खालिस्‍तानी आतंकवादी भारत ही नहीं बल्कि कनाडा के ल‍िए भी बड़ा खतरा बन गए हैं : रिपोर्ट

कनाडा में वर्ष 2018 के लिए आई पब्लिक रिपोर्ट में देश को खालिस्तानी आतंकवाद से खतरा बताया गया है। कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने पहली बार खालिस्तानी आतंकवाद को खतरे के रूप में सूचीबद्ध किया है। यह रिपोर्ट जनसुरक्षा मामलों के मंत्री राल्फ गुडाले ने पेश की है। इस रिपोर्ट में इस्लामी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और अल कायदा से भी खतरे की आशंका जताई गई है। अतीत में कनाडा में रहने वाले तमाम सिख चरमपंथियों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के सहयोग से पंजाब को अशांत रखा है। वे एक बार फिर से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रयासरत हैं।

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम :

ओटावा के एक प्रमुख कनाडाई थिंक टैंक ‘मैकडोनाल्ड-लॉयर इंस्टीट्यूट’ ने खालिस्तानी चरमपंथ के उभरने में पाकिस्तान की भूमिका पर एक अध्ययन जारी किया है। इंस्‍टीट्यूट ने कहा कि खालिस्‍तान पाकिस्‍तान का प्रॉजेक्‍ट है और इसे कनाडा में ठग और राजनीतिक चालबाजों ने जिंदा रखा है। इस थ‍िंक टैंक ने सरकार को आगाह क‍िया है क‍ि खालिस्‍तानी आतंकवादी भारत ही नहीं बल्कि कनाडा के ल‍िए भी बड़ा खतरा बन गए हैं।

वरिष्‍ठ पत्रकार टेरी मिलेवस्की (Terry Milewski), [पीडीएफ], द्वारा लिखित, यह शोध पत्र खालिस्तान आंदोलन को कवर करता है और पाकिस्तान द्वारा विकसित और पोषित एक भू-राजनीतिक परियोजना के रूप में इसकी वास्तविकता को बताता है। यह पेपर कनाडा और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर लगाए गए खालिस्तान आंदोलन के खतरे पर शोध करता है।

कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथ का प्रभाव

भारत के पंजाब प्रांत में सक्रिय खालिस्‍तानी आतंकियों को पाकिस्‍तान ने पैदा किया था और ये आतंकी अब न केवल भारत बल्कि कनाडा के राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं।

वरिष्‍ठ पत्रकार टेरी मिलेवस्की ने अपनी रिपोर्ट ‘खालिस्‍तान: ए प्रॉजेक्‍ट ऑफ पाकिस्‍तान’ में कहा कि खालिस्‍तान आंदोलन कनाडा और भारत दोनों की ही सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है। पिछले कुछ दशकों में, विशेष रूप से 1985 में खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा एयर इंडिया फ्लाइट 182 ‘कनिष्क’ पर बमबारी की भयानक घटना के बाद, कनाडा में खालिस्तानियों का प्रभाव तेज गति से बढ़ रहा है।

खालिस्तानी समर्थक सिख नेता, जो कनाडा में व्यापक राजनीतिक संरक्षण में हैं, गुरुद्वारा कैश फ्लो और सामुदायिक वोटों पर अपने नियंत्रण के लिए, कथित तौर पर ट्रूडो सरकार पर दबाव डालकर खालिस्तान आतंकवाद के खतरों की वार्षिक रिपोर्ट से हटाने का दबाव बनाया था।

एमएल इंस्टीट्यूट के अध्ययन में कहा गया है कि यह नतीजा एक विस्तृत अंतरराष्ट्रीय लॉबिंग अभियान के बाद सामने आया था।

खालिस्तान आंदोलन में पाकिस्तान की भूमिका

टेरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस आंदोलन के बाद भी सच्‍चाई यह है कि कनाडा के सिख इस आंदोलन के जरिए अपने गृह राज्‍य पंजाब नहीं जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि कनाडा के लोगों के लिए पाकिस्‍तान का यह कदम बड़ा राष्‍ट्रीय खतरा बन गया है। चूँकि पंजाब में खालिस्‍तान के कुछ ही समर्थक बचे हैं, इ‍सलिए कनाडा में खालिस्‍तान के समर्थकों को पाकिस्‍तानी मदद बढ़ गई है।

रिपोर्ट में खालिस्तानी आंदोलन के विकास और पोषण में पाकिस्तान की भूमिका की जाँच की गई है, जो खालिस्तान नाम के सिखों के लिए एक अलग देश के विचार का समर्थन करता है।

