सचिन की खामोशी पर कयास न लगाएँ

मध्य प्रदेश के सियासी संकट में जिस प्रकार कॉंग्रेस के तमाम छोटे बड़े नेता बढ़ चढ़ कर अपनी भूमिका निभा रहे हैं वहीं सिंधिया के मित्र राजस्थान के उप मुख्य मंत्री एवं राजस्थान प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पाइलट की खामोशी बहुत कुछ कयास लगाने पर मजबूर करती है। वैसे रास्थान में सचिन की स्थिति सिंधिया से बिलकुल उलट है। सच्न को वह सब पहले ही से मिला हुआ है जिसकी सिंधिया अपनी पार्टी से अपेक्षा रखते थे। कयास लगाने के कारण मात्र उनकी(सचिन) और अशोक गहलोत में कभी कभार मुद्दों पर होने वाली असहमति है। आज सोशल मीडिया पर सचिन को अगला सिंधिया कहा जा रहा है जबकि इसकी कोई वजह नहीं दीखती। मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए काँग्रेस पार्टी एक और युवा एवं प्रभावशाली नेता को नहीं खोना चाहेगी, जिससे सचिन की मोलभाव की शक्ति उभरती ही दीखेगी।

जयपुर:

मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी संकट से कांग्रेस पार्टी को उबारने में जहां दिल्ली से लेकर राजस्थान के नेताओं ने पूरी ताकत झोंक रखी है. वहीं इन सबके बीच एक नाम बिल्कुल खामोश और नदारद है. वह नाम है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सरकार में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का. पिछले 2 दिनों में जिस तरह का सियासी घटनाक्रम हुआ है उस पर पायलट की तरफ से ना कोई रिएक्शन आया है ना ही उनकी टि्वटर हैंडल पर कोई ट्वीट देखने को मिला है. इतना ही नहीं जब राजस्थान में सरकार मध्य प्रदेश के कांग्रेस के विधायकों को बचाए रखने की जद्दोजहद में जुटी है तब भी पायलट की गैरमौजूदगी कई सवाल खड़े करती है.

देश में कांग्रेस अपने सबसे बड़े सियासी संकट से जूझ रही है. मध्यप्रदेश कांग्रेस को सियासी संकट से उबरने में दिल्ली से लेकर राजस्थान तक के कांग्रेसी नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के विधायकों को टूटने से बचाने और उनका मनोबल बनाए रखने के लिए जयपुर के दो रिसोर्ट में ठहराया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी विश्वस्त साथियों की टीम इस पूरे ऑपरेशन में जुटी हुई है. इस पूरे घटनाक्रम के बीच जहां कांग्रेस के क्षेत्रीय और राष्ट्रीय नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आए हैं वहीं सचिन पायलट पिछले 2 दिनों से इस पूरे घटनाक्रम से नदारद रहे हैं.

पायलट की तरफ से इस मसले को लेकर ना किसी तरह का कोई बयान आया है ना उनकी तरफ से कोई ट्वीट दिखाई दिया है. पिछले दो दिनों में सचिन पायलट के टि्वटर हैंडल से 4 ट्वीट किए गए हैं, लेकिन यह सभी ट्वीट कांग्रेस नेताओं को जन्मदिवस की बधाई और नियुक्ति पर बधाई संदेश के अलावा कुछ नहीं है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश के कांग्रेसी विधायकों को जब जयपुर लाया गया है. उसके बावजूद पायलट की गैरमौजूदगी हैरान करने वाली है.

हालांकि, महाराष्ट्र कांग्रेस के सियासी घटनाक्रम के दौरान भी पूरे ऑपरेशन की कमान अशोक गहलोत और उनकी टीम के पास ही थी, लेकिन सचिन पायलट उस समय जयपुर में मौजूद रहे थे. इस पूरे घटनाक्रम में सचिन पायलट की गैर मौजूदगी और चुप्पी दोनों ही हैरानी का विषय बनी हुई है. कोई नहीं जानता है कि इसके पीछे वजह क्या है और सचिन पायलट का अगला कदम क्या हो सकता है.

