सूरत के लोकल सेकुरिटी गार्ड अब कहलाते हैं “मैं भी चौकीदार”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी माता सोनिया गांधी एजेएल मामले में 50000/= के मुचलके पर जमानत में बाहर हैं। राहुल गांधी के जीजा करोड़ों के हेरफेर के मामले की जांच झेल रहे हैं, और अब तो उनकी बहिन प्रियंका गांधी वाड्रा के भी जमीनी सौदों में लाभार्थी बताया जा रहा है यह परिवार जब प्रधान मंत्री पर “चौकीदार चोर है” की लांछन लगते हैं तो जन मानस में एक क्षोभ की लहर दौड़ जाती है और वह यह कहने पर मजबूर होते हैं,” मैं भी चौकीदार”।

सूरतः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए चौकीदार का नया नारा दे दिया है. प्रधानमंत्री के इस नए नारे को देश भर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने हाथो हाथ लिया ही, दूसरी तरफ जनता भी पीएम मोदी के इस नारे से काफी उत्साहित नजर आ रही है. सूरत में मैं भी चौकीदार का टीशर्ट बनाया गया है, जिसे यहां के युवा हाथो हाथ खरीद रहे हैं और बड़े शान से पहन रहे हैं. यहां युवा इस टी-शर्ट के जरिए पीएम के प्रति अपना समर्थन दिखा रहे हैं. युवाओं के साथ ही इस टी-शर्ट को सिक्योरिटी गार्ड्स में खासा पसंद किया जा रहा है.

गुजरात के सूरत शहर जगह-जगह पर सिक्योरिटी गार्ड आज अपनी असली वर्दी छोड़कर टी-शर्ट पहने नज़र आ रहे हैं. सिक्योरिटी गार्ड अब टी-शर्ट पहनकर चौकीदार बन गए हैं. इन सेक्योरिटी गार्ड्स ने जो टी-शर्ट पहनी है, उसमें ‘मैं भी चौकीदार’ लिखा है. सूरत के चौकीदार इस टी-शर्ट को पहनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में उतर आए हैं क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार अपने भाषणों में ‘चौकीदार चोर’ बोलकर अप्रत्यक्ष रूप से पीएम पर हमला करते रहे हैं.

In support of PM Modi security guards of Surat wore 'Main Bhi Chowkidar' t-shirt

ऐसे में सूरत के ये चौकीदार भी पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थन में उतर आए हैं और ‘मैं भी चौकीदार’ का स्लोगन लिख कर पीएम मोदी का समर्थन कर रहे हैं. इन सेक्योरिटी गार्ड्स का कहना है कि ‘राहुल गांधी ने चौकीदार को चोर बोलकर ना सिर्फ पीएम का बल्कि उनका भी अपमान किया है.’ वहीं जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मैं हूं चौकीदार’ का नारा दिया है उससे कहीं ना कहीं कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है. सूरत में ना सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड ‘मैं भी चौकीदार’ की वर्दी में नजर आए बल्कि खुद भाजपा विधायक भी ‘मैं भी चौकीदार’ की टी-शर्ट पहने नजर आए.

सूरत में मजूरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हर्ष संघवी का कहना है कि देश भर के युवा महिलाओं और चौकीदारों ने पीएम का समर्थन किया है. कांग्रेस ने राजनैतिक फायदा लेने के लिए चौकीदार चोर का सहारा लिया था. बता दें 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘चाय पर चर्चा’ काफी चर्चा में रहा था, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में चाय पर चर्चा की जगह ‘मैं भी चौकीदार’ ने ले ली है.

दिग्विजय आ जाएं भोपाल और हो जाए दो-दो हाथ: बाबूलाल गौर

‘दिग्विजय भोपाल से चुनाव लड़कर दिखाएं, मालूम पड़ जाएगा. भोपाल में उनका जीतना नाक से लोहे के चने चबाने जैसा है. आ जाएं भोपाल और हो जाए दो-दो हाथ.’

