पुलिस की नियुक्तियां और पदोन्नतियां दोनों ही भेदभाव और दोषपूर्ण : धवन
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता श्री हरमोहन धवन ने गृह मंत्री को चंडीगढ़ पुलिस की नियुक्तियों और पदोन्नतियों दोनों हीको भेदभाव पूर्ण और बेहद अनुचित बताया.
उन्होंने गृह मंत्री को अपने अपने पत्र में कहा कि वह उनके ध्यान में लाना चाहते हैं कि वर्तमान में चंडीगढ़ पुलिस विभाग में 21 डीएसपी है जिनमे से 11 चंडीगढ़ कैडर के और 10 दिल्ली से हैं| चंडीगढ़ में ASI से DSP प्रमोट होते है जबकि दिल्ली में SI से DSP बनाया जाता है| यदि इसे मर्ज किया गया तो इससे चंडीगढ़ पुलिस कर्मचारियों की हितों की अनदेखी और नुकसान होगा|
वर्ष 1966 में चंडीगढ़ को केंद्र शाषित प्रदेश घोषित किया गया था जो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है| उसी वक्त से पंजाब और हरियाणा के बीच 60:40 अनुपात में सभी पदों को साँझा किया जा रहा है।
इससे न केवल पुलिस बल में बल्कि यूटी के अन्य सभी विभागों के हजारों कर्मचारियों में भी बहुत असंतोष व् आक्रोश पाया जाता है।स्थानीय कर्मचारी अपने आपको असहाय और ठगा हुआ महसूस करते हैं, जब पंजाब और हरियाणा से लोग आकर भिन्न-भिन्न पदों में आसीन हो जाते हैं|
“इसलिए स्थानीय कर्मचारियों को न्याय प्रदान करने के लिए आपसे अनुरोध कर रहा हूँ। नियुक्तियों और पदोन्नतियों प्राथमिकता दोनों में चंडीगढ़ निवासियों को विशेष रूप से उनका हक़ दिया जाना चाहिए, खासकर जब वे योग्य हैं न कि पंजाब, हरियाणा से “आयात” किया जाये”, श्री धवन ने कहा|