जो अधिकारी कष्ट निवारण समिति की बैठक में नहीं आएंगे वह सुस्पेंद होंगे, अनिल विज नाम है मेरा : विज

पानीपत, 26 मई, 2018 :
लघु सचिवालय के द्वितीय तल सभागार में आयोजित जिला कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। कई विभागों से अधिकारी मीटिंग में नहीं पहुंचे इस पर मंत्री ने कड़े शब्दों में अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगली मीटिंग से जिस अधिकारी ने भागने का प्रयास किया और मीटिंग में नहीं पहुंचा उसको सस्पेंड कर दूंगा, मेरा नाम अनिल विज है ये जान लें। मंत्री विज ने कई शिकायत में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर पुलिस को फेल करार दे दिया। मीटिंग में भाजपा नेता व भाजपा समर्थित पार्षद हरीश शर्मा भी पहुंचे। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों की कार्रवाई पर बड़े सवाल उठाए। इस पर मंत्री विज ने कहा कि जब जन प्रतिनिधियों की ही सुनवाई नहीं हो रही तो आम जनता का क्या हाल होगा।
इस मीटिंग में विधायक रोहिता रेवड़ी, रविंद्र मच्छरौली और महिपाल ढांडा के अलावा उपायुक्त सुमेधा कटारिया, एएसपी चन्द्रमोहन, निगम आयुक्त शिवप्रसाद शर्मा, एसडीएम विवेक चौधरी, संयुक्त आयुक्त सुमन भाखर, शुगर मिल के एमडी बीर सिंह, समालखा के एसडीएम गौरव कुमार, वरिष्ठ भाजपा नेता नितिसैन भाटिया, करनाल निगरानी कमेटी के सदस्य गजेन्द्र सलूजा मौजूद रहे।
कष्ठ निवारण समिति की बैठक में कुल 15 शिकायतों पर सुनवाई हुई। इनमें से 11 शिकायतों का मौके पर ही निपटान कर दिया गया और 4 शिकायतों को अगली मीटिंग तक लंबित रखा गया है। तदोपरांत 95 खुली शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी शिकायतों पर भी तीव्र कार्यवाही अमल में लाई जाए और की गई कार्यवाही से शिकायतकर्ता को भी अवगत करवाया जाए। उन्होंने एमसी हरीश शर्मा की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कहा कि भविष्य में नगर निगम से संबंधित शिकायत को लेकर किसी पार्षद को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में ना आना पड़े। इसके लिए नगर निगम अधिकारी कार्यालयों में ही उनकी समस्याओं का समाधान करना सुनिश्चित करें। बैठक को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि जिला कष्ट निवारण समिति जिला का सबसे प्रतिष्ठित सदन है। इसलिए इस बैठक में सभी अधिकारी पूरी तैयारियों के साथ भाग लें। जो अधिकारी उनकी अनुमति के बिना इधर-उधर चले जाते हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के सभी प्रयास कर रही है। यही नहीं, लोगों की शिकायतों का जिला स्तर पर समाधान करने के लिए जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में सभी जिलों के अध्यक्ष खुला दरबार लगाकर भी लोगों की समस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास करते हैं।
इन 15 शिकायतों पर हुई सुनवाई
प्रथम शिकायत सुरजीत कौर, प्रकाश नगर पानीपत की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मामले में पांच साल का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर पाई है। इस पर करनाल निगरानी कमेटी के अध्यक्ष गजेन्द्र सलूजा ने भी पक्ष रखा और कहा कि शिकायतकर्ता की बेटी का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। इस पर अध्यक्ष अनिल विज ने कहा कि इस मामले में वे सीबीआई से जांच करवाने के लिए वे प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल को अनुरोध पत्र लिखेंगे। उन्होंने इस मामले में पुलिस को फेल करार दिया।