भोपालः बीजेपी के कद्दावर नेता बाबूलाल गौर ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को भोपाल से चुनाव लड़ने की चेतावनी दी है. गौर ने कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि ‘दिग्विजय भोपाल से चुनाव लड़कर दिखाएं, मालूम पड़ जाएगा. भोपाल में उनका जीतना नाक से लोहे के चने चबाने जैसा है. आ जाएं भोपाल और हो जाए दो-दो हाथ.’ बता दें गौर की चुनौती को उनकी भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा के रूप में भी देखा जा रहा है.

गौर इससे पहले भी भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘मुझे खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मंच पर बधाई देकर कहा था कि एक बार और बाबूलाल गौर, तो मुझे पूरा भरोसा है कि पार्टी मुझे मौका देगी. लगातार 10 बार विधानसभा में रहा अब दिल्ली देखने की इच्छा.’

इससे पहले पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के लोकसभा चुनाव जीतने पर टिप्पणी कर चुके हैं. जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘दिग्विजय सिंह के लिए मध्य प्रदेश मुफीद नहीं है. वह प्रदेश की सरल से सरल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे तो भी उनका हारना तय है. उन्हें तो हमारा कार्यकर्ता ही कम से कम 1 लाख वोटों के अंतर से हरा देगा.’ दरअसल, दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया. उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूं.’

Come and contest Lok Sabha Elections from Bhopal

दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पूर्व भाजपा मंत्री ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश में सत्ता का संघर्ष चल रहा है. अकेले दिग्विजय के नहीं कांग्रेस में सबके नेता सिर्फ राहुल गांधी ही हैं और कोई इनके पास बड़ा नेता नहीं है. यह कांग्रेस के बिखराव विभाजन के साफ संकेत हैं.’ वहीं वर्तमान सांसद आलोक संजर ने कहा कि ‘कांग्रेस कभी करीना को चुनाव लड़ाने की बात कहती है तो कभी दिग्विजय सिंह को. मालूम पड़ता है कि कांग्रेस कमजोर होती जा रही है और भोपाल में तो कांग्रेस इतनी कमजोर हो गई है कि बाहर से प्रत्याशी लाने पड़ रहे हैं. दिग्विजय सिंह चुनाव लड़कर देख लें, कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी.’

कांग्रेस गठबंधन को लेकर प्रदेश में गलत संदेश न फैलाए. गठबंधन को लेकर कांग्रेस का गलत संदेश फैलाना एक साजिश सा लगता है: माया

कांग्रेस में मृतप्राय: पड़ी कांग्रेस को प्रियंका में इतना बड़ा खेवनहार दीख पड़ा की मोदिमय हुई कांग्रेस उत्तर प्रदेश में स्व्यम को बड़े भाई वाली भूमिका में देखने लगी है। जहां सपा और बसपा गठबंधन उन्हें मात्र 2 सीटों पर संतुष्टि रखने का इशारा कर रहा है वहीं कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखते हुए गठबंधन के खाते में 7 सीटें छोड़ दिन हैं, जिससे बहिन जी भड़क गयी हैं, और कांग्रेस को लगभग अपने में रहने की सलाह दे डाली।

बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के सख्त रुख को देखते हुए भले ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन की खातिर 7 सीट छोड़ दी है लेकिन बीएसपी मुखिया को यह नागवार लग रहा है. कांग्रेस के एसपी-बीएसपी-राष्ट्रीय लोक दल के लिए 7 सीटें छोड़ने पर मायावती ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन को लेकर प्रदेश में गलत संदेश न फैलाए. गठबंधन को लेकर कांग्रेस का गलत संदेश फैलाना एक साजिश सा लगता है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने बीते रविवार शाम को ही एसपी-बीएसपी-राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन के लिए 7 सीट छोड़ने का ऐलान किया तो मायावती ने साफ कर दिया कि कांग्रेस जबरदस्ती यूपी में गठबंधन के लिए सात सीट छोड़ने की अफवाह न फैलाएं.View image on Twitter

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BSP Chief Mayawati said SP-BSP alliance can defeat BJP on its own and don’t need support of Congress

Read @ANI Story | https://www.aninews.in/news/national/general-news/mayawati-to-congress-sp-bsp-alliance-can-defeat-bjp-on-its-own-dont-need-you20190318120239/ …17012:19 PM – Mar 18, 201962 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि बीएसपी एक बार फिर साफ कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि हमारे लोग कांग्रेस पार्टी के रोज फैलाए जा रहे तरह-तरह के भ्रम में कतई न आएं. मायावती ने साफ कर दिया कि अब कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहां की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करके अकेले चुनाव लड़े.

