दिग्विजय सिंह की अश्व व्यवसाय की बात कहीं कॉंग्रेस का अंदरूनी मामला तो नहीं?

खरीद फरोख्त के मामले में सबसे पहले मोबाइल सविच ऑफ करवाते हैं, जबकि काँग्रेस पार्टी अपने विधायकों से बड़ी सरलता से संपर्क साधे हुए थी। गुरुग्राम हरियाणा ही में है तो वहाँ राजस्थान पुलिस की तैनाती तो नहीं होगी। और बड़ी सरलता से यह लोग अपने तथाकथित बंधक विधायकों को छुड़ा लाये बिना किसी हाइ पावर ड्रामे के? कहीं यह कोंग्रेस की ही तो चाल नहीं क्योंकि दिग्विजय कमाल नाथ सरकार पर निशाना साध चुके थे? यह तो समय ही बताएगा फिलहाल तो एमपी के वित्त मंत्री कुछ बता रहे हैं।

मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोट ने यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और मंत्री जयवर्धन सिंह होटल पहुंच चुके हैं, लेकिन उनको विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है. होटल में रखे गए विधायकों की निगरानी के लिए हरियाणा पुलिस को लगाया गया है. इस घटना के बाद मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोट भी इन आठों विधायकों से मिलने के लिए गुरुग्राम के आईटीसी होटल के लिए निकल पड़े.

भोपाल: 

मध्य प्रदेश की सियासत में हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) के आरोपों की वजह से हंगामा हो गया है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है. दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी (BJP) एमपी कांग्रेस, बसपा और सपा के विधायकों को दिल्ली ला रही है. दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘बीजेपी, बसपा विधायक रमाबाई को दिल्ली ले गई. कुछ लोग बीजेपी के प्रलोभन में आए थे. वहीं हमें गेट पर रोक दिया गया था.’  बता दें कि मध्यप्रदेश के 10 विधायक गुरुग्राम में ठहरे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि इन विधायकों को बीजेपी ने बंधक बनाया है. 

दिग्विजय ने कहा, ‘करीब 10-11 विधायक थे, अब बीजेपी के पास 4 विधायक हैं. बसपा विधायक रमाबाई के साथ गुंडागर्दी की गई. रमाबाई बहादुर महिला हैं.’ दिग्विजय ने कहा, ‘जब हमें पता चला, तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वहां गए. जिन लोगों के साथ हमारा संपर्क स्थापित किया गया था वे हमारे पास वापस आने के लिए तैयार थे. हम बिसाहूलाल सिंह और रमाबाई के संपर्क में थे. रमाबाई वापस आईं, जबकि भाजपा ने उन्हें रोकने की कोशिश की.बीजेपी के पास कालाधन है.’

वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता तरुण भनोत का बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ विधायकों को बंगलौर ले जाया गया है. इन्हें अरविंद भदौरिया लेकर गए हैं. बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने भी इस मामले में बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘हम चंबल के लोग हैं, हमें कौन बंधक बना सकता है. मेरे साथ सपा विधायक भी हैं. हम दिल्ली में हैं. हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया है. मैं सरकार के साथ हूं.’

सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, ‘कम से कम कांग्रेस ने हमारी चिंता तो की. हम कांग्रेस के साथ में है. कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है. मैं दिल्ली में हूं. संयोग से हम, बीजेपी और कांग्रेस साथ में दिल्ली पहुंच गए.’

बता दें कि दिग्विजय सिंह ने बीएसपी विधायक रमा बाई को लेकर दिल्ली जाने का आरोप पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर लगाया था. दिग्विजय के आरोप पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बड़ा बयान दिया था और कहा था कि दिग्विजय सिंह ने जो आरोप लगाए हैं मैं उनसे सहमत हूं. कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश हो रही है. बीजेपी के नेता डर रहे हैं कि आने वाले समय में उनके पिछले 15 सालों के भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है. इसलिए ऐसा कर रहे हैं. 

कमलनाथ ने कहा था, ’15 साल में इनके पास इतना पैसा कहां से आया? कई विधायकों ने मुझसे भी इसकी शिकायत की है. मैं तो विधायकों से कह रहा हूं कि फोकट का पैसा मिल रहा है तो ले लेना.’ कमल नाथ ने दावा किया था कि बीजेपी के भी कई विधायक हमारे संपर्क में हैं.

