लिटमस टेस्ट में राहुल फेल


  • जब कांग्रेस के नेतृत्व में मोदी सरकार का विरोध करने में राजनीतिक दल इतना हिचकिचा रहे हैं तो फिर साथ मिलकर चुनाव लड़ने के दावे कहीं कोरी कल्पना न साबित हो जाएं.

  • भारत बंद में शामिल दलों ने  जहाँ राहुल गाँधी के नेतृत्व पर मोहर लगा दी वहीँ ममता माया और अखिलेश कि अनुपस्थिति कोई और ही कहानी बयान करती है.

  • पेट्रोल के 80 का आंकड़ा छूने पर भारत बंद कि नाकाम कोशिश करनेवाले यह भूल गए कि मनमोहन के राज में भी पेट्रोल 84पार जा चुका है.


पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में लगी आग से सियासत सुलगी और भारत बंद का एलान कर दिया गया. कांग्रेस की अगुवाई में भारत-बंद बुलाया गया. ये दावा किया गया कि बंद को 21 विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है. ये भारत बंद न सिर्फ केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन था बल्कि शक्ति प्रदर्शन का भी मौका था. इसके जरिये विपक्षी एकता की भी ताल ठोंकी गई. सरकार और जनता को ये संदेश भेजा गया कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आवाज उठाने का वक्त आ चुका है. लेकिन विपक्षी एकता के ‘लिटमस टेस्ट’ के मौके पर एक बार फिर महागठबंधन को ऐसा ग्रहण लगा कि तेल के मुद्दे पर विपक्ष फिसलता ही दिखा.

महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के आह्वान पर 21 विपक्षी दलों के साथ आने का दावा किया गया. रामलीला मैदान में सियासत के मंच पर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार जैसे चेहरे दिखाई दिये. लेकिन मंच पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नुमाइंदे नहीं दिखे. यहां तक कि आम आदमी पार्टी ने भी ‘कभी हां-कभी ना’ के बाद विरोध की मशाल थामना बेहतर समझा. इसके बावजूद समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव और बीएसपी की तरफ से मायावती का कोई भी प्रतिनिधि मंच पर नहीं आया.

लोकसभा चुनाव से पहले रामलीला मैदान एक खास पड़ाव बन सकता था जहां से विपक्षी दल न सिर्फ मोदी सरकार के खिलाफ जनता को सामूहिक संदेश देते बल्कि अपनी एकता का भी जोरदार प्रचार करते. लेकिन पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को जनता के बीच मुद्दा बनाने से एसपी और बीएसपी चूक गए. मंच पर उनकी गैरमौजूदगी से दूसरा संदेश गया. जहां कांग्रेस विपक्षी एकता का दावा कर रही थी तो एसपी-बीएसपी की गैरमौजूदगी से संदेश गया कि महागठबंधन के संभावित सहयोगियों के लिये तेल की कीमतों से ज्यादा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर तनाव है.

दरअसल, साल 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एसपी और बीएसपी यूपी की ‘सीट-साधना’ में जुटे हुए हैं. ऐसे में एसपी-बीएसपी की कांग्रेस से दूरी को दरअसल यूपी में सीटों के बंटवारे को लेकर इशारा समझा जा सकता है.

यूपी की कुल 80 में से 40 सीटों पर मायावती दावा कर रही हैं. वहीं अखिलेश यादव भी अपनी पार्टी के लिये 40 सीटों की मांग करने का इरादा रखते हैं. ऐसे में फिर कांग्रेस के लिये यूपी में बचेगा क्या? वैसे भी कांग्रेस के लिये न तो जमीन बची है और न ही जनाधार. ऐसे में यूपी में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस-एसपी-बीएसपी में बात कैसे बनेगी?

