पकोड़े बेचना रोज़गार ही नहीं व्यवसाय भी है : नारायण भाई राजपूत

कांग्रेसी कार्यकर्ता को मोदी की बात घर कर गयी,  पकौड़ा बेचना शुरू किया, आज 35  स्टॉल के मालिक

खबर दिलचस्‍प है और प्रेरणादायक भी. खबर गुजरात के वडोदरा से आयी है. नारायण भाई राजपूत एनएसयूआई के सदस्य हैं, यानी कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं. वे हिंदी विषय में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. बता दें कि नारायण भाई ने पीएम मोदी के पकौड़े वाले बयान से प्रेरणा पाकर अपनी जिंदगी रोशन कर ली. नारायण भाई बेरेाजगारी से जूझ रहे थे, उनके अनुसार पकौड़े बेचने का आइडिया उन्हें तब आया, जब प्रधानमंत्री मेादी ने एक इंटरव्यू में कहा कि बेरोजगारी से तो अच्छा है कि पकौड़ा बेचकर रोज 200 रुपये कमाये जायें. उसके बाद नारायण भाई ने हिम्‍मत कर पकौड़े बनाने के लिए 10 किलो सामान खरीदा औरे पकौड़े का स्टॉल लगाकर शुरुआत कर दी. नारायण भाई की निकल पड़ी. कारोबार चल निकला. आज के दिन वे 500-600 किलो मैटेरयिल के पकौड़े बेचते हैं. जानकारी दी कि वडोदरा शहर में उनके 35 स्टॉल लगते हैं. हालांकि नारायण भाई ने कहा कि वे दिल से कांग्रेस पार्टी को सपोर्ट करते हैं और कई जन्मों तक वे कांग्रेस को ही सपोर्ट करते रहेंगे.

उनके कांग्रेसी होने को लेकर पूछा गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री की सलाह क्यों मानीतो  नारायण भाई ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के पीएम हैं और वे मेरे और राहुल गांधी के भी पीएम हैं. बता दें कि नारायण भाई के पकौड़ा स्टॉल का नाम  “श्रीराम दाल वडा सेंटर “ है. नारायण भाई के पकौड़ा स्टॉल से भगवान राम का नाम क्यों जुड़ाइस सवाल का भी वो बड़ा दिलचस्प जवाब देते हैं. जवाब में कहा कि अगर रामायण काल में पानी में पत्थर तैर सकता है, अमित शाह व मोदी राम के नाम पर देश पर शासन कर सकते हैं तो  मैं अपने पकौड़ा स्टॉल का राम के नाम पर रखूं तो यह जरूर सफल होगा. जान लें कि नारायण भाई के पकौड़े का बिजनेस दो माह में ही पूरे वडोदरा में मशहूर हो गया है. नारायण भाई के पकौड़े इतने फेमस हो गये हैं कि सुबह स्टॉल लगाने के चार  घंटों में ही नारायण भाई 300-400 किलोग्राम दाल वडा (पकौड़ा) बेच लेते है

 

माँ ने अदालत में लगाई अपने घर में रहने देने की गुहार

 

कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी (83) ने अपने दो बेटों अजय सिंह एवं अभिमन्यु सिंह के साथ-साथ बहू सुनीति सिंह के खिलाफ यहां अदालत में घरेलू हिंसा और संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर उन्हें बेदखल करने का मामला दर्ज कराया है. सरोज ने भोपाल के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी गौरव प्रज्ञान की अदालत में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 12 एवं सहपठित धारा 18, 19, 20 एवं 22 के अंतर्गत आवेदन दिया है और अपने बेटों अजय और अभिमन्यु पर घरेलू हिंसा करने, घर से बेदखल करने और भरण-पोषण नहीं करने का आरोप लगाया है. अजय सिंह (64) सरोज के कनिष्क पुत्र हैं. वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, जबकि सुनीति (60) अजय की पत्नी है. अभिमन्यु (68) ज्येष्ठ पुत्र हैं और वर्तमान में बेंगलुरू में रहते हैं. सरोज ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘मैं आज दोपहर एनआरआई उद्योगपति सैम वर्मा और बेटी वीणा सिंह के साथ अदालत पहुंचीं और अपने वकील दीपेश जोशी के माध्यम से यह आवेदन अदालत में पेश किया.’’

