राणा को उनकी तथाकथित रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए जवाबदेह बनाया जाना चाहिए

मुनव्वर राणा अपने ट्विटर अकाउंट पर शायरी की पंक्तियां ट्वीट करते रहते हैं। इसी तरह उन्होंने रविवार को भी एक ट्वीट किया, जिसपर बवाल मच गया। राणा ने अपने ट्वीट में लिखा, ”इस मुल्क के लोगों को रोटी तो मिलेगी, संसद को गिराकर वहां कुछ खेत बना दो। अब ऐसे ही बदलेगा किसानों का मुकद्दर, सेठों के बनाए हुए गोदाम जला दो। मैं झूठ के दरबार में सच बोल रहा हूं, गर्दन को उड़ाओ, मुझे या जिंदा जला दो।” हालांकि, बाद में मुनव्वर राणा ने ट्वीट को डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक लोग स्क्रीनशॉट ले चुके थे और उसे शेयर कर रहे थे।इससे पहले राणा ने अपने बयान के जरिए पेरिस में शिक्षक का गला रेतने वाले आतंकी का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि अगर उस लड़के की जगह वह होते तो भी यही करते। विवादित शायर मुनव्वर राणा के इस बयान को लेकर काफी बवाल हुआ था।

नयी द्ल्लि/लखनऊ:

उर्दू शायर मुनव्वर राणा ने रविवार (जनवरी 10, 2021) को सोशल मीडिया पर अपने कविता के माध्यम से भीड़ को उकसाने का प्रयास किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लोगों से संसद भवन गिराने और गोदामों को जला देने का आह्वान किया। हालाँकि अब उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया है।

मुनव्वर राणा ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “इस मुल्क के कुछ लोगों को रोटी तो मिलेगी, संसद को गिरा कर वहाँ कुछ खेत बना दो। अब ऐसे ही बदलेगा किसानों का मुकद्दर, सेठों के बनाए हुए गोदाम जला दो। मैं झूठ के दरबार में सच बोल रहा हूँ, गर्दन को उड़ाओ, मुझे या जिंदा जला दो।”

इससे पहले राणा ने अपने बयान के जरिए पेरिस में शिक्षक का गला रेतने वाले आतंकी का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि अगर उस लड़के की जगह वह होते तो भी यही करते। विवादित शायर मुनव्वर राणा के इस बयान को लेकर काफी बवाल हुआ था। बता दें कि पिछले दिनों पेरिस में शिक्षक सैमुअल पैटी ने अपनी कक्षा में छात्रों के सामने पैगंबर मोहम्मद का विवादित कैरिकेचर दिखा दिया था। इसके बाद एक कट्टरपंथी छात्र ने उन्हें दिनदहाड़े बेरहमी से मार डाला था। 

अब कोई यह तर्क दे सकता है कि एक कवि के रूप में राणा उपमा या अलंकारों की बात कर सकते हैं। उनके कहने का मतलब वाकई में यह नहीं हो सकता कि गोदाम को आग लगा देना चाहिए, संसद को गिरा देना चाहिए। तो अब यह तर्क देने का कोई मतलब नहीं रहता है, क्योंकि उपमाओं के प्रयोग करने की क्रिएटिव लिबर्टी को पहले ही दरकिनार कर दिया गया है। 2013 में एक अन्य कवि और गीतकार जावेद अख्तर ने आजाद मैदान दंगों पर कविता लिखने के लिए एक महिला पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने की माँग की थी।

11 अगस्त 2012 को, रजा अकादमी के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों ने असम और म्यांमार में मुसलमानों पर कथित अत्याचारों के विरोध में आजाद मैदान मैदान में हिंसा की थी। आजाद मैदान में मुस्लिम संगठनों द्वारा रखाइन दंगों और असम दंगों की निंदा करने के लिए विरोध-प्रदर्शन किया गया, जो बाद में दंगे में बदल गया।

असम और राखाइन दंगों की निंदा करने के लिए, रज़ा अकादमी ने विरोध रैली का आयोजन किया था। हालाँकि, एक कुख्यात समूह के पुलिसकर्मियों पर हमला करने के बाद विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसमें पुलिस की गोलीबारी में दो लोग मारे गए और 58 पुलिसकर्मियों सहित 63 लोग घायल हो गए।

