शिक्षा व रोजगार के तंत्र में बदलाव करके ही शिक्षा स्तर को और बेहतर बनाया जा सकता है – सुरजेवाला


युवा पीढ़ी के सामने शिक्षा स्तर पर हैं कई चुनौतियां

गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में छात्र संवाद “सोच से सोच की लड़ाई” में बत्तौर मुख्यातिथि पहुंचे कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सुरजेवाला


हिसार, 21 सितम्बर 2018:

अखिल भारतीय कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में छात्र संवाद “सोच से सोच की लड़ाई” में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति की सोच, विचारधारा, चिंतन ये जिंदगी का वो रास्ता है जिनके बगैर जीवन असम्भव है। बहुत से लोग ये समझ सकते हैं कि रुपया पैसा, धन दौलत, ताकत, बल वो मापदंड हैं देश और प्रदेश को आगे ले जाने में। कोई भी देश, राष्ट्र समाज तभी आगे बढ़ सकता है जब उनकी सोच, दृष्टि, रास्ता, चिंतन वो सही मार्ग पर चल रहा हो। आज उसे भ्रष्ट करने का एक भयंकर षडयंत्र किया जा रहा है। आप सबका दिमाग फ्रेश करने के लिए आपको अपने बारे में, अपने परिवार के बारे में, अपने जिले, इलाके के बारे में ये सोचना है कि जो लोग अब युवाओं को पकौड़े तलवाने, पान बेचने या नाली से गैस बनवाकर रोजगार पैदा करने की बात करते हैं। किस तरह के प्रधानमंत्री देश के नेता होते हैं।
आज भारत की सबसे बड़ी चुनौती एजुकेशनल आपरेटर और स्ट्रक्चर की है जिसे तोड़ा जा रहा है। जो यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन बनाया गया था आज उसे हायर एजुकेशन कमीशन फंडिंग बना दिया गया है। सुरजेवाला ने कहा कि 4 बातें जो मोदी सरकार को शिक्षा स्तर पर संदेह के घेरे में खड़ा करती हैं। उन्होंने कहा कि 4 साल में भाजपा सरकार एजुकेशन सेस से 1लाख 60 हजार 786 करोड़ रु इकट्टे कर चुकी है लेकिन वो गया कहां? यूजीसी के बजट को 9 हजार करोड़ रु से 4722 करोड़ रु यानि 50 प्रतिशत कम कर दिया। यूजीसी द्वारा कॉलेजों को दिया जाने वाला पैसा 100 प्रतिशत से 70 प्रतिशत कर दिया। यूजीसी को ही रद्द कर दिया।
सुरजेवाला ने कहा कि जिस देश के प्रधानमंत्री और शिक्षामंत्री को यही नही पता कि वो खुद कितना पढ़ें हैं तो इस देश को शिक्षा स्तर पर कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। हम ये नही कहते कि कांग्रेस सब ठीक कर दे लेकिन हमारे पास एक सोच है, इच्छा है, प्रयास है हमारे नेता राहुल गांधी की एक सोच है कि जब तक हम शिक्षा के तंत्र, रोजगार के तंत्र को नही बदलेंगे तब तक शिक्षा स्तर को और ज्यादा बेहतर नही बनाया जा सकता।
एक छात्रा द्वारा पूछे गए सवाल कांग्रेस सरकार बनते ही आपकी शिक्षा नीति क्या होगी?
सुरजेवाला ने शिक्षा के मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन को ये मानना पडेगा कि वो स्कूल हो, कॉलेज हो या युनिवर्सिटी हो निजी शिक्षण संस्थान भी बराबर से बढ़कर शिक्षा के प्रचार और प्रसार में भागीदार हैं। इसलिए शिक्षा का बजट जिसे सरकार केवल और केवल सरकारी संस्थाओं तक ही सीमित कर देती है तो हमें उसमें कई बार आश्चर्य होता है जैसे जब कोई निजी शिक्षण संस्थान लगभग 850 बेटे व बेटियों को बेहतरीन शिक्षा दे सकता है तो क्यों नहीं सरकार के एक बजट का हिस्सा उन्हें मिल सकता ! ऐसी संस्था जो एक व्यक्ति द्वारा मलकियत ना होकर बल्कि किसी ट्रस्ट द्वारा नो प्रॉफिट नो लोस पर चलाई जाती है ऐसी संस्थाओं को सरकार के एक बजट का हिस्सा जरुर दे देना चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि बहुत सारे लोग हैं, बहुत सारी संस्थाएं हैं, बहुत सारे समूह हैं और बहुत सारे परिवार हैं जो शिक्षा को बढ़ावा देना चाहते हैं। उनमें से अगर कोई संस्था या समूह नो प्रॉफिट नो लोस पर कॉलेज खोलना चाहते हैं तो हम ये मानते हैं कि सरकार की ओर स उसी संस्था की प्रोपर्टी को अपनी निगरानी के तहत करकर 4 प्रतिशत ब्याज पर उनको कम से कम आधी राशि कंस्ट्रकशन के लिए दे देनी चाहिए और जिसको एजुकेशन इन्फास्ट्रक्चर कोर्पस से कम से कम 2 हजार करोड़ रुपये सालाना बनाने की हमें जरुरत है।