कांग्रेस की सियासत को समझने वाले नेताओं का मानना है कि पायलट पूरे हालातों को मापने और समझने में लगे हैं. हालांकि, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य और राजस्थान में सचिन पायलट की भूमिका और पोजीशन में जमीन आसमान का अंतर है. जिस तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सचिन पायलट के तल्ख रिश्तों की खबरें आती रही हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर भी कांग्रेस के भीतर हालात ठीक नहीं है, लेकिन इन सबके बावजूद पर यहां पर सचिन पायलट पीसीसी चीफ और उपमुख्यमंत्री की दोहरी भूमिका में है.

उनकी सत्ता और संगठन दोनों में जिम्मेदारी हैं. उनके विश्वस्त लोगों को सरकार में मंत्री भी बनाया गया है, लेकिन इसके ठीक उलट ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ मध्यप्रदेश में बिलकुल खाली थे. उन्हें पीसीसी चीफ नहीं बनने दिया गया. राज्यसभा की सीट से भी इंकार कर दिया गया तब जाकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया. भले ही राजस्थान में सचिन पायलट अभी खामोश हैं, लेकिन इसमें कहीं कोई दो राय नहीं है कि जो हालात मध्यप्रदेश में पैदा हुए हैं उसके चलते राजस्थान में उनकी पोजीशन को मजबूती मिली है.

यहां भी आने वाले दिनों में पीसीसी चीफ की अपनी भूमिका को कंटिन्यू कर सकते हैं. साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों मंत्रिमंडल विस्तार और 2 दिनों में होने वाली राज्य सभा सीट के लिए नामों का ऐलान में उनकी बारगेनिंग पावर काफी हद तक बढ़ जाएगी.

प्रशासन चला गांवों की ओर

पंचकूला,11 मार्च:

प्रशासन चला गांवों की ओर कार्यक्रम के तहत फरवरी माह में गांव दूधगढ़  व राजूटिकरी में आयोजित किया गया। इसमें आई हुई समस्याओं का निदान सुनिश्चित करने के लिये उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तार से समीक्षा की।

उपायुक्त ने कहा कि जनता दरबार में आई हुई सभी समस्यायें पूरी होनी चाहिए, इसके लिये विभागाध्यक्षों को बजट एवं डीपीआर के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि अधिकारी पेयजल, सड़कें, डंगे, गलियां, पाईप लाईन, सौर उर्जा संबंधी कार्यों को अंजाम देने के लिये की गई कार्रवाही बारे अवगत करवायें। यदि किसी तरह की समस्या बजट आदि को लेकर रहती है तो व्यक्तिगत स्तर पर मुख्यालय से संपर्क स्थापित करें।

उपायुक्त ने बागवानी विभाग की समस्याओं पर चर्चा करते हुए बताया कि इस क्षेत्र में सब्जी एवं फल-फूल आदि की खेती करने के लिये खेतों में सामुदायिक टैंक बनाये जाते है। इन टैंकों का निर्माण करने के लिये किसानों को एक लाख रुपये की सब-सीडी प्रदान की जाती है। मोरनी जैसे क्षेत्र में सब्जियों की फसल उगाने के लिये बेहतर अवसर है। इसलिये बागवानी विभाग के अधिकारी ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्रोत्साहित करें ताकि किसान सरकार द्वारा क्रियांवित इस योजना का लाभ उठा सके। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिये 83 लाख रुपये की राशि का बजट जारी किया गया है। इसके अलावा आॅर्गेनिक फार्मिंग पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि किसान बिना कीटनाशक और खाद के यदि फसल उगायेंगे तो उसका अधिक लाभ मिलेगा। इसलिये किसानों को देसी खाद पर आधारित फसलें ही उगानी चाहिए। उन्होंने एफपीओ के माध्यम से किसानों को अपनी फसल सीधी बेचने हेतू कार्रवाही करने बारे भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि दरबार में 6 गांवों में पेयजल संबंधी शिकायतें आई, उनका निपटान करने के लिये जल जीवन मिशन योजना के तहत कार्य करवाने की डीपीआर तैयार कर ली गई है। गर्मी के मौसम से पहले इन गांवों में स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाये जायेगा। इसके अलावा कई गांवों में रिटेनिंग वाॅल बनवाने संबंधी आवेदन किये गये, इन पर भी तीव्र गति से कार्रवाही अमल में लाई जा रही है।  उपायुक्त ने कहा कि नवीन उर्जा विभाग के अधिकारी जिला के 28 ग्राम सचिवालयों में सौलर उर्जा पर आधारित उपकरण लगवाने बारे आवश्यक कार्रवाही अमल में लायें ताकि इन गांवों में रात के समय आसानी से बिजली उपलब्ध हो सके। इसके अलावा इन सार्वजनिक स्थलों पर बिजली की लाईटें लगवाने के लिये भी डीपीआर तैयार करवायें। उन्होंने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को इन सभी गांवों के सचिवालयों में सौलर उर्जा की कार्रवाही करने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने मोरनी क्षेत्र के गांवों के सार्वजनिक स्थानों पर पशुओं के लिये डिस्पेंसरी स्थापित करने के लिये भी कार्रवाही करने के लिये जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिये।