दंगों के दौरान मौजूद पुलिस अधिकारी सुजाता पाटिल ने इस पर एक कविता लिखी थी। इसमें सुजाता ने उन चीजों का जिक्र किया था, जो उन्होंने वहाँ पर देखा था।

जावेद अख्तर उनकी कविता से बेहद निराश हो गए और उन्होंने उनकी कविता को ‘सांप्रदायिक’ कहा।

इसके बाद सुजाता पाटिल को माफी माँगनी पड़ी, तब जाकर उनकी नौकरी बची। इस तरह सभी के लिए एक ही तरह का व्यवहार होना चाहिए। राणा को भी उनकी तथाकथित रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।

अपनी बात रखने का हकः राणा
अपने विवादित ट्वीट पर मीडिया से बातचीत करते हुए मुनव्वर राणा ने कहा कि किसी भी देश को दो संसद की जरूरत नहीं होती है। जब देश में एक नई संसद बन रही है तो पुरानी संसद की क्या जरूरत है ऐसे में इस जगह को किसी और काम में भी लिया जा सकता है। मुझे अपनी बात कहने का पूरा हक है इसलिए मैं अपनी बात जरूर कहूंगा, किसान अपना फैसला खुद करें। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि ये ट्वीट उन्होंने डिलीट भी कर दिया है

पंजाब पुलिस पर मुख्तार अंसारी को संरक्षण देने का आरोप

पंजाब पुलिस के इस रवैये को लेकर उन पर सवाल भी उठने लगे हैं। मामले को लेकर राजनीति भी तेज होने लगी है। बीजेपी और कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एके जैन ने भी मुख्तार अन्सारी को संरक्षण देने का आरोप पंजाब पुलिस पर लगाया है। उन्होंने रविवार को कहा कि अंसारी को पंजाब में संरक्षण दिया जा रहा है। रोपड़ जेल प्रशासन किसी राजनेता के दबाव में आकर मुख्तार अंसारी को बचाने में लगा है। उन्होंने मांग की कि रोपड़ जेल के अधिकरियों के खिलाफ कारवाई होनी चाहिए। सूत्रों की मानें तो अंसारी का परिवार भी राजनैतिक संरक्षण में पंजाब के रोपड़ जिले ही में कहीं छिपा हुआ है

पूर्व विधायक स्व. कृष्णानंद राय की पत्नी और विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा-‘मैं प्रियंका गांधी से निवेदन कर रही हूं कि ऐसा खूंखार अपराधियों को बचाने की कोशिश न की जाए। उनको वहां से भेजा जाए, ताकि न्यायालय में लंबित मुकदमे में न्याय मिल सके। वह भी महिला हैं और मैं भी महिला हूं, मुझे आशा है कि वह हमारी भावनाओं को समझेंगीं।’ प्रदेश के पूर्व डीजीपी एके जैन ने भी पंजाब की जेल के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पंजाब में मुख्तार के पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संरक्षण है, जिस कारण उसे बचाया जा रहा है। यूपी पुलिस की ओर से माफिया के खिलाफ जो अभियान चलाया जा रहा है, उससे डरकर मुख्तार वहां से नहीं आना चाहता है। इसी वजह से कोर्ट की ओर से जारी आदेशों की भी अवहेलना की जा रही है। 

मुख्य बातें:

  • मुख्तार अंसारी को लाने पंजाब पहुंची गाजीपुर पुलिस फिर खाली हाथ वापस लौटी
  • स्वास्थ्य कारणों से पंजाब पुलिस ने गाजीपुर पुलिस को मुख्तार को सौंपने से किया इनकार
  • रोपड़ पुलिस अधीक्षक ने सुप्रीम कोर्ट के नोटिस पर अदालत में जवाब देने को कहा

चंडीगढ़/लखनऊ:

पंजाब की रोपड़ जेल में बंद माफिया विधायक मुख्तार अंसारी को लेने गई यूपी पुलिस को जेल अधीक्षक ने सौंपने से इनकार कर दिया। रोपड़ जेल अधीक्षक ने सुप्रीम कोर्ट के नोटिस को भी नहीं माना। जेल अधीक्षक ने जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करने की बात कहकर यूपी पुलिस को खाली हाथ वापस भेज दिया। इससे गाजीपुर पुलिस को काफी निराश होना पड़ा। पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को लेने गई यूपी पुलिस को पंजाब पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट का तर्क दिया। उसका कहना है कि मुख्तार की मेडिकल रिपोर्ट के  आधार पर उसे यूपी नहीं भेजा जा सकता। बीमारी की वजह से विधायक मुख्तार का लंबासफर करना संभव नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट का नोटिस लेकर पंजाब गई थी यूपी पुलिस
रंगदारी के मामले में पंजाब के रोपड़ जेल में बंद यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी को लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का नोटिस लेकर यूपी पुलिस पंजाब पहुंची थी। पुलिस ने चंडीगढ़ में सरकार के मुख्य सचिव और रोपड़ जेल के जेल अधीक्षक को नोटिस रिसीव कराई। मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से वापस लाने के लिए यूपी पुलिस हर दांव पेंच आजमा रही है। कुछ माह पहले मुहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज फर्जी दस्तावेजों पर असलहे का लाइसेंस लेने के मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए की अदालत में उसकी पेशी होनी थी। आजमगढ़ में दर्ज आपराधिक मामले में मुख्तार को वहां सेशन कोर्ट में पेश किया जाना था। लेकिन पंजाब जेल प्रशासन मुख्तार को यूपी पुलिस के हवाले करने के लिए तैयार नहीं था। हर बार रोपड़ जेल प्रशासन ने मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला देकर मुख्तार को देने से मना करता रहा। मेडिकल रिपोर्ट लगाने से आजिज होकर यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने रोपड़ जेल अधीक्षक को 18 दिसंबर को एक नोटिस जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट का नोटिस लेकर रोहड़ जेल में बंद मुख्तार को लेने के लिए यूपी पुलिस पंजाब गई थी।

बांदो से पंजाब की रोपड़ जेल में शिफ्ट किया गया था मुख्तार
लोकसभा चुनाव से पहले माफिया मुख्तार अंसारी को बांदा से पंजाब की रोपड़ जेल में शिफ्ट किया गया था। उसे पंजाब में दर्ज रंगदारी के एक मामले में रोपड़ जेल लाया गया था। इसके बाद कोर्ट में विचाराधीन मामलों में पेशी के लिए गाजीपुर और आजमगढ़ की पुलिस कई बार रोपड़ जेल गई, लेकिन हर बार जेल प्रशासन ने मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देकर पुलिस को खाली हाथ वापस भेज दिया।

मुख्तार अंसारी को यूपी वापस लाने पर छिड़ा सियासी संग्राम
पंजाब के रोपड़ जिले की जेल में निरुद्ध माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को यूपी वापस लाने की कोशिशें भले ही कानूनी पेंचीदगियों में फंसी हों लेकिन इस पर सियासी संग्राम भी शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर माफिया का साथ देने का आरोप लगा रहे हैं। पंजाब में कांग्रेस की सरकार होने के कारण पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को भी कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। यूपी के विभिन्न जिलों में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई के कोर्ट में ट्रायल चल रहे हैं। कोर्ट में पेशी के लिए मुख्तार को वापस लाने की कोशिश असफल हो जाने पर मामला सियासी रूप ले लेता है। मुख्तार को कोर्ट में पेश करने की नोटिस लेकर पंजाब के रोपड़ जिले में गई यूपी के गाजीपुर पुलिस को एक बार फिर निराश होकर लौटना पड़ा है। इस बार भी पंजाब के रोपड़ जिले की जेल के अधिकारियों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर मुख्तार को भेजने से इनकार कर दिया। 

विपक्ष पर माफिया को बचाने के आरोप
राज्य सरकार के प्रवक्ता कहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दशकों से माफियाराज से जूझ रहे प्रदेश को माफिया मुक्त बनाकर तरक्की की राह पर आगे ले जाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। उनके निर्देश पर यूपी पुलिस माफियाओं पर कहर बनकर पर टूट रही है, लेकिन विपक्ष के नेताओं को यह रास नहीं आ रहा है। कोई माफिया मुख्तार अंसारी के बचाव में खड़ा है तो कोई माफिया के घर ढहाए जाने पर उनके समर्थन में बयान दे रहा है। विपक्ष यह भूल गया है कि इन माफियाओं की वजह से प्रदेश में सैकड़ों मांओं की गोदें सूनी हुई हैं, परिवार उजड़ा है और लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा है।

