रमन सिंह के गढ़ में कांग्रेस मांग रही अटल के नाम पर वोट


सत्तारुढ़ दल बीजेपी के नेता कहते हैं कि बीजेपी और वाजपेयी एक दूसरे के पर्याय हैं. वहीं कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री की सीखों से मीलों दूर है


अक्सर यह कहा जाता है कि नाम में क्या रखा है? हां, नाम में ही काफी कुछ होता है, खासकर छत्तीसगढ़ के इस निर्वाचन क्षेत्र में जब भरोसा करने लायक नाम अटल बिहारी वाजपेयी का हो, जहां बीजेपी के उम्मीदवार मुख्यमंत्री रमन सिंह का कांग्रेस की प्रत्याशी पूर्व प्रधानमंत्री की भतीजी करुणा शुक्ला से चुनावी मुकाबला है.

दोनों ही दल वाजपेयी के नाम पर वोट बटोरने की यथासंभव कोशिश में लगे हैं. सत्तारुढ़ दल बीजेपी के नेता कहते हैं कि बीजेपी और वाजपेयी एक दूसरे के पर्याय हैं. उधर, शुक्ला का आरोप है कि मुख्यमंत्री बीजेपी के इन कद्दावर नेता की विचाराधारा का पालन करने का दावा कर अपना दोहरा मापदंड दिखा रहे हैं क्योंकि राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री की सीखों से मीलों दूर है.

चुनाव प्रचार में जुटीं शुक्ला ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘बीजेपी ने अपना ‘चाल, चरित्र और चेहरा’ बदल लिया है. अब वह वैसी पार्टी नहीं है जिसकी संकल्पना अटल जी और आडवाणी जी ने की थी और राज्य के लोग यह जानते हैं.’

2013 में बीजेपी छोड़ने से पहले पार्टी की केंद्रीय पदाधिकारी रह चुकीं शुक्ला ने कहा, ‘इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि मैं अटल जी की भतीजी हूं. उनकी सीख और साहस मेरे खून में हैं. मैं उनके सिद्धांतों से निर्दिष्ट होती हूं. राजनांदगांव के लोग जानते हैं कि यदि कांग्रेस चुनाव जीत गई तो मैं भ्रष्टाचार में डूबे इस राज्य में सुशासन का आदर्श कायम करुंगी.’

अटलजी की सीखों से मीलों दूर है रमन सिंह की सरकार

तीस साल तक जुड़े रहने के बाद बीजेपी से निकलकर शुक्ला फरवरी, 2014 में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गईं. बीजेपी नेता के तौर पर उन्होंने 2004 में जांजगीर से लोकसभा चुनाव जीता लेकिन 2009 में वह कोरबा से हार गईं.

कांग्रेस ने अब उन्हें मुख्यमंत्री के गढ़ समझे जाने वाले क्षेत्र राजनांदगांव से चुनाव मैदान में उतारा है. शुक्ला ने कहा, ‘रमन सिंह मुझे अपनी बहन कहते हैं. वह दावा करते हें कि वह अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा पर चलते हैं. जहां तक मैं जानती हूं कि यह सरकार अटलजी की सीखों से मीलों दूर है. यह उनका (मुख्यमंत्री का) दोहरा मापदंड है.’

बीजेपी ने सिंह के निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव को स्थानीय बनाम बाहरी के मुकाबले के रुप में पेश किया है. प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि शुक्ला बाहरी हैं और मतदाता यह बात जानते हैं.

एक अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि बीजेपी सुशासन और विकास के नाम पर वोट मांग रही है. अटलजी समेत पार्टी के सभी नेता और उनकी विरासत निश्चित ही पार्टी के अभियान का हिस्सा है.

कांग्रेस ओर एनसीपी को मुस्लिम तुष्टिकारक नीति की वजह से यह नाम नहीं बदले जा रहे: शिव सेना


शिवसेना की तरफ से महाराष्ट्र के औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने की मांग उठाई गई है 

औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर देना चाहिए.


