से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान से दुनियाभर में हंगामा मचा हुआ है। खाड़ी देश भी इस मामले में भारत से खफा नजर आ रहे हैं। इस बीच इस पूरे विवाद पर पाकिस्तान की साजिश का खुलासा हुआ है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर नूपुर शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया और हैशटैग ट्रेंड कराया था। इतना ही नहीं खाड़ी देशों को भी भड़काया। पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में फॉलोअर्स से ट्वीट कराए और लोगों को भारत के खिलाफ भड़काया। पाकिस्तान की साजिश गल्फ देशों से भारत के अच्छे संबंधों को खराब करने की है। वह चाहता है कि खाड़ी देश भारत के खिलाफ खड़े हों। इसलिए उसने नूपुर शर्मा से जुड़े हैशटैग को सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराया।

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान पर खाड़ी देशों से उठे विरोध के बाद बीजेपी एक्शन मोड में नजर आ रही है। पार्टी ने अपने दो प्रवक्ताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर एक्शन लेकर कड़ा संदेश देने की कोशिश की और उसके बाद ऐसे नेताओं की लिस्ट तैयार करके उन्हें विवादास्पद बयानों से दूर रहने की हिदायत भी दे डाली।

इधर, इस मामले में आतंकी संगठन अल कायदा ने भी भारत को धमकी दी है। संगठन ने चिट्‌ठी जारी की है जिसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी और गुजरात में आत्मघाती हमले की धमकी दी गई है।

इस मुद्दे पर पहले 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने विरोध जताया और इसके बाद कुछ अरब देशों ने भारतीय उत्पादों का बहिष्कार शुरू कर दिया। इसके साथ ही ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया, इंडोनेशिया, तुर्की, मलेशिया और पाकिस्तान ने भी बयान का विरोध किया है।

भारत और Middle-East के बीच रिश्ते सिर्फ इतिहास और संस्कृति में ही नहीं बल्कि व्यापार और वाणिज्य से भी आ चुके हैं। कई सालों से इन देशों के साथ व्यापार कर रहा है और भारत के विदेशी व्यापार में इन देशों का बड़ा हिस्सा है। . वही तेल के मामले में तो भारत इन देशों पर ही निर्भर है। इसके अलावा इन देशों में बड़ी संख्या भारतीय रह रहे हैं जिस. इन देशों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। बता दें कि खाड़ी देशों में कई बड़े रिटेल स्टोर और रेस्टोरेंट के मालिक भी भारतीय हैं। ऐसे में अगर भारतीय सामान और बिजनेस का विरोध होता है तो उन लोगों के लिए मुश्किल हो सकती है।

भारत और कुछ अरब देशों के संबंधों के बीच आए खटास ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिए हैं। देश के सत्ताधारी दल की पार्टी प्रवक्ता के द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए बयान के बाद कई अरब देशों में इस बात का विरोध शुरू हो गया और गंभीरता यहां तक पहुंच गई कि तीन अरब देशों ने भारतीय राजदूत को तलब कर स्पष्टीकरण मांगना शुरू कर दिया कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बयान क्यों दिया गया और यह कहां तक उचित है।

इस्लामिक देशों में यह मुद्दा तेजी से बढ़ रहा है। ओआइसी की ओर से जारी बयान में ताजा विवाद को इस्लाम के विरुद्ध भारत में बढ़ती नफरत का हिस्सा बताया गया है। वहीं भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘हमने आर्गेनाइजेशन आफ इस्लामिक कोआपरेशन (ओआइसी) प्रमुख की ओर से भारत को लेकर दिए गए बयान को देखा। भारत सरकार ओआइसी प्रमुख के गैर-जरूरी और संकुचित मानसिकता वाले बयान को पूरी तरह खारिज करती है।’ ‘भारत सरकार सभी धर्मो का सम्मान करती है।’ ‘धार्मिक शख्सियत के लिए अपमानजनक ट्वीट और कमेंट व्यक्ति विशेष द्वारा किए गए हैं। ये किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते। इन लोगों के विरुद्ध पहले ही कड़ी कार्रवाई की गई है।’ भारतीय विदेश मंत्रलय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में भी ओआइसी प्रमुख के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है और इसे विभाजनकारी एजेंडे को सामने लाना वाला कहा गया है। वहीं दूसरी तरफ हिंदू देवी देवताओं के अश्लील पेंटिंग बनाने वाले पेंटर एमएफ हुसैन को अपनी नागरिकता देने वाले देश कतर का भी ट्विटर पर विरोध तेज हो गया है।

