पुलिस फाइलें, पंचकुला – 28 april

डी.सी.पी. पचंकूला नें कोविड-19 के सक्रमण की रोकथाम हेतु नियमों की पालना करनें बारे मार्किट सैक्टर 5/सैक्टर 09/ सैक्टर 10/ सैक्टर 12/ सैक्टर 25 अथवा सैक्टर 26 पचंकूला का दौरा करते हुए दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए

पुलिस कमीश्नरेट पंचकूला – 28 अप्रैल 2021

आज डी.सी.पी. पचंकूला नें आज कोविड-19 के सक्रमण की रोकथाम हेतु कोविड-19 के नियमों की पालना करनें बारे मार्किट सैक्टर 5/सैक्टर 09/ सैक्टर 10/ सैक्टर 12/ सैक्टर 25 अथवा सैक्टर 26 पचंकूला का दौरा  करते हुए दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए गयें व कोविड-19 के नियमों की उल्लघना करनें वालों के खिलाफ कार्यवाही हेतु निर्देशे दिए गयें ।

आज डी.सी.पी. पचंकूला नें आज कोविड-19 के सक्रमण की रोकथाम हेतु कोविड-19 के नियमों की पालना करनें बारे मार्किट सैक्टर 5/सैक्टर 09/ सैक्टर 10/ सैक्टर 12/ सैक्टर 25 अथवा सैक्टर 26 पचंकूला का दौरा  करते हुए दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए गयें व कोविड-19 के नियमों की उल्लघना करनें वालों के खिलाफ कार्यवाही हेतु निर्देशे दिए गयें ।

                पुलिस उपायुक्त पचंकला श्री मोहित हांडा (आई.पी.एस) नें कोरोना महामारी के रोकथाम हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी किए गये नियमों की पुर्णता से पालना करनें हेतु पचंकूला शहर सैक्टर बाजारो में दौरा करते हुए दिशा –निर्देश दिए गयें ।

           पुलिस उपायुक्त पचंकूला नें आज सैक्टर 05 की मार्किट व सैक्टर 09 पचंकूला की मार्किट, सैक्टर 12 मार्किट का राऊण्ड लगाते हुए  सैक्टर 25 पचंकूला की मार्किट में पहुँचे तथा सैक्टर 26 पचंकूला की मार्किट का दौरा  किया गया । जो दुकानदारों को कोविड-19 के नियमों की पालना करनें के लिए सख्त निर्देश भी दिए गयें । तथा शाप के आगे सोशल डिस्टैसिंग की पालना हेतु स्थान मार्किग करनें बारे कहा गया । इस दौरान मास्क ना पहनें वालों के खिलाफ चालान किए गये इसके साथ साथ चैकिग के दौरान ट्रैफिक के नियमों की उल्लंघना करनें वालें मोटरसाईकिल सवारो के बिना हैल्मेट के चालान किए गयें तथा इसके साथ डी.सी.पी. पचंकूला की टीम नें फ्री मास्क वितरित किए गयें । कहा कि मास्क पहनकर अपनें आपका व अपनें परिवार के सुरक्षित रखें । इसके साथ ही डी.सी.पी. पचंकूला ने एरिया इन्चार्जो को सख्त निर्देश दिए गये कि कोरोना महामारी के नियमों की पालन  पुर्णता से करवाई जाये । तथा लापरवाही करनें वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये । इस दौरान कुछ मार्किट में कोविड-19 के नियमो पुर्णता से पालनें करते हुए पाई गई ।

पुलिस कमीश्नरेट पंचकूला – 28 अप्रैल 2021

धारा 144 का सख्ती से पालन कराने बारे अनाऊसमैन्ट व निर्देश । पुलिस उपायुक्त पचंकूला

                        पचंकूला पुलिस कोविड-19 के बढते सक्रमण को देखते हुए जिला पचंकूला में धारा 144 लगाई गई है जिसके तहत जिला पचंकूला में 4 से अधिक व्यक्तियो को एक जगह पर एकत्रित होनें पर पाबन्दी लगाई हुई है जो पचंकूला पुलिस मास्क ना पहननें व राज्य सरकार के द्वारा कोविड-19 नियमों की उल्लघना करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाई की जा रह है जिसके तहत पचंकूला पुलिस के सभी थाना प्रबंधको नें अपनें अपनें अधीन क्षेत्र में धारा 144 लगनें बारे प्रचार किया जा रहा है इसके साथ ही कहा कि अगर कोई धारा 144 द0प्र0स0 की उल्लंघना करता पाया गये तो उसके खिलाफ कडी कार्यवाई की जायेगी ।

इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त पचंकूला श्री मोहित हांडा (आई.पी.एस) व मोहम्मद इमरान रजा, आईएएस, व अन्य अधिकारियो के द्वारा माईक्रो कन्टैनमैन्ट का दौरा  सैक्टर 15 पचंकूला तथा सैक्टर 21 पचंकूला का दौरा किया गया । इस दौरान निर्देश दिये गये कि माईक्रो कन्टेनमैन्ट जोन क्षेत्र में कोविड 19- के बढते सक्रमण पर नियत्रंता के लिए क्षेत्र आनें जानें पर पाबन्दी लगा दी गई है । इसके अलावा इसके आसपास के क्षेत्र में भी कोविड-19 के नियमों की पालना हेतु सोशल डिस्टैंसिग व मास्क पहननें के लिए भी जागरुक किया जा रहा है । तथा कोविड-19 के नियमों उल्ळंघना करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही हेतु भी निर्देश दिए गये है अगर काई शरारती तत्व किसी प्रकार की उल्लघना करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी ।

कोविड -19 के बढते सक्रमण के दौरान जो लोग इस की पालना नही कर रहे है जिस पर पुलिस प्रशासन के द्वारा अलग अलग एरिया क्षेत्र में धारा 144 के सम्बन्ध अनाऊसमैन्ट किया जा रहा है कि चार से अधिक व्यक्तियो को एक जगह पर एकत्रित होनें पर पाबन्धी लगाते हुए धारा 144 की पालना के साथ- साथ ही मास्क पहनना व सोशल डिस्टैंसिग की पालना भी करें ।  ताकि इस बढते सक्रमण पर नियत्रण किया जा सकें ।

जो पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा (आई.पी.एस) के दिशा –निर्देशो पर सभी एऱिया इन्चार्ज व थाना प्रबधको के द्वारा अपनें अपनें क्षेत्र में लगी धारा 144 के सम्बन्ध में अनाऊसमैन्ट की जा रही है कि चार से अधिक व्यकित एक जगह पर एकत्रित ना हो व मास्क व सोशल डिस्टैंसिग की पालना करनें बारे जागरुक किया जा रहा है । इसके साथ ही पुलिस उपायुक्त पचंकूला के द्वारा एरिया में जाकर चैकिंग की जा रही है । जिस पर कहा कि अगर कोई शरारती तत्व किसी भी प्रकार की कोई उल्लघना करता पाया गया तो उसके खिलाफ कडी कार्यवाही की जायेगी । इसके साथ ही कहा कि अनाश्यक घर से बाहर ना निकलें व हाथो के सैन्टाईज करके रखे व मास्क व सोशल डिस्टैंसिग की पालना करें । 

इसके साथ पुलिस प्रशासन के द्वारा दिन में खुली बाजारो  में खुली दुकानें को भी निर्देश भी दिए जा रहे है कि दुकानें के आगे सोशल डिस्टैंसिग की पालना हेतु मार्किग करवाई जा रही है व इसके साथ मास्क का प्रयोग हेतु जागरुक किया जा रहा है ।

वाहनों के माध्यम से जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कोरोना से बचाव व हिदायतों की पालना का किया जा रहा है प्रचार

– धारा 144 की गंभीरता से पालना का किया जा रहा है आह्वïान
सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल।
                उपायुक्त प्रदीप कुमार के दिशा निर्देशानुसार जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आमजन को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालना के बारे में जागरूक करने के लिए लगातार प्रचार वाहनों के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ये प्रचार वाहन जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर ऑडियो संदेश व मुनियादी के माध्यम से आमजन को सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की पालना का आह्वïान किया जा रहा हैं। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक संस्थानों के माध्यम से भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुनियादी के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
                प्रचार वाहन द्वारा आमजन से आह्वïान किया जा रहा है कि वे जिला प्रशासन द्वारा लागू धारा 144 की गंभीरता से पालना करें तथा एक स्थान पर चार या चार से अधिक व्यक्ति इक_ïा न हो। इन आदेशों की अवहेलना करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आदेशों के तहत पुलिस व सरकारी कर्मचारियों, मेडिकल उद्योग से जुड़े कर्मी, आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छूट दी गई है। इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला के सभी क्लब, जिम व स्विमिंग पूल को बंद कर दिया गया है, इसलिए इनके संचालक व आमजन जारी हिदायतों की पालना करें।
                प्रचार वाहनों द्वारा लोगों को संक्रमण से बचने के लिए मास्क, सेनेटाइजर व साबुन से बार-बार हाथ धोने, सोशल डिस्टेंस आदि उपायों के लिए जागरूक किया जा रहा है। आमजन को जिला में लगे नाइट कफ्र्यू की पालना करवाने के लिए भी विभाग की ओर से जानकारी दी जा रही है कि वे नाइट कफ्र्यू की पालना करें और रात्रि 10 बजे के बाद आवागमन न करें। इसके साथ-साथ लोगों को स्थानिय नागरिक अस्पताल में स्थापित कोविड कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर 90530-13967 के बारे में भी बताया जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना टीकाकरण अभियान व कोविड-19 से बचाव नियमों के मुख्यालय से प्राप्त पोस्टरों को अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी, लघु सचिवालय, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करके लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने व संक्रमण बचाव के नियमों की पालना के लिए जागरूक किया जा रहा है।
                विभाग की ओर से आमजन से अपील की जा रही है कि वे कोरोना को लेकर सरकार व प्रशासन की ओर से जारी हिदायतों व नियमों की पालना दृढता से करें। भीड़-भाड़ से बचें व आवश्यक हो तब ही घर से निकलें आदि हिदायतों के लिए विभाग आमजन को सजग व जागरूक कर रहा है। इसके अलावा विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से भी आमजन को जागरूक किया जा रहा है।

