राहुल के मन में आतंकियों के लिए सम्मान: भाजपा

आज तक सभी कांग्रेस के नेताओं को आतंकी, पाकिस्तानी अथवा देशद्रोही प्रेमी नेताओं के तौर पर जाना जाता था। ध्यान दिलाने अथवा आलोचना की स्थिति में कांग्रेस “निजी विचार” का सहारा ले कर कट लेती थी। कांग्रेस के अय्यर, दिग्विजय, सुरजेवाला इत्यादि सभी बड़े नेता कभी न कभी अपने उद्गारों से राष्ट्र की आत्मा को छलनी कर चुके हैं। हर बार कांग्रेस उन्हे किसी न किसी तरह से बचाती रही है। परंतु आज जब भाजपा ने राहुल गांधी की विडियो जारी की तो कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता चुप हैं। मुसीबत यह की पार्टी लाइन प्रकट हो गयी, निजी विचार का सहारा भी नहीं लिया जा पा रहा।

नई दिल्‍ली: चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ ही पक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों की बौछार शुरू हो गई है. दिल्‍ली में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एयर स्‍ट्राइक के जवाब में राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा, अजित डोवाल खुद मसूद अजहर जी को हवाई जहाज में बिठाकर कंधार लेकर गए थे. हालांकि वह यहां पर एक गलती कर गए. उन्‍होंने आतंकी मसूद अजहर के नाम के साथ जी लगाकर संबोधित किया. बीजेपी ने अब उनका ये वीडियो शेयर कर उन पर निशाना साधा है.

इसके साथ ही #RahulLovesTerrorists भी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए लिखा, राहुल गांधी और पाकिस्‍तान में क्‍या कॉमन है. दोनों ही आतंकियों से प्‍यार करते हैं. इससे पहले मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्‍व‍िजय सिंह ने ओसामा बिन लादेन को भी जी कहकर संबोधित किया था. अब कांग्रेस राहुल गांधी के इस बयान का बचाव कर रही है.

Embedded video

देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के लिए राहुल गांधी के मन में इतना सम्मान! #RahulLovesTerrorists5,2326:36 PM – Mar 11, 20194,226 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

अब तय करना है कि गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या गोडसे का : राहुल
राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला और कहा कि लोगों को तय करना है कि उन्हें गांधी का हिंदुस्तान चाहिए या फिर गोडसे का हिंदुस्तान चाहिए. उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि इस लोकसभा चुनाव के बाद देश में कांग्रेस की सरकार बनेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, ‘पांच साल पहले देश में एक चौकीदार आया और कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आया हूँ, मेरा 56 इंच का सीना है. अब किसी से भी पूछ लीजिये चौकीदार क्या है तो वह बता देगा कि चौकीदार चोर है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कमाल है कि आप लोग देश के कोने-कोने में सच्चाई पहुंचा देते हो.

Afzal Guru ji : Randeep Pressconwala

Hafeez Saeed Saab: Digvijay Singh

Masood Azhar Ji: Rahul Gandhi

If they show so much respect in open then wonder what all they do in private. #RahulLovesTerrorists1,5967:34 PM – Mar 11, 20191,149 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

राहुल गांधी ने राफेल मामले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा, ‘हमने कुछ सवाल किए थे. चौकीदार संसद में डेढ़ घन्टे बोला, लेकिन अनिल अंबानी के बारे में नहीं बोला. प्रधानमंत्री आंख से आंख नहीं मिला पाए.’ उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले तीन प्रदेशों में चुनाव हुए। हमने वहां कहा कि मोदी जी ने झूठे वादे किए. हम आपसे झूठे वादे नहीं करेंगे और 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ किया. हमने दो दिन में यह काम कर दिया.’ गांधी ने कहा, ‘पुलवामा हमला जैश-ए मोहम्मद ने किया. इनकी पिछली सरकार ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा. कांग्रेस ने दो प्रधानमंत्री खोये हैं। हम किसी के सामने नहीं झुकते हैं.” उन्होंने कहा कि आप को तय करना है कि आप गांधी का हिंदुस्तान चाहते हैं या गोडसे का हिंदुस्तान चाहते है.? एक तरफ प्यार है और दूसरी तरफ नफरत है. गांधी ने दावा किया कि 2019 में कांग्रेस की सरकार आने वाली है. हम निर्णय ले चुके हैं कि हम न्यूनतम आय गारंटी देंगे.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के साथ भारत रोजगार सृजन के मामले में चीन से स्पर्धा शुरू कर देगा.