मायावती ने कहा- हमारा गठबंधन उत्तर प्रदेश में बीजेपी को अकेले हराने के लिए पूरी तरह से सक्षम है. लखनऊ में बीते रविवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी-राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन के लिए सात सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. इन सीटों में मैनपुरी, कन्नौज, आजमगढ़, के साथ फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर व मथुरा की सीट शामिल हैं. इसके अलावा कांग्रेस उन सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी जहां से मायावती, आरएलडी के अजित सिंह और जयंत चौधरी चुनाव लड़ेंगे.

बोट से वोट की कवायद शुरू

कांग्रेस महासचिव की प्रयागराज से शुरू हुई यात्रा 140 किलोमीटर का सफर तय कर वाराणसी के अस्सी घाट तक पहुंचेगी। यहाँ ध्यान दें वाली बात यह है की मोदी के गंगा प्रेम का मज़ाक उड़ाने वाली कांग्रेस अब स्वयं मोदिमय हो चुकी है। प्रियंका गांधी वाड्रा को अब गेरुए रंग से कोई खतरा नहीं है। जिस पवनपावनी गंगा की वह अर्चना पूजन कर आचमन ले वह यात्रा आरंभ करतीं हैं वह स्वच्छ, निर्मल और सलिल है। ग्यारहवें रूद्र अवतार भगवान हनुमान से आशीर्वाद ले कर बढ़ाए गए कदम अब सांप्रदायिक या हिन्दू वादी नहीं लगते। सबसे बड़ी बात मोदी के नमामि गंगे प्रोजेक्ट ही की देन से वाराणसी से प्रयागराज की दूरी तय करना संभव हुआ, पर यह सब कांग्रेस मानेगी तो नहीं।

नई दिल्‍ली : कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी अपने यूपी दौरे के तहत गंगा यात्रा की शुरुआत प्रयागराज से सोमवार को कर दी है. इसके लिए वह प्रयागराज के मनैया घाट पहुंचीं. वहां उन्‍होंने पहले बच्‍चों से मुलाकात की. इसके बाद स्‍टीमर बोट पर कांग्रेस नेताओं के साथ सवार होकर वाराणसी के लिए रवाना हो गईं. प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका गांधी ने सोमवार सुबह संगम में त्रिवेणी तट पर पूजा-अर्चना की. साथ ही वह प्रयागराज के प्राचीन बड़े हनुमान मंदिर भी गईं. वहां उन्‍होंने दर्शन किए थे. 

प्रयागराज के स्‍वराज भवन पहुंचकर प्रियंका ने एक तस्‍वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘स्वराज भवन के आंगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहां मेरी दादी (इंदिरा गांधी) का जन्म हुआ. रात को सुलाते हुए दादी मुझे जोन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं. आज भी उनके शब्द दिल में गूंजते हैं. कहती थीं- निडर बनो और सब अच्छा होगा.’  

प्रयागराज: प्रियंका गांधी ने की बड़े हुनमान मंदिर में पूजा-अर्चना, आज शुरू करेंगी गंगा यात्रा
प्रियंका गांधी ने बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की है. फोटो ANI

प्रियंका गांधी ने सोमवार को प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की. प्रियंका गांधी आज प्रयागराज से अपनी तीन दिनी गंगा यात्रा की शुरुआत नाव से कर रही हैं.

140 किमी लंबी यह गंगा यात्रा स्‍टीमर बोट के जरिये प्रयागराज के छतनाग से वाराणसी के अस्‍सी घाट तक होगी. वह 20 मार्च को वाराणसी पहुंचेंगी.