यहां हमें यह समझने की जरूरत है कि जब भी हम लोग भारत की विदेश नीति पढ़ते हैं तो कहते हैं कि भारत की विदेश नीति को निर्धारित करने में घरेलू कारकों की भी भूमिका होती है। खासकर दलीय राजनीति, जनमत और मीडिया से भारत की विदेश नीति बहुत प्रभावित होती है। अब मीडिया पर हुई बहस ने ही भारत अरब संबंधों को प्रभावित कर दिया। ऐसा इसलिए, क्योंकि भारत में सत्ताधारी दल की प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद अरब देशों में भारतीय वस्तुओं के बहिष्कार का मुद्दा ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। इस्लामिक देशों में यह विरोध कहां तक जायज है कि अगर इसकी बात करें तो हमें निष्कर्ष यह मिलेगा कि विश्व के सभी धर्मो के लोगों ने अपने सर्वोच्च धर्म गुरुओं, महापुरुषों को उनके आचरण से जुड़ी सीमा में नहीं बांधा, बल्कि एक अनन्य धार्मिक आस्था के भाव से संचालित होते रहे।

समस्या यह है कि आज इंटरनेट मीडिया की बहसों में अलग अलग धर्मो के महापुरुषों के आचरणों पर अनुसंधान का कार्य बढ़ गया है, बल्कि इस बात में कोई संशय नहीं कि अलग अलग राजनीतिक दलों के पार्टी प्रवक्ताओं ने भावावेश और आक्रोश में आकर ऐसा बयान देना सीख लिया है जिसके प्रभाव क्या पड़ेंगे, उस पर विचार नहीं किया जाता। देश में मीडिया में अपने विचार और अभिव्यक्ति की आजादी को आगे रखकर लोग बातें रखते हैं, लेकिन धार्मिक आस्थाओं को आहत करने का काम तो कहीं से औचित्यपूर्ण नहीं है, फिर चाहे वह हंिदूू धर्म हो, इस्लाम हो या ईसाई।

आज इस बात पर चर्चा इसलिए जरूरी है, क्योंकि यह पहला अवसर नहीं है जब टीवी चैनल या इंटरनेट मीडिया की पोस्टों ने भारत की विदेश नीति और उसके राजनय को असुविधाजनक स्थिति में डाल दिया है, बल्कि इसके पहले भी ट्विटर पर भारतीयों की बयानबाजी ने खाड़ी देशों में भारत के विरोध में प्रदर्शन को बढ़ाया था। वर्ष 2015-16 में भारत और नेपाल संबंधों को इंटरनेट मीडिया के तमाम पोस्ट बुरी तरह प्रभावित कर चुके हैं। इसलिए इस मामले में इंटरनेट मीडिया को भी अपनी भूमिका में सुधार करना पड़ेगा।

अब सवाल यह उठता है कि क्या कोई पार्टी प्रवक्ता टीवी की बहस में किसी की आलोचना नहीं कर सकता, किसी धर्म विशेष में व्याप्त किसी बुराई के खात्मे या सुधार की बात नहीं कर सकता? तो इसका जवाब है बिल्कुल कर सकता है, लेकिन उसे इस बात का बिल्कुल हक नहीं है कि वह किसी धर्म के धर्म गुरु की नैतिकता पर ही सवाल खड़े कर दे, क्योंकि ऐसा करने से उसे कुछ हासिल नहीं होगा। इसके विपरीत इसका दुष्परिणाम यह हो सकता है कि ये भड़काऊ बात की श्रेणी में आ जाएगा और देश-विदेश में भारत की बहुलतावादी संस्कृति पर दाग लगेगा। शायद यही कारण है कि सत्ताधारी दल भाजपा ने अपने प्रवक्ता पर कार्रवाई की है।

