बेशक सिंचाई विभाग द्वारा लाखो करोड़ो रूपये घग्घर नदी की खुदाई व तटबंधों की मजबूती के लिए खर्च कर दिए जाते है लेकिन सिंचाई विभाग को यह भी पता नही की घग्घर नदी की धार कुल कितने फिट चौड़ी है तथा इस कि सिरसा से राजस्थान के साइफन तक कुल लम्बाई कितने किलोमीटर है तथा इस दूरी में कितनी दूर पर घग्घर नदी की धार पर किसानों ने अतिक्रमण कर रखा है
एलनाबाद 27 सितम्बर (सुरेंद्र सरदाना )
घग्घर नदी सिरसा जिला के किसानों की जीवनदायिनी मानी जाती है क्यो की यह जिला धान का कटोरा कहा जाता है और धान उत्पादन के लिए भरपूर मात्रा में पानी की जरूरत रहती है .ऐसे में घग्घर नदी जो कि शिवालिक की पहाड़ियों से निकलती है ओर बरसात के दिनों में शिल्ट युक्त बरसाती पानी से लबरेज रहती है और किसानों को पानी की आपूर्ति करती है .इस पानी से कोई जान माल का नुकसान न हो और किसानों की फसल का भी नुकसान न हो इस के लिए सरकार द्वारा घग्घर नदी की धार की खुदाई के लिए व तटबंधों की मजबूती के लिए हर वर्ष लाखो रुपए खर्च करती है जो कि सिंचाई विभाग द्वारा खर्च किया जाता है . अब पते की बात यह है कि बेशक सिंचाई विभाग द्वारा लाखो करोड़ो रूपये घग्घर नदी की खुदाई व तटबंधों की मजबूती के लिए खर्च कर दिए जाते है लेकिन सिंचाई विभाग को यह भी पता नही की घग्घर नदी की धार कुल कितने फिट चौड़ी है तथा इस कि सिरसा से राजस्थान के साइफन तक कुल लम्बाई कितने किलोमीटर है तथा इस दूरी में कितनी दूर पर घग्घर नदी की धार पर किसानों ने अतिक्रमण कर रखा है .इस बात का खुलासा शहर की सामाजिक संस्था सूचना का अधिकार जागृति मंच के अध्यक्ष सुरेंद्र सरदाना अधिवक्ता द्वारा सिंचाई विभाग द्वारा मांगी एक आर टी आई से हुआ है. गौरतलब है कि उपरोक्त संस्था के अध्यक्ष सुरेंद्र सरदाना अधिवक्ता ने एक्स ई इन सिंचाई विभाग से सूचना का अधिकार अधिनयम 2005 के सेक्शन 6 के तहत यह जानकारी मांगी की सिरसा से राजस्थान के साइफन तक रिकार्ड के अनुसार घग्घर नदी कितने किलोमीटर लम्बी है तथा इस के बीच मे बनी धार की चौड़ाई (जिस में पानी चलता है )कितनी चौड़ी है व तथा मौका पर यह चौड़ाई कितने फूट है तथा कितने फूट चौड़ाई पर किसानों ने अतिक्रमण किया हुआ है .तथा यह जांच अंतिम बार कौन से वर्ष में हुई ? जवाब में सिंचाई विभाग ने आवरण डालते हुए बताया कि यह प्राकृतिक स्त्रोत है यह बदलती रहती है और इस अतिक्रमण की जानकारी रिवेन्यू विभाग के जिम्मे लगा दिया है .
दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि सिंचाई विभाग इस जानकारी से बिल्कुल ही अनभिज्ञ है .चूंकि कुछ किसानों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 30 या 40 वर्षों से तो उन के द्वारा नदी की यह धार मौका पर आज जहाँ है वही देखी जा रही है .क्यो की इस कि मिट्टी पत्थर की तरह पकी है जो कि अपना रुख नही बदलती .