टेरी मिलेवस्की लिखते हैं कि भारत में सिखों के गृह राज्य पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को ज्यादा तूल नहीं मिल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खालिस्‍तानी आतंकी नवंबर, 2020 में स्‍वतंत्र खालिस्‍तान के लिए जनमत संग्रह कराना चाहते हैं और जैसे-जैसे यह दिन नजदीक आ रहां है, वैसे-वैसे दुनियाभर में सिख समुदाय में संशय बढ़ता जा रहा है। उन्होंने रिपोर्ट में चेतावनी दी कि जनमत संग्रह चरमपंथी विचारधारा को हवा देगा और युवा कनाडाई लोगों को कट्टरपंथी बनाएगा।

हालाँकि, कनाडा सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह खालिस्तान पर नवंबर में होने वाले तथाकथित जनमत संग्रह को ‘सिख फॉर जस्टिस’ जैसे समूहों द्वारा मान्यता नहीं देगी, जिसे 2019 में भारत द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था।

रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के पूर्व कैबिनेट मंत्री उज्जल दोसांझ और थिंक टैंक के एक प्रोग्राम डायरेक्टर शुवालॉय मजूमदार ने कहा, “खालिस्तान प्रस्ताव का मार्गदर्शन करने में पाकिस्तान के प्रभाव को समझने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को मिल्वेस्की की यह रिपोर्ट जरूर पढ़नी चाहिए।”

जस्टिन ट्रूडो सरकार ने 2015-19 के दौरान अपने पहले कार्यकाल में खालिस्तान समर्थक समूहों के प्रति कथित नरमी को भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट का एक प्रमुख कारण बताया। कनाडा में लिबरल पार्टी की सरकार ने खालिस्तान समर्थक समूहों की गतिविधियों को अनुमति देने के पीछे अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला दिया था।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि खालिस्तान का समर्थन भारत में कितना कम है, और यह वास्तव में बहुत कम हो गया है, लेकिन यह पाकिस्तान में अभी भी जीवित है, जहाँ जिहादी समूहों ने अपने साझा दुश्मन, भारत के खिलाफ सिख अलगाववादियों के साथ आम मुद्दा बना दिया है।

कौन हैं टेरी मिलेवस्की

टेरी मिलेवस्की एक अनुभवी पत्रकार हैं। 1967 में एक छात्र के रूप में वह पहली बार भारत आए थे। उस समय उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का साक्षात्कार लिया था। अपने करियर के दौरान कई बार सीबीसी टीवी न्यूज़ के संवाददाता के रूप में मिल्वेस्की ने भारत का दौरा किया। उन्होंने 1986 में एयर इंडिया में बमबारी सहित कई प्रमुख घटनाओं को कवर किया है। वह सीबीसी के लिए वरिष्ठ संवाददाता के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं।

चिकित्सक कोरोना पोजिटिव के साथ बेहतर ढंग से व्यवहार करें : उपायुक्त पंचकुला

पंचकूला 10 सितम्बर

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि चिकित्सक कोरोना पोजिटिव के साथ बेहतर ढंग से व्यवहार करें और उन्हें ऐसी बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया करवाए ताकि सरकारी अस्पतालों की ओर अधिक इमेज बढे। इसके साथ ही रोगी निजी अस्पतालों में जाने से भी गुरेज करे।

उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में चिकित्सकों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार कोरोना पोजिटिव के धन की भी बचत होगी ओर चिकित्सकों की भी पहचान बढेगी। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन को लेकर जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से हर कोरोना रोगी तक पहंुच सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. दलीप मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह कमेटी दिन में कम से कम चार बार होम आईसोलेशन वालों के साथ बातचीत करेगी। इसके अलावा रोगी की सही समय पर जांच पड़ताल के साथ तुरन्त स्वास्थ्य लाभ भी सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आईएमए के साथ बेहतर मैपिंग की जाए ओर हर चार घण्टें में होम आईसोलेशन की समरी बनाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि होम आईसोलेशन वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम आईसोलशन की गाईड लाईन की जानकारी जिला स्तरीय कमेटी के पदाधिकारी देंगें। उन्होंने कहा कि रोगी को समय पर घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए संबधित सरंपचों के साथ साथ अन्य मौजिज व्यक्तियों को भी जागरूक किया जाए। होम आईसोलेशन वालों के लिए आॅडियो बनाई जाए जिसमें उसे पूरी जानकारी हासिल हो सके।
बैठक में नगराधीश धीरज चहल, सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर, डा. मीनू, डा. राजीव, डा. मलकीत, डा. अर्चना, डा. अंजलि सहित कई चिकित्सक मौजूद थे।
फोटो कैप्शन- चिकित्सकों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।

