जिला व खंड स्तर पर मनाया जाएगा तीन दिवसीय गीता महोत्सव-पंकज सेतिया


जिला व खंड स्तर पर मनाया जाएगा तीन दिवसीय गीता महोत्सव-पंकज सेतिया


प्ंाचकूला 11 दिसम्बर:
गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर सरकार द्वारा जिला मुख्यालय व खंड स्तर पर 16 से 18 दिसम्बर तक तीन दिवसीय गीता महोत्सव का आयोजन सैक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष आॅडिटोरियम किया जाएगा।
गीता महोत्सव के भव्य एवं शानदार आयोजन को बैठक लेकर जिला सचिवालय स्थित कार्यायल में आयोजित संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए एसडीएम पंकज सेतिया ने बताया कि जिला स्तरीय एवं खण्ड स्तरीय गीता जयंती उत्सवों के माध्यम से पवित्र एवं धार्मिक ग्रन्थ गीता का संदेश जन जन तक पहंुचाना हैं ताकि प्रदेश का हर व्यक्ति गीता की पवित्रता को अपने जेहान में संजोकर अपने जीवन को सार्थक बना सके।
श्री सेतिया ने बताया कि गीता जयंती उत्सव के पहले दिन प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों एवं सामाजिक संगठनो का भरपूर सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षकों का सेमिनार आयोजित किया जागा। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन पुलिस एवं सरकारी विभागांे का सेमिनार आयोजित होने के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। इसी प्रकार उत्सव के तीसरे दिन आम जन की भागीदारी के साथ बड़े सेमिनार का आयोजन किया जाएगा जिसमें समाज के प्रबुद्ध नागरिक गीता अपने व्याख्यान एवं प्रस्तुति देंगे तथा कार्यक्रम में कुरूक्षेत्रा एण्ड गीता महोत्सव पर पर ग्लोबल चैंटिग एवं फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा।
एसडीएम ने बताया कि उत्सव के तीसरे दिन सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से नगर कीर्तन एवं भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी जिसमें गीता अध्याय के अनुरूप झांकियां तैयार करवाई जाएंगी, ताकि नागरिक गीता के संदेश से प्रेरित हो सकें। इस प्रकार गीता महोत्सव में शहर की सामाजिक संस्थाओं को शामिल कर उनसे भरपूर सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गीता महोत्सव के माध्यम से हर नागरिक व हर घर तक गीता का ंसंदेश पहुंचे और ताकि हर छोटा-बड़ा इस ग्रन्थ से प्रेरणा ले सके। जिला मुख्यालय पर गीता महोत्सव भव्य ढंग से आयोजित किया जाएगा।
इस मौके पर एसडीएम श्रीमति रिचा राठी, नगराधीश ममता शर्मा, लेखाधिकारी रविंद्र यादव, हरियाणा शिवालिक विकास बोर्ड के सदस्य एवं जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति के सदस्य श्याम लाल बंसल, जिला शिक्षा अधिकारी एचएस सैनी, संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन- 4 से 6    पंचकूला के उपमंडल अधिकारी नागरिक श्री पंकज सेतिया गीता उत्सव के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए

पांच राज्यों में हार के बाद अब देश से भी भाजपा की विदायगी की शुरुआत होगी: योगेश्वर शर्मा

कहा: दिल्ली में भाजपा का इस बार खाता भी नहीं खुलेगा

हरियाणा में हो रहे नगर निगम के चुनावों पर भी होगा इस हार का असर

पंचकूला,11 दिसंबर:

आम आदमी पार्टी का कहना है कि देश के तीन बड़े राज्यों में भाजपा की करारी हार और दो राज्यों में उसकी नाममात्र की उपस्थिति अब उसके लिए केंद्र से भी उसकी विदायगी की नींव रखेगी। पार्टी का कहना है कि आने वाले जिन जिन राज्यों में भी चुनाव होंगे भाजपा का इससे भी बुरा हश्र होगा क्योंकि अब देश के लोगों ने अपना गुस्सा खुलकर भाजपा के खिलाफ निकालना शुरु कर दिया है। पार्टी ने यह भी कहा है कि यह भाजपा के तानाशाही राज का अंत होने की शुरुआत भर है। और दिल्ली में तो भाजपा का खाता भी नहीं खुलेगा। पार्टी ने पांचों राज्य की जनता को भाजपा को उसकी असली जगह दिखाने के लिए बधाई दी है।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के अंबाला लोकसभा और जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के गिरते ग्राफ का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह आम चर्चा है कि वोट बैंक वटोरने के लिए केंद्र की सरकार ने आरबीआई के गर्वनर उर्जित पटेल पर अनुचित दबाब बनाने का प्रयास किया जिसके चलते उन्हें गर्वनर पद से त्यागपत्र देना पड़ गया। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के संभावित हश्र को ध्यान में रखते हुए ही उसके कई दिगगज नेताओं ने अगला चुनाव लडऩे से ही इंकार करना शुरु कर दिया है और कई फिलमी हस्तियों ने भी भाजपा के डूबते हुए जहाज में स्वार होने से साफ मना कर दिया है।

योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि हरियाणा में हो रहे नगर निगम के चुनावों पर भी भपाजपा की इन रनाज्यों की हार का सीधा असर पड़ेगा। क्योंकि लेाग अभी से ही जहां जहां नगर निगम के चुनाव हैं,वहां वहां राज्य की भाजपा सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहे हैं। पार्ट ी का कहना है कि सरकार की वायदा खिलाफी और उसकी गलत नीतियों से आजिज लोग अब भाजपा के उम्मीदवारों को अपने घर की दस्तक पर भी देखना नहीं चाहते। क्योंकि भाजपा ने प्रदेश व देश के लोगों से पिछले चार सालों में खूब छल किया है। आम आदमी की हालत इस पार्टी की सरकारों ने काफी खस्ता कर दी है। इस लिए लोग भी अब इस पार्टी को सत्ता से बाहर करने का मन बनाये बैठे हैं।

प्रदेश में होने जा रहे नगर निगम के चुनावों में भाजपा की हालत पतली होती अभी से साफ नजर आ रही है। लोग अब भाजपा के उम्मीदवारों को अपने घर गली या मुहल्लों में भी घुसने देना चाहते। इसी लिए सबने अपने अपने इलाकों में अपने घरों  के बाहर ऐसे शब्द लिखकर लगा डाले हैं जोकि भाजपा के प्रति लेागों की नारजगी को साफ दर्शातें हैं।  यही हाल भाजपा का आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी होगा। शर्मा ने कहा कि एन्हांसमेंट के मामले को लेकर सरकार से नाराज हिसार में जहां लोगों ने अपने अपने घरों के बाहर ये स्टिकर चिपका दिए हैं कि भाजपा उम्मीदवार डोरबैल न बजाये तो वहीं रोहतक में सोनीपत रोड़ के पास के इलाकें में किसी ने यह लिखकर कर टांग दिया है कि भाजपा को वोट न दें। इसके आलावा रोहतक में यह लिखकर टांगा गया है कि वोट मांग कर शर्मिंदा न करें। उन्होंने कहा कि हिसार में सेक्टरों की हाउस वैलफेयर एसोसिएशनों ने तो वकायदा भाजपा उम्मीदवारों को वोट न देने की अपील करने का अभियान छेड़ रखा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की यही खूबी है कि सरकार से नाराज सत्तारुढ पार्टी के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकते हैं। ऐसे में सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि जनता अपने साथ की गई वायदा खिलाफी के लिए या खुद को परेशान किए जाने के लिए सत्तारुढ पार्टी को कभी माफ नहीं करती और इसका सही वक्त आने पर मूंहतोड़ जाबाब देती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी लोगों की इन सभी समस्याओं को आने वाले समय में और भी जोरशोर से उठायेगी।

AIBOC   strongly  criticize the government move of merger /amalgamation of Public Sector Banks

On the call of All India Bank Officers Confederation , a body having more than 3.20 lac members across the country, held a massive demonstration , today , in front of Punjab National Bank , Bank Square Sector-17, Chandigarh, where more than 1000 bank officers participated and They demand their long pending Wage Revision as per Charter of Demand for all officer up to Scale VII, updation /revision of pension and family pension, introduction of five day week with immediate effect, stop mis- selling of third party products , focus on core business and NPA recovery , stop merger of Public Sector Banks. Speaking on the occasion Com Deepak Sharma, Joint General Secretary of AIBOC , strongly criticize the government and IBA for delay in their wage revision, which is due since November 2017 and demand immediate wage hike as per the charter of Demand for all the officers up to scale VII. He also demand immediate implementation of five day week . He further told that bank officers will observe 24 hour strike on 21st December to press for acceptance of their demands.