आज का राशिफल

Aries

04 मार्च 2020: आप किसी नतीजे या फैसले का इंतजार कर रहे हैं तो शांति रखें, सब ठीक हो जाएगा. ऑफिस में अपने नियमित काम से हटकर कुछ करने की कोशिश करेंगे तो सफल रहेंगे. मेहनत से सफलता मिलने के योग हैं. कोई बड़ा फायदा भी हो सकता है. मनचाहे कामों को पूरे करने के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है. परिवार के साथ समय बिताने की कोशिश करेंगे. बिजनेस के लिहाज से दिन अच्छा है.

Taurus

04 मार्च 2020: अपनी राय और बातों से आप ज्यादातर लोगों पर प्रभाव जमा सकते हैं. ऑफिस में अपने से छोटे लोगों की टेंशन हो सकती है. उलझे हुए काम सुलझाने के लिए स्थितियां आपके फेवर में हो सकती है. आपके सोचने के तरीके में बदलाव हो सकता है. दोस्तों से समय पर मदद मिल सकती है. घर परिवार के कामनिपटाने में भी मन लगेगा.

Gemini

04 मार्च 2020: रोजमर्रा का कामकाज निपटाने के लिए एक्स्ट्रा कोशिश करें. अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखें. अपने समय और धैर्य का पूरा इस्तेमाल करें. आज इसकी जरूरत होगी. अपने ही दम पर और शांत मन से जो काम करेंगे, उसमें आपको सफलता मिल सकती है. पॉजिटिव रहने की कोशिश करें

Cancer

04 मार्च 2020: पैसा कमाने की कोशिश में सफलता मिल सकती है. कोई पार्ट-टाइम काम भी आपको मिल सकता है. एक्स्ट्रा काम में किसी की मदद मिल सकती है. पुराने कुछ मामलों में अनबन खत्म हो सकती है. दूसरों का नजरिया समझने की कोशिश करें. आपको किसी अच्छी खबर का इंतजार रहे

Leo

04 मार्च 2020: आज कोई भी काम न टालें. आज आपको अपने नौकरी या बिजनेस के टारगेट पर ही पूरा ध्यान देना चाहिए. एकाग्रता से काम निपटाने की कोशिश करें. नए व्यक्ति से मुलाकात या दोस्ती होने के योग हैं. परिवार के कुछ लोगों से अपने कामकाज और प्लानिंग शेयर कर सकते हैं.परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बीतेगा, परिवार की मदद से ही आपकी आर्थिक समस्या सुलझ सकती है. दिल और दिमाग पर कंट्रोल करने की कोशिश करें.

Virgo

04 मार्च 2020: दिन अच्छा है. अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करेंगे तो फायदा होगा. ऑफिस में विपरीत लिंग के लोगों के साथ बातचीत कुछ ज्यादा हो सकती है. ऐसे लोगों से मदद मिलने के भी योग हैं. प्रेम जताने के लिए दिन ठीक है. समय पर काम पूरे हो सकते हैं. किसी के मेंटल सपोर्ट से आपकी मानसिक स्थिति में संतुलन रहेगा.

Libra

04 मार्च 2020: तुला राशि के लोग अपने हालातों को बदलने की कोशिश कर सकते हैं. हिम्मत और दिमाग से बिगड़ी हुई स्थिति को संभालने में बहुत हद तक सफल भी हो सकते हैं. अच्छे व्यवहार के कारण कुछ लोगों की मदद मिल सकती है. रुके हुए काम पूरे होने की संभावना है. ऑफिस के कुछ खास काम निपटाने में आप सफल हो सकते हैं. काम में भी मन लगेगा. आपको संयम में रहना होगा. आप किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते हैं.

Scorpio

04 मार्च 2020: बहुत से काम आसानी से पूरे हो सकते हैं और आपका अच्छा असर लोगों पर होगा. जो काम और बातें अटक रही हैं, उनके लिए कोई बीच का रास्ता भी निकल सकता है. कामकाज में सफलता के योग बन रहे हैं. आपके पास ऑफिस या अपने पेशे के काम बहुत रहेंगे. बहुत सारा काम निपटाने की कोशिश आप कर सकते हैं. जीवनसाथी से मदद मिल सकती है. घर के मामले सुलझा लेंगे. सबसे विनम्र होकर बात करें. बुजुर्गों का आशीर्वाद भी आज आपको मिल सकता है. कानूनी मामलों में समय का ध्यान रखें.