विधायक अलका राय ने कांग्रेस को घेरा
पूर्व विधायक स्व. कृष्णानंद राय की पत्नी और विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा-‘मैं प्रियंका गांधी से निवेदन कर रही हूं कि ऐसा खूंखार अपराधियों को बचाने की कोशिश न की जाए। उनको वहां से भेजा जाए, ताकि न्यायालय में लंबित मुकदमे में न्याय मिल सके। वह भी महिला हैं और मैं भी महिला हूं, मुझे आशा है कि वह हमारी भावनाओं को समझेंगीं।’ प्रदेश के पूर्व डीजीपी एके जैन ने भी पंजाब की जेल के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पंजाब में मुख्तार के पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संरक्षण है, जिस कारण उसे बचाया जा रहा है। यूपी पुलिस की ओर से माफिया के खिलाफ जो अभियान चलाया जा रहा है, उससे डरकर मुख्तार वहां से नहीं आना चाहता है। इसी वजह से कोर्ट की ओर से जारी आदेशों की भी अवहेलना की जा रही है। 

यूपी पुलिस ने माफिया पर कसी नकेल
माफिया मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, विजय मिश्रा, पुलिस अभिरक्षा से फरार ढाई लाख के इनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो, कुख्यात बदमाश योगेश भदौड़ा, शराब माफिया रमेश प्रधान, खान मुबारक, सुंदर सिंह भाटी व कुंटु सिंह समेत सैकड़ों माफियाओं पर यूपी पुलिस ने नकेल कस दी है। प्रदेश में गैंगस्टर वादों में धारा 14 के तहत पिछले साल एक जनवरी से 26 दिसंबर तक चिह्नित माफिया, अपराधियों और उनके सहयोगियों की 733 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है। इसके अलावा माफिया के तमाम अवैध इमारतों को ध्वस्त कराया गया है, ताकि इनकी कमर तोड़ी जा सके। 

पुलिस फाइलें, पंचकुला – 10 जनवरी

पंचकुला – 10/01/21

क्राईम ब्रांच पचंकूला नें अफीम तशकरी के मामलें में 190 ग्राम अफीम सहित आरोपी को किया गिरफ्तार ।

                        पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बतलाया कि क्राईम ब्राच सैक्टर 19 पचंकूला की टीम नें अफीस की तशकरी करनें वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सज्जन सिह पुत्र जगपाल वासी गाँव चरणीया पचंकूला के रुप में हुई ।

                         जानकारी के मुताबिक दिनाक 09.01.2021 को क्राईम ब्राचं सै0 19 पचंकुला की टीम गश्त पडताल माजरी चौंक पुराना पंचकुला से पिंजौर बसौला,किरतपुर से होते हुये चरणिंया से खेडावाली रोड की तरफ जा रहे थे । जो नजदीक गांव चरणिंया से थोडा आगे नजदीक गुगा माडी गांव चरणिंया जो करीब 3-4 मिनट बाद एक व्यक्ति पैदल-2 गांव खेडावाली की तरफ आ रहा था जो सामने खडी पुलिस पार्टी की बत्ती लगी गाडी को देखकर एक दम से तेज कदमो से वापिस मोडकर दाहिनी तरफ खेतो की तरफ चलने लगा जिसको संदेहजनक होने पर करीब 35/40 कदमो पर उस व्यक्ति को काबु किया वा उस व्यक्ति का का नाम पता पुछा जिसने अपना नाम सज्जन सिह पुत्र जगपाल सिह वासी गांव चरणिंया जिला पंचकुला बतलाया । पुछताछ करते वक्त व्यक्ति से पुछताछ करते हुए सज्जन सिह उपरोक्त ने अपनी पहनी हुई पैन्ट की दाहिनी जेब से कुछ सामान निकालकर फैंकने की कोशिश की । सज्जन सिह उपरोक्त के दाहिने हाथ को काबु किया जो सज्जन सिह के हाथ मे एक मोमी पन्नी पारदर्शी जिसमें काले रंग का पदार्थ मिला जो मोमी पन्नी को खोलकर चैक किया तो मोमी पन्नी के अन्दर काले रंग का पद्राथ मिला जिसको सुंघने पर वा अनुभव के आधार पर नशीला पदार्थ अफीम मालुम हुआ । जो सज्जन सिह से अफीम रखने बारे कोई लाईसैन्स या परमिट पेश करने बारे कहा गया लेकिन वह कोई दस्तावेज अफीम रखने बारे पेश ना कर सका । जो बरामदा अफीम का मोमी पन्नी सहित इलैक्ट्रोनिक कांटा से वजन करने पर कुल वजन 190 ग्राम हुआ । जो आरोपी उपरोक्त के खिलाफ धारा 18-61-85 NDPS ACT थाना पिन्जौर में अभियोग दर्ज रजिस्टर करके आगामी कार्यवाही करते हुए आऱोपी को नशीला पदार्थ सहित आऱोपी को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