Speaking on the occasion Com T S Saggu, State Secretary, AIBOC   strongly  criticize the government move of merger /amalgamation of Public Sector Banks and said that on the one side government is issuing licenses to the new small banks and on the other side they are merging the PSBs in the name of weak banks. He stated the all most all the PSBs  are in operating profit and in net loss due to provisioning. Government is not serious about recovery from big corporate defaulters and are not making stringent laws for the recovery from them. He further stated that proposed 24 hour strike  on 21st December would be preceded by a series of massive agitation programmes across all the major centres and district headquarters, wearing of demand badges, display of posters at all Bank branches / offices / railway stations / bus stands, lunch time / evening time rally / demonstrations at all branches / offices and a Centralized Dharna at Delhi and at all State capitals and submission of Memorandum.

Others who were present on the demonstration are

Com. Ashok Goyal, Com Vipin Beri , Com . Arun Sikka Com D N Sharma, Com. H S Loona, Com. Neeru Saldi, Com. Balwinder Singh were also present on the venue.

 कांग्रेस की जीत पर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह

 

ब्रेकिंग् फ्रॉम झजजर

कांग्रेस की जीत पर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह

:  ढोल -नगाड़ो व लडडू बाटकर मनाई जीत की खुशी

: झज्जर के अंबेडकर चौक पर अशोक तंवर के कार्यकर्ताओं ने  ढोल बजाकर किया खुशी का इजहार

: कहा,  2019 में देश के प्रधानमंत्री होंगे राहुल गांधी

: कहा,  झज्जर का बेटा अशोक तंवर होगा हरयाणा का मुख्यमंत्री

AIBOC ANNOUNCES 24 HOUR NATIONWIDE STRIKE ON 21ST DECEMBER 2018

ALL INDIA BANK OFFICERS’ CONFEDERATION (AIBOC), the apex body of Bank Officers’ trade union movement comprising over 3,20,000 members announces a nationwide strike call on 21st December, 2018 demanding inter-alia, full and unconditional mandate for the XIth Bi-partite wage revision talks based on Charter of Demands submitted by four Officers’ organisations viz. AIBOC, AIBOA, NOBO and INBOC on the minimum wages concept, Focus on Core Business and NPA Recovery, Abolishing New Pension Scheme, Updation/Revision of Pension and Family Pension et al; while opposing the Amalgamation of Vijaya Bank, Dena Bank and Bank of Baroda, Merger/amalgamation of Regional Rural Banks, Attack and Assault on Bank officers across the country, Reduction of existing medical benefits, Steep hike in insurance premium of retirees etc.

It is worthwhile mentioning here that the Department of Financial Services, as early as on 12th January 2016 had urged the IBA and the member Banks to expedite the process so that the new wage structure can be implemented on the effective date i.e. 01st November 2017.  In spite of this communication and also many reminders from the Government, the negotiations ultimately commenced only on 02nd May 2017!

AIBOC notes with serious concern that absolutely no headway has been made in the process so far even after the elapse of 19 months since the discussions have begun. The lack of urgency becomes quite evident when one considers the fact that IBA has not been able to obtain “Unconditional Mandate”, the basic authority given by all the member Banks to IBA to negotiate on their behalf with the trade unions, from 5 Major Banks till date!  It has been a practice in the Bipartite Settlements so far, to negotiate salary structure of officers up to Scale VII.

AIBOC believes that it is nothing but a farcical logic to restrict the wage negotiations up to the officers in scale III whereas the entire officer community is covered under unified Service Regulations.

AIBOC strongly opposes the current move to restrict the salary settlements only up to Scale III by citing non-receipt of the ‘unconditional mandates’ from 5 Banks as a reason whereas as many as 15 Banks from the Public Sector and 2 Private Sector Banks have already given ‘unconditional mandates’.

AIBOC in its charter of demand submitted to IBA for negotiations have clearly demanded that the salary settlement for the officer community has to be on ‘Minimum Wage Concept’.  Negotiating Committee of the IBA seems to be showing scant regard for this important demand so far has not come out to discuss with us based on the lines of minimum wage concept and equal work-equal wage principle stressed upon in the Charter of Demands, thereby digressing once again from the Pillai Committee Recommendation of restoring parity in wages and perquisites of Bank Officers with Civil Service Officers. Instead of discussing based on our charter of demands, IBA has been offering pittance in terms of percentages in the negotiations so far.  AIBOC representatives had excused themselves during the wage revision talks held on 30th November, 2018 on failing to get any assurance from IBA on the mandate issue.

