भाजयुमो की बाईक रैली कल

चंडीगढ़

9 जून, 2018

भाजयुमो की बाईक रैली 10 जून दिन रविवार को एक विशाल बाइक रैली शाम 5:00 बजे सेक्टर 33 स्थित पार्टी कार्यालय कमलम से प्रारंभ होगी व सेक्टर 34-35 की मार्किट से किसान भवन चौक से होते हुए से. 22 मार्किट को व वहां से अरोमा लाइट प्वाईंट सेक्टर-22 से होती हुई सेक्टर 17-18 लाइट प्वाईट से होकर सेक्टर 17 में समाप्त होगी।

अभय चौटाला व हुड्डा पर लटकी खतरे की तलवार, स्पेशल कोर्ट की पड़ सकती है मार ।

 

दिल्ली

9 जून, 2018

पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा व विपक्ष नेता अभय चौटाला दोनों पर खतरे की बड़ी तलवार लटकती नजर आ रही है सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर बनाई गई स्पेशल कोर्ट की मार दोनों नेताओं पर पड़ सकती है जिसके चलते अगले विधानसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं के खिलाफ फैसला आने पर दोनों नेताओं को जेल जाना पड़ सकता है। भूपेंद्र हुड्डा और अभय चौटाला दोनों ही cm बनने की हसरत रखते हैं ऐसे में अगर दोनों नेताओं के खिलाफ स्पेशल कोर्ट का फैसला आता है तो प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच जाएगा।

क्या है मामला ?

सुप्रीम कोर्ट के सामने एक गंभीर बात सामने आई कि सांसदों और विधायकों के खिलाफ बड़ी संख्या में मामले सालों से लंबित चल रहे हैं। इस बारे में जब कोर्ट ने केंद्र सरकार से जानकारी मांगी तो 36 फ़ीसदी सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की बात सामने आई। इतने अधिक संख्या में सालों से मामले लंबित होने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए 12 दिसंबर 2017 को ला मेकर्स के खिलाफ लंबित मामलों को शीघ्र निपटाने के लिए 12 विशेष अदालतों का गठन करने के निर्देश जारी किए।

इन 12 स्पेशल कोर्ट में से दो स्पेशल कोर्ट दिल्ली में गठित करने को कहा गया। 10 अन्य कोर्ट आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराषट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना, यूपी व पश्चिम बंगाल में गठित करने के आदेश जारी किए गए। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए सभी 12 स्पेशल कोर्ट के गठन को मंजूरी दे दी।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने क्या किया?

दिल्ली उच्च न्यायालय ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसरण में राजनेताओं से जुड़े आपराधिक मामलो के शीघ्र निपटारे के लिए दो विशेष अदालतें स्थापित की हैं। एक प्रशासनिक आदेश में 1 नवंबर, 2017 और 14 दिसंबर, 2017 को सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में दिल्ली उच्च न्यायालय की एडिशनल मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और अन्य न्यायाधीशों ने राजनेताओं के मामलों के शीध्र निपटारे के लिए दो अदालतों को विशेष अदालतों के रूप में नामित किया है।

उच्च न्यायालय ने विशेष अदालतों की अध्यक्षता करने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष सीबीआई न्यायाधीश अरविंद कुमार और अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल को नामित किया।

दिल्ली उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल दिनेश कुमार शर्मा के माध्यम से जारी 23 फरवरी के आदेश में कहा गया है कि विशेष अदालतें 1 मार्च से पटियाला हाउस कोर्ट कॉम्प्लेक्स में काम करेगी।
इस अदालत के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीशों ने यह आदेश दिया है कि विभिन्न अदालतों में सांसदों / विधायकों के खिलाफ लंबित मामलों को 1 मार्च से पहले इन दो अदालतों में स्थानांतरित कर दिया जाए और ऐसे मामलों को तेजी से ट्रैक पर रखा जाए और 1 साल के अंदर निपटाने के प्रयास किए जाएं।

