Mehbooba detergent: pehle istimal karein, phir vishwas naa karein

 

The talk of the BJP withdrawing support to the PDP started as a rumour in Kashmir, which was largely shrugged off. Nobody could imagine even in their wildest dreams that it would be the BJP which would abandon the coalition, considering alliance with the PDP had enabled it to become a ruling party in India’s only Muslim majority state, a seemingly improbable prospect up until 2014. But when the news turned out to be true, it still took time to sink in. And then people started talking. Soon social media went abuzz with posts and memes and Whatsapp forwards began circulating.

The dominant public mood that came to the fore wasn’t one of anger over the development but a sense of vicarious wish-fulfilment. An opinion poll run by a local daily showed 92 percent of the respondents approving the fall of the government.

“The BJP-PDP rule will be remembered for just one thing – bloodshed. And for the disgraceful wayMehbooba Musti government has been dumped, Kashmiris are feeling this collective sense of schadenfreude,” wrote the noted Kashmiri cartoonist Suhail Naqshbandi on Twitter.

Prominent activist Shehla Rashid wrote “the break-up was nothing but drama by the alliance partners to rid themselves of any accountability”.

“They are fleeing, in order to escape questions from the public on nepotism & political/economic failures (sic),” Shehla said.

Across the social media, the first few hours after the break-up of the coalition turned out to be a venting session for the accumulated mass contempt for the PDP, especially against its leader Mehbooba Mufti. Scores of memes, that started doing the rounds captured the catharsis in the Valley.

One such meme went like this: “Mehbooba detergent: pehle istimal karein, phir vishwas naa karein (first use and then don’t even trust,” a variation on a famous jingle about a detergent.

Both the posts and the memes played to the discourse that in withdrawal of the support by the BJP, the PDP had met a fitting comeuppance for its betrayal of the people’s mandate.

“The pinnacle of curse is being ousted by the partner & then resigning from the chair of slayer,” wrote one Mohsen Shah. “If only she had such a heart to resign after the countless barbaric killings of the innocent youth during her genocidal regime”.

Or this one: “This is how New Delhi deals with its chaprasis (servants), always.”

The alienation of the PDP is a huge fall for the Mehbooba, who could boast of the highest credibility among mainstream parties in the state, until her party decided to join hands with the BJP.

A part of the anger now directed against her comes from a deep sense of betrayal of this trust. Killings and blindings in 2016 destroyed her popularity. As a result, BJP’s withdrawal of support and the accompanying humiliation has become a sweet retribution. Hence, a reflexive response that exults in what is seen as “disgrace for the PDP”.

This is a sentiment that was voiced even by the former Chief Minister Omar Abdullah in his interaction with reporters: “Wish Mehbooba had gone with her dignity intact rather than being shunted out by the partner (BJP).”

Informed civil society opinion, on the other hand, sees the break-up as a long-anticipated end to an ideologically antithetical alliance.

“The alliance was doomed from the very beginning. The alliance partners were never gelled with each other. Prisoners of their respective ideological positions and constituencies, the two parties were in fact pushing the government in opposite directions,” wrote the noted Jammu based academician Rekha Chaudhary. “Except for the common goal to retain power, there was nothing common between the two partners. The differences were too profound and no effort was ever made to bridge them”.

Rekha said the Agenda for Alliance, was “a good document,” with a “potential of not only making the government work in the interest of the state, but also to resolve the inter-regional conflict in the long term”.

“But the agenda remained at the paper only. Lest they be seen as having compromised with their respective political positions, on the ground, each of the political partners was more aggressive about its ideology and therefore publicly confrontationist rather than conciliatory in approach”.

For now Mehbooba Mufti is alone. Neither the Congress, nor the PDP see it worth their while to extend support. Her political standing is at its nadir. The BJP has called for “an all-out war” against the militants which is likely to result in more human rights abuses. But Mehbooba’s political capital has deteriorated to an extent whereby even if she starts making people-friendly noises, she can only expect ridicule in return.

“PDP will soon start talking about the human rights of Kashmiris,” renowned Kashmiri writer Mirza Waheed wrote sarcastically on Facebook.