The strike call also features the burning issue of the announcement proposing to merge 3 Public Sector Banks and the consolidation of Regional Rural Banks. The merger announcement dated 17th September 2018, proposing to merge Bank of Baroda, Vijaya Bank & Dena Bank was defying all norms, even defying the parliament.  This is not only detrimental to the Indian Banking Industry, but inimical to the interest of the common man. AIBOC is protesting and mobilizing public opinion against this proposed merger across the country. The merger of PSU Banks along with Regional Rural Banks will result in closure of hundreds of Bank branches and affect the flow of credit to the rural sector, which will affect the agriculturists, farmers, MSMEs, SHGs, Women, students and the common man. We have also explored legal options in this regard by filing a Writ Petition in the Delhi High Court.  The merger of State Bank of India with its Associate Banks has already evinced that it was a disaster as SBI posted a humongous loss in FY’18. AIBOC will oppose this proposal in all possible forums.

The corporate masters who are trying to enter the Public Sector Banking space are already showing their true colour in Catholic Syrian Bank by unleashing mayhem inside the Bank.  The HR situation in IDBI Bank is a key issue in our strike call. AIBOC will be in the forefront in both these institutions to ensure that sanity is restored and normalcy returned.

Issues explained above will show that situations are allowed to worsen in many spheres so that a congenial atmosphere is created for the backdoor entry of corporates and NBFCs as probable saviours into the Indian Banking Industry. Whereas it is crystal clear that, it is the ‘Public Sector Banks’ who have shouldered the responsibilities of ‘Nation Building’  and there is no case here for any saviour per se.  AIBOC will make all out efforts to ensure that the sanctity of the Public Sector is preserved and the common man will have no barriers in accessing basic Banking Needs.

AIBOC will, therefore, observe a 24 hour Nationwide Strike on 21st December 2018 Opposing:-

 IBA’s reluctance to honour the ‘unconditional mandate’ submitted by the majority of the Banks   and limiting the scope of the Bipartite Negotiations only up to scale III.

 

  • The proposed merger of Bank of Baroda, Vijaya Bank and Dena Bank and the amalgamation of Regional Rural Banks

 

  • IBA’s reluctance to carry forward the negotiations as per the charter of demand submitted by the 4 Officers’ organisations

 

  • Unabated attack on Bankers in various parts of the country while discharging official duties.

 

  • Unilateral reduction of medical benefits of officers.

 

  • Dictatorial and oppressive regime in Catholic Syrian Bank and major HR issues in IDBI Bank

 

And other related issues.

 

More than 800 members of AIBOC from all the Banks assembled in front of Punjab National Bank, Bank square, Sector 17, Chandigarh today i.e. on 11.12.2018. Addressing to the gathering, Com. Deepak K Sharma, Jt. General Secretary, AIBOC and General Secretary, SBI Officers’ Association, Chandigarh Circle apprised the members that the proposed 24 hour Strike on 21st December, 2018 would be preceded by a series of massive agitation programmes across all the major centres and district headquarters, wearing of demand badges, display of posters at all Bank branches / offices / railway stations / bus stands, lunch time / evening time rally / demonstrations at all branches / offices and a Centralized Dharna at Delhi and at all State capitals and submission of Memorandum to the Hon’ble Finance Minister. The other members included Com. T S Saggu, State Secretary, AIBOC, Com. Sanjay Sharma, Convener UFBU Chandigarh,  Com Ashok Goyal, General Secretary, PNB Officers’ Association, Com. R K Arora, General Secretary, UCO Bank Officers’ Association,     Com. Sachin Katyal, General Secretary, Allahabad Bank Officers’ Association, Com. Shivani Sharma, Bank of India Officers’ Association , Com Nisha Kumari, Vijya Bank Officers’ Association, Com Navvrn Nishchal, Union Bank of India Officers’ Association, Com. Vipan Berri, Dy General Secretary, AIBOC Chandigarh, Com. Harvinder Singh, Vice President, AIBOC Chandigarh, Com. V. Trighatia, Vice President, AIBOC Chandigarh, Com. Naveen Jha, Corporation Bank Officers’ Association and Com. Balvinder Singh, IOB Officers’ Association.

 AIBOC is confident that all stakeholders will spontaneously join the movement and make the strike a grand success.