स्पष्ट होता है कि सिंचाई विभाग को जब घग्घर के क्षेत्राधिकार की जानकारी नही है तो ऐसे में घग्घर का वार्षिक बजट सिंचाई विभाग किस तरह खर्च किया जाता है हम इस का अंदाज़ा सहज लगा सकते है
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/09/images-1-1.jpg179281Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 11:28:092019-09-28 11:28:12सिंचाई विभाग स्वयं भी घग्घर नदी की धार पर हुए अतिक्रमण से है अनभिज्ञ! आर टी आई से हुआ खुलासा
भारतीय जनता पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने लोकसभा चुनाव से पहले रोहतक सीट का जिक्र करते हुए कहा था कि पिछले चुनाव में हमने एक गलती की कि जाट के खिलाफ जाट को ही मैदान में उतार दिया मतलब दीपेंद्र सिंह हुड्डा के मुकाबले ओमप्रकाश धनखड़ को मैदान में लाना गलती थीl उनका कहना था कि यह गलती इस बार नहीं करेंगे और गलती सुधारते हुए उन्होंने जाट के खिलाफ गैर जाट ब्राह्मण उम्मीदवार के रूप में डॉ अरविंद शर्मा को मैदान में उतारा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हराने का काम किया यही रणनीति अब बरोदा में कार्यान्वित करने की योजना है
धर्मपाल वर्मा (पंचकुला) :
यद्यपि अभी हरियाणा विधानसभा के लिए कांग्रेस पार्टी की टिकटें बटी नहीं है परंतु अभी से कयास लगाए जा रहे हैं कि बेशक भाजपा अपने आज के विधायकों में से एक तिहाई की टिकट काटने का फैसला ले ले परंतु कॉन्ग्रेस शायद एक भी सीटिंग एमएलए की टिकट न काट सकेगी इसे अटल मानकर ही भाजपा अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगी है परंतु जो होगा नवरात्रों में होगा अभी चल रहे भारी दिनों में राजनेता कोई नया काम करने को तैयार नहीं है।
आज कांग्रेस के ज्यादातर विधायक पुराने रोहतक जिले के रोहतक झज्जर और सोनीपत जिलों में ही हैं जिनकी संख्या है 10 ,जबकि यहां कुल सीटें 15 है। इस समय सोनीपत जिले में 6 में से 5 विधायक कांग्रेस के हैं और हालात ऐसे बन रहे हैं कि अगला चुनाव शायद ही कोई विधायक जीत पाए। सोनीपत में तो खास जरूरत इस बात की है कि कांग्रेस कुछ नए और प्रगतिशील उम्मीदवार मैदान में लेकर आएगी तो ही सकारात्मक परिणाम सामने आ पाएंगे जैसे उम्मीदवार भाजपा दे रही है वैसे कांग्रेस को देने चाहिए ऐसा यहां के लोग व्यक्तिगत चर्चा में कहने लगे है।
आप यह मानकर चलें कि भाजपा सोनीपत पर खास फोकस करके इसलिए चल रही है कि वह यहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हाशिए पर ले जाना चाहती है वह चाहती है कि आरंभ में ही यह चर्चा शुरू हो जाए कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो सोनीपत में ही कमजोर हैं इसीलिए भाजपा ने सोनीपत में भी बरोदा पर फोकस करने का संकेत दिया है जिसे आसानी से समझा जा सकता है इस सीट को भाजपा हारी हुई सीट मानकर चल रही है वही दूसरी चर्चा शुरू हो जाए तो इससे लोगों की राय बदलनी शुरू हो जाती है।
उसके लिए पूरी नीति तैयार है। यहां जेजेपी एक भी सीट पर जीतने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है परंतु जानकार यह दावा कर रहे हैं कि यह पार्टी भाजपा की बी टीम है जिसका काम भाजपा के हाथों कांग्रेस को हराना है। कुछ लोग तो इस पार्टी को वोट काटो पार्टी तक कहने लग गए हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विरुद्ध लोकसभा में सोनीपत से उतरे दिग्विजय सिंह चौटाला को 50000 तक सीमित कर विशेष तौर पर जाट मतदाताओं ने यह संदेश देने की कोशिश की थी कि सोनीपत में भी जाट मतदाताओं की पसंद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही है।
मानकर चलें कि अब भी इस क्षेत्र में हुड्डा का असर सबसे ज्यादा है परंतु यह भी सच्चाई है कि यह असर जाट जाटों में ज्यादा है गैर जाट तो कांग्रेस से फड़के हुए हैं।
यही एक सोच है जिसके तहत भारतीय जनता पार्टी के लोग गैर जाटों के ध्रुवीकरण के लिए इसी हलके के बड़े और राजनीतिक गांव भैंसवाल कला से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त को बरोदा से टिकट देने की योजना पर काम कर रहे हैंl