औरत का भेस बना कर मांग रहा था भीख पुलिस ने धर लिया

फोटो RK

क्राइम ब्रांच पंचकूला चाइल्ड ने आज कमांड हॉस्पिटल की लाइटों के पास भीख मांग रहे। लोगों को पागल बना कर एक आदमी महिलाओं के कपड़े पहन कर भीख मांग रहा था क्राइम ब्रांच पंचकूला चाइल्ड ने उसको पकड़ा और किया अरेस्ट।

 

फोटो RK

अरविंद केजरीवाल के बाद ही मनोहर सरकार को भी शहीद नरेंद्र की याद आई: योगेश्वर शर्मा

अरविन्द केजरीवाल का फाइल फोटो


दिल्ली सरकार देगी शहीद नरेंद्र के परिवार को एक करोड़ रुपये तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी


पंचकूला,21 सितंबर:

आम आदमी पार्टी का कहना है देर से ही सही हरियाणा की भाजपा सरकार खासकर मुख्यमंत्री मनेाहर लाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फालो करने लग गये हैं।  पार्टी ने कहा कि अब सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को तब फालो किया जब दिल्ली सरकार ने सोनीपत के शहीद की सुद्ध ली।

आज यहां जारी एक ब्यान में आआपा  के अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष व जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हरियाणा के जिला सोनीपत में खरखोदा के गांव के बीएसएफ के जवान शहीद नरेंद्र सिंह के परिवार से मिलने पहंचे। उनके साथ आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद भी थे। योगेश्वर शर्मा ने बताया कि दिल्ली  के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी ने कभी मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि पाकिस्तान के साथ लव लेटर लिखना बंध करो। मगर स्वयं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमन्त्री के साथ केक काट कर  देश के शहीदों का अपमान करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाक की ओर से बार बार हमारे सैनिकों को धोखे से मार कर उकने शवों का अपमान किया जा रहा है।  अब कहां है उनका 56 इंच का सीना ? आखिर केंद्र सरकार इतनी बेबस क्यों नजर आ रही है ? प्रधानमन्त्री चुप क्यों है ? पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब क्यों नही दे सकता हमारा देश ?

केजरीवाल ने कहा शहीद नरेंद्र के साथ पाकिस्तान ने जो बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया है उसका बदला हर हाल में लेना चाहिए और शहीद एक प्रदेश का नहीं बल्कि पुरे देश का होता है। एक जवान अपना सब कुछ न्योछावर करके देश की रक्षा करता है और अपने परिवार को छोड़ कर दिन-रात सरहद पर देश की जनता की सुरक्षा करता है ताकि हम शुकून से सो सके। 7 उसके पीछे उसका परिवार उसके बिना हर त्यौहार मनाता है लेकिन हमारे राजनेता उनके दर्द को नहीं समझते। आप के अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि इस अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शहीद नरेंद्र सिंह के सम्मान में दिल्ली के कानून बदलने की पहल करते हुए कहा कि शहीद नरेंद का परिवार दिल्ली में रहता है और उनके सम्मान में दिल्ली सरकार केबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाएगी व मौजूदा कानून में बदलाव कर शहीद नरेंद्र के परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान करेंगी। इसके आलावा भी सरकार ने उनके परिवार की हर सम्भव सहायता करेन का भरोसा दिया है।

