Soon, all Aadhaar holders may get opportunity to opt out

Matter of choice: The Law Ministry felt that the option to withdraw must be made available to all citizens.


Government is finalising a proposal to amend the Act, following Supreme Court order upholding it but with conditions.


The government is in the last stages of finalising a proposal to amend the Aadhaar Act to give all citizens an option to withdraw their Aadhaar number, including biometrics and the data.

This follows the Supreme Court Judgement in September that upheld the validity of Aadhaar, however, with certain riders.

A Constitution Bench had struck down Section 57 of the Act that allows private entities to use the unique number for verification. The Bench also declared that seeking to link it with bank accounts and SIM cards was unconstitutional.

UIDAI proposal

“The initial proposal was prepared by the Unique Identification Authority of India (UIDAI). It submitted that once a child turns 18, he/she will be given six months to decide if he/she wants to withdraw,” a senior official said.

This proposal was sent to the Law Ministry to be vetted. “The Ministry further recommended that the option to withdraw be made available to all citizens, and not be limited to a particular group,” the official added.

However, the proposal, which will now be sent to the Cabinet, is likely to benefit only those who do not have a PAN card or do not require one, as the court had upheld the linkage of PAN with Aadhaar.

Over 37.50 crore PANs have been issued till March 12, 2018. Of these, the number of PANs issued to individuals stood at more than 36.54 crore, of which about 16.84 crore PANs have been linked with Aadhaar.

In line with the court order, the proposal seeks to appoint an adjudicating officer to decide whether a person’s Aadhaar-related data need to be disclosed in the interest of national security.

The court had also struck down Section 33(2), which allowed disclosure of Aadhaar information for national security reasons on the orders of an officer not below Joint Secretary. It had said an officer above Joint Secretary should consult a judicial officer and together take a call.

अपने अंतिम दौर में भी भाजपा सरकार कर रही है जनविरोधी काम: योगेश्वर शर्मा

कहा: अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए खट्टर सरकार कर रही है गरीबों का शोषण ,रक्षक सरकार ही बन रही है भक्षक

पंचकूला,5 दिसंबर: आम आदमी पार्टी का कहना है कि हरियाणा की भाजपा सरकार पहले दिन से गरीबों का नुक्सान कर अमीरों को फायदा पहुंचाती आई है, और अब अपने अंतिम चरण में भी वह यही प्रयास कर रही है कि किसी भी तरह से आम आदमी फल फुल न सके। पार्टी का कहना है कि यही वजह है कि पंचकूला जिले के सूरजपुर में पड़ते गांव सुक्खोमाजरी में दो बड़े व पहुंचवाले लोगों के क्रशर बचाने के लिए 70 साल से रह रहे गरीबों के घर उजाडऩे की तैयारी कर दी गई है। इतना ही नहीं कई दूकानों को तोड़ भी दिया गया है जबकि इन गरीबों के तो घरों से बिजली व पानी के मीटर तक उतार लिए गये हैं। जबकि ये मीटर पिछले 25-30 सालों से लगे हुए थे और लेाग बिजली पानी का नियमित रुप से भुगतान भी कर रहे थे। मगर पार्टी गरीब के साथ यह ज्यादति नहीं होने देगी और उनकी हर लड़ाई को सडक़ पर आकर लड़ेगी। आज भी आम आदमी पार्टी ने गरीबों के साथ हो रही इस ज्यादति का विरोध किया। पार्टी का कहना है कि भाजपा की सरकार रक्षक की जगह भक्षक बन रही है।