  उपायुक्त ने एसडीएम कालका राकेश सिंधु को मोरनी क्षेत्र के चहुमुखी एवं सर्वांगीण विकास के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। वे इस दरबार में आई सभी शिकायतों को वास्तविक रूप देने के साथ-साथ अधिकारियों से तालमेल करके पूरा करवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को इस क्षेत्र में मिनी बसें संचालित  करने के लिये विस्तृत रिपोर्ट कर अवगत करवाने को कहा।  बैठक में लोक निर्माण विभाग की समस्याओं की भी विस्तार से समीक्षा की।

बैठक में एसडीएम धीरज चहल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी दमन सिंह, जनस्वास्थ्य, स्वास्थ्य, शिक्षा, वन विभाग, बागवानी सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम एल्मिको के सहयोग से जिला रेडक्राॅस सोसाईटी द्वारा जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किया जाएगा

पंचकूला,11 मार्च:

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम एल्मिको के सहयोग से जिला रेडक्राॅस सोसाईटी द्वारा 16 मार्च को खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय पिंजौर में जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किया जाएगा।

  उपायुक्त एवं जिला रेडक्राॅस सोसाईटी के अध्यक्ष मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि पंचकूला के सभी खण्डों में 16 से 20 मार्च तक जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किए जाएगें। खण्ड स्तर पर आयोजित इन शिविरों में दिव्यांग व्यक्तियों तथा वरिष्ठ नागरिकों की जांच की जाएगी और उन्हें आवश्यकता अनुसार कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए पंजीकृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 17 मार्च को राजकीय बहुतकनीकी संस्थान मोरनी तथा 18 मार्च को सामुदायक केन्द्र बरवाला में जांच शिविर लगाए जाएगें।

  उपायुक्त ने बताया कि सोसाईटी द्वारा  19 मार्च को खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय रायपुररानी तथा 20 मार्च को जिला रेडक्राॅस वृद्ध आश्रम सैक्टर-15 पंचकूला में जांच एवं मापतोल शिविर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, सुनने की मशीन, कृत्रिम अंग, बैसाखी एवं सहायक उपकरण, कृत्रिम दांत एवं जबड़ा, तिपाई एवं चैपाई पौड़, चश्मा, चलने हेतु हाथ की छड़ी, कोहनी वाली बैसाखी आदि उपकरण प्रदान करने के लिए दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिकों का चयन किया जाएगा।

  उन्होंने बताया कि शिविर में भाग लेने के लिए 2 पासपोट साईज की फोटो, रिहायशी प्रमाण पत्र व आधार कार्ड की फोटो, बीपीएल कार्ड, वरिष्ठ नागरिक कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, दिव्यांग प्रमाण पत्र तथा तहसीलदार व सक्षम अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र की प्रतियां साथ लेकर आना अनिवार्य है। 

भारत मे हर वर्ष किडनी की बीमारी से 2.4 लाख लोग पीडि़त होते हैं: डा. नवजीत सिद्धू

‘हाई बल्ड प्रैशर, शुगर, पथरी तथा यूटीआई किडनी खराब होने के मुख्य कारण’