पचंकूला पुलिस नें पोक्शो एक्ट का आरोपी गिरफ्तार करके भेजा जेल

                        पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बतलाया कि महिला पुलिस थाना पचंकूला की टीम नें पोक्शो एक्ट के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान लक्खन पुत्र हसीन नाथ वासी मुरथल सोनीपत हाल हाल खडक मन्गोली पचंकूला के रुप में हुई ।

                       जानकारी के मुताबिक दिनाक 08.01.2021 को महिला थाना सैक्टर 05 पचंकूला में व्यक्ति नें शिकायत दर्ज करवाई कि शिकायतकर्ता के लङके के साथ जिसकी  उम्र 10 साल  है के साथ कुछ लङको ने गलत काम किया तथा लङके के साथ गलत काम करते समय की विडियो बनाई है । जिस बारे शिकायत प्राप्त होनें पर उपरोक्त आरोपी व  अन्य आरोपियों के खिलाफ जुर्मं धारा 6 पोक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज करके आगामी कार्यवाही करते हुए कल दिनाक 08.01.2021 को आरोपी को गिरफ्तार करके माननीय पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला नें ट्रैफिक के नियमो की पालन करने के लिए सन्देश देते हुए कहा कि होने वाली सडक दुर्घटनाओ को काबू करने के लिए अपनाए ट्रैफिक नियम ताकि अपनें अपनी व दुसरो की बचाए अमुल्य जीवन ।

                           पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बतलाया कि ट्रैफिक पुलिस पचंकूला ट्रैफिक के नियमो की पालना करने के लिए साईन बोर्ड के द्वारा तथा ट्रैफिक के नियमो बारे बोर्ड के द्वारा समय समय पर अवगत करवा रही है ताकि होने वाली सडक दुर्घटनाओ पर काबू पाया जा सके  । ताकि आप ट्रैफिक नियम अपनाकर अपनी व दुसरो की अमूल्य जिन्दगी को बचाया जा सके ।

जैसे होने वाली सर्दी में कोहरे को देखते हुए पचंकूला ट्रैफिक पुलिस नें सडक पर चलनें वाले बस,ट्रक, इत्यादि वाहनों पर रेड रिफलैक्टर लगाकर दुर्घटना से बचनें के लिए सन्देश दिया । व आप लोगो को अपील की अपने ट्रैक्टर व ट्राली व ट्रक पर रेड रिफलैक्टर टेप लगावायें ताकि इस धुंध में दुर से आने वाले वाहन का पता लग सके व किसी भी प्रकार की सडक दुर्घटना से टाला जा सके ।

जो लोग सड़क ट्रैफिक नियमो का पालन नहीं करते नियमो का उल्लंघन करते है इसी वजह से बहुत ही सड़क दुर्घटनाये होती है । इस परेशानियों को सुझाने के लिए केंद्र सरकार ने New Traffic Rules 2020 को लागू किया था ताकि ट्रैफिक नियमों के तहत कोई भी व्यक्ति ट्रैफिक नियमो को नही तोडेगा और सड़क पर गाड़ी की वजह से होने वाली दुर्घटना में भी कमी आएगी । जिस ट्रैफिक नियमो में जुर्माना राशि को बढाया गया तथा सजा का भी प्रावधान रखा गया था । ताकि ज्यादा जुर्माना की राशि को देखते हुए लोग ट्रैफिक को लेकर बेपरवाह ना हो । जिससे काफी सुधार हुआ है परन्तु कुछ वाहन चालक अभी भी बेपरवाह है ।

