‘इंडियन फिल्‍म्‍स इज ऑल अबाउट हिप्‍स एंड बूब्‍स’ : प्रियंका चोपड़ा

हाल ही में प्रियंका ने मीडिया से बातचीत में बॉलीवुड पर टिप्पणी की, जिसे लोगों ने बेहद शर्मनाक बताया.

नई दिल्ली: 

अभी बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ‘क्वांटिको’ विवाद से पूरी तरह बाहर भी नहीं आई है और वह फिर से एक और विवाद में घिर चुकी हैं. हाल ही में प्रियंका ने मीडिया  से बातचीत में बॉलीवुड पर टिप्पणी की, जिसे लोगों ने बेहद शर्मनाक बताया. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में एक जर्नलिस्ट को प्रियंका बताती हैं, ‘इंडियन फिल्‍म्‍स इज ऑल अबाउट हिप्‍स एंड बूब्‍स’. प्रियंका के इस बयान के बाद लोगों ने उन्होंने ट्रोल करना शुरू कर दिया है.

एक तरफ जहां लोग इस बयान को शर्मनाक करार दिया. वहीं दूसरी ओर लोगों ने कहा कि लगता है प्रियंका यह भूल चुकी हैं कि वह बॉलीवुड से फेमस हुई है न कि हॉलीवुड से. जाहिर सी बात है प्रियंका के इस विवादित बयान से बॉलीवुड अभिनेत्रियों को काफी दुख हो सकता है. साथ ही साथ उन्हें गुस्सा भी आ सकता है. बता दें, इससे पहले प्रियंका चोपड़ा अपने हॉलीवुड टीवी शो ‘क्वांटिको’ के सीजन 3 के एक एपिसोड को लेकर सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल की जा रही थीं. दरअसल, शो के एक एपिसोड में भारतीय राष्ट्रवादियों को आतंकी बताया गया था जिसके बाद से ही प्रियंका को सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था

जिसके बाद प्रियंका ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया और कहा कि, “मैं बहुत दुखी और शर्मिंदा हूं कि क्वांटिको के एक विवादित एपिसोड से कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. मेरा मकसद कभी भी किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. मैं माफी मांगती हूं. मुझे भारतीय होने पर गर्व है.”

बता दें, इससे पहले क्वांटिको के निर्माताओं ने माफी मांग थी. एबीसी नेटवर्क ने यह माफी क्वांटिको के उस एपिसोड के लिए मांगी थी, जिसमें आतंकी हमले के पीछे भारतीय राष्ट्रवादियों के होने की बात कही गई थी. गुरुवार को एक ट्वीट के जरिए एएनआई ने इसकी जानकारी दी थी. अपने ट्वीट में एएनआई ने लिखा था, ‘क्वांटिको’ के एपिसोड को बहुत ज्यादा इमोशनल रिएक्शन मिले हैं और उनमें से ज्यादातर प्रियंका चोपड़ा पर किए गए हैं लेकिन प्रियंका का इसमें कोई हाथ नहीं है क्योंकि न ही उन्होंने शो बनाया है और न ही शो लिखा या डायरेक्ट किया है. इस वजह से ऐबीसी नेटवर्क हिंदुओं से क्वांटिको में हिंदुओं को आतंकी कहे जाने के लिए माफी मांगता है. आपको बता दें कि शो में प्रियंका एफबीआई एजेंट की भूमिका निभा रही हैं.’

P M L-Nawaz has turned Balochistan into ‘Pathanistan’: Zafarullah Khan Jamali

 

QUETTA: 

Former prime minister Zafarullah Khan Jamali has lamented deposed PM Nawaz Sharif’s policies towards Balochistan, saying the Pakistan Muslim League-Nawaz government has turned Balochistan into ‘Pathanistan’.

“I had told Sharif that we can’t walk with people whose forefathers opposed creation of Pakistan, but my words and concerns were ignored by him,” said senior politician Jamali while filing his nomination papers in the returning officer’s office in Dera Murad Jamali on Saturday.

Fareedullah Khan Jamali, Khan Muhammad Jamali, Aurangzeb Jamali and other family members and supporters accompanied Jamali.

