उद्धव के संबोधन के बाद शिंदे ने गिनाईं MVA की खामियां, उद्धव को पवार की सलाह- शिंदे को CM बना दो

शिवसेना भी सत्ता में आई तो संयम खो दिया। उसने उसी हिंदुत्व को हल्के में ले लिया जिसके दम पर न केवल बाला साहेब ठाकरे ने हिंदू हृदय सम्राट का गौरव प्राप्त किया बल्कि उद्धव ठाकरे सत्ता की कुर्सी तक पहुंच गए। हिंदुत्व को हल्के में लेना शिवसैनिकों को ही अखरने लगा। सत्ता के आकर्षण ने उन्हें बगावत से तो रोक रखा था, लेकिन अंदर एक बड़वानल हिलोरें ले रहा था। जब उसने सीमा लांघी तो वह तूफान आया जिसने न केवल उद्धव की कुर्सी बहा ले गया बल्कि पार्टी के बीच बड़ी दरार पैदा कर दी। इंतजार है तो शिवसेना के दो फाड़ होने के ऐलान का। बागी गुट के मुखिया एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके खेमे में शिवसेना के 44 विधायक हैं। सोचिए कुल 55 विधायकों में 44 बागी हो गए तो फिर पार्टी का क्या बनेगा?

शरद पवार और उद्ध्व ठाकरे

मुंबई(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई : 

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट को खत्म करने के लिए कोशिशें तेज हो गई है। इसी कड़ी में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की मुलाकात हुई. सूत्रों ने बताया कि, इस बैठक में शिवसेना के बागी विधायकों को शांत करने के लिए एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद देने के विचार पर चर्चा हुई।

शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने विचार-विमर्श किया कि क्या एकनाथ शिंद को सीएम पद देकर मौजूदा संकट को खत्म किया जा सकता है। इसके अलावा कैबिनेट में बदलाव को लेकर भी चर्चा हुई। उधर एकनाथ शिंदे ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, कांग्रेस एनसीपी मजबूत हो रहे हैं और शिवसैनिकों और शिवसेना को दबाया जा रहा है। शिवसेना दबी जा रही है. इसलिए पार्टी और शिवसैनिकों को बचाने के लिए इस बेमेल गठबंधन से बाहर होना बहुत जरूरी है। महाराष्ट्र के हित के लिए अभी निर्णय लेना बहुत जरूरी है।

दो दिन से सरकार बचा रहे उद्धव अब अपनी पार्टी बचाने की जुगत में हैं और बागी एकनाथ शिंदे के आगे बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। शिंदे को प्रपोजल दिया है कि वे सामने आकर बात करें और शिवसेना विधायक बोलें तो सीएम क्या, पार्टी प्रमुख का पद भी छोड़ने को तैयार हैं। इसके बाद पवार ने भी उद्धव को सलाह दी कि संकट टालने के लिए शिंदे को ही मुख्यमंत्री बना दो। हालांकि, संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री तो उद्धव ही रहेंगे।

लेकिन, शिंदे के तेवर आक्रामक ही हैं। वे गठबंधन से बाहर होने की शर्त पर ही अड़े हैं। जब उद्धव ने फेसबुक लाइव पर शिंदे को सामने आकर बात रखने का ऑफर दिया तो शिंदे ने ट्वीट कर जवाब दिया। लिखा- गठबंधन बेमेल है और इसमें शिवसेना कमजोर हो रही है। कांग्रेस-राकांपा मजबूत हो रहे हैं। इस गठबंधन से बाहर आना जरूरी है और महाराष्ट्र के हित में फैसला लेना होगा।

इससे पहले शिंदे चीफ व्हिप पर अपने नेता भरत गोगावले को अपॉइंट कर पार्टी पर दावा ठोक चुके हैं। विधायक दल के नेता के तौर पर 34 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को भेजी है। यानी सरकार और पार्टी दोनों पर हक जता रहे हैं।

इधर, देर शाम करीब साढ़े 8 बजे 2 शिवसेना और 2 निर्दलीय विधायक गुवाहाटी पहुंचे। इनमें गुलाब राव पाटिल, योगेश कदम, मंजुला गाबित और चंद्रकांत पाटिल शामिल हैं। शिंदे दावा कर रहे हैं कि उनके पास 46 विधायक हैं। 4 नए विधायक पहुंचने के बाद कुल विधायकों की संख्या अभी 39 पहुंच गई है।