अब प्रश्न यह उठता है कि राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं द्वारा धर्म विशेष पर भावावेश में की जाने वाली टिप्पणी से विदेश संबंध क्यों प्रभावित हो। यहां देखा यह भी जा रहा है कि एक बड़ा वर्ग भाजपा द्वारा इस प्रकरण पर दिए गए आधिकारिक वक्तव्य को सही और तर्कसंगत मान रहा है जिसमें सर्वधर्म समभाव में आस्था और किसी भी धर्म के गुरुओं के अपमान को न सहने की बात की गई है। निश्चित रूप से भाजपा के इस दृष्टिकोण को गलत सिद्ध करने का कोई तुक नहीं बनता, क्योंकि जो लोग इस मसले पर सत्ताधारी दल का विरोध कर रहे हैं, उन्हें राष्ट्रवादी से आगे राष्ट्रीय हितवादी बनने की जरूरत है और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत की स्थिति पर भी थोड़ा विचार करना चाहिए। खाड़ी देश सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, ओमान, कुवैत और कतर से भारत के द्विपक्षीय संबंध आर्थिक दृष्टि से काफी मजबूत रहे हैं। खाड़ी सहयोग संगठन भारत के सबसे बड़े क्षेत्रीय व्यापार साङोदार में से है। संयुक्त अरब अमीरात के साथ हमने अभी कुछ ही समय पहले मुक्त व्यापार समझौता किया है और 50 अरब डालर के द्विपक्षीय व्यापार के लक्ष्य को तय किया है। इसके अलावा भारत की सबसे अधिक कामकाजी आबादी खाड़ी देशों में रहती है जो भारत को 70 से 80 अरब डालर के बीच रकम हर साल भेजती है। इस लिहाज से अरब वर्ल्ड, खाड़ी देशों का भारत विरोध हमारे व्यावसायिक हितों के लिहाज से अच्छा नहीं है।

अरब देशों की तरफ हम कश्मीर मसले से लेकर पाकिस्तान को काउंटर करने के मसले पर समर्थन की अपेक्षा करते हैं। हम ओआइसी की भारत विरोधी बयानों को बेअसर कराने के लिए अरब वल्र्ड की तरफ देखते रहे हैं। अब केवल ट्विटर और फेसबुक पर सक्रिय राष्ट्रवादी ये कहें कि ये अरब वल्र्ड कौन होता है जिसके सामने भारत ने सरेंडर कर दिया है, या जो लोग पार्टी प्रवक्ता की सदस्यता निलंबन के प्रकरण को भाजपा का कायरतापूर्ण निर्णय कह रहे हैं, वही देश के कंपोजिट कल्चर, सर्वधर्म समभाव के यशगान में लगे दिखाई देते हैं।

यहां एक सीधा सवाल उठाया जा सकता है कि फ्रांस में शार्ली हेब्दो पत्रिका में पैगंबर मोहम्मद को काटरून में ट्रांसजेंडर के रूप में पेश करने को कौन उचित ठहराएगा। ये कौन सी अभिव्यक्ति की आजादी राजनीतिक दल के नेताओं या अन्य लोगों को मिली है कि वे प्रभु श्रीराम, पैगंबर मोहम्मद, ईसा मसीह आदि को चरित्र प्रमाण पत्र बांटें। वर्तमान में जो प्रकरण हुआ है उससे बड़ी सबक ये ली जानी चाहिए कि सभी राजनीतिक दलों को अपने अपने कार्यकर्ताओं को कुछ वाजिब मर्यादाओं में रहकर राष्ट्रीय हित में भी काम करने की सीख दी जानी चाहिए।

अरब देशों के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना भारत की विदेश नीति का एक प्रमुख लक्ष्य रहा है। लेकिन खाड़ी देशों और पश्चिम एशिया के इस्लामिक देशों के साथ भारत के संबंधों में समय समय पर उतार चढ़ाव देखे गए हैं। हाल के वर्षो में भारत सरकार ने जहां खाड़ी देशों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने पर जोर दिया, वहीं दूसरी तरफ बीते दिनों भारत के नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर जैसे कारणों से उपजे विरोध प्रदर्शन, दंगे और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के हितों के प्रश्नों पर कई इस्लामिक देशों सहित खाड़ी देशों में एक असंतोष की भावना भड़काने का प्रयास किया गया जिससे कुवैत जैसे कई खाड़ी देशों ने इस्लामिक सहयोग संगठन से यह मांग तक कर दी कि भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के संरक्षण के मामले को उसे संज्ञान में लेना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि खाड़ी सहयोग परिषद भारत का सबसे बड़ा क्षेत्रीय व्यापारिक साङोदार रहा है। वर्ष 2021-22 में दोनों के मध्य 154.73 अरब डालर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है। इसमें भी संयुक्त अरब अमीरात के साथ 60 अरब और सऊदी अरब के साथ 34 अरब डालर का द्विपक्षीय वार्षिक व्यापार रहा है। भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिए बड़े स्तर पर खाड़ी देशों पर निर्भर है।