Jamali said, “Back in 2015, I had suggested Sharif to change his team otherwise his party would vanish from Balochistan in 2018. He didn’t take my words seriously at that time and tried to impose Pashtun decisions on the Baloch, which has turned Balochistan into Pathanistan.”

On upcoming elections, the former prime minister said, “In Pakistan, we have rare examples of free and fair elections. During Yahya Khan’s tenure in Marri and Bugti areas, turnout of voters had reached more than 100,000 while at that time the population was nearly 66,000.

On the recent announcement of joining Pakistan Tehreek-e-Insaf (PTI), Jamali said, “Imran Khan and I have been good friends for years. Imran is a junior politician in front of me. I haven’t joined PTI but have allowed my sons to shake hands with Imran.”

PU CET (PG) Entrance Test Conducted

Panjab University, Chandigarh conducted first phase of the PU CET (PG) Entrance Test – 2018 on 10.6.2018 (Sunday) for admission to the following courses.  Total 07 centres were created, four at the Panjab University Campus, Chandigarh and one each at Hoshiarpur, Ludhiana and Muktsar.

Total 85.88%  candidates appeared in the first phase of the test.  Flying squad and observers were sent to every centre for routine checking and smooth conduct of the test. The test was conducted satisfactorily and no untoward incident was reported from any of the examination centres.

हूडा अनपढ़ हैं : अनिल विज

 

गौरतलब है कि पत्रकारों से बातचीत के दौरान खेल नीति के सवाल पर अनिल विज ने कहा कि हुड्डा तो अनपढ़ों वाली बातें करते हैं। खेल नीति का कानून हुड्डा के समय भी था, अगर हुड्डा को इसके बारे में नहीं पता तो क्या कर सकते हैं।

बता दें कि हाल ही में हुड्डा ने रोहतक में कहा था कि खिलाड़ियों की आमदनी का हिस्सा स्पोर्ट्स काउंसिल में जमा करवाने के नोटिफिकेशन जारी करने और खिलाड़ियों को बार-बार अपमानित करने के लिए मुख्यमंत्री और खेल मंत्री माफी मांगें। इसी के जवाब में विज ने हुड्डा को अनपढ़ करार दिया है।

वहीं हुड्डा के दिए गए बयान कि INLD का असली गठबंधन तो BJP से है  पर तंज कसते हुए विज ने जवाब दिया कि हुड्डा कलर ब्लाइंड हैं, उन्हें किसी पार्टी के मतभेद नज़र नहीं आते। उन्हें नहीं पता कि कौन-सी पार्टी क्या है ।

साथ हा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपनी पार्टी में चलाए गए एक सीट एक उम्मीदवार के अभियान पर विज ने चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल पहले अपने उन सहयोगियों से पूछ लें, जिनके साथ आजकल मेल-जोल कर रहे हैं कि क्या वे इस सिंद्धांत को मानेंगे ।

वहीं अभय चौटाला और पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन की मुलाक़ात पर भी विज कटाक्ष करने से नहीं चूके और कहा कि हरियाणा की राजनीति में इससे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा, दोनों ही चले हुए कारतूस हैं।

इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के RSS के कार्यक्रम में जाने व उनकी तस्वीर से छेड़छाड़ करने पर विज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिसने भी उनकी तस्वीर के साथ-साथ छेड़छाड़ की है, ये बहुत गलत किया है, जिसकी वे निंदा करते है ।

सरकार की संवैधानिक ढांचा बदलने की मंशा : विपक्ष

चंड़ीगढ़ 10 जून (राज वशिष्ठ )

सरकार के लेटरल रिक्रूटमेंट के कदम को विपक्ष संवैधानिक ढांचे पर प्रहार मान रहा है.. अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व आईएएस और कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा की और इसकी मंशा पर सवाल भी उठाया. नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन को लेकर उन्होंने कहा, ‘यह गलत है. इसमें इंडियन नेशनल का जिक्र किया गया है, इंडियन सिटीजन नहीं. तो क्या बाहर रहने वालों को भी बनाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘सरकार बीजेपी और संघ के लोगों को बैकडोर से घुसेड़ना चाहती है. सरदार पटेल ने अधिकारियों की इस श्रेणी को स्टील फ्रेम कहा था. उनका मानना था कि नेता और सरकारें आती जाती रहेंगी, लेकिन इस श्रेणी के अधिकारियों पर उसका कोई प्रभाव नहीं होना चाहिए, यह उनके विजन के साथ भी खिलवाड़ है.’