  1.  शरद पवार सुप्रिया सुले के साथ उद्धव ठाकरे से मिलने सीएम हाउस वर्षा पहुंचे। एक घंटे तक मीटिंग चली।
  2.  शिवसेना विधायक महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ गुवाहाटी के लिए निकले।
  3.  अब से कुछ देर में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे फेसबुक के माध्यम से लोगों को संबोधित करेंगे।
  4.  नितिन देशमुख सूरत से नागपुर पहुंचे। पुलिस और अस्पताल कर्मियों पर जोर-जबरदस्ती का आरोप लगाया।
  5.  NCP ने कल विधायक दल की बैठक बुलाई है। शरद पवार और सुप्रिया सुले इस मीटिंग में शामिल हो सकती हैं।

शिंदे बागी विधायकों के साथ सूरत से गुवाहाटी पहुंचे हैं। सारे विधायक होटल रेडिसन ब्लू में ठहरे हैं। होटल के बाहर और अंदर असम पुलिस का पहरा है। CRPF के जवान भी होटल के बाहर मौजूद हैं। मीडिया को भी एक इंच यहां से वहां नहीं होने दिया जा रहा। हर आने-जाने वाले पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। 

भाजपा फिलहाल भाजपा वेट एंड वाच की स्थिति में है। मुंबई के अलग-अलग इलाकों में बीजेपी नेता मीटिंग कर रहे हैं। एनसीपी की मीटिंग वाईबी चव्हाण हॉल में हुई है। इसमें पार्टी के सभी विधायकों को शरद पवार से संबोधित किया है।

बालासाहब थोराट के बंगले पर कांग्रेस के विधायकों की बैठक हुई है। इसमें कमलनाथ ने सभी विधायकों को संबोधित किया है। शिवसेना ने सभी विधायकों के नाम एक पत्र जारी कर शाम पांच बजे तक सभी को मुंबई आने के लिए कहा है। अगर वे शाम की मीटिंग में शामिल नहीं होते हैं तो उनकी पार्टी की सदस्यता रद्द मानी जाएगी।

4 सबसे बड़े बयान…

  1. एकनाथ शिंदे बोले- हमारे पास 46 विधायक हैं और ये बढ़ेंगे। आगे की रणनीति हम सभी विधायकों के साथ मिलकर तय करेंगे। शिवसेना तोड़ने का कोई इरादा नहीं। हम किसी दूसरी पार्टी के संपर्क में नहीं हैं।
  2. संजय राउत बोले- महाराष्ट्र में 2 या 3 दिनों में क्या होगा यह कोई नहीं जानता। भाजपा के समर्थन के बिना शिवसेना के विधायकों का अपहरण नहीं किया जा सकता था।
  3.  कमलनाथ बोले- कांग्रेस और राकांपा महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को अपना समर्थन जारी रखेगी। मैंने शरद पवार जी से भी बातचीत की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे गठबंधन सरकार को अपना समर्थन जारी रखेंगे। इसके अलावा कोई इरादा नहीं है। मुझे भरोसा है कि शिवसेना के बागी शिवाजी महाराज के राज्य को चोट नहीं पहुंचाएंगे।
  4. नितिन राउत बोले- कैबिनेट मीटिंग में उद्धव ठाकरे खुश थे। उनके चेहरे पर कोई टेंशन नहीं दिख रही थी। यह संकेत है कि महाराष्ट्र में सरकार खतरे में नहीं है।

जान लीजिए गठबंधन सरकार के अहम समीकरण और सत्ता का गणित

महाराष्ट्र में सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव में महाविकास अघाडी का बहुमत 151 तक गिर गया है। राज्यसभा चुनाव के दौरान महाविकास आघाडी के पास 162 विधायक थे, जबकि उससे पहले ये संख्या 170 थी। यानी राज्यसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाडी के 11 विधायक कम हुए हैं।

परिषद चुनाव से पहले और बाद में तुलना करके देखा जाए तो कुल 19 विधायक महाविकास आघाडी से दूर हुए। दूसरी तरफ अब भाजपा को 134 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सरकार टिकने के लिए 144 का बहुमत जरूरी है। ऐसे में महाविकास अघाडी और भाजपा की संख्या में अंतर बहुत कम रह गया है।

फिर भी, शिवसेना में बगावत होती है तो दल-बदल कानून सबसे बड़ा चैलेंज होगा। बगावत के लिए एकनाथ शिंदे को इन विधायकों की सदस्यता भी कायम रखनी होगी। महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के पास कुल 56 विधायक है। कानून के हिसाब से शिंदे को 2/3 विधायक यानी 37 विधायक जुटाने होंगे। फिलहाल शिंदे के पास कुल 30 विधायक होने का दावा किया जा रहा है, जिसमें शिवसेना के 15 विधायक हैं।

भ्रष्टाचार करते मंत्री और IAS समेत 45 गिरफ्तार; सबसे ज्यादा माइनिंग और पंजाब पुलिस में रिश्वतखोर