पर्यावरण विषय को लेकर बैठक आयोजित

पंचकूला 10 सितम्बर:

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि अधिकारी नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें ताकि पर्यावरण शुद्ध रहे और लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेश दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इनका प्रति माह अवलोकन किया जाएगा।
उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय स्पेशल टास्क फोर्स कमेटी की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने स्टेंच ग्रिप मनसा सेकरड घग्गर नदी के पर्यावरण को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय कमेटी के सिंचाई, जनस्वास्थ्य, पर्यावरण विभाग के पदाधिकारी संबधित एसडीएम के साथ हर माह 5-5 उद्योग एवं एसटीपी की जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपंेगे। उन्होंने सहायक भूमि सरंक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि वह वाटर हारवेस्टिंग पर प्रोजैक्ट बनाकर सौंपे ताकि उस पर कार्य किया जा सके। इसके लिए किसानों की भूमि अधिक से अधिक सिंचित होनी चाहिए।

उपायुक्त ने कहा कि बायो वेस्ट की तर्ज पर ई वेस्ट के डिस्पोजल को लेकर भी योजना बनाई जाए। इसके लिए नगर निगम नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। यह एजेंसी ऐसे स्थानों की पहचान के अलावा एकत्र करना तथा उसके डिसमेंटल के लिए भी विस्तार से कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग ऐसी योजना बनाएं जिसमें उनके एसटीपी में प्रदूषण का लेवल 10 एमएलडी तक लाया जा सके।

बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कालका व पिंजौर में एसटीपी से सिचांई की योजना बनाई जा रही है इसमें पम्प से सिंचाई के साथ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से किसानों की 1200 एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि एमआरएफ एवं वेस्ट की फ्रीक्वेंसी बढाने बारे भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट, पलास्टिक वेस्ट सहित प्रदूषण संबधी कई अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।

इस मौके पर एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला विकास एवं  पंचायत अधिकारी कवंर दमन सिंह, संयुक्त आयुक्त नगर निगम संयम गर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण वीरेन्द्र पूनिया, कार्यकारी अभियंता सिंचाई, जनस्वास्थ्य, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकूला 10 सितम्बर  :-  

फर्जी आर.सी बनवाकर बैंक से कार लोन लेने के मामले मे किया एक आरोपी को गिरफ्तार ।

                 सौरभ सिह भा॰पु॰से॰, पुलिस आयुक्त पंचकुला व मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराधो की रोकथाम व अपराधियो की धरपकड करते हुए ।  थाना पिन्जौर की टीम ने कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को फर्जी कागजात के दवारा लोन लेने के मामले मे आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान दीपक राय पुत्र सुभाष वर्मा वासी बददी सोलन हिमाचल प्रदेश के रुप मे हुई ।

                   प्राप्त जांनकारी के अनुसार दिनांक 09.08.2018 बैंक मैनेजर ने एक शिकायत दर्ज करवाई कि उपरोक्त आरोपी ने बैंक से दिनाक 30.04.2016 को  10 लाख रुपये का कार लोन स्वकृति करवाया था । जो उपरोक्त आरोपी ने कार की आर.सी बैक मे जमा करवाई थी । उस कार की आर.सी को बैक दवारा वैरिफाई करवाया गया । जो कि किसी और व्यकित के नाम पर निकली जो की फर्जी निकली थी । जिस प्राप्त दरखास्त पर थाना पिन्जौंर ने कार्यवाही करते हुए धारा 406/420/120-B भा.द.स के तहत अभियोग दर्ज किया जाकर तथा अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुए । दिनाक 09.09.2020 को उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया व आरोपी को माननीय पेश न्यायलय किया जाकर दो दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया ।

टैक्सी वालो ने आटो वालो के साथ लडाई झगडा करने के जुर्म मे चार आरोपियो को गिरप्ततार किया

