आलोकतांत्रिक तरीके से बिलों के पास होने से लोकतन्त्र को ठेस लग है: पू॰ उप मु॰मंत्री चन्द्र मोहन

पचकुलां 22 सितंबर

अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और आदमपुर के विधायक श्री कुलदीप बिश्नोई ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा कृषि सुधार से सम्बन्धित दो अध्यादेशों को  कानूनी अमली जामा पहनाने के लिए  ,राज्य सभा में जिस अलोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष की आवाज को दबाकर, ध्वनिमत से इन अध्यादेशों को पास करवाया गया है, इससे लोकतंत्र की गरिमा को ठेस पहुंची है और संसदीय इतिहास में जिस   अनूठी परम्परा की शुरुआत करने का प्रयास किया गया है, वह लोकतंत्रान्त्रिक  मूल्यों के लिए भविष्य में घातक सिद्ध होगा।

बिश्नोई ने कहा कि मैं भी संसद का सदस्य रहा हूं और संसदीय परम्पराओं के अनुसार अगर विपक्षी पार्टियों के सदस्य किसी अंहम बिल पर मत विभाजन की मांग करते हैं तो उनकी भावनाओं का सम्मान करना और उन्हें संरक्षण प्रदान करना सभापति का प्रमुख दायित्व है। उन्होंने  प्रश्न  किया कि अगर  इसी तरह ध्वनिमत से ही बिना बहस के ही लोक सभा और राज्य सभा में बिल पास होने लग जायेंगे तो देश में लोकतंत्र की अहमियत ही क्या  बचेगी। ऐसे
 आचरण से तो लोकतंत्र से ही लोगों का विश्वास उठ जाएगा और फिर अगर मनमाने ढंग से सरकार चलानी है तो फिर विपक्षी पार्टियों की क्या जरूरत है।                                     ‌    उन्होंने कहा कि देश का किसान इन काले कानूनो के खिलाफ सड़कों पर है, उसकी आवाज को नहीं सुना जाना चाहिए था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार इन कृषि सुधार बिलों को किसानों की तकदीर बदलने वाला मान रही है, तो सतापक्ष  इनको पास करवाने की इतनी जल्द बाजी कर्मों दिखला रहा है। उन्होंने कहा कि देश का किसान अपने भविष्य के प्रति आशंकित है और वह  सड़कों पर उतर कर  सरकार से अपनी आजीविका को पूंजीपतियों के चंगुल से मुक्त करवाने की गुहार लगा रहा है। क्या  सरकार किसानों के  इतनी असंवेदनशील हो गई है कि केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को अपने संसदीय क्षेत्र में इन कृषि विधेयकों के खिलाफ मुखर विरोधी आवाज  सुनाई नहीं दे रही है।                   

बिश्नोई ने कहा कि देश का किसान यह जानने को उत्सुक हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य कौन तय करेगा , देश के कारपोरेट घराने या सरकार, किसानों की बेबसी और लाचारी का फायदा , साहुकार उठाएगें और उनके बूरे दिनों की शुरुआत प्रतीक्षा कर रही है। भाजपा ने जिस प्रकार से अपने स्वार्थ के लिए देश के किसानों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और फसलों के दाम दोगुना करने के नाम पर  गुमराह किया, वह कड़वी सच्चाई अब देश के किसानों के सामने आ चुकी है।
        ‌   उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम पर भी देश के किसानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के 18 सितंबर को दिए गए , एक साक्षात्कार में कहा था कि -एम एस पी , इस लिए अनिवार्य नहीं हो सकता है, क्योंकि यह व्यापारी और किसान के बीच  में करार है। किसान और प्रोसेसर मिल कर फसल की कीमत तय करेंगे। उन्होंने पूछा एम एस पी के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी गुमराह कर रहे हैं या केन्द्रीय कृषि मंत्री , यह भ्रम की स्थिति देश को स्पष्ट की जानी चाहिए।                    ‌ 

बिश्नोई ने मांग की है कि सरकार पर अंकुश लगाने के लिए ध्वनिमत से वोटिंग के खिलाफ भी एक बिल पास किया जाए ताकि सत्ताधारी दल इसका दुरुपयोग करके  लोकतांत्रिक व्यवस्था को बर्बाद ना कर दे।  इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि जो भी प्रोसेसर  न्यूनतम समर्थन मूल्य ‌से कम दामों पर खरीद करता है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान  किया जाए और किसानों का न्यायालय में जाने का अधिकार बहाल किया जाए अन्यथा  किसानों के साथ यह होने वाला है कि, पहले फसल आने पर फसल बिकती थी  और अब  इस  कानून के आने के  पश्चात  खेत में बोने से पहले ही फसल बिक जायेगी और यही से किसान की बर्बादी की दास्तान लिखनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर इन सभी काले कानूनों को वापिस ले कर किसानों की आजादी बहाल की जाएगी।    

Police Files, Panchkula – 22 September

विदेश भेजने के नाम  आरोपी महिला आरोपी को गिरफ्तार करके भेजा जेल  ।

पंचकूला, 22 सितम्बर  :

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । आज दिंनाक 22.09.2020 को थाना सैक्टर 05 पचंकुला की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधडी करने के मामले मे एक महिला अपराधी को किया गिरफ्तार । गिरफ्तार की गई महिला की पहचान शिल्पा वासी पचंकुला के रुप मे हुई  ।