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपना पदभार संभालने के पहले दिन से ही लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन का वादा किया था, जिसके तहत उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को वॉट्सऐप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस हेल्पलाइन को लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इन शिकायतों के आधार पर पंजाब पुलिस ने भ्रष्ट अधिकारियों और अन्य अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है. विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक एक पुलिस उपनिरीक्षक, आठ सहायक उप निरीक्षक, तीन प्रधान आरक्षक, एक आरक्षक, एक पुलिस होमगार्ड, दो पटवारी, एक लिपिक व एक लंबरदार, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के संचालक, सरकारी आईटीआई के एक प्रधानाचार्य, एक चिकित्सा अधिकारी, एक संभागीय वन अधिकारी और न्यायिक विभाग में समन सर्वर स्टाफ के सदस्य को गिरफ्तार किया है। इसी तरह एक खनन मामले में 17 नागरिक, पटवारियों के 4 सहायक और 1 वन ठेकेदार को भी भ्रष्ट आचरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

कोरेल’पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

 आम आदमी पार्टी (आआपा ) की भगवंत मान सरकार के सत्ता में आने के बाद पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक भ्रष्टाचार के आरोप में 45 अधिकारियों और नेताओं को गिरफ्तार किया है। ब्यूरो ने 21 जून तक इन मामलों में 28 एफआई दर्ज की हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपना पदभार संभालने के पहले दिन से ही लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन का वादा किया था, जिसके तहत उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को वॉट्सऐप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस हेल्पलाइन को लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।

  • पंजाब सरकार में सेहत मंत्री डॉ. विजय सिंगला ने विभाग के हर काम में 1% कमीशन मांगा। विभाग के अफसर ने सीएम भगवंत मान को शिकायत कर दी। जिसके बाद सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया गया।
  • पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने एक पेड़ कटाई के बदले 500 रुपए की रिश्वत ली। करीब सवा करोड़ के घपले के बाद विजिलेंस ने उन्हें अमलोह स्थित घर से सोते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया।
  • भोआ से पूर्व कांग्रेसी MLA जोगिंदरपाल का नाम अवैध माइनिंग में सामने आया। पुलिस ने केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
  • IAS अफसर संजय पोपली ने सीवरेज बोर्ड के CEO रहते 7.30 करोड़ के टेंडर अलॉटमेंट के बदले 7 लाख की रिश्वत मांगी। 3.50 लाख की पहली किश्त ले ली थी। दूसरी किश्त मांगने पर ठेकेदार ने शिकायत कर दी।
  • 24 मार्च को जालंधर तहसील की क्लर्क पर केस दर्ज हुआ। नौकरी के बदले 4 लाख रुपए मांगे थे।
  • 25 मार्च को गुंडा टैक्स वसूलने के केस में 17 लोग गिरफ्तार हुए। 1.65 करोड़ की रिकवरी हुई।
  • तरनतारन में सब इंस्पेक्टर समेत 4 लोगों पर केस दर्ज हुआ। एसआई 5 हजार की रिश्वत मांग रहा था। प्रोडक्शन वारंट के प्रोसेस के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी।
  • संगरूर में ASI पर 10 हजार रुपए रिश्वत मांगने के आरोप लगे। ASI ने पूछताछ की बा कहकर चालान सबमिट करने के लिए रिश्वत मांगी थी।
  • तरनतारन में ASI पर 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप लगे। इसका 14 सेकेंड का वीडियो सामने आया था। किसी जांच के संबंध में उससे रिश्वत मांगी गई थी कि उसमें उसका नाम नहीं आएगा।
  • नवांशहर में सरकारी बुक डिपो के कर्मचारियों पर पर्चा दर्ज हुआ। शिकायत करने वाले ने कहा कि उनके बेटे के नाम के करेक्शन के लिए 1700 रुपए लिए थे। उन्होंने बेटी का नाम ठीक करवाना था तो उससे 15 हजार रुपए मांगे जा रहे थे।
  • फाजिल्का में पटवारी के असिस्टेंट पर कार्रवाई हुई। इंतकाल दर्ज करने के बदले 5 हजार की रिश्वत मांगी गई थी।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर कर पूरी व्यवस्था को साफ किया जाएगा। सीएम मान ने कहा कि लोगों को स्वच्छ, कुशल और पारदर्शी सरकार प्रदान करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मान ने कहा कि लोगों ने उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और वह लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार स्वच्छ, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन देकर उन्हें पूरा करने के लिए बाध्य हैं।

 लंबित और अवशिष्ट मुद्दों के खिलाफ दिन भर का धरना और प्रदर्शन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

  बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की 9 ट्रेड यूनियनों की शीर्ष संस्था यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर आज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मुख्य शाखा, बैंक स्क्वायर सेक्टर 17 चंडीगढ़ , के सामने , अपनी शेष और लंबित मुद्दों को हल करने में आईबीए द्वारा अनुचित देरी के खिलाफ (5 दिवसीय बैंकिंग का परिचय, पेंशन का अद्यतन, स्क्रैप एनपीएस-पुनर्स्थापन डीए लिंक्ड पेंशन योजना, कैथोलिक सीरियन बैंक और डीबीएस में वेतन संशोधन बढ़ाएं)  को लेकर दिन भर के धरने में 200 से अधिक सदस्य बैठे और यूएफबीयू से जुड़े 500 से अधिक सदस्यों ने भारतीय स्टेट बैंक के सामने आयोजित भोजन अवकाश के दौरान विशाल प्रदर्शन में भाग लिया।  यूएफबीयू द्वारा 27 जून 2022 के लिए एक दिवसीय हड़ताल की भी योजना बनाई गई है। बड़ी संख्या में महिला सदस्यों सहित प्रतिभागियों द्वारा जोरदार नारेबाजी की गई। लंबित मुद्दों को हल करने में आईबीए के दृष्टिकोण के खिलाफ सदस्यों के गुस्से को दिखाया।

 संजीव बंदिश, एस के गौतम दीपक शर्मा, पी आर मेहता, नरेश गौर, राजेश बंसल, जगदीश राय, टी एस सग्गू, बी एस गिल, विपिन कुमार हांडा, हरमीत सिंह, अशोक गोयल और  यूएफबीयू के विभिन्न घटकों के अन्य नेताओं ने अपने विचार साझा किए।

 यूएफबीयू के अखिल भारतीय संयोजक संजीव बंदलीश ने कहा कि इन सभी महीनों में यूएफबीयू ने इस उम्मीद के साथ धैर्य का परिचय दिया है कि आईबीए आगे आएगा, हमारी मांगों पर चर्चा करेगा और आपसी चर्चा और बातचीत के माध्यम से इसे सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करेगा।  उन्होंने कहा कि चूंकि आईबीए के गैर-गंभीर रवैये के कारण बातचीत नहीं हो पाई, इसलिए यूएफबीयू ने सड़कों पर उतरने और हड़ताल की कार्रवाई के माध्यम से अपनी नाराजगी व्यक्त करने का फैसला किया।  यहां तक ​​कि यूएफबीयू के सदस्यों ने भी 13/04/2022 को आईबीए के नए अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें सभी लंबित और शेष मुद्दों से अवगत कराया और उनसे नियमित आपसी चर्चा के माध्यम से मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए चर्चा का एक समयबद्ध कार्यक्रम तैयार करने का आग्रह किया।

 एआईबीईए के संयुक्त सचिव श्री एस के गौतम ने कहा कि लंबित और शेष मुद्दों को हल करने में आईबीए की ओर से अनुचित देरी ने हमें सड़कों पर आने के लिए मजबूर किया है।  उन्होंने कहा कि आईबीए के गैर-गंभीर दृष्टिकोण के कारण 5 दिवसीय बैंकिंग, पेंशन का अपडेशन, एनपीएस की स्क्रैपिंग और अवशिष्ट मुद्दे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे अभी भी लंबित हैं।

 लंबित मुद्दों को हल करने में आईबीए की देरी की रणनीति का विरोध करते हुए, यूएफबीयू (ट्राई-सिटी) के संयोजक संजय शर्मा ने कहा कि आईबीए ने हमें आंदोलन के रास्ते पर जाने के लिए मजबूर किया है।  उन्होंने कहा कि सीएलसी 23/06/2022 को नई दिल्ली में फिर से यूएफबीयू घटकों और आईबीए के साथ एक सुलह बैठक आयोजित करेगा।  उन्होंने कहा कि यदि आईबीए सहमत समय के भीतर मांगों को हल करने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता दे सकता है, तो यूएफबीयू 27/06/2022 की प्रस्तावित हड़ताल सहित उनके आंदोलन पर पुनर्विचार कर सकता है।

Newsletter Documenting the Deliberations of two-day Social Work Conference released

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh June 22

Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University, today released a newsletter documenting the activities and deliberations conducted during the two-day national conference jointly organized by Centre for Social Work, Panjab University and Indian Society of Professional Social Work (ISPSW)  on 27th- 28th May 2022.  The theme of the conference was ‘Co-building a new eco-social world: Leaving no one behind in Indian Perspective’.  “Documenting the messages of dignitaries who visited the conference and making a verbal and visual record of all the important activities and academic sessions helps in giving concrete shape to the efforts made during the conference” said Dr. Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work, Panjab University and Convener of the Conference. “Documenting the important deliberations of the conference in the form of newsletter also helps in sharing the message of the conference with the wider public”, he added. The eight-page newsletter comprises the messages of important dignitaries, the inaugural, valedictory and academic sessions. It also has sections on media coverage and wider outreach besides sharing the memorable moments of the event. The Newsletter has been designed by Dr. Bhavneet Bhatti, School of Communication Studies, Panjab University and Dr. Gaurav Gaur, Chairperson, Centre for Social Work, Panjab University.