राजस्थान की 18 सीटों के चुनाव परिणाम और पल पल के नतीजे

टोक से सचिन पायलट जीते 41000 से

राजगढ से कृष्णा पूनिया चुनाव जीती

ये है 18 सीटों का परिणाम-

1. सांचोर से कांग्रेस के सुखाराम विशनोई जीते.

2. मांडल से रामलाल जाट कांग्रेस उम्मीदवार जीते.

3. डग से बीजेपी प्रत्याशी कालूलाल मेघवाल जीते.

4. जालोर से बीजेपी के जोगेश्वर गर्ग जीते.

5. आहोर से बीजेपी के छगन सिंह राजपुरोहित जीते.

6. भीनमाल से बीजेपी के पूराराम चौधरी जीते.

7. रेवदर से बीजेपी के जगसीराम कोली जीते.

8. मसूदा से कांग्रेस के राकेश पारिक जीते.

9. मावली में बीजेपी के धर्मनाराणय जोशी 25000 मतों से जीते.

10. किशनगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश टांक जीते, बीजेपी प्रत्याशी विकास चौधरी को हराया.

11. सिरोही से निर्दलीय प्रत्याशी संयम लोढ़ा जीते.

12. अजमेर दक्षिण से बीजेपी के वासुदेव देवनानी जीते.

13. बाड़मेर डेगाना से कांग्रेस के मेवाराम जैन जीते.

14. पचपदरा से कांग्रेस के मदन प्रजापत जीते.

15. जयपुर के सिविल लाइंस से कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास 14,191 वोटों से जीते

16. भरतपपुर कामां से कांग्रेस की जाहिदा खान ने दर्ज की जीत

17. पिंडवाड़ा- आबू से बीजेपी के समाराम गरासिया जीते. करीब 27 हजार वोटो से जीत दर्ज की.

18. झालरापाटन से बीजेपी की उम्मीदवार और सीएम वसुन्धरा राजे जीतीं।

एससी/एसटी कानून में संशोधन का फैसला आत्मघाती था: सुरेन्द्र सिंह गहरवार


सुरेंद्र सिंह ने कहा, एससी/एसटी कानून में संशोधन का फैसला आत्मघाती था


भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेंद्र सिंह ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन का ठीकरा एससी/एसटी कानून में संशोधन पर फोड़ा है. बीजेपी के बैरिया क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी सवर्णों का अपमान करके जीत का सफर तय नहीं कर सकती.

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का एससी/एसटी कानून में संशोधन का फैसला आत्मघाती था. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम अपेक्षा के अनुरूप ही हैं. जनता ने बीजेपी को आंशिक सबक दिया है. बीजेपी ने एससी, एसटी कानून पर अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सुधार नहीं किया तो लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ेगा.

उन्होंने कहा, ‘सवर्ण वर्ग बीजेपी का परंपरागत मतदाता है और जो अपनों को छोड़ कर पराए पर विश्वास करता है तो अपना भी चला जाता है और पराया भी.’

सुरेंद्र सिंह पहले भी अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहे हैं. इससे पहले उन्होंने बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत पर पुलिस को कटघरे में खड़ा किया था. उन्होंने कहा था, इंस्पेक्टर सहित एक कार्यकर्ता की हत्या पुलिस की लापरवाही से हुई है. अगर पुलिस गोहत्या करने वालों को समय से गिरफ्तार करती तो ऐसा नहीं होता.

मध्यप्रदेश नतीजे शिवराज उतारचढ़ाव के बीच सरकार बनाने के जुगाड़ में


खबर आ रही है कि बीजेपी घटते-बढ़ते आंकड़ों को देखकर जोड़-तोड़ करके सरकार बनाने की तैयारी में है


पांचों चुनावी राज्यों में मध्य प्रदेश ही ऐसा राज्य है, जहां से कोई भी साफ तस्वीर निकलकर नहीं आ रही. यहां कांग्रेस और बीजेपी आगे-पीछे हो रही हैं. अभी तक किसको बहुमत मिलेगा, ये साफ नहीं हो पा रहा है.

मध्य प्रदेश में बहुमत की सरकार के लिए 116 का नंबर चाहिए. रुझानों में अभी तक कांग्रेस को 111 सीटें मिली हैं और बीजेपी को 108 मिली हैं. वहीं अन्य 11 सीटें अन्य दलों के हिस्से में जा रही हैं. नतीजे आने तक ये आंकड़े बदलेंगे.