हम आजतक यह मानते आये हैं कि सरकार कोई भी हो, नेता कोई भी हो राष्ट्र IAS के हाथों ही से चलता है. किसी भी प्रदेश में मुख्य सचिव का पद सर्वाधिक गरिमामय और प्रभावशाली होता है और इसके पीछे होती है सालों की अथक मेहनत और एक बहुर्मुखी सोच जो अनुभव ही से आती है. सचिव का पद कोई थाली का प्रसाद नहीं जो किसी को भी बाँट दया जाय. कोई IAS पहिले कुछ वर्षों में मात्र एक प्रशिक्षु ही होता है, सालों का अनुभव, गूढ़ परिश्रम और बेदाग छवि उसे सचिव के पद पर स्थापित करती है. जैसा कि हमने रघुरमन के समय देखा, एक नितांत अजनबी जो भारतीय परिपेक्ष की तनिक भी जानकारी नहीं रखता, जिसे भारतीय सामजिक ढाँचे का सिर्फ पुस्तकों ही की मदद से पता है वः हमारे रह्स्त्र के शीर्षस्थ बैंक के शीर्षस्थ पद पर आसीन हो कर नीति निर्धारित करता रहा और फिर अब इंग्लैंड के शीर्षस्थ बैंक में कार्य रत है. हम ऐसे कैसे किसी भी व्यक्ति पर भरोसा कर सकते हैं. कल को अमर्त्य सेन जैसे कुशल अर्थशास्त्री जो बिना भारत को जाने हमारी अर्थव्यवस्था पर टीका टिप्पणी करते हैं अथवा आजादी गैंग जैसी किस भी संस्था की विचारधारा से युक्त व्यक्ति यदि ऐसे उच्च पद पर स्थापित होता है तब हमारा तो भगवान् ही सहारा.

आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह मनुवादी सरकार यूपीएससी को दरकिनार कर बिना परीक्षा के नीतिगत और संयुक्त सचिव के महत्वपूर्ण पदों पर मनपसंद व्यक्तियों को कैसे नियुक्त कर सकती है? यह संविधान और आरक्षण का घोर उल्लंघन है. कल को ये बिना चुनाव के प्रधानमंत्री और कैबिनेट बना लेंगे. इन्होंने संविधान का मजाक बना दिया है.

हालांकि विख्यात आईएएस अशोक खेमका ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया कि इससे सार्वजनिक सेवाओं में बाहर की प्रतिभाओं के इस्तेमाल किया जा सकेगा.

सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार इन पदों के लिए वही आवेदन कर सकते हैं, जिनकी उम्र 1 जुलाई तक 40 साल हो गई है और उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना आवश्यक है.

उम्मीदवार को किसी सरकारी, पब्लिक सेक्टर यूनिट, यूनिवर्सिटी के अलावा किसी निजी कंपनी में 15 साल का अनुभव होना भी जरुरी है. इन पदों पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों की नियुक्ति तीन साल तक के लिए की जाएगी. सरकार इस करार को 5 साल तक के लिए बढ़ा भी सकती है.

नौकरशाही में लैटरल ऐंट्री का पहला प्रस्ताव 2005 में ही आया था, जब प्रशासनिक सुधार पर पहली रिपोर्ट आई थी, लेकिन तब इसे सिरे से खारिज कर दिया गया. फिर 2010 में दूसरी प्रशासनिक सुधार रिपोर्ट में भी इसकी अनुशंसा की गई. लेकिन इस संबंध में पहली गंभीर पहल 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद हुई.

