IFSC महाराष्ट्र ही में रहने दें: पवार

एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) घरेलू अर्थव्यवस्था के अधिकार क्षेत्र से बाहर के ग्राहकों को पूरा करता है, सीमाओं के पार वित्त, वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के प्रवाह से निपटता है। ऐसे केंद्र सीमाओं के पार वित्त, वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के प्रवाह से संबंधित हैं। लंदन, न्यूयॉर्क और सिंगापुर को वैश्विक वित्तीय केंद्रों में गिना जा सकता है। दुनिया भर के कई उभरते IFSCs, जैसे कि शंघाई और दुबई, आने वाले वर्षों में एक वैश्विक भूमिका निभाने के इच्छुक हैं। विश्व बैंक के पूर्व अर्थशास्त्री पर्सी मिस्त्री की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ पैनल ने 2007 में मुंबई को एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाने के बारे में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। हालांकि, 2008 में भारत सहित वैश्विक वित्तीय संकट ने अपने वित्तीय क्षेत्रों को तेजी से खोलने के बारे में सतर्क किया।

पहले उद्धव ठाकरे के चयन को लेकर केन्द्र और राज्य में रार उट्ठी थी, फिर अजित पवार पर ईडी ने फिर से शिकंजा कस दिया और अब IFSC को लेकर तो हद ही हो गयी बड़े पवार को प्रधान मंत्री को चेतना पड़ा। शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि- मुझे माननीय से उम्मीद है कि PMOIndia राज्य की राजनीति को अलग रखते हुए तर्कसंगत, विवेकपूर्ण निर्णय लेने और इसे अत्यधिक राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा मानता है. उन्होंने आगे लिखा- मुझे उम्मीद है कि मेरा पत्र एक सही भावना से लिया जाएगा

मुंबई(ब्यूरो):

 इटरनेशनल फायनेंशियल सर्विसेस सेंटर (IFSC) के हेडक्वार्टर को लेकर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार के बीच ठन गई है. IFSC का मुख्यालय मुंबई (Mumbai) की बजाय गुजरात (Gujarat) के गांधीनगर (Gandhinagar) में बनाने के केंद्र सरकार के फैसले पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को खत लिखकर नाराजगी जताई है. उन्होंने पीएम से तुरंत फैसले को पलटने की मांग की है.

दरअसल, IFSC सेंटर मुंबई मे बनाने को लेकर महाराष्ट्र के नेताओं ने सालों से केंद्र सरकार पर दबाव बनाया हुआ है. लेकिन केंद्र के इस सेंटर को मुंबई की बजाय गुजरात के गांधीनगर मे शिफ्ट करने के फैसले से अब सियासी तूफान खड़ा हो गया है. 

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार पर आक्रामक हो गई हैं. IFSC सेंटर को लेकर सूबे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि- मुझे माननीय से उम्मीद है कि PMOIndia राज्य की राजनीति को अलग रखते हुए तर्कसंगत, विवेकपूर्ण निर्णय लेने और इसे अत्यधिक राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा मानता है. उन्होंने आगे लिखा- मुझे उम्मीद है कि मेरा पत्र एक सही भावना से लिया जाएगा और IFSC मुख्यालय को भारत की वित्तीय राजधानी में स्थापित करने पर विचार किया जाएगा. 

IFSC क्या सेवाएं दे सकता है?

  • व्यक्तियों, निगमों और सरकारों के लिए -फंड बढ़ाने वाली सेवाएं
  • सेटसेट फंड, बीमा कंपनियों और म्यूचुअल फंड द्वारा शुरू किए गए -सेट मैनेजमेंट और ग्लोबल पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन
  • धन प्रबंधन
  • ग्लोबल टैक्स मैनेजमेंट और क्रॉस-बॉर्डर टैक्स लायबिलिटी ऑप्टिमाइज़ेशन, जो वित्तीय मध्यस्थों, एकाउंटेंट और कानून फर्मों के लिए एक व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है।
  • ग्लोबल और रीजनल कॉर्पोरेट ट्रेजरी मैनेजमेंट ऑपरेशन जिसमें फंड जुटाने, लिक्विडिटी इन्वेस्टमेंट और मैनेजमेंट और एसेट-लायबिलिटी मैचिंग शामिल हैं
  • बीमा और पुनर्बीमा जैसे प्रबंधन प्रबंधन संचालन
  • अंतरराष्ट्रीय निगमों के बीच विलय और अधिग्रहण की गतिविधियाँ

उधर, इस फैसले को लेकर महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात पहले की केंद्र पर हमला बोल चुके हैं. थोरात ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘केंद्र सरकार का  IFSC मुख्यालय को गुजरात में स्थापित करने का फैसला बेहद निराशाजनक है. केंद्र का ये कदम मुंबई के कद को कम करने के लिए उठाया गया है. केंद्र को अपने इस फैसले पर पुनिर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है. उन्होंने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं की खामोशी पर भी सवाल उठाए थे. शिवसेना भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और बीजेपी से खफाहै.

महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री और शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने कहा कि उन्होंने संसद में केंद्र सरकार से IFSC केंद्र गुजरात नहीं ले जाने की अपील की थी. लेकिन सरकार ने शिवसेना की मांग को नजरअंदाज कर दिया. 