                  सौरभ सिह भा॰पु॰से॰, पुलिस आयुक्त पंचकुला व मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराधो की रोकथाम व अपराधियो की धरपकड करते हुए । थाना कालका की टीम ने दिये गये निर्देशो के तहत कार्यवाही करते हुए तथा कार ट्रैक्सी ड्राईवर ने आटो वालो के साथ हाथापाई करन व मारपिटाई करने के मामले मे चार आरोपियो को गिरप्तार किया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान अशोक कुमार, सुरेन्द्र कुमार, सुरज पुत्र ओम प्रकाश, ललित कुमार पुत्र अशोक कुमार वासी टीपरा कालका के रुप मे हुई ।

             प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 08.09.2020 को शिकायतकर्ता अमित कुमार पुत्र विजय कुमार वासी कालका ने शिकायत दर्ज करवाई की । जो की कालका बस स्टैण्ड पर आटो चलाता है । दिनाक 08.09.2020 को तीन सवारियो को लेकर परमाणु बैरियर लेकर गया था । इतने मे सामने से टैक्सी वाले ने आटो वाले को नीचे उतार कर व सवारी व आटो वाले के साथ हाथापाई करने लग गया । उपरोक्त आरोपी टैक्सी वाले सवारियो से मनमानी किराय वसुलते है । उपरोक्त आरोपियो ने रास्ते मे आटो वालो के रोककर आटो वाले के साथ लडाई झगडा करने के जुर्म मे  प्राप्त दरखास्त पर कार्यवाही करते हुए थाला कालका ने उपरोक्त आरोपियो के खिलाफ अभियोग दर्ज करके कार्यवाही अमल मे लाई गई व उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया गया ।

नाबांलिग लडकी के साथ छेड़छाड़ करने के मामले मे आरोपी को गिरफ्तार करके भेजा जेल ।

                 सौरभ सिह भा॰पु॰से॰, पुलिस आयुक्त पंचकुला व मोहित हाण्डा, भा॰पु॰से॰, पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराधो की रोकथाम व अपराधियो की धरपकड करते हुए । थाना चण्डीमन्दिर की टीम ने दिये गये निर्देशो के तहत कार्यवाही करते हुए तथा पचकुला महिलाओ से सम्बन्धित मामलो मे शीघ्रता मे कार्यवाही करते हुए कल दिनांक 09.09.2020 को एक नाबांलिग लडकी के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को गिरप्तातार किया गया । गिरफ्तार किये गये व्यकित की पहचान अनिल कुमार वासी पंचकुला के रुप मे हुई ।

             प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 08.09.2020 को एक महिला ने थाना चण्डीमन्दिर मे दरखास्त दी ।  कि जो उसकी लडकी घर से बाहर किसी काम से गई थी उपरोक्त आरोपी ने रास्ते मे मे लडकी के साथ छेड़छाड़ की है । जिस प्राप्त दरखास्त पर थाना चण्डीमन्दिर ने कार्यवाही करते हुए पोक्शो एक्ट के अधीन अभियोग अंकित करके अभियोग मे अनुसधांनकर्ता दवारा गहंनता से जांच करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया तथा आरोपी को माननीय पेश अदालत करके न्यायिक हिरासत मे भेजा गया ।

PROCLAIMED OFFENDER since 10 years namely Gurpreet Singh @ Sunny arrested by Operations Cell.

Chandigarh:

On 09.09.2020, a secret information was received that a Proclaimed Offender of two cases namely Gurpreet Singh @ Sunny S/o Jaspal Singh, r/o # 66A, Dayal Bagh, PS-Mahesh Nagar, Ambala, Hr., Age 37 years, who is accused of Case FIR No.46 Dated 06.11.2006 U/S 356, 379, 411 IPC, P.S-03, Chandigarh & FIR No.64 dated 10.02.2006, U/s 356, 379, 411 IPC, PS-17, Chandigarh, is now residing at # 36, Jarnail Enclave, Phase II, Zirakpur and declared PO on 18.02.2009 & 26.02.2011 respectively.

                After receiving this information, a police party of Operations Cell was deputed under the supervision of Inspector Ranjeet Singh, I/C Operations Cell and the close guidance of Smt. Rashmi Sharma Yadav, DANIPS, DSP Operations, headed by HC Lakhwinder Singh 3376/CP, HC Jaswinder Kumar No.832/CP and Ct. Amandeep, No.4687/CP to apprehend the said accused. At about 01.45 PM, Police party arrested the accused Gurpreet Singh @ Sunny from his present residence i.e. at # 36, Jarnail Enclave, Phase II, Zirakpur.