सांसद सुनीता दुग्गल ने कोरोना से बचाव संबंधी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दी दस लाख रुपये की राशि

सांसद सुनीता दुग्गल ने कोरोना से बचाव संबंधी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दी दस लाख रुपये की राशि
-कोरोना से लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए उठायें हर संभव कदम : सांसद सुनीता दुग्गल
-सिरसा में कोरोना की लड़ाई में जिस चीज की जरूरत वह करवाई जाएगी उपलब्ध :सांसद

सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल:

कोरोना संक्रमितों के उपचार एवं कोरोना से बचाव के उद्देश्य से आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए सांसद सुनीता दुग्गल ने 10 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। इस राशि से ऑक्सिजन तथा अन्य संसाधन और दवाई इत्यादि की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाएगा। सांसद ने कहा कि कोरोना वायरस की लड़ाई में पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
सासंद सुनीता दुग्गल बुधवार को लघुसचिवालय स्थित कोरोना वायरस की रोकथाम तथा कोरोना मरीजों के उपचार को लेकर आयोजित बैठक को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रही थी। बैठक में उपायुक्त प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, एडीसी उत्तम सिंह, एसडीएम जयवीर यादव, सीटीएम गौरव गुप्ता, सीएमजीजीए सुकन्या जर्नादन आदि उपस्थित रहे।
सांसद ने सबसे पहले उपायुक्त व सीएमओ से सिरसा में कोरोना की स्थिति की जानकारी लेते हुए गंभीरता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिरसा में संसाधनों की कमी के चलते किसी भी कोरोना संक्रमित को परेशानी नहीं होनी चाहिए। कोरोना से लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए हर संभव कदम उठायें। हमें हर व्यक्ति के जीवन की रक्षा करनी है, जिसमें कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने सिरसा में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 10 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना पीडि़त व्यक्तियों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाए। जिस भी चीज की जरूरत हो तो, उस बारे अवगत करवाया जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। कोरोना को लेकर आमजन में जागरूकता लाएं और उन्हें इस बात के लिए विश्वास दिलाएं कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि 98 प्रतिशत तक कोरोना संक्रमित लोग ठीक हो रहे हैं, ऐसेे में आमजन को कोरोना बचाव उपायों के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें ठीक होने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस समय स्वास्थ्य सुविधाओं में ऑक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि सड़क, जल या वायु सभी मार्गों से ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति होनी चाहिए, ताकि किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज को किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। संबंधित अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि ऑक्सिजन का आवंटन व्यवस्थित तरीके से आवश्यकतानुसार हो। उन्होंने कहा कि यह समय एकजुटता के साथ काम करने का है। कोरोना रूपी महामारी को हराने के लिए संयुक्त रूप से हर संभव प्रयास किये जायें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भविष्य की हर संभावित स्थिति के दृष्टिगत अभी से पूरी तैयारी की जाए।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने सांसद को जानकारी देते हुए बताया कि जिला में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए बचाव नियमों की पूरी तरह से अनुपालना सुनिश्चित की जा रही है। निजी व सरकारी कोविड-19 अस्पतालों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, ताकि कोरोना मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि कोरोन संक्रमण के संभावित फैलाव को ध्यान में रखते हुए 500 अतिरिक्त बैडों की व्यवस्था कर ली गई है। जिला में धारा 144 लागू है और सख्ती से इसकी अनुपालना करवाई जा रही है। अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों को मैक्रो कंटनमेंट जोन बनाते हुए वहां पर बैरिगेटिंग की गई है। शहर में प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक किया जा रहा है, वहीं गांव में ग्राम सचिव, पटवारी व कानूनगों द्वारा धार्मिक संस्थानों के माध्यम से मुनादी करवाकर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव बारे जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग शहर व गांव में धारा 144, नाइट कफ्र्यू, वैक्सीनेशन सहित कोविड-19 नियमों की पालना बारे जागरूक कर रहा है। उपायुक्त ने सांसद को भरोसा दिलाया कि सभी दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जाएगी।