इस मुद्दे पर राजनीति तेज होती देख महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण गुजरात के गांधीनगर में स्थापित करने के केंद्र के फैसले का बचाव किया है. फडणवीस ने विपक्षी दलों पर राजनीति का आरोप लगाया है. 

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का काम हर चीज के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को दोषी ठहराना है. उन्होंने कहा केंद्र सरकार की एक उच्चस्तरीय समिति ने फरवरी, 2007 में रिपोर्ट सौंपी थी जिसें IFSC के गठन की सिफारिश की गई थी. उन्होंने कहा कि न तो महाराष्ट्र सरकार ने कोई आधिकारिक प्रस्ताव सौंपा है और न ही केंद्र ने इस पर विचार किया है. गांधीनगर में IFSC के मुख्यालय की घोषणा इसलिए की गई क्योंकि यहां पहले से ही IFSC के कामकाज हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अब जो लोग ये बयान दे रहे हैं वो साल 2007 से 2014 तक सत्ता में थे. लेकिन उन्होंने मुंबई मे  IFSC के लिए कुछ कदम नहीं उठाया. जब पहली बार  IFSC का विचार आया था तो गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने इसे अपने राज्य में लाने के लिए काम शुरू किया था. वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस की सरकार ने इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया था.

‘कोरोना योद्धाओं’ पर भारतीय सेना ने की पुष्पवर्षा

सरहद पर वतन के लिए जान न्यौछावर करने वाले रविवार को एक अलग ही तरह की सेवा पर हैं। आज वे उन योद्धाओं पर फूल बरसा रहे हैं, जो कोरोना की जंग में मैदान में अपनी जान की बाजी लगाकर मैदान में डटे हुए हैं। इन कोरोना योद्धाओं में डाक्टर, सभी स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी और पुलिस कर्मी शामिल हैं।

  • जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जताया आभार
  • महाराष्ट्र से लेकर बंगाल की खाड़ी तक दी गई सलामी
  • बंगाल की खाड़ी में INS जलशवा ने जताया आभार

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, चंडीगढ़ :

दिल्ली सहित मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ, चेन्नई, राजस्थान, मध्य प्रदेश में कोरोना योद्धाओं के सम्मान में तीनों सेनाएं विभिन्न आयोजनों के जरिए उनका आभार व्यक्त किया।

चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना के विमान C-130 ने सुखना झील के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया। आज तीनों सेनाएं ‘कोरोना योद्धाओं’ को उनकी सेवाओं के लिए आभार प्रकट किया।

जम्मू-कश्मीर: जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज(GMC) में भारतीय सेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए बैंड बजाया

भारतीय वायु सेना (IAF) ने दिल्ली में वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग हॉस्पिटल के ऊपर से फ्लाई पास्ट करते हुए फूल बरसा कर कोरोना वॉरियर्स के प्रति आभार व्यक्त किया।

असम: गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल(GMCH) में ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए भारतीय वायुसेना ने बैंड बजाया और फ्लाईपास्ट किया गया। 

बिहार: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ का आभार जताते हुए AIIMS पटना पर फूल बरसाए और फ्लाईपास्ट किया।

त्रि-सेवा प्रमुखों के प्रतिनिधि- मेजर जनरल आलोक काकेर, रियर एडमिरल मैकार्थी और एयर वाइस मार्शल पी.के. घोष ने आज राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में श्रद्धांजलि अर्पित की: दिल्ली

दिल्ली: नरेला क्वारंटाइन सेंटर में बैंड बजाकर ‘कोरोना योद्धाओं’ का आभार जताई भारतीय सेना।

दिल्ली: LNJP अस्पताल के नोडल ऑफीसर ने कहा कि भारतीय वायुसेना बहुत अच्छा काम कर रही है। हमारा जो सम्मान किया गया है इसके हम आभारी हैं। ऐसा लग रहा है जैसे हम कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीत गए हों। इससे हमारे हौंसले और भी बढ़ेंगे।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना बहुत अच्छा काम कर रही है। हमारा जो सम्मान किया गया है इसके हम आभारी हैं। ऐसा लग रहा है जैसे हम कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीत गए हों। ये हमारे हौंसले को बढ़ाएगा: नोडल ऑफीसर, LNJP अस्पताल

दिल्ली: ये हमारे लिए गर्व की बात है क्योंकि राष्ट्र के लिए वो भी लड़ते हैं और राष्ट्र के लिए हम भी लड़ रहे हैं लेकिन वो हमारा सम्मान कर रहे हैं तो हम उन्हें सल्यूट करते हैं: कोरोना वॉरियर 

दिल्ली: भारतीय वायु सेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ को आभार प्रकट करते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पर फूल बरसाए।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए राम मनोहर लोहिया अस्पताल पर फूल बरसाए।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पुलिसकर्मियों का आभार प्रकट करने के लिए पुलिस युद्ध स्मारक पर फूलों की वर्षा की।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना के चॉपर ने पुलिसकर्मियों का आभार प्रकट करने के लिए पुलिस युद्ध स्मारक पर फूलों की वर्षा की

दिल्ली: गंगा राम अस्पताल में बैंड बजाकर ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार जताती भारतीय सेना। आज तीनों सेनाएं अलग-अलग तरह से स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रति अपना आभार जता रही हैं।