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा किए गए उपरोक्त फैसले के अनुरूप एवं दिल्ली हाईकोर्ट की एक बेंच के निर्देशानुसार इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला का केस तीस हजारी कोर्ट से पटियाला हाउस में स्थित विशेष अदालत में स्थानांतरित हो चुका है। उच्चतम न्यायालय के अनुसार पदों पर बैठे विधायकों व सांसदों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में निर्णय 1 साल के अंदर-अंदर किया जाना जरूरी है। अभय चौटाला का केस फरवरी 2018 के अंतिम सप्ताह में तीस हजारी से पटियाला हाउस ट्रांसफर हो चुका है।

अगर 26 फरवरी 2018 के हिसाब से 1 साल का समय गिना जाए तो अगली 25 फरवरी से पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले में अभय चौटाला को फैसले का सामना करना पड़ सकता है। जो मामले ढीले चल रहे होंगे उनको दैनिक कार्रवाई की सुनवाई में शामिल किया जाएगा । अभय चौटाला के केस की भी दैनिक सुनवाई की श्रेणी में आने की पूरी संभावना नजर आती है।

अगर इस मामले में अभय चौटाला के खिलाफ फैसला आया तो अगले चुनाव से पहले उनको सत्ता की बजाय जेल का सामना करना पड़ सकता है। अभय चौटाला के खिलाफ इस मामले में फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार 1 साल के अंदर आने की पूरी संभावना नजर आती है।

अभय चौटाला की तरह पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी आधा दर्जन मामलों में कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। उनके खिलाफ सीबीआई तेजी से जांच कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार अगर कोर्ट ने तेजी से इन मामलों में सुनवाई की तो अगले चुनाव से पहले भूपेंद्र हुड्डा को भी फैसलों का सामना करना पड़ेगा और खिलाफ फैसले आने के हालात में उनको भी जेल जाने को मजबूर होना पड़ सकता है।

खरी खरी बात यह है कि हरियाणा की सियासत में इस समय पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और विपक्ष के नेता अभय चौटाला दोनों अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं।

अभय चौटाला सी एम् बनने के लिए बसपा के साथ चुनावी गठबंधन करने के अलावा एसवाईएल मामले पर जेल भरो आंदोलन छेड़े हुए हैं,
दूसरी तरफ पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी कांग्रेस हाईकमान को झुकाने के लिए जन क्रांति रथ यात्रा के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर दोनों नेताओं के खिलाफ कोर्ट के फैसले आए तो प्रदेश की राजनीति में उथल पुथल मच जाएगी। इससे जहां दोनों ही नेताओं के समर्थकों को जोर का झटका लगेगा वहीं दूसरे दलों व नेताओं को चमकने का गोल्डन चांस मिल जाएगा।

ऑनलाइन होगी वाहन पोल्यूशन सर्टिफिकेट की प्रक्रिया

 

चंडीगढ़, 9 जून, 2018:

शहर में बढ़ रहे पॉल्यूशन पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की अवधि समाप्त होने पर ऑनलाइन चालान करने की प्रक्रिया पर काम शुरू करने जा रही है। इस संबंध में स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी एक ऐसा एप तैया करवाएगी जो वाहन चालकों को अपडेट करेगा।

बताया जाता है कि स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी यह काम किसी कंपनी को देने जा रही है। इस पर कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगे जा रहे हैं। चंडीगढ़ में पेट्रोल पंपों पर 30 पॉल्यूशन चेक सेंटर हैं। ऑनलाइन होने के साथ ही सभी पॉल्यूशन चेक सेंटर हाईटेक होंगे। सेंटर पर सीसीटीवी भी लगाने होंगे। मेनुअल प्रक्रिया में अभी वाहनों को रोककर सर्टिफिकेट देखा जाता है। ऑनलाइन होने के बाद पॉल्यूशन रिपोर्ट भी ऑनलाइन मिलने लगेगी। जिससे कोई वाहन छूट नहीं सकेगा। यह ऑनलाइन सिस्टम निजी और कमर्शियल दोनों तरह के वाहनों के लिए होगा।