दरअसल, यूपी में हाल ही में हुए उपचुनावों के वक्त एसपी-बीएसपी के गठबंधन से बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस को भी नुकसान हुआ है. एसपी-बीएसपी के गठबंधन से कांग्रेस यूपी में सौदेबाजी की रेस से बाहर हो गई है. जबकि यूपी में उपचुनावों में मिली जीत के बाद एसपी-बीएसपी के हौसले बुलंद हैं. बुआ-भतीजे को लगता है कि उन्हें मोदी सरकार को हराने के  लिये गठबंधन की कुंजी मिल गई है और कांग्रेस की अब जरूरत नहीं है.

पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस ने देश भर में भारतबंद का ऐलान किया है जिसे कुल 21 पार्टियों का समर्थन मिला है

महागठबंधन बनने के पहले ही विपक्षी पार्टियों में ये संदेश भी फैल चुका है कि पीएम उसी पार्टी का बनेगा जिसकी सबसे ज्यादा सीटें होंगी.ऐसे में हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की जी तोड़ कोशिश करेगा. साथ ही ये भी चाहेगा कि गठबंधन की सूरत में उसे सीट बंटवारे में भी ज्यादा से ज्यादा सीटें मिली. यही वजह है कि इस समय एसपी-बीएसपी का जोर खुद की सेहत पर ज्यादा और कांग्रेस की कमजोरियों पर कम है. तभी एसपी-बीएसपी ने कांग्रेस के बुलाए भारत-बंद में शामिल न हो कर ये संदेश भी दे दिया कि उन्हें राहुल की लीडरशिप में कोई  दिलचस्पी नहीं है.

रामलीला के मैदान में मंच पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की मौजूदगी एक नए समीकरण का प्रतीक है. दरअसल आम आदमी पार्टी ने एक दिन पहले तक भारत बंद को समर्थन देने से इनकार कर दिया था. आम आदमी पार्टी का आरोप था कि बीजेपी और कांग्रेस की सरकार में फर्क कुछ भी नहीं है और कांग्रेस ने जो महंगाई साल 2014 तक बढ़ाने का काम किया था वही अब  बीजेपी कर रही है.

आम आदमी पार्टी ने हालांकि ये कहा था कि वो सैद्धांतिक रूप से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध करती है लेकिन भारत बंद में शामिल होने का उसका कोई इरादा नहीं है. लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी ने भारत बंद को सहयोग देने का एलान कर दिया. खुद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह रामलीला मैदान में मंच पर मौजूद थे.

Bharat Bandh Protest March

कांग्रेस विरोध में जन्मी आम आदमी पार्टी अब बीजेपी विरोध के चलते कांग्रेस के साथ खड़ी है. राजनीति की यही विडंबना है. कभी कांग्रेस आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने के लिये समर्थन देती है तो कभी राज्यसभा में उपसभापति के चुनाव के वक्त आम आदमी पार्टी से समर्थन तक नहीं मांगती है. लेकिन अब कांग्रेस साल 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर किसी भी पार्टी को छोटा या अछूत नहीं मानना चाहती है. वो सारे वैचारिक मतभेदों को दूर कर सिर्फ बीजेपी के वोट काटने के एक सूत्री कार्यक्रम पर फोकस कर रही है. यही वजह है कि दुश्मन का दुश्मन दोस्त की तर्ज पर कांग्रेस ने दिल्ली में बीजेपी को टक्कर देने के लिये आम आदमी पार्टी से हाथ मिला लिया है.

लेकिन इतने खास मौके पर एसपी-बीएसपी का तेल की तरह फिसलना महागठबंधन के भविष्य और संभावनाओं पर बड़ा सवाल है. साफ है कि इस वक्त एसपी-बीएसपी साल 2019 के चुनाव के तेल की धार देख रहे हैं और उन्हें कांग्रेस को लेकर कोई कन्फ्यूज़न नहीं है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि विपक्षी एकता के नाम पर कांग्रेस कहीं किसी मुगालते में तो नहीं जी रही? क्या कांग्रेस की कमजोर रणनीति की ही वजह से बीजेपी अब ताल ठोंक कर कहने लगी है कि अगले 50 साल तक उसे हराने वाला कोई नहीं?

