स्टूडेंट्स की संगीतमय प्रस्तुति के साथ एसडी कॉलेज में संपन्न हुआ लिट्रेचर फेस्ट

चंडीगढ़:

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में गोल्डन जुबली ईयर के मौके पर पंजाब आर्ट्स काउंसिल और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग आयोजित किया गया तीन दिवसीय लिट्रेचर फेस्टिवल एवं बुक फेयर  स्टूडेंट्स की संगीतमय प्रस्तुति के साथ संपन्न हो गया। अंतिम दिन अर्शप्रीत कौर, सिमोन, हर्ष धीमान और अनुष्का द्वारा साहित्यिक कविता गायन प्रस्तुत किया जिसे सभी ने पसंद किया। इस सत्र का संचालन अर्थशास्त्र की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रीति वोहरा ने किया। लिट्रेचर फेस्टिवल  के संयोजक व कॉलेज के पंजाबी विभाग के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ. प्रदीप (दीप निर्मोही) ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा उपस्थित थे। उन्होंने इस कार्यक्रम की शानदार सफलता के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गोल्डन जुबली ईयर में आयोजित इस फेस्ट से स्टूडेंट्स काफी लाभान्वित हुए।


इससे पहले साहित्यिक कार्यक्रम के तीसरे और अंतिम दिन की शुरुआत तसलीन और देस राज काली के बीच ‘हरित क्रांति और पंजाब के सांस्कृतिक मानस के बीच लेनदेन: विशेष रूप से पंजाबी गीतों के संदर्भ में’ शीर्षक से आयोजित बातचीत के साथ हुई जिसकी मध्यस्था कॉलेज के पंजाबी के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ. प्रदीप (दीप निर्मोही) ने की। देस राज काली लघु कथाओं, उपन्यासों, ऐतिहासिक पुस्तकों और निबंधों के प्रसिद्ध पंजाबी लेखक हैं। वह एक साहित्यिक त्रैमासिक ‘लकीर’ का संपादन भी करते हैं। इसके बाद गेस्ट स्पीकर पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के इतिहास विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ.सुरिंदर सिंह ने ‘सार्वजनिक बौद्धिक और वारिस शाह की परंपरा’ पर एक व्याख्यान दिया। विषय में उनकी विशेषज्ञता के कारण उनका व्याख्यान दर्शकों के लिए एक शानदार अनुभव साबित हुआ।  


फेस्ट में इन साहित्यिक गतिविधियों के अतिरिक्त बुक फेयर -2022′ का आयोजन भी किया गया।  इसमे विभिन्न प्रकाशकों द्वारा 20 किताबों के स्टाल शामिल थे और इसके अतिरिक्त, कॉलेज के रचनात्मक छात्रों द्वारा कई पेंटिंग स्टॉल भी थे। इस तीन दिवसीय फेस्ट में साहित्यिक सत्रों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पैनल डिस्कशंस, प्रख्यात लेखकों के साथ बातचीत के माध्यम से अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी भाषाओं में रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रस्तुत किया गया था। फेस्ट के दूसरे दिन एक पैनल डिस्कशंस बातचीत तथा एक कवि दरबार का आयोजन किया गया था।