योगेश्वर शर्मा ने कहा कि जिस तरह से हरियाणा की सरकार ने दिल्ली की नकल करते हुए राज्य में बिजली के दामों में कमी करने का असफल प्रयास किया है, उसी तरह से बाद में इन्हें अरविंद केजरीवाल के आकर जाने के बाद शहीद नरेंद्र के परिवार की भी याद आ गई। उन्होंने कहा कि जैसे ही हरियाणा सरकार को दिल्ली के मुख्यमंत्री की शहीद नरेंद्र के घर आने व उसके परिवार के लिए की गई घोषणा की जानकारी मिली मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी तुमरंत उनके गांव की ओर चल पड़े। अन्यथा इससे पहले उन्हें इस परिवार की कोई याद नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार के प्रति अपनी जिम्मेवारी को सरकार को अबिलंब सोचना चाहिए था। मगर आप को इस बात की खुशी है कि देर से ही सही सरकार को शहीद नरेंद्र के परिवार की याद तो आई भले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के वहां जाने के बाद आई।

हुड्डा ने दलाल के निष्कासन को निरस्त करने कि मांग की

चण्डीगढ़ 21 सितम्बर 2018:
हरियाणा के पूर्व मुख्य मन्त्री भूपेन्द्र सिह हुड्डा ने आज सोनीपत के शहीद बीएसएफ जवान नरेन्द्र दहिया को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखदायी है कि नरेन्द्र की बर्बरता से पाकिस्तान रेंजर द्वारा नृशंस हत्या कर दी गई। भारत सरकार से आग्रह है कि वो ऐसा कारगर कदम उठाये कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो तथा शहीद के परिवार को जल्द रोजगार व पर्याप्त वित्तीय सहायता दी जाये।
हुड्डा ने कहा कि आज कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल महोदय को एक ज्ञापन दिया है और उनसे निवेदन किया है कि सवैंधानिक मुखिया होने के नाते गत विधान सभा सत्र में कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल के विरूद्ध सत्तारूढ़ भाजपा व मुख्य विपक्षी दल इनेलो ने मिलकर जिस तरह नियमों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की है, वे उसमें दखल करें। दलाल का विधानसभा से एक साल का निष्कासन निरस्त हो और उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए, क्योंकि नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने करण दलाल को सिर में गोली मारने की बात मीडिया के सामने कही है। (ज्ञापन की प्रति साथ संलग्न है)।


Memorandum-21.09.2018

To
H.E. The Governor,
Haryana, Chandigarh.

Sir,
We wish to bring to your notice the illegal, unjust & arbitrary suspension of Shri Karan Singh Dalal, MLA from the House without giving him an opportunity to explain the position. Hon’ble Speaker ostensibly acted under undue pressure of the Government and was unable to maintain neutrality and objectivity. Therefore, we seek redressal from you, Sir.

On 11th September 2018, Shri Karan Singh Dalal, MLA raised a Calling Attention Notice regarding deleting of the ration cards of 25 lacs poor persons. During the discussion, he expressed anguish over the callousness of the Government and the injustice being meted out to the BPL families. He said that this Government has shamed Haryana by denying the ration to the poor people on the pretext of Aadhar Card.

To overcome the embarrassment and deviate from this sensitive issue, members of the treasury benches raised hue & cry over a ‘word’ used by Shri Dalal. He explained the context in which that ‘word’ was uttered by him and asked for the ruling of the Hon’ble Speaker. Hon’ble Speaker did not give any ruling and expunged the word from the proceedings as unparliamentary. The matter should have been over then and there.

But under the pressure of the treasury benches and in connivance with the Leader of INLD, a plan was devised to suspend him from the House for one year. A resolution (copy enclosed) was passed by the Assembly in contravention of Rules of Business. The Resolution is totally unconstitutional and unjust.
This unfortunate episode exposed the unethical understanding between the Ruling Party and the supposedly Opposition Party-INLD. Infact, the opposition should have supported such a sensitive issue concerning the poor people. Instead, they supported the Government to scuttle his voice and even supported the arbitrary and undemocratic resolution of the Government to suspend him from the House for one year.