भारतीय जनता पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने लोकसभा चुनाव से पहले रोहतक सीट का जिक्र करते हुए कहा था कि पिछले चुनाव में हमने एक गलती की कि जाट के खिलाफ जाट को ही मैदान में उतार दिया मतलब दीपेंद्र सिंह हुड्डा के मुकाबले ओमप्रकाश धनखड़ को मैदान में लाना गलती थीl उनका कहना था कि यह गलती इस बार नहीं करेंगे और गलती सुधारते हुए उन्होंने जाट के खिलाफ गैर जाट ब्राह्मण उम्मीदवार के रूप में डॉ अरविंद शर्मा को मैदान में उतारा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हराने का काम किया यही रणनीति अब बरोदा में कार्यान्वित करने की योजना है और कांग्रेस इससे तभी पार पा सकती है जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद बरोदा से चुनाव लड़े. इससे जिले की अन्य सीटों पर भी असर पड़ सकता है। परंतु इस समय जो हालात हैं वे कांग्रेस के लिए पूरी तरह से चुनौतीपूर्ण है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/03/bhupinder-hooda-motilal-vora.jpg385696Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 11:10:262019-09-28 11:13:04सोनीपत जिले में अपनी राजनीतिक परिसंपत्ति को बचा पाना कठिन रहेगा कांग्रेस के लिए
कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बादली के पूर्व विधायक नरेश प्रधान को यह संदेश देने की कोशिश की है की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाना चाहती है परंतु किसी कारण से हुड्डा साहब या दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां चुनाव लड़ने आते हैं तो वह उनकी मदद करें
धर्मपाल वर्मा, पंचकुला:
बादली विधानसभा क्षेत्र सदा कुछ खास कारणों से चर्चा में रहा है। हम हरियाणा वाली बादल की बात कर रहे है एक बादली दिल्ली में भी है इसी बादली के नाम से दिल्ली में विधानसभा हलका भी हैा 1920 में दीनबंधु सर छोटूराम बादली से ही जीतकर पंजाब असेंबली में पहुंचे थे। बादली में विधायक बने तब वे संयुक्त पंजाब में मंत्री भी बने। उस समय सर छोटू राम रोहतक जिला कांग्रेस के प्रधान भी थे परंतु उसी वर्ष उन्होंने कांग्रेस सदा के लिए छोड़ दी थी।
नरेश प्रधान हरियाणा बनने के बाद आज तक एक बार बादली में कांग्रेस को जिता पाए हैं । हम उन्हें बादली के एकमात्र कांग्रेसी विधायक के रूप में देखेंगे।
प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं आंकड़े और तथ्य सबके सामने है। बता दें कि बादली 1977 में फिर से हल्का बना तो यहां से निर्दलीय चौधरी हरद्वारी लाल विधायक बनेl उन्हें जनता पार्टी की सरकार ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय का उपकुलपति बना दिया इसके तुरंत बाद उन्होंने बादली विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। चौधरी हरद्वारी लाल केवल 387 मतों से के अंतर से जीते थेl फिर 1978 में बादली में उपचुनाव हुआ जिसमें जनता पार्टी के उदय सिंह दलाल लगभग 10000 मतों से चुनाव जीते। फिर 1982 में धीरपाल सिंह आ गए और लोकदल के टिकट पर चुनाव जीते। उसके बाद धीरपाल सिंह ने 1987, 1991, 1996 फिर 2000 में लगातार लोक दल जनता पार्टी समता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते परंतु कांग्रेस का सपा एक बार भी नहीं लग पाया। चौधरी धीरपाल सिंह इनेलो के प्रदेश के अध्यक्ष भी रहे।
2005 में चौधरी धीर पाल सिंह को निर्दलीय रूप में नरेश प्रधान ने हराया प्रधान बादली के सरपंच भी रहे। 2009 में नरेश प्रधान कांग्रेस की टिकट पर जीते परंतु 2014 में हार गए और उन्हें हरा कर विधानसभा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धनखड़। अब चुनाव सिर पर हैं देखते हैं बादली में कांग्रेस दूसरी बार जीत पाती है या नहीं। ओमप्रकाश धनखड़ लगातार दूसरी बार जीत पाते हैं या नहींl दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां से चुनाव लड़ते हैं या नहीं।
वैसे बताया जा रहा है कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बादली के पूर्व विधायक नरेश प्रधान को यह संदेश देने की कोशिश की है की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाना चाहती है परंतु किसी कारण से हुड्डा साहब या दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां चुनाव लड़ने आते हैं तो वह उनकी मदद करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/09/kalka-widhansabha.jpg146300Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 10:59:032019-09-28 10:59:05बादली के बादल कुछ यू बरसेंगे
इस मास की अमावस्या को पितृ विसर्जन अमावस्या कहा जाता है. इस दिन धरती पर आए हुए पितरों को याद करके उनकी विदाई की जाती है.
पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन अपने सामर्थ्य अनुसार दान जरूर करना चाहिए. इससे आपके ज्ञात अज्ञात संकट कट जाएंगे आश्विन मास के कृष्णपक्ष का सम्बन्ध पितरों से होता है. इस मास की अमावस्या को पितृ विसर्जन अमावस्या कहा जाता है. इस दिन धरती पर आए हुए पितरों को याद करके उनकी विदाई की जाती है.
अगर पूरे पितृ पक्ष में अपने पितरों को याद न किया हो तो केवल अमावस्या को उन्हें याद करके दान करने से और निर्धनों को भोजन कराने से पितरों को शान्ति मिलती है. इस दिन दान करने का फल अमोघ होता है साथ ही इस दिन राहु से सम्बंधित तमाम बाधाओं से मुक्ति पायी जा सकती है. इस बार पितृ विसर्जन अमावस्या 28 सितम्बर को है
कैसे करें पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन पितरों की विदाई?
– जब पितरों की देहावसान तिथि अज्ञात हो , तब पितरों की शांति के लिए पितृ विसर्जन अमावस्या को श्राद्ध करने का नियम है – आप सभी पितरों की तिथि याद नहीं रख सकते , ऐसी दशा में भी पितृ विसर्जन अमावस्या को श्राद्ध करना चाहिए – इस दिन किसी सात्विक और विद्वान् ब्राह्मण को घर पर निमंत्रित करें और उनसे भोजन करने तथा आशीर्वाद देने की प्रार्थना करें – स्नान करके शुद्ध मन से भोजन बनायें , भोजन सात्विक हो और इसमें खीर पूड़ी का होना आवश्यक है – भोजन कराने तथा श्राद्ध करने का समय मध्यान्ह होना चाहिए – ब्राह्मण को भोजन कराने के पूर्व पंचबली दें,हवन करें – श्रद्धा पूर्वक ब्राह्मण को भोजन करायें,उनका तिलक करके , दक्षिणा देकर विदा करें – बाद में घर के सभी सदस्य एक साथ भोजन करें और पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें
पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन कैसे करें गुरु चांडाल योग का निवारण?
– प्रातःकाल स्नान करके पीपल के वृक्ष में जल दें – इसके बाद पीले वस्त्र धारण करके “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः” का जाप करें – दोपहर के समय किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं – भोजन में उरद की दाल , खीर और केले रक्खें – भोजन के उपरान्त व्यक्ति को पीले वस्त्र और धन , दक्षिणा के रूप में दें
पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन कैसे करें विष योग का निवारण?
– मध्य दोपहर में दक्षिण की और मुख करके पितरों को जल अर्पित करें – इसके बाद भगवदगीता के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करें – इसके बाद अग्नि में पहले घी की फिर काले तिल की और फिर भोजन के अंश की आहुति दें – किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराएं – इसके बाद उसे चप्पल या जूतों का दान करें
पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन कैसे करें राहु की समस्याओं का निवारण करें?
– पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन दोपहर के समय “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” का कम से कम ग्यारह माला जाप करें – इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें – मंत्र जाप के बाद वस्त्रों का और जूते चप्पल का दान करें – उसी रुद्राक्ष की माला को गले में धारण कर लें – इस माला को धारण करके मांस मदिरा का सेवन न करें
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/09/2018_9largeimg22_Sep_2018_095500490.jpg400650Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 10:08:592019-09-28 10:09:01पित्र विसर्जन अमावस्या क्या, क्यों और कैसे
28 सितंबर 2019: कुछ नए अनुभव हो सकते हैं. कई तरह की समस्याएं सुलझाने की कोशिश करेंगे और उसमें सफल होने की संभावना भी है. आज आप अपनी बात स्पष्ट रुप से कहने की कोशिश करें. दूसरों की बात भी उतने ही अच्छे से समझने की कोशिश करें. आज आप हर व्यक्ति और अपने कामकाज से कुछ सीखने कीकोशिश करें. पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए समय अच्छा है.
28 सितंबर 2019: आपके लिए समय अच्छा हो सकता है. पैसों से जुड़े कुछ मामलों पर आपको ध्यान देना होगा. हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार रहें. नई बातें जानने के लिए आप उत्सुक हो सकते हैं. आज आप किसी को महत्वपूर्ण मामले में कारगर राय दे सकते हैं. पुराने किसी नुकसान की भरपाई हो सकती है. आज फ्रीहोकर काम करें . भाइयों, दोस्तों और साथ काम करने वालों से मदद मिल सकती है.
28 सितंबर 2019: आज आप खुद की योजना पर भरोसा रखें. पैसों के मामलों में दिलचस्प ऑफर मिल सकते हैं. इन पर बहुत गंभीरता से विचार करें. ऑफिस और बिजनेस में आप दूसरों की देखादेखी कर सकते हैं. करियर, कॉन्टैक्ट्स और इमेज के लिए दिन अच्छा हो सकता है. किसी स्थान से पैसे मिलने का इंतजार रहेगाऔर पैसा मिल भी सकता है. जमीन-जायदाद से फायदे के योग बन रहे हैं. स्टूडेंट्स को प्रतियोगिताओं में सफलता मिल सकती है. महिलाओं के लिए दिन शुभ है. धन लाभ की भी संभावना है.
28 सितंबर 2019: लोगों से संबंध बढ़ाने के लिहाज से दिन अच्छा है. करियर के बारे में संभावनाएं ज्यादा साफ होती जाएंगी. अपने कार्यक्षेत्र से जुड़ा कोई राज आज आपको पता चल सकता है. आपके प्रस्ताव भी ज्यादातर लोग मान सकते हैं. अपने काम और जिम्मेदारियों पर पूरा ध्यान दें. कामकाज और करियर में आपको बहुतकुछ नई बातें पता चल सकती हैं. करीबी लोगों से रिश्ते मजबूत हो सकते हैं. अचानक धन लाभ से आप खुश हो सकते हैं. परिवार में वातावरण अच्छा रहेगा. बिजनेस में प्रगति के योग हैं.
28 सितंबर 2019: अपने क्षेत्र में दूसरों से आगे निकलने के लिए आप बहुत उत्साहित हो सकते हैं. आप चाहे जितने भी व्यस्त रहें, घर-परिवार के लोगों से फोन पर कॉन्टैक्ट रखें. कुछ महत्वपूर्ण मामलों में अच्छी प्रगति होने की संभावना है. पैसा कमाने का कोई मौका भी आज आपको मिल सकता है. जिससे एक्स्ट्रा इनकम के योगहैं. कोई पार्ट टाइम काम भी आपको मिल सकता है. रोमांस और रिश्तों के मामले में स्थिति पहले से ठीक हो सकती है. मांगलिक कामों में शामिल होने के मौके मिल सकते हैं.
28 सितंबर 2019: आपके लिए समय अच्छा कहा जा सकता है. पैसों से संबंधित परेशानी खत्म होने के योग बन रहे हैं. आज आपकाे किसी खास इंसान से सलाह या मदद भी मिल सकती है. कार्यक्षेत्र में आप काफी सक्रिय रहेंगे. आपके ज्यादातर मामले आसानी से सुलझ सकते हैं. किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपने मन की बातशेयर कर सकते हैं. समस्याओं का समाधान आसानी से मिलने की संभावना है. किसी बुजुर्ग व्यक्ति की मदद कर सकते हैं. ज्यादातर काम समय पर पूरे होने के योग बन रहे हैं. जमीन-जायदाद से फायदा हो सकता है.