यह जानकारी आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के जिला अंबाला लोकसभा एवं पंचकूला जिला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा के अंतगर्त आते सूरजपुर के गांव सुक्खोमाजरी में 70 सालों से रहे कई मकानों को बद्दी रोड़ में शामिल कर उन्हें बिना कोई नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। कई दूकानों को तो तोड़ भी दिया गया है। जबकि आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी के अनुसार ये मकान व दूकानें इस रास्ते के बीच आती ही नहीं हैं। इस रास्ते में दो क्रशरों आते थे, मगर उन लोगों ने अपनी पहुंच सरकार तक लगाकर  इसका रास्ता बदल कर इसे 15 फुट तक अंदर ले गये। जिसके चलते ये मकान व दूकानें अब इसमें आ गई हैं। इसी कारण अब हुड़ा के दस्ते ने मंगलवार को बिना किसी पूर्व सूचना के दूकानों को तोडऩा शुरु कर दिया। जब ये मकानों की ओर बढ़े तो लोगों ने इसका विरोध किया। सूचना मिलने पर आम आदमी पार्टी के कालका हलके के संगठन मंत्री परवीन हुड़ा अपने साथियों संग वहां पहुंच गये और उन्होंने इसकी सूचना उन्हें दी तो वह भी अन्य पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे।  वहां मौजूद पीडि़त लोगों ने उन्हें सारी बात बताई और बताया कि उन्होंने इस तोडफ़ोड़ के बारे में जब सारी बात अपनी स्थानीय विधायक लतिका शर्मा को बताई तो उन्होंने यह कहते हुए उनका फोन काट दिया कि क्या अब वह उन्हें चांद पर बिठाये। इसके बाद उन्होंने अपना  मोबाईल फोन ही बंद कर दिया। योगेश्वर शर्मा का कहना है कि विधायक का यह रवैरूा पूरी तरहत से जनविरोधी व निंदनीय है। उन्होंने कहा कि विधायक को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह इन्हीं लेागों के वोटों से विधायक बनी हैं और जल्दी ही दुबारा चुनाव भी आने वाले हैं। उन्होंने इन उपस्थित पीडि़त लोगों से कहा कि वे सब कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए तैयार रहे और उनके साथ हर तरह का संघर्ष करने के लिए आम आदमी सदैैव खड़ी रहेगी।

आम आदमी पार्टी के कालका के संगठन मंत्री परवीन हुड़ा ने कहा कि गांववालों ने उन्हें बताया कि  आरटीआई में मिली जानकारी के  अनुसार इन मकानों व दूकानों पर बुल्डोजर नहीं चलाया जा सकता क्येांकि ये पहले से पास नक्शे के अनुसार बाईपास रोड़ में शामिल ही नहीं हैं। जबकि जो क्रशर इसमें शामिल हैं उन्हें छेड़ा ही नहीं जा रहा। इतना ही नहीं एचएमटी के साथ लगते पहाड़ को भी नुक्सान पहुंचाने के साथ साथ 50 फु ट के करीब तयशुदा मापदंडों से भीतर एचएमटी के साथ लगती जमीन की ओर बढ़ गये हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि यह विभाग द्वारा क्रशरों को छोड़ कर इस ओर बढऩा किसी घपले से कम नहीं है। क्येंाकि ग्रामीणों की ओर से संबंधित अधिकारियों को साक्ष्य दिखाये जाने के बावजूद इस दिशा में जबरदस्ती कारवाई की जा रही है तथा मिलीभुगत से सडक़ विभाग द्वारा लगाई गई बुर्जियों को दूसरी ओर लगाया जा रहा है। इस अवसर पर योगेश्वर शर्मा व परवीन हुड़ा के आलावा पार्टी के कालका विधानसभा के अध्यक्ष ईश्वर सिंह,मीडिया प्रभारी स्वर्णपाल सिंह,बृजभूषण, हरप्रीत, संजू,मन्ना ङ्क्षसह व जतिंद्र आदि भी थे।

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योगेश्वर शर्मा
अध्यक्ष लोकसभा अंबाला एवं जिला पंचकूला
आम आदमी पार्टी
9988889968

कांग्रेस पर मिशेल मिसाइल से मनचाहा नतीजा मिलेगा क्या?


दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी डील में बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को 5 दिनों की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।

जिस प्रकार के मिशेल के तेवर हैं उससे लगता नहीं की अग्स्तावेस्टलैंड मामला अपने सही नतीजे तक पंहुचेगा।

मिशेल की ओर से पेश होने वाले वकीलों की फेरहिस्त भी बहुत लंबी होने वाली है और उनके नाम भी बहुत महत्त्वपूर्ण होंगे। 


दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी डील में बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को 5 दिनों की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. मिशेल को बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. पटियाला हाउस के कोर्ट न. 6 की विशेष सीबीआई अदालत ने सीबीआई की आपील पर क्रिश्चियन मिशेल को पांच दिनों की रिमांड पर भेजा है. बता दें कि पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी से पहले बीती रात से ही क्रिश्चियन मिशेल से सीबीआई मुख्यालय में लंबी पूछताछ चल रही थी.

मिशेल बीती रात को ही दुबई से दिल्ली लाया गया था. जानकारों का मानना है कि मिशेल को भारत लाना सीबीआई के लिए बड़ी कामयाबी है. भारत आने से पहले दुबई अथॉरिटी के समक्ष क्रिश्चियन मिशेल ने बताया था, ‘मैं जांच में दिए गए अपने पिछले बयान पर जोर देता हूं और कंफर्म है कि मेरे ऊपर लगे आरोपों के पीछे कारण है कि मैंने इस डील में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के साथ काम किया था. अब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने मुझे पिछली सरकार पर प्रेशर डालने के लिए इस केस में घसीट रही है. इस डील में कोई भी फ्रॉड नहीं हुआ था और न ही मैंने रिश्वत ली थी. मैं कंपनी की भारत स्थित ब्रांच में काम नहीं कर रहा था. मैं कंपनी की यूके स्थित ब्रांच में काम कर रहा था. विशेष रूप से उस समय जब ऊंचाई में बदलाव कर 6000 मीटर से 4000 मीटर किया गया.’

मिशेल ने कहा ‘मैंने यह भी उल्लेख किया था कि मेरे खिलाफ पहले भी केस भारत सरकार के द्वारा दर्ज कराया गया था और इटैलियन जज के निधन के बाद आरोप इतालवी अधिकारियों द्वारा लगाया गया था.’

बता दें कि 8 फरवरी, 2010 को रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता वेस्टलैंड इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ इस समझौते की मंजूरी दी थी. इसका ठेका 55.62 करोड़ यूरो में दिया गया था. मिशेल के अलावा इस मामले में कई भारतीय अधिकारी भी आरोपी हैं. इनमें तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी और उनके परिवारिक सदस्य प्रमुख हैं.

इस सौदे के तीन बिचौलिए में से एक मिशेल पर आरोप है कि षड्यंत्र के तहत उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की उड़ान भरने की ऊंचाई की सीमा को 6,000 मीटर से घटाकर 4,500 करवा दिया था.

इस साल की शुरुआत में ही सीबीआई ने 3 हजार 767 करोड़ रुपए के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील मामले में वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. तीनों इस समय जमानत पर बाहर हैं. ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि सीबीआई एक बार फिर से वायु सेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी सहित तीनों लोगों को दोबारा से पूछताछ करेगी. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि सीबीआई बहुत जल्द ही एस.पी. त्यागी और मिशेल से आमने सामने बैठा कर पूछताछ करने वाली है.

बता दें कि इसी साल सितंबर महीने में इस सौदे से जुड़े तीन यूरोपीय बिचौलियों में से एक कार्लोस गेरोसा को भी इंटरपोल ने इटली से गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अपील पर हुई थी. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि गेरोसा के प्रत्यर्पण को लेकर भी भारत के कूटनीतिक प्रयास तेज हो गए हैं. ऐसा माना जा रहा है बहुत जल्द ही गेरोसा का भी प्रत्यार्पण हो जाएगा.