दूसरी शिकायत जितेन्द्र कुमार सिद्धार्थ नगर की थी। इस पर शिकायतकर्ता ने कहा कि पुलिस ने उनके साथ जो धोखाधड़ी हुई थी। उस मामले को सुलझाते हुए 80 हजार रुपये की राशि रिकवरी के रूप में दिलवा दी।
तीसरी शिकायत ओमसिंह गांव महावटी तहसील समालखा की थी। इनकी शिकायत पर अध्यक्ष ने एक डीएसपी और दो जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्यों की कमेटी बनाकर नये सिरे से जांच करने के आदेश दिए ताकि शिकायतकर्ता की जमीन की रजिस्ट्री के मामले की ठीक से जांच हो सके। इस शिकायत को अगली बैठक के लिए लम्बित रख लिया गया है।
चौथी शिकायत के माध्यम से भगत सिंह अध्यक्ष एजूकेशन सोसाइटी समालखा की शिकायत पर पुन: जांच करवाने के निर्देश दिए गए।
पांचवीं शिकायत एमसी हरीश शर्मा की थी, जो शहर की सफाई से संबंधित थी। इस शिकायत का भी मौके पर ही समाधान कर दिया गया।
छठवीं शिकायत गांव डाढौला के पंच बच्चन सिंह व हरिओम की थी। इस पर अधिकारियों ने बताया कि गांव डाढौला के ग्राम सचिव को चार्जशीट कर दिया गया है और जांच की जा रही है। इस शिकायत को अगली बैठक के लिए लंबित रख लिया गया है।
सातवीं शिकायत चांद सिंह गांव नारा की थी। इस पर मंत्री ने निर्देश दिए कि इस मामले की पुन: जांच करके एफआईआर दर्ज करवाई जाए।
आठवीं शिकायत गांव लोहारी के धनसिंह की थी, जिस पर अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि पानीपत पीडब्लयूडी विभाग के एक्सईएन इस मामले की पुन: जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को दें ताकि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जा सके।
नौवी शिकायत अजमेर सिंह की थी, जिस पर अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि तहसीलदार समालखा इस मामले की जांच करें, उचित कार्यवाही अमल में लाएं।
दसवीं शिकायत गांव शिमला मौलाना के मोहन सिंह की शिकायत पर अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि शिमला मौलाना में संबंधित विभाग के अधिकारी निकासी नाला बनवाएं।
ग्यारहवीं शिकायत विजय नगर समालखा की बिमला वर्मा की शिकायत का भी समाधान मौके पर ही कर दिया गया।
बारहवीं शिकायत शिवकरण सेक्टर 25 पानीपत की थी। उन्होंने सीवर में अवैध कनेक्शन जोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इस पर अध्यक्ष ने नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाने के आदेश दिए।
तेरहवीं शिकायत गांव उझा के राजकुमार की शिकायत पर अध्यक्ष ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस गांव में एक कैम्प लगाकर लोगों के राशनकार्ड बनवाए जाएं।
चौदहवीं शिकायत गांव बिहौली के जगदीप सिंह की शिकायत पर अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि इस शिकायत पर नियमानुसार कार्यवाही की जाए।
पंद्रहवीं शिकायत मडलौडा निवासी महाबीर सिंह ने मांग की थी कि पंचायती जमीन से अवैध कब्जे हटवाए जाएं। इस बार मंत्री विज ने बाहर खड़े शिकायतकर्ताओं को भी अंदर बुला लिया और उनकी समस्याएं सुनकर अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।