आयुर्वेदिक औषधियां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक : उपायुक्त प्रदीप कुमार

आयुर्वेदिक औषधियां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
-कोरोना से बचाव में आयुष विभाग बन रहा रक्षा कवच,

सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल।

             कोरोना संक्रमण से बचाव व संक्रमण फैलाव को रोकने में हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए और अधिक सतर्कता व सावधानी बरते और खुद सुरक्षित रहते हुए दूसरों को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें। संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर इससे बचाव व रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना के फैलाव को रोकने व इससे बचाव के लिए विभिन्न विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में आयुष विभाग भी कंटेनमेंट जोन में रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक औषधियों का वितरण करते हुए कोरोना से बचाव में रक्षा कवच की भूमिका निभा रहा है।

कंटेनमेंट जोन में 55 हजार व्यक्तियों को हो चुका आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण :

              उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा जिला में बनाए गए सभी कंटेनमेंट जोन में 55 हजार व्यक्तियों को आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया जा चुका है तथा कंटेनमेंट जोन में औषधि वितरण का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन पद्धति है। आयुर्वेदिक औषधियों के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाई जा सकती है तथा संक्रमण से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। इसलिए आमजन आयुष विभाग की सलाह अनुसार आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन अवश्य करें। आयुष विभाग की ओर से औषधियों का वितरण किया जा रहा है। उपायुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना से बचाव के लिए सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की अनुपालना करें। मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। कोरोना से बचाव संबंध में उपायों व सावधानियों के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। बार-बार हाथों को धोते रहें, स्वयं भी सुरक्षित रहें व दूसरों को भी सुरक्षित रखें।

कोरोना से बचाव के लिए ये अपनाएं औषधीय उपाय :  

              जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. गिरीश चौधरी ने बताया कि औषधियों के सेवन से शरीर में संक्रमण जनित रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ सकती है, जिन से रोगों से बचने की संभावना बढ़ती है। उन्होंने बताया कि लोग कोष्ण जल का सेवन करें। एक कप पानी में 5 एमएम अदरक का रस मिला कर गरारे करें। एक कप दूध में 1/2 चम्मच हल्दी मिला कर दिन में 1-2 बार सेवन करें। घर में उपलब्ध किसी भी तेल की 2-2 बूंद नाक में डालें। धनिया, जीरा, सौंफ लहसुन इत्यादि का सेवन करें।

भाजपा राज में हो रही किसान-मजदूरों की बेकद्री: डॉ. अशोक तंवर

  • भाजपा राज में हो रही किसान-मजदूरों की बेकद्री: डॉ. अशोक तंवर
  • चौपटा में किसानों और आढ़तियों से मुखातिब हुए पूर्व सांसद तंवर

सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल:

अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व लोकसभा सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि भाजपा शासन में आज किसानों और मजदूरों की बेकद्री हो रही है। किसानों को मंडियों में सुविधाएं नहीं मिल रही और बारदाना भी पुराना दिया जा रहा है।

        डॉ. तंवर बुधवार को नाथूसरी चौपटा की अनाज मंडी में विकास ट्रेडिंग कंपनी पर किसानों से मुखातिब हो रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकारी दफ्तरों में किसानों की लूट हो रही है वहीं कोरोना काल में लाखों की संख्या में धरनों पर बैठे किसानों की कोई सुध नहीं ली जा रही। सौ से अधिक किसान मोर्चे पर शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। किसानों की मांगों के आगे सरकार की हठधर्मी हैरान करती है। किसान तीन काले कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री ने अब तक एक बार भी इस मुद्दे को लेकर बयान नहीं दिया। इतना ही नहीं केंद्रीय कृषि मंत्री भी बेतुकी बातें करके किसानों का आक्रोश बढ़ा रहे हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों की जायज मांगें मानकर उनके साथ न्याय करे क्योंकि किसानों के कर्ज माफ करने और उनकी आय दुगुनी करने के वादे पर भाजपा सत्ता में आई थी।

         पूर्व सांसद ने कहा कि सरकारी खजाना खाली करने, विभिन्न सरकारी एजेंसियों को ठेकों पर देने और आरबीआई से लाखों करोड़ रुपया निकलवाने के बावजूद सरकार ने इतनी महंगाई कर दी है कि चीजों के दामों में आग लगी हुई है। डीजल पेट्रोल के दामों में भयंकर वृद्धि के कारण किसानों को भी बुरी तरह से प्रभावित होना पड़ा है लेकिन उन्हें फसलों के उचित भाव नहीं मिल रहे। मिट्टी के साथ मिट्टी होकर देश के लिए अन्न उत्पादन करने वाले किसानों की इतनी बेकद्री अतीत में कभी नहीं हुई। किसानों के साथ साथ खेत मजदूरों का और भी बुरा हाल है। आज महंगाई के दौर में उनके लिए अपनी रसोई चलाना भी मुश्किल हुआ पड़ा है।

