Our organization will start working in Islamic countries-HS Ranauta

 

Chandigarh: The Grand Lodge of India organized a two-day event on the issue of free masonry   role in world peace in world peace. On the second day of the program, the Asia Pacific Masonic Confederation Conference was held in Hotel Lalit on Sunday. The program was launched by welcoming all foreign and local members By Grand Master Harcharan Singh Ranauta Grand Lodge of India. The Grand Master of 42 Grand Lodge from, 20 countries to attend this conference

On the event Grand Master H S Ranauta said the  main motive of this conference was to spared massage of peace in world. Now our organization will start working in Islamic countries. We will make some intellectual person. Who can guide the people and spared the message of peace in their country. It will very help to crate peace in world and I think this small contribution of our organization.

Apart from this he describes all social work which were done by society this year. He also describe the future project in front of society members. He added freemasonry do various work  for society. But our main work are Mukti , Invisible prisoners, Senior’s day care centre.

For attend this Event various Grand Master of Grand Lodges came from 20 Countries. The main  Foreign Grand Lodges  MW Bro. Keith Murray, Grand Master of Grand Lodge of Victoria, Australia,  RW Bro Chris Craven, Representative of the Grand Master of United Grand Lodge of NSW & ACT, Australia ,  MW Bro Andrey Bogdanov, Grand Master of Grand Lodge of Russia ,  MW Bro Pavel Stroganov, Grand Chancellor of Grand Lodge of Russia , RW Bro Marco Vidal, Grand Chancellor of Grand Lodge of Chile , MW Bro Norihiro Inomata, Past Grand Master of Grand Lodge of Japan also appreciated the work in India of Society. They also describe their lodges work and future project. End of the Event all the members of freemasonry take oath to do social work for nation and humanity.

 

आज का पंचांग

🌷🌷🌷पंचांग🌷🌷🌷
10अक्तुबर 2018, बुधवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – दक्षिण
ऋतु – शरद
मास – आश्विन
पक्ष – शुक्ल
तिथि – प्रतिपदा
नक्षत्र – चित्रा
योग – वैघृति
करण – ब्रह्म

राहुकाल –
12:00PM – 1:30PM

🌞सूर्योदय – 06:25 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 17:53 (चण्डीगढ)

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🚩व्रत🚩
मां भवानी शैलपुत्री।
प्रथम नवरात्र।
🚩जयंती🚩
महाराजा अग्रसेन जयंती।
🚩 विशेष🚩
शारद नवरात्र प्रारंभ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Yours:-

जातों और किसानों को जोड़े रखने कि कवायद, सर छोटू राम कि प्रतिमा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतक के सांपला में सर छोटूराम की 64 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक बड़ी रैली को संबोधित किया.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतक के सांपला में सर छोटूराम की 64 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक बड़ी रैली को संबोधित किया. जाटलैंड में सर छोटूराम को यादकर मोदी ने नाराज जाटों को अपने साथ जोड़ने की पूरी कोशिश की. छोटूराम जाटों के अलावा किसानों के भी मसीहा थे. मोदी अपनी रैली के दौरान सर छोटूराम की तारीफ करते दिखे. उन्हें हरियाणा के बाहर भी याद करने और उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत बताई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांपला की रैली में ‘दीनबंधु’ सर छोटूराम को किसानों का मसीहा बताते हुए सरकार की तरफ से किसानों के लिए किए गए कामों को एक-एक कर गिनाया. फसल के एमएसपी में की गई बढ़ोतरी से लेकर फसल बीमा योजना और सॉयल हेल्थ कार्ड तक का जिक्र कर मोदी ने किसानों को लुभाने की पूरी कोशिश की. मोदी का सांपला जाना और वहां सर छोटूराम की प्रतिमा का अनावरण करना आने वाले दिनों में बीजेपी की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है

हालांकि, सर छोटूराम की प्रतिमा करीब 9 महीने पहले ही बनकर तैयार हो गई थी. लेकिन, अबतक इसका अनावरण नहीं हो रहा था. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1 नवंबर को हरियाणा के करनाल में खट्टर सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर कार्यक्रम में आने की चर्चा थी. लेकिन, उसके पहले 9 अक्टूबर को ही मोदी ने ‘जाटलैंड’ गढ़ सांपला पहुंचकर जाटों और किसानों को लुभाने के लिए सर छोटूराम की प्रतिमा का अनावरण कर दिया.