Sir, it is requested that Hon’ble Speaker may be advised not to act as an agent of the Government and rescind the order of suspension to save his constituent’s constitutional & democratic rights. The punishment inflicted upon Shri Karan Singh Dalal is unmerited, unwarranted, injust and excessive. This betrays the intention of the Government to suppress the voice of the Opposition by brute majority.

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Secondly, Sir, this Government has lost the confidence of the people of the State due to its incompetence, inexperience and insensitiveness. It is because of this, the Law & Order has deteriorated so much that a sense of insecurity and fear prevails in the minds of the people. This Government is in office and not in authority and it is the criminals whose writ runs large in the State. Even the Legislators are being threatened publicly and the Government is not taking any action against the culprits. The crime has been brought to the very doors of the people. The recent happenings at Rewari, Faridabad & other places are really very tragic. Prompt, strict and effective action is required to be taken in such matters, which is not being taken by the Government. The protection of the life and liberty of the people is the primary responsibility of the State in which the present Government has failed miserably. You are, therefore, requested to impress upon the Government to discharge its duties diligently.

During the discussion over the Calling Attention Motion brought in the House by Shri Karan Singh Dalal, there was heated exchange of words between Shri Karan Singh Dalal and Leader of Opposition. Instead of seconding the Motion which related to the poor people, the Leader of Opposition played in the hands of ruling party and started abusing Shri Karan Singh Dalal and flouted his shoe threatening Shri Karan Singh Dalal with dire consequences. Thereafter, briefing the Press, Shri Abhey Singh Chautala said that had he had revolver, he would have shot Karan Singh Dalal in the head. This criminal propensity of the Leader of Opposition has stunned the State. The Government has not taken any cognisance action of the threat as he is hand-in-hand with the Government. We request you to direct the Government to provide adequate security to Shri Karan Singh Dalal.
During the UPA Government, proposal was to purchase 126 Rafale Aircrafts at the rate Rs. 576 crores per Aircraft whereas NDA Government has agreed to purchase only 36 Rafale Aircrafts at the rate Rs. 1670 crores per Aircraft. Central Government is not disclosing the basis for such a high price of Rafale Aircraft. This has caused loss of about 41000 crores to the national exchequer. This has caused suspicion in the mind of the general public. Congress demands that this matter may be referred to Joint Parliamentary Committee (JPC) for bringing out the factual position.

Sir, You are also aware that the prices of Petrol & Diesel are highest ever. The common man is worst affected by the unprecedented hike. This has lead to inflation and increase in cost of production of the crops. Several States like Rajasthan,

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Chhatisgarh, Karnataka etc. have reduced VAT on petroleum products to give relief to the people. Haryana has the highest sale of Petrol & Diesel in Northern Region. It is, therefore, requested to direct the State Government to reduce the VAT on Petrol & Diesel to provide relief to the people.