हरियाणा कृृषि विभाग में जैविक खाद की खरीद में भारी घोटाला

पंचकूला,22जून। हरियाणा में वर्ष 2014-15 और वर्ष 2015-16 में कृृषि विभाग द्वारा जैविक खाद की खरीद में भारी घोटाला किया गया है। कृृषि विभाग ने जैविक खाद की यह खरीद बीज निगम,भूमि सुधार निगम और हैफेड के जरिए की थी। इस मामले में शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री उडनदस्ते ने जांच की थी और प्रथम दृृष्टया जांच सही पाए जाने पर उडनदस्ते के पुलिस महानिरीक्षक ने पंचकूला पुलिस को मुकदमा दर्ज करवा दिया है। एक दिन पहले ही यह मुकदमा दर्ज किया गया है।

झज्जर जिले के रामकंवार ने इस घोटाले को लेकर शिकायत की थी और मुख्यमंत्री के उडनदस्ते ने इसकी जांच की थी। जांच में मामला प्रथम दृृष्टया सही पाए जाने पर पुलिस महानिरीक्षक-खुफिया ने पुलिस उपायुक्त पंचकूला को शिकायत दी थी। इसके आधार पर ही भ्रष्टाचार निरोधक अघिनियम की धारा 13 और जालसाजी व धोखाधडी की अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत की जांच में पाया गया कि विभाग को सप्लाई किया गया खाद जैविक खाद न होकर दर्जे में हलका सिटी कम्पोस्ट था। कृृषि विभाग व हैफेड के अधिकारियों ने फर्टिलाइजर कंट्रोल आॅर्डर 1985 का उल्लंघन करके सप्लायर फर्म को घटिया खाद के बदले अच्छे दर्जे के खाद की दरों पर भुगतान किया। इस तरह से राज्य सरकार को बडी वित्तीय हानि पहुंचाई गई।

वर्ष 2014-15 में जहां हैफेड के जरिए जैविक खाद की खरीद की थी वहीं वर्ष 2015-16 में हैफेड व एचआईआरडीसी के जरिए खरीद की गई थी। जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद के जरिए जांच में यह भी पता चला कि कम्पनियों द्वारा सप्लाई किए गए जैविक खाद के नमूने पहले फेल दिखाए गए थे लेकिन बाद में उन्हें मानकों के अनुसार पास दिखा दिया गया।

क्या भाजपा द्वारा चंडीगढ़ को मिलेगा एक और पैराशूट उम्मीदवार?

picture for reference purpose only

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री के लिए गीत लिखने व गाने वाले हरियाणा सरकार में एक ओर सुधार कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल ने कूरुक्षेत्र या चंडीगढ़ में से किसी एक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दवा ठोका है। साथ ही उन्होंने अपने इस दावे को हकीकत में बदलने के लिए जल्दी ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की बात कही है। कूरुक्षेत्र को वह जन्मभूमि और चंडीगढ़ को कर्मभूमि बतातें हैं। उनका कहना है कि मोदी व अमित शाह युवा वर्ग को आगे लाने की सोच रखतें हैं।

रॉकी मित्तल कैथल के रहने वाले हैं, बिना मंत्री होते हुए हरियाणा सचिवालय की आठवीं मंजिल पर हरियाणा सरकार ने इन्हें ऑफिस व स्टाफ दे रखा है। रॉकी मित्तल का असली नाम जय भगवान मित्तल है। उन्होंने बताया कि सुधार कार्यक्रम का लक्ष्य है कि जनता की परेशानियों को केसै दूर किया जाए। उन्होंने जनवरी में पानी पर काम किया, फिर हमने किसानों के लिए काम किया और फिर किसान विकास प्राधिकरण बना। हमने गरीबों के लिए काम किया, जिससे अंत्योदय सरल केंद्र बने। महिलाओं के सशक्तिकरण पर अब काम कर रहें हैं, कई हजार महिलायों की सरकार से मीटिंग होने जा रही है, सी एम साहिब से उन्हें रूबरू करवाया जाएगा। इसके लिए 4000 महिलाओं की बातें उनके पास हैं, जिसपर सी एम साहिब कई चीजों पर फैंसला ले उनको प्रेक्टिकल शेप देंगें।