Sagittarius

04 मार्च 2020: आज ऐसे काम पूरे हो सकते हैं जिनके बारे में आप पिछले कुछ दिनों से प्लानिंग कर रहे हैं. लंबे समय से अधूरी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं. अपनी कोशिशों में आप सफल रहेंगे. कुछ नया सीखने को मिलेगा. नए स्थान पर भी जा सकते हैं. आप मीठा बोलकर सारे काम पूरे करवा सकते हैं. किस्मत का साथ भी आज आपको मिल सकता है. दूसरों की जरूरतों और मूड का अंदाज आप आसानी से लगा सकेंगे. अपने आप पर भरोसा रखें.

Capricorn

04 मार्च 2020: बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है. उन मामलों को टाल दें जिनको निपटाने में आप परेशान हो रहे हैं. जरूरी काम निपटाने में कुछ लोगों की मदद मिल सकती है. बड़ा कदम उठाने के पहले अच्छी तरह विचार कर लें. किसी अनुभवी से भी सलाह ले लें. शारीरिक परेशानियां खत्म हो सकती हैं. बिजनेस में अच्छी स्थिति बन सकती है. कोशिश करने पर रुका हुआ पैसा मिल सकता है.

Aquarius

04 मार्च 2020: आपके लिए दिन सामान्य रहेगा. परेशानी में खुद को संभाल लें. ऑफिस में विपरीत लिंग वाले लोगों से भावनात्मक बातचीत हो सकती है. आपको मदद भी मिल सकती है. विवाद के मामलों से खुद को दूर रखने की कोशिश करें. कुछ विवादों में समझौते हो सकते हैं. पैसों के क्षेत्र में प्रगति होगी. पुराने अटके कामों में भी गति आ सकती है. कोई अच्छी खबर भी आपको मिल सकती है.

Pisces

04 मार्च 2020: रोजमर्रा और पार्टनरशिप के काम समय से पूरे हो सकते हैं. दोस्तों और भाइयों की मदद मिलने के योग बन हैं. किसी तरह का कन्फ्यूजन खत्म हो सकता है. पैसों और अन्य मामलों में फायदे वाला दिन है. आज आप कामकाज में व्यस्त रहेंगे. आपके सामने कई जिम्मेदारी वाले काम भी आ सकते हैं. मानसिक तौर पर आप सक्रिय रहेंगे. रोजमर्रा के कामकाज में बदलाव की कोशिश हो सकती है. अपने कामकाज में सुधार करने का दिन है.

आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः फाल्गुऩ, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः नवमी दोपहरः 02.00 तक है, pan

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः मृगशिरा प्रातः 11.23 तक, 

योगः प्रीति प्रातः 11.25 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः कुम्भ, 

चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.47, 

सूर्यास्तः 06.19 बजे।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

दंगा आरोपी ताहिर हुसैन को कहीं दिल्ली पुलिस ही तो नहीं बचा रही ?

नई दिल्ली: 

दिल्ली की हिंसा में बेमौत मारे गए खुफिया एजेंसी के सुरक्षा सहायक अंकित शर्मा के कत्ल के आरोप में जिस ताहिर हुसैन की तलाश में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा खाक छान रही है, उसे कत्ल होने से भी दिल्ली पुलिस ने ही बचाया था. यह बात मंगलवार को खुद दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ. अजित कुमार सिंगला ने मीडिया से कही. पुलिस ने फरार ताहिर हुसैन की अब तक जो कुंडली बनाई है, वो भी कम चौंकाने वाली नहीं है. विशेष पड़ताल में ताहिर की निजी और व्यावसायिक जिंदगी से जुड़ी तमाम सनसनीखेज जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं.

पता चला है कि ताहिर हुसैन मूलत: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गांव पौरारा का रहने वाला है. पौरारा गांव थाना आदमपुर की पुलिस चौकी रैरा के इलाके में स्थित है. मंगलवार रात को आईएएनएस ने आदमपुर थाने के प्रभारी से बात की. आईएएनएस जानना चाहती थी कि आखिर ताहिर की तलाश की दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अफसर जो बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, आखिर उनमें सत्यता कितनी है? आदमपुर थाना प्रभारी ने फोन पर बताया, “दिल्ली पुलिस ने अभी तक हमसे ताहिर के बारे में कोई संपर्क नहीं साधा है. मेरे संज्ञान में दिल्ली पुलिस की टीम अभी तक हमारे इलाके में पहुंची भी नहीं है, क्योंकि अगर दिल्ली पुलिस की टीम ताहिर के पैतृक गांव पौरारा जाती, तो कानूनी रुप से वो स्थानीय थाने (आदमपुर) में आमद (लिखित इंट्री) और फिर गांव की रवानगी जरूर कराती.”