कांग्रेस ने तेल की कीमतों को ताड़ बनाने का दरअसल मौका गंवा दिया. भले ही इस मुद्दे पर वो देर से ही सही मैदान में उतरी लेकिन बिना किसी तैयारी के उतर कर उसने मोदी सरकार पर हल्ला बोल की जगह सेल्फ गोल करने का ही काम किया. एक तरफ बीजेपी जहां खुल कर ये कह रही है कि उसका तेल की कीमतों पर नियंत्रण नहीं है तो दूसरी तरफ वो कांग्रेस पर भारत बंद के दौरान हुई हिंसा का आरोप लगा रही है. भारत बंद से हुई असुविधा की वजह से आम जनता तेल की कीमतों को भूल गया. कांग्रेस की विरोध की कोशिश से जनता ही परेशान हुई और जनता में ये संदेश गया कि विपक्ष सिर्फ मोदी विरोध की राजनीति के चलते तोड़फोड़ कर आम लोगों का नुकसान कर रहा है. बहरहाल, कैलाश मानसरोवर से लौटे राहुल गांधी का ये सियासी वार भी खाली गया क्योंकि उनके संभावित महागठबंधन के सहयोगियों ने ही आग लगी तेल की कीमतों पर ठंडा पानी डालने का काम किया है.

Receiving no good response to Bandh, Congress workers attack school bus, private vehicles, throw stone at trains attacking passengers!

 

The Congress and few of its allies had called for Bharat Bandh today to protest against the fuel price and the central government. However, the bandh call has not been successful as people felt it was a gimmick of the Congress party to utilize the situation for their benefits. It is well known that in 2013, the petrol prices under Congress had reached Rs 84 and then PM Manmohan Singh had vaguely said that they were unable to control the price because of global crisis.

But what congress has forgotten is, it was Modi government who has repaid the credit value of over 2 Lakh crore to the oil companies which were due since 5 years. This information was clarified 2 months back by the Petroleum minister himself.

And the real reason for fuel hike is the unimaginable debts which were created by Congress during their tenure.

The Congress which is responsible for this huge mess is today pretending to be saints and are creating disruption in the name of Bharat Bandh and Protest. Rahul Gandhi should be reminded that in 10 years of Congress rule, there was a whopping RS 47 hike in petrol prices. But in Modi government’s rule, there has been Rs 4-5 hike in 4.5 years.

But this was not the end, the Congress workers have targeted private vehicles of common citizens with stones and sticks just to create panic and project the Bandh was successful

There were also reports on attack on trains by Congress workers who were seen throwing stones targeting innocent passengers.

The worst part was, the so called protestors have attacked a school bus in Mumbai. It is unfortunate that in our country these goons destroy public property in the name of protests and bandhs. Only criminals can go to an extent of attacking school buses of innocent children and claim it to be freedom of speech and expression.

This is the real scenario of how these Bandh and protests are misused by political parties. The ultimate sufferers are only innocent people and common man who have to bear these criminals and goons.

The court will have to take suo moto action against the unruly behavior of Congress party workers or anyone who destroys public property and troubles commoners for their political gimmicks.

Red corner notice for Poorvi Modi by interpol


It is alleged that Ms. Purvi helped her brother launder the funds generated through the scam.


The Interpol has issued a Red Notice against Purvi Modi, sister of absconding billionaire Nirav Modi, in connection with the ₹ 13,578-crore Punjab National Bank (PNB) fraud case.

It is alleged that Ms. Purvi helped her brother launder the funds generated through the scam. The transactions, made through some entities in Singapore and Hong Kong, are under the scanner.

On the Enforcement Directorate’s request, the Interpol had issued a Red Notice against Modi’s close confidant Mihir Bhansali, who oversaw his U.S. operations and was also allegedly instrumental in setting up dummy firms for money laundering.