रॉकी मित्तल के अनुसार एक ओर सुधार कार्यक्रम के परिणामों पर मुख्यमंत्री भी पूर्णतया संतुष्ट हैं क्योंकि कई ऐसी चीजें हैं जो मुख्यमंत्री, मंत्री व बड़े अधिकारी भी नही जानते, लेकिन आम जनता जानती है। मुख्यमंत्री जनता से ऐसे रूबरू होतें हैं जैसे केबिनेट में मन्त्रियों से होते हैं। खुली चर्चा करतें हैं कि क्या वह चाहतें हैं और क्या हो सकता है। पीछे एक महिला ने कहा कि सरस मेले पूरे हरियाणा में लगने चाहिए मुख्यमंत्री ने इसे माना और अब जल्दी सरस मेले पूरे हरियाणा में लगेंगे भी।रॉकी मित्तल ने 2012 में मोदी का एक गाना बनाया “पी एम बनेगा, नरेंद्र मोदी” तब सुर्खियों में आए।

अधिकारियों की संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने बारे 9 वर्ष पुराने केस की महत्वपूर्ण सुनवाई 26 जून को

 

चंडीगढ़ (धरणी): 

हरियाणा के सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने बारे 9 वर्ष पुराने केस की महत्वपूर्ण सुनवाई 26 जून को राज्य सूचना आयुक्त योगेंद्र पाल गुप्ता व हेमंत अत्री की दो सदस्यीय डिवीजन बेंच करेगी। आयोग ने इसके लिए कार्मिक विभाग के अवर सचिव, डीजीपी कार्यालय के अधीक्षक, पुलिस मुख्यालय के एसपी (कानून व्यवस्था) व अपीलकर्ता पीपी कपूर को 26 जून को चंडीगढ़ तलब किया है। इस केस में कुल 69 में से 36 आईएएस ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की सहमति वर्ष 2010 में सरकार को दे दी थी। जबकि 33 आईएएस ने इसे सार्वजनिक करने से मना कर दिया था। तभी से केस सूचना आयोग में लम्बित पड़ा है।

आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि 9 वर्ष पूर्व 16 दिसंबर 2009 को उन्होंने मुख्य सचिव को आरटीआई आवेदन भेजकर प्रदेश के सभी आईएएस, आईपीएस, एचपीएस, एचसीएस अफसरों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा था। पुलिस मुख्यालय ने तो इस सूचना को देने से स्पष्ट मना कर दिया था। जबकि हरियाणा सरकार ने सभी आईएएस अधिकारियों से इस बारे में उनकी राय मांगी थी। इस पर आईएएस अशोक खेमका, समीर माथुर, उमाशंकर, पीके दास, टी.के. शर्मा, बलबीर मलिक, डा0 जे गणेशन, डॉ अमित अग्रवाल, सहित कुल 36 आईएएस ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने के लिए सहमति सरकार को दे दी थी।

आईएएस अशोक खेमका ने तो कैबिनेट सचिव व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त को भेजे पत्र में कहा कि ईमानदार लोक सेवकों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने में कोई भय नहीं होता। ऐसे कदमों से सार्वजनिक संस्थानों  में पारदर्शिता व विश्वास को बढ़ावा मिलता है। आरटीआई एक्ट के सेक्शन 4 के तहत संपत्ति का विवरण ऑफिशियल वेबसाइट पर सार्वजनिक कर देना चाहिए। सरकार को लोक सेवकों द्वारा सार्वजनिक ना की गई संपत्ति को ज़ब्त करने का कानून बना देना चाहिए। कानून में इस छोटे से संशोधन से ही भ्रष्टाचार के कैंसर का काफी हद तक इलाज हो जाएगा। जबकि दूसरी ओर तत्कालाीन सरकार को भेजे अपने जवाब में आईएएस आरके खुल्लर, सुप्रभा दहिया, विजय दहिया, अशोक लवासा, डॉक्टर चंद्रशेखर, सुनील गुलाटी, वीएस कुंडू सहित कुल 33 आईएएस ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने से स्पष्ट इंकार कर दिया।

आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि फरवरी 2012 में राज्य सूचना आयोग की फुल बेंच ने इस केस की सुनवाई की थी। लेकिन राज्य सूचना आयोग ने जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक डी.पी. जांगड़ा की संपत्ति के ब्यौरे संबंधी याचिका हाईकोर्ट में लंबित होने का हवाला देकर सुनवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी। जबकि इसी बीच हाईकोर्ट ने राज्य सूचना आयोग के डीपी जांगड़ा वाले केस में निर्णय को सही बताते हुए संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने के आदेश कर दिए थे। कपूर ने सभी आईएएस, आईपीएस, एचसीएस, एचपीएस अधिकारियों की संपत्ति का ब्यौरा तत्काल सार्वजनिक करने व इसे विभागों की वेबसाइट अपलोड करने की मांग की है।

” महिलाकर्मी से छेडछाड के आरोपी अधिकारी का तबादला कर सरकार ने किया बेटियों का अपमान” तरुण भंडारी

चण्डीगढ़ हरियाणा सरकार ने आज तुरंत प्रभाव से एक आईएएस और चार एचसीएस अधिकारियों के स्थानान्तरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए हैं। जिसमें उत्कर्ष सोसाइटी के प्रशासनिक अधिकारी रीगन कुमार को नूंह और तावडू का उपमण्डल अधिकारी (नागरिक) लगाया गया है। जिस पर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष तरूण भंडारी ने सरकार को घेरा है।

उनका कहना है कि एक सरकारी अधिकारी जिसपर साथ काम करने वाली महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ का आरोप लगा है, और बकायदा उसके खिलाफ मामला भी दर्ज है, और वह आरोपी अधिकारी जमानत पर चल रहा है, ऐसे में सरकार द्वारा उसका तबादला और नियुक्ति करना बेटियों का अपमान करना है।

उन्होंने कहा कि सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना केवल कागजों में ही है, पंचकूला के अंदर एक बेटी से सरकारी दफ्तर में छेड़छाड़ के आरोपों में के मुकदमे में नामजद व जमानत पर छूटे व्यक्ति को नूंह और तावडू का उपमण्डल अधिकारी (नागरिक) लगा सरकार ने यह साबित कर दिया है।

महिला कर्मचारी के आरोपों के बाद रीगन के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
गौरतलब है कि बीते माह की 29 तारीख को एक घटना सामने आई थी, जिसमें पंचकूला सेक्टर दो स्थित उत्कर्ष सोसायटी के कार्यालय में डीईओ के रूप में कार्यरत एक युवती ने एचसीएस अधिकारी पर छेड़छाड़ का पीछा करने का आरोप लगाया था। घटना के दूसरे दिन एसीपी के द्वारा प्राथिमिक जांच के बाद आईपीसी की धाराएं 354ए और 354 डी के तहत एडीओ के रूप में कार्यरत आरोपी एचसीएस अधिकारी रीगन कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

उत्कर्ष सोसायटी ने रीगन कुमार से कार्यभार लिया वापिस
वहीं उत्कर्ष सोसायटी ने उक्त मामले के कारण माहौल में गर्मी देखते हुए अधिकारी रीगन कुमार ने उनका कार्यभार भी वापिस ले लिया। वहीं अधिकारी रीगन को जैसे ही पुलिस द्वारा उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की भनक लगी तो वह बुधवार को पंचकूला के सरकारी अस्पताल पहुंच कर खुद पर हुए हमले व चोट ग्रस्त की बात कह तीन दिन की मेडिकल रेस्ट पर चले गए। बता दें कि पीड़िता के परिजनों ने अधिकारी से मारपीट भी की थी।

तीन मुचलकों पर मिली जमानत
इस मामले में हुई कार्रवाई को बाद अधिकारी रीगन कुमार को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने रीगन कुमार को तीन मुचलकों पर जमानत दे दी है। अब मामले की अगली सुनवाई 12 जुलाई को होगी। पंचकूला पुलिस ने रीगन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था।

अभी रीगन कुमार अभी जमानत पर चल रहे थे, तभी हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें नूंह और तावडू का उपमण्डल अधिकारी नियुक्त किया गया, जिसके बाद से माहौल में फिर से गर्मी दिखाई देने लगी है।