इलाहाबाद और फिर अयोध्या जैसे बड़े शहरों का नाम बदलने की राजनीति का असर पूरे देश में उभर कर सामने आ रहा है. बता दें कि इन दो बड़े शहरों के बाद अब गुजरात और महाराष्ट्र में भी नाम बदलने की मांग उठ रही है. खबर है कि अब शिवसेना भी नाम बदलने की राजनीति करने पर उतर गई है. शिवसेना की तरफ से महाराष्ट्र के औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने की मांग उठाई गई है. शिवसेना नेता मनीषा कयांडे ने कहा कि इनके नाम संभाजी नगर और धाराशिव रखा जाए.

मनीषा कयांडे ने कहा कि ये मांग काफी लंबे समय से की जा रही है लेकिन कांग्रेस और एनसीपी की वजह से यह नाम नहीं बदले जा रहे हैं. इसकी वजह मुस्लिम वोटर्स हैं. इससे पहले शिवसेना सांसद संदय राउत ने भी नाम बदलने की राजनीति पर ट्वीट किया था कि योगी ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया. इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया. अब सीएम फडणवीस को औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर देना चाहिए.

भाजपा से रूठे सरताज, होशंगाबाद से अब कांग्रेसी उम्मीदवार


इधर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी कर के सरताज सिंह को होशंगाबाद सीट से टिकट देने वाली बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी है


चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच जैसे-जैसे पार्टियां उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं, वैसे ही सरगर्मियां बढ़ रही हैं. अपनी पार्टी से टिकट ना मिलने पर कुछ नेता पार्टी भी बदल रहे हं. ऐसे ही दल बदलने वालों में मध्यप्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह का नाम भी शामिल हो गया है.

मध्यप्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी की तीसरी सूची जारी होने के बाद बीजेपी के असंतुष्ट और दरकिनार कर दिए गए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस के स्टेट मीडिया पैनलिस्ट राजेन्द्र ठाकुर ने होशंगाबाद आरओ कार्यालय से सरताज के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र लिया है. उन्हें होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार टिकट दिया जा रहा है. इधर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी कर के सरताज सिंह को होशंगाबाद सीट से टिकट देने वाली बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी है.

सरताज के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी संगठन मंत्री उन्हें मनाने उनके घर पहुंचे थे लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. कहा जा रहा था कि बीजेपी की तीसरी सूची में अपना नाम न देखकर सरताज फूंट-फूंटकर रोने लगे थे. उन्होंने कहा, ‘मैं घर में बैठकर घुट घुट कर रोने वालों में से नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मैं लड़ूंगा तो मैदान में और मरुंगा तो मैदान ए जंग में.’

सरताज ने इससे पहले न्यूज 18 से बातचीत में कहा था कि कांग्रेस ने इटारसी और होशंगाबाद से टिकट का ऑफर दिया है. सरताज सिंह ने साफ कहा वो चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन सिवनी मालवा से अब खड़े नहीं होंगे. आख़िरी फैसला कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद ही किया जाएगा. बीजेपी के इस वरिष्ठ नेता ने पार्टी के रुख़ पर निराशा जतायी और याद दिलाया कि हमने मुश्किल सीट पर पार्टी को जीत दिलाई थी.

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वो राजनगर सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.

अलगाववादियों ने जन॰ रावत को धमकाया


सिख फॉर जस्टिस ने जनरल रावत को कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है

जन॰ रावत ने हाल ही में अपने ब्यान में कहा था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी


खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप सिख फॉर जस्टिस ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के पंजाब में माहौल बिगाड़ने वाले बयान पर बड़ी धमकी दी है. खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने जनरल रावत को रेफरेंडम 20-20 से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा है कि अगर रेफरेंडम 20-20 को दबाने की कोशिश की गई, तो ‘सिख फॉर जस्टिस’ बिपिन रावत के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में लीगल रास्ता भी ले सकता है.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने हाल ही में बयान दिया था कि पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के लिए ‘बाहरी संबंधों’ के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं. अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देर हो जाएगी. वह भारत में आंतरिक सुरक्षा की बदलती रूपरेखा: रुझान और प्रतिक्रियाएं विषय पर आयोजित एक सेमिनार में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, रक्षा विशेषज्ञों, सरकार के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को संबोधित कर रहे थे.