मध्यप्रदेश: भोपाल के चिरायु अस्पताल में ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए गए।

लेह: S.N.M. अस्पताल में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स पर भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर ने फूल बरसा कर हवाई सलामी दी।

राजस्थान: भारतीय वायुसेना ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ऊपर से फ्लाईपास्ट कर ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार जताया।

त्रिवेंद्रम: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज पर फूल बरसाए

चेन्नई: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए राजीव गांधी सरकारी अस्पताल पर फूल बरसाए।

बेंगलुरु: भारतीय वायुसेना ने इस मुश्किल वक़्त में लोगों को अपनी सेवाएं दे रहे ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट करने के लिए विक्टोरिया अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए। 

लखनऊ: भारतीय वायुसेना ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) के ऊपर से फ्लाईपास्ट किया और ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट करने के लिए फूलों की वर्षा की। 

मुंबई: INHS अश्विनी नौसैनिक अस्पताल में कार्यरत कोरोना वॉरियर्स के कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे रहने के हौंसले के प्रति आभार प्रकट करने के लिए हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए।

मुंबई: मरीन ड्राइव से फ्लाई पास्ट करता भारतीय वायुसेना का विमान। आज तीनों सेनाएं अलग-अलग तरह से ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट कर रही हैं|

भारतीय वायु सेना ने मेडिकल प्रोफेशनल्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के कोरोना महामारी के खिलाफ सराहनीय काम के प्रति आभार प्रकट करने के लिए राजपथ के ऊपर से फ्लाईपास्ट किया: दिल्ली

गोवा: भारतीय नौसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया और स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए।

हरियाणा: कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए पंचकूला सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल के बाहर आर्मी बैंड ने लयबद्ध होकर प्रस्तुति दी।

राज्यपाल मेरी सत्ता हड़पने की कोशिश में लगे हैं: ममता बेनेर्जी

भारतीय शास्त्रों में जिस प्रकार सदा सोमरस और नृत्य रूपी अभिसार में डूबे रहने वाले देवराज इंद्र का सिंहासन पृथ्वी पर होने वाले ज़रा से सुकर्मों से डोल जाता है ठीक उसी प्रकार रोहङियान, बंगलादेशी मुसलमानों और मुस्लिम तुष्टिकरण में आकंठ डूबी हुई राजनीति करने वाली ममता बेनर्जी का सिंहासन केन्द्र द्वारा पूछे जाने वाले संवैधानिक प्रश्नों से बिखरने लगता है। वह चाहे सेना की नियमित कवायद हो, उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का पश्चिम बंगाल में आना या भारत के गृह मंत्री अमित शाह की बंगाल रैली हो सभी में ममता को एक गहरे षड्यंत्र की बू आती है और वह उन्हे आने अथवा रैली करने की अनुमति भी नहीं देती, तब यह सभी आचरण संवैधानिक होते हैं। अब जब ममता राज में लॉक डाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं, कोरोना संक्रामण संबंधी जांच पर प्रशंचिन्ह लग रहे हैं ऐसे में राज्यपाल द्वारा पूछे गए प्रश्नों से ममता इतनी आहत है की उन्हे यह प्रश्न निंदनीय, शर्मनाक, असंवैधानिक और उन्की प्रतिष्ठा को आहात करने वाले हैं। ममता बेनर्जी के अनुसार राज्यपाल उनकी सत्ता को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। हास्यास्पद।

कोलकाता: 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट के दौरान ‘सत्ता हड़पने’ की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके और राज्य मंत्रियों एवं अधिकारियों के खिलाफ राज्यपाल के बयानों को ‘अपमानजनक’ करार दिया जा सकता है. इसके जवाब में राज्यपाल ने कहा कि यह झगड़ने का समय नहीं है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पत्र ‘तथ्यों और कानून, दोनों आधार पर मजबूत नहीं है.’ उन्होंने कहा कि वह उत्तर भेजेंगे क्योंकि वह ‘ऐसी बात को स्वीकार नहीं कर सकते जो संविधान के मूल को कमजोर करती है.’ मुख्यमंत्री को पिछले हफ्ते राज्यपाल ने दो पत्र भेजे थे, जिसके बाद ममता ने यह तीखी टिप्पणी की है.

दरअसल, कोविड-19 के प्रसार के प्रति पश्चिम बंगाल सरकार की प्रतिक्रिया के मद्देनजर राजभवन और नबन्ना (राज्य सचिवालय) के बीच तकरार चल रही है. ममता ने धनखड़ को 13 पृष्ठों के अपने जवाब में कहा, ‘एक राज्यपाल से एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को इस तरह के शब्द और इस तरह की विषय-वस्तु, अभिप्राय और लहजे वाले पत्र भारत के संवैधानिक एवं राजनीतिक इतिहास में पूर्ण रूप से अप्रत्याशित हैं.’