थाना आदमपुर प्रभारी से बातचीत के बाद यह साबित हो गया है कि ताहिर हुसैन की तलाश में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ने अभी तक उसके गांव को नहीं छुआ है. इसके पीछे वजह तमाम हो सकती है. संभव है कि ताहिर हुसैन प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली पुलिस के लगातार संपर्क में हो. घर के आसपास के विपरीत हालात के चलते उसने खुद की जिंदगी महफूज रखने के लिए अपने गायब होने की अफवाह फैला दी हो, ताकि कहीं एक संप्रदाय विशेष उसके खिलाफ कोई खतरनाक कदम न उठा बैठे.

हालांकि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अधिकारी मंगलवार को भी ताहिर हुसैन तक न पहुंच पाने के ही दावे हवा में फेंकते नजर आए. आईएएनएस की पड़ताल के मुताबिक, “ताहिर हुसैन का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा. बदकिस्मती से बाकी बची-खुची दुश्वारियां सौतेली मां के अत्याचारों ने पूरी कर दी. लिहाजा, ताहिर के पास पैतृक गांव से भागने के सिवाय कुछ नहीं बचा था. कक्षा 8 तक पढ़ा ताहिर करीब 20 साल पहले गांव छोड़कर दिल्ली भाग आया. दिल्ली में सिर छिपाने के लिए उसने वो सब कुछ जलालत झेली जो किसी भी इंसान को शर्मसार करने के लिए काफी है.”

दिल्ली में पांव रखने की जगह मिली तो उसने मौके देखकर फर्नीचर बनाने का हुनर सीख लिया. पांव रखने की जगह बनी तो छत भी बना ली. वक्त और मेहनत रंग लाई तो उसकी अपनी फर्नीचर फैक्टरी भी दिल्ली में लग गई. चूंकि खुद का बचपन बेहद दुश्वारियों में गुजरा था, इसलिए उसे गांव के कम पढ़े-लिखों का दर्द पता था. लिहाजा, उसने कसम खाई कि वो अपनी फर्नीचर फैक्टरी में सिर्फ-और-सिर्फ अपने गांव या फिर अन्य गांवों के गरीब और अशिक्षित या फिर कम शिक्षित युवाओं को ही रोजी-रोटी देगा.

जो चांद बाग 24-25 फरवरी को हिंसा की आग में तबाह हुआ, उसी का इलाके में ताहिर का चार मंजिला मकान है. रुपया जेब में आया तो रुतबे की ललक भी जेहन में आनी लाजिमी थी. सो साल 2017 में वह दिल्ली में हुए निगम पार्षद का चुनाव लड़ा आम आदमी पार्टी से. किस्मत चूंकि संग थी सो चुनाव जीत गया.

चुनाव से पूर्व आवेदन करते समय 20 साल पहले गांव से दिल्ली नंगे पांव पहुंचे ताहिर हुसैन ने अपनी दौलत कानूनी रूप से कागजों में दर्ज करवाई 17 करोड़. जमाने वालों की नजरों में वो पहला दिन रहा होगा, जब उन्हें पता चला कि गांव से दुश्वारियों में भूखे-फटे हाल 20 साल पहले दिल्ली पहुंचा ताहिर हुसैन तो करोड़पति है.

एडवोकेट दिनेश पाठक को अंतर्राष्ट्रीय सम्मान

www.demokraticfront.com के कानूनी सलाहकार, विश्व हिन्दु परिषद के जयपुर प्रान्त के विधि प्रकोष्ठ प्रमुख और राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट को सामाजिक उत्थान के कार्यों में उनके योगदान, के लिए 14 मार्च 2020 को ट्री ग्रुप संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय पुस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

उनकी इस सफलता के लिए www.demokraticfront.com टीम की और से हार्दिक शुभकामनाएं।

दंगों की साजिश काँग्रेस ने रची: आर॰ के॰ सिन्हा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साढ़े पांच साल का कार्यकाल पूरी तरह दंगा मुक्त रहा और एक भी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुआ यही बात कांग्रेस को पच नहीं रहा थी तो, इन लोगों ने सुनियोजित ढंग से दंगे की साजिश रची.