मिशन रेल कर्मयोगी प्रशिक्षक डीआरएम बीकानेर के द्वारा सम्मानित

करणीदानसिंह राजपूत. डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्रीगंगानगर, 22 जून 22 :

 उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल के फ्रंट लाइन स्टाफ जो रेल उपयोगकर्ताओं से सीधे संवाद करते है, उन्हे रेल कर्मयोगी प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण के लिए 8 मास्टर ट्रेनर (प्रशिक्षक) भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान, लखनऊ भेजे गए थे। जिन्होंने वाणिज्य विभाग के फ्रंट लाइन कर्मचारियों को मंडल के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में छोटे-छोटे समूह में बांट कर प्रशिक्षित किया।

 इस प्रशिक्षण में कर्मचारियों को यात्रियों के लिए रेलवे की सेवाओं की समय पर उपलब्धता, ट्रेन व स्टेशन पर स्वास्थ माहौल, सुरक्षित यात्रा, उपलब्ध सुविधाओं से ग्राहक को लाभ, आदि सुनिश्चित करने में एक कर्मयोगी के रूप में किस तरह मदद कर सकते है, यह सिखाया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति पर मंडल रेल प्रबंधक बीकानेर राजीव श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनरों को नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सुपर ट्रेनर हनुमानगढ के टीटीआइ श्री विजय पाल सिंह थे। मास्टर ट्रेनर रहे सूरतगढ़ के टीटीआई श्री लक्ष्मीनारायण, हनुमानगढ के सीसीसी श्री पुष्पेंद्र सिंह, श्रीगंगानगर के सीपीएस श्री कपिल भांबरी, सूरतगढ के सीसीसी श्री रवि कुमार, हिसार के टीटीआई सुमित, भिवानी के टीटीआई हीरालाल तथा झाड़ली के सीजीएस गौतम जांगड़ा। मंडल रेल प्रबंधक ने सभी प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। सीनियर डीसीएम अनिल कुमार रैना भी इस अवसर पर मौजूद थे।०0०

खसरों के खेल का नायाब नमूना है ‘आशियाना सिटी’

  • जांच होने पर चल सकता है आपके सपनों पर बुलडोजर

राजेन्द्र जैन, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ :

‘आशियाना सिटी’ नाम सुनते ही आप अपने आशियाने के ख्वाब बुनने लगते हैं। लेकिन ख्वाब हमेशा सच नहीं होते,कभी कभी ख्वाब डरावने भी होते है। सूरतगढ़ में NH-62 पर बन रही आशियाना सिटी खरीदारों के लिए ऐसा ही डरावना ख्वाब साबित हो सकती है। ऐसे में अगर आप भी आशियाना सिटी में अपने ड्रीम हाउस का सपना बुन रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। सपनों के बिखरने का दर्द बहुत बड़ा होता है इसलिए आपके सपने बिखर जाएं उससे पहले आपको यह खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए।

सूरतगढ़ में राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा खसरों में जमीनों को इधर-उधर खिसकाने की खबरें तो आपने जरूर सुनी होगी। आशियाना सिटी भी इसी खेल का ही एक उदाहरण है। यह बात हम नहीं आशियाना सिटी से जुड़े भूमि के दस्तावेज कह रहे हैं।

राजस्व विभाग के सूरतगढ़ कस्बा रोही के खसरा नंबर-329/2 में आशियाना सिटी को विकसित किया जा रहा है। लेकिन सूचना के अधिकार में मिले आवासन मंडल की प्रस्तावित कॉलोनी के दस्तावेज और नक्शा, कुछ और कहानी कहते हैं। आवासन मंडल के नक्शे व अन्य दस्तावेजों की माने तो भूमि जिस पर यह कॉलोनी बनाई जा रही है यह विवादित  है। आवासन मंडल से मिले कॉलोनी के नक्शे (फोटो प्रति नीचे दी गई है) के अनुसार राजस्व विभाग द्वारा के वर्तमान नक्शों में  जिसे खसरा नंबर 329/2 बताया जा रहा है वह वास्तव में खसरा नंबर 329/1 है। जिसका सीधा सा अर्थ है कि आशियाना सिटी खसरा नंबर 329/2 की बजाय 329/1 पर बनाई जा रही है।