जैसे कि आप लोग के द्वारा दो पहिया वाहन पर बिना हैल्मेट पहनकर के चलना तथा चार पहिया वाहन पर सीट बैल्ट का प्रयोग ना करना, ओवर स्पीडिंग या खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाना, शराब पीकर गाड़ी चलाना ,गस्त रास्ते का प्रयोग करना इत्यादि । आप लोगो से अपील है कि ट्रैफिक नियमों की पालना करें अपनी व दूसरो की अमुल्य जिन्दगी को बचाऐं ।

हमारी पैरेन्टस होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अपने बच्चो को रोड सैफ्टी से हर एक बात की जानकारी दे तथा अपने बच्चों को यातायात संबधी जानकारी देने के दौरान यह जरूर बताएं कि वे जल्दबाजी और तेज रफ्तार चलने के बजाय रोड क्रॉस करते वक्त पहले रुकें, फिर देखें और उसके बाद रोड क्लियर होने पर आगे बढ़ें। वे चाहें स्कूल जा रहे हों या अपने दोस्त के यहां, मुख्य रोड पर चल रहे हों या फिर गली में, उन्हें यह नियम जरूर अपनानें चाहिए ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला का यही सन्देश कि ट्रैफिक के निमयों की पालना करने बारे बेपरवाह मत हो । ताकि किसी भी प्रकार की सडक दुर्घटना से अपनी व दुसरो जिन्दगी को बचाया जा सके ।

ट्रैफिक पुलिस पचंकूला ने लगाये सर्दी में होने वाले धुंध के कारण सडक दुर्घटना के बचाव हेतु लगायें रेड रिफलैक्टर टेप 

सपने पूरे करने के लिए स्वयं पर भरोसा आवश्यक

पंचकुला:

कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो सपने देखने होंगे और सपनों को साकार करने के लिए स्वयं पर भरोसा करना होगा मानना है मेरुश्री का जोकि अपने करियर के साथ साथ अभिरुचि को भी तरजीह देती हैं।

@ लंदन ब्रिज

अपने जीवन की आपाधापी में करियर को आकार देने में अक्सर इतने व्यस्त हो जाते हैं कि रुचि को पूरी तरह से नजरअंदाज करके खुद को जीविका कमाने में झोंक देते हैं; फिर एक दिन एहसास होता है कि कुछ पीछे छूट से गया परन्तु तब तक समय की खाई इतनी चौड़ी हो गई जान पड़ती है उसको लांघ पाना भले ही नामुमकिन नहीं लेकिन मुश्किल जरूर दिखाई देता है।

मेरुश्री के साथ भी ऐसे ही कुछ हो सकता था, लेकिन टाइमलाइन सबकी अपनी अपनी होती है , मेरुश्री जो कि यूके में पढ़तीं हैं परीक्षा के बाद घर पंचकूला आई तो लॉक डाउन की वजह से कई महीने यही रुकना पड़ा तो समय काटने के लिए बेकिंग की रूचि की ओर ध्यान दिया तो पता चला कि वह इस काम में दक्ष हैं। पहले मित्रों रिश्तेदारों के जन्मदिन के लिए बेकिंग की , फिर शौक़ शौक़ में अस्सोर्टेड केक्स डिजाइनर केक थीम बेकिंग करनी शुरू की। बाकी यंगस्टर्स की तरह इन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी क्रिएटिविटी अपलोड की जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया और बहुत से ऑनलाइन बेकिंग क्लासेस के लिए मेरु श्री को संपर्क किया।
हालांकि मेरुश्री ने अभी व्यवसाय शुरू नहीं किया है लेकिन अपनी लोकप्रियता के चलते अपने फैंस की खुशी के लिए बेकिंग करने और उनको सिखाने में उनका दिन कैसे बीता है उन्हें पता ही नहीं चलता।