प्रियंका गांधी ने संगम तट पर पूजा-अर्चना भी की. फोटो ANI

प्रियंका गांधी अपने चार दिनी यूपी दौरे के लिए रविवार को लखनऊ पहुंची थीं. लखनऊ में उन्‍होंने दिनभर पार्टी कार्यकर्ताओं और लोकसभा चुनाव प्रत्‍याशियों संग बैठक की थी. वह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के लिए प्रचार करने आई हैं.

प्रियंका गांधी का प्रस्‍तावित कार्यक्रम :

1. सोमवार सुबह 8 बजे स्वराज भवन से कार द्वारा अरैल घाट के लिए निकलेंगी.

2. अरैल घाट से नाव द्वारा संगम जाएंगी, जहां पर पूजा-अर्चना करेंगीं. 

3. संगम दर्शन पूजन के बाद हनुमान मंदिर और अक्षय वट दर्शन भी करने जा सकती हैं. 

4. यहां से कार से 9 बजे मवैया घाट पहुंचेंगीं. जहां पर स्कूली बच्चों के साथ बोट पर वार्ता करेंगी. 

5. यहां से नाव द्वारा 11 बजे दुमदुमा घाट पहुंचेंगीं. वहां पर स्वागत एवं स्थानीय लोगों से बातचीत करने के शिव मंदिर में पूजन-दर्शन के बाद 11:30 बजे बोट द्वारा सिरसा घाट के लिए रवाना होंगीं. 

6.  दोपहर 12 बजे सिरसा घाट पहुंचेंगी, जहां पर स्वागत के बाद स्थानीय लोगों से मुलाकात कर चुनावी चर्चा भी करेंगी. 

7. दोपहर 1 बजे लक्ष्यगृह घाट पर पहुंचेंगी, जहां पर लोगों से मुलाकात कर बातचीत करेंगी.

8.  यहां से निकलकर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद महेश यादव के परिजनों से मुलाकात भी करेंगी.

9. लगभग 4 बजे सीतामढ़ी घाट (भदोही) पहुंचेंगीं, जहां पर स्वागत एवं चर्चा के साथ रात्रि विश्राम का कार्यक्रम भी है.

प्रमोद सावंत होंगे गोवा के अगले मुख्यमंत्री

पणजी: गोवा में मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद उपजे सियासी हालात के बीच सूत्रों के मुताबिक वरिष्‍ठ बीजेपी नेता और विधानसभा के स्‍पीकर प्रमोद सावंत राज्‍य के नए मुख्‍यमंत्री बन सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और सहयोगी दलों की रातभर चली बातचीत के बाद प्रमोद सावंत सबसे प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं. पर्रिकर (63) का पणजी के पास उनके निजी आवास पर रविवार शाम निधन हो गया. वह पिछले एक साल से अग्नाशय संबंधी कैंसर से जूझ रहे थे.

एमजीपी ने फंसाया पेंच
इस बीच इस तरह की भी खबरें आ रही हैं कि राज्‍य के सबसे पुराने क्षेत्रीय दल एमजीपी की वजह से बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच अभी एक राय नहीं बन सकी है. इस संबंध में भाजपा विधायक माइकल लोबो ने बताया कि देर रात पहुंचे केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी राज्य में भगवा पार्टी और गठबंधन सहयोगी दलों के बीच कोई आम सहमति हासिल नहीं कर सके.

लोबो के मुताबिक तीन विधायकों वाली महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक सुदीन धवलीकर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. इस कारण अभी पूरी तरह से स्थिति साफ नहीं हो पाई है. लोबो ने रातभर चली बैठक के बाद एक होटल के पत्रकारों से कहा, ‘‘सुदीन धवलीकर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं जबकि भाजपा चाहती है कि गठबंधन का नेता उसके खेमे का होना चाहिए. हम किसी भी फैसले पर नहीं पहुंच पाए.’’

इससे पहले गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) प्रमुख विजय सरदेसाई ने कहा था कि पार्टियां अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची हैं. पर्रिकर के निधन के बाद 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 36 रह गई है। भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा का गत महीने निधन हो गया था जबकि दो कांग्रेस विधायकों ने पिछले साल इस्तीफा दे दिया था.