राजस्व विभाग का वर्तमान नक्शा जिसमें खसरा नंबर 329/1 को खसरा नंबर 329/2 दर्शाया गया है ।

अगर आवासन मंडल की प्रस्तावित कॉलोनी के नक्शे को गौर से देखें तो पता चलता कि आवासन मंडल द्वारा अवाप्त भूमि के नक्शे के मुताबिक खसरा नंबर 329/1 जो कि काले रंग के बॉक्स में दिखाया गया है वहीं भूमि राजस्व विभाग के नक्शे में 329/2 के रूप में दिखाई गयी है। दूसरी ओर आवासन मंडल के नक्शे में खसरा नंबर 329/1 के काले बॉक्स के पास स्थित क्षेत्र जिसे खसरा नंबर 329/2 दिखाया गया है, वह क्षेत्र राजस्व विभाग के नक्शे के मुताबिक खसरा नंबर 329/1 है।

आप सोच रहे होंगे कौन सा नक्शा सही है। तो इसका जवाब है कि आवासन मंडल को प्रस्तावित कॉलोनी के लिए भूमि आवंटन राजस्व विभाग द्वारा ही किया गया था और विभाग द्वारा ही यह नक्शा आवासन मंडल को दिया गया था। जिसकी सूचना के अधिकार में ली गई कॉपी की फोटो प्रति यहां पर दी गई है। इसका सीधा सा अर्थ यह भी  है कि आशियाना सिटी के डेवलपर्स ने राजस्व विभाग के भ्रष्ट पटवारियों, कर्मचारियों और अधिकारियों से सांठगांठ कर राजस्व विभाग के दस्तावेजों/ नक्शों में खसरा नंबर 329/1 को खसरा नंबर 329/2 दो के रूप में दर्ज कर दिया।

लेकिन यह भ्रष्ट अधिकारी और सफेदपोश माफिया ये भूल गए कि चोर कितना भी शातिर क्यों ना हो कोई न कोई गलती कर बैठता है। जिससे वह कानून की गिरफ्त में आज नहीं तो कल आ ही जाता है। आशियाना सिटी’ के मामले में भी कुछ ऐसा ही है।विभाग के भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारी यह बात भूल गए कि उन्होंने विभाग के पास पड़े नक्शे में तो बदलाव कर दिया, लेकिन बदलाव से पहले दूसरे विभागों के पास भेजे गए नक्शे सच्चाई का बयान कर देंगे।

राजस्व विभाग द्वारा आवासन मंडल को कॉलोनी के लिए  भूमि का आवंटन वर्ष 2010 के आसपास किया गया था। सूचना के अधिकार में आवासन मंडल से लिया प्रस्तावित कॉलोनी के खसरों का ऊपर दिया गया नक्शा वर्ष 2011 का है। जिसका सीधा सा अर्थ है कि वर्ष 2011 में खसरा नंबर 329/1 व 329/2 अपनी पूर्ववत स्थिति में थे। इसका दूसरा अर्थ यह भी लगाया जा सकता है कि वर्ष 2011 के बाद के सालों में खसरों में छेड़छाड़ की गई। 

इस मामले की अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी के आरोप में कई पटवारी, गिरदावर और बड़े अधिकारियों के साथ साथ सफेदपोश माफियाओं को जेल की हवा खानी पड़ सकती है। आवासन मंडल और राजस्व विभाग के दस्तावेज पानी की तरह साफ है और अपराध की खुली गवाही दे रहे हैं।  

अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाती है तो यह निश्चित है कि जांच की आंच ‘आशियाना सिटी’ तक भी पहुंचेगी। निष्पक्ष जांच में आशियाना सिटी का फर्जी साबित होना लगभग तय है। ऐसे में आशियाना सिटी में आशियाने का सपना देखना खरीदारों को भारी पड़ेगा। ऐसे में खरीदारों की जीवन भर की जमा पूंजी खतरे में पड़ेगी।

