इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला पहुचे पंचकूला।

चुनावों में गठबंधन तो बनते बिगड़ते रहते हैं यह मानना है इनेलो प्रमुख ॐ प्रकाश चौटाला का। इनेलो ओर भाजपा के गठबंधन पर किए सवालों का उन्होने गोल मोल जवाब दिया।

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ओ पी चौटाला पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने और सगठन के सशक्ति कारण हेतु पंचकुला आए हुए थे। इनेलो अध्यक्ष एसपी अरोड़ा और अन्य कार्यकर्ता भी वहाँ उपस्थित थे।

इनेलो अध्यक्ष एसपी अरोड़ा व अन्य कार्यकर्ता मौजूद।

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इनेलो कोई पारिवारिक पार्टी नहीं है और न ही जेजेपी से उनकी पार्टी को कोई ख़तरा है। वह तो कार्यकर्ताओं का समर्थन में सहयोग जुटाने आए हैं


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हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर बोलते हुए कहा लोकसभा चुनावों के चलते आए होंगे मोदी

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अंबाला लोकसभा सीट से इनेलो उम्मीदवार पर बोलते हुए कहा कि चुनाव आने पर टिकट का वितरण होगा, इसका फैसला अभी कैसे कर सकते है

आपके और मुख्यमन्त्री के पूछने से पेमेंट नही होती, कायदे से होगी—– निगम कमिशनर जोगपाल

Raj Kumar, पंचकुला 12 फरवरी :
पंचकुला शहर मे विकास कार्यों के नाम पर किए गए घोटालों के कारण रोजाना नगर निगम विभाग के आलाधिकारी सुर्खियो मे रहते है। कुछ समाजिक संस्थाओं ने इन अधिकारिओं के खिलाफ मोर्चा भी खोला हुआ है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।

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लेकिन अब नगर निगम विभाग के कुछ आला अधिकारियों के द्वारा शहर को कुड़ेदान बनाकर शहर मे गन्दगी फैलाकर बीमारियों को न्यौता देने की पूरी तैयारी हो चुकी है। क्योंकि आज डंपिंग ग्राउंड मे कूड़ा डालने की भी जगह नही बची है। डंपिंग ग्राउंड के गेट और चारों तरफ सड़क पर दर्जनों व्हीकल कूड़ा गिराने के लिए खड़े है।लेकिन हालात इतने ज्यादा खराब हो गए है की डंपिंग ग्राउंड मे कूडे के ढेर लगे हुए है।इसका सबसे बड़ा कारण है की नगर निगम विभाग ने चैन डोजर मशीन के मालिक की पेमेंट नही कि है। इस मशीन के जरिए कूडे को बिछा कर दबा दिया जाता था। लकीन अब खनापूर्ती के लिए नगर निगम विभाग ने 4 जे सी बी मशीन लगा रखी है। जिनसे सिर्फ डीजल की बर्बादी ही हो रही है।

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शहर मे फैल रही गन्दगी और डंपिंग ग्राउंड के मुद्दे पर जब नगर निगम विभाग के कमिशनर जोगपाल से बात की तो उल्टा उनोन्हे ने सभी आरोप एम खेमका पर जड़ दिए की उसने सही से काम नही किया।और इसकी विजीलैंस जाँच कर रही है।इस दौरान कमिशनर साहब इतने तिलमिला गए और अपना आपा खो गए,कमिशनर साहब ने कहा की आप के पूछने और मुख्य मन्त्री (सीएम) के पूछने पर पेमेंट नही होती कायदे से होगी।