वर्तमान में अपने दोनों बेटे से अलग नोएडा में रह रही सरोज ने अपनी अर्जी में कहा, ‘‘मेरे बेटों अजय सिंह (राहुल भैया) और अभिमन्यु सिंह ने घरेलू हिंसा कर मुझे मेरे ही घर से बेदखल कर दिया है. उन्होंने मेरा भरण-पोषण करने से इनकार कर दिया है. इस वजह से मुझे मजबूरी में अदालत की शरण लेनी पड़ी है.’’ उन्होंने आवेदन में लिखा, ‘‘मेरे पति स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने जीवनभर कांग्रेस पार्टी में रहकर उसके उन उसूलों पर काम किया जिनसे महिला संरक्षण हो और असहाय व्यक्तियों को सहयोग मिले. लेकिन मेरे बेटे अजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के उन्हीं उसूलों को ताक में रखकर मुझे मेरे घर से बेदखल कर दिया. मुझे इस अवस्था और इस उम्र में अपना घर छोड़कर अलग-अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है. यह कृत्य कांग्रेस पार्टी के उसूलों के खिलाफ है. यह प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी का नेता और सर्वसंपन्न होने के बावजूद मेरे बेटे के चरित्र को परिभाषित करता है.’’

सरोज ने अर्जी में आगे कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि अदालत मुझे मेरे निवास में रहने देने में मदद करे और अजय सिंह को वहां से अलग करने का आदेश दे. मुझे न्याय मिलने का भरोसा है.”जिस घर के लिए मां-बेटों में यह विवाद चल रहा है, वह बाहरी भोपाल के रातीबड़ पुलिस थाना इलाके स्थित ‘केरवा महल’ है, जिसे अर्जुन सिंह की कोठी के नाम से भी जाना जाता है. इस बेशकीमती कोठी की वर्तमान में कीमत करोड़ों रूपये है. सरोज के वकील जोशी ने कहा कि मेरे मुवक्किल ने अदालत से यह भी निवेदन किया है कि अदालत इस मामले में बिना दूसरे पक्षकार को सुने निर्णय दें, ताकि वह जल्द से जल्द अपने ‘केरवा महल’ वाले निवास में जाकर रह सके.

जब अजय सिंह से इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘जब अदालत से मुझे नोटिस मिलेगा, तब उसका जवाब दूंगा.’’

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी खली करने होंगे बंगले

 

मध्य प्रदेश के जबलपुर हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश सरकार को निर्देश दिए हैं कि पूर्व मुख्यमंत्रियों के सरकारी बंगले एक महीने में खाली कराए जाएं. कोर्ट ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, उमा भारती, बाबूलाल गौर और दिग्विजय सिंह से सरकारी बंगले एक महीने के भीतर खाली कराए जाएं. मुख्य न्यायाधीश हेमंत गुप्ता और जस्टिस विजय शुक्ला की बेंच ने उस नियम को असंवैधानिक बताया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी आजीवन सरकारी आवास और सुविधाएं देने का प्रावधान था.

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उमा भारती,कैलाश जोशीऔर बाबूलाल गौर पूर्व मुख्यमंत्री के नाते आज भी सरकारी बंगलों में रह रहे हैं. कुछ दिनों पहले शिवराज सरकार ने कैबिनेट में एक प्रस्ताव लाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों को कैबिनेट मंत्री के बराबर सुविधाएं दिए जाने का प्रस्ताव भी पास किया था. हालांकि बाद में इसे कोर्ट में चुनौती दे दी गई.

हाईकोर्ट ने पिछले साल दायर एक याचिका पर ये फैसला सुनाया. याचिका में कहा गया था कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नियम के विरुद्ध सरकारी आवासों में रहते हैं. प्रदेश सरकार ने इस मामले की सुनवाई के दौरान मध्य प्रदेश वेतन भत्ता अधिनियम में 2017 में संशोधन किया था और पूर्व मुख्यमंत्रियों को वर्तमान मंत्रियों के समान वेतन-भत्ते और आवास की सुविधा देने का प्रावधान जोड़ दिया था.

