महबूबा की आरोपों की राजनीति शुरू
धारा 370 के हटने के बाद से वादी में से आतंकवादियों के सफाये की मुहिम ने ज़ोर पकड़ा और तकरीबन आतंकवादियों का सफाया हो गया. एक साल तक महबूबा समेत कई सरमायेदारों/राजनेताओं को नज़रबंद रखा गया। घाटी के लोगों ने चैन की सांस ली और ज़िंदगी पटरी पर आने लगी। फिर अचाना ही महबूबा की नज़रबंदी खत्म हो गयी और वह लोगों से मिलने लगीं। वैसे तो उन्हे अमनपसंद रियों काश्मीरियों ने नकार दिया लेकिन राजनीति तो फिर राजनीति है और अलगाववाद की राजनीति का तो मुफ़्ती परिवार धुरंधर खिलाड़ी रहा है। जब से महबूबा मुफ़्ती रिहा हो कर आयीं हैं तभी से काश्मीर में आए दिन वारदातें होने लगीं हैं। आतंकवाद की समर्थक रही महबूबा के परिवारिक इतिहास के बारे में अलगाववादी नेता हिलाल वार ने अपनी किताब ‘ग्रेट डिस्क्लोजरः सीक्रेट अनमास्क्ड’ में बताया है कि किस तरह पीडीपी नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने गृहमंत्री रहते हुए अपनी बेटी रूबिया सईद का अपहरण की साजिश रच आंतकवादियों को छुड़वाया और इसके बाद किस तरह बिगड़ गए कश्मीर के हालात।अलगाववादी नेता हिलाल वार ने अपनी पुस्तक में पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया है। उन्होंने लिखा है कि कश्मीर को अस्थिर करने की पटकथा बहुत पहले लिखी जा चुकी थी। इसका असली काम शुरु हुआ 13 दिसंबर 1989 को। 90 के दशक में इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो कश्मीर के हालत ठीक-ठाक थे। हिलाल वार के अनुसार आतंकवाद की शुरुआत करने वाले रुबिया सईद अपहरण कांड एक ड्रामा था। इसे राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए खेला गया था। इसके बाद कश्मीर के हालात बिगड़ते चले गए। आईसी 814 विमान को हाईजैक, संसद हमला और घाटी में बड़ी आतंकी घटनाएं इसी अपहरण कांड के बाद से ही शुरु हुईं।
काश्मीर/चंडीगढ़:
श्रीनगर.
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के संसाधनों को बर्बाद किया जा रहा है और भारत सरकार हमारी अवमानना कर रही है. मुफ्ती ने दावा कि राज्य में अवैध रेत खनन हो रहा है और साइट पर उन्हें जाने से रोका गया.
मुफ्ती ने ट्वीट किया, ‘मुझे स्थानीय प्रशासन ने आज रामबियारा नाला जाने से रोका. जहां अवैध टेंडर के जरिए खनन हो रहा है और हमारे संसाधनों को बाहर भेजा जा रहा है. स्थानीय लोगों को इलाके में भी जाने से रोका जा रहा है. हमारी जमीन और संसाधन भारत सरकार द्वारा बर्बाद किए जा रहे हैं. भारत सरकार हमारी अवमानना कर रही है.’
केंद्र सरकार पर अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुफ्ती ने लगातार ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, ‘ये उनका नया कश्मीर है. रेत माफिया दिन दहाड़े खनन कर रहे हैं और हमसे चुप रहने की उम्मीद की जाती है. एक नेता के तौर पर मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इन मुद्दों को उठाऊं. लेकिन, बीजेपी लगातार मेरे अधिकारों का उल्लंघन कर रही है और सुरक्षा के नाम पर मेरे आवागमन को रोका जा रहा है.’
बता दें कि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने हाल ही में महबूबा मुफ्ती को डिटेंशन से रिहा किया था, जिसके बाद बीजेपी की पूर्व सहयोगी ने क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लरेशन का ऐलान किया था.
पीडीपी (PDP) के अलावा इस एलायंस में नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) भी शामिल है. एलायंस ने हाल ही में आगामी जिला विकास परिषद चुनावों में हिस्सा लेने का ऐलान किया था.
महबूबा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि बीजेपी (BJP) उम्मीदवारों को छोड़कर अन्य पार्टियों के नेताओं को जिला विकास परिषद चुनाव में प्रचार करने से रोका जा रहा है.