इस कॉलोनी से जुड़े एक -दो डेवलपर्स का सपनों को बेचने का एक कुख्यात इतिहास रहा है। जोहड़ पायतन की भूमि पर 20 साल पहले बसाई गई बसंत विहार/आनंद विहार कॉलोनियों का मामला किसी से छुपा हुआ नहीं है। इन कॉलोनीयों में जोहड़ पायतन का बोतल में बंद जिन्न अब भी बाहर निकलने के इंतजार में हैं। यही वजह है कि कॉलोनी में खून पसीने की कमाई से अपना आशियाना बना कर रहने वाले लोगों को आज भी अपने आशियाने पर बुलडोजर चलने के डरावने सपने आते हैं। खैर ये कॉलोनियां तो शुरुआत भर थी । इसके बाद इन सफेदपोश पूंजीपतियों नें हॉस्पिटल और होटल के लिए आवंटित भूखंड पर अवैध व्यावसायिक मॉल खड़ा कर खूब पैसा बनाया।

काले धंधों में हुई काली कमाई से उत्साहित कॉलोनाइरों ने शहर के बेहद संकडे भगत सिंह चौक इलाके में एक कई मंजिला व्यवसायिक टावर खड़ा कर दिया। संकरी गलियों में स्थित इस कंपलेक्स को बेचकर ये सेठ लोग तो निकल गए लेकिन कांपलेक्स में दुकानें खरीद कर व्यापार का सपना खरीदारों को महंगा पड़ गया। टॉवर की खाली पड़ी दुकानें सेठों के दिखाए गए सुनहरे सपनों का काला सच बयां करती हैं। मानकसर मे ड्रीम सिटी जैसे प्रोजेक्टों का हाल भी आने वाले दिनों में कुछ ऐसा ही हो जाये यह कहना कुछ गलत नहीं होगा। क्योंकि अधिकारियों से मिलीभगत कर इन कॉलोनियों में ख़डी इमारते भ्रष्टाचार की नींव पर ही ख़डी हैं। जांच होनें पर इन इमारतो का गिरना तय है !   

ब्रह्मलीन श्री सतगुरु  देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 35वीं पुन्य बरसी समारोह सत्संग का आयोजन 25 जून से 27 जून तक श्री मुनि मंदिर में

  • समारोह के उपलक्ष्य में सैकड़ों साधु आमंत्रित, तिलक लगाकर किया जायेगा सभी साधु संतों का अभिनंदन
  • श्रीश्री 108 स्वामी श्री पंचानन गिरिजी महाराज तथा बरसाना/जूगियाल, पठानकोट से अतुल कृष्ण शास्त्री सत्संग कर श्रद्धालुओं को करेंगे निहाल

चंडीगढ़ 21 जून 2022: 

ब्रह्मलीन श्री सतगुरु  देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 35वीं पुन्य बरसी समारोह के उपलक्ष्य में सत्संग का आयोजन 25 जून से 27 जून को सैक्टर 23 डी स्थित श्री महावीर मंदिर मुनि सभा (साधु आश्रम) में किया जायेगा। 

यहां आयोजित एक विशेष बैठक में 25 जून से 27 जून तक के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए श्री महावीर मंदिर मुनि सभा के प्रधान श्री दलीप चन्द गुप्ता ने बताया कि समारोह में आमंत्रित श्रीश्री 108 स्वामी श्री पंचानन गिरिजी महाराज तथा बरसाना/जूगियाल, पठानकोट से अतुल कृष्ण शास्त्री सायं 5 बजे से 8 बजे तक श्रद्धालुओं को सत्संग के माध्यम से  अमृत पान करवायेगें । जिसके उपरांत विभिन्न मंदिरों की महिला संकीर्तन मंडलियां मधुर संकीर्तन करेंगी।

उन्होंने बताया कि 27 जून को प्रात: 9 बजे हवन किया जाएगा जिसके पश्चात् कथा का भोग व देश के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों आमंत्रित संत महात्माओं का पूजन श्री श्री 108 स्वामी श्री पंचानन गिरी जी महाराज के सानिध्य में किया जाएगा और उन्हें तिलक लगाकर वस्त्र, फल तथा दक्षिणा आदि के साथ उनका अभिनंदन किया जाएगा जिसके बाद उन्हें विशाल भंडारे का प्रसाद दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 2:30 बजे आम जनता के लिये भंडारा वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बीच कथा वाचक अपना प्रवचन श्रद्धालुओं को श्रवण करवायेंगे।

इस बैठक में सभा के प्रधान श्री दलीप चन्द गुप्ता व महासचिव एसआर कश्यप, सांस्कृतिक सचिव पं.श्री दीप भारद्वाज, उपप्रधान श्री ओ.पी पाहवा, कार्यालय सचिव नंदलाल शर्मा तथा कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता, एच आर नंदवानी उपस्थित थे। 