पर्रिकर आज होंगे पंचतत्व में विलीन, राष्ट्रिय शोक घोषित, भाजपा के सभी कार्यक्र्म रद्द

पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार सोमवार शाम यहां मिरामर में किया जाएगा. बीजेपी के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. चार बार के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर (63) फरवरी 2018 से ही अग्नाशय संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे. पिछले एक साल से बीमार चल रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता का स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था. 

सूत्रों ने बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर शनिवार देर रात से ही जीवनरक्षक प्रणाली पर थे. राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री का निधन रविवार शाम छह बजकर चालीस मिनट पर हुआ.

बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा पर्रिकर का पार्थिव शरीर
प्रवक्ता ने बताया कि पर्रिकर का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा. उसके बाद पार्थिव शरीर को कला अकादमी ले जाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि लोग सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक कला अकादमी में पर्रिकर के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे.  पर्रिकर की अंतिम यात्रा शाम चार बजे शुरू होगी. उनकी अंतिम संस्कार शाम करीब पांच बजे मिरामर में किया जाएगा.

केंद्र सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की
केंद्र सरकार ने उनके निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य की राजधानियों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.

सोमवार को सुबह 10 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी. पर्रिकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

पर्रिकर की छवि सरल और सामान्य व्यक्ति की रही
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के तौर पर शुरुआत कर गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बनने वाले पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही.

वह सर्वस्वीकार्य नेता थे. ना सिर्फ भाजपा बल्कि दूसरे दलों के लोग भी उनका मान-सम्मान करते थे. उन्होंने गोवा में भाजपा को मजबूत आधार प्रदान किया. लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहने वाले गोवा में क्षेत्रीय संगठनों की पकड़ के बावजूद भाजपा उनके कारण मजबूत हुई.

आरएसएस प्रचारक के रूप में करियर शूरू किया 
मध्यमवर्गिय परिवार में 13 दिसंबर, 1955 में जन्मे पर्रिकर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया. यहां तक कि आईआईटी बंबई से स्नातक करने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे.

सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से भाजपा टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ. वह 2014 से 2017 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे.

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया शोक
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया है, ‘गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की सूचना पाकर शोकाकुल हूं.’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में वह ईमानदारी और समर्पण की मिसाल हैं. गोवा और भारत की जनता के लिए उनके काम को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.

पर्रिकर के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है, ‘श्री मनोहर पर्रिकर बेमिसाल नेता थे. एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे, सभी उनका सम्मान करते थे. देश के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी. उनके निधन से बहुत दुखी हूं. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं. शांति.’  

आज का राशिफल

Aries

17 मार्च 2019: आज आप अपने सेहत को और पुष्ट करने के लिए सजग होगे। जिससे रोजगार व व्यवसाय के क्षेत्रों में आप पहले से अधिक सक्रिय होगे। आज कोई व्यक्ति अपनी अमानत को पुनः आपसे वापस लेगा। आज निजी संबंधों में साथी के असहयोग से चिंता मे होगे। जिससे आप हैरान व परेशान होगे। प्रतियोगी क्षेत्रों में सफल होगे।

Taurus

17 मार्च 2019: आज आपकी कोशिश बड़ी ही सतर्कता के साथ कामों को अंजाम देने की होगी। क्योंकि आपके सामने अपने प्रतिद्वन्दी को मात देने की चुनौती होगी। हालांकि इन प्रयासों में कुछ परेशानी के साथ धन व्यय होगा। किन्तु घबड़ाने वाली कोई बात नहीं है। निजी संबंधों में साथी के बर्ताव से आप परेशान होगे। धैर्य की जरूरत होगी।

Gemini


17 मार्च 2019: आज आपका एजेंडा कामों को और तेज करने तथा उत्पादन व निर्माण की लागत को इस शर्त के साथ कम करने की होगी। कि उसकी गुणवत्ता में कमी नहीं हो। सेहत के लिए आज का दिन ज्यादा खास नहीं होगा। किन्तु निजी संबंधों में खास होगा। यदि आप पढ़ने लिखने वाले छात्र हैं। तो प्रयासों को तेज करें सफल होगे।