                 अशोक तंवर ने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के सत्तासीन होने के बाद से अब तक हर वर्ग बुरी तरह से हताश और निराश है। विकास कार्यों के नाम पर कुछ नहीं हो रहा बल्कि देश को हिंदू मुसलमान के नाम पर लड़वाया जा रहा है। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व सरपंच बंसीलाल जमाल, बलिंद्र सिंह सहारण पूर्व सरपंच, विकास पूनिया, अमित सोनी, खुशीराम मील, राजू बजाज, पंकज चौहान, आदिकर्ता तंवर, अशोक सहारण, बजरंग शर्मा, बलबीर सुथार, पवन कासनिया सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सिक्का बादल गया ; एलजी होंगे दिल्ली के बॉस

कोरोना की मार झेल रही नयी दिल्ली अपने ही मुख्यमंत्री की चालों का शिकार होती जान पड़ती रही है। इनके अपने नेता जो अब इन्हे छोड़ चुके हैं उनकी मानें तो अरविंद केजरीवाल ए अराजक, निरंकुश और आट्म्मुग्ध व्यक्ति हैं। कमोबेश यही हाल इनके मंत्रिमंडल का भी है। इनके मंत्री तो अपनी पत्नी से पाशविक ढंग से पेश आने पर, फर्जी डिग्री के मामले में जेल यात्रा कर चुके हैं। कुछ तो दूसरे राजी में भी जेल जा चुके हैं। धारना – प्रदर्शन प्रेमी दिल्ली के मुख्यमंत्री पीआर अरबों रुपयों के गैरजिम्मेदाराना इस्तेमाल के आरोप भी लग चुके हैं। हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय की फटकारों के बाद न्यायधीशों को खुश करने के लिए 5 सितारा होटल में उनके स्वास्थ्य लाभ के प्रबंध कर न्यायालय द्वारा पुन: प्रताड़ित हुए। यहाँ तक की न्यायालय ने यहाँ तक कह दिया की यदि आपसे इस घड़ी में दिल्ली नहीं संभालती तो क्यों न केंद्र को दिल्ली सौंप दी जाय? कल मध्य रात्रि दिल्ली की चाभी एलजी को सोंप दी गयी। अभ केजरीवाल और उनका मंत्री मण्डल एक प्रशासनिक ज़िम्मेदारी के आलावा कुछ भी नहीं।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली:

कोरोना संक्रमण से बेहाल दिल्ली में केंद्र सरकार ने ‘Government of National Capital Territory of Delhi(Amendment) Act 2021’ नोटिफाई कर दिया। यह 27 अप्रैल 2021 की आधी रात से प्रभावी हो गया है। इसमें दिल्ली के उप राज्यपाल के अधिकारों को परिभाषित किया गया है। अब इस केंद्र शासित प्रदेश में सरकार का मतलब ‘उप राज्यपाल’ होगा। ‘दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राजक्षेत्र अधिनियम शासन (संशोधन) अधिनियम, 2021’ के लागू होने के बाद हर फैसले पर LG का विचार लेना होगा।

दिल्ली सरकार अथवा कैबिनेट द्वारा कोई भी फैसला लिया जाता है तो उससे पहले उसे LG के साथ सलाह-मशविरा करना होगा। ये नोटिफिकेशन ऐसे समय में आया है, जब दिल्ली में प्रदेश और केंद्र की सरकार अदालत से लेकर ग्राउंड जीरो तक एक-दूसरे के सामने खड़ी है। केजरीवाल सरकार पर दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए लापरवाही बरतने का आरोप है, जिसके कारण कई मरीजों की जान गई।

इस अधिनियम में ‘GNCT ऑफ दिल्ली एक्ट, 1991’ को फिर से परिभाषित किया गया है, जिसके हिसाब से चुनी हुई सरकार और LG की शक्तियों को फिर से परिभाषित किया गया है। अब दिल्ली की विधानसभा या इसकी समितियाँ दिल्ली की NCT की रोजमर्रा के मुद्दों पर फैसला नहीं ले पाएगी और साथ ही प्रशासनिक मामलों में जाँच का आदेश नहीं दे पाएगी। विपक्षी दलों ने इस बिल का जम कर विरोध किया था।

हालाँकि, केंद्र सरकार का कहना है कि यह कोई संशोधन नहीं है बल्कि पहले से ही बने-बनाए अधिनियम को और स्पष्ट किया गया है। इससे न तो चुनी हुई सरकार का कोई अधिकार छीना गया है और न ही उप-राज्यपाल को विशेषाधिकार दिए गए हैं। केंद्र के अनुसार, बजट, बिल इत्यादि दिल्ली सरकार के ही अधीन हैं, लेकिन डे-टू-डे प्रशासन पर निर्णय वो नहीं लेगी क्योंकि दिल्ली सरकार की कमिटी आपराधिक मामलों को देखने लगी तो फिर एग्जीक्यूटिव पुलिस क्या करेगी?