उन्नीस वर्षीय मेरुश्री बताती हैं कि उनके पिता संजीव बबूता जो कि रियल स्टेट व्यवसाई है और मां मोनिका बबूता, उनके कार्य की सराहना करते हैं। मम्मा मोनिका तो बेकिंग के दौरान पास रहती है ताकि जरूरत पड़ने पर मदद कर सकें। मेरु बतातीं हैं कि उनका छोटा भाई माहिर एक ‘फूड क्रिटिक'(Food Critic) कि तरह उनके काम में कमी पेशी निकालता रहता है। वह उनके द्वारा बनाए गए केक पेस्ट्रिज आदि चख आर उनमें कमी – पेशी के बारे में अवगत करवाता रहता है।

अपने करियर के बारे में जहां पूर्णतया सजग हैं मेरुश्री वही अपनी रुचि को भी साथ लेकर चलना चाहती है।

शिकायतों के निस्तारण में फर्जी आंकड़ेबाजी करने वाले कर्मियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही होगी – जिलाधिकारी

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • शिकायतों के निस्तारण में फर्जी आंकड़ेबाजी करने वाले कर्मियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही होगी – जिलाधिकारी।
  • अपराधियों में पुलिस का खौफ दिखाई देना चाहिए -एसएसपी।
  • थाना सामधान दिवस ननौता पर एक शिकायत मिली।

सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शिकायतों के सम्बन्ध में फर्जी आंकड़ेबाजी करने वाले कर्मी दण्ड़ित होंगे। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि थाना दिवस व सम्पूर्ण समाधान दिवस पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में शिकायतकर्ता से फीडबैक लिया जाए। उन्होंने कहा शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा के भीतर गुणवत्ता एवं मानक के अनुरूप कराया जाना सुनिशिचत किया जाए। उन्होंने भूमि विवाद के मामलों में पुलिस व राजस्वकर्मियों को आपसी समन्वय के साथ कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। थाना समाधान दिवस पर ननौता थाने में भूमि सम्बन्धी एक शिकायत प्राप्त हुई। अखिलेश सिंह आज यहां थाना ननौता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ. एस. चनप्पा के साथ थाना सामाधान दिवस के मौके पर शिकायतों को सुन रहे थे। उन्होंने पिछले थाना समाधान दिवस के प्रकरणों के निस्तरण के सम्बन्ध में शिकायतकर्ता से बात कर शिकायत निस्तरण की जानकारी ली। 

जिलाधिकारी को ननौता के मौहल्ला शेखजान निवासी ने बताया कि उनकी शिकायत का निस्तारण अभी तक नहीं हो पाया है जबकि सम्बधिंत लेखपाल के द्वारा शिकायत को पंजिका में निस्तारित दिखाया गया था। इस पर जिलाधिकारी ने सम्बधिंत लेखपाल को जमकर फटकार लगाई और आज ही सम्बंधित की शिकायत का गुणवत्तायुक्त निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फर्जी आकंड़ेबाजी बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शिकायत का निस्तारण एक ही बार में किया जाए। शिकायतकर्ता को बार-बार एक ही शिकायत के लिए न दौड़ना पडे। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि शिकायतों के निस्तारण का सत्यापन आवश्यक रूप से कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस व राजस्वकर्मी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि थाना समाधान दिवस पर प्राप्त शिकायतों का निर्धारित समय सीमा के भीतर निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि भूमि के विवादों में संयुक्त कार्यवाही की जाएं। थाना समाधान दिवस के अवसर पर रास्ते की भूमि के सम्बन्ध में केवल एक शिकायत प्राप्त हुई। शिकायत की गम्भीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को मौके पर जाकर शिकायत को गुण-दोष के आधार पर निस्तारण के निर्देश दिए। 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ0 एस0 चनप्पा ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्दी के मौसम में रात्रि गश्त में और तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि अपराधों के नियंत्रण में बेहतर कार्य करने वाले कर्मी जहां पुरस्कृत होंगे। वहीं खराब कार्य करने वालो को दण्ड़ित किया जायेंगा। उन्होंने कहा कि थाना समाधान दिवस पर शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए उनके निस्तारण में प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अपराधियों में पुलिस का भय दिखाई देना चाहिए, थानों पर एफ.आई.आर. दर्ज कराने वालों से उचित व्यवहार किया जाए। थाना समाधान दिवस के अवसर पर पुलिस व राजस्व विभाग के सभी कर्मी मौजूद थे।