                                         प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता राजेश मल्होत्रा सै0-9 पचकुंला ने दिनाक 11.02.2017 को शिकायत दर्ज करवाई की उपरोक्त आरोपी व साथी रिषी चौहान निवासी सै0-17 पचकुला, दीपक वा उसकी पत्नि, के साथ शिकायतकर्ता के साथ दोस्ताना सम्बन्ध थे, जो शिकायतकर्ता अपनी बेटी को विदेश  भेजना चाहता था जो इस सम्बव्ध मे शिल्पी ने शिकायतकर्ता को दीपक और लक्की नाम दो लोगों से मिलवाया और बताया कि यह दोनो पति-पत्नि कईं लोगो को विदेश भेज चुके है । और मैने भी कई लोगो के इन्हे केस दिए है और इन्होने उन्हे विदेश भेजा है उसके बाद दीपक और लक्की ने मेरी बेटी को आस्ट्रेलिया भेजने के लिए 10,00,000/-लाख रुपये कि मांग की और वायदा किया कि वह छहं महीने के अन्दर मेरी बेटी को आस्ट्रेलिया भेज देगें सारी बातचीत करने के पर मै  शिल्पी और रिषी के कि जिम्मेवारी लेने  पर कि अगर मेरा काम न ही हुआ तो मेरी  राशि  मुझे  वापिस मिल जाऐगी मैने रुपये 10,00,000/- दीपक और लक्की को समझ गवाहन नकद अदा कर दिए इसके बाद मै अपने बेटी के वीजा आने का  इन्तजार  करता रहा परन्तु मेरी बेटी का वीजा नही आया और वह लोग मुझे कोई ना कोई बहाना बना कर लटकाते रहे और कहते रहे कि अभी कुछ दिनो मे  ही आपका काम हो जाऐगा परन्तु  मेरा काम  नही हुआ और इन लोगो ने  शिकायतकर्ता का फोन तक उठाना बन्द कर दिया उसके बाद शिकायतकर्ता ने शिल्पी और  रिषी से अपने  पैसे मांगे और पुछा तो  उन्होने कहा कि  ये पैसे अब  वापिस नही मिलेगें उसके बाद  शिल्पी वा रिषी से हमारे  से  किटियों के जो  850000/- रुपये  भी लिए थे  उसका सोना  भी नही दिया और ना ही मेरे पैसे वापिस किए  यह कि अब मै जब  भी  शिल्पी वा रिषी से  अपने  पैसो  को मांगता हुं  तो वह मेरे पैसे  देने  से मना कर देते है और उल्टा  धमकी देते है कि अगर दौबारा  से  पैसे मांगे या फिर इस बारे  मे कहीं पर शिकायत की तो  मै तुम्हे जान  से मरवा  दुंगी  अब जब मैने फिर  से  कुछ  लोगो को लेकर उनसे मिलने की  कोशिश की  तो पता चला  कि उपरोक्त सभी दोषियान यहा से भाग कर  विदेश  चले गए औऱ उन्होने अन्य लोगो को भी  ऐसे ही लुट लिया  है जिस प्राप्त दरखास्त पर थाना सैक्टर 5 पचकुला मे प्राप्त होने पर उक्त आरोपीयो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए धारा 420 भा.द.स. 3 HARYANA PROTECTION OF INTEREST OF  DEPOSITORS IN FINANCIAL ESTABLISHMENT ACT-2013  अभियोग अंकित करके थाना सैक्टर 05 पचकुला की टीम ने कार्यवाही करते हुए दिनाक 22.09.2020 को आरोपी शिल्पी को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत भेज दिया गया ।

जमीन रजिस्टरी करवाने के मामले मे 5 लाख की धोखाधडी करने वाले दो आरोपियो को किया काबू

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । कल दिंनाक  21.09.2020 को थाना चण्डीमन्दिर की टीम ने जमीन की रजिस्टरी करवाने के मामले मे धोखाधडी करने के मामले मे दो आरोपीयो को गिरफ्तार किया गया जो गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान राजपाल सिह पुत्र खचेडु सिह वासी बरवाला व कुसुम लता पत्नी राजपाल वासी बरवाला पचंकुला रुप मे हुई ।

                        प्राप्त जानकारी के अनुसार 06.12.2019 को प्रेमलता पत्नी श्री मदन लाल निवासी बरवाला पंचकूला ने धोखाधडी करने के मामले मे शिकायत दर्ज करवाई कि । कुसुमलता धर्मपत्नी श्री राजपाल सिंह राणा पुत्र स्व० श्री खचेडूसिंह राणा वासी बरवाला पंचकूला ने मुझे अपने दो मंजिल मकान 05 मरले जमीन बेचने के लिये सम्पर्क किया । जिस पर शिकायतकर्ता ने मकान को देख कर उसको खरीदने का मन बना लिया और श्रीमति कुसुमलता ने इस मकान को बेचने का सौदा मेरे साथ दिनांक 30/07/2019 को सब-तहसील बरवाला में रूप्ये 18,00,000/- (रूपये अठारह लाख केवल) में तय किया और वहीं पर इस बाबत् लिखित में ब्याना कर लिया और मेरे से बतौर रोका रूपये 5,00,000/- (रूपये पॉच लाख केवल) रूबरू गवाहन पा लिये और इकरार किया कि वह इस मकान की रजिस्टरी मेरे नाम पर 30/10/2019 तक मेरे नाम पर करवा कर अपनी बाकी की पैमेंट प्राप्त कर लेगी । दोषी श्रीमति कुसुमलता ने साफ तौर पर लिखवाया और जैसा कि मुझे बताया था कि इस मकान मय जमीन पर किसी प्रकार का कोई लोन नही है और यह जमीन मय मकान किसी के पास रहन नही है और ना ही इस जमीन मय मकान पर कोई लोन लिया है। यह कि उसके बाद शिकायतकर्ता को विश्वसनीय सूत्रों से पता चला कि उपरोक्त दोषी श्रीमति कुसुमलता ने इस जगीन मय मकान पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (जोकि पहले स्टेट बैंक ऑफ पटियाला) था से जगदम्बा पैंट हाऊस की लिमिट बनवा उगती है और जिस पर शिकायतकर्ता ने पटवार खाने स इस जमीन मय मकान की फर्द निकलवाई तो पाया कि इस सच मे जमीन मय दुकान पर दोषी श्रीमति कुसुमलता ने जगदम्बा पैट हाउस के नाम से लोन ले रखा है औऱ फर्द पर भी यह लोन चढा हुआ है 4. यह कि इस बाबत् मैंने दोषी श्रीमति कुसुमलता से बात की तो वह यह लोन उतार कर जल्द ही इस जमीन मय मकान की रजिस्टरी शिकायतकर्ता के नाम पर करवा देगी जिस पर रजिस्टरी की तारीख बढाने बाबत् लिखित में भी यादशात पत्र लिखा गया और दोषी श्रीमति कुसुमलता ले रजिस्टरी की तारीख बढाकर दिनांक 11/11/2019 तय की । परन्तु फिर भी वादे के मुताबिक दोषी श्रीमति कुसुमलता ने जमीन/ मकान पर से लोन नही उतारा जिस कारण दिनांक 11/11/2019 कोभी रजिस्टरी नही हो पाई । 5. यह कि मैंने दिनांक 11/11/2019 को सब-तहसील कार्यालय बरवाला मेंरजिस्टरी की बाबत् अपनी हाजिरी दर्ज करवाई । शिकायतकर्ता दिनांक 11/11/2019 को सुबह से शाम तक रजिस्री करवाने के लिये पैसे लेकर दोषी श्रीमति कुसुमलता का तहसील कार्यालय में इंतजार करती रही परन्तु दोषी श्रीमति कुसुमलता रजिस्टरी करवाने नही आई । 6. यह कि इसके बाद मैंने कई बार दोषी श्रीमति कुसुमलता से मकान की रजिस्टरी करवाने के लिये कहा परन्तु दोषी श्रीमति कुसुमलता ने मुझे कोई आई गई नही दी और धमकी दी कि तू जो कर सकती है कर ले मैं रजिस्टरी नही करवाऊंगी और ना ही तेरे पैसे तुझे लौटाऊंगी। 7. इस तरह से दोषी श्रीमति कुसुमलता ने पहले से कोई समझी साजिश के तहत मेरे साथ पहले से रहन की हुई जमीन को मुझे बेचकर और फिर उसकी रजिस्टरी मेरे नाम पर ना करवा कर मेरे साथ 5,00,000/- रूपये की धोखधडी करने बारे थाना चण्डीमन्दिर मे प्राप्त होने पर थाना चण्डीमन्दिर ने धारा,406,420 IPC के तहत अभियोग दर्ज करके अभियोग मे गहनता से जांच करते हुए दिनाक 21.09.2020 को उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