दिल्ली/ पटना: 

संसद में विपक्ष ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर जोरदार हंगामा किया. इस दौरान विपक्षी दलों के सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के इस्तीफे की भी मांग की. इस दौरान लोकसभा में हंगामा बढ़ते देख स्पीकर ओम बिड़ला भी थोड़ा नाराज दिखे. वहीं, विपक्ष के हंगामे पर बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने जमकर निशाना साधा है.

उन्होंने कहा कि विपक्ष पर दो कहावत चरितार्थ होती है. पहली खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे और उल्टा चोर कोतवाल को डाटें. बीजेपी सासंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साढ़े पांच साल का कार्यकाल पूरी तरह दंगा मुक्त रहा और एक भी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए. ये बात कांग्रेस को पच नहीं रहा था तो, इन लोगों ने सुनियोजित ढंग से दंगे की साजिश रची.

आरके सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने जनता को भड़काया और झूठी अफवाहें फैलाई है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि घर के बाहर निकलना पड़ेगा, आर-पार की लड़ाई लड़नी पड़ेगी।

अब जिला में समूह की महिलाएं बनाएगी एलईडी बल्ब एलईडी बल्ब बनाने एवं रिपेयर करने की ट्रेनिंग

पंचकूला, 3 मार्च:

हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन पिंजौर द्वारा स्र्टाट अप विलेज इंटरप्रिन्युर्शिप प्रोग्राम के तहत समूह के सदस्यों एवं उनके परिवार के सदस्यों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण लगातार करवाए जा रहे है ताकि महिलाएं इनसें प्रशिक्षण को लेकर समूह के माध्यम से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार कर सके। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन कार्य कर रहा है।

 उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा  के मार्गदर्शन में ग्रामीण आजीविका मिशन बेहतर कार्य कर रहा है और निरंतर महिलाओं को समूहों से जोड़कर स्वावलम्बी बनाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में एक कदम बढ़ाते हुए ब्लॉक पिंजौर आजीविका मिशन कार्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । इस प्रशिक्षण में आस-पास के समूहों की 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागी यह प्रशिक्षण लेकर स्वयं को गोरवान्वित महसूस कर रहे थे। क्योकिं उन्हें इस प्रशिक्षण में कड़ी मेहनत से एलईडी बल्ब बनाने और मरम्मत करने में माहरत हांसिल की है।

    सभी सदस्यों ने बताया कि हम अब खुद एलईडी बल्ब की असेंबलिंग एवं रिपेयरिंग आसानी से कर सकते हैं।

राजीव गुप्ता अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश संयुक्त सचिव नियुक्त

अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष  अशोक बुवानीवाला ने पंचकूला के राजीव गुप्ता को प्रदेश संयुक्त सचिव नियुक्त किया है । उनकी समाज के प्रति निष्ठा, सेवा भाव और साफ सुथरी छवि को देखते हुए उन्हें यह कार्यभार सौंपा गया है ।

राजीव गुप्ता पिछले 20 वर्षों से समाज की सेवा करते हुए कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रहे हैं । वे अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जिला पंचकूला के प्रधान हैं और अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के  प्रदेश सचिव के साथ साथ कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से जुड़े हैं ।

राजीव गुप्ता ने प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें जो कार्यभार सौंपा गया है, उसको पूरी निष्ठा, ईमानदारी व लगन से निभायेंगे ।

शाहीन बाग का झूठ क्या है?

शिव प्रकाश मिश्र :

सबसे बड़ा झूठ

शाहीन बाग का का सबसे बड़ा झूठ है कि यह धरना, प्रदर्शन, आंदोलन संशोधित नागरिक कानून और एनआरसी के विरुद्ध है और यह मुस्लिम महिलाओं द्वारा स्वत: स्फूर्त संचालित है. इसका जेएनयू जामिया और एएमयू से कोई लेना देना नहीं है.आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का इससे दूर दूर का कोई रिश्ता नही।

शाहीन बाग का केवल झूठ जानने से स्थित स्पष्ट नहीं होती इसलिए ये भी जानिए कि इसका सच क्या है ?