सभी पॉल्यूशन चेक सेंटर वाहन सॉफ्टवेयर से लिंक होंगे। जिससे पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की सीधी जानकारी रजिस्टिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) को चली जाएगी। पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की वैधता 6 महीने की होती है। जैसे ही छह महीने पूरे होने के बाद सर्टिफिकेट एक्सपायर होगा, आरएलए को पता चल जाएगा। जिसके बाद आरएलए कंट्रोलिंग अथॉरिटी ट्रैफिक पुलिस या एसटीए को इसकी जानकारी देगा।

ट्रैफिक पुलिस या एसटीए ऐसे वाहनों के ऑनलाइन चालान जेनरेट कर वाहन चालक को भेज देगी। साथ ही यह भी पता चलता रहेगा कि कौन सा वाहन कितना पॉल्यूशन फैला रहा है। ज्ञात रहे पिछले 10 साल में कारें 64 प्रतिशत और टू व्हीलर 40 प्रतिशत तक बढ़े हैं। हर ढाई महीने में 10 हजार निजी वाहन रजिस्टर्ड होते हैं। जिस कारण पॉल्यूशन का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इस साल 460 वाहनों के चालान ट्रैफिक पुलिस ने 2017 में 2392 पॉल्यूशन नोटिस जारी कर 223 चालान किए थे। 2018 में 1024 नोटिस जारी कर 127 चालान किए गए। वहीं, एसटीए ने इस साल 460 वाहनों के चालान किए हैं।

Delegation of Akali Dal ignored the plight of SC’s in Punjab while meeting PM – Kainth

 

Chandigarh, 09th June

A delegation led by Shiromani Akali Dal president Sukhbir Singh Badal and Harsimrat Kaur Badal met Prime Minister Narendra Modi. ‘While the meeting was held to discuss various issues like crop support prices, exemption of GST on ‘Langar’, loan relief for farmers etc, the delegation forgot to discuss about issues of the scheduled castes community in Punjab. There was not a single topic of concern relating to the plight of the SC community in Punjab, which has the highest population of scheduled castes in India.’ said Paramjit Singh Kainth, President of the National Scheduled Castes Alliance, a socio-political organization championing the cause of the scheduled castes community in Punjab.

“Most of the schemes relating to the improvement in the social, economic, political condition of the scheduled castes are governed by the Centre government currently led by Prime Minister Narendra Modi’s BJP party. The Central Government provides impetus to schemes like post-matric scholarship, Scheduled Castes Sub Plan (SCSP), Stand-up India etc and while all these schemes have been brought to improve the condition of the scheduled castes community, these rarely have been implemented properly by various state governments and sometimes misgoverned by the central government due to political reasons.” said Kainth.

“Shiromani Akali Dal has actively alleged that the current Congress government’s performance has been dismal in all fronts but their own attitude towards one of the largest community in Punjab has been disappointing to say the least. There was an opportunity to highlight the ongoing political and social crisis relating to the Scheduled Castes community in Punjab and also through the PM, the delegation could have raised the concern over the implementation of the various schemes for the development of the community in the State but as has been the case always, these political parties only become the champions for the plight of the scheduled castes when the elections are near.” alleged Kainth.

Lakhs and thousands of students from the community are suffering currently due to the delay in dispensing the post-matric scholarship as the State government is not actively pursuing the Centre to release the corpus for the scheme.

The National Scheduled Castes Alliance further demanded that the 3 MLA’s from Adampur, Banga and Phillaur who belong to the scheduled community should condemn the attitude of their leadership. They should resign from the party and so should the other leaders from the Akali-Dal BJP alliance who belong from the scheduled castes community.