पुलिस को डयूटी के दौरान जुस व रोग प्रतिरोधक शक्ति किये विस्तृत

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनुसार जिला पचंकुला मे कार्य करते हुए सभी थाना व सभी पुलिस चौकीयो तथा सभी पुलिस नाको पर इस महामारी के सम्बनध मे जूस व रोग प्रतिरोधक शकित टेबलेट विस्तृत किये जा रहे है ताकि पुलिस कर्मचारी भी इस महामारी के दौरान अपनी डयूटी को अच्छी तरह से कर सके । पचकुला पुलिस की वैलफैयर इन्चार्ज महिला निरिक्षक श्री माति नेहा चौहन ने कहा कि इस महामारी के दौरना कोरोन सक्रमण से बचने के लिये दी हिदायतो कि पालना करने जैसे मास्क पहनना व उचित दुरी बनाकर रखना सही खानपान अपनाये ताकि आपकी इम्युनिटी बनी रहे ताकि इस महामारी सक्रमण से बच सके ।  सभी पुलिस नाको पर जूस व शक्ति प्रतिरोधक शक्ति टेबलेट विस्तत किये जा चुके है

 पचकुला पुलिस प्रशासन आपको समय समय पर इस कोरोना सक्रमण से बचने के लिए अवगत करवा रहा है । कि आप लोग इस बढते सक्रमण  से बच सके । इस बढते सक्रमण हर तरीके से आपको अवगत करवा रहा कि आप लोग मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकले जैसे कि आप को फ्री मास्क विस्तृत करके व आपको जुर्माना भी लगाया जा रहा ताकि आप लोग मास्क पहनकर इस महामारी से बच सके । जैसे कि पचकुला पुलिस अब तक 10762 लोगो पर मास्क ना पहनने वालो पर जुर्माना कर चुकी है ।

मारपिटाई करने के मामले मे किया एक आरोपी को काबू

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । कल दिंनाक  21.09.2020 को थाना पिन्जौर की टीम ने मारपिटाई करने के आरोप मे अपराधी को गिरफ्तार किया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मेवा सिह पुत्र मलकीत सिह वासी मोलेवाली पिन्जौर पचंकुला के रुप मे हुई ।

                                      प्राप्त जानकारी के अनुसार 19.04.2019 शिकायतकर्ता सतबीर सिह पुत्र श्री जय सिह गांव मोलेवाली पिन्जौर जिला पंचकुला जो प्राईवेट नौकरी बद्दी मे (BLUE DART) की  कम्पनी मे काम करता है दिनाक 19.4.2019 को सुबह करीब 8 बजे जब वह अपनी डियुटी पर जा रहा था उसने देखा कि गली मे नसीब के घर के सामने चरण सिह पक्ष के 15-20 आदमी इक्टठे खडे थे । जैसे ही शिकायतकर्ता को देखा तो देखते ही मेवा सिह पुत्र भंगा सिह, पिन्दर पुत्र दलेल सिह , सुखबीर सिह पुत्र रब्बी सिह व जंग सिह, रामकरण सलीन्द्र सिह पुत्र राम सिह, लखविनद्र सिह पुत्र निर्मल सिह, ओकार सिह पुत्र गुरमेल सिह, जगतार सिह पुत्र गुरमेल सिह, जसबीर सिह उर्फ जस्सी, सतनाम सिह पुत्र जीत सिह, पिन्दा सिह पुत्र जीत सिह, दीप सिह पुत्र हरपाल सिह, ने एक दम ललकारा मार कर शिकायतकर्ता की तरफ दौड पडे सभी आरोपीयो ने शिकायतकर्ता पर पत्थरो व ईन्टो की बोछार  कर दी जो  शिकायतकर्ता को इन्टे से नीचे गिर गया जब वह उठने लगा तो मेवा सिह ने गडांसी  हथियार शिकायतकर्ता के माथे  पर मारा जो लगते  मे लहुलुहान हो गया व उसी समय श्रवण सिह व रामकरण ने मुझे डन्डे से मारा वा निमा पुत्र प्यारा सिह व अमरीक सिह पुत्र मोहन सिह ने मुझे थप्पड मुक्को व पास पडी इटें उठा कर मारी जिससे मुझे काफी चोटे आई और म सुदबुद हो गया जो परिवार के लोगो ने शिकायतकर्ता को हस्पताल पहुंचाया गया । जिस प्राप्त शिकायत पर थाना पिन्जौर ने उक्त आरोपीयो के खिलाफ अभियोग दर्ज किया जाकर कल दिनाक 21.09.2020 को आरोपी मेवा सिह पुत्र मलकीत सिह वासी मोलेवाली पिन्जौर को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

फ़िरोज़ शाह गंधी – भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार के वित्त मंत्री पर पड़े थे भारी

1958 की बात है. लोकसभा का सत्र चल रहा था. इसी दौरान ट्रेजरी बेंच पर बैठे एक सांसद के बोलने की बारी आई. वह जो कहने वाला था उससे नैतिकता के ऊंचे आदर्शों का दावा करने वाली जवाहर लाल नेहरू सरकार हिलने वाली थी.