पिनाक बढ़ी क्षमता के साथ सेना में शामिल

पोखरण: 

shiv dhanush an artistic impression

भारतीय धर्मग्रंथों के अनुसार देवी देवताओं के साथ साथ मनुष्यों द्वारा प्रयोग में लाये गए अस्त्रों शास्त्रों के भी नाम हुआ करते थे। जहां अर्जुन को अपने गाँडीव(धनुष) पर बहुत विश्वास था वहीं प्रभु श्री राम के धनुष को सारंग कहा जाता था। परंतु इन सबसे ऊपर एक और धनुष माना जाता है जिसका नाम “पिनाक” है। पिनाक महादेव शिव के अनेकों अस्त्रों में श्रेष्ठ है। आज भी जब हम अपने आयुधों का नामकरण करते हैं तो पुराणों में वर्णित अस्त्रों शस्त्रों से ही प्रेरित होते हैं। महादेव के धनुष पिनाक की विशेषता उसके द्वारा संधान किए गए शस्त्रों के साथ उसका सामंजस्य माना जाता है। पिनाक पर संधान हुए शस्त्र अपना लक्ष्य भेद कर ही लौटते थे। आज भारतीय सेना में एक आयुध का नामकरण इसी पिनाक के नाम से प्रेरित हो “पिनाका” रखा गया है।

भारतीय सेना की ताकत में सोमवार को और इजाफा हुआ है. दरअसल, राजस्थान के पोखरण में सोमवार को आधुनिक गाइडेड रॉकेट पिनाका के दो सफल परीक्षण किए गए. इसे सेना के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस बार पिनाका रॉकेट की मारक क्षमता बढ़कर 90 किमी हो गई है. परीक्षण के दौरान गाइडेड पिनाका रॉकेट ने अपने लक्ष्यों को भेद दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, रॉकेट ने 90 किमी दूर स्थित अपने निशानों को एकबार में ध्वस्त कर दिया.

पिनाका देश की पहली स्वदेशी निर्मित मिसाइल है. बता दें कि इससे पहले पिनाका मार्क-2 रॉकेट की क्षमता 60 किमी थी. वहीं, इस बार यह बढ़कर 90 किमी हो गई है. बताया जा रहा है कि पिनाका के इस आधुनिक वर्जन की मारक क्षमता बढ़ाई गई है. इसके साथ ही इसे दिशानिर्देशित (गाइड) करने के लिए इंप्रूव गाइजलाइन सिस्टम भी लगाया गया है. बता दें कि सबसे पहले पिनाका मार्क-2 रॉकेट में इसे गाइड करने का सिस्टम लगा था. वहीं, पिनाक मार्क-2 रॉकेट की क्षमता भी 60 किमी थी. सूत्रों के अनुसार, इस बदलाव से पिनाक की मारक क्षमता और सटीकता बढ़ गई है. 

बता दें कि पिनाका रॉकेट का प्रयोग सेना द्वारा युद्ध के दौरान किया जाता है. पिनाका एमएलआर संयुक्त रूप से विकसित मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर है. 90 किमी रेंज तक रॉकेट दागने वाला ये हथियार 12 रॉकेट दाग सकता है युद्ध की स्थिति में ये त्वरित प्रतिक्रिया और त्वरित हमले करने में सक्षम है.