इसी साल जनवरी महीने में देश के इतिहास में पहली बार कोई पूर्व वायुसेना प्रमुख को गिरफ्तार किया गया था. अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले के मामले में इटली के मिलान शहर की अदालत ने कंपनी के दो अधिकारियों को घूस देने का दोषी पाया था. इटली की अदालत के फैसले के बाद ही भारत में सीबीआई ने यूपीए सरकार के समय केस दर्ज कर इस केस की जांच शुरू की थी.

इटली की अदालत में सबूतों के आधार पर यह साबित हुआ था कि भारत को बेचे गए 12 अगस्ता हेलिकॉप्टर सौदे में 7 करोड़ यूरो की राशि (लगभग 3 हजार 767 करोड़) घूस दी गई है. ब्रिटेन की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से 3 हजार 767 करोड़ रुपए की लागत से खरीदे गए 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर रिश्वतकांड में भारतीय जांच एजेंसियों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी.

दिलचस्प बात यह है कि इटली में रिश्वत देनेवाले को तो सजा मिल गई. लेकिन भारत में रिश्वत लेने वालों की पहचान करने में सीबीआई को इतने साल तक खाक छाननी पड़ रही है. सीबीआई पिछले कई सालों से इस केस की जांच कर रही है.

इस हेलिकॉप्टर घोटाले के तार वाजपेयी सरकार से लेकर मनमोहन सरकार तक जुड़े हैं. सौदे को अंतिम रूप मनमोहन सरकार के दौरान दिया गया था. जबकि इसकी शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय ही हो गई थी.

इटली की अदालत से सीबीआई को डेढ़ लाख पेज के दस्तावेज मिले हैं. इन कागजातों से साफ होता है कि इस घोटाले के तहत भारत में नेताओं, सेना और रक्षा मंत्रालय के अफसरों और पूर्व वायुसेना प्रमुख एस.पी. त्यागी के परिवारवालों को घूस दी गई थी. सीबीआई को एक डायरी भी हाथ लगी है, जिसमें अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी की ओर से दी गई रिश्वत का पूरा ब्योरा है. डायरी में कथित तौर से कांग्रेस के कुछ नेताओं के नाम लिखे गए हैं.

सीबीआई को जो दस्तावेज मिले हैं उसमें पैसों का लेन-देन कोर्ड वर्ड के जरिए होने की बात सामने आई है. सौदे में शामिल विदेशी दलालों से मिले कागजात में एम, एफएएम, पीओएल और बीयूआर कोड वर्ड लिखे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए ये बात आती रही है कि सीबीआई इन कोड वर्ड्स को अहमद पटेल, त्यागी परिवार, दूसरे राजनेताओं और नौकरशाहों की तरफ इशारा मान रही है.

अहमद पटेल

इस मुद्दे पर अहमद पटेल ने कुछ महीने पहले बयान भी दिया था कि यदि उनके खिलाफ कोई आरोप साबित हो जाए, तो वह राज्यसभा और सार्वजनिक जीवन छोड़ देंगे. सीबीआई की कार्यप्रणाली को करीब से जानने वाले कहते हैं कि इस डायरी का हाल भी जैन हवाला डायरी जैसा ही होने वाला है. सीबीआई में पब्लिक प्रोसिक्यूटर रह चुके वरिष्ठ वकील एमपी सिंह कहते हैं, ‘जैन हवाला डायरी मामला देश के लिए और सीबीआई के लिए एक नजीर है’.

वो आगे कहते हैं कि ‘हवाला मुकदमे में भी एक डायरी सामने आई थी. जिसमें लालकृष्ण आडवाणी, मदन लाल खुराना, शरद यादव और चौधरी देवीलाल के नाम शामिल थे. नतीजा यह हुआ कि सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी सभी नेताओं को हवाला मामले से बरी कर दिया.’