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डंपिंग ग्राउंड के साथ लगते सैक्टरों के निवाशियो का रहना दूबर हो गया है। साथ ही यहाँ से गुजरने वाले राहगीरों को गंदी बदबूं के कारण भारी परेशानी का सामना करना पङ रहा है।हालात इतने ज्यादा बद से बदतर हो गए है कि सडे हुए कूडे के ढेरों पर और कूडे से भरी खडी गाडियों मे मक्खी मच्छर पैदा हो रहे जो सिर्फ बीमारियों को न्यौता दे रहे है। इस बारे मे जब चैन डोजर मशीन के मालिक एम खेमका से बात कि तो उसने बताया कि डंपिंग ग्राउंड मे मशीन चलाने के लिए एक वर्ष का ठेका नगर निगम विभाग के साथ हुआ था लेकिन पिछले पांच महीने से नगर निगम विभाग ने उनकी लाखों रुपये कि पेमेंट नही की है।खेमका ने बताया की वह काम करने के लिए आज भी तैयार है, अगर निगम उनकी पेमेंट कर दे ।आज भी मशीन डंपिंग ग्राउंड मे खडी है।खेमका ने बताया की उनको हार थक कर अब नयालय का सहारा लेना पड़ा है।

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अखिलेश के सचिव को आयोजन में शामिल न होने की बात बता दी गयी थी: विश्वविद्यालय कुलसचिव

अखिलेश यादव का इलाहाबाद जाने का निर्णय पूर्णतया राजनीति से प्रेरित जान पड़ता है। अखिलेश के सचिव गंगा राम को लिखे गए पत्र के अनुसार विषविद्यालय अपने पूर्व के कटु अनुभवों के आधार पर यह निर्णय ले रहा है। इसके उपरांत भी अखिलेश उस कार्यक्र्म में जाने की जिद करते हैं और साथ ही साथ माया, ममता और नायडू के बयान का समय भी इसको प्रायोजित ही लगता है।

लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को उन्हें इलाहाबाद जाने से रोकने को लेकर केंद्र तथा प्रदेश की बीजेपी सरकारों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मिली-भगत के कारण ही लखनऊ हवाईअड्डे पर पुलिस और खुफिया विभाग के अफसरों ने उन्हें विमान पर चढ़ने से रोक दिया.

अखिलेश ने इस घटना के बाद आरोप लगाया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशी के हाथों अपने उम्मीदवार की हार से तिलमिलायी प्रदेश की बीजेपी सरकार ने मुझे छात्रसंघ कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया. प्रदेश सरकार मुझे हवाई अड्डे पर नहीं रोक सकती थी, यह काम केंद्र सरकार का है. मुझे लगता है कि दिल्ली (केंद्र) की सरकार भी इसमें मिली हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि रात में स्थानीय अभिसूचना इकाई और पुलिस के कुछ अफसरों ने उनके घर की रेकी (टोह) की. मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे तीन अधिकारी उनके घर के पास बैठा दिये गये.

वहीं, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने इस मामले पर कहा कि अखिलेश यादव के निजी सचिव को सोमवार को ही पत्र लिखकर सूचना दे दी गई थी. सामने आए पत्र के अनुसार, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने वार्षिक समारोह आदि कार्यक्रमों में नेताओं को आमंत्रित नहीं करने की बात कही है.

अखिलेश ने कहा कि स्थानीय पुलिस हवाई अड्डा परिसर में नहीं जा सकती क्योंकि उसकी सुरक्षा और प्रबंध किसी दूसरे बल के पास है. इसके बावजूद अफसर वहां पहुंचे और मुझे हवाई जहाज में चढ़ने से रोक दिया. मुझे रोकने वाले अफसर के पास कोई लिखित आदेश भी नहीं था. सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि मैं अराजकता और हिंसा फैलाने जा रहा था. मैं सन्यासी योगी से पूछना चाहता हूं कि अगर मेरे राजनीतिक जीवन में मेरे ऊपर एक भी धारा लगी हो तो बताएं.’ 