वहां के हालात देखकर लग रहा है कि वहां त्रिशंकु विधानसभा बनेगी. अगर दोनों पार्टियों में से किसी को भी बहुमत नहीं मिलेगा तो सत्ता की चाबी मायावती और निर्दलीय विधायकों के हाथ में होगी.

न्यूज18 के मुताबिक खबर आ रही है कि बीजेपी घटते-बढ़ते आंकड़ों को देखकर जोड़-तोड़ करके सरकार बनाने की तैयारी में है. खबर है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पर बीजेपी की अहम बैठक हो रही है. बीजेपी जरूर निर्दलीय विधायकों को अपने साथ लाने की कोशिश करेगी.

वहीं बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायवती के कदम पर भी सबकी नजर है. बीजेपी बीएसपी को अपनी तरफ मिलाने की कोशिश कर सकती है. लेकिन एबीपी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि बीएसपी एमपी में बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी. खबर है कि मायावती ने राज्य में लड़ रहे अपने उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाया है, ताकि उन्हें जोड़-तोड़ से बचाया जा सके.

मध्य प्रदेश में बीजेपी की पिछले 15 सालों से सरकार है. हालांकि इस बार जनता में बदलाव का माहौल बन गया था.

Five points to note, even before the last vote is counted for analysis

Madhya Pradesh, Chattisgarh and Rajasthan are three States where the Congress and the BJP are face to face.

Trends continue to fluctuate in Rajasthan and Madhya Pradesh, into the afternoon on the counting day, but one thing is clear — Amarinder Singh, the leader of the lean club of Congress chief ministers will have some new members joining. It is not yet clear, how many.

Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Rajasthan are three States where the Congress and the BJP are face to face, like Gujarat. In Telangana and Mizoram,the Congress is up against regional parties.

There are five points to be noted even before the results are complete

First, the BJP’s strongholds are under challenge. Madhya Pradesh, Rajasthan and Chhattisgarh, surrounding the Gujarat laboratory, are critical to Hindutva politics. The BJP has been in power since 2013 in MP and Chhattisgarh. The party sought to overcome anti-incumbency and corruption charges in these States by a high dose of Hindutva, generously deploying Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath for campaigning. Perhaps that strategy worked to some extent and prevented a complete collapse of the party, though not enough to secure a comfortable win anywhere. What lesson will the BJP learn from this, for its 2019 campaign? A likely scenario will be that it will go for a mix of fresh populist government schemes and a sharp escalation of its Hindutva rhetoric. The mandir slogan is dusted and ready, for relaunch any time. We can’t be sure of its outcome.

Second point to be noted is the impact of the results on Mr. Modi’s individual standing. It can be argued that it was Mr. Modi’s personal appeal that prevented a complete rout of the BJP in Madhya Pradesh and Rajasthan. It is possible that when the 2019 election will be framed as a verdict on Mr. Modi and his politics, the scenario could be different from what we see today. But the news scenario of a weakened BJP at the state level in critical regions will force Modi to place himself at the centre of the campaign as he had done in 2014 too. The difference now is that he is no longer a challenger to the regime. He is the regime. He will double down on attempts to contrast himself with Rahul Gandhi. And that strategy as we know by now, can cut both ways. That strategy will require a progressive degeneration of his vocabulary and could turn off at least some sections of the electorate. Moreover, Mr. Modi has to now outsmart Mr. Yogi in the Hindutva game. A more detailed analysis of how the Modi factor worked in comparison with the Yogi factor in these core regions of Hindutva is likely to be done by the RSS. The internal dynamics of Hindutva politics will now play out less subtly in the coming months.

Thirdly, this election proves that there is limit to cleverness. In Chhattisgarh, the BJP talked up the Ajit Jogi-Mayawati alliance as a third force and its government tacitly supported it. At the end of the day, the new formation took down the BJP that finished third in Bilaspur and surrounding region. Far from harming the Congress, Mr. Jogi’s exit turned out to be boon for the Congress and his new party and the coalition contributed to the BJP’s downfall.

Fourth point is about Congress. This election puts the Congress party, and more specifically its president Rahul Gandhi, as the central character of opposition politics nationally. How the Congress will process its new status, how it will try to project that into other states where it is not the principal opponent of the BJP such as U.P and negotiate with regional partners are critical factors to track as India shifts gear to the campaign for the 17th general election next year.