Brief of Cases:-

  1. FIR No.46 Dated 06.11.2006 U/S 356, 379, 411 IPC, P.S-03, Chandigarh

                The above said case was registered on the complaint of Smt. Karamjit Kaur w/o Sh. Narinder Pal Singh, R/o # 543, Sector-7-B, Chandigarh, in which he stated on dated 06.04.2006, she was going to market sector-8 for purchasing medicine, while she reached in front of Kothi No.505, Sector-8, Chandigarh, two boys on scooter came from backside and snatched her purse containing, 6 ATM Cards, cash Rs.770/-, Driving licence, PAN Card, Scooter RC No CH01-L-9908. The above case was registered against the unknown persons who are on Scooter No.HR03-A-0835. Accused Gurpreet Singh @ Sunny was arrested in this case and release on bail. After bail Gurpreet Singh @ Sunny was absconded since 2010 and declared PO on 21.08.2010 by the Hon’ble Court of Sh. Ranjeev Kumar, JMIC, UT Chandigarh .

  • FIR No.64 dated 10.02.2006, U/s 356, 379, 411 IPC, PS-17, Chandigarh.

The above said case was registered on the complaint of Smt. Saroj Uppal w/o Sh. Ramesh Uppal, R/o # 1487, Sector-22-B, Chandigarh, in which she stated on dated 06.04.2006, she was going to sector-35 on Rickshaw for some work, when she reached in front of # No.2572, Sector-22, Chandigarh, two hindu boys came on a scooter and the boy sitting on pillion seat snatched her purse containing, cash Rs.8,000/10,000/-, house keys and important doucments. The above case was registered against the unknown persons. Further accused Gurpreet Singh @ Sunny was arrested in this case and release on bail. After bail Gurpreet Singh @ Sunny was absconded since 2010 and declared PO on 26.02.2011 by the Hon’ble Court of Sh. J. S. Sidhu, CJM, UT Chandigarh.

        Besides these two cases, Gurpreet Singh @ Sunny is also accused in case FIR No. 64 dated 06.04.2007, U/s 387, 34 IPC, PS-Mahesh Nagar, Ambala. This case was registered on the complaint of Sh. Sunil Sethi S/o Manas Ram, R/o # 20,Dayal Bagh, Ambala Cant., Hr., who stated that he is a property dealer in Ambala and on dated 05.04.2007, Gurpreet Singh @ Sunny alongwith his associated demanded ransom of Rs.50,000/-, and threaten him that if he will not given money to them, they will harm to his family. Further Gurpreet Singh @ Sunny and his associates were arrested by the Ambala Police. Accused Gurpreet Singh @ Sunny was convicted on dated 11.11.2010 in this case.

                Today, i.e. on 10.09.2020, accused Gurpreet Singh @ Sunny have been produced in the concerned Hon’ble Court and was sent to 14 days Judicial Custody.

रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरजेडी से इस्तीफा दे दिया, लालू ने कहीं न जाने की बात कही

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ हर वक्त साये की तरह खड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया। महज 38 शब्दों के लिखे पत्र में उन्होंने अपना पूरा दर्द बयां कर दिया। इस्तीफे का पत्र मीडिया में आते ही राजद में खलबली मच गई है। वहीं उनके बेहद खास लालू प्रसाद यादव भी बेचैन हो गए हैं। अब इसी बेचैनी को उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से व्यक्त किया है और रघुवंश प्रसाद सिंह से कहा है कि वे राजद (RJD) छोड़ कहीं नहीं जा रहे हैं।

पटना(ब्यूरो):

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन हर बदलते दिन के साथ राजनीति नई करवट लेती जा रही है। इसी क्रम में दिल्ली के एम्स में बिस्तर पर लेटे-लेटे ही पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से इस्तीफा दे दिया है।

सादे कागज पर लालू प्रसाद यादव को संबोधित इस्तीफे में उन्होंने लिखा है, “जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीछे-पीछे खड़ा रहा। लेकिन अब नहीं। पार्टी नेता कार्यकर्ता और आमजनों ने बड़ा स्नेह दिया। मुझे क्षमा करें।” जून में उन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था। लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था और लालू ने खुद तेजस्वी यादव को रॉंची तलब कर उन्हें मनाने को कहा था।

रघुवंश प्रसाद सिंह के करीबियों ने ऑपइंडिया को बताया कि अब राजद से उनका रिश्ता टूट चुका है। पार्टी में बने रहने की कोई गुंजाइश नहीं है। केंद्रीय मंत्री रहे राजद नेता जयप्रकाश नारायण यादव से जब हमने इस संबंध में सवाल किया तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