Cancer

17 मार्च 2019: आज अपने सेहत के प्रति जहाँ सजग होगे। वहीं हल्के व्यायाम व योगासनों को भी महत्व देने में लगे हुए होगे। जिससे शारीरिक चुस्ती व फुर्ती में इजाफा देखने को प्राप्त होगा। नौकरी पेशा के लिए आज का दिन सामान्य तौर पर लाभ देने वाला होगा। आज आपके ज्ञान विज्ञान का स्तर कुछ कमजोर होगा।

Leo

17 मार्च 2019:  आज आपके भवन के निर्माण व उन्हें सजाने की मुहिम और जोर पकड़ सकती है। जिससे आप खुश होगे। हालांकि इस हेतु आपको अपने स्तर पर और सक्रिय होने की जरूरत होगी। परिवार के साथ मिलजुल कर आज कोई धार्मिक कार्य को सम्पन्न करने की इच्छा होगी। किन्तु सेहत के मामलों में चिंता की स्थिति होगी।

Virgo

17 मार्च 2019: आज आप कुछ नियम व शर्तो के पालन में चूक सकते हैं। जिससे आपको कार्य व व्यवसाय के क्षेत्रों में परेशान होना पड़ सकता है। धन निवेश व विदेश के कामों में आपका रूतबा कामयाब होगा। आज अपने सहयोगियों को साधने के लिए पहले से अधिक सतर्क होगे। इस माथा पच्ची से परेशान होगे। प्रेम संबन्धों में अप्रिय शब्द न कहे। 

17 मार्च 2019: आज आप किसी संस्था के साथ जन कल्याण के कामों को पूरा करने में तत्पर होगे। किन्तु उन्हें अंजाम तक पहुंचाने के लिए आपको और समय देने की जरूरत होगी। राजनैतिक व सामाजिक जीवन में बढ़त हेतु आपको तकनीक उपकरणों का सहारा लेना होगा। सेहत के लिए आज का दिन ठीक होगा। किन्तु पिता से तनाव होगे।

Scorpio

17 मार्च 2019: आज आप अपने से दूर हो रहे। सहयोगियों को पुनः एकजुट करने की कवायद छेड़ सकते हैं। हालांकि उन्हें पुनः सुरक्षित लाने की बड़ी चुनौती होगी। सैन्य सुरक्षा व कानूनी मामलों में विरोधी गुपचुप तरीके से आपको हानि पहुंचा सकते हैं। सावधानी की जरूरत होगी। आज आप पे्रम संबंधों में साथी से सामान्य तौर पर खुश होगे।

Sagittarius

17 मार्च 2019: आज आप अपने अधिकार क्षेत्रों को बढ़ाने के लिए किसी सक्षम अधिकारियों से मिल सकते हैं। जिससे आने वाले समय में आपको अच्छा लाभ होगा। सेहत के लिए आज का दिन ज्यादा बेहतर नहीं होगा। जिससे आप परेशान होगे। आज का दिन आपके ज्ञान-विज्ञान को और अच्छा करने वाला होगा। निजी संबंधों में खुशहाली होगी।

Capricorn

17 मार्च 2019:  आज आप अपने उत्पादन व विक्रय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अनुभवी कर्मियों के साथ साझा बैठक कर सकते हैं। सेहत के लिए आज का दिन अच्छा होगा। यदि आप कोई परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। तो प्रयासों को तेज करें सफल होगे। किन्तु आय को और बढ़ाने में आपको कशमकश करनी पड़ सकती है। 

Aquarius

17 मार्च 2019: आज आप पसंद के अनुसार कुछ रंग-रंगीले वस्त्रों की खरीद कर सकते हैं। आज का दिन आपके लिए भाग्यशाली होगा। जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्रों में अच्छी प्रगति की स्थिति होगी। आज घर-परिवार के साथ मिलकर कुछ धार्मिक व आर्थिक कामों को पूरा करने में लगे हुए होगे। जिससे आपको अच्छी बढ़त होगी।