सेक्शन 24 में लिखा है कि विधानसभा द्वारा पास किए गए कानून उप-राज्यपाल के पास हस्ताक्षर के लिए जाएँगे। साथ ही प्रशासनिक जाँच बिठाने जैसे अधिकारों में कटौती की गई है। बता दें कि दिल्ली पुलिस पहले से ही वहाँ की सरकार के अधीन न होकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है, ऐसे में चीजों को लिखित में और स्पष्ट किया गया है। सरकार के फैसलों के लिए उप-राज्यपाल का मत लिए जाने की बात भी कही गई है।

बता दें कि नई दिल्ली देश की राजधानी है, ऐसे में वहाँ हर घटना का सम्बन्ध देश की सुरक्षा से जुड़ता है। लिहाजा, दोनों सरकारों के अधिकारों की स्पष्ट व्याख्या ज़रूरी है। ‘नेशनल कैपिटल टेरिटरी एक्ट’ में संशोधन कर उसमें सिर्फ एक चीज जोड़ी गई है, कुछ भी हटाया नहीं गया है। 1991 एक्ट में बस इतना जोड़ा गया है कि दिल्ली में सरकार का तात्पर्य उप राज्यपाल से होगा।

सावधान ‘के के’ आ रहा है

जालंधर:

शिक्षा विभाग के सचिव केके यानी किशन कुमार से विभाग के तमाम कर्मचारी टीचर से लेकर प्रिंसिपल तक खौफ खाते हैं और उक्त अधिकारी लाव लश्कर के साथ जालंधर में आ पहुंचा तो फिर क्या था की गाड़ियों को देखते ही अफरातफरी मच गई एक से दूसरे स्कूल में घंटियां बजने लगी। केके की गाड़ियां एक स्कूल में पहुंची तो वहां सफेदी हो रही थी स्कूल बंद हो चुका था। केके स्कूल की सफेदी का मुआयना करने लगे पता चला कि स्कूल 3 बजे बंद हो चुका है।

स्कूल भाग शिंघपूरा का था जहां काफी समय तक के के सफेदी का मुआयना करते रहे। इससे पहले केके की टीम चकदाना और उरापर के स्कूल गई और वहां पर चेकिंग की लेकिन केके की आने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई।

नवांशहर जालंधर और कपूरथला के तमाम स्कूल और टीचर चौकस हो गए एक दूसरे को मैसेज का टीचरों ने के के के आने के बारे में आगाह किया, हालांकि केके की टीम ने एक स्कूल में काफी खामियां पाई इसके बाद वहां से उठकर साथ चंडीगढ़ चली गई। केके का खौफ बुधवार को भी रहा और चर्चा रही की केके किसी समय भी वापिस आ सकता है

देश ऑक्सिजन के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है, और हरियाणा सरकार अपने बंद पड़े ऑक्सिजन सनयन्त्रों के प्रति उदासीन है: राकेश अग्रवाल

‘पुरनूर’ कोरल, पंचकुला:

विकास मंच, पंचकुला के राकेश अग्रवाल ने पंचकुला स्वास्थ्य सेवाओं की पोल पट्टी खोलते हुए सरकारी हस्पतालों में बंद पड़े जीवन दायिनी ऑक्सिजन [प्लांट्स की बात कही है। यदि पंचकुला में सरकारी हस्पताल का यह हाल है तो पूरे हरियाणा में कितनी भयावह स्थिति होगी। अग्रवाल ने सरकारी असले की संवेदन्हींता पर भी प्रश्न उठाए हैं। उन्होने कहा कि देश ऑक्सिजन के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है, अमूल्य जीवन पल प्रतिफल समाप्त हो रहे हैं और हरियाणा सरकार अपने बंद पड़े ऑक्सिजन सनयन्त्रों के प्रति उदासीन है।

पंचकूला के हस्पताल में आक्सीजन प्लान्ट बना पड़ा है। अगर चल ही नहीं रहा तो किस काम का। कब चलेगा। या कब चलवाएंगे।रात को नींद भी कैसे आ सकती है हस्पतालों में जिस तरह से मरीजों की भीड़ देख कर और सड़कों पर एम्बुलेंसों में लाशें जाती हुई देख कर।राज्य देश का मंजर देखते हुए क्यों नहीं अभी तक चलवाया गया?