इस कार्यक्रम में जनरल रावत ने कहा कि असम में विद्रोह को पुनर्जीवित करने के लिए बाहरी संबंधों और बाहरी उकसावे के माध्यम से फिर से प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा,पंजाब शांतिपूर्ण रहा है लेकिन इन बाहरी संबंधों के कारण राज्य में उग्रवाद को फिर से पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. हमें बहुत सावधान रहना होगा.

नेपाल कांग्रेस के पूर्व सांसद राजू बंसल से मिले


नेपाल से पूर्व सांसद राजू,विजय बंसल को पिंजोर में मिलने पहुंचे
डांग लोकसभा से दो बार रह चुके है सांसद, नेपाली कांग्रेस के थे उम्मीदवार


पिंजोर:

नेपाल लोकसभा के पूर्व सांसद व नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार राजू खनाल , पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार व हरियाणा किसान कांग्रेस के प्रदेशउपाध्यक्ष विजय बंसल को उनके निवास स्थान पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार सुरक्षा मंच के कालका विधानसभा अध्यक्ष तथा जाने माने उद्योगपति वेद गर्ग के साथ मिलने पहुंचे। इस मौके पर पूर्व सांसद,नेपाल ने बंसल को दीपावली की बधाई भी दी। राजू खनाल ने विजय बंसल से राजनीतिक मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा भी करी।राजू खनाल ने विजय बंसल के उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य व बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी करी। राजू खनाल ने बताया कि विजय बंसल द्वारा जनहित व समाजहित में करवाए गए विकास कार्य सराहनीय है।

विजय बंसल ने पूर्व सांसद का भारत आगमन पर स्वागत किया और पांडवकालीन धरती पिंजोर के बारे इतिहास भी बताया। इस मौके पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन, एनएसयूआई के राष्ट्रीय मीडिया कॉर्डिनेटर दीपांशु बंसल ने भी पूर्व सांसद, नेपाल राजू खनाल का भारत आगमन पर स्वागत कर आभार प्रकट किया।राजू खनाल ने बताया कि उनको मिले प्यार के लिए सदा आभारी रहेंगे। नेपाल के पूर्व सांसद ने विजय बंसल को परिवार सहित नेपाल आने का न्यौता भी दिया।इसके साथ ही उन्होने बंसल को जानकारी दी कि नेपाल के विकास में विशेषकर हरियाणा के अग्रवाल समाज के लोग, व्यवसाय-धार्मिक तथा सामाजिक कार्यो में विशेष योगदान दे रहे है। राजू खनाल नेपाल की डांग लोकसभा से दो बार सांसद रह चुके है व नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार रहे है।

विजय बंसल ने बताया कि जब वह कालका कालेज छात्र काउंसिल के अध्यक्ष थे तो उन्हें कालेज के छात्रो का एक ट्रिप नेपाल वर्ष 1984-85 में लेकर जाने का अवसर प्राप्त हुआ था व अब पूर्व सांसद के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि काफी जल्द नेपाल जाएंगे। राजू खनाल ने कहा कि वह कामना करते है कि आने वाले चुनावों में बंसल कालका का नेतृत्व हरियाणा की विधानसभा में करे ताकि जनहित की समस्याओ का समाधान हो सके।विजय बंसल के परिवार व समर्थकों ने पूर्व सांसद का आभार प्रकट किया।

Person and six aides arrested for cheating in laws

8.11.18

Chandigarh Police achieved a major success in “Cheating case  ” by arresting 7 accused by the team of Police Station-36 Chandigarh.

On 31.10.18 Case FIR no. 388 dt. 31.10.18 u/s 419,420,468,34 IPC, PS-36, Chd was registered on the complaint of Mr. Pappu Kumar S/o Mahendra Pal R/o H No 1511, Sec 52, Chd. Age 35 yrs in which he  stated that on 31.10.18 in morning two unknown persons (one Sikh & one Hindu gentleman) came at  his residence and introduced themselves as Income Tax Officers by showing their fake ID cards. The said men started frisking their house and taken away one bag containing Cash  Rs 8 Lakhs, One gold necklace (2 tolas), 2 ladies gold ring, 2 gents gold rings, silver and some documents.  The alleged persons told that their Office is situated at backside ISBT 43 and if he wants to release the property they have to come with proof of the said property at their office. There after, complainant searched IT office near ISBT, Sec-43, Chd but when they did not found the same they informed the Police  about the incident.