लोकतन्त्र खतरे में आ ही गया, माया, ममता और नायडू ने अखिलेश को रोके जाने की की भर्त्स्ना

प्रधान मंत्री और भाजपा अध्यक्ष सहित उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री को अपने प्रदेश में प्रवेश न देने वाली ममता को अखिलेश को प्रयागराज जाने से रोकने पर लोकतन्त्र खतरे में दिखाई पड़ रहा है।असल में यदि अखिलेश अपनी छवि के अनुसार एएमयू जा रहे होते तो शायद उन्हे न रोका जाता, परंतु जिस पिता को यह फख्र है की उसने 300 करी सेवक मरवाये थे, उसके पुत्र को कारसेवकों के बीच जाने से वाकयी अराजक तत्त्वों का सामना करना पड़ सकता था। शायद ममता और चंद्रबाबू नायडू की यही मंशा थी। जानते तो अखिलेश भी थे की हिन्दू समागमों में उनकी समाजवादी वाली छवि प्रशासन के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है, अत: यह उनकी तरफ से भी एक राजनैतिक चाल हो सकती है।

समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर अचानक ही प्रशासन द्वारा प्रयागराज जाने से रोक लिए जाने की खबर सामने आने के बाद सभी राजनीतिक दल इसके विरोध में उतर आए हैं. अखिलेश यादव छात्र संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे थे. एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उन्हें रोक दिया गया.

इसके विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू सामने आए हैं. ममता बनर्जी ने यूपी सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा की और कहा- ‘अगर योगी राज में एक पूर्व मुख्यमंत्री को किसी कॉलेज के प्रोग्राम में हिस्सा लेने से रोक दिया जाता है तो वहां ‘रुकावट’ है. ‘रुकावट के लिए खेद है’… आज देश में ऐसी हालत हो गई है कि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने की इजाजत नहीं है.’

ममता बनर्जी ने गुजरात में जिग्नेश मेवानी को भी रोके जाने की बात उठाई. उन्होंने कहा- ‘गुजरात में एक यूनीवर्सिटी के कार्यक्रम में भाग लेने से जिग्नेश मेवानी को भी रोका गया था. उसे बीजेपी के गुंडों द्वारा डराया गया था और वो हमें सीखाते हैं. नफरत की राजनीति वो करते हैं. देश में इसके पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ था. ये दुखद है. मैं इसकी भर्त्सना करती हूं.’

वहीं आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना की घोर निंदा की और कहा: ‘समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के खिलाफ लखनऊ के अधिकारियों के व्यवहार की मैं कड़ी निंदा करता हूं. ये अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ भाजपा की असहिष्णुता का एक और उदाहरण है. वास्तव में लोकतंत्र खतरे में है.’

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था. वो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को रोके जाने पर कहा है कि उनके इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है. इस पर अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा ‘घबराई हुई सरकार है ये यूपी की. नौजवान इंतजार कर रहा है कि उसे कब मौका मिलेगा. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी जी ने भी अपने यहां भोजन रखा था. ये यूपी के सीएम कैसे साधु-संत हैं. जो दूसरे साधु-संतों से नहीं मिलने देना चाहते. उनसे क्या सीखोगे- ठोको नीति, रोको नीति.’

ईडी जांच से गुस्साये वाड्रा

वाड्रा ने Facebook पर इमोशनल पोस्ट लिखकर अपनी मां मॉरीन वाड्रा को इस वजह से हो रही परेशानियों को जिक्र किया. उन्होंने यह फेसबुक पोस्ट मंगलवार सुबह ईडी की पूछताछ से पहले लिखा था

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच और पूछताछ का सामना कर रहे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा का गुस्सा फूट पड़ा है. वाड्रा ने कहा है कि मोदी सरकार जान-बूझकर उन्हें परेशान कर रही है.

मंगलवार को वाड्रा ने फेसबुक पर इमोशनल पोस्ट लिखकर अपनी मां मॉरीन वाड्रा को इससे हो रही परेशानियों का जिक्र किया है. उन्होंने यह फेसबुक पोस्ट मंगलवार सुबह ईडी की पूछताछ से पहले लिखा. वाड्रा ने अपनी मां मॉरीन वाड्रा से पूछताछ से पहले एक फोटो शेयर किया है, जिसमें वो उनसे साथ नजर आ रहे हैं.