लोग Oxygen खाली बैड मांग रहे।

टाइलों पर, वैलकम गेटों पर और सुन्दरता के नाम पर पैसा जाया करने की बजाय यह प्लान्ट चलवाने और ऐसा प्लान्ट जरूरत को देखते लगवा कर और स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान दे कर लोगों को बचाने का समय है।

UIPS, Panjab University celebrated ‘Save Earth Week’ 22nd – 28th April 2021

Chandigarh April 28, 2021

University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University Chandigarh successfully celebrated  the virtual weeklong celebrations on the occasion of “Save Earth Week” which concluded today.

 Professor Indu Pal Kaur, Chairperson, UIPS briefed the audience about the theme- “Restore our Earth” and shared about the largest online mass mobilisation in history on 50th anniversary (2020) of World Earth Day. 

The Chief Guest of the occasion, Professor Karan Vasisht, Former Chairperson, UIPS inaugurated the Eco club and the official Facebook page of UIPS Eco-club- “Environmental Warriors of UIPS”. He enlightened about the five initiatives of ‘World Earth Day’ reiterating, every little change would guarantee a healthy Earth for the future generations. Further conduct of quarterly activities for the Eco-club was proposed.

Dr Ranjana Bhandari initiated and conducted all the activities planned during the week. 22nd April was celebrated as “Each one plant one” Sapling Plantation Drive led by Professor Karan Vasisht. 23rd April observed Awareness campaign on “Say no to plastics”-Adopt alternatives”. 24th April laid focus on Making bird feeders and birdhouses to bring sparrows back. 25th April commemorated “Save fuel-walk to work or cycle”. 26th April celebrated “Best out of waste campaign”. A webinar was organised on 27th April as an awareness campaign on “Green Entrepreneurship” and to mark the valedictory celebrations.

 Dr Vanita Prasad, Founder Director and CTO- REVY Environmental Solutions delivered a talk on “Green Ways of Managing Waste”. She stressed on the need to rethink about waste management during COVID 19 and its impacts. She shared different green ways for waste management like anaerobic digestion.

Professor Vivek Ranjan Sinha, Dean of University Instruction, Panjab University was the Chief Guest for the occasion. The webinar ended with a vote of thanks by Professor Indu Pal Kaur. The concluding day today observed the “Save Water Campaign”. 

A huge response was seen among students, faculty members and they participated in all the campaigns from their place.

ਕੋਵਿਡ -19 ਦੇ ਪ੍ਰੋਟੋਕਾਲ ਦੀ ਉਲੰਗਣਾ: ਜਿੱਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਗ੍ਰਿਫਤਾਰ

ਕਲਾਕਾਰ ਜਿੰਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਨੂੰ ਬੁੱਧਵਾਰ ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ, ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿੱਚ ਕੋਰੋਨਾ ਗਾਈਡਲਾਈਨ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਦੇ ਦੋਸ਼ ਵਿੱਚ ਗ੍ਰਿਫ਼ਤਾਰ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਇਸ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਮੰਗਲਵਾਰ ਨੂੰ ਉਸ ਨੂੰ ਫਿਲਮ ਦੀ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਲਈ ਚਲਾਨ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਇਹ ਇਲਜਾਮ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਅਦਾਕਾਰ ਜਿੰਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਦੀ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਸਮਾਜਕ ਦੂਰੀਆਂ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ ਹੋਰ ਨਿਯਮਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਜ਼ੋਰਾਂ-ਸ਼ੋਰਾਂ ਨਾਲ ਹਟਾਇਆ ਗਿਆ।

ਨਰੇਸ਼ ਸ਼ਰਮਾ ਭਾਰਦਵਾਜ, ਜਲੰਧਰ:

ਕੋਵਿਡ -19 ਦੇ ਪ੍ਰੋਟੋਕਾਲ ਦੀ ਉਲੰਗਣਾ ਕਰਨ ਦੇ ਦੋਸ਼ਾਂ ਹੇਤ ਪੰਜਾਬੀ ਫਿਲਮੀ ਹੀਰੋ ਜਿੱਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਨੂੰ ਪੁਲਿਸ ਨੇ ਗ੍ਰਿਫਤਾਰ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਜਿੱਮੀ ਲੁਧਿਅਨਾ ਚ ਨਾਈਟ ਕਰਫਿਊ ਦੌਰਾਨ ਇਕ ਵੈਬ ਸੀਰੀਜ਼ ਦੀ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਕਰ ਰਹੇ ਸਨ.ਜਿਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਲੁਧਿਆਂ ਪੋਲਿਸ ਨੇ ਅਕਾਸ਼ ਦੀਪ ,ਮਨਦੀਪ ਤੇ ਈਸ਼ਵਰ ਖਿਲਾਫ ਵੀ ਮਹਾਮਾਰੀ ਐਕਟ ਹੇਠ ਪਰਚਾ ਦਰਜ਼ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਦੱਸ ਦੇਈਏ ਕਿ ਜਿੰਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਆਪਣੀ ਵੈੱਬ ਸੀਰੀਜ਼ ‘ਯੂਅਰ ਆਨਰ 2’ ਦੀ ਲੁਧਿਆਣਾ ਦੇ ਆਰੀਆ ਸਕੂਲ ਵਿਚ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਕਰ ਰਹੇ ਸਨ।