शाहीन बाग का सच

शाहीन बाग का सच यह है कि इसका एकमात्र उदेश्य आम आदमी पार्टी को चुनाव में जीत सुनिश्चित करना था और इसकी पूरी योजना का खाका अरिन्द केजरीवाल को रणनीतिक सलाह देने वाले प्रशान्त किशोर ने बनाया था और इसका सञ्चालन फिरोजशाह कोटला रोड पर आप के वॉर रूम से किया जा रहा था . कांग्रेस भी मुश्लिम वोट मिलने की खुशफहमी का शिकार हुयी जबकि इसका उद्देश्य उसका वोट बैंक भी लूट कर आम आदमी पार्टी को देना था. सब कुछ बहुत योजना वद्ध तरीके से हुआ. शायद इतिहास में पहलीवार हिन्दुओं का ध्रुवीकरण रोकते हुए ,जमकर मुश्लिम धुर्वीकरण किया गया। वास्तव में ये एक नायाब प्रयोग था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ये कहना कि ये संयोग नही प्रयोग है अक्षरसः सत्य है। आप के सभी मुस्लिम उम्मीदवार रिकार्ड मतो से जीते। उन्हें प्राप्त मतों का प्रतिशत 76% तक गया । ये अपने आप मे एक रिकॉर्ड है ।जो भी हो इस नए प्रयोग से आम आदमी पार्टी की चुनाव में शानदार जीत हुई और शाहीन बाग़ आन्दोलन की “हैप्पी इंडिंग” भी . भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनआंदोलन से उपजी एक पार्टी ने मुफ्त खोरी या/और रिश्वत खोरी का बहुत ही ईमानदारी से उपयोग किया और संविधान और लोकतंत्र की कमजोर कड़ियों को जोड़ कर , सामाजिक ताने बाने को तोड़कर , हिंदुस्तान की आत्मा को रौंदते हुए , देश की बिषम परस्थितयों को अपने फायदे के लिए निचोड़ लिया । ये अभिनव प्रयोग है ऐसा तो कभी कांग्रेस भी नही कर सकी जिसने अमेरिका की एक एजेंसी को चुनाव सलाहकार के रूप में लगा रखा था।

(आम आदमी पार्टी की जीत के बाद शाहींन बाग़ उजड़ गया)

शाहींन बाग की प्रष्ठभूमि

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पहले भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करते थे । 2014 में लोकसभा चुनाव में भाजपा की विजय के बाद और मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रशांत किशोर की सीधे-सीधे राजनीति में आकर कौशल दिखाने की लालसा जागृत हो गई । सूत्रों के अनुसार उन्होंने अपनी इस इच्छा को अमित शाह के सामने प्रकट किया और अनुरोध किया कि उन्हें भाजपा में पार्टी संगठन में कोई बड़ा पद दिया जाए । भारतीय जनता पार्टी कैडर वाली पार्टी है और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ,मुख्यमंत्री ,राज्यपाल समेत कई बड़े नेता, कार्यकर्ता से यहां तक पहुंचे हैं .पार्टी में वैसे चाहे जितनी कमियां हो लेकिन एक बहुत अच्छी चीज है कि बाहर से आए हुए नेताओं को संगठन में किसी बड़े पद पर नहीं बैठाया जाता है ।पार्टी बाहर से आए नेताओं को विधानसभा, लोकसभा का टिकट तो दे सकती है उन्हें विधान परिषद और राज्यसभा भेज सकती है लेकिन संगठन में महत्वपूर्ण पद पर नहीं बैठा सकती . कहा जाता है कि श्री प्रशांत किशोर की मांग पूरी नहीं हो सकी लेकिन अमित शाह के कहने पर उन्हें जेडीयू में न केवल शामिल किया गया बल्कि उपाध्यक्ष भी बना दिया गया । प्रशांत किशोर को इससे बहुत कुछ हासिल नहीं हुआ और उनकी फर्म विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लिए कार्य करती रही । इस बीच भारतीय जनता पार्टी से उनके रिश्ते बिगड़ते रहे ।हाल ही में इसकी पराकाष्ठा तब हो गई जब उन्होंने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को लोक सभा और विधानसभा चुनाव के लिए अपनी फर्म का रणनीतिक सलाह हेतु अनुबंध कर लिया । लोकसभा चुनाव में प्रशांत किशोर के अथक प्रयासों के बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को सीधी टक्कर देकर 42 में से 18 सीटें जीतने में भी सफल रही । इसबीच अरविंद केजरीवाल ने भी प्रशांत किशोर को दिल्ली विधान सभा चुनाव हेतु अनुबंधित कर लिया। प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के लिए संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को जीत का थीम बना कर योजना बनाई. इस बीच CAA और NRC को लेकर प्रशान्त किशोर के सम्बन्ध भाजपा से इतने ख़राब हो गये कि अमित शाह की सिफारिस पर जेडीयू में लिए गए प्रशांत किशोर को अमित शाह की नाराजगी के बाद ही बाहर का रास्ता दिखाया गया .