Interpol Red Notices have so far been issued against five persons wanted for their involvement in the scam, including Nirav Modi and his brother Neeshal Modi.

बढ़ते NPA UPA कि देन : रघुराम राजन

 

नई दिल्ली:

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बढ़ते गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) को लेकर संसद की एक समिति को दिए अपने जवाब में गत यूपीए सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है।मिली जानकारी के अनुसार, राजन ने बताया कि घोटालों और जांच की वजह से सरकार के निर्णय देरी से लेने के कारण एनपीए बढ़ते चले गए।

उल्लेख है कि वरिष्ठ भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली संसद की प्राक्कलन समिति ने राजन को पत्र लिखकर समिति के सामने उपस्थित होकर एनपीए के विषय पर जानकारी देने को कहा गया था। इसके लिए अपने जवाब में राजन ने कहा कि बैंकों की ओर से बड़े कर्जों पर यथोचित कार्रवाई नहीं की गई और 2006 के बाद विकास की गति बिलकुल धीमी हो गई । बैंकों की वृद्धि का जो आकलन था वो अवास्तविक हो गया।


उल्लेख है कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यम ने एनपीए संकट को पहचानने और इसका हल निकालने का प्रयास करने के लिए समिति के सामने राजन की बहुत प्रशंसा की थी। सुब्रमण्यम ने समिति को बताया था कि एनपीए की समस्या को पहचानने का श्रेय पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को जाता है ।

उनसे बेहतर ये कोई नहीं जान पाया था कि आखिर देश में एनपीए की समस्या कैसे इतनी गंभीर हो गई। इसके अलावा सुब्रमण्यम ने यह भी दावा किया था कि अपने कार्यकाल के दौरान राजन ने समस्या के समाधान के लिए काफी प्रयास किए थे। इसके बाद जोशी ने राजन को पत्र लिखकर समिति के सामने आकर देश में बढ़ते एनपीए के विषय पर जानकारी देने को कहा।

No CM face till party gets ‘majority’ says Kiran Choudhary

Photo by R.K.


State Congress CLP leader, MLA from Tosham Constituency said that there is no Chief Minister face in the party till date. While responding to media persons regarding her being in the same races she did not deny her stake. At the same time she ruled out any polarisation in the party. She said that all the party leaders are conveying the party policies to the masses in their respective areas and ways.

While criticising the anti masses policies of BJP, Kiran said that the prices of petrol and other products varies according to the local government policies which imposes taxes on fuels. as and when the Govt. of India raises tax rates on fuels the oil companies in India also increase the price of petrol to recover losses and maintain marginal profits in the oil business in India.  The fear linked to the rise of petrol prices in India are never ending.  Do we blame crude oil for these steep price hike? Or is the root cause something different?  The answer lies in the fact that while crude oil continues to remain cheaper, the taxes levied by the State and Central Govts. which are actually for the ever rising petrol prices. Since May, 2014, there has been successive increase in the excise duty.  Data reveals that as of November, 2014, there has been a 54% increase in the excise duty on petrol.

Kiran along with  Hooda and other MLAs going to Vidhan Sabha Photo by Rakesh shah

Daily prices revision of petrol has begun 16th june this year. It has been observed that the price rise has happened gradually. As petrol does not fall under GST, the price of it varies across States. However, when considering the cost and freight prices alongwith the excise duty, dealer commission, applicable VAT etc., it has been found that the taxes on petrol sums up to be more than its actual cost. Although, presently crude oil has become much cheaper compared to what it had been way back in 2014, it is that collective taxes levied by the State and the Central Govts., that has caused the petrol price to rise to what it had been in 2014,  the highest till date. despite promises from the Govt. regarding rolling back the taxes, the prices of petroleum products have increased many folds.

people were brought from various distts. to mark political presence of ‘the Mahagathbandhan’ photo by R.K.