पिछले 9 महीने से छोटूराम की प्रतिमा का अनावरण नहीं करने को लेकर आईएनएलडी ने बीजेपी को निशाने पर लिया था. माना जा रहा है कि इस राजनीति के चलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हरियाणा का दौरा वक्त से पहले करना पड़ा.

हालांकि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मोदी की यात्रा समय से पहले कराने पर कहा कि मूर्ति का अनावरण कोई मुद्दा नहीं था. खट्टर ने कहा, ‘नवंबर में तीन राज्यों के चुनाव होने हैं, बाद में प्रधानमंत्री मोदी को वक्त नहीं मिलेगा. इसलिए वह 9 अक्टूबर को आएंगे. अगर वह 1 नवंबर को भी आ सके तो वह खुश होंगे. हालांकि इस दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपस्थित रहेंगे.’

चौधरी वीरेंद्र सिंह का विरासत पर दावा

गौरतलब है कि सर छोटूराम की विरासत को लेकर आईएनएलडी की तरफ से ओमप्रकाश चौटाला ने भी दावा किया था. दूसरी तरफ 2014 में कांग्रेस से बीजेपी में आए जाट नेता और केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने भी अपने आपको उनका राजनीतिक वारिस घोषित किया है. चौधरी वीरेंद्र सिंह सर छोटूराम के पोते हैं. ऐसे में लड़ाई छोटूराम के बहाने जाटों को साधने की हो रही है.

चौधरी वीरेंद्र सिंह ने ही 2004 में उनकी याद में स्मारक बनाने का सुझाव दिया था. 2005 में आईएनएलडी सुप्रीमो ओम प्रकाश चोटाला ने गढ़ सांपला में एक विशाल रैली का आयोजन कर सर छोटूराम को एक कमरे का म्यूजियम समर्पित किया था. इस म्यूजियम में उनकी किताबें, कपड़े और इस्तेमाल किए जाने वाले दूसर सामान भी रखे गए थे.

लेकिन, चौधरी वीरेंद्र सिंह ने खुद को उनका राजनीतिक वारिस घोषित करते हुए गढ़ सांपला में उनकी ऊंची मूर्ति स्थापित करने की घोषणा 2016 में कर दी थी. इसके बाद ही 64 फीट ऊंची लोहे की प्रतिमा बनाई गई है जिसका अनावरण प्रधानमंत्री ने किया है. हालाकि, चौटाला द्वारा बनवाई गई छोटी मूर्ति को सांपला के सरकारी कॉलेज में शिफ्ट करा दिया गया है, क्योंकि बीजेपी इसमें चौटाला और उनकी पार्टी को कोई श्रेय नहीं लेने देना चाहती.

हरियाणा में जाटों का बड़ा महत्व

हरियाणा में लगभग एक चौथाई आबादी जाटों की है. हरियाणा की राजनीति में जाटों का दबदबा काफी ज्यादा है. पिछले लोकसभा और उसके बाद विधानसभा के चुनावों में भी अधिकांश जाटों ने मोदी लहर पर सवार होकर बीजेपी के पक्ष में अपना समर्थन जताया था. लेकिन, वहां मुख्यमंत्री एक गैर-जाट मनोहर लाल खट्टर को बना दिया गया.

जाट आंदोलन के दौरान जिस तरह खट्टर सरकार का व्यवहार था, उसको लेकर भी जाटों में काफी नाराजगी रही है. बीजेपी के कई प्रदेश स्तर के नेताओं की तरफ से भी इन चार सालों में की गई बयानबाजी से जाटों के एक तबके में रोष भी है. अब बीजेपी की कोशिश पिछली बार की तरफ फिर से जाटों को साधने की है. सर छोटूराम के नाम पर बीजेपी की कोशिश इसी रणनीति का हिस्सा लग रही है.

 

5 में से 4 राज्यों में जीतेगी कांग्रेस और 2019 बसपा और स्पा महागठबंधन में शामिल होंगे: मोइली


मोइली ने कहा कि प्रस्तावित महागठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए बनना है, राज्य विधानसभा चुनावों में नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य के चुनावों में पार्टियों की अपनी बाध्यताएं होती हैं


वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने मंगलवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए के खिलाफ विपक्षी दलों के महागठबंधन में एसपी और बीएसपी भी शामिल होंगे. मोइली ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस उन पांच में से कम से कम चार राज्यों में जीतेगी जहां अगले दो महीने में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री के बयान से पहले एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में गठबंधन पर कांग्रेस के फैसले का अब और इंतजार नहीं करेगी. उन्होंने संकेत दिया था कि वह मायावती की अगुवाई वाली बीएसपी से गठजोड़ कर सकते हैं.