During the course of investigation on 7.11.18 the following accused were arrested and recovery effected against their names is as under:-

sr no FIR DATED U/S NAME OF ACCUSED DATE OF ARREST PROPERTY RECOVERED
1. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Amarbir Singh S/o Major Singh  R/o Gurusewak Nagar Dhnola  Barnala age 35 yrs 7.11.18 one lakh

395 Gm Silver

2. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Vikcy Kumar S/o Lt. Sh Mangla Ram R/o Back side Ram Bag , Barnala age 25 yrs 7.11.18 one lakh

415 Gm Silver

3. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Bhupinder Singh S/o Kultar Singh R/o Vill Upple Distt Barnala  age 45 yrs 7.11.18 one lakh

430 Gm Silver

4. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Charanjit Singh S/o Mahinder Singh R/o SAS Nagar Gali no. 12 near Taraksil Singh Chowk Barnala age 47 yrs 7.11.18 one lakh

395 Gm Silver

5. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Virender Singh s/o Magar Singh R/o Vill Galoli Distt Patiala age 24 yrs 7.11.18 one lakh

415 Gm Silver

6. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Manish Kumar S/o Sunder Pal R/o Peer colony Chungra Raod Patran Distt. Patiala age 28 yrs 7.11.18 one lakh

425 Gm Silver

7. 388 31.10.18 419, 420, 468, 34 IPC Prem Kumar S/o Vimal Kumar S/o Sabji Mandi near Santoshi Mata Mandir Patran Distt. Patiala Pb age 27 yrs, 7.11.18 one lakh

540 Gm Silver

The all accused are on 3 days Police remand and during the course of interrogation of accused the story behind this incident has come to light that complainant’s mother are three sisters who are having 5 son in laws and all are residing in Patran, Distt. Patiala, Pb. The accused Virender Singh  who is cousin brother of Ramandeep Singh the brother-in-law of complainant, got information that Mrs Shakuntla the mother-in-law of Ramandeep Singh is having a huge amount of cash and gold and silver ornaments in her house. As the accused Virender Singh is not having cordial relations with complaint’s family. So he along with his friend accused Prem Singla  hatched the criminal conspiracy to get out the money and gold ornaments from the house of complainant. In furtherance of this conspiracy they made contact with Charanjit @ Channi & Vicky who are previously involved in robbery cases in Barnala & Jalandhar Pb. Approx 15 days before the crime accused Virender along with Prem Singla and Manish came at Sec-52, Chd and Virender Showed them complainant’s house and they made reccee around the house.

After that accused Charanjit, Vicky, Amarbir, Manish,  Bhupinder, Virender & Prem Singla with the connivance of each other made plan to commit this crime and constituted a fake Income Tax officers team by preparing their fake ID cards.  On  31.10.18 accused Vicky, Amarbir, Manish,  Bhupinder & Prem Singla came in Sec-52, Chd by their I-10 car no. PB19-N-2948. Accused Amarbir and Vicky went at house no. 1511 by introducing themselves as Income Tax officers by showing fake ID cards. Manish was stood in front of house and rest of the accused Prem Singla and Bhupinder were  seated in the Car, parked near School Sec-52, Chd. After committing the crime all accused fled away by their car.

After that all accused reached at Barnala where they divided cash about Rs.1 Lakh 15 thousand and jewellery each among them. There after they went to their homes after taking their shares. All the accused had spent approx Rs. 15000/- from their shares by arranging parties.

RECOVERY:-

  1. 7 lakh cash.
  2. 3 KG silver.
  3. Involved I-10 car no. PB19-N-2948
  4. Fake ID Cards of Income Tax Dept.

All the accused are on Police remand and further more recoveries/involvements   in other crimes of tricity are likely to be effected from them.