चार दिवसीय योग महोत्सव का हुआ समापन

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ में एन.एस.एस की तरफ से आयोजित चार दिवसीय योग महोत्सव का आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष पर आधिकारिक रूप से समापन हो गया है। आज सभी एन.एस.एस स्वयं सेवकों के द्वारा यूनिवर्सिटी जिम्नेजियम हाल में योगा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दिए गए संबोधन को सुना गया। इसके उपरांत सभी स्वयं सेवकों ने पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राज कुमार की अध्यक्षता में योगा के सभी आसनों को बड़े ही अच्छे ढंग से किया। इस चार दिवसीय योग महोत्सव की संयोजिका व कार्यक्रम अधिकारी डॉ.रिचा शर्मा ने सभी स्वयं सेवकों के द्वारा इस योग महोत्सव में बढ़ चढ़कर भाग लेने की सराहना की और कहा की हमें योगा को केवल यही तक सीमित नहीं रखना है। बल्कि इसे हमें अपनी हर रोज की दिन चर्या में शामिल करना होगा। तभी हम भविष्य के अंदर एक अच्छा जीवन व्यतीत कर पाएंगे। इस अवसर पर सीनेट मेंबर प्रो.प्रवीन गोयल व स्टाफ के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।

सेक्टर 15 के कन्या विद्याल्य में समर कैम्प स्टेम एजुकेशन की वर्क्शाप का आयोजन क़िया गया

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 22 जून :

आज पाई अकैडमी पंचकुला  द्वारा राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 15 पंचकुला में बाल भवन द्वारा चलाये जा रहे समर कैम्प स्टेम एजुकेशन की वर्क्शाप का आयोजन क़िया गया। जिसमें छात्राओं को साइयन्स टेक्नॉलोजी  इंजिनियरिग एंड मैथमेटिक्स की गतिविधि के अंतर्गत आइस क्रीम स्टिक्स से पुल बनाने की गतिविधि करवाई गई। इस गतिविधि का के द्वारा बच्चों को सिखाया गया कि कैसे इस गतिविधि में साइयन्स टेक्नॉलोजी  इंजिनियरिग  एंड मैथमेटिक्स का प्रयोग हुआ है ।साथ ही आरडुईनो कंट्रोलर के साथ स्मॉर्ट कार बनाना सिखाया गया।छात्राओं ने पहली बार किसी  में इस तरह की गतिविधि की । अकड़ेमी की संस्थापक एवम् वोमेंस  इंडीयन चैम्बर ओफ़ कामर्स एंड इंडस्ट्री  की स्टेम सेल की प्रेसिडेंट  प्रियंका पुनिया ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों से छात्राओं में प्रौद्योगिकी एवं साइयन्स के लिए रुचि पैदा होती है ।इस  तरह की स्टेम गतिविधियों से छात्राओं को छात्राओं को भविष्य में परम्परागत विषयों की बजाए नए विषयों को चुनने में सहायता मिलेगी। सभी छात्राओं को ये गतिविधि बहुत पसंद आयी । ज़िला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह दलाल ने पाई अकैडमी के इस प्रयास की सराहना की ।

कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर ही निकाय चुनावों में मिली जीत: ज़िलाध्यक्ष अजय शर्मा

  • मैं कालका नगर परिषद के मतदाताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करता हूं: ज़िलाध्यक्ष अजय शर्मा

कोरल ‘पुरनूर।,डेमोक्रेटिक फ्रंट, दिनांकः-22 जून 2022 :

कालका में बनी पहली बार नगर परिष्द के चुनावों में भाजपा ने जीत का परचम लहराया और ट्रिपल इंजन की सरकार बनाई भाजपा पंचकूला सभी कालका वासियों का आभार व्यक्त करती है। जिला अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि पंचकूला में नई सुबह का आगाज हुआ है। भाजपा अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभाते हुए लोगों की आशा एवं आकांक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। मैं मतदाताओं, समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं। भाजपा के पक्ष में मतदाताओं के उत्साह और समर्थन से ही पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला। मैं कालका नगर परिषद के मतदाताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करता हूं। महिलाओं और युवाओं ने कालका नगर परिषद चुनाव में विशेष भूमिका अदा कर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में अपना विश्वास जताया है।

जिला अध्यक्ष अजय शर्मा ने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की जीत कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का परिणाम है जिसमें भाजपा के सभी मोर्चों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं तथा खासकर महिला कार्यकर्ताओं ने भी चुनाव में कड़ी धूप में प्रचार किया जिसके लिए बहनें बधाई की पात्र हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाकर देश की जनता ने मोदी की नीतियों पर मुहर लगाई। अगले 5 वर्षों में विश्व में देश की अलग पहचान होगी और देश के विकास को तेज गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने हर वर्ग का ख्याल रखा। सबका साथ-सबका विकास की भावना से हर क्षेत्र में विकास के काम किये गये।