दिग्विजय सिंह की अश्व व्यवसाय की बात कहीं कॉंग्रेस का अंदरूनी मामला तो नहीं?
खरीद फरोख्त के मामले में सबसे पहले मोबाइल सविच ऑफ करवाते हैं, जबकि काँग्रेस पार्टी अपने विधायकों से बड़ी सरलता से संपर्क साधे हुए थी। गुरुग्राम हरियाणा ही में है तो वहाँ राजस्थान पुलिस की तैनाती तो नहीं होगी। और बड़ी सरलता से यह लोग अपने तथाकथित बंधक विधायकों को छुड़ा लाये बिना किसी हाइ पावर ड्रामे के? कहीं यह कोंग्रेस की ही तो चाल नहीं क्योंकि दिग्विजय कमाल नाथ सरकार पर निशाना साध चुके थे? यह तो समय ही बताएगा फिलहाल तो एमपी के वित्त मंत्री कुछ बता रहे हैं।
मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोट ने यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और मंत्री जयवर्धन सिंह होटल पहुंच चुके हैं, लेकिन उनको विधायकों से मिलने नहीं दिया जा रहा है. होटल में रखे गए विधायकों की निगरानी के लिए हरियाणा पुलिस को लगाया गया है. इस घटना के बाद मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोट भी इन आठों विधायकों से मिलने के लिए गुरुग्राम के आईटीसी होटल के लिए निकल पड़े.
भोपाल:
मध्य प्रदेश की सियासत में हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) के आरोपों की वजह से हंगामा हो गया है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है. दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी (BJP) एमपी कांग्रेस, बसपा और सपा के विधायकों को दिल्ली ला रही है. दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘बीजेपी, बसपा विधायक रमाबाई को दिल्ली ले गई. कुछ लोग बीजेपी के प्रलोभन में आए थे. वहीं हमें गेट पर रोक दिया गया था.’ बता दें कि मध्यप्रदेश के 10 विधायक गुरुग्राम में ठहरे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि इन विधायकों को बीजेपी ने बंधक बनाया है.
दिग्विजय ने कहा, ‘करीब 10-11 विधायक थे, अब बीजेपी के पास 4 विधायक हैं. बसपा विधायक रमाबाई के साथ गुंडागर्दी की गई. रमाबाई बहादुर महिला हैं.’ दिग्विजय ने कहा, ‘जब हमें पता चला, तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वहां गए. जिन लोगों के साथ हमारा संपर्क स्थापित किया गया था वे हमारे पास वापस आने के लिए तैयार थे. हम बिसाहूलाल सिंह और रमाबाई के संपर्क में थे. रमाबाई वापस आईं, जबकि भाजपा ने उन्हें रोकने की कोशिश की.बीजेपी के पास कालाधन है.’
वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता तरुण भनोत का बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ विधायकों को बंगलौर ले जाया गया है. इन्हें अरविंद भदौरिया लेकर गए हैं. बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने भी इस मामले में बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘हम चंबल के लोग हैं, हमें कौन बंधक बना सकता है. मेरे साथ सपा विधायक भी हैं. हम दिल्ली में हैं. हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया है. मैं सरकार के साथ हूं.’
सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, ‘कम से कम कांग्रेस ने हमारी चिंता तो की. हम कांग्रेस के साथ में है. कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है. मैं दिल्ली में हूं. संयोग से हम, बीजेपी और कांग्रेस साथ में दिल्ली पहुंच गए.’
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने बीएसपी विधायक रमा बाई को लेकर दिल्ली जाने का आरोप पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर लगाया था. दिग्विजय के आरोप पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बड़ा बयान दिया था और कहा था कि दिग्विजय सिंह ने जो आरोप लगाए हैं मैं उनसे सहमत हूं. कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश हो रही है. बीजेपी के नेता डर रहे हैं कि आने वाले समय में उनके पिछले 15 सालों के भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है. इसलिए ऐसा कर रहे हैं.
कमलनाथ ने कहा था, ’15 साल में इनके पास इतना पैसा कहां से आया? कई विधायकों ने मुझसे भी इसकी शिकायत की है. मैं तो विधायकों से कह रहा हूं कि फोकट का पैसा मिल रहा है तो ले लेना.’ कमल नाथ ने दावा किया था कि बीजेपी के भी कई विधायक हमारे संपर्क में हैं.