भाजपा ने बढ़ाया अपना क्षेत्रिय आधार

पंचकूला 11 मार्च 2019:

भारतीय जनता पार्टी जिला पंचकूला ने आज अपने व्यपार प्रकोष्ठ का विस्तार करते हुए दो नियुक्तियाँ की। व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रोहित सेन ने ज़िला अध्यक्ष दीपक शर्मा से विचार विमर्श कर पिंजौर के तरसेम गुप्ता (रौनक स्वीट) को जिला सहसंयोजक व धरमपाल खुराना को सदस्य नियुक्त किया।

अपनी नियुक्ति के बाद तरसेम गुप्ता व धरमपाल खुराना ने कहा कि संगठन द्वारा जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी गई है उसे व अपनी पूरी निष्ठा एवं लगन से निभाएंगे।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, जिला महामंत्री वीरेंद्र राणा, पिंजौर मण्डल अध्यक्ष सुनील धीमान, जिला कोषाध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, मण्डल महामंत्री गुलशन ठाकुर, धर्मपाल राणा, सन्दीप यादव, सन्नी गुप्ता सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।

21 दिनों में 18 आतंकी हलाक, सेना ने अभियान किया तेज़

श्रीनगर: जम्‍मू-कश्‍मीर में सेना ने आतंकियों के सफाये के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है. रविवार को त्राल में हुए एक एनकाउंटर में सेना को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. इसमें सेना ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया. सेना का कहना है कि हम जम्‍मू-कश्‍मीर से जैश का सफाया करके रहेंगे. सेना के लेफ्ट‍िनेट जनरल केजेएस ढिल्‍लन ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, हमने पिछले 21 दिन में 18 आतंकियों को ढेर किया है. इनमें 6 आतंकी कमांडर थे. वहीं 8 अन्‍य पाकिस्‍तानी आतंकी शामिल हैं.

मारे गए आतंकियों में पुलवामा हमले का मास्‍टर माइंड मुदस्‍स‍िर खान भी शामिल था. त्राल में दूसरा आतंकी खालिद भी ढेर कर दिया गया. सेना ने साफ कर दिया है कि आतं‍क के खिलाफ उसकी ये कार्रवाई जारी रहेगी. सेना ने कहा है कि हम घाटी में जैश ए मोहम्‍मद को खत्‍म करने के करीब हैं. मारे गए 18 आतंकियों में से 8 प‍ाकिस्‍तान के हैं.

सेना के अनुसार, इस साल पाकिस्‍तान ने 400 से ज्‍यादा बार सीमा पार से फायरिंग की गई है. सेना के अनुसार, 2019 के पहले 70 दिनों में सफलतापूर्वक 44 आतंकियों का सफाया कर दिया. इनमें ज्‍यादातर जैश ए मोहम्‍मद के हैं. 2018 में पाकिस्‍तान की ओर से एलओसी पर 1629 सीजफायर की घटनाएं हुई हैं.

पाक‍िस्‍तानी कनेक्‍शन आया सामने
सेना और पुलिस की एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को संबोध‍ित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा,  जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदसिर खान 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले का मुख्य षड्यंत्रकारी था.कश्मीर के आईजी एस पी पाणि ने कहा कि मारे गये आतंकवादियों में से एक की पहचान ‘कोड खालिद’ के तौर पर की गई है, जो पाकिस्तानी माना जा रहा है. मुदसिर अहमद खान के मारे जाने से जैश-ए-मोहम्मद को जबर्दस्त झटका लगा है . 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदसिर अहमद खान कश्मीर में मुठभेड़ में मारा गया.

कार्यकारिणी समिति की बैठक के एक दिन पहले वल्लभ ने छोड़ा हाथ का साथ

Left MLA Vallabh Dharaviya

अहमदाबाद: 

गुजरात में कांग्रेस के एक के बाद एक विधायक पार्टी का साथ छोड़ते जा रहे हैं. पिछले चार दिन में तीन विधायक पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं. कांग्रेस कार्य समिति की बैठक अहमदाबाद में कल बैठक होने वाली है. बैठक से एक दिन पहले सोमवार को जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने पार्टी छोड़ दी. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सोमवार दोपहर को इस्तीफा सौंप दिया. सूत्रों के मुताबिक, धारवरिया भी सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “धारविया ने जामनगर (ग्रामीण) के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने मुझे बताया कि वह स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं.” 

धारविया के इस्तीफे से पहले उनकी पार्टी के पूर्व सहयोगी परषोत्तम सबारिया ने आठ मार्च को ध्रांगधरा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था. वह सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. सबारिया को सिंचाई घोटाले के संबंध में गत वर्ष अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था और गुजरात हाईकोर्ट से उन्हें फरवरी में जमानत मिली थी.