क्या राज्यपाल वोहरा को एक्स्टेंशन मिलेगी

फाइल

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25000 का इनामी मुजरिम मंजीत गिरफतार

20 जून – हरियाणा पुलिस की एस0आई0टी0 शाखा सोनीपत ने मोस्ट वांटेड एवं 25 हजार रूपये के ईनामी शातिर बदमाश को हत्या की जुर्म मे गिरफतार किया है। गिरफतार किया गया आरोपी मन्जीत पुत्र उमेद निवासी गढमिर्कपुर जिला सोनीपत का रहने वाला है। आरोपी पर लूट एवम मर्डर के लगभग 6 मुकदमें दर्ज है। यह जानकारी आज यहां हरियाणा पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी ।

प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि  गत् 12 अप्रैल को मनीष कुमार पुत्र रामकवार निवासी गढमिर्कपुर ने थाना राई में शिकायत दी थी कि मनजीत पुत्र उमेद सिंह निवासी गढमिर्कपुर, राजू निवासी बसौदी, अक्षय निवासी पलडा व तीन नामपता नामालूम युवको ने गांव गढमिर्कपुर की सीमा में मेरे पिता रामकवार की गोली मारकर हत्या की है। जिसके आधार पर शस्त्र अधिनियम व भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं के अन्तर्गत थाना राई में अभियोग दर्ज किया गया।

प्रवक्ता के अनुसार इस घटना को गम्भीरता पूर्वक लेते हुये आरोपियों की धरपकड के लिये सी0आई0ए0 सोनीपत, एस0आई0टी0 सोनीपत व थाना राई की अलग-अलग टीमें गठीत की गई थी। उपरोक्त टीमों ने तत्परता से कार्य करते हुये सोनीपत के 25000 के इनामी बदमाश मंजीत को गिरफतार कर लिया है तथा मंजीत ने अपराध की स्वीकारोक्ति करते हुये बताया था कि अक्षय व राजू के कहने पर गोली मारने की घटना को अन्जाम दिया था। गिरफतार आरोपी को न्यायालय मे पेशकर न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया है।

आर यु बी का काम जल्द आरम्भ होगा बदनोर ने दिया आश्वासन

http://आर यु बी, बदनौर,प्रताप, rana, बल्टाना,जीरकपुर, हरमिलाप

 

20/06/2018, चंडीगढ़ :

आज पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल श्री प्रताप सिंह राणा प्रधान ज्वाइंट एक्शन कमेटी, बलटाना की अध्यक्षता में पंजाब के राज्यपाल महामहिम V.P.S बदनोर जी से पंजाब राजभवन में मिला I राज्यपाल महोदय के साथ बहुत ही सौहार्द पूर्ण वातावरण में प्रतिनिधि मंडल की बैठक हुई I

प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल महोदय को बताया गया किस तरह से चंडीगढ़ प्रशासन का इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट रायपुर कला- हरमिलाप नगर रेलवे क्रॉसिंग नंबर 123 चंडीगढ़ -अंबाला रेल सेक्शन पर अंडरपास बनाने में लगभग तीन वर्षों से उड़चने डाल रहा है I
राज्यपाल महोदय को बताया गया कि उत्तर रेलवे ने चंडीगढ़ प्रशासन को 14 -8- 2015 को रेलवे फाटक की जगह अंडरपास बनाने की प्रपोजल और ड्राइंग भेजी थी, जो कि 17- 12 -2017 को इंटरस्टेट मीटिंग में मंजूर हो चुकी है I तीनों प्रदेश के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया तथा हमें बताया गया कि जल्द ही लैंड स्क्वायर करने के बाद अंडरपास बनाने का टेंडर दे दिया जाएगा I इतना कुछ होने के बावजूद अब मुख्य वास्तुकार श्री कपिल सेतिया ने ड्राइंग में गड़बड़ी बताकर काम को लटकाने की कोशिश की जा रही है I प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल महोदय को बताया कि फाटक के कारण बलटाना की लगभग 36 कॉलोनियों के लोग सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं I रोज सुबह-शाम फाटक पर लगने वाले जाम से निवासियों को दो चार होना पड़ता है I जब से चंडीगढ़ से लालरू रेलवे लाइन का दोहरीकरण हुआ है तब से रेलवे फाटक पर जाम की समस्या और भी अधिक गंभीर हो गई है I