चंडीगढ़(ब्यूरो):

सांसद ने बोलना शुरू किया. उसने आरोप लगाया कि भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने कुछ ऐसी कंपनियों के बाजार से कहीं ज्यादा कीमत पर करीब सवा करोड़ रु के शेयर खरीदे हैं जिनकी हालत पतली है. ये कंपनियां कलकत्ता के एक कारोबारी हरिदास मूंदड़ा की थीं. सत्ताधारी पार्टी के ही सांसद की तरफ से हुए इस हमले से विपक्ष और आलोचकों को मानो मनमांगी मुराद मिल गई थी.

इससे सकते में आए तत्कालीन वित्तमंत्री टीटी कृष्णमचारी ने पहले तो इससे सीधे इनकार किया. लेकिन यह सांसद अपनी बात पर अड़ा था. आखिर हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुआई में एक जांच आयोग बना. आरोप सच साबित हुए. कृष्णमचारी को इस्तीफा देना पड़ा. यह नेहरू सरकार की साफ-सुधरी छवि पर एक बड़ी चोट थी. इस राजनेता का नाम था फीरोज गांधी. विडंबना यह थी कि फीरोज जवाहर लाल नेहरू के दामाद थे.

लेकिन ऐसा काम उन्होंने पहली बार नहीं किया था. जो फीरोज गांधी को जानते थे उनके लिए यह बात अजूबा भी नहीं थी. भारत के सबसे ताकतवर परिवार के इस दामाद को नेहरू की नीतियों के प्रति अपने विरोध के लिए ही जाना जाता था.

फीरोज जहांगीर गंधी (गांधी नहीं) का जन्म 12 सितंबर 1912 को मुंबई (तब बंबई) के एक पारसी परिवार में हुआ था. मुंबई के कई पारसियों की तरह यह परिवार भी गुजरात से यहां आया था. पेशे से मरीन इंजीनियर उनके पिता जहांगीर फरदून भरुच से ताल्लुक रखते थे जबकि उनकी मां रतिमाई सूरत से थीं.

फीरोज के जन्म के कुछ समय बाद ही पहला विश्व युद्ध छिड़ गया. इसके चलते उनके पिता को लंबे समय तक समुद्री यात्राएं करनी पड़तीं. इस वजह से उन्होंने परिवार को इलाहाबाद भेज दिया जहां उनकी बहन शिरीन रहती थीं. शिरीन शहर के एक अस्पताल में सर्जन थीं. इस तरह फीरोज का बचपन इलाहाबाद में ही बीता.

इंदिरा गांधी से मुलाकात

1930 में शहर में कांग्रेस का एक धरना था. कमला नेहरू और इंदिरा गांधी सहित कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ताएं इसमें हिस्सा ले रही थीं. संयोग से यह उसी कॉलेज के बाहर हो रहा था जहां से फीरोज ग्रेजुएशन कर रहे थे. बताते हैं कि तेज धूप में कमला नेहरू बेहोश हो गईं और इस दौरान फीरोज ने उनकी मदद की. आजादी के लिए लड़ने वाले लोगों का जज्बा देखकर अगले ही दिन उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और आजादी के आंदोलन में शामिल हो गए. उसी साल फीरोज गांधी को जेल की सजा हुई और उन्होंने फैजाबाद जेल में 19 महीने गुजारे. तब इलाहाबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लाल बहादुर शास्त्री भी इसी जेल में थे. बताते हैं कि इसी दौरान उन्होंने अपना नाम बदलकर फीरोज गंधी से फीरोज गांधी रख लिया था. जेल से छूटने के बाद फीरोज तब के यूनाइटेड प्रोविंस (उत्तर प्रदेश) में किसानों के अधिकारों के लिए चल रहे आंदोलन में शामिल हुए. इसमें उन्होंने जवाहर लाल नेहरू के साथ करीब से काम किया. इस दौरान उन्हें फिर दो बार जेल हुई.

फीरोज ने 1933 में पहली बार इंदिरा के सामने शादी करने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन इंदिरा और उनकी मां कमला नेहरू ने इससे इनकार कर दिया. तब इंदिरा सिर्फ 16 साल की थीं और इस इनकार के पीछे उनकी मां का यही तर्क था. बाद के वर्षों में फीरोज की नेहरू परिवार से करीबी बढ़ती गई. खासकर कमला नेहरू से. टीबी के चलते जब कमला नेहरू को नैनीताल के पास भोवाली सैनटोरियम में रखा गया तो इस दौरान फीरोज ही उनके साथ रहे. यह 1934 की बात है. बाद में हालत बिगड़ने पर जब उन्हें यूरोप भेजा गया तो भी फीरोज उनके साथ थे. 28 फरवरी 1936 को जब कमला नेहरू ने दम तोड़ा तो फीरोज उनके सिरहाने ही बैठे थे.

शादी

इसके बाद फीरोज और इंदिरा की घनिष्ठता बढ़ती गई. मार्च 1942 में उन्होंने शादी कर ली. बताते हैं कि जवाहर लाल नेहरू इस शादी के खिलाफ थे और उन्होंने महात्मा गांधी से कहा था कि वे इंदिरा को समझाएं. अगस्त 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इस दंपत्ति को जेल में भेज दिया गया. तब उनकी शादी को छह महीने भी नहीं हुए थे. फीरोज एक साल तक इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में रहे.

