श्रीगंगानगर जिले में शिशुओं को कोरोना खतरे से बचाने के लिए जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन का पूरे जिले में अग्रिम प्रबंधन
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत, श्रीगंगानगर/ सूरतगढ़ 26 मई :
कोरोना की तीसरी लहर से पहले ही राजस्थान में कई स्थानों पर शिशुओं में संक्रमण होने से बचाव के प्रबंधन में शासन प्रशासन लग गया है।
श्रीगंगानगर जिले में शिशुओं को कोरोना खतरे से बचाने के लिए जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन ने पूरे जिले में अग्रिम प्रबंधन किया जिसमें हर क्षण सजगता रहेगी।
जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने जिला स्तर पर शिशु अस्पतालों, सामान्य अस्पतालों के शिशु वार्ड में वेंटिलेटर्स, आॅक्सीजन, चिकित्सक, नर्सिंग कर्मी जैसी आवश्यक आधारभूत सुविधाओं के निरीक्षण कार्य के लिये कमेटी का गठन किया है।
कमेटी में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अध्यक्ष, सीएमएचओ, उपनिदेशक महिला बाल विकास, पीएमओ, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय अधिकारिता तथा सहायक निदेशक बाल अधिकारिता को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के विनाशकारी परिणामों से बच्चों को बचाने हेतु जिले के शिशु अस्पतालों, सामान्य अस्पतालों के शिशु वार्ड में मूलभूत सुविधाओं का निरीक्षण एवं उपलब्धता एवं जिले में बच्चों से संबंधित सभी संस्थाओं में यथा बाल कल्याण समिति, किशोर एवं बालिका गृहों, छात्रावासों आदि में पल्स आॅक्सीमीटर क्रय करने, बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पाॅकेट सेनेटाईजर एवं मास्क उपलब्ध करवाने एवं साथ ही हाथ धोने, सेनेटाईजर, मास्क के उपयोग की महत्ता के बारे में जागरूक करने का कार्य समिति द्वारा किया जायेगा।
संस्थाओं में समय-समय पर बच्चों के कमरों, शौचालयों, रसोईघर आदि स्थानों को सेनेटाईज करवाने, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को अधिक मजबूत करने हेतु उन्हें संतुलित भोजन एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थ जैसे हरी सब्जियां, फल इत्यादि उपलब्ध करवाने, उम्र के अनुसार वैक्सीनेशन, मौसम जनित बीमारियों से बचाव हेतु उपाय एवं नियमित चिकित्सीय परीक्षण करवाने, जिले में उपखण्ड, ब्लाॅक, ग्राम समिति स्तर पर बच्चों के लिये डेडिकेटेड कोविड सेन्टर बनाये जाने एवं वहां समस्त चिकित्सा व्यवस्था, मेडिकल आॅक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता को लेकर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दिशा निर्देशों की अक्षरशः पालना इस समिति द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।