भारत के कुल कच्चे तेल के आयात का लगभग 20 प्रतिशत सऊदी अरब से और 10 प्रतिशत ईरान से आता है। इसलिए भारत को एक साथ सऊदी अरब और ईरान से अच्छे संबंधों को बनाकर रख पाने की चुनौती रही है, क्योंकि दोनों देश एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं। वहीं कतर भारत के लिए एलएनजी प्राप्ति का सबसे बड़ा स्रोत रहा है और कतर राजनीतिक संकट का प्रभाव भारत की ऊर्जा सुरक्षा पर पड़ना स्वाभाविक भी है। इसलिए भारत का यह सदैव दृष्टिकोण रहा है कि खाड़ी क्षेत्र में किसी भी समस्या का राजनीतिक और शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए और खाड़ी देशों के मध्य विश्वास बहाली के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। चूंकि खाड़ी क्षेत्र महाशक्तियों की क्षेत्रीय राजनीति की प्रयोगशाला भी रहा है, इसलिए वहां अलग अलग राष्ट्रों के समूहों की गुटबाजी को भी बढ़ावा मिलता रहा है। इसी क्रम में भारत ने ईरान से क्रूड आयल मंगाने के मुद्दे पर अमेरिका के दबाव को भी ङोला और साथ ही पूरी तरह यह भी कोशिश की कि उसे अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करना पड़े। भारत को ईरान और रूस के साथ व्यापारिक समझौतों के आधार पर ही अमेरिका ने जीएसपी की सूची से बाहर भी निकाल दिया था। यही ईरान और रूस या फिर चीन के संबंध और प्रभाव खाड़ी देशों में न बढ़े, अमेरिका इसकी कोशिश करता रहा है।

गंगाजल मील के खास धर्मदास सिंधी को ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ 7 जून 22  :

      कांंग्रेस के सूरतगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष पद पर धर्मदास सिंधी की ताजपोशी होने की संभावना है। यह आश्चर्यजनक लगेगा लेकिन धर्मदास सिंधी इस समय पूर्व विधायक गंगाजल मील के खासमखास हैं। गंगाजल मील के पहले खास लोगों में संजय धुआ और शिव औझा रहे जो कार्य करवाने की बड़ी क्षमता रखते थे। आज गंगाजल मील के खासमखास व्यक्ति में पालिकाध्यक्ष से भी पहले धर्मदास सिंधी है। राजनैतिक उलटफेर कर पार्षदों को साधने में धर्मदास सिंधी माहिर हैं। 

      नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा से भी अधिक धर्मदास सिंधी की चलती है। गंगा जल मील के साथ छाया की तरह हर स्थान और हर कार्यक्रम में सिंधी की उपस्थिति रहती है। गंगाजल मील को हर समय साथ देने वाले भरोसेमंद में धर्मदास है। धर्म दास सिंधी के बिना मील एक कदम भी नहीं चलते। मील से भी हां कहला सकने वाला आज सिंधी है।

       गंगाजल मील के सहयोग से सिंधी ने अपनी पत्नी को जिला आयोजना समिति का सदस्य बनवाया तभी से यह माना जाने लगा था कि मील का खासमखास व्यक्ति कोई है तो वह धर्मदास सिंधी है। 

      नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा पर करोडों रूपये कीमत के राष्ट्रीय उच्च मार्ग नं  62 पर स्थित भूखंड पर अतिक्रमण का आरोप लगाकर 3 जून 2022 को धरना शुरू करने वाले पार्षदों में से तीन को तोड़ने का बड़ा कार्य सिंधी ने ही किया था। तीन पार्षदों को गंगाजल मील के पास ले जाकर धरने की हवा निकाल दी। ओमप्रकाश कालवा को इस तरह से बचाने के कारण सिंधी की पावर ओमप्रकाश कालवा से अधिक बन गई। ओमप्रकाश कालवा भी धर्मदास सिंधी के कहे को टाल नहीं सकता। गंगाजल मील के लिए धर्मदास सिंधी काम का आदमी है। मील के गेम का राजदार। अगले विधानसभा चुनाव तक धर्मदास सिंधी की पावर नगरपालिका को भी संचालित करेगी। धर्मदास सिंधी की ‘ हां ‘ कहने से नगरपालिका में काम होंगे। 