(जीत की खुशी- प्रशांत किशोर और केजरीवाल )

जहां पश्चिम बंगाल में स्वयं ममता बनर्जी संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में सड़कों पर है, वही दिल्ली में केजरीवाल को इस मुहिम से दूर रखते हुए शाहीन बाग को बहुत सोच समझ कर आन्दोलन का केंन्द्र बनाया गया । लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर जीतने वाली भाजपा को हर विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम महिलाओं ने जमकर वोट किए थे । जिसके पीछे तीन तलाक और हलाला खत्म करने की खुशी थी। इसलिए जानबूझकर शाहीन बाग में महिलाओं को आगे किया गया ताकि इन मुस्लिम महिलाओं को भाजपा को वोट देने से रोका जा सके और इस तरह मुस्लिमों को एकजुट करके एकमुश्त वोट आप को दिलवाया जा सके । परोक्ष रूप से आम आदमी पार्टी ने खासतौर से उसके मुस्लिम नेताओं और कुछ मुस्लिम संगठनों ने शाहीन बाग को वित्त पोषित किया । प्रदर्शनकारियों के लिए बहुत ही अच्छे खाने-पीने के इंतजाम किए गए ताकि उनको लंबे समय तक रोका जा सके । प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूर और अल्प आय वर्ग के लोग थे । कहा तो यह भी जाता है कि उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है . इसका नतीजा यह हुआ कि शाहीन बाग में आगे महिलाएं और पीछे एक बहुत बड़ा तंत्र या षड्यंत्र था ।आम आदमी पार्टी की जीत पर शाहीन बाग में जमकर उल्लास मनाया गया लोग एक दूसरे से गले मिले और बिरयानी बांटी गई । धीरे-धीरे कम प्रदर्शन कारी और भी कम होने लगे हैं और वित्त पोषक भी दूर हो रहे हैं . अब शाहीन बाग का आंदोलन अपने आप खत्म हो रहा है क्योंकि उद्देश्य पूरा हो चुका है। जे एन यू, जामिया, और ए एम यू भी अब शांत हो जाएंगे । पूरे घटना क्रम में कांग्रेस एक “आत्मघाती दल” के रूप में उभरा है। उन्हें भाजपा के न जीत पाने या कांग्रेस द्वारा भाजपा को रोक देने की बेहद खुशी है। राहुल, प्रियंका और सोनिया सब बेहद खुश हैं । उन्हें इस बात का जरा भी गुमान नही कि उन्होंने स्वयं कांग्रेस में आत्मघाती टाइम बंम लगा दिया है । अगर स्थिति यही रही तो कांग्रेस स्वयं कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार कर देगी। कांग्रेस वहीं जीत सकती है जहां वह भाजपा के मुख्य मुकाबले में है जैसा मप्र , छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुआ। जहाँ कहीं भी कांग्रेस ने किसी तीसरे दल को भाजपा के सामने खड़ा कर दिया वहां कांग्रेस फिर कभी खड़ी नही हो पाई। यदि दिल्ली में कांग्रेस और आप के संयुक्त वोट प्रतिशत का औसत निकालें तो भाजपा से 8% से भी ज्यादा कम हैं । इसका मतलब ये है कि कांग्रेस अगर ठीक से चुनाव लड़ती तो भाजपा जीत जाती। ये भी निष्चित है कि कभी आप हारेगी तो जीतने वाली भाजपा होगी। कांग्रेस तो दिल्ली से सदा सर्वदा के लिए विदा हो गई।

कह सकते हैं कि शाहीन बाग आंदोलन का मुख्य मकसद मुस्लिम पुरुष और महिला वोटों को एकजुट करके आम आदमी पार्टी के खाते में डालना था ताकि अरविंद केजरीवाल की जीत सुनिश्चित की जा सके . इसमें कांग्रेस ने भी बहुत सहयोग किया । एक तरफ मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर, दिग्विजय सिंह और सलमान खुर्शीद जैसे फायर ब्रांड नेताओं ने जहरीला माहौल बनाया और उन्हें भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध खड़ा किया दूसरी तरफ कांग्रेस की युवा बिग्रेड राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक और शाहीन बाग से इंडिया गेट व जंतर मंतर तक कानून व्यवस्था को तार-तार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी । जेएनयू, जामिया और एएमयू भी रह रह कर रंग बदलते रहे और केंद्र सरकार को उलझाने का काम करते रहे . इतनी बड़ी पटकथा के लेखक को नमन करना चाहिये , हम लोगों को नही , कम से कम राजनीतिक लोगों को