इससे कुछ दिन पहले ही मायावती ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में मुख्य विपक्षी कांग्रेस के साथ विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया था.

मोइली ने कहा कि प्रस्तावित महागठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए बनना है, राज्य विधानसभा चुनावों में नहीं. उन्होंने कहा कि राज्य के चुनावों में पार्टियों की अपनी बाध्यताएं होती हैं.

लोकसभा चुनाव तक बन जाएगा महागठबंधन

कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी प्रमुख इच्छा लोकसभा चुनाव में विपक्ष को एकजुट देखने की है और हमें उम्मीद है कि इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे. उन्होंने विश्वास जताया कि बीएसपी और एसपी इस महागठबंधन का हिस्सा बनेंगे.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में वोटों का ध्रुवीकरण कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस ही जीतेगी और मध्य प्रदेश में भी वह बीजेपी से आगे चल रही है.

मोइली ने कहा, छत्तीसगढ़ में 50-50 की स्थिति है. वहां (परिणाम) हमारे चुनाव प्रबंधन, उम्मीदवारों के चयन पर निर्भर करेगा. मिजोरम में हम जीतेंगे. उन्होंने यह दावा भी किया कि उनकी पार्टी तेलंगाना में तेलुगु देशम पार्टी, सीपीएम और अन्य विपक्षी दलों के साथ गठबंधन बनाएगी.

महागठबंधन के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के सवाल पर मोइली ने कहा कि संभवत: यह मुद्दा नहीं उभरेगा क्योंकि प्रस्तावित गठजोड़ में कोई पार्टी इस पर जोर नहीं देगी.

आंध्र कि 5 सीटों पर उपचुनाव कि कोई आवश्यकता नहीं : चुनाव आयोग


आयोग ने स्पष्ट किया कि आंध्र प्रदेश की पांच सीटें इस साल 20 जून को खाली हुई थी, जबकि लोकसभा का कार्यकाल अगले साल तीन जून को खत्म होगा


चुनाव आयोग ने लोकसभा के कार्यकाल में एक साल से कम समय बचने की दलील देते हुए आंध्र प्रदेश की 5 सीटों पर उपचुनाव कराने की जरूरत से इनकार किया है.

आयोग ने मंगलवार को जारी बयान में स्पष्ट किया कि आंध्र प्रदेश की पांच सीटें इस साल 20 जून को खाली हुई थी, जबकि लोकसभा का कार्यकाल अगले साल तीन जून को खत्म होगा. इसलिए जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 151 ए के अनुसार लोकसभा के कार्यकाल की अवधि एक साल से कम बची होने पर किसी सीट के रिक्त होने की स्थिति में उपचुनाव कराने की जरूरत नहीं है.

आयोग ने कर्नाटक की तीन लोकसभा सीटों के साथ ही आंध्र प्रदेश की पांच रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव घोषित नहीं करने संबंधी कुछ मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कर्नाटक में उपचुनाव वाली तीनों सीटें 18 और 21 मई को रिक्त हुई थी. आयोग ने कहा कि लोकसभा के शेष कार्यकाल की अवधि से एक साल पहले इन सीटों के खाली होने के कारण इनके रिक्त होने के छह महीने के भीतर तीनों सीटों पर उपचुनाव कराने की कानूनी अनिवार्यता का पालन करते हुए उपचुनाव कार्यक्रम घोषित किया गया है.

पिछले सप्ताह शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ कर्नाटक की बेल्लारी, शिमोगा और मांड्या सीट के लिए उपचुनाव कार्यक्रम भी घोषित किया था.

आयोग ने स्पष्ट किया कि जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत लोकसभा की सीट रिक्त होने से छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य है. लेकिन अगर कोई सीट लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने से एक साल की अवधि में रिक्त होती है तो उस पर उपचुनाव कराने की कोई जरूरत नहीं है. आयोग ने कहा कि इस आधार पर अब आंध्र प्रदेश की 20 जून को खाली हुई पांच सीटों पर उपचुनाव कराना जरूरी नहीं रह गया है

गुजरात निकाय चुनाव में भाजपा ने 24/33 जीत कर कायम रखा दबदबा

 

गुजरात में नगरपालिकाओं और पंचायतों की 46 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली है. इन चुनावों में बीजेपी ने 24 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस के हिस्से में 19 सीटें आईं. मंगलवार को इन चुनाव के नतीजे घोषित किए गए. ये उपचुनाव सात अक्टूबर को हुए थे जो मौजूदा प्रतिनिधियों के निधन या इस्तीफे के कारण ये सीटें खाली हो गई थीं.