Police File

DATED

09.06.2018

 

Special drive against consuming liquor at public place was carried out at different parts of the city in which total 04 cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered.

 In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out at different parts of the city. Under this drive total 04 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 04 persons were arrested while consuming liquor at public place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:- PS-17 = 2 cases, PS-49 = 2 cases.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

One arrested under NDPS Act

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Akashdip R/o # 700/19, Wakil Colony, Hansi Sadar, Distt. Hisar Haryana (HR) atslip road near Lake Sector-42, Chandigarh and recovered 8 gram of Heroine from his possession. A case FIR No. 220, U/S 21 NDPS Act has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rioting

A case FIR No. 171, U/S 147, 149, 323, 452, 506 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Mohit R/o # 1459/3, Sector-29/B, Chandigarh who alleged that Rohit, Manna, Manoj, Lalu, and Mohit beaten/threatened complainant at his residence on 07.06.2018. Investigation of the case is in progress.

Quarrel

A case FIR No. 158, U/S 341, 323, 506, 34 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the complaint of Ramesh R/o # 325, Village Mauli Jagran, Chandigarh who alleged that Nem Kumar R/o # 312, Charan Singh Colony, Mauli Jagran, Chandigarh and others beaten/threatened complainant at Park, Mauli Jagran, Chandigarh on 05.06.2018. Investigation of the case is in progress.

Cheating

Sh. Pritam Singh R/o Village Siani Majra, Distt. Mohali (PB) & Gurvinder Singh R/o Village Padi, Distt Ropar (PB) alleged thatGurdeep Singh @ Jassi R/o Village Badwala Distt. Ropar (PB) cheated Rs. 4 lakh from complainants regarding providing job of driver in High Court. A case FIR No. 258, U/S 406, 420 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Sh. Hardeep Singh R/o # 142/23, Phase-11, Mohali (PB) reported that unknown person stolen away his Auto No. CH-78(T)-2289 while parked near dividing road, Sector 19/27, Chandigarh. A case FIR No. 176, U/S 379 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Ranjit Kumar R/o # 467, Vikas Nagar, Mauli Jagran, Chandigarh reported that unknown person stolen away his Activa Scooter No. CH-01BB-4228 while parked near his residence. A case FIR No. 157, U/S 379 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Deepak R/o # 539, Sector-38/A, Chandigarh reported that unknown person stolen away his Activa Scooter No. CH-01AD-8225 while parked near his residence. A case FIR No. 240, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

काल्पनिक असहिष्णुता पर कांग्रेस का बेजा प्रलाप

दिनेश पाठक ,

वरिष्ठ अधिवक्ता राजस्थान उच्च न्यायालय,एवं
विश्व हिन्दू परिषद के विधि प्रमुख

 

 

संघ के कार्यक्रम मे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के जाने का समाचार जैसे ही सार्वजनिक हुआ वैसे ही राजनीतिक गलियारो मे तूफान मच गया ! हृर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आर एस एस के तीसरे वर्ष के शिक्षा वर्ग का समापन होता है हर साल देश का एक प्रबुद्ध व्यक्ति इसके समापन पर अपना सम्बोधन देता है जो विभिन्न विचारधारा के होते है लेकिन पहली बार ऐसा हुआ देश के पूर्व राष्ट्रपति को वहां जाने से रोकने का प्रयास किया!