पंचकूला, 11 मार्च ( ): किडनी की सुरक्षा के लिए उच्च रक्तचाप (बल्ड प्रैशर), शुगर, पथरी जैसी बीमारियों से बचकर स्वस्थ जीवनशैली बहुत जरूरी है। पारस मल्टी स्पैशलिटी अस्पताल पंचकूला के किडनी की बीमारियों के इलाज के बारे एसोसिएट डायरेक्टर डा. नवजीत सिंह सिद्धू तथा एसोसिएट कंस्लटेंट डा. सिद्धांत बांसल ने यहां विश्व किडनी दिवस के अवसर पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि हमारे देश में हर किडनी फेलियर (किडनी खराब होने) के 2.4 लाख नए केस सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि यह 6वीं बड़ी जानलेवा बीमारी बन गई है तथा वर्ष 2040 तक पांचवी बड़ी जानलेवा बीमारी बन जाएगी। डा. सिद्धू ने बताया कि इस बीमारी से बचने के लिए तंदरूस्त जीवनशैली बहुत जरूरी है। 

उन्होंने कहा कि इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए उच्च रक्तचाप, शुगर तथा पेशाब से संबंधित अन्य बीमारियों को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि पथरी का इलाज भी समय पर करवा लेना चाहिए।

डा. सिद्धांत बांसल ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए मोटापा तथा तनाव से बचना जरूरी है। उन्होंने बताया कि किडनी खराब होने की सूरत में लगातार डायलसिस या आप्रेशन द्वारा किडनी ट्रांस्पलांट ही एक विकल्प रह जाता है। उन्होंने बताया कि लगातार टेस्ट करवाते रहना चाहिए।

पारस अस्पताल के फैसलिटी डायरेक्टर डा. आशीष  चड्ढा ने बताया कि पारस अस्पताल में 18 बैड का डायलसिस सैंटर है, इसके अलावा आप्रेशन की भी सुविधा है। यह अस्पताल केंद्रीय स्वास्थ्य स्कीम (सीजीएचएस) हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के पैनल पर है। 

ज्योतिरादित्य के भाजपा में शामिल होने पर बुआ वसुंधरा और यशोधरा हुईं भावुक

कांग्रेस का साथ छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में सिंधिया ने पार्टी ज्वाइन की. भाजपा में उनकी एंट्री के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की दोनों बुआओं ने सिंधिया के इस फैसले का स्वागत किया. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर ज्योतिरादित्य का स्वागत किया, वहीं यशोधरा ने इसे उनकी घर वापसी कहा.

जयपुर.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद बुधवार को बीजेपी में शामिल होने पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने उनका अपने अंदाज में स्वागत किया है. रिश्ते में ज्योतिरादित्य की बुआ वसुंधरा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो आपके इस निर्णय पर जरूर गर्व करतीं. ज्योतिरादित्य ने राजमाता जी द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देशहित में यह फैसला लिया है, जिसका मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों ही तौर पर स्वागत करती हूं’. बता दें कि मध्य प्रदेश के सियासी हलके में मंगलवार को अपने पिता माधव राव सिंधिया की 75वीं जन्मतिथि पर ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. जानकारी के अनुसार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से नाराज चल रहे सिंधिया सूबे में सरकार बनने के बाद से ही अपनी उपेक्षा से आहत थे. सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया. उधर, कांग्रेस का दावा है कि कमलनाथ सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और इन्हीं दावों के बीच विधायकों की बाड़ेबंदी के तहत बुधवार को कांग्रेस विधायकों को भोपाल से जयपुर लाया गया है.

यशोधरा राजे ने कहा कि आज ज्योतिरादित्य की घर वापसी हुई है, ऐसे में उन्हें काफी खुशी है. जल्द ही मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. यशोधरा ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में कई योजनाओं को बंद किया गया है.

18 साल बाद छोड़ा कांग्रेस का साथ

मध्य प्रदेश कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी में 18 साल का सफर मंगलवार को खत्म कर दिया था. होली के दिन उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा था. बुधवार को भाजपा ज्वाइन करते हुए सिंधिया ने कहा कि आज कांग्रेस पहली वाली पार्टी नहीं रही है, ना ही नए नेतृत्व को जगह दी जा रही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य की कमलनाथ सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि 2018 में जिन वादों को लेकर कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी, वो सपने पूरे नहीं किए गए हैं. साथ ही राज्य में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता जा रहा है.