आठ नगरपालिकाओं की 11 सीटों, मेहसाणा और खेड़ा जिला पंचायत की दो सीटों और 33 तालुका पंचायतों की 33 सीटों के लिए ये उपचुनाव हुए थे. राज्य निर्वाचन आयोग की विज्ञप्ति के अनुसार, नगरपालिकाओं की 11 में से पांच बीजेपी ने और तीन सीटें कांग्रेस ने जीतीं. जबकि अन्य तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्जा किया.

वहीं मेहसाणा और खेड़ा जिला पंचायत की दोनों सीटें कांग्रेस प्रत्याशियों के हिस्से में गई. बीजेपी ने 33 तुलाका पंचायत सीटों में से 19 सीटों पर कब्जा जमाया तो कांग्रेस ने 14 सीटों पर जीत का परचम लहराया.

हालांकि हार तो हार होती है. लेकिन पीएम मोदी को अपने ही गढ़ में इस तरह की कड़ी टक्कर मिलने से बीजेपी के लिए संकेत साफ है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को आसान जीत नहीं मिलने वाली.

मोदी टीवी पर इतना क्यूँ दीखते हैं


सेल्फ गोल में माहिर खिलाड़ी राहुल गाँधी कि एक और बेक किक

पीएम की मार्केटिंग उनके उद्योगपति मित्र कर रहे हैं जिन्हें पीएम करोड़ों रुपए देते हैं

और जब राहुल गाँधी टीवी पर दिखाई देते हैं तब उनकी मार्केटिंग के लिए टीवी को पैसे कौन देता है?


चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी गई है. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिनों की राजस्थान यात्रा पर हैं. राहुल गांधी ने राजस्थान के बारी में आज एक जनसभा को संबोधित किया और बीजेपी पर जमकर हमला बोला.

राहुल गांधी ने कहा कि- मोदी जी 24 घंटे टीवी पर आते रहते हैं. उनके पोस्टर हर जगह दिखाई देते हैं. कोई भी टीवी पर फ्री में नहीं दिख जाता. अगर ऐसा होता तो हर कोई टीवी पर दिखाई दे रहा होता. मार्केटिंग के लिए करोड़ों रुपए लगते हैं. और पीएम की मार्केंटिंग उद्योगपतियों द्वारा की जा रही है जिन्हें पीए करोड़ों रुपए दे रहे हैं.

इससे पहले धौलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी ने किसानों और गरीबों की जेब से 45 हजार करोड़ रुपए निकालकर अनिल अंबानी को दे दिए. मैंने संसद में पूछा कि पीएम ने उन्हें कॉन्ट्रैक्ट क्यों दिया?’

राहुल ने कहा, ‘मैंने पीएम की आंखों में देखकर सवाल किया लेकिन वह इधर-उधर देखते रहे. पूरे देश ने देखा कि पीएम देश के युवा से नजरें नहीं मिला सकते.’ उन्होंने कहा, ‘आप लोग सेल्फी लेते हैं लेकिन जब फोन पलटकर देखते हैं तो उस पर मेड इन चाइना लिखा होता है. मैं चाहता हूं कि उस पर मेड इन धौलपुर लिखा हो, मेड इन राजस्थान लिखा हो, मेड इन जयपुर लिखा हो.’

राहुल ने यह भी कहा, ‘मैं चाहता हूं कि जब कोई चीन में सेल्फी ले तो वह पूरी दुनिया को दिखा सके कि फोन के पीछे मेड इन धौलपुर लिखा है. इससे विदेशी लोगों के मन में धौलपुर के बारे में जानने की इच्छा होगी. वो टूरिस्ट के रूप में यहां आएंगे. आपकी जेब में पैसा होगा और हम उन्हें दोबारा फ्लाइट से वापस भेज देंगे.’

Nikki Haley resigns as US ambassador to the UN


Mr. Trump said she had done an “incredible job.”


Indian American Nikki Haley resigned as the United States ambassador to the United Nations (UN) on Tuesday amid speculation that she might be a candidate in the 2020 presidential election. She was governor of South Carolina when President Donald Trump offered her the job of ambassador to the UN. Elected as the state’s first woman governor in 2010, she was a staunch opponent of Mr. Trump within the Republican Party during the 2016 presidential election.