इस कार्यक्रम के समापन पर इस साल देश के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को आमन्त्रित किया और उन्होने सहज भाव से इसे स्वीकार किया प्रणव मुखर्जी वरिष्ठतम राजनेताओ मे से एक है उनकी विद्वता पर आजतक तक किसी ने चाहे वो बीजेपी हो चाहे आर एस एस चाहे वामपंथी ने कोई सवाल नही उठाया लेकिन पहली बार कांग्रेस ने ही नेताओ ने उनके इस कार्यक्रम मे जाने का विरोध किया और बयानबाजी और टिवटर के जरिये ये कहने की कोशिश की कि प्रणव दा का वहां जाना गलत है और वो सही निर्णय नही कर पाये ! ये कांग्रेस की एक तरह से असहिष्णुता थी कि आर एस एस एक अछूत है वहां जाकर प्रणव दा को बोलने की आजादी को रोकने का प्रयास विरोध करके किया ! जिसका आज प्रणव मुखर्जी ने संघ के कार्यक्रम मे पहुचकर जो सम्बोधन किया ,के जरिये कांग्रेस के ऐसे नेताओ को करारा जबाव दिया जो उनके जाने पर हो हल्ला मचाये हुये थे!

संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष के समापन पर मुख्य अतिथि डा. प्रणव मुखर्जी जी के सम्बोधन के कुछ मुख्य बिन्दु इस प्रकार रहे

-मैं राष्ट्र और देशभक्ति पर बोलने आया हूँ।
-देश और देशभक्ति समझने आया हूँ।
-मैं भारत के बारे में बात करने आया हूँ।
-hensang व fahiyan ने हिंदुओं की बात कही है ।
-देशभक्ति का मतलब देश के प्रति आस्था।
-सबने कहा है कि हिन्दु धर्म एक उदार धर्म है
-राष्ट्रवाद किसी भी देश की पहचान है ।
-हम अलग अलग सभ्यताओं को शामिल करते रहे हैं।
-भारतीय राष्ट्रवाद में एक वेश्विक भावना रहा है।
-विविधता हमारी सबसे बड़ी ताक़त हैं,हम विविधता का सम्मान करते हैं।
-भेदभाव नफ़रत से भारत को ख़तरा।
-सहिष्णुता हमारी सबसे बड़ी पहचान हैं।
-आज राष्ट्रीय दृष्टिकोण की आवश्यकता हैं
-१८०० वर्षों तक भारत ज्ञान का केंद्र रहा है ।
-नेहरु ने कहा की सबका साथ ज़रूरी
-राष्ट्रवाद किसी धर्म भाषा में बँटा नहीं है।
– हम सबकी पहचान भारतीय हैं।
-भारत की राष्ट्रीयता वसुधेव कुटुम्बकम पर आधारित हैं।
-विचारों में समानता के लिए संवाद ज़रूरी हैं
-शांति की और बढ़ने से समृद्धि बढ़ेगी।
-लोकतंत्र कोई उपहार नहीं संघर्ष का नतीजा हैं।
-विचारों के आदान प्रदान से देश उन्नत होगा
-भारत अर्थव्यवस्था में आगे लेकिन happiness index में पीछे हैं।
-भारतमाता हमसे सुख शांति व समृद्धि की माँग कर रही हैं।
-आपसी नफ़रत से देश को नुक़सान होगा।
-बातचीत से हर समस्या का समाधान सम्भव हैं।
– देशभक्ति में देश के सभी लोगों का योगदान हैं।
-दुनिया का सबसे पहला राज्य भारत हैं।
-विविधता में एकता भारत को ख़ास बनाती हैं।१२२ भाषायें, १६०० बोलियाँ
– आर्थिक विकास को असली विकास में बदलना हैं।

खास बात यह रही कि प्रणव दा और मोहन भागवत के समबोधन मे बहुत कुछ समानता थी जो बाते प्रणव दा ने कही वही बाते लगभग उनसे पूर्व मोहन भागवत ने अपने सम्बोधन मे कही ! उन्होने भारत मे रहने वाले हर व्यक्ति को भारतपुत्र बताया उन्होने कहा संघ सर्वसमाज के लिये काम करता है