Relentless rise in prices of petrol and diesel is not inevitable because the price is built up by excessive taxes on petrol and diesel. If taxes are cut, prices will decline significantly. Rising oil prices have direct bearing in India’s inflation and fiscal indicators in the Indian Economy.

To give relief to common people the petrol and diesel should be brought within the ambit of GST and also reduce state VAT and Central Excise and taxes on fuel so that petrol diesel prices are reduce by Rs. 10/15 per liter.

BULLETPROOF JACKET provided to soldiers & Police men.

 

MEMORABLE & Great moments of PEACE INDIA.

The demand of PEACE INDIA (International NGO) to provide adequate BULLET PROOF JACKET to our soldiers & Police men for their Protection has fulfilled. The Government of India fulfilled the demand of PEACE INDIA and provided BULLET PROOF JACKET in first phase.
PEACE INDIA (International NGO) received letter from MINISTRY OF HOME AFFAIRS, MINISTRY OF DEFENCE, Indian Head Quarter of ARMY(Ministry of Defence), DG & IG of Jharkand State.
PEACE INDIA ( International NGO) getting very good response from DIRECTOR GENERAL OF POLICE (DGP)/Police Department of many States and GOVERNMENT of INDIA.. PEACE INDIA (NGO) got very good response from DIRECTOR GENERAL OF POLICE (DGP)/Police Department of many States and GOVERNMENT of INDIA.

PEACE INDIA (NGO) have written letter in July 2016 to our Honorable Prime Minister Mr.Narendra Modi, President of India, Mr.Pranab Mukherjee and our Defense Minister Mr.Manohar Parrikar in regarding to provide adequate BULLET PROOF JACKET to our soldiers & Police men for their Protection.
MINISTRY OF HOME AFFAIRS forwarded the letter of PEACE INDIA to BSF, CISF, Sashastra Seema Bal (SSB), National Security Guard (NSG), Indo Tibetan Border Police (ITBP), Assam Rifles (Through LOAR) & Suggested them to given explanatory reply to PEACE INDIA (NGO) about Bullet proof Jacket. On the Suggestion of MINISTRY OF HOME AFFAIRS, DG & IG of Jharkand State sent the letter to PEACE INDIA about bullet proof Jacket.
PRESIDENT’s Secreteriat (PRESIDENT of India) also sent the letter to Ministry of Defence ( Ref. No. P1/A/2707160069) to take appropriate action on demand of PEACE INDIA.
MINISTRY OF DEFENCE, Indian Head Quarter of ARMY(Ministry of Defence) also sent the letter to PEACE INDIA that they have taken appropriate action on demand of PEACE INDIA for providing the Bullet proof jacket to our Real Hero, Soldiers & Policemen. Bullet Proof jacket have provided.

Students protest against ‘dress code’ notice at PU girls hostel

Chandigarh: September 9, 2018: Students of Panjab University, Chandigarh, especially girls, lodged a strong protest against the “dress code notice” put up on the notice board of the Mata Gujri Girls Hostel 1 on PU campus. The notice had cited that girl students should be properly dressed while going to common room, dining hall and hostel functions failing which a fine would be imposed by the warden. This had irked students on the university campus.

On Sunday, SFS submitted a memorandum demanding that the notice be taken down. As part of the protest call, newly-elected PUCSC president Kanupriya met the hostellers following which, the warden removed the notice and addressed grievances mentioned in the memorandum. “Such rules represent a very derogatory mindset of the authorities. Moral policing has no place on Panjab University campus,” said Kanupriya. Former MP Pawan Kumar Bansal has also condemned the notice.