एमपी सिंह के मुताबिक सीबीआई के पास एक डायरी है. जिसमें वो सीधे-सीधे किसी का नाम और उसका पूरा पता लिखे होने की बात का जिक्र करते हैं. लेकिन अदालत में ये कैसे साबित किया जाएगा कि किसी आदमी को 25 लाख या 50 लाख रुपए दिए गए हैं. जब हमारे पास लेन-देन की डिटेल नहीं हैं. जबकि मिशेल साफ मना कर रहा है कि वह उसकी डयरी नहीं है. अगस्ता वेस्टलैंड केस की डायरी में तो कोर्ड वर्ड में नाम लिखे हैं. जबकि जैन हवाला डायरी में तो पूरा नाम और रकम लिखी हुई थी. डायरी में नाम या रकम लिखते समय उस आदमी की मानसिक स्थिति क्या थी? कोर्ट इस पहलू पर भी ध्यान देती है.’

भारत की दो एजेंसियां ईडी और सीबीआई मिल कर अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे की जांच कर रही हैं. मिशेल की गिरफ्तारी से उस राज से पर्दा उठेगा जो पिछले कई सालों से राजनेताओं और अफसरशाही के गठजोड़ में दफन है. अगस्ता वेस्टलैंड मामले में तीन भगौड़े बिचौलियों में से एक कार्लोस गेरोसा भी अब भारत सरकार के निशाने पर है.

दूसरी तरफ मिशेल की गिरफ्तारी को मोदी सरकार पूरी तरह से भुनाने में लग गई है. इस चुनावी माहौल में मिशेल के मामले ने अब सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है. सत्ता पक्ष के नेताओं का साफ कहना है कि मिशेल की गिरफ्तारी से गांधी परिवार का चेहरा और बेनकाब हो सकता है. देश के प्रधानमंत्री तक ने इसे बड़ी कामयाबी मानते हुए कहा है कि अब सभी राज से पर्दा उठेगा वहीं दूसरी तरफ कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि मिशेल के बहाने सीबीआई उनके बड़े नेताओं को फंसाने का काम करेगी

दैहिक शोषण और मानसिक प्रताड़ना के बाद अब न्याय के लिए दर-बदर भटकने को मजबूर है सुमन

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में कार्यरत संजीव कुमार के हाथों पहले दैहिक शोषण होता रहा, मार पीट मानसिक परताडना के बाद अब न्याय के लिए दर-बदर भटकने को मजबूर सुमन

 

 

 

संजीव कुमार के साथ खींचीं कुछ तसवीरों में सुमन

AIBOC STRIKE ON 21.12.2018

AIBOC STRIKE ON 21.12.2018

DEMANDING:
• Full and Complete Mandate for officers (Scale I to VII) wage revision in 11th Bi-partite settlement

• Salary revision as per charter of demands only

• To ensure proper work-life balance of the bank officers and immediate introduction of 5 day
week

• Settlement of retirees issues including family pension/ updating of pension

• Focus on Core Business and NPA Recovery – Stop Mis-selling of Third Party Products

• Scrapping of NPS and switching over to Defined Pension Payment Scheme as existing

• Immediate resolution of HR issues in Catholic Syrian Bank and IDBI Bank

• Parity in Pension and other benefits of RRBs with Public Sector Banks

OPPOSING:
• Fractured Mandate

• The proposed amalgamation of Bank of Baroda, Vijaya Bank and Dena Bank

• The Government move to merge/ amalgamate existing Regional Rural Banks

• Unabated attack on Bankers in various parts of the country while discharging official duties

• Unilateral reduction of medical benefits of officers

• Steep increase in Medical Insurance Premium of Retirees

Details of Agitational Programme

05.12.2018 Strike Notice to IBA, RLC, Mumbai, DFS and CLC, New Delhi

07.12.2018 Evening time demonstration at all major centres and district
headquarters

10.12.2018 Poster campaign at all branches/ offices/ Rly.stn/ Bus stand

11.12.2018 Evening time demonstration at all major centres and district
headquarters

12.12.2018 Badge Wearing to commence and continue till the date of strike

14.12.2018 Centralised Dharna at Delhi and submission of Memorandum to
Hon’ble Finance Minister

17.12.2018 Demonstration at all Corporate/ Head/ Zonal/ Regional offices by
individual affiliates

19.12.2018 Press Conference at all State Headquarters

20.12.2018 Rally at evening time at all centres

21.12.2018 STRIKE

Police File

DATED 05.12.2018:

One arrested for consuming liquor at public place

A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place. Later he bailed out.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

MV Theft

Sajad Ali R/o # 454, Ph-2, BDC, Sector-26, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No. CH-01BA-7560 while parked at back side of his house on the night intervening 03/04-12-2018. A case FIR No. 370, U/S 379 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rajesh Kumar R/o # 1459, H.B. Colony, Sector-26, Panchkula, (HR) reported that unknown person stolen away complainant’s Bullet M/Cycle No CH-03(T)-9860 while parked near # 2384, Block No. 38, Sector-63, Chandigarh on the night intervening 29/30-11-2018. A case FIR No. 216, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Dharam Parkash Singh R/o # 337/1, Ph-6, Mohali (PB) reported that unknown person stolen away complainant’s Scooter No HR-2AP-1626 while parked near SCO No. 224-25, Sector-40/D, Chandigarh on 30-11-2018. A case FIR No. 457, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Amar Singh R/o # 522, Village-Kishangarh, Chandigarh reported that unknown person stolen away his son’s bi-cycle from outside of DAV School, Sector-8, Chandigarh on 22.11.2018. A case FIR No. 235, U/S 379 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Sector 42, Chandigarh reported that unknown person stolen away cash Rs. 22000/- from her residence on 04-12-2018. A case FIR No. 424, U/S 380 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 423, U/S 279, 337, 304A IPC has been registered in PS-36, Chandigarh on the complaint of Baljit Singh R/o # 19/1, Village-Kaimbwala, Chandigarh against driver of Swift car No. CH-01BD-9045 namely Baljinder Singh R/o # 3168, Sec-44D, Chandigarh who hit to complainant’s M/Cycle No HR-32F-3947 near dividing road, Sector-23/36, Chandigarh on 04.12.2018. Complainant & pillion rider namely Mamta got injured and admitted in GH-16, where Mamta declared brought dead. Driver of car arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A lady resident of Sector-7, Chandigarh alleged that a person namely Deepak cheated total Rs. 80,800/- from complainant regarding installation of tower at her plot in Rajpura, Mohali (PB). A case FIR No. 369, U/S 420, 120B IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Young man dies after incident at private spa pool at a home in Rotorua

Police are assisting St John at the scene


  • A young man has died after an incident in a private spa pool in Ohinemutu, Rotorua.

  • Police said emergency services were called to the property on Ariariterangi St about 9pm Tuesday.


Following the incident, a 24-year-old man has died and the matter has been referred to the Coroner.

Earlier tonight, St John spokeswoman Beverley Tse told the newsmen she couldn’t comment on the incident because it is taking place at a residential address.

 

Residents rage after Opito Bay pohutukawa tree poisoning

Opito Bay residents dismayed by the poisoning of their pōhutukawa trees, from left, John Sharp, Sue Rowsell, Jenny White, Yvonne Sharp, Helen Chapman, John Chapman and Jill Smith


Outrage and suspicion are sweeping a small Far North community after the poisoning of a row of beachfront pōhutukawa.

In recent weeks residents of Opito Bay, on the northern side of Kerikeri Inlet, noticed some of their trees are ailing. Several branches on one pōhutukawa are dead while other trees are shedding leaves.

A few days ago, however, a local realised their roots were riddled with holes and alerted the Far North District Council.

Drill holes show where Pohutukawa trees were poisoned at Opito Bay, Kerikeri.

An arborist inspected the trees on Wednesday and determined that someone had drilled holes in the roots and poured in poison.

The attack has shocked Opito Bay residents, who value the trees for their shade, prolific flowering and family history.

Yvonne Sharp, former Far North mayor, said she was shattered by the “disgusting and callous act of vandalism”. Her grandfather, Ralph Rowsell, bought the land at the tip of the peninsula about 65 years ago and many descendants still lived in the bay.