उन्होंने कहा, ‘मेरे और मेरे मंत्रियों तथा मेरे अधिकारियों के खिलाफ आपके (राज्यपाल के) शब्द अपमानजनक, असंयमति, भयादोहन करने वाले और निंदनीय बताये जा सकते हैं.’ ममता ने राज्यपाल पर उपदेश देने और संवैधानिक नियमों का खुद पालन किये बगैर उसका प्रवचन देने तथा उल्लंघन करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि राज्यपाल उनकी (मुख्यमंत्री की) नीतियों से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इसे उनके संज्ञान में लाने के अलावा उनके पास और कोई शक्ति नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘संकट की इस घड़ी में सत्ता हड़पने की अपनी कोशिशों तेज करने से बाज आने की मैं आपसे विनती करती हूं…आपको सोशल मीडिया पर अपने लगातार ट्वीट में आधिकारिक पत्र/ लोगो इस्तेमाल करने से दूर रहना चाहिए.’

इस बीच, राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘राज्यपाल ने राज्य सरकार की विफलताओं पर उंगली उठाकर सही किया. मुख्यमंत्री इन पत्रों के जरिए ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं.’ तृणमूल के नेता पार्थ चटर्जी ने कहा कि राज्यपाल विपक्ष के नेता की तरह व्यवहार कर रहे हैं.

आज का राशिफल

Aries

03 मई 2020: आज आपको अपनी समस्या को हल करने के लिए उतरना होगा. आपके दो लोगों की समस्याओं के बीच फंसने की सबसे अधिक संभावना है और आप इसे उनके लिए हल करने वाले हैं. तो अपना समय लेने के लिए और पक्षों को समझाएं. उन लोगों के बीच छांटे बिना चीजों को पाने की कोशिश करें.

Taurus

03 मई 2020: आज दूसरे क्या कह रहे हैं, उसे सुनें. अपने विचार रखना अच्छा है लेकिन दूसरों का जो कहना है उसे सुनना भी अच्छा है. हमेशा इस पर बात नहीं चल सकती हैं कि आप उन्हें कैसे चाहते हैं. इसीलिए आपको आज दूसरों से सहमत होना सीखना होगा.

Gemini

03 मई 2020: दूसरे लोगों की राय का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण है. हम जानते हैं कि आपकी अपनी राय है और कोई भी आपको उन्हें बदलने के लिए नहीं कह रहा है. लेकिन यह सुनना भी अच्छा है कि दूसरे क्या कहना चाह रहे हैं. आप बस नई चीजें सीखेंगे और हो सकता है कि आप उनके साथ सहमत होना समाप्त कर दें.

Cancer

03 मई 2020: दूसरे लोग क्या कहते हैं, यह सुनना बहुत जरूरी है. आप हमेशा सही नहीं हो सकते हैं, और आज आप यह महसूस करने जा रहे हैं. जब आज कोई बात कर रहा है तो वे जो कह रहे हैं उसे ध्यान से सुनें. इससे आपको अपने लिए अधिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलेगी. यह तो अच्छी बात है.

Leo

03 मई 2020: भले ही आप अंतर्मुखी हों, कभी-कभी आपको अपनी राय देने की आवश्यकता होती है और आज उन दिनों में से एक है. आपको अन्य लोगों को यह बताने की आवश्यकता है कि आप क्या सोच रहे हैं और आपके विचार क्या हैं. अन्यथा आप अपने आस-पास के सभी लोगों द्वारा दबाए जा रहे हैं. ॰

Virgo

03 मई 2020: आज दूसरे लोगों के साथ राजनीति से बाहर रहने की कोशिश करें. आप बहस में पड़ सकते हैं. लेकिन इससे बचने के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपनी नाक अन्य लोगों के व्यवसाय से बाहर रख सकते हैं. अपने काम और अपने लक्ष्यों पर ध्यान दें. इस तरह आप किसी से भी टकराव समाप्त नहीं करेंगे.

Libra

03 मई 2020: आप अपने और किसी के बीच काम पर बहुत सी गलतफहमियां देखेंगे और यह पूरी तरह से ठीक है. हर किसी की राय आपके साथ मेल नहीं खाती है. इसीलिए उन पर अपनी राय और विचारों के लिए मजबूर करने के बजाय सबसे अच्छा है कि आप अपनी राय अपने तक ही रखें.

Scorpio

03 मई 2020: आपको हमेशा हर चीज का दोष नहीं उठाना पड़ेगा. आप किसी ऐसे व्यक्ति से परेशान हैं जो आपको चीजों के लिए दोषी ठहरा रहा है. लेकिन याद रखें कि यह आपकी गलती नहीं थी. उन्हें अपने रिश्ते को सुधारने के लिए क्षमा याचना करने दें. अपने लिए खड़े हों और उन्हें बताएं कि यह आपकी गलती नहीं थी.

Sagittarius

03 मई 2020: आज आपको अपने आस-पास के लोगों द्वारा आसानी से छेड़ा की जा सकता है लेकिन ऐसा न होने दें. आप एक अच्छे व्यक्ति हैं और आप निश्चित रूप से अपने आप को अन्य लोगों को सुनने और उनके लिए चीजें करने जा रहे हैं. लेकिन यह आपको अपने स्वयं के कार्यों से विचलित कर सकता है इसीलिए आज किसी की मदद करने से पहले अपना काम खत्म करें और सुनिश्चित करें कि आप तैयार हैं. ॰

Capricorn

03 मई 2020: आपका एक घनिष्ठ मित्र है जिसके साथ आप बहुत अधिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं. वे आप तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आप ठंडे हो रहे हैं. हम यह जानते हैं कि यह उनकी गलती है लेकिन आज यह सब माफ करने और भूलने का दिन है. उस दोस्त को बुलाओ और उन्हें बताओ कि जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए आप उन्हें माफ कर दें. आपका बंधन निश्चित रूप से मजबूत होगा.