Summer Party at St.Joseph

The summer season has set in, so does the season of mangoes.  The teachers of St.Joseph’s Sr. Sec. School, Sector 44 D, Chandigarh organized a Summer Party for their kids before embarking upon the summer vacation.  Children of Kindergarten turned up in party dresses with hats, sunglasses and umbrellas.  They were shown and informed about the different varieties of mangoes and also the health benefits of eating the fruit like it’s good for eyes and skin.  They were apprised of the various forms of mango products like jam, jelly, pickle, shake and ice-cream.  Later the teachers served the mango delight to the tiny tots and taught them how to eat properly with a fork.

Special attraction was the ice-cream vendor who was called upon especially for the little ones of K.G. They confidently purchased on their own by offering the money to the vendor and receiving the Popsicle of their choice in return.  Partying with their classmates was a great fun for the kids and they also posed beautifully in front of the camera in their own innocent ways.

डॉ० धर्मेन्द्र ने चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को दी फिर से चेतावनी

चंडीगढ़ 25 मई 2018. यूटी इम्प्लाइज सीएचबी हाउसिंग वैल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ के महासचिव डॉ० धर्मेन्द्र ने चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को फिर से चेतावनी देते हुए कहा कि इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के तहत बनने वाले फ्लैटों के सम्बन्ध में किसी भी किस्म की छेड़छाड़ करने से बाज आएं. अन्यथा यूटी इम्प्लाइज सीएचबी हाउसिंग वैल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ के लीडर सभी कर्मचारियों को साथ लेकर हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों का घेराव करने से पीछे नहीं हटेगे। हाईकोर्ट  सैक्टर 53 में यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के *ए* कैटेगरी के कर्मचारियों के लिए 11.79 एकड़ जमीन पर फ्लैट बनाने के लिए काम तुरन्त शुरू करने के लिए आदेश पहले ही जारी कर चुका है, परन्तु हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी अपने ही कर्मचारियों की स्कीम के साथ बदनीयती से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं. जिसकी यूटी इम्प्लाइज सीएचबी हाउसिंग वैल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ सख़्त निन्दा करती है।
वहीँ विश्वस्त सूत्रों की माने तो चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी जमीन की कमी दिखाकर इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के फ्लैटों के साइज़ और एफएआर में बदलाव करने कोशिश कर रहा है। डॉ० धर्मेन्द्र ने कहा कि हमें इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम तहत बनने वाले फ्लैटों के साइज़ में किसी भी किस्म की छेड़छाड़ मंजूर नहीं है। अधिकारी वैसे तो जमीन की कमी बताते हैं फिर सरकारी जमीन पर  झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों के मकान बनाने के लिए जमीन कहाँ से आ जाती है । इस समय चण्डीगढ में लगभग 600 एकड़ जमीन प्रशासन के पास खाली पड़ी है और यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम पिछले दस साल से लम्बित पड़ी है । अधिकारी चाहे चण्डीगढ प्रशासन के हों या चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के वो कानून से ऊपर नहीं हैं। पहले ही अधिकारी कर्मचारियों के साथ धोखा कर चुके हैं पर अब हम अपने साथ और ज्यादा धोखा नहीं होने देंगे।
यूटी इम्प्लाइज सीएचबी हाउसिंग वैल्फेयर सोसायटी के प्रधान सरदार बलविंदर सिंह ने कहा कि कर्मचारियों ने चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के पास 57.82 करोड़ रुपए जमा करवा करवा रखे हैं हमें उस पैसे का पिछले दस साल का 18% की दर से ब्याज भी चाहिए। प्रधान श्री  बलविंदर सिंह ने केन्द्र सरकार से मांग की कि इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के लिए 61.5 एकड़ जमीन जल्द से जल्द अलाट करने का आदेश जारी किया जाए ताकि कर्मचारियों के फ्लैट जल्द से जल्द बन सकें और  कर्मचारियों को उनके फ्लैट भी जल्द मिल जाएं । फ्लैट मिलने के बाद कर्मचारियों को किराए के मकानों में रहने से भी छुटकारा मिल जाएगा । सोसायटी के महासचिव  डॉ धर्मेन्द्र ने कहा कि सैक्टर 53 में इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के तहत *ए कैटेगरी* के जो फ्लैट बनाए जाने हैं यदि हाउसिंग बोर्ड उस 11.79 एकड़ जमीन पर और ज्यादा इम्प्लाइज को एडजस्ट करने की कोशिश करता भी है तो पढ़े लिखे लोगों को सब समझ में आता है कि एफ ए आर बढ़ने से कुछ एक इम्प्लाइज के लिए फ्लैट तो बनाए जा सकते हैं परन्तु सब इम्प्लाइज के लिए उस 11.79 एकड़ जमीन पर फ्लैट नहीं  बनाए जा सकते । फिर बाकी के बचे लोग कहाँ जाएंगे ? ये अधिकारी केन्द्र सरकार पर क्यों नहीं दबाव बनाते कि इस स्कीम के लिए जमीन का मामला जल्द हल करे ताकि इम्प्लाइज को फ्लैट बनाकर जल्दी दिये जा सकें। पर इनकी एफ ए आर के साथ छेड़छाड़ और रीप्लान करने का दुस्साहस केवल इस इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम को और अधिक लटकाने की केवल तरकीब मात्र है। इन अधिकारियों पर केन्द्र सरकार का दबाव पडता है तो ये अवैध रूप से झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों के लिए काम करने में ज्यादा रुचि लेते दिखाई देते हैं। इन अधिकारियों को माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना नहीं करनी चाहिए और जल्द से जल्द एफ ए आर के साथ छेड़छाड़ करने की बजाय पहले से बने *ले आउट प्लान* पर ही कार्य करते हुए फ्लैट बनाने की ओर कदम बढाने चाहिए।
अन्यथा यूटी इम्प्लाइज सीएचबी हाउसिंग वैल्फेयर सोसायटी चण्डीगढ को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होना पडेगा और इस सबकी जिम्मेदारी केवल और केवल अधिकारियों की होगी। चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड और प्रशासन के अधिकारियों  द्वारा *माननीय उच्च न्यायालय की अवमानना का केस भी जल्द ही न्यायालय में डाला जाएगा  और न्यायालय को बताया जाएगा कि किस तरह अधिकारी अपने आपको कोर्ट से भी ऊपर समझने लगे हैं।* डॉ० धर्मेन्द्र ने बताया कि माननीय न्यायमूर्ति श्री सूर्यकांत जी ने आदेश जारी किए थे कि सैक्टर 53 की 11.79 एकड़ जमीन पर इम्प्लाइज के मकान बनाने का काम तुरन्त शुरू किया जाए परन्तु बोर्ड के अधिकारियों ने सीएचबी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम का मामला लटकाने के लिए केवल यह कहते हुए डैफर कर दिया कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है जबकि माननीय हाईकोर्ट तो फ्लैट बनाना शुरू करने का आदेश दे चुका है ।