सबारिया ने कहा कि उन पर बीजेपी में शामिल होने का दबाव नहीं था और साथ ही दावा किया था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए पार्टी बदल रहे हैं. आठ मार्च को माणवदर से कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा ने भी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और वह भी बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्हें नौ मार्च को विजय रुपाणी सरकार में मंत्री बनाया गया था. 

पिछले कुछ महीनों में पांच विधायकों ने तोड़ा नाता
पिछले कुछ महीने में गुजरात में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या पांच हो गई है. इन पांच विधायकों के अलावा कांग्रेस ने एक और विधायक गंवा दिया जब भगवान बराड़ को पांच मार्च को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन्हें अवैध खनन मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. पिछले साल जुलाई में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक कुंवरजी बावलिया ने भी इस्तीफा दे दिया था और उन्हें बाद में राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया वह तब बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव जीते थे.

पिछले महीने उंझा से पहली बार विधायक बनी आशा पटेल ने सदन और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गई थीं. बीजेपी के पास अब 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं. 

गुजरात में कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक कल 
आगामी लोकसभा चुनावों पर चर्चा के लिए गुजरात में मंगलवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होगी. बैठक के बाद गांधीनगर के अडालज में एक रैली होगी जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राजनीति में आने के बाद पहली बार जनसभा को संबोधित कर सकती हैं. कांग्रेस की निर्णय लेने वाली शीर्ष इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक गुजरात में 58 साल बाद हो रही है. इससे पहले 1961 में बैठक हुई थी. 
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल पार्टी में शामिल होंगे. एक महीने के भीतर राहुल गांधी का गुजरात का यह दूसरा दौरा होगा। इससे पहले उन्होंने 14 फरवरी को वलसाड जिले में रैली को संबोधित किया था. हालांकि बैठक से पहले चार विधायकों ने इस्तीफे ने मजा किरकिरा कर दिया है. 

“हवाई प्रहार” के बाद पाकिस्तान पर भारत का “जल प्रहार”

पाकिस्तान जाने वाली नदियों के पानी से पंजाब और राजस्थान में होगी सिंचाई

पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कार्रवाई लगातार जारी है. बालाकोट में आतंकी कैम्पों में हवाई हमले, पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने के बाद अब भारत ने पाकिस्तान पर पानी से प्रहार किया है. भारत ने पाकिस्तान जाने वाली नदियों का पानी रोकने का ऐलान किया हैं. केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों का पानी भारत ने रोक दिया है.


a file foto of arjun meghval

राजस्थान में बीकानेर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल मेघवाल ने बताया कि पाकिस्तान में बहने वाली पूर्वी नदियों के 0.53 मिलियन एकड़ फीट पानी को रोक दिया गया है और इसे संग्रहित किया गया है. जब भी राजस्थान या पंजाब को इसकी जरूरत होगी, उस पानी का उपयोग पीने और सिंचाई के लिए किया जा सकता है.

14 फरवरी को पुलवामा अटैक के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों ब्यास, रावी और सतलज का अपने हिस्से का पानी रोकने की बात कही थी.

पुलवामा हमले के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि सिंधु समझौते के तहत भारत अपने हिस्से का पानी पाकिस्तान जाने से रोक देगा. केंद्र सरकार का यह कदम 1960 की सिंधु जल संधि का उल्लंघन नहीं करता है, क्योंकि भारत ने केवल अपने हिस्से के पानी को रोका है. भारत अपने हिस्से के पानी का उपयोग करने का हकदार है.

भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था. यह समझौता पूर्व की ओर बहने वाली नदियों- ब्यास, रावी और सतलज के पानी के प्रयोग के लिए हुआ है. इस समझौते के तहत भारत को 3.3 करोड़ एकड़ फीट (एमएएफ) पानी मिला है, जबकि पाकिस्तान को 80 एमएएफ पानी दिया गया है. यहां इस बात पर विवाद है कि इस संधि के तहत पाकिस्तान को भारत से अधिक पानी मिलता है, जिससे यहां सिंचाई में भी इस पानी का सीमित उपयोग हो पाता है. केवल बिजली उत्पादन में इसका अबाधित उपयोग होता है. साथ ही भारत पर परियोजनाओं के निर्माण के लिए भी सटीक नियम बनाए गए हैं.