काँग्रेस मा ज्योतिर्गमय भाजपा

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में उन्हें भगवा पटका पहनाया गया. इस दौरान नड्डा ने ग्वालियर राजवंश के ‘महाराज’ का अभिनंदन किया तो वहीं सिंधिया ने नड्डा के साथ पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के करीब एक घंटे बाद ही उन्हें पार्टी ने राज्यसभा का टिकट देने का ऐलान कर दिया. बीजेपी ने उनके अलावा मध्य प्रदेश से हर्ष चौहान को भी राज्यसभा का टिकट दिया है. इसके साथ ही खबर यह भी है कि सिंधिया को केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट में अहम जगह मिल सकती है.

नई दिल्ली:

 कांग्रेस का हाथ छोड़ चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. भाजपा में सिंधिया को शामिल करने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘आज हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि सिंधिया जी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. मैं सभी कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत करता हूं.’

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा, ‘सबसे पहले मैं पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा जी को धन्यवाद देना चाहूंगा.

होली के दिन ज्योतिरादित्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। 

आपको बता दें कि कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत कुल 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. मंगलवार को भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में निर्दलीय समेत कुल 94 विधायक ही शामिल हुए थे. 

सिंधिया समर्थक विधायक बनेंगे मध्य प्रदेश में मंत्री

मध्य प्रदेश में बहुमत के लिए अब 104 विधायकों की जरूरत है. क्योंकि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की सदस्य संख्या 230 से घटकर 206 ही रह गई है. आपको बता दें कि 2 विधायकों की सीटें उनके देहांत के बाद खाली हैं जहां उपचुनाव होने हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है. शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी हो सकती है.

मध्य प्रदेश में सरकार के जाने से नहीं पेट्रोल की गिरती कीमतों पर मोदी की तवज्जो न होने से दुखी हैं राहुल

मध्यप्रदेश में चुनावों के पश्चात जोड़ तोड़ से बनी कमाल नाथ की सरकार का गिरना राहुल गांधी के लिए क्या माने रखता है? राजनैतिक कैरियर के शुरुआती दिनों के साथी हमउम्र सिंधिया के पार्टी छोड़ने और फिर भाजपा में शामिल होने पर राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार आई मानो वह अपने 18 – 20 साल पुराने साथी को खो कर सहज हैं और जब सभी की नज़रें सिंधिया द्वारा उठाए गए इस कदम पर थीं तो शायद मोदी मण्डल पेट्रोल की गिरती कीमतों को लेकर अनभिज्ञ था। अचानक ही राहुल गांधी वित्तीय सलहाकार की भूमिका में आ गए और सरकार को पेट्रोल की कीमत 60 रुपए करने की नसीहत दे डाली।

नई दिल्ली: 

पेट्रोल की कीमतों के घटने के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री का ध्यान इस ओर खींचने की कोशिश की. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने की सरगर्मी के बीच कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट करते हुए कहा है ‘पेट्रोल की कीमतों में गिरावट आ रही है. इस पर ध्यान दिया जाए.’

पेट्रोल 60 रुपये प्रति लीटर करने की मांग

राहुल गांधी ने PMO को टैग करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘सरकार ने शायद नोटिस नहीं किया है कि अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दामों में 35 फीसदी की कमी हुई है.’ राहुल गांधी ने आगे लिखा है, ‘पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपये प्रति लीटर से कम करके आम लोगों को इसका फायदा मिलना चाहिए.’

ये भी पढ़ें: पेट्रोल 2.69 रुपये और डीज़ल 2.33 रुपये हुआ सस्ता

5-6 रुपये की हो सकती है गिरावट

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल के भाव में इस बड़ी गिरावट के चलते घरेलू मार्केट में इसका असर साफ देखने को मिल सकता है. आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल का भाव में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. सीनियर ट्रेड एनालिस्ट अरुण केजरीवाल के मुताबिक, कच्चे तेल के भाव में गिरावट का फायदा भारत को मिलेगा. पेट्रोल-डीजल 6 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है. हालांकि, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर बना हुआ है. इसलिए पेट्रोल-डीजल में ज्यादा बड़ी कटौती की उम्मीद कम है.