पंचांग

26 मई 2018, शनिवार
विक्रम संवत – 2075
अयन – उत्तरायण
गोलार्ध – उत्तर
ऋतु – ग्रीष्म
मास – ज्येष्ठ प्रथम (अधि.)
पक्ष – शुक्ल
तिथि – द्वादशी
नक्षत्र – चित्रा
योग – व्यतीपात
करण – बव

राहुकाल –
9:00AM – 10:30AM

🌞सूर्योदय – 05:26 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 19:13 (चण्डीगढ)
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🚩व्रत -🚩
प्रदोष व्रत।
🚩उत्सव -🚩
शनि त्रयोदशी।

🚩दिवस -🚩
शस्त्र दिवस।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
चोघड़िया मुहूर्त- एक दिन में सात प्रकार के चोघड़िया मुहूर्त आते हैं, जिनमें से तीन शुभ और तीन अशुभ व एक तटस्थ माने जाते हैं। इनकी गुजरात में अधिक मान्यता है। नए कार्य शुभ चोघड़िया मुहूर्त में प्रारंभ करने चाहिएः-
दिन का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
शुभ 07:08 08:52 शुभ
लाभ 14:01 15:45 शुभ
अमृत 15:45 17:28 शुभ
रात्रि का चौघड़िया (दिल्ली)
चौघड़िया प्रारंभ अंत विवरण
लाभ 19:11 20:28 शुभ
शुभ 21:45 23:02 शुभ
अमृत 23:02 00:16 शुभ
लाभ 04:07 05:24 शुभ

आर्य समाज सेक्टर 9 पंचकूला में चार दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम प्रारम्भ

 

पंचकुला : 25 मई, 2018

वेद प्रचार समिति पंचकूला का आर्य समाज सेक्टर 9 पंचकूला में चार दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ और प्रथम दिवस यज्ञ आचार्य जय वीर वैदिक ने करवाया। उसके बाद अम्बाला से आईं श्वेता शास्त्री ने भजन सुना कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया। चण्डीगढ़ से आये आचार्य उपेन्द्र शास्त्री के भजनोपदेश ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आचार्य उपेन्द्र ने ईश्वर भक्ति के भजन सुनाते हुए ईश्वर की भक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गौ सेवा आयोग हरियाणा के प्रधान श्री भानी राम मंगला जी मुख्य अतिथि तथा श्री विशाल सेठ सलाहकार पी डब्ल्यु डी रोडस विशिष्ट अतिथि थे। इस अवसर पर भानी राम मंगला का स्वागत करते हुए राज्य औषधि नियन्त्रक नरेन्द्र आहूजा विवेक ने उनके मेवात में वेद प्रचार और गुरुकुलों के लिए किए गए सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए अपने पुराने साथ को याद किया।
इसके बाद अन्जू आहूजा के कर्म विषय पर भजन और नरेन्द्र विवेक के प्रवचन हुए। नरेन्द्र विवेक ने कर्म की परिभाषा उसके काल के आधार पर प्रकार पर प्रकाश डाला। विवेक ने यजुर्वेद के 40 वें अध्याय के दूसरे मन्त्र की व्याख्या प्रस्तुत की और कहा कि मनुष्य को सौ वर्षों तक कर्म करते हुए जीने की इच्छा करनी चाहिए। मनुष्य को जीवन मे ऐसे कर्म करने चाहिए जो उसके बन्धन का कारण ना बने। इसके लिए मनुष्य को न तो स्वार्थ के कारण काम क्रोध लोभ मोह ईर्ष्या द्वेष में फस कर काम करने चाहिए और ना ही कर्म हीन बन कर कर्म सन्यास लेना चाहिए। मनुष्य को अपने जीवन के लक्ष्य अर्थात मोक्ष की प्राप्ति के लिए केवल निष्काम भाव से परोपकार के यज्ञीय कार्य करने चाहिए। इस कार्यक्रम का मंच संचालन धर्मपाल आर्य ने किया। अंत मे भानी राम मंगला ने वेद प्रचार के लिए घर घर जाकर यज्ञ करने की प्रेरणा देकर सबको साथ लेकर चलने की प्रेरणा दी। धर्म पाल आर्य ने सबका धन्यवाद दिया और बताया कि यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलेगा।