सीमा पार से आई याचिका ने टाला फैसला

सारिका तिवारी, पंचकुला
11 मार्च 2019

देश में आम चुनावों के ऐलान के साथ ही बने राजनीतिक माहौल के बीच सोमवार को हरियाणा के पंचकूला की स्पेशल एनआईए कोर्ट समझौता ब्लास्ट केस मामले में फैसला सुनाना था लेकिन इसे 14 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है.

इस केस में फाइनल बहस पूरी हो चुकी है और कोर्ट ने अपना फैसला 11 मार्च, सोमवार के लिए सुरक्षित रख लिया था. सुनवाई के लिए सोमवार को मामले के आरोपी असीमानंद, कमल चौहान, लोकेश शर्मा और राजिंदर चौधरी पूंचकूला कोर्ट में पहुंच गए. कोर्ट के बाहर आरोपियों के समर्थकों ने भारत माता की जय के नारे लगाए.

एनआईए ने मामले में कुल 224 गवाह पेश किए जबकि बचाव पक्ष ने अपनी सफाई में कोई भी गवाह पेश नहीं किया, दूसरी ओर एनआईए द्वारा बार बार पाकिस्तान सम्मन भेजने के बावजूद वहाँ से कोई भी गवाह पेश नहीं हुआ, परंतु अब मोमिन मालिक जो अधिवक्ता हैं ने पाकिस्तानी महिला, राहिला एल वकील जिसके पिता कि इस ब्लास्ट में मृत्यु हो गयी थी की ओर से याचिका दायर की कि उसे कोई भी सम्मन नहीं मिला इस यचिका ने बहर हाल फैसले को टाल दिया है और मामले को फिर से सुनवाई कि स्थिति में ला दिया हैसूत्रों के अनुसार एक गैर सरकारी संगठन कि मदद से मोमिन खान ने या याचिका दायर कि है। अब देखना यह है कि क्या यह गैर सरकारी सगठन किसी राजनैतिक दल से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संबन्धित है या नहीं, और पिछले 12 साल से राहिला को सम्झौता ब्लास्ट कि कोई खबर नहीं मिली और अब जबकि फैसला सुनाया जाना था तो कथित एनजीओ और राहिला की नींद कैसे खुली, क्या यह महज़ इत्तिफाक़ है या किसी राजनैतिक दल का दांव

समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में 18 फरवरी 2007 को पानीपत के पास धमाका हुआ, इसमें 68 की मौत हुई थी एनआइए ने कुल 224 गवाहों को पेश किया, जबकि बचाव पक्ष ने कोई गवाह नहीं पेश किया, 6 मार्च को इस केस की सुनवाई पूरी हुई

पानीपत के दीवाना स्टेशन के नजदीक 12 साल पहले हुए समझौता ट्रेन ब्लास्ट मामले में पंचकूला की विशेष एनआईए कोर्ट सोमवार को अपना फैसला सुना सकती है।6 मार्च को इस केस की सुनवाई पूरी हो गई थी। मामले में मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, कमल चौहान और राजिंद्र चौधरी है। हालांकि कुल 8 आरोपी थे, जिनमें से 1 की मौत हो चुकी है, जबकि तीन को भगोड़ा घोषित किया जा चुकाहै।

दिल्ली से लाहौर जा रही समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में 18 फरवरी 2007 को पानीपत के दीवाना रेलवे स्टेशन के पास धमाका हुआ था। इस धमाके में दो बोगियों में आग लग गई थी, जिसमें 68 लोग जिंदा जल गए थे। मरने वालों में ज्यादातार पाकिस्तान के रहने वाले थे।

पुलिस को घटनास्थल से दो सूटकेस बम मिले, जो फट नहीं पाए थे। 20 फरवरी, 2007 को प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों के स्केच जारी किए। ऐसा कहा गया कि ये दोनों लोग ट्रेन में दिल्ली से सवार हुए थे और रास्ते में कहीं उतर गए। इसके बाद धमाका हुआ।