जिला और प्रदेश स्तर पर गरीब बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए खुलेंगे निःशुल्क केंद्र – हुड्डा

पेहोवा में जनक्रांति यात्रा के अवसर पर आयोजित रैली के दौरान उमड़ा जन सैलाब का अभिवादन स्वीकार करते पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा


· दिसम्बर में होगी प्रदेश स्तरीय सम्पूर्ण जनक्रांति रैली – हुड्डा

· प्रदेश से भाजपा को उखाड़ने तक संघर्ष रहेगा जारी – हुड्डा


पेहोवा – 9 सितम्बर:

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जनक्रांति रथ यात्रा माँ सरस्वती की गोद में बसे नगर पेहोवा पहुंची जहाँ पुरानी अनाज मंडी में हजारों की भीड़ ने उनका भव्य स्वागत किया I इससे पहले उन्होंने पेहोवा के पृथूदक तीर्थ के आदि देव श्री पृथ्वेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की I

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि वे आगामी दिसम्बर माह में सम्पूर्ण क्रांति रैली का आयोजन करेंगे जिसमें समूचे हरियाणा से लाखों लोग इकट्ठे होंगे। जैसे ही हुड्डा ने प्रदेश स्तरीय रैली की घोषणा की भीड़ में हर्ष की लहर दौड़ गई और लोगों ने गगन भेदी नारों के साथ हाथ हिला कर समर्थन व्यक्त किया I उन्होंने कहा कि यह रैली न केवल हरियाणा की भविष्य की राजनीति को एक नई दिशा प्रदान करेगी बल्कि प्रस्तावित रैली में हरियाणा की वर्तमान सरकार का सारा कच्चा चिठ्ठा भी खोल कर रखा जाएगा और इस जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा। आज की जनक्रांति यात्रा में उमड़ी भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी दिसम्बर तक की रणनीति का खुलासा करते हुए बताया कि तब तक जनक्रांति रथ यात्रा यथावत चलती रहेगी और वे प्रदेश के हर भाग में गाँवों तथा शहरों में जनसभाओं के माध्यम से जनता के बीच रहेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधान सभा के सत्र के कारण यात्रा की तारीखों में कुछ बदलाव किया गया है I कुरुक्षेत्र जिले के बाकी शेष बचे शाहबाद हलके में 17 सितम्बर को, 18 सितम्बर को थानेसर में और 19 सितम्बर को लाडवा हलके में जनक्रांति रथ यात्रा का आगाज़ होगा I

हुड्डा ने कहा कि उनकी जनक्रांति रैलियों में उमड़ रहे उत्साही जन समूह को देख कर सरकार की नींद उड़ गई है और वह बौखलाहट में जनता की आवाज को दबाने के लिए उन पर झूठे मुकदमें बना रही है। सरकार को गलतफहमी है कि ऐसी गीदड़ भभकियों से हुड्डा चुप बैठ जाएगा। उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि जब तक उनकी रगों में खून दौड़ता रहेगा तब तक वे चुप बैठने वाले नहीं है, बल्कि और अधिक शक्ति के साथ हरियाणा की जनता की आवाज को बुलंद करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे दिन आने का झूठा वायदा कर के भाजपा ने जनता के वोट तो बटोर लिए लेकिन अच्छे दिन की बजाय इतने बुरे दिन ला दिए कि जनता को एक-एक दिन काटना दूभर हो रहा है । लोग कांग्रेस शासन को याद करके बेसब्री से चुनाव का इन्तजार कर रहे हैं। अगले चुनाव में जनता भाजपा पर ऐसी राजनैतिक चोट मारेगी कि यह पार्टी भविष्य में कभी झूठे वायदे करके वोट मांगने का साहस नहीं कर पाएगी।