प्रणव दा ने अपने सम्बोधन मे ऐसा कुछ नही कहा जिससे कांग्रेस भयभीत थी और अपने ही सबसे बरिष्ठ और विद्वान व्यक्ति को कोस रहे थे उन्होंने अपने सम्बोधन मे भारत की बात की राष्ट्रवाद की बात की उन्होने भारत को पहला राज्य बताया ! हिन्दु के उदार होने तथा गुप्तकाल मौर्य काल अशोक की चर्चा की लेकिन अपने सम्बोधन मे कही अकबर की चरचा नही की!उन्होने याद दिलाया कि भारत की राष्ट्रीयता वसुधैच कुटुम्बकम पर आधारित है

एक और जगुआर ज़मींदोज़ पायलट बाल बाल बचे

 

अहमदाबाद, 8 जून

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एक पॉयलट शुक्रवार को उस समय बाल-बाल बच गया, जब उड़ान के दौरान एक जगुआर विमान में तकनीकी गड़बड़ी पैछा हुई और वह गुजरात में एक वायुसेना अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आईएएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि पॉयलट एक स्क्वाड्रन लीडर हैं और वह नियमित प्रशिक्षण मिशन के बाद जामनगर वायुसेना अड्डे पर लौट रहे थे। विमान को उतारने के दौरान पॉयलट को विमान में एक गड़बड़ी का पता चला।

वह सुरक्षित रूप से विमान से बाहर आने में कामयाब रहे, लेकिन यह तत्काल पता नहीं चल सका है कि उन्हें कोई गंभीर चोट आई है या नहीं।

सूत्रों ने कहा कि रॉकेट समर्थित इजेक्शन सीट ने पॉयलट को बाहर किया, लेकिन इससे पहले विमान 500 फुट तक लुढ़का। इसके बाद विमान फिर 100 फुट तक लुढ़का और फिसलकर बगल की डामरयुक्त खुरदुरी जगह पर पहुंच गया।

प्रवक्ता ने कहा कि दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

बीते तीन दिनों में दूसरी बार आईएएफ जगुआर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।

उत्तर पश्चिम गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मंगलवार को एक जगुआर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसके पॉयलट एयर कोमोडोर संजय चौहान की मौत हो गई थी। उन्होंने भी जामनगर वायुसेना अड्डे से नियमित प्रशिक्षण मिशन के लिए उड़ान भरी थी।

जगुआर विमान चार दशक से सेवा में है। यह एसईपीईसीएटी के लाइसेंस के तहत निर्मित हैं। एसईपीईसीएटी एक एंग्लो फ्रेंच संघ है।

आईएएफ इन्हें आधुनिक एवियॉनिक्स, रडार प्रणाली और आधुनिक इंजनों के साथ उन्नत कर रहा है, जिससे इसका सेवा काल बढ़ाया जा सके।

Pervez Musharraf no more Pakistani Citizen

 

Pakistan’s ministry of internal affairs on Thursday asked the National Database and Registration Authority (Nadra) and the Directorate General of Immigration & Passports to suspend the national identity card and passport of former President Pervez Musharraf, country’s leading newspaper Dawn reported. The move would freeze Musharraf’s bank accounts and will also restrict the retired General from travelling abroad.

A special court while hearing a treason case against the former General on March 8 had directed the interior ministry to suspend Musharraf’s passport and national identity card. However, the implementation of the order was delayed as a certain time limit was granted to the former president to comply with the court’s earlier directives.

Responding to the termination of Musharraf’s passport and identity card, an official from Nadra said they had only received verbal directives and are stilling waiting for a written confirmation in this regard.  A Nadra spokesman on Thursday, the last day of the Pakistan Muslim League-Nawaz government, neither confirmed nor denied the move to suspend Musharraf’s passport.

The court in its order on March 8 had also directed interior ministry along with other departments, divisions and agencies to take appropriate measures for the arrest of Musharraf and attachment of his assets in UAE if the General failed to submit a written request for security during his appearance before the court within seven days.