गैंगरेप में AIMIM नेता के बेटे के शामिल होने के सबूत देने वाले भाजपा विधायक रघुनंदन राव पर पीड़िता की फोटो और वीडियो शेयर का लगा आरोप, केस दर्ज़

तेलंगाना की हैदराबाद पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक रघुनंदन राव पर  जुबली हिल्स में सामूहिक दुष्कर्म की 17 वर्षीय पीड़िता की पहचान का खुलासा करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।  नाबालिग पीड़िता के वीडियो और तस्वीरें कथित रूप से जारी करने के लिए राव पर भारतीय दंड संहिता की 228 ए (पीड़ित की पहचान का खुलासा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। छह जून को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि चार जून को तेलंगाना राज्य के दुब्बक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक माधवनेनी रघुनंदन राव ने भाजपा राज्य कार्यालय, कट्टेलमंडी में एक किशोरी के सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।  रघुनंदन राव ने इस दौरान घटना से संबंधित तस्वीरें और वीडियो मीडिया को जारी किए जिसमें नाबालिग पीड़िता की पहचान का खुलासा हुआ, जबकि जांच जारी है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, हैदराबाद/नयी दिल्ली :

हैदराबाद में गैंगरेप की शिकार हुई नाबालिग की फोटो शेयर करने पर बीजेपी के विधायक एम. रघुनंदन राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। हैदराबाद में 28 मई को नाबालिग के साथ कार में बलात्कार किया गया था। यह कार तेलंगाना में सरकार चला रही टीआरएस के एक विधायक की थी।  नाबालिग के साथ 5 लोगों ने बलात्कार किया था जिसमें से तीन किशोर हैं। विधायक एम. रघुनंदन राव के खिलाफ पुलिस में दी गई शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने नाबालिग की कुछ फोटो और एक वीडियो क्लिप को शेयर कर उसकी पहचान को उजागर कर दिया है। यह कानूनन अपराध है। 

पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामला सोमवार देर रात दर्ज किया गया और कानूनी राय लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि 4 जून को तेलंगाना के दुब्बक से विधायक रघुनंदन राव ने भाजपा प्रदेश कार्यालय, कट्टेलमंडी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित ​की थी। इस दौरान उन्होंने घटना से संबंधित एक वीडियो क्लिप और तस्वीरें शेयर की थी। आरोप है कि इसमें नाबालिग पीड़िता की पहचान उजागर हुई है।

मामला दर्ज होने के बाद विधायक ने कहा कि वह केवल गैंगरेप मामले में AIMIM नेता के बेटे की संलिप्तता के सबूत सार्वजनिक करना चाहते हैं। पुलिस विधायक के बेटे को क्लीन चिट दे रही है, इसलिए उन्होंने वह वीडियो क्लिप जारी किया। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह मामले का सामना करने के लिए तैयार हैं। पेशे से वकील राव ने दावा किया कि वह उचित समय आने पर अपने पास मौजूद सभी सबूतों को अदालत में पेश करेंगे।

गौतलब है कि यह घटना 28 मई 2022 की है। तब 17 साल की पीड़िता पार्टी के बाद अपने घर लौट रही थी। उसी वक्त हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 323 और पॉक्सो एक्ट की धारा 9 और 10 के तहत मामला दर्ज किया था।

रिपोर्ट की मानें तो आरोपितों ने पहले पीड़िता से उसके घर छोड़ने की बात कही थी। बाद में एक पार्क की हुई कार के अंदर उसके साथ मारपीट की गई और फिर बारी-बारी से सभी ने उसके साथ बलात्कार किया। इस दौरान दूसरे आरोपित कार के बाहर पहरा दे रहे थे। भाजपा प्रवक्ता के कृष्णसागर राव ने हैदराबाद पुलिस पर AIMIM और TRS के राजनीतिक दबाव में जाँच करने का आरोप लगाया था।

गुरु तेग बहादुर की समृद्ध विरासत भौतिकवाद से ऊपर है : डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री

  • ‘गुरु तेग बहादुर साहिब: बानी, दर्शन और सरोकार’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित
  • गुरु तेग बहादुर की बाणी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और नैतिक स्तर पर जागरूकता पैदा करती है : गुरविंदर सिंह धमीजा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 7 जून 22