With 38 Kumaraswamy New CM

BENGALURU: The three-day-old Kumaraswamy government in Karnataka today won a vote of confidence without a contest, with the BJP MLAs walking out of the Assembly before the floor test, in an unexciting end to the 10-day high-voltage political drama after the polls yielded a hung House.

It turned out to be a smooth sailing for the 58-year- old H D Kumaraswamy, as BJP members trooped out of the House after Leader of the Opposition B S Yeddyurappa’s blistering attack on the “unholy” JD(S)-Congress coalition.

Kumaraswamy’s motion seeking the confidence vote was declared passed by voice vote by Speaker K R Ramesh Kumar in the absence of the BJP MLAs.

Kumaraswamy described the BJP walkout as “escapism”.

The first signs of the BJP conceding defeat in the numbers game were visible when it pulled out its candidate Suresh Kumar from the race for the Speaker’s post, saying it had decided to honour the parliamentary tradition that the presiding officer should be chosen unanimously.

Congress’ Ramesh Kumar was elected the Speaker unopposed.

The JD(S)-Congress coalition had claimed the support of 117 MLAs in the 224-member House with an effective strength of 221.

While the Congress has 78 MLAs, Kumaraswamy’s JD(S) has 36, and BSP 1.

The alliance also claimed support of the lone KPJP MLA and an independent.

As Kumaraswamy had won from two constituencies, the 104-member BJP needed seven more MLAs to defeat the motion.

But like on May 19, when Yeddyurappa failed to muster support of as many lawmakers required to anchor his government’s ship safely, and stepped down, the BJP did not go for a showdown.

Seeking the trust vote, Kumaraswamy asserted the Congress-JD(S) coalition government would complete its five- year term, while maintaining he was conscious that his party JD(S) does not have a majority on its own.

“I am pained that people have not placed their trust in me,” he said, as he moved the motion seeking the vote of confidence of the Assembly in his government.

He, however, said the the coalition government will be “stable for five years”.

“We will work for the people. We are not here to fulfil our personal interests,” he said, adding neither he nor the members of his family ever hankered after power, and spent most of their time in politics seated in opposition benches.

The chief minister said there was a “blot” on JD(S) supremo and former prime minister H D Deve Gowda after he (Kumaraswamy) joined hands with the BJP to form a coalition government in 2006.

Kumaraswamy said he was now relieved as that “blot” on his father’s reputation caused by his act of aligning with the BJP has been removed (with the formation of a secular government).

Deve Gowda had strongly opposed Kumaraswamy’s decision to form a coalition government with the BJP.

He also said the government was committed to waiving farm loans, as promised during the elections.

Kumaraswamy accused the BJP-led government at the Centre of using its agencies like the Income Tax department and the Enforcement Directorate against its political rivals.

He alleged that “fake documents” had been created to claim he had floated a company in Malaysia and had “huge” properties there.

“An ED fellow asked me about it. I am ready to face any inquiry,” Kumaraswamy said, asserting he would not be cowed down by such bullying tactics.

Before staging a walkout, Yeddyurappa launched a stinging attack on Kumaraswamy, saying the chief minister was known for his acts of “betrayal”.

The BJP under Yeddyurappa had propped up the JD(S)-led government in 2006 as part of a power sharing arrangement of rotational chief ministership.

After Kumaraswamy had completed his 20-month term and Yeddyurappa’s turn came to become the chief minister, the JD(S) withdrew support in seven days.

Yeddyurappa told the Congress members that Kumaraswamy and Deve Gowda would “finish” their party.

“The father (Deve Gowda) and sons will finish the Congress,” Yeddyurappa said, adding he had no problem “if you want to be onboard the sinking ship of Kumaraswamy”.

Dubbing the JD(S)-Congress alliance as “unholy”, he said the two parties had defied the popular mandate which was in BJP’s favour.

“The JD(S) lost security deposit in 121 constituencies and did not win even a single seat in 16 districts,” he said, adding the coalition dispensation was a “government on daily wages”.