In the early 1970s the family planted a line of pōhutukawa trees along what used to be a “bleak and barren” shore to offer shade to families. The trees were now almost 50 years old and at least 15m tall.

The arborist told her the four affected trees, at the western end of the beach starting opposite Tikorangi Rd, would almost certainly die.

Sharp would not speculate on who could have poisoned the trees or why.

“I guess everyone has their thoughts … I do know that all our family members are aghast, they’re horrified. These trees mean a lot to us.”

She had been heartened, however, by people’s reactions as word spread of the attack.

A relative at the bay, Sue Rowsell, had seen a woman get out of her car, give the tree a tearful hug, and place flowers at its base.

Jenny White, Sharp’s sister, was also concerned about the effect on the tight-knit Opito Bay community.

“We’re going to get finger-pointing … It will create suspicion within the bay, which we’ve never had. It’s upsetting to think someone in our community could have done such a villainous thing.”

The trees’ demise would also make the shore vulnerable to erosion, she said.

Far North District Council asset manager Andy Finch said the trees would be inspected once a month with branches removed as they became unsafe.

Staff had spoken with Opito Bay residents in an effort to identify those responsible. He urged anyone with information to contact the council, confidentially, on communications@fndc.govt.nz.

In 2015 the previous government removed blanket protection for all trees on private urban land, except those listed as notable trees or in significant ecological areas.

However, the Opito Bay pōhutukawa are on a council reserve so are protected by the Resource Management Act and the Reserves Act.

Anyone found to have poisoned the trees could be prosecuted under either act. The RMA provides for fines of up to $300,000.

Earlier this month an Auckland man who lopped a pōhutukawa on his property was sentenced to 300 hours community service and fined $3500 because it was within a significant ecological area.

 

पंचकूला खटोली मर्डर केस में आज तीनों आरोपियों को किया कोर्ट में पेश मोहित समेत बाकी दो आरोपियों को किया कोर्ट में पेश

फोटो और ख़बर: कपिल नागपाल

पंचकूला खटोली मर्डर केस में आज तीनों आरोपियों को किया कोर्ट में पेश मोहित समेत बाकी दो आरोपियों को किया कोर्ट में पेश

फोटो : कपिल नागपाल

 

फोटो : कपिल नागपाल

जनक्रांति यात्राओं को मिले अभूतपूर्व समर्थन से हुड्डा बने प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता

चंडीगढ़:

लोकसभा चुनाव में करीब छह महीने और हरियाणा विधानसभा के चुनावों में साल भर का समय बचा है पर पिछले तीन महीने में प्रदेश का सियासी घटनाक्रम तेजी से बदला है। भाजपा सरकार द्वारा कई दांव पेंच खेलने के बावजूद इन हालातों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी मजबूत होकर उभरे हैं। जनक्रांति यात्रा के सातवें चरण में बरवाला में जिस तरह से भीड़ उमड़ी उससे सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज प्रदेश में हुड्डा के कद की बराबरी का नेता कोई नहीं है। जनक्रांति यात्रा में आने वाले जन सैलाब का आलम ये था कि बरवाला आने वाले सभी मार्गों पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही। बड़ी संख्या में लोग रैली समापन होने के बाद भी आते देखे गए। इंटक के सैकड़ों कार्यकर्ता रैली खत्म होने के बाद पहुंचे किंतु उनके हाथों में पार्टी के लहराते तिरंगे झंडों ने समां बांध दिया।