चंडीगढ़ में राजनीति गरमायी , क्या आप में शामिल होंगे हरमोहन धवन 


हरमोहन धवन सहित चंडीगढ़ के  सभी बुद्धिजीवी व  जागरूक निवासियों को आप पार्टी में जुड़ने का आह्वान – प्रेम गर्ग 

आप पार्टी पलकें बिछा कर हरमोहन जी का करेगी स्वागत, अब गेंद धवन जी के पाले में 


चंडीगढ़ 8 नवम्बर
आम आदमी पार्टी के कन्वीनर प्रेम गर्ग ने  पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन को मिल कर उनको आआपा पार्टी के सदस्य बनने का औपचारिक आमंत्रण दिया।गर्ग ने  कहा कि वह शहर के सभी  बुद्धिजीवियों ओर जागरूक निवासियों को पार्टी में  शामिल होने का आह्वान  करते हैं।
श्री गर्ग ने कहा कि पिछले कुछ सालों में ही शहर की आबो हवा बदल गयी है।आज किसी भी डिपार्टमेंट में बिना पैसे के लेंन देंन के कोई भी काम नही होता, चण्डीगढ़ जो कि पूरे विश्व मे सिस्टम ओर सफाई के लिए जाना जाता था आज वोट बैंक की राजनीति ने इसके सारे सिस्टम को ही खराब कर दिया। जिन वेंडर भाईओ को एक सुनिश्चित जगह देनी थी उनको वो जगह न देकर उनको सड़को के किनारे बैठने को मजबूर कर दिया गया है। और ये सब बिना लेंन देंन के हो रहा हो ये मुमकिन नही है। उन्होंने पूछा है कि क्यो  प्रशासन ज्वलंत मुद्दों का पक्का हल नहीं निकाल पा रहा है
इसी तरह से पिछले चार साल से कलोनी वालो के लिए मकान तैयार होने के बाद भी अभी तक उनको अलाट नही किये गए क्यो,,?
क्या उसको भी चुनाव की तारीख के इंतज़ार तक रोके रखे हुए है?
इसीलिये  चंडीगढ़ को बचाने का आखिरी रास्ता अख्तियार कर हम धवन जी को पार्टी में आने का आमंत्रण दे आए है।
इस मौके पर पार्टी के प्रवक्ता सोनी ने कहा कि शहर के लोग पिछले चार साल से खुद को अनाथ महसूस कर रहे है मौजूदा सांसद ने पिछले सालों में शहर के कोई भी काम नही किया शहर लावारिस की स्थिति में है। हम लोग आने वाले चुनाव की तैयारी के मध्यनज़र शहर के सभी लोगो से आह्वान करते है ,की  शहर को बचाने की लिये एकजुट हो ताकि शहर का मूल स्वरूप बचाया जा सके।
इस मौके पर आप के विक्रम पुंडीर,विजयपाल सिंह, पीपी घई, कौशल,योगेश सोनी,आदि मौजूद थे।

Ahmedabad risks UNESCO status tag


Official says renaming city to Karnavati would be illogical


Though Gujarat’s deputy chief minister has announced the government’s readiness to rename Ahmedabad city as ‘Karnavati’, the UNESCO World Heritage City tag it has won last year may not make that possible.

In tune with the rightwing sentiments here, soon after Uttar Pradesh chief minister renamed Faizabad district as Ayodhya, Gujarat’s deputy chief minister Nitin Patel said that the Gujarat government is keen to rename Ahmedabad as ‘Karnavati’.

A few days ago, the Yogi government changed the name of Allahabad to Prayagraj. Renaming of Ahmedabad as ‘Karnavati’ had been a long pending demand of the Sangh Parivar constituents here due to the presence of an ancient Karnmukteshwar temple in the old city.

Despite the BJP-controlled Ahmedabad Municipal Corporation (AMC) as well as the Gujarat Assembly passing resolutions towards that effect during the tenure of Atat Behari Vajpayee at the Centre, the city could not be renamed as ‘Karnavati’ as the then NDA partners like AIADMK and Trinamul Congress did not agree to the idea.

Though the BJP is once again in power at all three levels like the local civic body, the Assembly and the Centre, the latest hurdle to the city’s renaming attempt is its UNESCO World Heritage City tag earned last year after at least a decade’s efforts.

Ahmedabad has earned the World Heritage City status on the basis of structures and architecture built during the period when it carried the present name, said Debashish Nayak who had led the committee which prepared the framework and documents to stake the claim for the global honour.

It is logical to retain the name for which the heritage tag has been earned, Mr Nayak told The Statesman on Wednesday.

He explained that the ancient names like Ashawal and Karnavati being quoted in favour of the renaming bid were only some ‘outposts’ of the city which later became Ahmedabad where the structures were built that brought the World Heritage city tag.