गुरु तेग बहादुर जी के  400वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में स्नातकोत्तर सरकारी कॉलेज, सेक्टर-46 के सहयोग से हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, पंचकूला ने आज  ‘गुरु तेग बहादुर साहिब: बानी, दर्शन और सरोकार’  विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी  का आयोजन किया। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आभा सुदर्शन ने मुख्य अतिथि हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, पंचकूला के उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह धमीजा का स्वागत किया। डॉ. सुदर्शन ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व दुनिया भर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की पहल हर किसी को मानवता के कल्याण के लिए दिन-प्रतिदिन के जीवन में प्रेरित करती है। कॉलेज के पंजाबी विभागाध्यक्ष डॉ. बलजीत सिंह ने सेमिनार के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला और विद्वानों और प्रतिनिधियों के योगदान की सराहना की। अपने संबोधन में धमीजा ने कहा कि गुरु तेग बहादुर की बाणी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और नैतिक स्तर पर जागरूकता पैदा करती है और गुरुजी के दर्शन को अपनाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलपति डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि गुरुजी की शहादत सत्य और स्वतंत्रता का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि गुरुजी के नक्शेकदम पर चलना चाहिए जिनकी समृद्ध विरासत भौतिकवाद से ऊपर है। डॉ भीमिंदर सिंह उद्घाटन सत्र के विशेष अतिथि थे और मनमोहन सिंह दाउं ने सत्र की अध्यक्षता की। दूसरे सत्र की अध्यक्षता हीरा दास शिक्षण संस्थान कला संघ के निदेशक डॉ राम मूर्ति ने की। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों में पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर-11 के डीन डॉ गुरमेल सिंह, खालसा कॉलेज, अमृतसर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ आत्मा रंधावा, चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ परमजीत सिंह, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ परमजीत कौर सिद्धू, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर गुरप्रीत सिंह, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घड़ूआं में सहायक प्रोफेसर गुरप्रीत सिंह शामिल थे।

डॉ सिद्धार्थ और डॉ प्रीतिंदर सिंह ने पूरे कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया। पंजाबी विभाग के प्रमुख डॉ. बलजीत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने पिंजौर के वार्ड न: 11 से भाजपा प्रत्याशी सौरव गुप्ता के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया पिंजौर के वार्ड न: 11 से भाजपा प्रत्याशी सौरव गुप्ता के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए
  • कटारिया ने वार्ड प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील की
  • कालका के मेन बाजार में भाजपा के चुनावी कार्यालय का शुभारंभ हुआ

कालकासंवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, काल्का, 07 जून: 

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने आज कालका निकाय चुनावों के चलते पिंजौर के वार्ड न: 11 से भाजपा प्रत्याशी सौरव गुप्ता के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व विधायक लतिका शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी नवीन गर्ग , मंडल अध्यक्ष नराता राम, प्रत्याशी सौरभ गुप्ता, तरसेम गुप्ता के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता व  वार्ड निवासी उपस्थित रहे।   पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने वार्ड प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा केंद्र में मोदी सरकार बार राज्य में मनोहर सरकार के द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि माहौल भाजपा के पक्ष में है और विकास के बल पर भारतीय जनता पार्टी  के चेयरमैन पद के प्रत्याशी कृष्ण लम्बा के साथ सभी प्रत्याशी बहुत बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगे।कार्यकर्ताओं में अपार उत्साह है और इसी का परिणाम है कि कालका में हो रहे पहली बार नगर निकाए चुनावों में भारी अंतर के साथ जीत दर्ज करने जा रही है।जिलाध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा हम यहाँ कोई बड़ी रैली या जनसभा नहीं करेंगे बल्कि छोटी टोली बनाकर कार्यकर्ता घर-घर जाकर सम्पर्क करेंगे तथा प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की जन उपयोगी योजनाओं के बारे में बताएँगे।

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया वार्ड न: 11 से भाजपा प्रत्याशी सौरव गुप्ता के चुनाव कार्यालय के  उद्घाटन पर जनसमूह को सम्बोधित करते हुए