Pisces

17 मार्च 2019: आज आप संयोग वश कहीं दूर के स्थानों में जाने के लिए तैयार होगे। किन्तु आप समय के उपयोग पर पूरा ध्यान देते हुए होगे। आज किसी समस्या को लेकर संबंधित विभाग के मुख्यालय तक आपको जाना होगा। धन निवेश व विदेश में लाभ के अवसर होगे। पत्नी व बच्चों की कुछ बातों को नहीं मानने से तनाव होगे।

आज का पांचांग

पंचांग 18 मार्च 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः फाल्गुऩ, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः द्वादशी सांय 05.44 तक, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः अश्लेषा रात्रि 09.46 तक, 

योगः सुकृत रात्रि 09.17 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.32, 

सूर्यास्तः 06.27 बजे।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

पर्रिकर के वह बयान जिनसे मची सियासी हलचल

नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार 17 मार्च 2019 को निधन हो गया. मनोहर पर्रिकर की छवि एक ईमानदार, सादगीपसंद और समर्पित नेता के रूप में रही थी. पर्रिकर ने गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार अपनी सेवाएं दीं. साथ ही पर्रिकर नवंबर 2014 से 13 मार्च 2017 तक केंद्र की मोदी सरकार में रक्षामंत्री रहे थे. शायद ही कोई नेता हो जिसके नाम से कोई विवाद न जुड़ा हो. ऐसे ही कुछ बयान मनोहर पर्रिकर ने भी दिए थे. आइए जानते हैं उनसे जुड़े कुछ ऐसे ही बयान…

असहिष्णुता पर कहा- ‘देश के खिलाफ बोलने वालों को सिखाएं सबक’
2015 में देशभर में असहिष्णुता को लेकर लंबी बहस छिड़ गई थी. इस दौरान कई वैज्ञानिकों, लेखकों और फिल्म निर्माताओं ने असहिष्णुता के माहौल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए थे. इस बीच अभिनेता आमिर खान ने भी असहिष्णुता के मुद्दे पर अपनी पत्नी किरण राव के साथ बातचीत का हवाला देकर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि लगातार हो रही घटनाओं से वह चिंतित है और किरण ने सुझाव दिया कि उन्हें संभवत: देश छोड़ देना चाहिए.

इस बयान के सामने आने के बाद तत्कालीन रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने बिना आमिर का नाम लिए कहा था कि ‘एक अभिनेता ने कहा है कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती है. यह घमंड से भरा बयान है. ऐसे लोग, जो लोग देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें इस देश के लोगों द्वारा पाठ पढ़ाए जाने की जरूरत है. 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी को कहा था- ‘सड़ा हुआ अचार’
वर्ष 2009 में लालकृष्‍ण आडवाणी के नेतृत्‍व में लड़े गए लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मनोहर पर्रिकर ने आडवाणी को सड़ा हुआ अचार कहा था. कहा जाता है कि जिस समय नितिन गडकरी बीजेपी अध्यक्ष बने थे, उस समय पर्रिकर के नाम पर भी चर्चा की जा रही थी. कहा जाता है कि बीजेपी अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल पर्रिकर के आडवाणी को लेकर दिए गए बयान ने ही उन्हें इस दौड़ से बाहर कर दिया था. बता दें कि पर्रिकर काफी पहले से ही पीएम नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय राजनीति में लाने की पैरवी करते रहे हैं. 

सर्जिकल स्ट्राइक को बताया था संघ की शिक्षा
सितंबर, 2016 में उरी आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में 50 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया था. उस समय रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को जाता है. उन्होंने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे आरएसएस की शिक्षा है. उन्होंने यह भी कहा था कि अहमदाबाद में तो कम से कम कोई नहीं पूछेगा कि इस सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत दो. 