चंडीगढ़ निगम की ऍफ़ एंड सी सी की मीटिंग 29 जून को

 

चंडीगढ़। नगर निगम चंडीगढ़ की वित्त एवं अनुबंध समिति की आगामी 26 जून को होने वाली बैठक में डॉग बाइट से मृत आयुष के परिजनों को मिलने वाली तीन लाख एक्सग्रेशिया ग्रांट पर समिति सदस्यों की मंजूरी लेने के अलावा निगम के अंतगर्त आने वाली विभिन्न पेड पार्किंग स्थलों के बारे में भी लाये जाने वाले विशेष एजेंडे पर चर्चा की जायेगी।

इसके अलावा निगम के अंतगर्त आने वाले अग्निशमन दस्ते की आपात्कालीन सेवा के लिए पांच थर्मल इमेजिंग कैमरों की खरीद, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और रेट तय करने के लिए भी गाइड लाइन तैयार करने पर विशेष चर्चा की जायेगी। इस बैठक के दौरान बुझा चुना की खरीद के अलावा वाटर टैरिफ 2018 को रिवाइज करने के लिए भी प्रस्ताव पर चर्चा होगी। कुल मिलाकर इस बैठक में आठ एजेंडों पर चर्चा होनी तय है।

सबसे अहम मुद्दा वाटर टैरिफ 2018 को लेकर होने वाली बैठक का है। चूंकि दो सदस्य कांग्रेस के हैं इसलिए उनके द्वारा इस बात का विरोध भी होने की संभावना है। शायद सत्तापक्ष के सदस्यों द्वारा भी पानी की दरें बढ़ाने पर विरोध किया जाये। किन्तु, चूंकि निगम भी वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहा है इसलिए मेयर और कमिश्नर की तरफ से इसे पारित कराने पर विशेष जोर दिया जा सकता है।
दूसरी तरफ आगामी 29 जून को निगम सदन की मासिक बैठक भी होने जा रही है।

अभी इसके लिए एजेंडा तैयार नहीं हो पाया है। किन्तु सूत्रों की मानें तो निगम के समक्ष खड़े भारी वित्तीय संकट को लेकर कोई नई रणनीति तय कर पानी के बिलों के रेट बढ़ाने के अलावा ट्राईसिटी, खासकर चंडीगढ़ में नित्य प्रति बढ़ रहे डॉग बाइट के मामलों पर भी कोई ऐसी नीति तय करने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है, जिससे इस मामले में कमी लाई जा सके। मौली जागरां में फैली डायरिया पर भी पक्ष-विपक्ष में नोंकझोंक की पूरी संभावनाएं हैं।

हस्पताल के लेबर रूम में सांप मिलने पर पैदा हुई अफरा तफरी

 

हरियाणा के टोहाना में सुबह सिविल हॉस्पिटल के लेबर रूम में लगभग 7 फुट का एक जहरीला सांप घुसने से वहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। सांप पर एक महिला की नजर पड़ी तो वह घबराकर चिल्लाने लगी जिससे आसपास के मरीजों के परिजन वहां पहुंचे। वार्ड में उस वक्त कोई भी नवजात शिशु नहीं था।

इस दौरान हॉस्पिटल के सीनीनियर मेडिकल सुप्रिटेंडेंट ने वन विभाग की टीम को भी सूचित किया लेकिन इससे पहले कि वन विभाग की टीम वहां आती, लोगों ने सांप को मार डाला। वन्यजीव रक्षा विभाग के कर्मचारी डा. गोपी राम ने बताया कि उन्हे अस्पताल के एसएमओ ने फोन पर सुचना दी थी कि नागरिक अस्पताल के लेबर रूम में एक जहरीला सांप घुस आया है वह तुरंत अस्पताल में पहुंचे तो उससे पहले किसी ने सांप को मार दिया।

TAKE CARE AND HAVE FUN THIS RAINY SEASON  

 

Sarika 

After bearing the extreme heat of sun in summer days monsoon comes as the song of relief. Monsoon season is just amazing season to enjoy, but for some things do not turn out good as during this season they tend to lose out their natural glow. The main reason for disaster of skin is humidity but you need not to worry we definitely care for you.