As governor twice and ambassador to the UN, Ms. Haley has carved out a space for herself in the Republican politics in America. She spoke out against racism and on issues of gender. Her tenure at the UN has been marked by her strident campaign against Russia, Iran and Syria. She has also overseen the Trump administration’s hostile approach to the UN.

Talking to reporters after a meeting with Ms. Haley at the White House on Tuesday morning, Mr. Trump said she had done an “incredible job.” “You have been very special to me,” she told Ms. Haley who was sitting to his right. Mr. Trump said Ms. Haley came to him about six months ago to express a desire to leave at the end of the first two years. The President lauded her accomplishments on issues ranging from North Korea to China at the United Nations, saying, “she got to know the players.” “They like her, except for maybe a couple, but that’s normal,” said Mr. Trump. Ms. Haley said she was a “lucky girl” for having been able to serve as governor of South Carolina and ambassador to the U.N.

It remains unclear what prompted Ms. Haley to quit and who will succeed her at as ambassador to the UN. Mr. Trump said “many people” were interested in succeeding Ms. Haley and a replacement will be named in two or three weeks or maybe sooner.”

Ms. Haley said she had no plans to run for President in 2020. “I will say this. For all of you that are going to ask about 2020, no, I’m not running for 2020….I can promise you what I’ll be doing is campaigning for this one. So I look forward to supporting the president in the next election,” she said. “That’s so good. Thank you Nikki,” Mr. Trump said in response.

PM Modi unveils Sir Chhotu Ram statue, lays foundation stone of rail coach factory in Haryana


Renowned sculptor and Padma Bhushan-recipient Ram Vanji Sutar sculpted the 64-foot-tall statue.

As many as 5,500 farmers of the state donated iron metal, ranging from from half-a-kg to two kgs for the construction of the statue.


Prime Minister Narendra Modi unveiled a 64-feet-tall statue of peasant leader Sir Chhotu Ram and laid the foundation stone of a rail coach refurbishing and rehabilitation factory in Haryana on Tuesday.

He also addressed a public meeting.

Praising Sir Chhotu Ram, the PM said that he was among those social reformers who played an important role in India’s development.

“Choudhary sahab would be very happy that a rail coach factory has been inaugurated today in Sonipat,” the PM said adding that the factory will help in the industrial development of Haryana.

The PM said that the pre-Independence champion of farmers had said that “farmer is also a symbol of poverty and a soldier who strengthens the fight against the British atrocity”.

“Whatever I have read about Sir Chhotu Ram, it will inspire everyone who wants to contribute towards the nation,” he said.

Crediting the visionary leadership of Sir Chhotu Ram, the PM said that at least one person from every village in Haryana is serving in the Indian Army today.

PM Modi said that his government is working tirelessly to provide farmers the right price for their produce, safety net against weather, modern seeds, urea and irrigation facilities.

After unveiling the statue at Sampla in Rohtak, Modi paid floral tribute to the peasant leader and visited a museum built in his memory. There, Modi watched a four-minute documentary on the life of Sir Chhotu Ram.

Born to Chaudhari Sukhiram Singh Ohlyan and Sarla Devi on 24 November 1881 in Sampla village, Sir Chhotu Ram eventually became one of the most prominent politicians in British India’s Punjab Province.

He was instrumental in the introduction of agrarian laws such as Punjab Relief Indebtedness Act of 1934 and the Punjab Debtor’s Protection Act of 1936.

A member of the Jat community, Sir Chhotu Ram was knighted in 1937. He passed away on 9 January 1945 in Lahore.

Renowned sculptor and Padma Bhushan-recipient Ram Vanji Sutar sculpted the 64-foot-tall statue.

As many as 5,500 farmers of the state donated iron metal, ranging from from half-a-kg to two kgs for the construction of the statue.

The unveiling of the statue assumes significance as elections to Lok Sabha and Haryana Assembly are slated for early next year.

Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar and Birender Singh, Union Minister and maternal grandson of Sir Chhotu Ram, were present at the event, besides state ministers Ram Bilas Sharma and Captain Abhimanyu, and Congress MP Deepender Hooda

Student groups clash in Patiala: more than dozen students injured

Patiala, October 9, 2018 :

About dozen students including some girls were injured when two groups of the students clashed in Punjabi University Campus in the evening today. The sharp edged weapon and lathis  and stones were freely used during the clash.Police had to intervene.

Stating the clash as unfortunate ,VC Dr B S Ghumman told mediapersons that it happened suddenly when the authorities were trying to resolve the girls hostel issue by dialogue and negotiations. He said  even some the security guards of the campus who tried to stop the fighting students , were also injured .