दिल्ली दंगों में गोलियां चलाने वाला शाहरुख शामली से गिरफ्तार

दिल्ली हिंसा के दौरान हेड कांस्टेबल दीपक दाहिया पर पिस्टल तानने वाले और दंगे के दौरान फायरिंग करने वाले शाहरुख को क्राइम ब्रांच ने शामली से गिरफ्तार कर लिया है. जाफराबाद में शाहरुख की एक तस्वीर जिसमें वह पुलिसकर्मी पर पिस्टल ताने हुए सामने आई थी.  इसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी. बताया जाता है कि शाहरुख को जिम जाने का शौक है. उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन शाहरुख के पिता पर ड्रग पैडलर होने का केस चल रहा है. उन पर कई केस दर्ज हैं. हाल ही में वो ज़मानत पर बाहर आये हैं. शाहरुख की उम्र 27 साल है और वह सीलमपुर के चौहान बांगड़ का रहने वाला है. गौरतलब है कि दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में हुई हिंसा में दंगों में स्थानीय अपराधियों की बड़ी भूमिका रही है. ऐसे कई लोगों की पहचान भी की जा चुकी है और कई गिरफ्तार भी किये गए हैं. अपराधियों के यहां से अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद हो रहे हैं जिनका जमकर इस्तेमाल हुआ. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 80 से ज्यादा लोग गोली लगने से घायल हुए हैं. हिंसा करने वाले ज्यादातर लोग उत्तरी पूर्वी दिल्ली के ही रहने वाले हैं.  अभी इन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है. 

नई दिल्‍ली: 

दिल्‍ली हिंसा (Delhi Violence) के दौरान जाफराबाद में आठ राउंड गोलियां चलाने वाले आरोपी शाहरुख गिरफ्तार हो गया है. यूपी के शामली से उसको गिरफ्तार किया गया है. हिंसा के दौरान उसने पुलिस कांस्‍टेबल पर भी पिस्‍तौल तान दी थी. दिल्‍ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने उसको गिरफ्तार किया. इस संबंध में दिल्‍ली पुलिस आज दोपहर साढ़े तीन बजे प्रेस कांफ्रेंस भी करेगी. 24 फरवरी को दिल्‍ली के जाफराबाद में जब हिंसा भड़की थी तो उस दौरान शाहरुख अपने दंगाईयों के साथ पिस्‍तौल लहराते हुए सड़कों पर उतर आया था. उस दौरान उसने गोलियां चलाने के साथ कांस्‍टेबल दीपक दहिया पर पिस्‍तौल तान दी. दीपक दहिया ने इस ZEE NEWS से बातचीत करते हुए कहा कि उस दौरान जब उन्‍होंने शाहरुख को गोलियां चलाते देखा तो उसने रोकने की कोशिश की. जिसके चलते उसने पिस्‍तौल तान दी लेकिन इसका असर ये भी हुआ कि वह बाद में वहां से भाग गया.

ऐसे की थी शाहरुख ने फायरिंग

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी को दोपहर 3:30 बजे जाफराबाद की तरफ घोंडा चौक की ओर भीड़ पथराव करते हुए बढ़ रही थी. उसी दौरान लाल टीशर्ट पहने शाहरुख हाथ में पिस्‍तौल लिए जाफराबाद की सड़कों पर भागता हुआ देखा गया था. इससे पीछे की तरफ कई गाड़ियों को फूंक दिया गया था. पुलिसवाले भीड़ को रोकने के लिए आगे बढ़े तो शाहरुख पिस्टल लहराता हुआ आगे आने लगा. एक पुलिसकर्मी ने हिम्मत कर उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह लगातार फायरिंग करता चला गया.

कौन है शाहरुख?

शाहरुख दिल्ली के थाना उस्मानपुर के अरविंद नगर की गली नंबर-5 में यू-108 में रहता है. जानकारी के मुताबिक उसके साथ परिवार में एक बड़ा भाई और मां-बाप हैं, लेकिन फिलहाल पूरा परिवार ही लापता है. बताया जा रहा है कि शाहरुख का परिवार साल 1985 से वहां रहता है. यह भी सामने आया है कि शाहरुख के पिता का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. उसके पिता का नाम शावर पठान है और बताया जा रहा है कि ड्रग्स बेचने के मामले में शावर पठान दो बार जेल भी जा चुका है. हाल ही में वह जेल से छूटा था.