 

42वा संशोधन बनाम राष्ट्रवाद

सारिका तिवारी वरिष्ठ पत्रकार

वर्ष 1976 में भारतीय संविधान के 42वे संशोधन के माध्यम से शब्द सेकुलरिज्म अर्थात धर्मनिरपेक्ष जोड़ा गया जिसका अर्थ हम बहुत समय तक यही समझते रहे कि सभी को अपने धर्म के हिसाब से पूजा पद्धति अपनाने और रीति रिवाज (जिससे किसी भी तरह से समाज और देश नकारात्मक रूप से प्रभावित न हो) निभाने का अधिकार है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से बल्कि कहा जाए कि कुछ राजनीतिक वर्षों से सेकुलरिज्म के मायने बिल्कुल बदल गए हैं कुछ मुश्किल शब्दों का इस्तेमाल कर भावनाओं को आहत कर फिर उन्हें भड़काया जाने लगा है।

कुछ समय से पूरा देश सेक्यूलरिज़्म बनाम हिन्दू राष्ट्रवाद की बहस में उलझा हुआ है। समय समय पर दोनों विचारधाराओं में टकराव को हिन्दू-मुस्लिम टकराव के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। इतना ही नहीं अन्य धर्मों से सम्बंधित कट्टरवादी भी राष्ट्रवाद को हिंदुत्व से जोड़ने लगे हैं।और नई पीढ़ी को पथ भ्रष्ट करने की हर सम्भव कोशिश में जुटा है। दरअसल ये समझना बहुत ज़रूरी है इस बहस में पुरानी पीढ़ी की बजाय नई पीढ़ी अधिक उलझी हुई है। ये वो पीढ़ी है जो पढ़ लिख कर अच्छे रोजगारों के अवसर की तलाश में है और पूरी तरह खाली बैठी है।

जबकि सत्यता ये है कि बहुसंख्यक मुसलमानों को न तो सेक्यूलरिज़्म का अर्थ मालूम है, न ही बहुसंख्यक हिन्दू आबादी को हिन्दू राष्ट्रवाद से कोई सरोकार है।

जबकि हिन्दू व मुस्लिम समुदाय दोनों का ही इन विचारधाराओं से कोई सरोकार नहीं, तो फिर ये लोग क्यों इस विवाद को उलझा कर दोनों समुदायों के बीच नफ़रत पैदा करने का काम कर रहे हैं?

बेकारी और बेरोजगारी से त्रस्त इस युवा पीढ़ी के दिल दिमाग़ में धीरे-धीरे ये बात बिठा दी गई कि सेक्यूलरिज़्म के कारण बहुसंख्यक समुदाय वर्षों से इस प्रकार से शोषण और प्रताड़ना का शिकार हो रहा है और तथाकथित अल्पसंख्यक समुहदाय को बताया जाता है कि उसका अस्तित्व खतरे में है।

इसका कारण पूर्व में मुगलिया सल्तनत और मुस्लिम शासन रहा तो आज़ादी के बाद सेक्यूलरिज़्म ने उनके अवसरों को समाप्त किया है। ये एक ऐसा झूठ है जो बार-बार बोला गया। इस झूठ के पक्ष में सैकड़ों उदाहरण गढ़े गए। युवा पीढ़ी पर इसका धीरे-धीरे असर हुआ और धर्म और शोषण की आड़ में भटकाया जा रहा है।

जिस युवा पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभानी चाहिए थी,वो वर्ग बिना परिणाम जाने इस विचारधारा का पैरौकार बन गया। सेक्यूलरिज़्म भारतीय संविधान की आत्मा है ।क्या हिन्दू राष्ट्रवाद की पैरवी करना संविधान का उल्लंघन नहीं? क्या ये राष्ट्रद्रोह नहीं?
अब दूसरी विचारधारा सेक्यूलरिज़्म की बात करते हैं ।सेक्यूलरिज़्म की पैरवी करने वाले राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, साहित्यकार, लेखक और पत्रकार इस प्रश्न का ईमानदारी से उत्तर दे कि सत्तर साल के सेक्यूलरिज़्म से देश को क्या हासिल हुआ है?