हुड्डा ने उपस्थित जनसमूह से सीधा संवाद करते हुए कहा कि यदि अगामी चुनाव के बाद इनकी सरकार बनी तो बुढ़ापा पेंशन 3 हजार रूपए महीना, बिजली के रेट आधे, पिछली बार की तर्ज पर किसानों तथा गरीबों के कर्जे माफ, स्वामीनाथन आयोग को पूरी तरह लागू करना, किसान की फसल के एक-एक दाने को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदना और मिलों पर गन्ने के बकाया का पूरा भुगतान तथा सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन पत्र पर शुल्क खत्म करने जैसे अपने वायदों को दोहराया। उन्होंने प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतन देने के वायदे को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पंजाब से बेहतर वेतनमान देंगे, जिससे पंजाब व अन्य राज्यों के कर्मचारी हरियाणा स्केल की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि पैट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों पर भारी भरकम टैक्स लगा दिये हैं हुड्डा ने याद दिलाया कि उनकी सरकार के दौरान डीजल देश भर में सबसे सस्ता हरियाणा में मिलता था। जनता ने यदि फिर से मौका दिया तो पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाकर पहले की तरह देश भर में सबसे सस्ता कर दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों को याद दिलाया कि 10 सितम्बर को कांग्रेस पार्टी ने डीजल, पेट्रोल और रसोईगैस की बढती कीमतों को लेकर देशव्यापी बंद का आवाहन किया है। हुड्डा ने लोगों से अपील की कि आप पूरी ताकत से इस बंद को कामयाब करें क्योंकि ऐसा कोई परिवार नहीं है जो तेल की बढ़ी कीमतों से प्रभावित न हो।

हुड्डा ने कहा कि वे इनेलो और भाजपा की तरह कभी झूठे वायदे नहीं करते बल्कि जो कहते हैं वह कर के भी दिखाते हैं। ऐसे अनेक उदाहरण हैं कि जब हम सत्ता में थे तो वह काम भी किये जिनका हमने वायदा नहीं किया था। यह कह कर उन्होंने आज फिर कुछ और नई घोषणाएं की, जिनमें प्रमुख हैं – कि कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रत्येक जिले में गरीबों विशेषकर एससी, बीसी के बच्चों के लिए जिला प्रतिभा विकास केंद्र खोले जायेंगे जिनमे सी और डी श्रेणी की नौकरियों के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही इन वर्गों के प्रतिभावान बच्चों को आईएएस, आईपीएस तथा एचसीएस परिक्षाओं की कोचिंग के लिए प्रदेश स्तर पर एक प्रतिभा केन्द्र की स्थापना की जायेगी। इन केन्द्रों में कोचिंग लेने वाले बच्चों से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने 2004 में केन्द्र की तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों की पैंशन स्कीम को बन्द करने के फैंसले को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि सरकार बनने पर वे पुरानी पैंशन स्कीम को पुनः लागु करेंगे।

अभी हाल में हुए एशियाई खेलो में पदक विजेता खिलाडि़यों को बधाई देते हुए हुड्डा ने सरकार से मांग की कि वह इन खिलाडि़यों को घोषित नीति के अनुसार राशि तथा नौकरी तुरंत प्रदान करे। हरियाणा से सम्बंधित खिलाड़ी चाहे फौज में हो या रेलवे में या केंद्र सरकार के किसी और विभाग में नौकरी करता हो उसे राशि और नौकरी देने में किन्तु परन्तु लगाने की जरूरत नहीं है इस से खिलाड़ी का हौसला टूटता है। उन्होंने आगे कहा कि खिलाडि़यों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है यदि यह सरकार उनको इनाम नहीं देगी तो उनकी सरकार बनने पर वह खिलाडि़यों को पूरा इनाम, पूरा सम्मान और नौकरी देगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने जनक्रांति रथ यात्रा के आज के कार्यक्रम के संयोजक पूर्व मंत्री हरमोहिंदर सिंह चट्ठा की जम कर तारीफ की और कहा कि जब भी वे उनसे मिले हमेशा अपने हलके के कामों की चर्चा की I

इस मौके पर इनेलो छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश राठी व भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए जिला कुरुक्षेत्र के भाजपा संयोजक एडवोकेट रामेश्वर चहल और सह संयोजक एडवोकेट अमित अठवाण का कांग्रेस में शामिल होने पर स्वागत किया और कहा कि इन सबका पार्टी में पूरा मान सम्मान किया जाएगा I