Aquarius

03 मई 2020: आपकी राय आज किसी प्रियजन के साथ टकरा सकती है लेकिन यह आपको बहुत नीचे नहीं जाने देगा. हर कोई आपकी राय के समान नहीं हो सकता है इसीलिए कभी-कभी थोड़ा सा तर्क देना ठीक है. हालांकि सुनिश्चित करें कि आप इसे हाथ से निकलने नहीं देंगे. उनकी राय का सम्मान करें और वे आपका सम्मान करेंगे. ॰

Pisces

03 मई 2020: कभी-कभी दूर से चीजें बेहतर तरीके से की जाती हैं. इसका मतलब है कि यदि आपका किसी के साथ थोड़ा सा झगड़ा है तो आज कुछ भी नहीं कहना सबसे अच्छा है. आज दूसरे समस्याएं पैदा कर सकते हैं.

भारतीय वायुसेना आज सम्पूर्ण भारत में कोरोना वाररिओर्स पर फूल बरसाएगी

नई दिल्ली. 

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के अधिकारियों (Officers) ने सूचना दी है कि 9 फाइटर एयरक्राफ्ट (Fighter Aircraft), जिसमें 3 सुखोई-30 MKI (Sukhoi-20 MKI), 3 मिग-29 (MIG-29) और 3 जगुआर (Jaguar) शामिल हैं, 3 C-130J ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (Transport Aircraft) के साथ मिलकर COVID-19 वॉरियर्स (COVID-19 Warriors) के प्रति सम्मान दिखाने के लिए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर उड़ान भरेंगे.

9 फाइटर प्लेन के जरिए श्रीनगर से ...

भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के अधिकारियों (Officers) ने यह भी बताया कि इसके कई सारे हेलिकॉप्टर भी अस्पतालों (Hospitals) के ऊपर फूलों की बारिश करेंगे.

प्लेन मेडिकल सप्लाई लेकर भी जाएंगे, जो एयरबेस पर की जाएंगी डिलीवर
भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के अधिकारियों ने यह भी बताया है, “दो C-130J सुपर हरक्यूलिस स्पेशल ऑपरेटर्स (C-130J Super Hercules Special Operators) ट्रांसपोर्ट रविवार सवेरे श्रीनगर से उड़ान भरेंगे और कोविड-19 वॉरियर्स (Covid-19 Worriers) के प्रति सम्मान का प्रदर्शन करने के लिए केरल में त्रिवेंद्रम (Thiruvananthapuram) तक जाएंगे. यह प्लेन उन आवश्यक मेडिकल सप्लाई (Medical Supply) को भी लेकर जाएंगे, जिन्हें किसी एयरबेस पर डिलीवर किया जाना है.”

CDS बिपिन रावत ने शुक्रवार को इस तरह से कोविड वॉरियर्स के सम्मान की बात कही थी
इससे पहले शुक्रवार को CDS बिपिन रावत ने कहा है कि कोविड-19 वॉरियर्स के सम्मान में श्रीनगर से त्रिवेंद्रम और डिब्रूगढ़ से कच्छ तक के अपने फ्लाईपास्ट के दौरान भारतीय वायुसेना, एयरक्राफ्ट से कुछ जगहों पर फूल बरसाएगी. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही थी.

इसे लेकर उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी विशेष गतिविधियां हैं, जिनका गवाह राष्ट्र को बनना चाहिए. उन्होंने बताया था कि इस अवसर पर एयर फोर्स श्रीनगर से त्रिवेंद्रम तक का फ्लाईपास्ट करेगी और ऐसा ही एक और फ्लाईपास्ट असम (Assam) के डिब्रूगढ़ से गुजरात (Gujarat) के कच्छ तक होगा. इसमें ट्रांसपोर्ट और फाइटर एयरक्राफ्ट दोनों ही शामिल होंगे. उन्होंने बताया था कि नौसेना की ओर से अपने युद्धपोतों को 3 मई को शाम को तटीय क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा. नौसेना के वॉरशिप पर भी रोशनी की जाएगी और उसके हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल अस्पतालों पर फूल बरसाने के लिए किया जाएगा.

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आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः वैशाख़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः दशमी प्रातः 09.10 तक है, 

वारः रविवार, 

नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 09.43 तक, 

योगः धु्रव प्रातः 12.08 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः मेष, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः सायं 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.43, 

सूर्यास्तः 06.53 बजे।

नोटः आज मोहिनी एकादशी व्रत (स्मार्त)

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

पानीपत में 10 कोरोना पोस्टिव पाए गए, जिनमें 4 पत्रकार

मनोज त्यागी, पानीपत:

29 अप्रैल को हुए टेस्ट में 4 पत्रकारों के पोसिटिव पाये जाने से पत्रकार समुदाय में खलबली मच गयी है लॉकडाउन के दौरान अपने कर्तव्यों के पालन में कहीं किसी जगह यह पत्रकार कोरोना संक्रामण से टकरा गए और अब स संकर्मण से जूझ रहे हैं।