देश का अल्पसंख्यक समुदाय आज भी देश की मुख्य धारा से पूरी तरह अलग-थलग है। इस समुदाय की समस्याएं जस की तस बनी हुई है ।अशिक्षा, बेरोजगारी, गरीबी, स्वास्थ्य आदि कुछ भी तो नहीं बदला। सेक्यूलरिज़्म से इस तबके को प्रताड़ना और नफ़रत के सिवा कुछ भी हासिल नहीं हुआ। यदि हिन्दू राष्ट्र वाद में बहुसंख्यक हिन्दू व अल्पसंख्यक समुदायों की सभी समस्याओं का समाधान हो तो हिन्दू राष्ट्र वाद में क्या बुराई है। अगर हिन्दू राष्ट्रवाद के पैरोकार इस बात की गारंटी ले कि हिन्दू राष्ट्र वाद में किसानों, बेरोजगारों, युवा वर्ग, मजदूर तबके, महिलाओं, दलित, अल्पसंख्यक व सर्वहारा वर्ग की सभी समस्याओं का समाधान होगा तो फिर सेक्यूलरिज़्म के पैरोकारों को हिन्दूराष्ट्र वाद का विरोध छोड़ देना चाहिए ।

Police File

DATED

10.06.2018

 

Special drive against consuming liquor at public place was carried out at different parts of the city in which total 31 cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered.

 In continuation of a special drive against consuming liquor at public place, yesterday, the drive was carried out at different parts of the city. Under this drive total 31 different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC got registered in different police stations of Chandigarh in which total 31 persons were arrested while consuming liquor at public place. All later on bailed out. The detail of police Stations in which cases U/S 68-1 (B) Punjab Police Act 2007 & 510 got registered:- PS-11 = 3 cases, PS-17 = 3 cases, PS-19 = 3 cases, PS-26 = 5 cases, PS-IA = 1 case, PS-MM = 3 cases, PS-IT Park = 4 cases, PS-MJ = 3 cases, PS-49 = 3 cases, PS-36 = 2 cases, PS-39 = 1 case.

This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

4 boxes of illicit liquor recovered

Chandigarh Police arrested Jaswinder Singh R/o Village Nawa Shehar, Batala, Kharar, Distt. Mohali (PB) who was arrested while carrying 4 boxes of liquor at dividing road, Sector 52/53 near Garden of Spring, Sector 53, Chandigarh. A case FIR No. 224, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-36 Chandigarh. Later he bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested under NDPS Act

Crime Branch of Chandigarh Police arrested a lady resident of Daddu Majra, Chandigarh near Govt. School, Sector-38W, Chandigarh and recovered 600 gram Ganja from her possession. A case FIR No. 136, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-Maloya, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Action against Gambling/Satta

Chandigarh Police arrested Amit R/o # 576, Ph-1, BDC, Sector-26, Chandigarh, while he was playing satta near Masjid, Ph-2, BDC, Sector-26,  Chandigarh and recovered cash Rs. 660/- from his possession. A case FIR No. 183, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-26, Chandigarh. Later he bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Surinder R/o # 2437, Mauli Jagran Complex, Chandigarh, Joginder R/o # 3744, Mauli Jagran Complex, Chandigarh, Rajesh R/o # 3129, Mauli Jagran Complex, Chandigarh while they were gambling near Prachin Shiv Mandir, Mauli Jagran Complex, Chandigarh and recovered cash Rs. 600/- from their possession. A case FIR No. 159, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. All later on bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Ashok Kumar R/o # 1036, Ph-1, Ram Darbar and Kamal R/o # 989, Ph-1, Ram Darbar, Chandigarh while they were gambling near Cactus Park, Ph-2, Ram Darbar, Chandigarh and recovered cash Rs. 510/- from their possession. A case FIR No. 254, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Both later on bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested for snatching

A lady resident of Pushpak Society, Sector-49, Chandigarh alleged that unknown persons ran away after snatching purse containing mobile phone and cash Rs. 630/- at backside Petrol Pump, Sector 49, Chandigarh. A case FIR No. 108, U/S 356, 379 added 411 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Later one person namely Santosh R/o # 69C, Jagatpura Distt. Mohali (PB) has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Quarrel