28 सितंबर 2019: किसी खास काम को लेकर आप बहुत उत्साही हो सकते हैं. नए अनुभव मिल सकते हैं. पेशेवर लोगों से मुलाकात होने के योग हैं. जो भविष्य में आपका करियर बढ़ा सकते हैं. बिजनेस में कोई सौदा करना चाहते हैं, तो इस मामले में आपके लिए दिन अच्छा हो सकता है. आज आप दूसरों को अपनी बात आसानीसे समझने की कोशिश करेंगे. जो काम काफी दिनों से करने की सोच रहे थे, आज आप वो कर सकते हैं. करियर को आगे बढ़ाने की कोशिश सफल हो सकती है. धार्मिक कामों में भी आपकी रुचि बढ़ सकती है.
28 सितंबर 2019: . कई चीजों को बेहतर ढंग से समझने में आपको मदद मिल सकती है. नई जानकारियां मिलेंगी. आपके पास हर बात का जवाब हो सकता है. अकेले ही सारा काम करने की इच्छा आपके मन में हो सकती है. लोग आपसे प्रभावित हो सकते हैं. पैसों से जुड़े कुछ नए मौके आपको मिल सकते हैं. समय आपकेसाथ रहेगा. आप किसी खास मामले में सही समय पर सही जगह मौजूद हो सकते हैं. इससे आप मौके का फायदा उठा सकते हैं.
28 सितंबर 2019: कई चीजों को बेहतर ढंग से समझने में आपको मदद मिल सकती है. नई जानकारियां मिलेंगी. आपके पास हर बात का जवाब हो सकता है. अकेले ही सारा काम करने की इच्छा आपके मन में हो सकती है. कॉन्फिडेंस भी ज्यादा रहेगा. लोग आपसे प्रभावित हो सकते हैं. पैसों से जुड़े कुछ नए मौके आपको मिलसकते हैं. समय आपके साथ रहेगा. आप किसी खास मामले में सही समय पर सही जगह मौजूद हो सकते हैं. इससे आप मौके का फायदा उठा सकते हैं. विवादों में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं.
28 सितंबर 2019: मौका मिले तो थोड़ा आराम कर लें. किसी योजना पर आप काम कर रहे हैं, तो पैसों की स्थिति में सुधार होने की संभावना बन रही है. जीवनसाथी के लिए कोई छोटा-मोटा गिफ्ट खरीद सकते हैं. निजी परेशानियां सुलझाने में भी सफलता मिलेगी. थोड़ा सोच-विचार और बातचीत करेंगे, तो सब सुलझ सकता है.लोगों से बातचीत करेंगे तो कई नए विचार आपके सामने आ सकते हैं. करियर में फायदा होने के योग बन रहे हैं. नई शुरुआत के लिए भी दिन अच्छा हो सकता है. कामकाज बेहतर ढंग से कर पाएंगे. बिजनेस में सफलता मिल सकती है.
28 सितंबर 2019: कोई कानूनी मामला है, तो उसके बारे में अच्छी खबर मिल सकती है. दोस्तों के साथ कामकाज के लिए प्लानिंग बन सकती है. लोगों के साथ तालमेल बनेगा और मुलाकात भी हो सकती है. गोचर कुंडली के कर्म भाव में चंद्रमा होने से आपको सफलता मिलने के योग बन रहे है. बहुत जल्दी ही आपको कोई यात्राकरनी पड़ सकती है. पुराने निवेश से फायदा होने के योग बन रहे है. ऑफिस में लोग आपकी तारीफ कर सकते हैं. समाज और परिवार में सम्मान मिलने के योग हैं. बड़े लोग आपसे खुश हो सकते हैं.
28 सितंबर 2019: अपने विचार साफ तौर पर रखें. कारोबार में लोग आपसे सहमत होकर आपकी बात भी मान सकते हैं. ऑफिस और बिजनेस के मामले में सफलता वाला दिन हो सकता है. आप कोशिश करेंगे तो किसी खास व्यक्ति को प्रभावित करने में सफल हो सकते हैं. किसी भरोसेमंद दोस्त से मदद लेकर ही कोई कामकरें. किसी के साथ अचानक होने वाली मुलाकात प्रेम संबंधों की शुरुआत करवा सकती है. आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 02:25:012019-09-28 02:25:04आज का राशिफल
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2019-09-28 01:59:572019-09-28 01:59:59आज का पंचांग
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