रघुवंश प्रसाद सिंह RJD में पूर्व सांसद रामा सिंह को शामिल करने के प्रयासों को लेकर नाराज चल रहे थे। बाहुबली छवि के रामा सिंह लोकसभा चुनाव में वैशाली से रघुवंश प्रसाद सिंह को हरा भी चुके हैं। इसके अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे जगदानंद सिंह से भी वे नाराज चल रहे थे। जून में लालू को लिखे पत्र में उन्होंने पार्टी की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल भी उठाए थे।

बिहार में हर दल के अपने सामाजिक समीकरण हैं और चुनाव में मतदान उन्हीं समीकरणों के इर्द-गिर्द होता रहा है। ऐसे में सवाल है कि 74 साल के रघुवंश प्रसाद का जाना राजद के जमीनी समीकरणों को कितना प्रभावित करेगा?

रघुवंश प्रसाद सिंह के स्वजतीय राजपूत वोटर बिहार में 5 फीसदी के करीब हैं और पूरे राज्य में बिखरे हुए हैं। जब लालू ने ‘भूरा बाल साफ करो’ का नारा दिया था, उस दौर में भी राजपूत का बड़ा तबका उनके ही साथ रहा। इसकी वजह यकीनन रघुवंश प्रसाद और जगदानंद सिंह जैसे राजपूत नेता थे, जिनका सीमित क्षेत्रों में प्रभाव था। लेकिन, रघुवंश प्रसाद कभी भी बिहार के राजपूतों के एकमात्र नेता नहीं रहे।

बीजेपी के पास भी राधा मोहन सिंह और राजीव प्रताप रूडी जैसे चेहरे रहे हैं, जिनका अपने इलाके में और अपने स्वजातीय वोटरों के एक तबके पर प्रभाव है। इसके अलावा सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत को जिस तरह इस बार ‘बिहारी प्राइड’ से जोड़ा गया है, उससे भी इस वर्ग का झुकाव एनडीए की तरफ बढ़ा है।

फिर यह इस्तीफा राजद की चुनावी संभावनाओं को कैसे प्रभावित करेगा? इसका जवाब हाल ही में पटना विश्वविद्यालय के कुछ पूर्व प्राध्यापकों के बीच हुई चर्चा में छिपा है। यह चर्चा इसी विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र और प्राध्यापक, जो कभी बीजेपी के बड़े नेता हुआ करते थे तथा चंद्रशेखर से लेकर वाजपेयी कैबिनेट तक में मंत्री रहे, की पहल पर हुई थी।

असल में राजनीति में अप्रसांगिक हो चुका यह नेता एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर बिहार चुनाव के जरिए खुद के लिए संभावनाओं की पड़ताल कर रहा था। इसी क्रम में हुई चर्चा के दौरान बात 1955 में बिहार में हुए छात्र आंदोलन, जो स्वतंत्र भारत का पहला छात्र आंदोलन माना जाता है, जिसमें उस समय के प्रधानमंत्री रहे जवाहर लाल नेहरू तक को दखल देना पड़ा था, से शुरू हुई। फिर हर दौर पर बात हुई। आखिर में ये निष्कर्ष निकला कि बिहार की राजनीति में सामाजिक समीकरणों का प्रभाव है।

एक वर्ग जो इससे अप्रभावित है, उसके लिए तमाम नाराजगी के बावजूद आज भी नीतीश कुमार ही विश्वसनीय चेहरा हैं। तेजस्वी यादव में उनकी जगह लेने की क्षमता नहीं है। सामाजिक समीकरणों को भी कमजोर करने के लिए चेहरे की जरूरत है और 15 साल बाद भी नीतीश का विकल्प नहीं है। विकल्प के बिना एनडीए की संभावनाओं को प्रभावित करना मुश्किल है। विपक्ष के पास तेजस्वी की जगह कोई ऐसा विश्वसनीय चेहरा होना चाहिए जो छवि के मामले में नीतीश कुमार पर बीस पड़े।

फिर उस नेता ने तेजस्वी से संपर्क किया। तेजस्वी ने टका सा जवाब दिया- हमको पता है कि हम हार रहे हैं, फिर भी विपक्ष का नेता तो मैं ही रहूॅंगा न।

रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफे ने विधानसभा में विपक्ष के नेता बने रहने के तेजस्वी के इस गणित को फॅंसा दिया है। तेजस्वी फिलहाल राघोपुर से विधायक हैं। यह वो सीट है, जहॉं रघुवंश प्रसाद का प्रभाव है।

राऊत की गाली स्वीकार, कंगना के ‘तू’ पर FIR?