उन्होंने लिखा, समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार एक वरिष्ठ नागरिक के साथ बदले की भावना से क्यों काम कर रही है. वो भी उस महिला के साथ, जिसने अपनी बेटी को सड़क दुर्घटना में खोया है. उसके बेटे और पति की डायबिटिज की बीमारी की वजह से मौत हो गई. वाड्रा ने कहा, परिवार में तीन मौतों के बाद मैंने सिर्फ उन्हें (मॉरीन वाड्रा को) अपने कार्यालय में मेरे साथ समय बिताने के लिए कहा ताकि मैं उनकी देखभाल कर सकूं और हम दोनों अपने दुख से उबर सकें.’

वाड्रा ने कहा कि अब उनकी मां को ‘मेरे कार्यालय में समय बिताने’ की कीमत चुकानी पड़ रही है. उन पर आरोप लगाया जा रहा है, छवि धूमिल की जा रही है और पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. 

बता दें कि कथित बीकानेर जमीन घोटाले में मंगलवार को रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मॉरीन वाड्रा जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए. बीते एक हफ्ते में वाड्रा की ईडी के सामने यह चौथी पेशी थी. इससे पहले पिछले हफ्ते तीन मौकों पर वो मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशों में ‘अवैध’ तरीके से संपत्ति खरीदने मामले में दिल्ली में ईडी के सामने पेश हुए थे.

वाड्रा और उनकी मां राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए.

एसपी- बीएसपी गठबंधन से डर गयी बीजेपी: माया

मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था, मायावती ने इसे भाजपा का चुनावी एजेंडा बताया

बीजेपी सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश यादव को प्रयागराज में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने की आलोचना की है. उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, ‘क्या बीजेपी सरकार एसपी-बीएसपी गठबंधन से इतनी डरी हुई है कि उन्होंने राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाना शुरू कर दिया है?’

हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए एसपी-बीएसपी का गठबंधन हुआ है. ऐसे में गठबंधन के अपने सहयोगी दल के नेता को प्रयागराज में प्रवेश से रोके जाने पर मायावती ने बीजेपी का चुनावी एजेंडा बताया है. उन्होंने कहा, ‘वे लोग कुंभ मेले का राजनीतिक एजेंडे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने की अनुमति नहीं देना यह साबित करता है.’

गौरतलब है कि मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है.

इब्तेदाए गांधी है रोता है क्या….

कांग्रेस पार्टी की महासचिव का पदभार संभालने से लेकर अपने पति के भ्र्श्तचर में दोषारोपण के पश्चात ईडी द्वारा की जा रही जांच में तथाकथित सहयोग को लेकर चर्चा में आई प्रियंका वाड्रा ने यूपी में एक मेगा रोड शो किया और वहाँ चोरों और जेब कतरों की चांदी हो गयी विपक्ष तो अभी से यह कहने लग गया है की इसी नीति और नियत के साथ यह देश को लूटने का प्रयास करेंगे। जहां जहां गांधी परिवार जाएगा उनके गिरहकट, चोर, लुटेरे दलाल सभी साथ साथ हैं।

जहां आम लोगों के कीमती सामान पर हाथ साफ किए गए वहीं पार्टी नेताओं सहित शहर के अस्सिटेंट मजिट्रेट और कांग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर के भी फोन इस भीड़ में चोरी कर लिए गए

कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश पूर्व की कमान थमा दी है. लोकसभा चुनावों में उत्तरप्रदेश राजनीतिक तौर पर सबसे महत्वपूर्ण राज्य है. सोमवार को प्रियंका ने अपने रोड शो के जरिए राज्य में अपनी चुनावी तैयारियों की शुरुआत कर दी. इस रोड शो में भले प्रियंका ने कुछ नहीं कहा लेकिन उनके बड़े भाई और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने जरुर घोषणा कर दी कि बीजेपी को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी.