यात्रा में टोलियों के रूप में शरीक होते लोग जिस तरह नारेबाजी करते हुए और ढोल नगाड़ों की थाप पर थिरकते आ रहे थे वो चुनावी रैली का आभास करा रहे थे और भीड़ से गदगद जोश में भरे पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने दो पाटों के बीच फंसी इनेलो और अनुभवहीन प्रदेश भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उनके भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू होने और आगामी चुनावों में कांग्रेसी सरकार बनने के ऐलान पर उपस्थित लोगों ने नारों से आसमान गुंजा दिया। हुड्डा ने साफ कर दिया कि इनेलो की अंतर्कलह उनकी पारिवारिक जंग है और इनेलो नेताओं का जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले कर हुड्डा ने जता दिया कि भाजपा सरकार उनपर जितने मर्जी झूठे मुकदमे बनवा दे पर वे डगर से हिलने वाले नहीं हैं और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक रुकने वाले नहीं हैं।

जनक्रांति यात्रा में भारी संख्या में आये लोगों के बारे में राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि जनता के हुड्डा के प्रति लगाव की बड़ी वजह ये भी है कि उन्होंने अपने 10 साल के शासनकाल में कई ऐसी जनकल्याणकारी कामों को अमलीजामा पहनाया जिसे कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल भी नहीं किया था। जिसमें किसानों की कर्ज माफी, ट्यूबवेलों के 1600 करोड़ के बकाया बिलों की माफी, कर्ज अदायगी ना कर पाने पर किसानों की गिरफ्तारी पर रोक, शिक्षा के क्षेत्र में 12 विश्वविधालय, 5 मेडिकल कॉलेज, गरीबों के लिए 4 लाख 100-100 गज के प्लॉट, 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ना, 4 रेलवे लाइन मंजूर करवाने समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ नंबरदार और चौकीदारों को मानदेय प्रमुख हैं। जनक्रांति यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने जब अपना भविष्य का रोड मैप लोगों के सामने रख प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों, पिछड़ों के कर्जे माफ करने, बुढापा पेंशन तीन हजार माहवार करने, आधे दामों पर पूरी बिजली, बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी के लिए आवेदन निःशुल्क करने की घोषणा की तो लोगों ने जोरदार नारों और तालियों से उनका अभिवादन किया। जो इस बात का साफ संकेत था कि जनता उनकी बातों पर कितना विश्वास करती है। इस सफल आयोजन ने पार्टी को संजीवनी देने का काम किया है।

जहां तक कांग्रेसी नेताओं का सवाल है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शुमार हैं और पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं। वे किसानों के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं इसीलिए पार्टी उनकी सेवाएं दूसरे राज्यों में लेती रही है। बरवाला के मंच से हुड्डा ने कांग्रेसजनों से राजस्थान के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बढ़ चढ़ कर प्रचार प्रसार करने का आह्वान किया। उन्होंने संदेश दिया कि राजस्थान के चुनाव परिणामों का हरियाणा की राजनीति पर दूरगामी असर पड़ेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को अपने सांसद पुत्र दीपेन्द्र सिंह हुड्डा का भी बखूबी साथ मिल रहा है। अपने सादगी भरे व्यवहार से उन्होंने आज प्रदेश के युवाओं समेत हर वर्ग में अपनी खास पहचान बना ली है। जनक्रांति यात्राओं की कमान संभाल दीपेंद्र हुड्डा ने अपने राजनैतिक कौशल और दक्षता का बेहतरीन परिचय दिया है। भाजपा और इनेलो पर उनके तीखे हमलों की आज चहुं ओर चर्चा हो रही है।

ये तो भविष्य के गर्भ में है कि हरियाणा में राजनीति किस करवट बैठेगी और आगामी चुनावों में किस पार्टी का परचम फहराएगा, पर अगर कार्यक्रमों में आई भीड़ को पैमाना माना जाए तो आज भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का कोई सानी नहीं है। प्रदेश के लगभग हर हिस्से में जनक्रान्ति यात्रा घूम चुकी है और उन्हें सब जगह भरपूर समर्थन मिला है। इससे तय हो गया है कि हुड्डा आज प्रदेश के सभी वर्गों के एकमात्र सर्वमान्य नेता हैं। राजनैतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी को हुड्डा को अब हरियाणा में अपना खेवनहार बनाना ही होगा।