तू तड़ाक की भाषा पर तकरार कंगना राऊत पर एफ़आईआर, लेकिन यदि किसी मुख्यमन्त्री को ‘तू’ कहने पर प्राथम्की दर्ज़ हो सकती है तो राहुल गांधी तो सर – ए – आम देश के प्रधान मंत्री को चोर, खून की दलाली वाला इत्यादि इत्यादि कहा और मुख्य मंत्री रहते हुए केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी अमित शाह के बारे में कितने ही व्यक्तिगत आक्षेप लगाए तो उन पर कोई मुक़द्दमा क्यों नहीं किया गया? राहुल, सोनिया या फिर केजरीवाल अपवाद क्यों??

मुंबई(ब्यूरो):

मुंबई : अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई के बिक्रोली थाने में केस दर्ज किया गया है. कंगना पर राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ तू और अपमानजनक टिप्पणी के कारण यह केस दर्ज किया गया है. कंगना द्वारा ट्विटर पर डाले गए वीडियो को हवाला देते हुए यह केस दर्ज किया गया है.

इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार मुंबई के बिक्रोली थाने में कंगना के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. कंगना के खिलाफ मुंबई के वकील ने एफआईआर दर्ज कराया है, एफआईआर में कहा है कि एक चुने हुए सीएम के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी अपमानजनक है.

शिवसेना ने कार्रवाई से झाड़ा पल्ला -वहीं कंगना विवाद पर शिवसेना ने पल्ला झाड़ लिया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि कंगना पर हुई कार्रवाई से शिवसेना का कोई लेनादेना नहीं है. कंगना पर बीएमसी ने कार्रवाई की है.

कंगना ने उद्धव पर दोबारा किया ट्वीट – वहीं कार्रवाई के बाद कंगना रनौत ने शिवसेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कंगना रनौत ने ट्वीट कर लिखा है, ‘तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुँह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुँह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो.’

कंगना ने वीडियो जारी कर साधा था निशाना– बता दें कि बुधवार को कंगना ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किये गये एक वीडियो संदेश में शिवसेना प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ठाकरे को संबोधित करते हुए कहा, उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलके मेरा घर तोड़ के मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है…आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है, याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता

थाना मंडी पुलिस द्वारा थाने के हिस्ट्रीशीटर टॉप 10 अपराधी सहित 02 अभियुक्तों को अवैध चरस सहित किया गिरफ्तार

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर:

: सहारनपुर एस॰एस॰पी॰ डॉ एस चन्नपा सहारनपुर के आदेशानुसार जनपद में नशीले पदार्थों की बिक्री /तस्करी करने वाले  अभियुक्तों के विरुद्ध चलाए जा रहे धरपकड़ अभियान के अंतर्गत  पुलिस अधीक्षक नगर विनीत भटनागर/ क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम/ सहायक पुलिस अधीक्षक  श्री अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में थाना मंडी प्रभारी बिजेन्द्र सिंह रावत के कुशल नेतृत्व में चौकी निर्यात निगम प्रभारी सुनील कुमार यादव ने अपनी टीम के साथ मिलकर चौकी के टॉप 10 एवं हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त अकबर पुत्र रिज़वान निवासी पीर वाली गली नंबर 16, थाना मंडी, जनपद सहारनपुर को 120 ग्राम चरस एवं जावेद पुत्र जहीर निवासी फूलो वाली गली, मोहल्ला शाहनूरजी, थाना कुतुबशेर जनपद सहारनपुर को 110 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है जिसके संबंध में थाना कुतुबशेर पर अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।

सर्व धर्म पूजा के साथ ‘राफेल’ वायु सेना में शामिल रक्षा मंत्री ने दुश्मन राष्ट्रों को चेताया

महाबली फाइटर जेट रफाल को गुरुवार को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने अपने संबोधन में कहा, ‘आज, ‘Rafale’ induction ceremony में, सर्वप्रथम  मैं फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली (Florence Parley) का, अपनी और देशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूं. इस मौके पर आपकी मौजूदगी वर्षों से चली आ रही हमारी मजबूत रक्षा सहयोग को दर्शाती है.’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘आज, दुनिया में सुरक्षा के साथ-साथ, इकोनॉमी और जियो-स्ट्रैटजिक के मुद्दे नए-नए रूपों में हमारे सामने आ रहे हैं. इनका लगातार सामना करते हुए, हम दो बड़े लोकतंत्र, एक स्थायी, सक्रिय संबंध बनाने और बढ़ाने में कामयाब रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र में एक्सटेंशन और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी भारत और फ्रांस साथ रहे. ‘