Dated: 21.09.2018 Yours sincerely,


पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल महोदय को दिये ज्ञापन में राफेल सौदे का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा राफेल सौदे पर जेपीसी का गठन करे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये, क्योंकि जनता के मन में राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर बड़ा घोटाला होने की आशंका है। ज्ञापन में राज्यपाल महोदय के संज्ञान में लचर कानून व्यवस्था का मामला भी लाया गया है तथा बताया कि राज्य में भय का वातावरण है। हर रोज हो रही हत्याओं, बलात्कारों, अपहरण की घटनाओं ने जन मानस को हिला कर रख दिया है। पुलिस प्रशासन के लचर रवैये के चलते लोगों का सरकार से विश्वास उठ गया है।
मीडिया से रूबरू होते हुए हुड्डा ने कहा कि जब तक केन्द्र सरकार पैट्रोल व डीजल को जीएसटी में नहीं लाती, राज्य सरकार को वैट कम करके लोगों को राहत देनी चाहिए तथा खाद व कृषि उपकरणों पर सरकार टैक्स माफ करे। गन्ना उत्पादक किसान अपने बकाये के लिए कई दिनों से धरने पर हैं, लेकिन सरकार अपनी ही धुन में मस्त है। सरकार सभी गन्ना उत्पादकों का बकाया शीघ्र अदा करे। बाजरे की खरीद पर अब भी शर्तें थोपी हुई हैं, जो नाजायज हैं। किसान की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाए और खरीद के ज्यादा केंद्र बनाएं जाएं ताकि किसी किसान को परेशानी ना हो। हरियाणा सरकार ने स्टॉम्प डयूटी बढ़ा कर गलत काम किया है। सरकार की गई बढ़ोतरी को वापिस ले।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उखेड़ा और सफेद मक्खी रोग के चलते दादरी, भिवानी, हिसार, जीन्द, फतेहाबाद व सिरसा जिलों में हजारों एकड़ में नरमा ( कपास ) बर्बाद हो गई है। उसकी स्पेशल गिरदावरी करके सभी प्रभावित किसानों को कम से कम 40 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। सरकार के निर्देश पर बैंकों ने प्रधानमंत्री बीमा योजना की आड़ में किसानों के के.सी.सी. खाते से बिना सहमति के पैसे काट कर बीमा कंपनियों तो मालामाल बना दिया पर किसान वर्ग को कोई राहत नहीं दी। कई जिलों में तो पिछली बार के खराबे का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया है।
हुड्डा ने कहा कि कर्मचारी किसी भी सरकार की धुरी माने जाते हैं। हरियाणा में शायद ही कोई ऐसा विभाग होगा जिसके कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर ना हों। इसका दोहरा नुकसान है। एक और विभागीय काम रुके हुए हैं, वहीं जनता भी अपने दैनिक कार्यों के लिए ठोकर खा रही है। प्रदेश में लाखों पद खाली पड़े हैं, जिसके कारण आम जनता के काम बाधित हो रहे हैं, पर सरकार अपने चहेतों को बैकडोर से समायोजित कर रही है। बेरोजगार युवकों में इससे भारी निराशा और आक्रोश है। भाजपा सरकार उन्हें रोजगार दे या उन्हें अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गए वायदे के अनुसार छह हजार और नौ हजार का भत्ता दे। उन्होंने मांग की कि एम.पी.एच.डब्ल्यू. के सलैक्शन में हुई धांधली की जाँच की जाये।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया की इससे बड़ी विफलता क्या होगी कि वो इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हरियाणा के पक्ष में आने के बाद भी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का समय तक नहीं ले पाए। जनता समझ गई है कि पानी को लेकर इनेलो की लड़ाई महज एक ढ़ोंग है। अगर उन्होंने 1987 में न्याय युद्व चला राजीव-लोंगोवाल समझौते का विरोध ना किया होता तो हमें अपने हक का पानी कब का मिल गया होता। विधानसभा में गत दिनों हुए प्रकरण ने साफ कर दिया कि इनेलो भाजपा की सहयोगी है।
हुड्डा ने कहा कि जनक्रांति यात्रा के छः चरण पूरे हो गए हैं और हम राज्य के हर कोने में होकर आए हैं। लोग जिस तरह से उत्साह के साथ उमड़ कर आगे आ रहे हैं और समर्थन व सहयोग कर रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि आगामी चुनावों में कांग्रेस की सरकार बड़े बहुमत से बनना तय है।
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सीएचबी के नॉन ऑफिशल मेंबर्स के नामों पर प्रशासक ने लगाई मुहर

चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड सीएचबी के नॉन ऑफिशल मेंबर्स के नामों पर प्रशासक ने मुहर लगा दी है। इनमें प्रेम कौशिक, तरसीम चंद गर्ग और सुबीना बंसल को नॉन ऑफिसियल मेंबर्स बनाया गया है। काफी समय से रुकी हुई लिस्ट को फाइनल कर दिया गया है । अब जल्द ही चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की बैठक हो सकती है।

Children with hearing impairment were taught POSCO act by sign language

Photo by Rakesh Shah

Committee Room, Ground Floor, UT Secretariat was full of children with hearing impairment and their respective teachers from their schools. The occasion was to launch the audio video CD containing provisions of Juvenile Justice Act 2015, and Protection of Children from Sexual Offences in sign language for these special children.

The event was organised by Chandigarh Commission  for Protection of Child Rights. B.L. Sharma, IAS, Secretary Social Welfare chair the press conference. Dr. Mrs. Nishtha Jaiswal and Mrs. Harjinder Kaur they also intracted with the media persons.

Special kids(Children) sang The National Anthem in Sign Language.