Today’s confidence vote was the second in less than a week, and on both occasions the BJP baulked at the prospect losing the numbers game and chose to avoid voting.

Yeddyurappa, who was sworn in as the chief minister on May 17, had stepped down two days later in the face of impending defeat without going through the motions of a floor test.

Kumaraswamy had taken oath on Wednesday in a grand ceremony where a galaxy of top leaders of anti-BJP national and regional parties were in attendance, in a rare show of unity ahead of the Lok Sabha polls next year.

The JD(S) leader’s real challenge will now be the expansion of his ministry, with leaders in the alliance already jockeying for Cabinet berths and plum portfolios.

The trust vote over, the MLAs of the ruling coalition, kept in a luxury hotel and a resort over fears of poaching by the BJP, would walk to freedom.

Delhi High Court delivered a split verdict over PMNRF

A division bench of the Delhi High Court on Wednesday delivered a split vredict over PMNRF  have made a reference to the Acting Chief Justice,” the bench said.

Central government’s standing counsel Jasmeet Singh said that Justice Bhat held that PMNRF is a public authority, whereas Justice Gaur noted that PMNRF is not a public authority. The bench was hearing PMNRF’s plea challenging a single judge’s order of November 19, 2015, dismissing its petition against a 2012 Central Information Commission (CIC) order, asking it to disclose the details of its institutional donors.

The division bench had earlier stayed the operation of the CIC order till further direction, saying the matter required consideration. PMNRF had approached the single judge in 2012 challenging the CIC’s order, which had said: “We are of the view that the details of the institutional donors should be placed in public domain and disclosed to the appellant (Aseem Takyar).”

However, the CIC had said it would not be appropriate to direct the Central Public Information Officer (CPIO) of PMNRF to disclose the names of the recipients and beneficiaries of the fund. Takyar had sought information regarding PMNRF, including the names and particulars of donors and beneficiaries from 2009 to 2011 under the RTI Act.

Lashkar-e-Taiba (LeT) operative Sheikh Abdul Naeem chargsheeted by NIA

The National Investigation Agency (NIA) on Friday filed a chargesheet in a Delhi court against suspected Lashkar-e-Taiba (LeT) operative Sheikh Abdul Naeem and nine others for allegedly preparing to revive the terror outfit’s activities in India on the directions of Pakistan-based handlers.

The NIA filed the final report before the court of District Judge Poonam A Bamba, naming ten persons, five of whom have been arrested, while five were absconding. The chargesheet also names two persons who have turned approvers. The accused were charged under various sanctions of the Unlawful Activities (Prevention) Act, Passport Act, Aadhaar Act and Arms Act.

Get in touch with public and unite them : Kanhaiya

Former JNU Students Union President Kanhaiya Kumar on Friday said there was a need to get in touch with the public and unite them through communication to save the democracy. Kumar was speaking at an event ‘Building An Inclusive India Citizens Conclave’ on the topic titled ‘Democracy and Dissent’.

“We have to get in touch with public and unite them. The first mode of communication is through language. There is so much ignorance among the public, because one feels that even if he is ignorant, he can still make it big. Even they are ‘bhakts’, instead of ignoring them we have to communicate to save the democracy,” he said.

Independent researcher Usha Ramanathan said, “In a democracy like India, the UIDAI project was depriving people of their rights just because they do not clear the biometric test. It doesn’t produce an identity to us, instead it profiles us as fake profile. If a biometric system does not work, you are not you.”

Various other speakers, including activist Jagmati Sangwan, documentary filmmaker Saba Dewan, retired IPS officer Meeran Chadha Borwankar and journalists Rajdeep Sardesai and Siddharth Varadarajan took part in the event.

The three-day event that began on Friday to mark the launch of ‘India Inclusive’, an informal open platform that offers citizens and civil society across the country to network and preserve constitutional values.

The topics that would be focussed during the event are silencing the media, attack on rationalists and human resource development, society’s pluralism, diversity and culture, among others.

+2 CBSE result tomorrow

Chandigarh : The Central Board of Secondary Education (CBSE) will release the result of Class 12 examinations tomorrow on May 26. The results time is not announced yet, however, it is expected to be out by 12 pm. This year, over 2.8 million (28 lakh) students appeared for the CBSE Class 10 and CBSE Class 12 examinations. A total of 1.6 million (over 16 lakh) students had registered for CBSE Class 10 exams. For CBSE Class 12 exams 2018, over 1.1 million (over 11 lakh) students appeared for the exam.

check your result at  CBSE – cbse.nic.in