मंगलवार को ही भाजपा ने कालका के मेन बाजार में चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा कि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष लतिका शर्मा, परिषद चुनाव में चेयरमैन पद के उम्मीदवार कृष्ण लाल लांबा, जिला महामंत्री वीरेंद्र राणा, विस्तारक शशि दुरेजा, चंडीगढ़ भाजपा के महामंत्री राम सिंह भट्टी समेत भाजपा मंडल अध्यक्ष भवनजीत सिंह कालका से चुनाव लड़ रहे भाजपा के पार्षद पद के उम्मीदवार समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए सभी वक्ताओं ने लोगों से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार है राज्य में भी भाजपा की सरकार है। अगर नगर परिषद में भी भाजपा के  चेयरमैन और पार्षद पहुंचेंगे तो विकास को और गति मिलेगी।

पंचकूला की बाहरी कालोनियों के बच्चे सीख रहे थिएटर की बारीकियां

  • सामाजिक संगठनों के प्रयास से पहली बार देखा समर कैंप
  • चारदीवारी के बाहर खड़े होने वाले बच्चे अब मंच पर दिखाएंगे प्रतिभा

पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला :

किसी के पिता ऑटो चलाते हैं तो किसी की मां लोगों के घरों में बर्तन साफ करके बच्चों का पालन-पोषण करती है। बहुत से बच्चे ऐसे भी हैं जो स्कूल के बाद अपने माता-पिता का हाथ बटाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए समर कैंप, एक्सट्रा एक्टिीविटी सब एक सपने से कम नहीं।

पंचकूला की इंदिरा कालोनी, बुढनपुर, रैली तथा अन्य कालोनियों में रहने वाले बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को उजागर करने के लिए फोरम फॉर सीनियर सिटीजन इन एजुकेशन, एसोशिएन ऑफ सोशल हेल्थ इन इंडिया (आशी हरियाणा) तथा प्रयोग फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल सैक्टर-15 पंचकूला में ग्रीष्मकालीन शिविर कैंप का आयोजन किया जा रहा है।

आशी के उपाध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने बताया कि शिविर के दौरान प्रसिद्ध कोरियोग्राफर शिवांगी बंसल द्वारा बच्चों को कला, शिल्प, योग, नृत्य, रंगमंच, कौशल विकास,अंग्रेजी बोलने तथा हिंदी में सुलेख सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। फोरम के महासचिव एस के गर्ग ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्लम एरिया के बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को उजागर करना है।

प्रयोग फाउंडेशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि अक्सर जब कोई कार्यक्रम होता है कालोनियों में रहने वाले बच्चे चारदीवारी के बाहर खड़े होकर देखते थे, कुछ लोगों की सोच उन्हें दर्शक के रूप में भी स्वीकार नहीं करती है। यहां बच्चों को चारदीवारी के भीतर बुलाकर अपनी प्रतिभा समाज के सामने रखने का अवसर दिया जा रहा है।

कैंप के दौरान शिवांगी बंसल, रूची, भिमांशु,पूजा, पिंकी तथा किशन वालंटियर के रूप में कालोनियों के बच्चों को अलग-अलग प्रशिक्षण दे रहे हैं।

ध्यान शिविर का आयोजन

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh – 7 June 22

आज दिनांक 7 जून 2022 को पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी विभाग द्वारा ध्यान योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध जैन आचार्य अरविंद मुनि पधारे। इस शिविर में हिंदी विभाग के समस्त छात्रगण एवं शोधार्थीगण के अतिरिक्त संस्कृत विभाग के शोधार्थियों ने भी भाग लिया। सर्वप्रथम शिविर का आरंभ करते हुए अरविंद मुनि ने ध्यान योग के महत्व एवं आवश्यकता पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात ध्यान योग के व्यवहारिक पक्ष से जुड़ी क्रियाओं का अभ्यास शिविर में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों से करवाया। विद्यार्थीगण अभ्यास से संतुष्ट हुए और उन्होंने प्रतिदिन ध्यान योग करने का संकल्प लिया। इस शिविर में एसोसिएट डी.एस.डब्ल्यू प्रोफेसर अशोक कुमार एवं प्रोफेसर नीरजा सूद उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष बैजनाथ प्रसाद ने आचार्य अरविंद मुनि के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।

World Environment Day Celebrated at UIFT & VD

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh – 7 June 22

The department of UIFT celebrated World Environment Day by adopting baby plants, which were planted around the department premises. The Chairperson, Dr. Anu H. Gupta felt the students had to be awakened to this need of realising our onus towards the environment we inhabit. Ms. Kirti along with the students and faculty members took the responsibility of locating spaces for the new plants to grow and expand. Each plantation done today is a gesture of our little step towards saving our planet from the exploitations we continue to engage in.