राज्यपाल महोदय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि बलटाना निवासियों की इस समस्या को वह गंभीरता से ले रहे हैं, और जल्द से जल्द रायपुर कलां – हरमिलाप नगर रेलवे क्रॉसिंग की जगह अंडरपास बना दिया जाएगा I प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल महोदय के आश्वासन के बाद उनका धन्यवाद किया I

प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री कुंवर उदय सिंह राठौर, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी, हवा सिंह अत्री, MC वार्ड नंबर 2, श्री सुखबीर सिंह, प्रधान वैशाली एनक्लेव 2, श्री आर पी शर्मा, प्रधान सैनी विहार फेस 3, श्री SP चौधरी, प्रधान राम विहार कांप्लेक्स शामिल थे I

मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने कार्यकाल पूरा होने पर इस्तीफा दिया

 

मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने अपने परिवार की खातिर अमेरिका वापस लौटने का फैसला कर लिया है. उन्हें 16 अक्टूबर 2014 में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था. 2017 में उनके तीन साल पूरे हो गए थे जिसके बाद उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था. लेकिन अब अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया. मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद संभालने से पहले वो अमेरिका में इकोनॉमिस्ट थे.

सुब्रमण्यन से पहले रघुराम राजन मुख्य आर्थिक सलाहकार थे. भारत आने से पहले सुब्रमण्यन ने इंटरनेशनल मॉनेट्री फंड (आईएमएफ) में रघुराम राजन के साथ काफी काम किया था. जानकारों का मानना है कि रघुराम राजन के साथ अच्छे संबंधों की वजह से ही सुब्रमण्यन को मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद सौंपा गया था.

2014 में अपनी नियुक्ति से पहले उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली के पहले बजट की आलोचना की थी. उनका कहना था कि इस बजट में रेवेन्यू के अनुमानों को काफी बढ़ाचढ़ा कर दिखाया गया है. लिहाजा पद संभालन के बाद भी उनका फोकस सरकार की आमदनी बढ़ाने पर रही. अपने कार्यकाल में उनका फोकस हमेशा रेवेन्यू जुटाने और उसको दूसरी कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च करने की रही है.

सुब्रमण्यन के कार्यकाल में ही 16 जून 2017 से डीजल और पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा हर दिन होनी शुरू हुई थी. यानी अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुसार घरेलू बाजार में भी हर दिन पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी बेशी की जाएगी. इसका फायदा ऑयल कंपनियों को मिला और उनका घाटा कम हुआ. लिहाजा सरकार की तरफ से इन कंपनियों को मिलने वाली सब्सिडी में भी कमी आई. नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, मुद्रा योजना, कैशलेस को बढ़ावा देने जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं. सुब्रमण्यन की पॉलिसी की वजह से इन योजनाओं के लिए सरकार के पास ज्यादा फंड होता है.

सुब्रमण्यन की एक कोशिश देश में सबको बैंकिंग सुविधाओं के दायरे में लाने की रही है. शायद यही वजह थी कि नरेंद्र मोदी ने जनधन जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की. यह बात अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में साफ लिखी है. सुब्रमण्यन के इस्तीफे के बाद जेटली ने थैंक्यू कहते हुए जो पोस्ट लिखी है, उसमें उन्होंने सुब्रमण्यन की योजनाओं की तारीफ की है.