We want to share some tips which will rejuvenate the skin and weather will envy the beautiful you.

CLEANSING AT LEAST TWICE A DAY

Cleanse your face at least twice a day to reduce pores and removing excessive oil and dust. Remember avoid using harsh face wash rather its good to use homemade face washes made of pineapple, lemon, curd, honey, milk.

MILD SCRUB

Use any homemade mild scrub to get rid of dead skin.

TONE UP

Toning up skin is must in every season, you must not use alcohol based tones, you can tone up the slin using rose water, kewra ,mint, tulsi, neem etc, just crush any of these and add the paste to the boiling water , cool and preserve in refrigerator.

MOISTURIZE

Rain turns your skin  dry so light moisturizer is needed.

DRINK LOT OF WATER

Keep yourself hydrated during this season as sweating robs us of required hydration during the season.

MINIMAL MAKEUP

Avoid make up as far as possible unless it is must. Use water proof make up. Don’t use layers of base instead use soufflé.

LOOSE COTTON DRESSES

Cotton allows our skin to breath. Sweating doesn’t causes itching when we wear cotton clothes.

 

Use Essential oils in your beauty bath they will rejuvenate the skin.

USE HOME MADE FACE PACKS

Make your own homemade face packs using kitchen ingredients

For all skin types

  1. BANANA GREEN TEA PACK

Take

1 ripe Banana

1 tbs Green Tea

Now mash the banana and green tea in a mixer and apply on your neck and face and leave for 20 minutes and wash with cold water.

2 BESAN PACK

You need

besan (gram Flour)

1 lemon

1tbs green tea

Make a paste and apply for 15 minutes and wash with cold water.

Remember don’t rub or you may damage your facial tissues resulting in dry and damaged skin.

Rub Ice on your face

Wrap an ice cube in a cloth and gently rub on your face it provides cooling sensation to skin and controls sweat. Never use ice directly.

AVOID FACIALS AND BLEACHES

As the skin is sometimes already itchy the facial and bleaches may bring more harm during this season.

BE DIET CONCIOUS

Use all the fruits and veggies in your diet, especially anti oxidant fruits they protect the skin from UV rays.

Now you are free of all the skin worries during monsoon

Drench and

Enjoy rain

HAPPY MONSOON

 

 

The Marine Academy & TMC Shipping is to organised Marathon to promote career in Merchant Navy 24th June

 

The Marine Academy &  TMC Shipping is to organised Marathon to promote career in Merchant Navy 24th June. TMC Foundation President Neeraj Kumar informed that 25th June is celebrated as International Day of Seafarer .To acknowledge support  of Seafarer on 24th of june 25 km long a grand Marathon  is organised ,which will begin from  TMC office, SCO 270, Sector 14, Panchkula at 5.25 A.M  to Chandigarh& will last at  back at starting venue .  Neeraj informed that there will be four categories of the rally General, seafarers, women, senior citizens. Reporting time will be 24h June 4:00 am, Registration will be done on the spot also .Water and Refreshment will also be arranged for the participants. Bus service will also be available to the starting point.

The Marine Academy Global head Anil Jansi further informed at the Press conference that  First Second and third winner of the winner be honoured with 51,000/-,21000/-& 11,000 respectively for General Category. While seafarers, women, senior citizens have also cash prizes for first three positions. The Purpose of the day is to give thanks to the Seafarer for their contribution to the world economy and civil society as 90% of worlds goods are transports by Seafarer  .Almost everything that we use in daily lives ,directly or indirectly affected by see transport . Without shipping, half the world would starve and the other half would freeze.

He further encouraged youngsters to join Merchant Navy even after completing their schooling as SSC means Status- Salary- Career in Merchant Navy. Many Merchant navy officers will also present at the moment.

7th Senior National Rugby Championship-2018 begins

The Punjab Governor and Administrator, Union Territory, Chandigarh, Shri V.P. Singh Badnore being introduced with the players at the opening ceremony of 7th Senior National Rugby Championship-2018 at Panjab University, Chandigarh on Friday, June 22, 2018.