इसके बाद के पांच साल इस दंपत्ति के लिए पारिवारिक व्यस्तताओं के साल रहे. फीरोज और इंदिरा के दो बच्चे हुए. 1944 में राजीव का जन्म हुआ और 1946 में संजय का. आजादी के बाद फीरोज और इंदिरा बच्चों के साथ इलाहाबाद चले गए. फीरोज द नेशनल हेराल्ड के प्रबंध निदेशक बन गए. यह अखबार उनके ससुर जवाहर लाल नेहरू ने ही शुरू किया था.

1952 में जब भारत में पहली बार आम चुनाव हुए तो फीरोज गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद चुने गए. तब तक इंदिरा दिल्ली आ गई थीं और इस दंपत्ति के बीच मनमुटाव की चर्चाएं भी होने लगी थीं. हालांकि इंदिरा ने रायबरेली आकर पति के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी.

अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज

जल्द ही फीरोज अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाली एक असरदार शख्सियत बन गए. 1955 में उनके चलते ही उद्योगपति राम किशन डालमिया के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ. यह भ्रष्टाचार एक जीवन बीमा कंपनी के जरिये किया था. इसके चलते डालमिया को कई महीने जेल में रहना पड़ा. इसका एक नतीजा यह भी हुआ कि अगले ही साल 245 जीवन बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण करके एक नई कंपनी बना दी गई. इसे आज हम एलआईसी के नाम से जानते हैं.

यानी एक तरह से फीरोज गांधी को राष्ट्रीयकरण की प्रक्रिया शुरू होने के पीछे की वजह भी कहा जा सकता है. उन्होंने टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव (टेल्को) के राष्ट्रीयकरण की भी मांग की थी. उनका तर्क था कि यह कंपनी सरकार को जापानियों से दोगुनी कीमत पर माल दे रही है. इसके चलते उनका अपना पारसी समुदाय भी उनके खिलाफ हो गया था. लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की. यही वजह थी कि उनकी प्रतिष्ठा हर पार्टी और वर्ग में थी.

1957 में फीरोज गांधी रायबरेली से दोबारा चुने गए. 1958 में उन्होंने नेहरू सरकार को वह झटका दिया जिसका जिक्र लेख की शुरुआत में हो चुका है.

लोकप्रिय राजनेता होने के बावजूद फीरोज गांधी अपने आखिरी दिनों में अकेले पड़ गए थे. उनके दोनों बेटे राजीव और संजय गांधी अपनी मां के साथ प्रधानमंत्री निवास में ही रहते थे. आठ सितंबर 1960 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.

IBRO EARLY CAREER AWARD-2020

Chandigarh September 22, 2020

Dr. Ranjana Bhandari currently working as Assistant Professor (Temporary) at University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University, Chandigarhhas received INTERNATIONAL BRAIN RESEARCH ORGANIZATION (IBRO) funded Early Career Award-2020 amounting to 5000 Euro (5 lakhs) for her proposal entitled “Development of Brain-targeted therapeutics for Autism Spectrum Disorders”.

Through this project she would be undertaking research in the area of developing brain-targeted therapeutics for targeting neurodegeneration in regressive autism occurring in children. This technology would be eventually patented. Ranjana also has a registered start-up company under the name”AKB INNOVANT HEALTHCARE PVT. LTD” to her credit.

Dr. Ranjana completed her PhD under the supervision of Dr. Anurag Kuhad, Assistant Professor at University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University, Chandigarh and Dr.Jyoti K Paliwal, Director PhaEx Consulting, Gurgaon & Ex Director of Ranbaxy & CDRI, Lucknow.

Police Files, Chandigarh – 22 September

Korel ‘Purnoor’, CHANDIGARH – 22.09.2020

Assault/Attempt to murder

          A case FIR No. 120, U/S 324, 307, 34 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh on the complaint of Dharminder R/o # 489, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh who alleged that two persons Nishu and Rahul both R/o # 806, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh attacked on complainant with sharp weapon at park near complainant’s residence on 20.09.2020. Complainant got injured and admitted in PGI, Chandigarh. Later both alleged persons namely Nishu age 23 years and Rahul age 19 years have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Assault/Quarrel

          A case FIR No. 174, U/S 147, 148, 149, 341, 324 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the complaint of Manish R/o # 2447, Mauli Jagran Complex, Chandigarh who alleged that persons namely Pali, Happy, Kala, Vinod and Ravi all R/o Rajiv Colony, Sector-17, Panchkula (HR) stabbed complainant near Verka Booth, Mauli Jagran, Chandigarh on 20.09.2020. Complainant got injured and admitted in Civil Hospital, Manimajra and later referred to GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Vishal Sharma R/o # 1848/A, Sector-43/B, Chandigarh reported that an unknown person stole away complainant’s M/Cycle No. CH01AK-8816 parked near his house on the 15-09-2020. A case FIR No. 182, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Hanuman R/o near ISBT, Sector-43, Chandigarh alleged that two unknown persons on motorcycle snatched away complainant’s mobile phone and cash Rs. 1600/- from him near Tea Stall, ISBT, Sector-43, Chandigarh on 20.09.2020. A case FIR No. 183, U/S 379A, 34 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 75, U/S 419, 420 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh on the complaint of a lady R/o Nairobi, Kenya who alleged that Dr. Mohit Dhawan of Avance Dental Clinic cheated complainant regarding providing adequate dentistry work with tourism facility in 2018. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 190, U/S 419, 420, 120B IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of Nirmal Singh R/o # 2093 Sector-44C, Chandigarh who reported that unknown person called to complainant and cheated total Rs. 1,65,400/- on pretext of providing insurance policy benefit. Investigation of the case is in progress.