There is no rule to ban renaming of the city, but the logic behind the Heritage tag should continue, reasoned Mr Nayak.

Probably realising the difficulties in renaming the city after it earned the World Heritage City tag, chief minister Vijay Rupani had himself announced in the state Assembly earlier this year that the Gujarat government has not sent any such proposal to the Centre in the last two years.

Slamming the BJP government over the issue, state unit Congress spokesperson Manish Doshi, however, said that the promise to rename Ahmedabad was just another “poll gimmick” by the ruling party. “For the BJP, issues like construction of a Ram temple in Ayodhya and renaming Ahmedabad to Karnavati are simply ways to get votes of Hindus,” said Doshi.

“BJP leaders dump such issues after coming to power. They only cheated Hindus all these years,” he added.

Three civilians, CISF jawan killed in IED blast in Chhattisgarh


Two CISF personnel were also injured in the blast triggered by Naxals and have been shifted to a hospital.


Five people including a CISF jawan were killed after Naxals blew up a bus using an improvised explosive device (IED) near Bacheli in poll-bound Chhattisgarh’s Dantewada district as the state prepares to go for the first phase of elections on November 12.

Four civilians were among those killed in the blast.

Two CISF personnel were also injured in the blast triggered by Naxals and have been shifted to a hospital.

Earlier on Tuesday, Naxals torched a bus after asking its passengers to get down in the state’s Bijapur district. No passengers were injured in the incident, police said.

The private bus was on its way to Usoor from Bijapur town when eight Naxals, some of them armed, stopped it near Usoor, around 450 km from Raipur. There were some 35 passengers on the bus. The Naxals asked them to get down and then set it on fire, he said.

In another incident in Bijapur district, a 52-year-old man, abducted by Naxals three days ago, was found killed, the official said. Aaytu Hemla and another person had been abducted on November 3 from village Baddepara in Gangaloor area, he said.

Hemla’s body was found in the forest near his village Tuesday while the other man was reportedly released, he said.

As per the preliminary information, Naxals had accused Hemla of being a police informer. He was found strangulated.

October 30, Naxals had attacked the Doordarshan TV crew during an election coverage in which Doordarshan cameraperson Achyutananda Sahu was killed. Three security personnel were also killed in the attack.

Last month, at least four jawans of the Central Reserve Police Force (CRPF) were killed after Naxals blew up a bunker vehicle in Chhattisgarh’s strife-torn Bijapur district.

In a “huge achievement” as termed by the government, 62 “hardcore Naxals” surrendered before security forces in Chhattisgarh on Tuesday. Of the 62 Naxals, 55 surrendered with their arms and ammunition in Narayanpur district.

The ultras have called upon voters to boycott the assembly polls, scheduled to be held in two phases next month.

Security forces have been finding Maoist posters and banners appealing for poll boycott almost every day in south Bastar.

The first phase of polls will be held on November 12 covering 18 constituencies across eight Naxal-affected districts namely Bastar, Kanker Sukma, Bijapur, Dantewada, Narayanpur, Kondagaon and Rajnandgaon. The remaining 72 constituencies will go to polls on November 20.

The counting of votes will be taken up on December 11.

Two offices of NSS, an organisation representing the upper-class Nair community, was attacked in Kerala on Wednesday


Nair Service Society (NSS) taluk union had conducted a rath yatra two days back in protest against women entry in Sabarimala.


Two offices of Nair Service Society (NSS), an organisation representing the upper-class Nair community, was attacked in Kerala on Wednesday for taking a stand against the Supreme Court’s verdict on Sabarimala.

Miscreants threw stones at NSS Karayogam building at Paravur in Kollam damaging the glass panes.

NSS taluk union had conducted a rath yatra two days back in protest against women entry in Sabarimala. NSS local leaders say this could be the cause of the attack. Police have registered a case and started investigation into the incident.

In another act of vandalism, NSS Karayogam office at Kudassanadu in Alappuzha was attacked and black flags were hoisted at the office there and a school run by NSS on Wednesday early morning.

A wreath was also laid offering condolence to NSS general secretary R Sukumaran Nair. The NSS leadership claims that the attacks were carried out as a vengeance.