Fifth point is how will the regional parties process the new status of the Congress as they are themselves wary of any improvement in the fortunes of India’s Grand Old Party. For their continuing prominence in their respective regions, they need the BJP as an enemy more than they need Congress as a friend. In 2004, this apparent contradiction was overcome by the genius and authority of Harkishan Singh Surjeet, then general secretary of the CPI (M). The CPI(M)’s own standing as a national party, without any claim for itself helped. In the absence of such a figure amongst them, can non-Congress parties forge an understanding that will bring them together around a Congress nucleus to form a national anti-BJP coalition? That question remains open today.

Police File

DATED 11.12.2018: 

 

Missing/Abduction

A lady resident of Distt.-Mohali, Punjab alleged that a person resident of Chandigarh abducted/kidnapped her daughter age about 17 years from # 1707, Sector-25, Chandigarh on 09.12.2018. A case FIR No. 350, U/S 363 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

One arrested for Eve-teasing

A lady alleged that unknown driver of auto No. PB-65AH-5117 sped away after eve-teasing/Quarrel and misbehaves with complainant near Kisan Bhawan Chowk on 08.12.2018. A case FIR No. 430, U/S 336, 509, 354/D, 506, 323 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Later on accused person namely Pardeep Kumar R/o Jhuggi No.1882, Sector-25/D, Chandigarh age 22 yrs has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Sh. Sawan Lal R/o # 2014/9, Sector-32/C, Chandigarh reported that unknown person stolen complainant’s cash Rs. 2,50,000/-,  01 set of gold necklace with 02 gold ear tops, 02 gold earrings, 02 gold ear tops,  03 gold mangalsutra, 02 gold rings, 01 gold chain, 07 pair silver anklets after breaking locks from his residence on 10-12.2018. A case FIR No. 432, U/S 380, 454 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Vineet Sood R/o # 485, Pancham Enclave, Sector-48, Chandigarh reported that 04 unknown persons stole away 04 kg vita ghee and some eatable items after breaking the lock of his shop from Vita booth, Mini Market, Sector-48, Chandigarh on 10.12.02018. A case FIR No. 217, U/S 380, 457, 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Action against violation of orders of DM, UT, Chandigarh

A case FIR No. 437, U/S 188 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh against Paramvir Chouhan R/o # 47/7, Village-Behlana, Chandigarh who did not give information of tenant and violated the orders U/S 144 Cr.P.C of DM, UT, Chandigarh. Later he bailed out.

MV Theft

          Sh. Ram Singh R/o # 439/C, EWS Colony, Village-Dhanas, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa Scooter No. CH-01AT-3530 while parked near his residence on night intervening 09/10.12.2018. A case FIR No. 300, U/S 379 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Nagraj R/o # 1592, Village-Mauli Jagran, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Bajaj Pulsar Motor Cycle No. CH-01AY-8428 while parked near Shree Sai Baba Mandir, Sector-29, Chandigarh on 09.12.2018. A case FIR No. 350, U/S 379 IPC has been registered in PS-Indl. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Sh. Trilochan Singh R/o # 1041, Sector-8/C, Chandigarh reported that Harmohinder kaur and Puneet Pal Singh both R/o Gurudwara Nirmal Takhat, Village-Kakoha, Distt.-Jallamdhar, Punjab cheated complainant cash Rs. 20 lacs which was given as earnest money regarding sale of property at village-Padhana, Tehsil-Nilokheri, Distt.-Karnal, Haryana on 21.07.2008. A case FIR No. 429, U/S 406, 420, 120B IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

       Sh.  Anoop Singh Cheema R/o # 30/D, Sector-30/B, Chandigarh alleged that Munish Soni, Mrs. Manju and Shivam al R/o # 64/A, Sector-30/B, Chandigarh attacked on complainant and his son namely Hardev Singh with sharp weapon near his residence on 27.08.2018. Complainant son namely Hardev Singh got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. In this regard, a case FIR No. 349, U/S 323, 326, 506, 34 IPC has been registered in PS-Indl. Area, Chandigarh on the directions of Hon’ble Court. Investigation of the case is in progress.

Theft

  1. Daya Nand No.3228/CP reported that one person namely Surya Karan R/o Village-Khanpur Khurd, Distt.-Sonipat, Haryana stolen Force Cruiser No. HR-56A-7749 by using Duplicate key from Sector-16/17 dividing road at drunken naka which was impounded by traffic staff on 10-12-2018. A case FIR No. 377, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.