पंचांग 22, सितम्बर 2020

आज 22 सितंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार मंगलवार है. मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित होता है. हनुमान जी एक ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा में सावधानी बहुत जरूरी है. मंगलवार को अगर सुबह बड़ के पेड़ के एक पत्ते को तोड़कर गंगा जल से धो कर हनुमान जी को अर्पित करें तो धन की आवक बढ़ती है. आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आश्विनी़, अधिक (मल) मास प्रारम्भ, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः पंचमी रात्रि 11.43 तक है, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः शतभिषा रात्रि 08.49 तक, 

योगः वैधृति प्रातः 07.58 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः कन्या, 

चंद्र राशिः तुला, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.12, 

सूर्यास्तः 06.15 बजे।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

नहर, ताज या पिरामिड की भांति एक स्मारक के रूप में प्रभावशाली है: आनंद महिंद्रा

पटना( ब्यूरो):

30 सालों तक लगातार फरसा और कुदाल चलाने की वजह से बिहार के लौंगी भुइयां को आज पूरा देश जान रहा है। बिहार के इस किसान के लगन और कड़ी मेहनत की ही देन है कि आनंद महिंद्रा ने उन्हें ब्रैंड न्यू ट्रैक्टर भेंट दिया है। बता दें कि लौंगी भुइयां ने 30 साल अकेले मेहनत कर अपने गांव और आसपास के लिए नहर खोद दी, जिसकी वजह से आज पहाड़ियों का पानी इस नहर की मदद से नीचे आ रहा है और 3 गांवों के 3000 लोगों को लाभ मिल रहा है।

दरअसल शनिवार को ट्विटर पर एक यूजर ने आनंद महिंद्रा को टैग कर के उन्हें लौंगी भुइयां की ज़रूरत के बारे में बताया था। इस ट्वीट में लिखा कि गया के लौंगी माँझी ने अपने ज़िंदगी के 30 साल लगा कर नहर खोद दी। उन्हें अभी भी कुछ नहीं चाहिए, सिवा एक ट्रैक्टर के। उन्होंने मुझसे कहा है कि अगर उन्हें एक ट्रैक्टर मिल जाए तो उनको बड़ी मदद हो जाएगी। जब यह ट्वीट वायरल हुआ तो आनंद महिंद्रा तक पहुँच गया और उन्होनें ट्वीट के जरिये लौंगी की मदद करने का आश्वासन दिया।

इसके बाद आनंद महिंद्रा की टीम लौंगी तक पहुंची और उन्हें शनिवार तक महिंद्रा की तरफ से ट्रैक्टर भेंट कर दिया गया। लौंगी को ट्रैक्टर के लिए कोई पैसा नहीं देना पड़ा। इसपर भुइयां का कहना है कि,” मैं बहुत खुश हूँ, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे ट्रैक्टर मिल जाएगा”।

क्या है लौंगी भुइयां की कहानी
बिहार के गया जिले में लुटुआ नाम की एक पंचायत पड़ती है। इसी पंचायत के एक छोटे से गांव कोठिलवा का 70 साल का यह बुजुर्ग जब अपनी 30 साल की मेहनत की कहानी सुनाता है तो सामने वाले की आंखें अचरज से फैल जाती हैं। आज से 3 दशक पहले यानी 1990 के दशक का बिहार। बिहारी सब रोजगार की तलाश में अपने गांवों को छोड़ शहरों की ओर पलायन शुरू कर चुका था। पलायन करने वालों में बड़ी संख्या तो ऐसी थी, जिसे राज्य ही छोड़ना पड़ा थाय़ इसी पलायन करने वालों में लौंगी भुइयां का एक लड़का भी था। करता भी क्या, जीवन के लिए रोजगार तो करना ही था क्योंकि गांव में पानी ही नहीं था तो खेती क्या खाक होती। आज से तीन दशक पहले जब ये सब हो रहा था तो लौंगी भुइयां बस अपने आसपास से बिछड़ रहे चेहरों को देख रहे थे। एक दिन बकरी चलाते हुए उन्होंने सोचा, अगर खेती मजबूत हो जाए तो अपनी माटी को छोड़कर जा रहे लोगों का जत्था शायद रुक जाए। पर खेती के लिए तो पानी चाहिए था।

उस दिन लौंगी भइयां ने जो फावड़ा कंधे पर उठाया, आज तीन दशक बाद जब गांव में पानी आ पहुंचा है तब भी ये फावड़ा उनके कंधे पर ही मौजूद है। हां इतना जरूर है कि गांव तक पानी आ पहुंचा है। 30 साल की अथक मेहनत के बीच यह शख्स बूढ़ा हो गया लेकिन गांव की जवानी को गांव में ही रुकने की व्यवस्था देने में कामयाब जरूर हो गया। इतनी बातों का सार यह है कि लौंगी भइयां अकेले दम पर फावड़े से ही 3 किलोमीटर लंबी नहर खोद पहाड़ी के पानी को गांव तक लेकर चला आया। अब जब बारिश होती है तो पहाड़ी से नीचे बहकर पानी बर्बाद नहीं होता बल्कि लौंगी भुइयां की बनाई हुई नहर के रास्ते गांव के तालाब तक पहुंचता है। 3 किलोमीटर लंबी यह नहर 5 फीट चौड़ी और 3 फीट गहरी है। बारिश के पानी के संरक्षण की सरकारी कोशिशों का हाल तो सरकार जाने लेकिन लौंगी भुइयां की इस सफल कहानी से आसपास के 3 गांवों के 3000 लोगों को लाभ मिला है।

कृषि सुधारों की धज्जियां उड़ाती राजनीति

किसानों को अपनी उपज की बिक्री की आजादी के लिए एपीएमसी एक्ट में सुधार नहीं किया गया है बल्कि ये एक नयाकानून है और यहनिर्बाध व्यापार के लिए हैवर्तमान एपीएमसी एक्ट व्यवस्था में कई तरह के नियामक प्रतिबंधों  के कारण देश के किसानों को अपने उत्पाद बेचने में काफी कठिनाई आती है। अधिसूचित कृषि उत्पाद विपणन समिति वाले बाजार क्षेत्र के बाहर किसानों पर उत्पाद बेचने पर कई तरह के प्रतिबंध हैं। अपने उत्पाद सरकार द्वारा लाइसेंस प्राप्त क्रेताओं को ही बेचने की बाध्यता है। इसके अतिरिक्त एक राज्य से दूसरे राज्य को ऐसे उत्पादों के  व्यापार के रास्ते में भी कई तरह की बाधाएं हैं। किसानों के सामने अब यह मजबूरी खत्म हो गई है। अब किसान को जहां भी उसकी फसल के ज्यादा दाम मिलेंगे, वहां जाकर अपनी फसल बेच सकता है। अब किसानों  को  कोई   भी  शुल्क अपनी  ऊपज  की  बिक्री  पर नहीं  देना  होगा।

चंडीगढ़(ब्यूरो) – 21 सितंबर:

कभी ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले डॉक्टर-कम्पाउण्डर या झोला छाप डॉक्टर का ही, दवाइयों वाला थैला खुलते हुए देखा है? ये बैग काफी भरा हुआ सा होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ग्रामीण इलाकों में दवाइयाँ मिलनी मुश्किल होती हैं।

इस वजह से डॉक्टर कई जरूरी दवाएँ साथ ही लिए चलते हैं। चूँकि झोला इतना भरा हुआ होता है, इसलिए एक दवा ढूँढनी हो तो पूरा थैला ही खाली करना पड़ता है! ऐसा होते ही आपको दिखेगा कि थैले में 1-2 लाइफबॉय साबुन की टिकिया भी रखी है। आप सोचेंगे कि शायद ये हायजिन मेन्टेन करने के लिए डॉक्टर ने हाथ धोने का साबुन रखा हुआ है।

ऐसा बिलकुल नहीं है। ये एक दवाई के तौर पर ही रखी हुई है। ग्रामीण इलाकों में आत्महत्या का सबसे आसान तरीका कीटनाशक पी लेना होता है। घर से रेल की पटरी पता नहीं कितनी दूर होगी, झोपड़ी में फूस का छप्पर इतना ऊँचा ही नहीं होता कि लटका जा सके, तैरना पहले ही आता है तो डूबना भी मुश्किल है, लेकिन कृषि आधारित काम करने वालों के पास सल्फास से लेकर तरल कीटनाशकों के डब्बे मौजूद होना कोई बड़ी बात नहीं।

किसी के ऐसे जहर खा-पी लेने पर सबसे पहले उसे उल्टी करवाकर उसके पेट से जहर को बाहर निकालने की कोशिश की जाती है। इसके लिए नए लाइफबॉय साबुन को पानी में थोड़ा घोलकर पिला दिया जाता है।

जब कोई और तरीका ना सूझे तो नए लाइफबॉय को पानी में घोलकर पिला देना उल्टी करवाने का सबसे आसान तरीका होता है। अक्सर ऐसा करने पर प्राइमरी हेल्थ सेंटर या अस्पताल तक ले जाने का वक्त मिल जाता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि क्या कीटनाशक से इतनी मौतें होती हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों के डॉक्टर उसका इंतजाम पास ही रखते होंगे? तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) के मुताबिक 900000 से अधिक मौतें विश्व भर में आत्महत्या से होती हैं। इसमें से 250000 से 300000 मौतें सिर्फ कीटनाशक वाले जहर से होती हैं। इसमें से भी ज्यादातर मौतें एशियाई देशों, जिनमें चीन, मलेशिया और श्रीलंका भी शामिल हैं, में होती हैं।

हाल ही में जब एनसीआरबी ने किसानों की आत्महत्या का 2019 का आँकड़ा पेश किया तो पता चला कि गत वर्ष 10281 किसानों ने आत्महत्या की है। ये आँकड़े पिछले 25 वर्षों में सबसे कम हैं। सन 1995 से, जबसे ये आँकड़े मौजूद हैं, उसके आधार पर देखें तो 2015 के बाद से इनमें लगातार कमी आती जा रही है।

जाहिर है कुछ लोगों को ये हजम नहीं होता। अपनी आदत के मुताबिक, जब आँकड़े नहीं होते तो वो कहेंगे कि आँकड़े छुपाए जा रहे हैं, और जब आ जाते हैं तो सवाल करेंगे कि क्या इन पर भरोसा किया जाए?

जब इन आँकड़ो को भी गौर से देखा जाए तो पता चलता है कि गरीबी या कर्ज की वजह से कम ही किसान आत्महत्या कर रहे हैं। अधिकांश में आत्महत्या का कारण “अन्य वजहें” नजर आती हैं।

गौरतलब है कि किसानों में दो किस्म के लोग आते हैं। एक तो वो हैं, जो खुद के खेतों में खेती करते हैं, और दूसरे वो जो खेतों में मजदूरी करते हैं। अब अगर आँकड़ों को देखा जाए तो ये पता चलता है कि अपनी जमीन पर खेती करने वालों की आत्महत्या की दर कम नहीं हुई है।

एक तथ्य ये भी है कि 19 राज्य ऐसे हैं, जो किसानों की आत्महत्या के कोई आँकड़े नहीं दे रहे। अब अगर ये देखा जाए कि किसानों की आत्महत्या का कारण क्या है, तो 2015 में उस वक्त के कृषि मंत्री ने कहा था कि कई बार किसान प्रेम संबंधों या नपुंसकता के कारण भी आत्महत्या करते हैं। इस बयान पर अच्छा ख़ासा बवाल भी हुआ था।

ये सब हमें वापस इस बात पर ले आता है कि अगर स्थिति ऐसी है तो क्या कृषि क्षेत्र में सुधारों की जरूरत नहीं है? जिनकी याददाश्त अच्छी होगी, उन्हें इस मुद्दे पर राहुल गाँधी का अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ जाना भी याद होगा।

जाहिर है कृषि क्षेत्रों में सुधार बहुप्रतीक्षित थे। किसान अपनी फसल केवल खुदरा ही कहीं और बेच सकता था, थोक में उसे लाइसेंस-परमिट धारकों के पास ही जाना पड़ता था, उस किसान को इस लाइसेंस-परमिट राज से मुक्त किया जाना आवश्यक था।

अब जब ये कदम उठाया जा रहा है तो तरह-तरह के जुमलों से किसानों को बरगलाने की कोशिश की जा रही है। एमएसपी जो कि अभी भी लागू है, उसके ख़त्म किए जाने का डर बनाया जा रहा है। इस समय ये लोग बताना भूल जाते हैं कि एमएसपी पर खरीदने के बाद भी सरकारें लम्बे समय तक भुगतान नहीं करतीं। इसके लिए भी यदा-कदा धरने-प्रदर्शन की ख़बरें आ ही जाती हैं।

बाकी अब जब लाइसेंस-परमिट राज को कृषि उत्पादों के थोक बाजार से ख़त्म कर दिया गया है, तब बदलाव आने में कितनी देर लगेगी, वो देखने लायक होगा। कुछ वर्षों बाद कृषक की आय दोगुनी हुई है या नहीं, ये तो सरकार की रिपोर्ट कार्ड पर चढ़ेगा ही!