A case FIR No. 146, U/S 323, 341, 506 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh on the complaint of Shadab R/o # 19, Old Indira Colony, MM, Chandigarh who alleged that Sonu, Danish & Naeem beaten/threatened complainant near Shop Shadab Hair Dresser, New Indira Colony, MM, Chandigarh on 05.06.2018. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 149, U/S 323, 324, 34 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh on the complaint of Rohit R/o Jhuggi No. 70, New Indira Colony, Mani Majra, Chandigarh who alleged that Khinu @ Rahul, Ashish, Sombir, Danish all resident of Jhuggi, New Indira Colony, Manimajra, Chandigarh beaten/threatened complainant near Anganwari, New Indira Colony, MM, Chandigarh on09.06.2018. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 112, U/S 323, 341, 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh on the complaint of Deepak R/o # 5, Naya Gaon, Distt. Mohali, (PB) who alleged that Suraj R/o Village Batta, Distt. Mohali, (PB) beaten/threatened complainant near Shop No. 132, Motor Market, Sector 48, Chandigarh on 09.06.2018. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 113, U/S 323, 341, 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh on the complaint of Suraj R/o Village Batta, Distt. Mohali, (PB) who alleged that Deepak and Arjun both R/o # 5, Naya Gaon, Distt. Mohali, (PB) beaten/threatened complainant near Shop No. 132, Motor Market, Sector 48, Chandigarh on 09.06.2018. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 174, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Sh. Chanchal Rana R/o # 1042, Preet Colony, Zirakpur, Distt. Mohali (PB) who alleged that driver of Mahindra Jeep No. CH-01A-0642 namelyRajesh R/o # 416, Pipli Wala Town, Mani Majra, Chandigarh hit to complainant’s M/Cycle No. CH-03M-1447 near Lotus Factory, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 08.06.2018. Alleged arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

A lady resident of BDC, Sector 26, Chandigarh reported that unknown person stolen away her Activa Scooter No. CH-76(T)-5991 from near Baba Balak Nath Mandir, Sector-29, Chandigarh. A case FIR No. 173, U/S 379 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Amar Kumar R/o # 437, Kishangarh, Chandigarh reported that unknown person stolen away his Activa Scooter No. CH-01BM-2683 while parked near his residence. A case FIR No. 147, U/S 379 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Sh. Baljinder Singh R/o Village Bijanpur, Distt. Mohali, (PB) reported that unknown person stolen away his M/Cycle No. PB-65Y-3454 while parked near SCO No. 58, Sector-34A, Chandigarh. A case FIR No. 218, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Sh. Luvkush R/o # 1866, Village Burail, Chandigarh reported that unknown person stolen away cash Rs. 10,000/- & jewelry from his house on 09.06.2018. A case FIR No. 219, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

38 लाख के सोने के साथ 2 गिरफ्तार

चित्र केवल सन्दर्भ के लिए

 

अमृतसर। पंजाब में अमृतसर के श्री गुरू राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हवाई खुफिया इकाई ने दो यात्रियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 38 लाख 15 हजार रुपये का एक किलो 214 ग्राम सोना बरामद किया है।

सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्त दीपक कुमार शर्मा ने रविवार को बताया कि हवाई अड्डे पर दुबई से आये एक यात्री से 299 ग्राम सोना बरामद किया। इसी प्रकार दिल्ली से आये एक अन्य यात्री से इकाई ने सोने के 12 बिस्कुट बरामद किए हैं जिनकी कुल कीमत 28 लाख 73 हजार 959 रुपये आंकी गयी है। उन्होंने बताया कि दोनों यात्रियों को सीमा शुल्क कानून 1962 के तहत गिरफ्तार कर लिया है और जांच की जा रही है।

Walmart believes Flipkart’s “ecosystem” of businesses

New Delhi: Walmart believes Flipkart’s “ecosystem” of businesses, including Myntra-Jabong and PhonePe which are part of its mega $16 billion deal with the Indian company, could be a “true advantage” for the US-based retail giant.