प्रियंका के रोड शो में लोगों का हुजूम जमा हो गया. पूरे रास्ते पर लोगों की भीड़ प्रियंका का इंतजार कर रही थी. भीड़ का आलम ये था कि 15 किलोमीटर के सफर के लिए प्रियंका को 6 घंटे का वक्त लगा. रोड शो में प्रियंका के साथ राहुल गांधी और यूपी पश्चिम के जेनरल सेकरेट्री ज्योतिरादित्य सिंघिया भी मौजूद थे. एयरपोर्ट से लेकर राज्य में पार्टी के मुख्यालय तक के 15 किलोमीटर के इस रोड शो में हर तरफ सिर्फ लोग ही लोग थे. और इसी भीड़ का पॉकेटमारों ने खुब फायदा उठाया. प्रियंका के रोड शो में कम से कम 50 मोबाइल फोन चोरी हो गए.

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भीड़ में एक मोबाइल चोर को पकड़ा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने पुलिस को बताया कि मेगा रैली में कम से कम 50 लोगों के मोबाइल और पर्स चोरी हुए हैं. लेकिन पुलिस ने उस संदिग्ध को छोड़ दिया क्योंकि उसके पास से चोरी का एक भी मोबाइल या पर्स बरामद नहीं हुआ. सरोजनी नगर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करा दी गई है.

पार्टी नेताओं सहित शहर के अस्सिटेंट मजिट्रेट और कांग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर के भी फोन इस भीड़ में चोरी कर लिए गए. मामले की आधिकारिक शिकायत दर्ज करा ली गई है और साइबर सेल एक्सपर्ट द्वारा जांच जारी है.

मीर रिजवान बने राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव, पार्टी के कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल

सहरसा :- राष्ट्रीय जनता दल के नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह समस्तीपुर विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने राजनपुर निवासी मीर रिजवान को उनके कार्य, कुशलता, कर्मठता, संघर्षशीलता और ईमानदारी को देखते हुए बिहार प्रदेश महासचिव (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ)के पद पर मनोनीत किया है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मीर रिजवान के प्रदेश कमिटी मे आने से राष्ट्रीय जनता दल और मजबूत होगा। नव मनोनीत प्रदेश महासचिव मीर रिजवान ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता प्रति सह पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इस्लाम शाहीन को पार्टी के महत्वपूर्ण पद की जिम्मेवारी देने पर उनका आभार प्रकट करते हुए कहा कि पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूती और राजद के विचारधारा को विस्तार करने के साथ साथ समाज के अंतिम व्यक्ति के हक और हकुक की कराई लरना मेरी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने इस नई जिम्मेवारी के लिए अभिभावक तुल्य पूर्व मंत्री सह महिषी विधायक डॉ० प्रो० अब्दुल गफूर, पूर्व मंत्री सह प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, सहरसा विधायक अरुण कुमार यादव को धन्यवाद देते हुए आभार जताया। इधर मीर रिजवान के मनोनयन पर पार्टी के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। मौके पर राजद जिलाध्यक्ष मो० जफर आलम, युवा राजद जिलाध्यक्ष गोविंद दास ताँती, छत्री यादव, भारत यादव, अजय सिंह, शिवशंकर विक्रांत, सुमन सिंह, मुकेश यादव, बजरंग गुप्ता, ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानु, दिलीप यादव, जग्गा यादव, जाकिर अली, मोज्ज्मिल आलम, दीपक राज सहित अन्य दर्जनों लोगों ने खुशी व्यक्त किया।

एनआरएचएम कर्मचारियों की मांगों पर तुरंत गौर करे हरियाणा सरकार: योगेश्वर शर्मा

अपनी टीम के साथ इन कर्मियों  से मुलाकात की तथा उनकी मांगों को बड़े ही ध्यान से सुना शर्मा ने आप की सरकार बनते ही 24 घंटे के अंदर मांगे पूरी करने का दिया आश्वासन

 पंचकूला,12 फरवरी।

  आम आदमी पार्टी नेताओं ने आज सेक्टर पांच स्थित धरणा स्थल पर अपनी मांगों को लेकर धरणा दे रहे एनआरएच कर्मचारियों से मुलाकात की तथा उनके धरणे को अपने समर्थन की घोषणा की। आप के लोकसभा अंबाला एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने अपनी टीम के साथ इन कर्मियों  से मुलाकात की तथा उनकी मांगों को बड़े ही ध्यान से सुना। शर्मा ने इन कर्मचारियों को भरोसा दिया कि आप उनके  साथ पूरी तरह से खड़ी है। साथ ही उन्होंने एनआरएचएम कर्मियों को यह आश्वासन दिया कि हरियाणा में आप की सरकार बनते ही 24 घंटे के अंदर उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा।