Musharraf has been charged with treason for subverting the constitution by declaring a state of emergency in November 2007. The leader was restricted from travelling abroad by courts after he returned to Pakistan in March 2013, ending his self-imposed exile. Citing medical treatment, the former President was allowed to travel to Dubai in March 2016 and since then he has not returned.

Pranab Showed Grace and Goodwill : Adwani

NEW DELHI:

Bhartiya Janata Party patriarch Lal Krishna Advani on Friday lauded former president Pranab Mukherjee for attending the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) event in Nagpur on Thursday. Advani said that Pranab showed grace and goodwill in accepting the invitation. “I warmly commend Shri Mohan Bhagwat ji, Sarsanghchalak of the RSS, for inviting Shri Mukherjee to address the swayamsevaks who completed the third year of training this year. I also heartily congratulate Shri Mukherjee for his grace and goodwill in accepting the invitation,” he said in a statement on Friday.

Advani said that the views shared by RSS chief Mohan Bhagwat and Pranab at the event had a lot in common and expressed hope that such conversations will help in creating an atmosphere of tolerance, harmony and cooperation.

“There was significant concord and resonance in the views expressed by both leaders. Both of them highlighted the essential unity of India, which accepts and respects all diversities including the pluralism of faiths. Such conversations, conducted in the spirit of openness and mutual respect, will surely help in creating a much-needed atmosphere of tolerance, harmony and cooperation to build an India of our common dreams,” he added.

his complete quote

Yesterday’s visit by Shri Pranab Mukherjee, India’s former President, to the headquarters of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) in Nagpur, and his illuminating exposition of the noble idea and ideals of Indian nationalism, are a significant event in our country’s contemporary history.

I warmly commend Shri Mohan Bhagwat ji, Sarsanghchalak of the RSS, for inviting Shri Mukherjee to address the swayamsevaks who completed the third year of training this year. I also heartily congratulate Shri Mukherjee for his grace and goodwill in accepting the invitation.

There was significant concord and resonance in the views expressed by both leaders. Both of them highlighted the essential unity of India, which accepts and respects all diversities including the pluralism of faiths.

As a lifelong swayamsevak of the RSS, I believe that these two national leaders have truly set a praiseworthy example of dialogue transcending ideological affiliations and differences.

I have had the pleasure and privilege of knowing, and working closely with, Shri Pranab Babu in and outside Parliament. His own reflective nature, combined with his long and varied experience in public life, have made him a statesman who strongly believes in the necessity of dialogue and cooperation among people of various ideological and political backgrounds.

I am happy that, under the leadership of Shri Bhagwat ji, the RSS has expanded and intensified its efforts to reach out to various sections of our nation in the spirit of dialogue.

Such conversations, conducted in the spirit of openness and mutual respect, will surely help in creating a much-needed atmosphere of tolerance, harmony and cooperation to build an India of our common dreams.

“हिंदू विरोधी विचारधारा के कारण हुईं लंकेश और कुल्बर्गी की हत्याएं”: कर्णाटक पुलिस

 

कर्नाटक पुलिस की एक विशेष टीम ने कोर्ट को बताया है कि तीन साल पहले हुई डॉक्टर एमएम कलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के तार आपस में जुड़े हुए हैं.

पुलिस की यह विशेष टीम पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रही है. बेंगलुरू के एक कोर्ट में दाखिल किए गए चार्जशीट में यह दावा फॉरेंसिक रिपोर्ट के हवाले से किया गया है.

फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दोनों हत्याओं में एक ही देसी कट्टे का इस्तेमाल किया गया था. विशेष जांच टीम के 660 पन्नों की चार्जशीट में कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या में 7.65 एमएम कट्टे के इस्तेमाल की बात कही गई है.

हिंदूवादी परंपराओं और अनुष्ठानों के ख़िलाफ़ अभियान चलाने वाले डॉक्टर एमएम कलबुर्गी की हत्या 30 अगस्त 2015 को कर दी गई थी.