जेटली ने लिखा है कि सुब्रमण्यन की वजह से ही JAM (जनधन, आधार, मोबाइल) मुमकिन हो पाया है. आधार को लेकर भले ही देश भर में कितने बवाल हुए हों लेकिन इसकी अहमियत बढ़ाने में सुब्रमण्यन का बड़ा योगदान है. नोटबंदी के बाद जब कैशलेस को बढ़ावा देने की बात कई लोगों को नागंवार गुजरी थी. लेकिन पश्चिमी देशों की तरह कैशलेस को भारत में लोकप्रिय बनाने की शुरुआत करने की हिम्मत सुब्रमण्यन ने ही दिखाई.

इतना ही नहीं जेटली ने सुब्रमण्यन के आर्थिक सर्वे की भी तारीफ की है. उन्होंने लिखा है कि सुब्रमण्यन ने जिस तरह आर्थिक सर्वे तैयार किया है वह देशभर के लिए वैल्यूएबल डेटा बन गया है. मुख्य आर्थिक सलाहकार का काम सालाना इकोनॉमिक सर्वे तैयार करना होता है. बजट से एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाता है, जिसमें पिछले साल का लेखाजोखा होता है.

Parents won’t accept body of mauled child till the Mayor is booked

Family members of the one-and-a-half-year-old boy who was mauled to death by a pack of stray dogs have refused to take possession of the body on the third day too on Tuesday, demanding an FIR against the Mayor, municipal corporation commissioner and other officials of the civic body.

The body is placed in the mortuary of Government Multi-specialty Hospital, Sector 16.

Supported by NGO activist Avinash Singh, Mamta, the mother of the child, and her husband Sunder submitted a complaint at the Sector 19 police station on Tuesday.

MSPCR summoned Rahul Gandhi over a twitter

 

The Maharashtra State Commission for Protection of Child Rights (MSPCR) has issued a notice to Congress president Rahul Gandhi for uploading a video on his Twitter handle that showed two minors being stripped and assaulted in Wakadi village in Jalgaon.

The Commission has given Gandhi 10 days to respond to the notice demanding why the faces of both children were revealed.

The notice was issued following a complaint on June 19 by Chira Bazar resident Amol Jadhav who objected to Gandhi’s video that revealed identity of both minors.

The Commission observed that under section 74 of the Juvenile Justice (Care and Protection) Act, 2015, no report, inquiry or judicial investigation should reveal the name or address of the minor. It further observed that under Section 23 of the Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act, 2012, no report or person shall disclose the identity of a minor victim.

“He uploaded a video that infringed on the right to privacy of children. The video went viral,” said Pravin Gughe, chairperson of the Commission.

In the video posted by Gandhi on June 15, two children were seen being stripped and beaten first by a belt and later with a wooden stick by a villager. The children were asked to kneel as the villager, owner of a well where they had gone to take a bath, got a stick to beat them.

Gandhi wrote that Dalit children were assaulted for taking a bath in a well. He added that RSS and BJP has been “instigating hatred for political gains” and voice should be raised against them.

Following the incident, Jalgaon police registered a case under various sections of the POCSO Act and arrested two villagers, including the owner of the well. The minors who were assaulted have been counselled by the Child Welfare Committee (CWC). The children, in their account to the CWC officer, narrated that they were paraded naked in the village. A video was taken by the accused as he made them walk in the village.

According to an official from CWC, the Commission chairperson visited their village to meet the minors’ families. “They have been provided psycho-social support. If there is a need, we may shift them temporarily to a shelter home,” the official said.

“We have assured full support to the family of both minors. Protection will be provided to the minors in case they feel threatened. Police investigation in the case is ongoing,” Gughe added.

Femina Miss India World 2018: Miss Anukreethy Vas

 

Femina Miss India World 2018: Miss Anukreethy Vas from Tamil Nadu was declared the winner of the 55th edition of Femina Miss India 2018 pageant held at Dome, NSCI Stadium whereas Miss Meenakshi Chaudhary from Haryana and Miss Shreya Rao from Andhra Pradesh bagged the first and second runner up positions respectively.

Miss Anukreethy Vas,Femina Miss India World 2018 will represent India in Miss Universe contest.