योगेश्वर शर्मा ने बाद में यहां जारी एक ब्यान में कहा कि प्रदेश की सरकार को जल्द से जल्द ही इन हड़ताली कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी मांगों पर गौर करना चाहिए,क्योंकि उनकी मांगे जायज हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे हैं, उससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। खुद स्वास्थ्य विभाग अपने निर्धारित लक्ष्य को ही पूरा नहीं कर पा रहा है। कृ मि दिवस के अवसर पर प्रदेश भर में 93 लाख बच्चों को कृमि की दवा खिलाई जानी थी मगर हड़ताल के चलते यह दवा नहीं खिलाई जा सकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश में जब से सरकार बनी है, हर किसी कर्मचारी, विद्यार्थी, किसान, व्यापारी एवं अन्य सभी वर्ग अपनी अपनी मांगों को लेकर धरणे प्रदर्शन करते हैं तथा उनकी मांगों पर विचार करने की बजाये यह सरकार उन पर लाठीचार्ज करवाती है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अपने विभाग की ओर ध्यान देने की बजाये सारा सारा दिन टिवटर पर दूसरों के खिलाफ अपनी भड़ास निकालने पर लगे रहते हैं। उनका सारा कार्यकाल विपक्ष के नेताओं को कोसने में ही निकल गया है। जबकि उन्हें यह भी ध्यान नहीं रहता कि प्रदेश में किस किस अस्पताल में कितने डाक्टरों की कमी है और प्रदेश में स्वाईन फ्लू  या डेंगू के कितने रोगी हैं ? और तो और उन्हें तो यह भी नहीं पता कि फौगाट बहनों के गांव में बनने वाला खेल स्टेडिय़म उनकी सरकार ने राजनीतिक द्वेष के चलते रद्द कर दिया है। इसी लिए उन्होंने टिव्टर पर ही फोगाट बहनों को अपनी ओर से ज्ञान बांट दिया कि ऐसा नहीं हुआ है, जबकि इस आदेश की प्रति मीडिया ग्रुपों में वायरल हो रही है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से कहा है कि वे अपने विरोधियों की कोसने की बजाये अपनह्य काम पर और अपने विभागों की ओर ध्यान दें तो प्रदेश का भला होगा। एनआरएचएम कर्मियों ने बताया कि उनकी मांगों में मुख्यत: कच्चे कर्मियों को पक्के करना अथवा काम की गारंटी दें, सामान काम सामान वेतन और सांतवां वेतन मान देना शामिल है। इन कर्मियों में से कुछ को निलंबन के जो आदेश जारी हो रहे हैं उन्हें भी वापिस लेने की मांग की।

इस अवसर पर उनके साथ आप के प्रदेश सह संगठन मंत्री अजय गौतम, जिला सचिव बिटू सदाना, महिला नेता पूजा भारद्वाज, पंचकूला के संगठन मंत्री सुरेंद्र राठी, जसबिर, विजय पैतेका, आर्य सिंह और बंटू आदि थे।

आज बीजेपी सरकार के पास दलित हित में किया कोई काम गिनवाने लायक नहीं है: हुड्डा

भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के कार्यकाल में सभी वर्गों व् क्षेत्रों के उत्थान के लिए कार्य किया समाज का कोई वर्ग नहीं बचा जिनके लिए कोई काम ना हुआ हो उनके कार्यकाल में हर वर्ग खुशहाल था ।