यह भी पढ़ें: कौन है समझौता ब्लास्ट को हिन्दू आतंकवाद से जोड़ने की खौफनाक साजिश के पीछे

15 मार्च 2007 को हरियाणा पुलिस ने इंदौर से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया। यह इन धमाकों के सिलसिले में की गई पहली गिरफ्तारी थी। पुलिस इन तक सूटकेस के कवर के सहारे पहुंच पाई थी। ये कवर इंदौर के एक बाजार से घटना के चंद दिनों पहले ही खरीदे गए थे।

26 जुलाई 2010 को मामला एनआइए को सौंपा गया था। इसके बाद स्वामी असीमानंद को मामले में आरोपी बनाया गया। एनआइए ने 26 जून 2011 को पांच लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। पहली चार्जशीट में नाबा कुमार उर्फ स्वामी असीमानंद, सुनील जोशी, रामचंद्र कालसंग्रा, संदीप डांगे और लोकेश शर्मा का नाम था। आरोपियों पर आईपीसी की धारा (120 रीड विद 302) 120बी साजिश रचने के साथ 302 हत्या, 307 हत्या की कोशिश करना समेत, विस्फोटक पदार्थ लाने, रेलवे को हुए नुकसान को लेकर कई धाराएं लगाई गई।

एनआइए ने मामले में कुल 224 गवाहों को पेश किया, जबकि बचाव पक्ष ने कोई गवाह नहीं पेश किया। केवल अपने दस्तावेज और कई फैसलों की कॉपी ही कोर्ट में पेश की। इस मामले में कोर्ट की ओर से पाकिस्तानी गवाहों को पेश होने के लिए कई बार मौका दिया गया, लेकिन वह एक बार भी कोर्ट में नहीं आए।

Noble laureate to deliver Public Lecture during the 13th Chandigarh Science Congress.

Chandigarh March 11, 2019

        Panjab University jointly with Chandigarh Region Innovation and Knowledge Cluster (CRIKC) is organizing the 13th Edition of “Chandigarh Science Congress (CHASCON 2019)” from March 13 to 15, 2019 with the theme “Science and Technology for New India” at Panjab University, Chandigarh. The theme of this year’s congress has been proposed keeping in mind that Science and Technology are the key elements in the economic growth of Modern India.


        CHASCON is being organized every year starting from year 2007. The Congress has come a long way and continues to encourage the young and innovative minds and provides a suitable platform to enhance their research acumen through interaction with eminent scientists in varied disciplines of science and engineering. Many Scientists and experts from different part of country will participate and deliberate on its theme. The technical sessions shall comprise plenary Lectures and both oral and poster presentations. It is expected that the meeting would be attended by 1200 plus delegates from region and different parts of India.

        The highlight of this year’s CHASCON is a Public Lecture and Platinum Jubilee Oration of Pharmaceutical Sciences on March 13, 2019 at 4.00 pm by Prof. Bernard L. Feringa from University of Groningen, Netherlands who has been awarded Nobel Prize in Chemistry in 2016 and is Raman Chair Professor of Indian Academy of Sciences. The title of his lecture would be “Joy of Discovery”. Prof. Ben Feringa is on a 3 day visit to Chandigarh from March 13 to 15 and his visit is being supported by the Indian Academy of Sciences, Bangalore. He would deliver also deliver series of lectures at IMTECH, Chandigarh and IISER, Mohali during his visit.

        This year a Pre-CHASCON “Science Communication workshop” on March 12, 2019 is also being organized with the primary objective of exposing young minds to fascinating world of scientific discoveries with help of lectures and experiments. The workshop is expected to expose the participants to various research tools and is being supported by Indian National Young Academy of Sciences.

IIT Madras Director delivers 2nd Sh. Sat Paul Mittal Memorial Lecture at UIET, PU

Chandigarh March 11, 2019

        2nd Sh. Sat Paul Mittal Memorial Lecture was organised at University Institute of Engineering & technology, Panjab University here today in the memory of Sh. Sat Paul Mittal under the Bharti Chair of Telecom & IT Research.