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला – 21 सितंबर

पंचकूला 21 सितम्बर  :-  क्राईम ब्रांच पचंकुला नशीला पदार्थ गान्जा तसकर के मामले मे सलिप्त आरोपी को किया गिरफ्तार ।

                       माननीय पुलिस महानिदेशक, हरियाणा के अवैध नशा व नशे के तशकरो पकडने के लिए चलाये गये अभियान को निरन्तरता में रखते हुए । पचंकुला पुलिस के क्राईंम ब्रांच सैक्टर 26 पचंकुला के इन्चार्ज निरिक्षक श्री अमन व उनकी टीम ने पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये निर्देशो के तहत जिला में अपराधों पर रोकथाम व नशे का तसकरो को खिलाफ कार्यवाही करते हुए । दिनाक 31.08.2020 को एक अवैध नशीला पदार्थ गान्जा बरामद किया गया था जो आरोपी के खिलाफ नशा अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज करके आरोपी को 10 किलो 100 ग्राम गान्जा सहित गिरफ्तार किया गया था । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की  पहचान बिरु पुत्र कृष्ण वासी झुग्गी रेलवे क्रासिग पिन्जौर  के रुप मे हुई थी । जो आरोपी से पुछताछ के दौरान व अभियोग मे जाचं क्राईम ब्राच निरिक्षक दवारा गहनता से जाचं करते हुए अभियोग मे सलिफ्त अन्य अपराधी को दिनांक 20.09.2020 को गिरफ्तार कर लिया गया  । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सतबीर पुत्र हवा सिह वासी हजामपुर जिला हिसार हाल सियुडी कालका पचंकुला के रुप मे हुई ।

 गस्त पडताल के दौरान अफीम नशीला पदार्थ के मामले मे फरार आरोपी को किया गिरफ्तार ।

                               माननीय पुलिस महानिदेशक, हरियाणा के अवैध नशा व नशे के तशकरो पकडने के लिए चलाये गये अभियान को निरन्तरता में रखते हुए । दिनाक 12.09.2020 को थाना चण्डीमन्दिर की टीम ने रात्री गस्त पडताल के दौरान 500 ग्राम अफीमएक अवैध नशीला पदार्थ 500 ग्राम अफीम सहित गस्त पडताल के दौरान थाना चण्डीमन्दिर के टीम ने गिरफ्तार किया गया था जो की आरोपी के साथ सलिप्त आरोपी साथ जो की मौका से फरार हो गया था । जिस अभियोग मे डिटैक्टिव स्टाफ सैक्टर 25 पचंकुला की टीम ने  गहनता से जाचं करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान जगदीप सिह पुत्र जय सिह वासी बरवाला पचंकुला के रुप मे हुई ।जो आरोपी को माननीय पेश अदालत किया जाकर कार्यवाही अमल मे लाई गई 

पचंकुला पुलिस ने किया उदघोषित अपराधी को गिरफ्तार ।

मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनुसार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । कल दिंनाक  20.09.2020 एक उदघोषित अपराधी को विधि- पूर्वक गिरफ्तार किया गया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान प्रवीन राणा पुत्र मदन लाल वासी चण्डीगढ के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उपरोक्त अपराधी को दिनाक 05.08.2019 को Viren Kadyan) JMIC/Panchkula की माननीय अदालत के दवारा उदघोषित अपराधी कर दिया गया था जो थाना सैक्रटर 05 पचकुला मे कोर्ट के दवारा आदेश प्राप्त होने पर अपराधी के खिलाफ धारा 174 –ए के तहत अभियोग दर्ज किया जाकर थाना सैक्टर 05 पचंकुला की टीम ने उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जो काबू किये गये आरोपी की पहचान प्रवीण राणा पुत्र मदन लाल वासी चण्डीगढ के रुप मे हुई ।

भारत विकास परिषद ने मंदिरों में रुद्राक्ष के पौधे लगाए

चंडीगढ़ 21 सितंबर:

भारत विकास परिषद चंडीगढ़ ,एवं हिंदू पर्व महासभा के द्वारा और प्रो. डी वी राय जी अध्यक्ष भारत विकास परिषद चंडीगढ़ नॉर्थ जोन की प्रेरणा से संयुक्त रूप से चंडीगढ़ के मंदिरों में रुद्राक्ष ( भगवान शिव का साक्षात रूप) के पौधे लगाए जा रहे है ।

इस कड़ी में आज 21-9-20 दिन सोमवार को सेक्टर 15 के श्री सनातन धर्म मंदिर सभा और सेक्टर 22 श्री सत्य नारायण मंदिर सभा के सहयोग से मंदिर के विद्वानों द्वारा इन् मंदिरो में पूर्ण विधि-विधान और मंत्रोचार से रुद्राक्ष के पौधे लगाए गए।

इस अवसर पर भारत विकास परिषद के श्री अजय दत्ता जी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर , तिलक राज वधवा जी प्रांतीय महासचिव , अजय सिंगला जी सचिव नॉर्थ ज़ोन , सतीश भास्कर संपर्क सचिव नार्थ जोन, श्रीमती विजय सिंगला जी, महिला प्रमुख नार्थ जोन,


श्रीमती प्रेम शाह जी (प्रधान नॉर्थ 5), के एन गुप्ता जी ( वित सचिव नॉर्थ 5 ), दीपक मित्तल (उपाध्यक्ष नॉर्थ 5 ), अरुणेश अग्रवाल जी अध्यक्ष नॉर्थ 1, एस के शर्मा जी सचिव नॉर्थ 1 , हिंदू पर्व महासभा के बी पी अरोड़ा जी ( अध्यक्ष ), एल सी बजाज जी (उपाध्यक्ष ), एल एन सिंगला जी ( वित सचिव) विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर श्री सौरभ नेहा जोशी जी, जोशी फाउंडेशन से और पूर्व पार्षद , सेक्टर 15 सनातन धर्म मंदिर में और श्री दीपक मधु मित्तल जी ,उपाध्यक्ष नॉर्थ 5 ,सेक्टर 22 के श्री सत्य नारायण मंदिर में यजमान के रूप में उपस्थित रहे

अजय सिंगला
सचिव नॉर्थ जोन