जतिन,आशु,नीरज,दीपक के नामपत्रकारों की सूची में पानीपत प्रशाशन के हाथ पांव फूले, ढूंढा जा रहा है कि यह पत्रकार कौन है व किस मीडिया से है। चार पत्रकारों सहित 10 पॉजिटिव केस मिले। जिसमें 3 प्रिंट के व एक लोकल यूट्यूब चैनल का फोटोग्राफर शामिल है।

सबसे अधिक चिंता की बात है इनके संक्रामण स्रोत का पता लगाना।

मरकज के 11 बैंक अकाउंट समेत 125 संदिग्ध बैंक अकाउंट क्राइम ब्रांच की रडार पर

सूत्रों का कहना है कि जमात की टुकड़ी जिन इलाकों में जाती थी, अमूमन वहां पर यह लोग मस्जिदों में रहते थे. साथ ही स्थानीय लोगों के घरों में खाते पीते थे. ऐसे में इन लोगों का खर्च बेहद कम होता था. पूछताछ के दौरान इस तरह के तथ्य सामने आए हैं कि जो पैसा बच जाता था वह जमात के निजामुद्दीन मुख्यालय का मान लिया जाता था.

नई दिल्ली: 

मौलाना साद और उसके बेटों समेत मरकज के 11 बैंक अकाउंट समेत 125 संदिग्ध बैंक अकाउंट क्राइम ब्रांच की रडार पर आ गए हैं. जांच के दौरान एजेंसियों को पता चला कि ये वो जमाती हैं, जिनके बैंक अकाउंट में जनवरी से मार्च के महीने में काफी पैसा आया था.

बाद में ये पैसा दूसरे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो गया. क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही 125 बैंक अकाउंट की लिस्ट बनाई है. जिसमें कुछ विदेशों से आए जमाती भी हैं. करीब 2041 जमाती मरकज से जुड़े हुए हैं. क्राइम ब्रांच को शक है कि इतने ज्यादा बैंक अकाउंट के जरिए विदेशों से मिलने वाली विदेशी करेंसी को हवाला के जरिए भारतीय करेंसी में बदलकर छोटी-छोटी रकम के तौर पर डाल दी जाती होगी, ताकि बैंक की गाइडलाइंस के मुताबिक किसी को कोई शक भी नहीं होगा.

उसके बाद उन पैसों को कहीं दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है. क्राइम ब्रांच अब इन 125 अकाउंट होल्डर की पहचान करने में जुटी है. क्राइम ब्रांच को अभी तक अपनी जांच में पता चला है कि सबसे ज्यादा पैसे सऊदी अरब और मिडल ईस्ट के देशों से मरकज को हवाला के जरिए मिलता था.

पैसों को जमातियों के रहने-खाने और धर्म के प्रचार के लिए लिया जाता था. विदेशों के आर्थिक रूप से सम्पन्न तबलीगी जमात के लोगों से एक दिन में 1000 जमातियों के रहने-खाने और पीने के खर्चे के तौर पर अगर 50,000 का खर्चा आता है और इस 50 हजार को 365 दिन यानी एक साल के हिसाब से गुणा करें, तो ये बहुत बड़ा अमाउंट हो जाता है. ऐसी मोटी रकम लगातार मरकज को मिलती रहती थी, जिसको अलग-अलग बैंक अकाउंट में डाल दिया जाता था.

धर्म के प्रचार के लिए जाने वाली टुकड़ी ऐसे बचाती थी पैसे !

सूत्रों के मुताबिक अपने धर्म के प्रचार के लिए मरकज से अलग-अलग टुकड़ियां बाहर जाती थीं, किस टुकड़ी में कितने लोग हैं और उनके आने-जाने, रहने और खाने पीने पर कितना खर्च आएगा, इस पर बहुत सी चीजें तय होती थीं. किस टुकड़ी में कौन-कौन जाएगा, इसका फैसला भी मौलाना साद करता था.

टुकड़ी में जाने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति भी देखी जाती थी, हर टुकड़ी में कुछ विदेशी भी होते थे. हर एक टुकड़ी का एक लीडर बना दिया जाता था, और हर टुकड़ी से पैसा जमा करा लिया जाता था. जमा कराया पैसा टुकड़ी के लीडर को दे दिया जाता था. उस लीडर के पास ही उस पैसों को खर्च करने का अधिकार होता था.

सूत्रों का कहना है कि जमात की टुकड़ी जिन इलाकों में जाती थी, अमूमन वहां पर यह लोग मस्जिदों में रहते थे. साथ ही स्थानीय लोगों के घरों में खाते पीते थे. ऐसे में इन लोगों का खर्च बेहद कम होता था. पूछताछ के दौरान इस तरह के तथ्य सामने आए हैं कि जो पैसा बच जाता था वह जमात के निजामुद्दीन मुख्यालय का मान लिया जाता था.

पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि पैसों का लेन देन अलग-अलग लोग करते थे, लेकिन पैसों वाले खातों का हिसाब मौलाना साद के तीन बेटों मोहम्मद यूसुफ, मोहम्मद सईद और मोहम्मद इलियास के साथ-साथ मौलाना साद के भांजे ओवैस के पास रहता था.