        Prof. Bhaskar Ramamurthi, Director IIT Madras spoke on the topic “Indian Contributions to 5G Standard” and discussed enhancements in 3GPP 5G standard to address specific Indian needs, particularly for the rural areas. Software changes in base stations are useful to increase the supported users, increase spectral efficiency and to reduce signalling overhead. He deliberated on the fact that while small cells are the trend in developed countries, low mobility large cells (LMLC) are important for coverage in developing countries like India. India is represented in ITU (International Telecommunications Union) through TSDSI (Telecommunications Standards Development Society of India). ITU meetings are attended by 180 countries for developing standards for telecommunications. IIT Madras has done work along with IIT Hyderabad and convinced ITU to include LMLC standards satisfying needs of rural India. 

        The lecture was presided over by Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University who motivated the audience to work towards solving societal problems by implementing solutions in collaboration with industry. Prof. Pamela Kumar, Director-General TSDSI, addressed the audience and emphasized the need for patents, publications and standards. Prof. Savita Gupta, Director, UIET delivered the welcome address and Prof. Renu Vig presented the Bharti Chair activities. The lecture was attended by many senior scientists, Professors, research scholars and students.

        Late Shri Sat Paul Mittal is the father of Sh. Sunil Bharti Mittal  who is Chairman and Founder of Bharti Enterprises, one of India’s leading business groups with interests in Telecom, Agri-Food Business, Financial Services and realty. Late Sh. Sat Paul Mittal was actively involved in addressing problems concerning the youth. He gained prominence in Punjab’s legislative circles in 1961 when he was elected to the Legislative Council. He later became Deputy Minister for Home in Punjab. He was elected twice and also nominated by President of India to the Rajya Sabha. Throughout his political career, Shri Mittal was part of several Industry Associations and Policy making bodies like IAPPD, CPPD, AFPPD, GCPPD, and many more. He also served as Member of Parliament.; Vice President; Punjab Pradesh Congress Committee (PPCC); Member, All India Congress Committee (AICC).

Police File

DATED 11.03.2019 :

Two arrested for consuming liquor at public place

Two different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-11 & PS-39, Chandigarh against two persons who were arrested while consuming liquor at public place on 10.03.2019. This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Action against Gambling/Satta

Chandigarh Police arrested Jai Karan R/o # 190, New Indra Colony, Manimajra, Chandigarh while he was playing satta near Govt. tubewell, ganda nala, Motor market, Manimajra, Chandigarh on 10.03.2019. Total cash Rs. 900/- was recovered from him. In this regard, a case FIR No. 33, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Manimajra, Chandigarh. Later he released on bail. Investigation of the case is in progress.

Theft

Anhad Raj Singh R/o # 214, Sector-11, Chandigarh reported that unknown person stolen away Samsung LCD and some documents from his house on 08.03.2019. A case FIR No. 42, U/S 380 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 32, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the statement of Pankaj Rana R/o # 2087, New Indira Colony, Mani Majra, Chandigarh against driver of Alto car No. HR-26-7980 who sped away after hitting to complainant’s Discover M/Cycle No CH-03Y-3427 near RC Motors, Motor Market, Mani Majra, Chandigarh on 09.03.2019. Complainant got injured and admitted in GMSH-16, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 81, U/S 279, 337, 304A IPC has been registered in PS-31, Chandigarh on the statement of Ramesh Kumar R/o # 647, Ph-2, Ram Darbar, Chandigarh against driver of unknown vehicle who sped away after hitting to  M/Cycle No. HR04C0319 near Gurudwara Light PointSec-47, Chandigarh on 10.03.2019. Motor-Cyclist namely Rohit Singh R/o # 285, ph-1, Ramdarbar, Chandigarh got injured and declared dead at GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Robbery & Arms Act

Naresh Kumar R/o # 3082/A, Sector-52, Chandigarh reported that 2 unknown persons on motor cycle fired upon complainant and robbed away a bag from complainant containing US dollar Malaysia ringant, Euro, Pound & Indian currency worth Rs. 5 lacs (Indian currency) near Kajheri Chowk, Chandigarh on 10.03.2019. Complainant got injured and admitted in GH-16, Chandigarh for treatment. A case FIR No. 54, U/S 341, 397, 307 IPC & 25-54-59 Arms Act has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.