पेट्रोल 2.69 रुपये और डीज़ल 2.33 रुपये हुआ सस्ता

पिछले कुछ दिनों से सऊदी अरब और रूस के बीच ऑयल की कीमतों में जंग छिड़ने से सोमवार को कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार में 31 प्रतिशत तक टूट गई थी

नई दिल्ली:

 अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में चल रही जंग का फायदा भारतीय उपभोक्ताओं को मिल रहा है. पेट्रोल और डीजल के दामों में को लगातार सातवें दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा. दिल्ली में छह दिनों में पेट्रोल 2.69 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया, जबकि डीजल का दाम 2.33 रुपये प्रति लीटर कम हो गया. देश के अन्य शहरों में भी पेट्रोल व डीजल के दाम में एक रुपया प्रति लीटर से ज्यादा की गिरावट आई है. पिछले कुछ दिनों से सऊदी अरब और रूस के बीच ऑयल की कीमतों में जंग छिड़ने से सोमवार को कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार में 31 प्रतिशत तक टूट गई थी.

उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में सोमवार को आई गिरावट के बाद रिकवरी हुई है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल का दाम घटकर 70.29 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं डीजल का भाव भी घटकर 63.01 रुपये प्रति हो गया है.

अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 7.19 फीसदी की तेजी के साथ 36.83 डॉलर पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले दाम 37.38 डॉलर प्रति बैरल तक उछला.

न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अप्रैल डिलीवरी अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के अनुबंध में 6.84 फीसदी की तेजी के साथ 33.26 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले भाव 33.73 डॉलर प्रति बैरल तक उछला.

बता दें कि तेल बाजार की हिस्सेदारी को लेकर प्रमुख उत्पादकों में कीमत को लेकर छिड़ी जंग के कारण सोमवार को ब्रेंट क्रूड का भाव 31.27 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा, जोकि फरवरी 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर है.

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH -10/11.03.2020

Five arrested for consuming liquor at public place

          Five different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-17, IT Park, 49 & 39, Chandigarh against five persons who were arrested while consuming liquor at public places on 10.03.2020. Later they were released on bail.

Action against obstructing public way

A case FIR No. 46, U/S 283 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against Deepak Kumar R/o # 403, NIC, Mani Majra, Chandigarh who was arrested while he was obstructing public way with rehri/fari on 10.03.2020. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

Assault on Public Servant

          A case FIR No. 33, U/S 353, 332 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh on the complaint of Const. Karnail Singh posted at Traffic Line who alleged that Rakesh Kumar R/o Village Farozepur Bangar, Teh. Kharar Distt. Mohali (PB) quarreled with complainant and deterred him from duty near turn, Sector 10/11, Chandigarh on 10.03.2020. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of case is in progress.

Assault/Quarrel

A case FIR No. 41, U/S 323, 341, 506, 34 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of Keshav Dutt, Security Guard at Juvenile Home, Sector-25, Chandigarh who alleged that two boys quarrel & beaten complainant at Juvenile Home, Sector-25, Chandigarh on 08.03.2020. Investigation of the case is in progress.

Assault/Attempt to murder

A case FIR No. 37, U/S 323, 324, 307 IPC & 75 JJ Act has been registered in PS-31, Chandigarh on the complaint of a lady resident of Ramdarbar, Chandigarh who alleged that Rahul R/o # 920, Ph-1, Ram Darbar, Chandigarh attacked on complainant with knife due to which complainant’s granddaughter age about 7 months got stabbing injury on head on 10.03.2020. Injured baby girl admitted in GMCH-32, Chandigarh. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Theft

A lady resident of Melbourne, Australia alleged that maid namely Kamlesh stole away her gold jewelry i.e. 1 gold chain, gold pendant, pearls set, 1 set ear ring while she visited her mother’s house i.e. # 1260, Sector 15B, Chandigarh between 02-03-2020 to 7-03-2020. A case FIR No. 42, U/S 381 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Raj Verma R/o # 547, Sector-22/A, Chandigarh reported that unknown person stole away cash Rs. 5000/-, 2 wrist watches, 2 perfume from his residence on 07-03-2020. A case FIR No. 39, U/S 380 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A lady resident of Panchkula (HR) alleged that unknown person cheated away bag containing laptop from complainant’s car near SCO No. 93-94, Sector 17B, Chandigarh on 09.03.2020.  A case FIR No. 38, U/S 420 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