लेकिन

गरीब दलित प्रेम की पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण कांग्रेस के 10 साल के शासन काल में बतौर सरकार के मुखिया भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पूरा फोकस दलित समाज के लिए कल्याणकारी योजना बनाने और लागु करने पर रहा। उन्होंने देखा की दलित समाज के अधिकतर लोग गरीबी रेखा से निचे हैं व उन्हें आवास, पेयजल व बच्चों की शिक्षा जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। 7 अक्टूबर 2007 को झज्जर रैली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने गरीबी रेखा से निचे आने वाले प्रत्येक परिवार को 100-100 गज के आवासीय प्लाट हमारी सरकार के फैसले के अनुसार मुफ्त में देने की घोषणा की। 2014 तक उपरोक्त घोषणा पर अमल करते हुए प्रदेश के 383000 परिवारों को कब्जा दे दिया गया व हर प्लॉटधारी को गृह निर्माण के लिए 91 हजार रुपए की राशि देनी शुरू की । दलित समाज के प्रत्येक घर में फ्री में पानी की टंकी और नल की व्यवस्था की तथा छात्रों को मुफ्त में पाठ्यसामग्री मुहैया करवाई और वजीफे में 3-4 गुणा बढ़ोतरी की ।

बीजेपी सरकार ने हमारी दलित समाज हितैषी मुहीम को आगे बढ़ाने की बजाय उलटे उस पर ब्रेक लगा दिए। आज बीजेपी सरकार के पास दलित हित में किया कोई काम गिनवाने लायक नहीं है।

अनुसूचित जातियों एवम् अन्य गरीब वर्गों की बस्तियों में स्वच्छता एवं निर्मलता को बढ़ावा देने के लिए इन्हीं परिवारों के ग्रामीण आंचल में 11 हज़ार कर्मचारी नियुक्त किये और ठेका प्रथा को खत्म किया। बस्तियों को साफ सुथरा रखने के लिए 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की। कांग्रेस कार्यकाल में गरीबी रेखा से निचे जीवनयापन करनेवाले परिवारों को 20 रुपए प्रति किलो दाल, 2 रुपए प्रति किलो चावल व 1 रुपए प्रति किलो मोटा अनाज दिया गया। इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत प्रदेश में 10 लाख से ऊपर परिवारों को ने केवल पानी का मुफ्त कनेक्शन दिया गया बल्कि साथ में 200 लीटर की टंकी भी मुफ्त दी गई।

समुदाय के लोग बड़ी संख्या में गाय, भैंस,भेड़ -बकरी पालते हैं हमने ये प्रावधान किया की किसी अनहोनी होने या पालतू पशु के मरने पर 50 हजार प्रति गाय या भैंस और 20 हजार रूपए प्रति भेड़ या बकरी के लिए दिए जाएंगे। दलित समाज के बहुत से लोग खेतिहर मजदूर भी हैं और कुछ लोग खेती भी करते हैं। कृषि कार्यों में काम करते वक्त अकाल मौत होने पर आश्रित परिवार को 5 लाख रुपए तक देने का प्रावधान उन्होंने उस समय किया ।

दलित समाज दयनीय आर्थिक स्थितियों को देखते हुए हरिजन कल्याण निगम से लिए गए कर्जवानों के 74 करोड़ रुपए का ब्याज माफ किया। दलित उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए 349 करोड़ रुपए की राशि मुहैया करवाई। समाज की बेटियो व विधवाओ को प्रिदर्शनी शगुन विवाह योजना के तहत शादियों में 31 हजार रुपिये कन्यादान देने का काम किया, जिसके तहत लगभग 43 हजार शादियों में एक अरब से जयादा कन्यादान के रूप में दिए। दलित समाज के बहुत से लोग मनरेगा में बतौर दिहाड़ीदार के काम करते हैं उन्होंने देश मनरेगा में सबसे ज्यादा दिहाड़ी देना तय किया और समाज के 20 लाख छात्रों को मुफ्त में ड्रैस दी। हुड्डा जी ने अपने कार्यकाल के दौरान समाज को मजबूती से ऊपर उठाने के लिए 16253 करोड़ रुपए की योजनाएं बनाई और उनको लागू किया जिससे 3 लाख परिवारों को लाभ पंहुचा !