चंडीगढ़ – 10 सितंबर:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार (सितम्बर 10, 2020) को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना (IAF) में 29 जुलाई को भारत आए पाँच राफेल लड़ाकू जेट विमानों को शामिल किया। इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली ने अम्बाला वायु सेना स्टेशन में राफेल इंडक्शन समारोह में ‘सर्व धर्म पूजा’ में भाग लिया।

सर्वधर्म यानी, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के अनुसार यह पूजा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अंबाला पहुँचे और इस पूजा का हिस्सा बने हैं। जिसके बाद ही पाँचों फाइटर जेट ने फ्लाईपास्ट किया है। सबसे पहले पाँच सुखोई विमानों ने उड़ान भरी।

यह इंडक्शन समारोह अंबाला एयर फोर्स बेस पर हो रहा है, जहाँ IAF के 17 स्क्वाड्रन, जिसे ‘गोल्डन एरो’ भी कहा जाता है, भी है। इसी के साथ भारत के पहले 5 राफेल लड़ाकू विमान (Rafale fighter jets) ’गोल्डन एरो’ (Golden Arrows) स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे।

रक्षा मंत्री के अलावा, उनके फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं। भारतीय वायुसेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार भी समारोह का हिस्सा हैं।

सितंबर 2016 में, भारत और फ्रांस ने 36 राफेल लड़ाकू जेट के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। ₹60,000 करोड़ में यह भारत द्वारा हस्ताक्षरित सबसे बड़ा रक्षा सौदा है। दिवंगत भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर उस समय रक्षा मंत्री थे।

पिछले साल दशहरे के अवसर पर 8 अक्टूबर को राफेल जेट जब भारत को सौंपे गए थे, तब फ्रांस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंदू रीति रिवाज से शस्त्र पूजा करते हुए राफेल पर ‘ॐ’ बनाकर नारियल चढ़ाया और धागा बाँधा था। इस पूजा पर तब लिबरल गिरोह और विपक्ष ने कई तरह के सवाल खड़े किए थे।

गौरतलब है कि लंबी राजनीतिक बहस और कूटनीतिक प्रक्रिया पूरे होने के बाद आख़िरकार राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुँचे हैं। ये अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारतीय वायुसेना में शामिल हुए हैं, जो वायुसेना की नई ताकत के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं। राफेल चौथी जेनरेशन का सबसे फुर्तीला जेट है, इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है। साथ ही, ये एक बार में साढ़े 9 हजार किलो सामान वहन करने में भी सक्षम है।

Webinar on NEP 2020 by PU Biotechnogy Deptt

Chandigarh – 10 Sept:

Department of Biotechnology, Panjab University Chandigarh organized a Webinar on National Education Policy 2020 which was inaugurated by the Vice Chancellor, Prof Raj Kumar . In his inaugural address, Prof Raj Kumar described the New Education Policy -2020  as holistic and futuristic policy in nature. The new education policy will bring quality education and research in Indian Institute of Primary and Higher Education. He quoted that it will began new era of education system in India and India will regain its lost glory of education system existed during the era of Takshila and Nalanda Universities etc, when people from various parts of world come to study in India. NEP-2020 is being described as “Blooming for the sake of Blooming”. It is a policy towards fulfilling mission of self reliant/Atmanirbhar Bharat. Inclusion of all 22 languages in NEP-2020 and teaching/learning in the National language is again a welcoming step in NEP. This will help each and every child to grasp the thing more easily, when taught in their mother tongue.

 Eminent speakers like Dr Sunil Gupta, Chairman of the HP State Higher Education Council and former VC HPU Shimla described how the policy will change the entire education system of India. Dr Sandeep malhotra, from Allahabad Central University talked about the research aspects of NEP-2020  and how this policy will enhance research capabilities of Indian universities and institutes. Prof RC Sobti, former VC Panjab University and BBAU Lukhnow enlightened the students that NEP-2020 is a value based education policy and develops humanistic, ethical, skill oriented, and other values among students.

In the end  Dr Kashmir Singh, Chairperson Department of Biotechnology thanked the speakers and participants for their active participation and making this event as success.