ਕਈ ਚਾਰ ਪਹੀਆ ਵਾਹਨ ਚਾਲਕਾਂ ਨੇ ਇੱਕ ਇੱਕ ਕਰਕੇ ਲੁਧਿਆਣਾ ਦੇ ਆਰੀਆ ਸਕੂਲ ਵਿੱਚ ਦਾਖਲ ਹੋਏ। ਜਦੋਂ ਅੰਦਰ ਵੇਖਿਆ ਗਿਆ ਤਾਂ ਪਤਾ ਲੱਗਿਆ ਕਿ ਇੱਕ ਪੰਜਾਬੀ ਫਿਲਮ ਦੀ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਚੱਲ ਰਹੀ ਹੈ। ਅਦਾਕਾਰ ਜਿੰਮੀ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਇਕ ਪੰਜਾਬੀ ਫਿਲਮ ਦੀ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਸੀ। ਆਰੀਆ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਸੈਸ਼ਨ ਕੋਰਟ ਲੁਧਿਆਣਾ ਦਾ ਰੂਪ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਜਦੋਂ ਪੁਲਿਸ ਨੂੰ ਇਸ ਬਾਰੇ ਪਤਾ ਲੱਗਿਆ ਤਾਂ ਏਸੀਪੀ ਵਰਿਆਮ ਸਿੰਘ ਪੁਲਿਸ ਪਾਰਟੀ ਨਾਲ ਉਥੇ ਪਹੁੰਚ ਗਏ। ਉਸਨੇ ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਬੰਦ ਕਰ ਦਿੱਤੀ। ਫਿਲਮ ਦੇ ਨਿਰਦੇਸ਼ਕ ਨੇ ਉਸਨੂੰ ਮਨਜ਼ੂਰੀ ਦੇ ਕਾਗਜ਼ਾਤ ਦਿਖਾਏ। ਇਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ, ਉਸਨੇ ਦੋ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਦੋ ਹਜ਼ਾਰ ਰੁਪਏ ਦੇ ਚਲਾਨ ਕੀਤੇ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਵੀ ਸ਼ਾਮਲ ਹੈ, ਜਿਥੇ ਸਮਾਜਕ ਦੂਰੀਆਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਗਈ।

ਏਸੀਪੀ ਵਰਿਆਮ ਸਿੰਘ ਦਾ ਕਹਿਣਾ ਹੈ ਕਿ ਉਸਨੂੰ ਗੋਲੀ ਮਾਰਨ ਦੀ ਇਜਾਜ਼ਤ ਸੀ। ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀਆਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਦੋ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਦਾ ਚਲਾਨ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ. ਆਰੀਆ ਸਕੂਲ ਵਿਚ ਕਾਫ਼ੀ ਕਮਰੇ ਹਨ, ਹਰ ਕਮਰੇ ਵਿਚ ਪੰਜ ਤੋਂ ਛੇ ਲੋਕ ਸਨ. ਸ਼ੂਟਿੰਗ ਸਮੇਂ ਸਿਰ ਖਤਮ ਹੋ ਗਈ ਸੀ।

ਦੱਸਣਯੋਗ ਹੈ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵਲੋਂ ਸੂਬੇ ’ਚ ਵੱਧ ਰਹੇ ਕੋਰੋਨਾ ਕੇਸਾਂ ਨੂੰ ਦੇਖਦਿਆਂ ਲਾਕਡਾਊਨ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ। ਇਥੋਂ ਤਕ ਕਿ ਵਿਆਹ ਤੇ ਅੰਤਿਮ ਸੰਸਕਾਰ ’ਚ 20 ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਇਕੱਠੇ ਹੋਣ ਦੀ ਛੋਟ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੈ ਪਰ ਇਥੇ 100 ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਮੌਜੂਦਗੀ ਸਵਾਲੀਆ ਨਿਸ਼ਾਨ ਖੜ੍ਹੇ ਕਰਦੀ ਹੈ।