इस अवसर पर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूल चंद मुलाना, पूर्व सांसद नवीन जिंदल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धर्मपाल मलिक, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, विधायक रघुवीर सिंह कादयान, विधायक कुलदीप शर्मा, विधायक आनंद सिंह दांगी, विधायक करण दलाल, विधायक गीता भुक्कल, विधायक जगबीर मलिक, विधायक उदय भान, विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा, विधायक जयवीर बाल्मीकि, विधायक जय तीरथ दहिया, विधायक शकुंतला खटक, विधायक ललित नागर, पुर्व मंत्री निर्मल सिंह, पूर्व मंत्री सुभाष चौधरी, परमवीर सिंह,सतविंदर राणा,पूर्व सीपीएस रण सिंह मान, पूर्व सीपीएस राव दान सिंह, पूर्व सीपीएस विनोद भयाना, दिल्लूराम बाज़ीगर, पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, मराठा विरेन्द्र, पूर्व विधायक भारत भूषण बत्रा, पूर्व विधायक अर्जुन सिंह, पूर्व विधायक धर्म सिंह छोकर, पूर्व मंत्री राम भाज लोधर, पूर्व विधायक राम भगत शर्मा, पूर्व विधायक बी एल सैनी, पूर्व विधायक अशोक कश्यप, पूर्व विधायक राम निवास घोड़ेला, भीम सेन मेहता, धरमेंदर ढुल, रणधीर धीरा, चक्रवर्ती शर्मा, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, पूर्व मंत्री सत्य नारायण लाठर, पूर्व विधायक नफे सिंह बाल्मीकि, लहरी सिंह, पवन गर्ग, मेवा सिंह, मंदीप सिंह चट्ठा, वरुण मुलाना, हरियाणा प्रदेश युवा अध्यक्ष सचिन कुंडू, जाकिर हुसैन, राज कुमार त्यागी, डॉ. के वी सिंह, कर्मवीर सैनी, कुलदीप वत्स, रणधीर फतेहाबाद, प्रदीप सांगवान, सुरेंदर दहिया, डॉ. रवि परूथी, ब्रिज पाल छप्पर, तेलूराम जांगड़ा, सुनीता नेहरा, जितेंद्र बाल्मीकि,अनिल शोरेवाला ,राकेश शर्मा (टोनी), राकेश बुधवार, धर्मवीर गोयत, जयदीप धनखड़,संदीप तंवर,सुरेन्द्र नरवाल, अनिल राणा, रघुबीर संधु,प्रदीप पुण्डरी,सुनीता बताण ,कुलविंदर खैरा, सार्जेंट,रणधीर, मोहन लाल भंवरा ,सुरेश खुर्दबन,संजीव सैनी,जलेश शर्मा,सिमरनजीत सिंह ,पवन जैन, ओमप्रकाश ढांडा,सत्तू, जगबीर ढिगाना, शैंकी थानेसर, करण चट्ठा, सुखबीर ग्रेवाल, जीतेंद्र बब्लू, सुभाष रामगढ़ व अन्य स्थानीय नेता मौजूद रहे I

आज का पांचांग

🌷🌷🌷पंचांग🌷🌷🌷
10 सितम्बर 2018, सोमवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद
पक्ष – शुक्ल
तिथि – प्रतिपदा
नक्षत्र – उत्तरा फाल्गुनी
योग – साध्य
करण – किस्तुध्न

राहुकाल –
7:30AM – 9:00AM

🌞सूर्योदय – 06:08 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 18:37 (चण्डीगढ)
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🚩उत्सव -🚩
नवखाना नवरात्री।
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चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
अमृत 06:03 07:37 शुभ
शुभ 09:10 10:44 शुभ
लाभ 15:25 16:58 शुभ
अमृत 16:58 18:32 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 22:53 00:16 शुभ
शुभ 01:43 03:10 शुभ
अमृत 03:10 04:37 शुभ