ईमानदार, कर्मठ, निर्भय – निर्भीक और कर्तव्य निष्ठ : मनोहर पर्रीकर

नई दिल्ली: एक साल से ज्‍यादा समय से कैंसर से जूझ रहे गोवा के मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लंबी बीमारी के बाद रविवार 17 मार्च 2019 को निधन हो गया. राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी. इससे कुछ समय पहले ही सीएमओ ऑफि‍स ने ट्वीट कर बताया था कि उनकी हालत गंभीर थी. डॉक्‍टर अपनी ओर से इलाज की पूरी कोशिश कर रहे थे. उनके निधन की खबर सुनते ही उनके घर के बाहर लोगों का हुजूम लग गया है. 

सादगी और समर्पण की मिसाल थे पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर अपनी सादगी के लिए भी जाने जाते थे. सोशल मीडिया और तकनीकी के नए दौर में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ‘आम आदमी’ की तरह लोगों के बीच खूब सुर्खियां बटोरी थीं. लेकिन, अगर वास्तव में सादगी की कोई मिसाल है तो वह थे गोवा के सीएम और पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर. दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह सकते हैं क्योंकि मनोहर पर्रिकर ने गोवा का सीएम रहते हुए कई साल तक मुख्यमंत्री आवास का इस्तेमाल नहीं किया. वह खुद के घर में ही रहते थे. पर्रिकर की छवि लोगों के बीच एक ईमानदार नेता के रूप में आज भी बनी हुई है. वह वर्ष 2000 में गोवा के सीएम बने थे.

बिना सुरक्षा के आम लोगों की तरह का जीवन
मनोहर पर्रिकर जैसे साधारण व्यक्ति के असाधारण व्यक्तित्व का हर कोई कायल था. गोवा के मुख्यमंत्री रहते हुए पर्रिकर कई बार विधानसभा जाते समय सरकारी गाड़ी को छोड़कर स्कूटर का इस्तेमाल करते थे. इसके साथ ही वह बिना सुरक्षा के किसी भी टी स्टॉल पर खड़े होकर चाय पीते भी नजर आ जाते थे. पर्रिकर की यह आदतें गोवा के लोगों के लिए एक आम बात थी. वहीं, सीएम और रक्षा मंत्री रहते हुए उनकी छवि एक बेदाग नेता की रही. पर्रिकर की इसी बेदाग छवि के कारण ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें रक्षा मंत्री बनाया था. पर्रिकर नवंबर 2014 से 13 मार्च 2017 तक केंद्रीय रक्षामंत्री रहे थे. 

बेटे की शादी में भी साधारण कपड़ों में आए नजर
मनोहर पर्रिकर अपनी साधारण वेशभूषा के लिए भी जाने जाते थे. पर्रिकर आमतौर पर शर्ट-पैंट में नजर आते थे. जब तक किसी बड़ी ऑफिशियल मीटिंग में न जाना हो वह साधारण कपड़े पहनना ही पसंद करते थे. अपने बेटे की शादी में में पर्रिकर हाफ शर्ट, साधारण पैंट और सैंडिल पहने लोगों की आवभगत कर रहे थे. वहीं, मनोहर पर्रिकर को सोलह से अठारह घंटे काम करने की आदत थी. 

गोवा के पूर्व पर्यटन मंत्री सलदन्हा की मौत पर फूट-फूटकर रोए थे पर्रिकर
बेहद अनुशासित और सख्त प्रशासक माने जाने वाले मनोहर पर्रिकर को मार्च 2012 में पर्यटन मंत्री मातनही सलदन्हा के निधन पर फूट-फूट कर रोते देखा गया था. साल 2005 में जब उनपर कुछ विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा, तब सलदन्हा ही उनके साथ खड़े रहे थे.

इकॉनमी क्लास में ही करते थे सफर
पर्रिकर विमान में हमेशा ही इकॉनमी क्लास में यात्रा करते थे. उन्हें आम लोगों की तरह अपना सामान लिए यात्रियों की लाइन में खड़े देखा जा सकता था. वह मोबाइल और टेलीफोन के बिल का भुगतान अपनी जेब से करते थे. उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बेझिझक इस्तेमाल करते देखा जाता था. पर्रिकर को नजदीक से जानने वाले लोग उनकी इन आदतों को बहुत अच्छी तरह से समझते थे.