*राजनीति में बोदा नहीं सदा समृद्ध रहा है बरोदा * अब फिर बन सकते हैं दो-तीन चेयरमैन

धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़

सोनीपत जिले के गोहाना उपमंडल में शुरू से 2 विधानसभा क्षेत्र है। एक गोहाना दूसरा बरोदा। संयुक्त पंजाब के समय गोहाना नाम के दो हल्के हुआ करते थे। एक गोहाना जनरल दूसरा गोहाना रिजर्व। गोहाना रिजर्व में लाखन माजरा महम तक का क्षेत्र आता था। कहने को बरोदा में न कोई कस्बा है मैं उद्योग धंधे हैं। जबकि कुछ रौनक दिखती है तो गोहाना में  दिखती है। यहां एक यूनिवर्सिटी है एक मेडिकल कॉलेज है। शहर के नाम पर गोहाना है। खानपुर और मोहाना कस्बे का रूप लेने लगे हैंl

 रौनक  गोहाना में  ,चौधर  बरोदा में

सरसरी तौर पर बरोदा को बहुत पिछड़ा इलाका माना जाता है परंतु हरियाणा बनने से लेकर आज तक की सारी की सारी राजनीतिक चौधर बरोदा हलके के लोगों  के हाथ में रही है l इसमें एक अपवाद यह जरूर है कि गोहाना विधानसभा क्षेत्र के गांव बीधल से संबंधित चौधरी धर्मपाल सिंह मलिक दो बार सांसद एक बार विधायक और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं l

चाहे मंत्री बने चाहे सांसद , चेयरमैन या दूसरे ऊंचे ओहदे ,हमेशा से बरोदा का पलड़ा काफी भारी रहा है lअब भी हालात ऐसे दिख रहे हैं कि आने वाले समय में उपचुनाव जीतने के लिए मौजूदा सरकार बरोदा हलके के दो तीन प्रभावशाली लोगों को किसी न किसी लाभ के पद पर सुशोभित जरूर करेगी l

पूर्व सांसद स्वर्गीय किशन सिंह सांगवान

लोकदल ने बरोदा के उम्मीदवारों को लड़ाया गोहाना में

चौधरी देवीलाल या ओमप्रकाश चौटाला की बात करें तो यह बात साफ होती है कि उन्होंने तो गोहाना हल्के की टिकटें भी बरोदा हलके वालों को दी lइस कोशिश में बरोदा हलका में नूरन खेड़ा गांव के स्वर्गीय किशन सिंह सांगवान और धनाना गांव के डॉक्टर रामकुमार सैनी गोहाना के विधायक बने lदेखें तो चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने पूर्व चेयरमैन प्रेम सिंह मलिक और उनके पुत्र अतुल मलिक को भी गोहाना से चुनाव लड़वाया lबेशक उनका गांव गोहाना हल्के में आता था परंतु आज यही गांव बरोदा हलके का हिस्सा है l

इनेलो की टिकट पर गोहाना से चुनाव लड़ने वालों में डॉ केसी बांगड़ का नाम भी शुमार है lजिन्होंने गोहाना से दो बार चुनाव लड़ा  l जाहिर है उनका गांव अभी बरोदा हलके में पड़ता है l

हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉक्टर केसी बांगड़

सोनीपत लोकसभा में 5 बार जीते बरोदा के उम्मीदवार

सोनीपत के जो सांसद रहे उनमें दो नेता बरोदा हलका के थे। यह कुल मिलाकर 5 बार जीते हैं  lयह थे स्वर्गीय कपिल देव शास्त्री और स्वर्गीय श्री किशन सिंह सांगवान। इनके गांव क्रमशः घड़वाल और नूरन खेड़ा है। यह दोनों गांव बरोदा हलके के हैं।
गोहाना क्षेत्र से जो भी मंत्री रहे थे, ज्यादातर बरोदा का प्रतिनिधित्व करने वाले रहे।

पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर स्वर्गीय चौधरी श्यामचंद

विकास के पर्याय ,  पहले  कैबिनेट मंत्री चौधरी श्यामचंद 

नमें स्वर्गीय चौधरी श्यामचंद का नाम सबसे ऊपर है lचौधरी श्यामचंद 1972 से 1977 तक मंत्री रहे lचौधरी बंसीलाल के प्रमुख कैबिनेट मिनिस्टर चौधरी श्यामचंद के पास  एक या दो नहीं बल्कि नो महत्वपूर्ण विभाग होते थे l आप समझ सकते हैं कि चौधरी श्यामचंद के पास excise and taxation, food and supply, urban local bodies development and panchayat  social welfare जैसे महत्वपूर्ण तथा भारी भरकम विभाग हुआ करते थे चौधरी श्यामचंद हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी HUDA के फाउंडर चेयरमैन के रूप में याद किए जाएंगे। वह पूरे राज्य में विकास पुरुष के रूप में जाने जाते हैं l

दूसरे महत्वपूर्ण मंत्री थे डॉ के आर पुनिया l वे 1987 में चौधरी देवीलाल की सरकार में दूसरे नंबर के मंत्री रहे l वे उद्योग मंत्री हुआ करते थे l डॉक्टर पूनिया ने हल्के में थोड़े समय में ही खूब काम किएl परंतु डेढ़ साल के बाद उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया और फिर पार्टी भी छोड़ दी थी l
गोहाना हल्के के प्रतिनिधि के रूप में दो ही व्यक्ति मंत्री रहे l एक थे पूर्व बिजली सिंचाई मंत्री स्वर्गीय रामधारी गॉड और दूसरे थे राज्यमंत्री जगबीर मलिक lइन दोनों के भी पैतृक गांव आज बरोदा हलके में आते हैं l