MV Theft

Balwant Singh R/o # 1125/2, Sector-40B, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Hero Honda Deluxe M/Cycle No. CH04-A-2507 parked near Kissan Mandi, Sector-40, Chandigarh on 04-03-2020. A case FIR No. 86, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rajesh Kumar R/o Flat No. 17B/1, Akansha Apartment, Prashant Vihar, Baltana, SAS Nagar, (PB) reported that unknown person stole away complainant’s Passion PRO M/Cycle No. PB65AH-7606 from Parking near Sabji Mandi, Sector 15, Chandigarh on 24-02-2020. A case FIR No. 40, U/S 379 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

राजस्थान में अरोड़ा के नाम पर रार

पार्टी सूत्रों के अनुसार पायलट ने दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर उन्हें अपनी नाराज़गी से अवगत कराया है। गहलोत के करीबी समझे जाने वाले अरोड़ा लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं। वे प्रदेश में पार्टी के उपाध्यक्ष हैं और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी के स्थानीय नेता संभावित प्रत्याशियों को लेकर खुलकर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत ने ये नाम तय करने के लिए सप्ताहांत नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।

नयी दिल्ली:

मध्य प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम के बीच राजस्थान से राज्यसभा के दो संभावित प्रत्याशियों को लेकर भी कांग्रेस में रार सामने आ रही है। पार्टी को राज्य में कम से कम दो सीटों के लिए प्रत्याशी तय करने हैं और अंदरूनी सूत्रों के अनुसार एक संभावित नाम का कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खुलकर विरोध कर रहे हैं।

राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है। मौजूदा विधायक संख्या के आधार पर कांग्रेस के खाते में दो सीटें जानी तय हैं और पार्टी को अपने प्रत्याशियों के नाम अगले दो दिन में तय करने होंगे क्योंकि नामांकन 13 मार्च तक होंगे। इसके लिए सियासी जोड़तोड़ शुरू हो गया है।राजनीतिक गलियारों में तारिक अनवर से लेकर राजीव अरोड़ा और भंवर जितेंद्र सिंह से लेकर गौरव वल्लभ तक अनेक नाम चर्चा में हैं जिनमें से दो पर आने वाले एक दो दिन में मुहर लगनी है। यहां कुछ मीडिया रपटों व पार्टी जानकारों के अनुसार पार्टी तारिक अनवर को राजस्थान से राज्यसभा में भेज सकती है। तारिक अनवर पांच बार लोकसभा व दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। दूसरा बड़ा नाम राजीव अरोड़ा का सामने आया है। हालांकि बताया जाता है कि पायलट खेमा उनके नाम को लेकर बिलकुल सहज नहीं है। पार्टी सूत्रों के अनुसार पायलट ने दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर उन्हें अपनी नाराज़गी से अवगत कराया है।

गहलोत के करीबी समझे जाने वाले अरोड़ा लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं। वे प्रदेश में पार्टी के उपाध्यक्ष हैं और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी के स्थानीय नेता संभावित प्रत्याशियों को लेकर खुलकर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री गहलोत ने ये नाम तय करने के लिए सप्ताहांत नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। राजस्थान में राज्यसभा की कुल 10 सीटे हैं जिनमें से फिलहाल नौ भाजपा व एक कांग्रेस के पास है।

कांग्रेस ने पिछले साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यहां से राज्यसभा के लिए चुना था। भाजपा के तीन राज्यसभा सदस्य विजय गोयल, नारायण पंचारिया व रामनारायण डूडी का कार्यकाल नौ अप्रैल को पूरा हो रहा है। राज्य विधानसभा में बदले संख्याबल के हिसाब से दो सीटें कांग्रेस को मिलनी तय हैं। भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी के नाम की अभी घोषणा नहीं की है। राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक व भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।

राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होगा।