NCC PU in collaboration with CPA organized a cleanliness drive in the Center for Police  Administration

Photo by Rakesh Shah

 

NCC Panjab University in collaboration with Centre for Police Administration,   Panjab University organized a cleanliness drive in the Centre for Police  Administration. The drive was started with cleanliness at the Emerging Areas Building and the participants were encouraged to promote cleanliness around their surroundings and the
statues installed in the University. Lt.(Dr.) Kuldeep Singh Coordinator NCC & Chairperson Centre for Police Administration, Col Rohit Thakur CO 2 nd CHD Bn, Col V K Sheoran CO 1 st CHD Bn, SUO Bipul Raj along with 40 participants were present.

Mediation and Negotiation Competition at UILS Begins

Photo by Rakesh Shah

The first day of the UILS Mediation and Negotiation Competition 2018 began with the preliminary round 1 in the morning. 50 teams participated in the 1st round and other 50 teams participated in prelims round 2 in the afternoon. The rounds were judged by 40 senior members of the legal profession who are trained mediators from the Punjab & Haryana High Court. Prof. Rattan Singh, Director UILS and Dr. Shruti Bedi  were highly obliged with the warm and cooperative support from the Panjab and Haryana High Court Meditation center and welcomed the judges .

The judges appreciated the conduct of this competiton and were pleased to know that 300 students took part in the competition . The participants were judged on their communication skills, their relationship with the opposite party and the mediator and their ingenuity of ideas for possible solutions.

16 teams made it to the octa final rounds. The day concluded with octa finals round and the 4 teams  made it to semi-finals which will be conducted tomorrow.

International Workshop on “Monitoring Agriculture and Climate from Space”

Photo by Rakesh Shah

 

Chandigarh September 21, 2018
International workshop on “Monitoring Agriculture and Climate from Space” was jointly organised by Department of Environment Studies,Panjab University and School of Public Health, PGIMER, Chandigarh in collaboration with University of Leicester, United Kingdom.

Professor Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University and Chief Guest of the event mentioned that UK-India collaboration will generate a pathway to develop future inter-disciplinary collaborative research. He stressed that such kind of platform provide all stakeholders an opportunity to collectively deliberate on issue of societal cause. He
emphasized to take the research to the ground level, so that benefit could reach to every section of the society.

Sh. Dharminder Sharma, IFS Chief Conservator, Department of Soil and Water Conservation, Punjab, was the guest of honour and mentioned that remote sensing and Geographical Information System techniques can be applied to effectively manage the natural resources and land use. He stresses to focus on precision farming in agricultural sector to preserve soil and water resources.

Dr Suman Mor, delivered a lecture on Monitoring Water Quality from space stated that satellite data is very useful for management of lakes and rivers water. She highlighted that recently pollution episode of river Beas by sugar mills in Punjab could be easily detected using remote sensing techniques.

Dr. Ravindra Khaiwal, School of Public Health, PGIMER Chandigarh delivered a lecture on the ‘Impact of Agriculture Fires on Air Quality‘. He highlighted that remote sensing technology offers cost effective solution to better understand the linkage between the air pollution and human health. He further highlighted that satellite data is being used to control the burning of crop residues of paddy in agricultural fields of Punjab and Haryana.

Dr.Harjinder Sembhi from University of Leicester, UK, highlighted that remote sensing data is very useful to understand temporal and spatial variation of crop waters uses and offers potential for drought monitoring and management. She stated that radiometer data will help to understand how change in atmospheric and land parameters affect crop conditions and yields. This will help farmers and policy makers to enhance crop production in changing climate.

Dr. Darren Ghent, University of Leicester, UK, mentioned that land surface temperature is good indicator of energy balance at the earth surface. Hence University of Leicester with Panjab University and PGIMER is installing a radiometer at Fatehgarh Sahib to monitor impact of climate change. This radiometer will be used to generate novel new datasets on heat stress, climate variability, water availability and irrigation scheduling.

Over 30 participants form various institutions of north India were trained to utilize large scale satellite data sets to manage environmental resources and further provided hands-on training.

Sh. Surinder Paul, Director, Indian Metrological Department chaired the valedictory session.

This training workshop was aimed to provide Scientiests, Researchers, Ph.D. scholars an overview in Earth Observation applications for a better understanding of Earth’s landscape and climate. The training course was delivered by UK and Indian experts including Dr. Harjinder Sembhi and Dr. Darren Ghent from University of Leicester, Dr. Ravindra Khaiwal from PGI, and Dr. Suman Mor from Panjab University.