सत्ता सुख की दौड़ में आगे रहे  बरोदा वाले 

यदि हम सरकार में लाभ के पदों की बात करें तो सारे मौके भी बरोदा हल्का वालों को ही मिले हैं l गोहाना हल्के वालों का कभी कभार नंबर आया l प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं गोहाना उपमंडल के 5 लोग हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन में रहे हैं lइनमें से गोहाना हल्के की केवल एक जबकि बरोदा के चार व्यक्ति इनमें भी एक चेयरमैन का रुतबा पाने में सफल रहे हैं l

आप हैरान रहेंगे की बरोदा हलके के गांव कोहला से दो मुंडलाना से दो यानी एक ही परिवार के दो दो सदस्य हरियाणा लोक सेवा आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के सदस्य या चेयरमैन रहे हैं l

बता दें कि डॉ केसी बांगड़ आयोग के चेयरमैन और उनकी पत्नी संतोष बांगड़ सदस्य रही हैं l उधर जिले और हल्के के प्रमुख गांव मुंडलाना से स्वर्गीय पंडित रतिराम शर्मा और उनके पुत्र प्रेम प्रकाश पंडित हरियाणा लोक सेवा आयोग के सदस्य रह चुके हैं lगोहाना से एकमात्र सदस्य श्रीमती सुधा मलिक रही हैं। बड़े शैक्षिक समायोजन की बात करें तो डॉक्टर केसी बांगड़ दो तीन बार अलग-अलग विश्वविद्यालयों में वाइस चांसलर रहे हैं lपहले ही बताया जा चुका है कि डॉक्टर बांगड़ का ताल्लुक बरोदा हलके से हैइसके अलावा ओम प्रकाश चौटाला के शासनकाल में बरोदा हलके के गांव गंगेसर से संबंधित श्रीमती विमल लाठर को एससीईआरटी हरियाणा का निदेशक बनाया गया था l 

चेयरमैन और सदस्य भी बरोदा के ही ज्यादा

विभिन्न सरकारों में जो चेयरमैन या सदस्य आदि बनाए गए उनमें भी बरोदा का एकतरफा प्रतिनिधित्व रहा है lजबकि गोहाना के हिस्से कभी यह सौगात भी नहीं आई lचौधरी बंसीलाल की सरकार में स्वर्गीय मास्टर चंद्रभान को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का सदस्य बनाया गया था l बता दें कि गोहाना उपमंडल से विभिन्न सरकारों में जो चेयरमैन बने, अमूमन बरोदा हल्का से ताल्लुक रखने वाले ही थे l इनमें स्वर्गीय कपिल देव शास्त्री हैफेड स्वर्गीय किशन सिंह सांगवान हैफेड रामकुमार सैनी आयुर्वेदिक बोर्ड दादा बलजीत सिंह मलिक हरियाणा मिनरल्स लिमिटेड के चेयरमैन रहे l इन सबके गांव बरोदा हल्के में पड़ते हैं  l

ऐसे ही कई और उदाहरण भी हैं जिससे यह साबित होता है कि गोहाना और बरोदा की तुलना करें तो राजनीतिक हिस्सेदारी में बरोदा का पलड़ा सदा भारी ही नहीं बहुत भारी रहा है और आने वाले समय में भी मनोहर लाल सरकार बरोदा हलके के एक दो नहीं तीन-तीन चेयरमैन आदि भी बना सकती है lऐसा उपचुनाव जीतने की योजना के तहत उसी तरह किया जा सकता है जैसे जींद उपचुनाव में कई लोगों को सरकार में समायोजित करके किया गया था l यह लाभ पाने वाले कौन-कौन लोग हो सकते हैं ,इस पर चर्चा आगे करेंगे l

महंगाई भत्ता नही दिया जाएगा यह कर्मचारियों पर कुठाराघात है: भूपेंद्र सन्धु

सुशील पंडित, यमुनानगर:

उतरी रेलवे  मजदूर यूनियन के मण्डल सचिव भूपेंद्र सिंह संधू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत सरकार ने महंगाई भत्ते को 18 महीने के लिए रोक दिया है जिसके चलते रेलवे कर्मचारियों में भारी रोष है उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है सन्धु ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सभी रेलवे कर्मचारी सरकार व समाज के साथ है लेकिन सरकार को भी कर्मचारियों की निजी समस्याओं का संज्ञान लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में सभी रेल कर्मचारियों को अनेकों समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है जैसे बच्चों की शिक्षा, मकान का किराया, स्वास्थ्य आदि सरकार के द्वारा अचानक यह फरमान जारी करना कि महंगाई भत्ता नही दिया जाएगा यह कर्मचारियों के साथ कुठाराघात है। सन्धु ने  कहा कि कोविड19 के दौरान किसी भी रेलवे कर्मचारी व अधिकारी की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है तो मृतक के परिवार को 1करोड़ रुपये राशि का मुआवजा व शहीद का दर्जा भी दिया जाए भूपेंद्र सन्धु ने कहा कि इस तुगलकी फरमान पर सरकार अपनी नीतियों में बदलाव करें अन्यथा भविष्य में इसका खामियाजा भुगतना होगा।