Judith McKenna, executive VP, president and CEO of Walmart International, on a recent investor call has said the e-commerce market in India, while it is still nascent at 2% penetration, is forecast to grow rapidly. “… what’s really unusual about Flipkart is that it’s not just an e-commerce retailer. What we’re really interested in as we’ve got to understand this business better is it’s actually creating a platform, an ecosystem, if you like, of operating within that market. And we think that’s one of the areas that gives it a true advantage,” she said.

The executive emphasised that Walmart is also looking at taking its learnings “from this business back into other businesses around the world”.

In May, Walmart had signed a blockbuster deal with Flipkart (registered in Singapore) under which the American retailer will pick up about 77% stake for about $16 billion. The transaction is now awaiting approval from the Competition Commission of India (CCI).

Walmart expects the deal to close later this calendar year, subject to regulatory approvals. Various trader bodies in India have opposed the deal alleging violation of foreign direct investment (FDI) norms as foreign companies are not allowed to operate in multi-brand retail in the country yet.

The American retailer, which has cash-and carry operations (B2B) in India, has clarified that its business will continue to operate separately from Flipkart (which has a marketplace model) but leverage the combined strengths of both the companies. India allows 100% FDI in the e-commerce via marketplace model.

McKenna explained that while Flipkart’s general merchandise site is by far the biggest part of the business, there are other growing businesses like Myntra and Jabong as well. “…there’s Myntra and Jabong. And Myntra and Jabong are apparel, clothing retailers. They’re really interesting in the speed they’re growing at and the mix that they provide with the overall e-commerce business as well,” she said.

McKenna also highlighted the strength of eKart, the logistics arm of the Bengaluru-based company. “You’ve got an infrastructure part, which is eKart…It (eKart) operates over 800 cities already. It is about 0.5 million deliveries a year, but it’s unique to Flipkart, that it’s got its own logistics network that sits behind the trading platform that it’s got,” she said.

McKenna said while the primary function of PhonePe (a part of Flipkart) is to facilitate payments within the Flipkart group, but it also allows users to pay outside the Flipkart ecosystem as it is “open system”.

“And it’s linked with banks in India as well. And as India is digitising and the ability to make mobile payment is increasing all the time. This enables PhonePe not only to connect more broadly across India, but it also helps a huge amount of personalisation back into the total and helps drive the e-commerce business as well,” she said.

Walmart Inc. president, CEO and director Douglas McMillon also highlighted the strengths of Flipkart in the Indian market. “…look at e-commerce growth in the (Indian) market, and then you start to understand that Flipkart has a strong management team. They built out an ecosystem… it’s not just a pure e-commerce business, but there are complementary platforms within that business. We are excited about learning, in an emerging market, what that can mean for us over time, and we’ll use that learning around the world,” he said.

Modi Mamnoon Shook Hands

 

New Delhi: Prime Minister Narendra Modi on Sunday shook hands with Pakistan’s president Mamnoon Hussain at China’s Qingdao on Sunday after leaders of a China and Russia led Eurasian bloc signed a series of agreements aimed at boosting cooperation within the grouping.

Modi and Hussain, who were seen standing on opposite ends during a family photograph of the leaders of the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) grouping, were also seen exchanging words in a cordial manner. The exchange took place as Modi walked towards Chinese president and SCO host Xi Jinping. After shaking hands with Xi, Modi also extended his hand to Hussain who was standing beside Xi. The two were then seen walking off the stage together.

The picture presented by the two contrasted markedly with the current state of ties between India and Pakistan—with almost daily violations of a 2003 ceasefire pact between the two neighbours that was regarded as a major confidence building measure when it was put in place more than a decade ago. According to news reports on Sunday, Indian security forces in Kashmir killed six terrorists, foiling a bid to infiltrate into India.

Pakistan’s support to terrorism in Kashmir and other parts of India is seen as the major stumbling block in normalising ties between the two countries, who have fought four wars since 1947. Pakistan denies India’s charges that supports any anti-India terrorist group, citing itself too as a victim of terrorism. Official talks between the two countries have been suspended since 2013 and many attempts to restart the dialogue since Modi took office in May 2014 have come to naught.

In recent days, the two countries have been looking at putting in place some humanitarian steps that could possibly lead to an eventual thaw in ties perhaps after the 25 July polls in Pakistan, according to people familiar with the developments.