उत्तरी कर्नाटक के धारवाड़ में कुछ अज्ञात लोगों ने उनके घर के सामने उन्हें गोली मार दी थी.

5 सितंबर 2017 को गौरी लंकेश की हत्या बेंगलुरु में उनके घर के सामने कुछ अज्ञात लोगों ने कर दी थी. गोली चलने वाले व्यक्ति ने हेलमेट पहन रखी थी.

कथित रूप से हिंदूवादी विचारधारा को चुनौती देने के लिए गौरी लंकेश और कलबुर्गी की हत्या कर दी गई थी.

फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक़ दोनों हत्याओं में गोली और कारतूस “एक ही देसी कट्टे से चलाई गई थी” जिसमें 7.65 एमएम की कारतूस लगती है.

इस रिपोर्ट को अहम माना जा रहा है, क्योंकि कलबुर्गी की हत्या के तीन साल बाद भी अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.

एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी से कहा, “दोनों मामलों में यह एक बड़ी सफलता है.”

पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टरों को गौरी लंकेश के शरीर से तीन गोलियां मिली थीं जबकि हत्या की जगह पर उनके घर के दरवाज़े के ऊपर लगी एक गोली भी बरमाद की गई थी.

फॉरेंसिक टीम ने कलबुर्गी की हत्या के बाद बरामद किए गए कारतूसों से इन कारतूसों का मिलान किया था.

विशेष टीम ने इस मामले में केटी नवीन को गिरफ्तार किया था जिस पर प्रवीण उर्फ सुजीत कुमार को देसी कट्टा मुहैया कराने का आरोप था.

पुलिस को दिए अपने बयान में नवीन ने आरोप लगाया था कि उन्होंने गोवा के पोंडा में हुए एक धार्मिक सेमिनार में कहा था कि हिंदूत्व की रक्षा के लिए हथियार उठाने की ज़रूरत है. बयान की एक कॉपी बीबीसी के पास है.

इसके बाद आयोजकों में से एक व्यक्ति ने उन्हें कहा था कि उनके जैसे विचार रखने वाले और भी लोग हैं जो जल्द उनसे संपर्क करेंगे. इस तरह प्रवीण उनके संपर्क में आया था. नवीन ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है, “मैं जानता हूं कि यह गैरकानूनी है, लेकिन मैं (गौरी लंकेश के) हिंदू विरोधी विचारों के ख़िलाफ़ था और मैंने उनकी मदद करने का फ़ैसला किया.”

इससे पहले प्रवीण एक कन्नड़ लेखक केएस भगवान की हत्या की साजिश रचने के लिए गिरफ्तार किए गए थे. बाद में उन्हें गौरी लंकेश हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया. केएस भगवान कई बार हिंदू देवी देवताओं के ख़िलाफ़ बोलने के लिए विवादों में फंस चुके हैं.

पुलिस ने इनके अलावा तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था जो हिंदूत्ववादी संस्थानों, सनातन संस्था या इससे जुड़ी हिंदू जनजागृति समिति से जुड़े थे.

जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया, वो हैं- महाराष्ट्र के पुणे से अमोल काले, पोंडा, गोवा से अमित देग्वेकर और कर्नाटक के विजयपुरा से मनोहर इदावे.

कलबुर्गी की हत्या पहले कम्युनिस्ट नेता गोविंद पनसारे और उनकी पत्नी की हत्या कोल्हापुर में गोली मार कर कर दी गई थी. पनसारे और उनकी पत्नी मॉर्निंग वॉक से घर लौट रहे थे.

इससे दो साल पहले 30 अगस्त 2013 में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के नरेंद्र दाभोलकर की हत्या भी इसी तरह के 7.65 एमएम देसी कट्टे से की गई थी.

यह माना जा रहा है कि चारों की हत्या “हिंदू विरोधी विचारधारा” रखने की वजह से की गई है.