भारत-चीन झड़प को लेकर अमित शाह भड़के : राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन से पैसे लिए 

            भारत-चीन विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह  ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई। शाह ने कहा कि कॉंग्रेस अपने निजी संबंधों को बनाने के लिए सुरक्षा परिषद की सदस्यता को भेंट कर दी है, राजीव गांधी फाउंडेशन 2005-06 में फाउंडेशन ने पैसे लिए। गृहमंत्री ने कहा कि भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। हमारे जवानों ने 8 की रात को और 9 की सुबह को जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी भूमि की रक्षा की।

राजीव गांधी फाउंडेशन विवाद और चीन से आता फंड, अमित शाह ने कांग्रेस की दुखती रग पर रखा हाथ

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ नयी दिल्ली :

            तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। 9 दिसंबर को तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।

            केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में भारत-चीन के बीच झड़प के मुद्दे को लेकर विपक्ष की तरफ से हंगामे पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि लोकसभा में आज विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। उन्होंने इस पूरे हंगामे के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। साथ ही कांग्रेस के चीन से संबंध होने का आरोप लगाते हुए राजीव गांधी फाउंडेशन पर भी टिप्पणी की। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पंडित नेहरू के चाइना प्रेम के चलते सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की बलि चढ़ गई। यही नहीं, हजारों एकड़ जमीन भी नेहरू काल में ही चीन के पास चली गई।

            केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सैनिकों के साथ आमना-सामना के दौरान चीनी सैनिकों ने एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सका। 

            उन्होंने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही  गृह मंत्री ने कहा कि “भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया गया है। भारतीय सैनिकों ने झड़प के दौरान अपार बहादुरी दिखाई और कुछ ही समय में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया।”  

            उन्होंने भारतीय सैनिकों की वीरता की सराहना की। शाह ने कहा कि “मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं… जब तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में है, कोई भी हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता है।”

            भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि 2005, 2006 और 2007 में चीनी दूतावास द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन (RFG) के बैंक खातों में भारी मात्रा में धन ट्रांसफक किया गया था। 

            “मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद, मैं कांग्रेस की चिंता को समझ गया। प्रश्न राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के बारे में था।”  

उन्होंने आगे उल्लेख किया कि 7 जुलाई 2011 को आरजीएफ को विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जकार नाइक से 50 लाख रुपये मिले।

थलसेना उप प्रमुख बी.एस.राजू आज से 3 दिवसीय मलेशिया की यात्रा पर 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो     07 दिसंबर :

            रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि थलसेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस.राजू 8 से 10 दिसम्बर 2022 तक मलेशिया की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान थलसेना उप प्रमुख देश के वरिष्ठ सैन्य एवं नागरिक नेतृत्व के साथ अनेक बैठकों के माध्यम से भारत और मलेशिया के बीच उत्कृष्ट रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाएंगे।

            थलसेना उप प्रमुख मलेशियाई सेना के उप प्रमुख और मलेशियाई सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ से मुलाकात करेंगे,जहां वह आपसी हित के मुद्दों पर परस्पर विचार साझा करेंगे। वह मलेशियाई इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज के सीईओ के साथ व्यापक चर्चा में भी शामिल होंगे।

            9 नवम्बर 2022 को थलसेना उप प्रमुख संयुक्त अभ्यास हरिमऊ शक्ति की विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधियों का गवाह बनेंगे और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।थलसेना उप प्रमुख की यह यात्रा दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करेगी और रणनीतिक मुद्दों पर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय एवं सहयोग के एक प्रेरक के रूप में कार्य करेगी।

आस्ट्रेलिया वकील संघ अंतरराष्ट्रीय कानून की बैठक में गिरीश मित्तल जैतो ने लिया भाग

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 22 नवम्बर  :

            ऑस्ट्रेलिया वकील संघ द्वारा अंतराष्ट्रीय कानून की बैठक ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में वर्चुअल के माध्यम द्वारा आयोजन किया गया। ऑस्ट्रेलिया लॉ एसोसिएशन के सदस्य होने के नाते गिरीश मित्तल ने अंतराष्ट्रीय कानून की बैठक  में भाग लिया।अंतराष्ट्रीय कानून की बैठक में विश्व व्यापार में चीन की भूमिका को अमेरिका की चुनौती व्यवस्था और ‘मुक्त व्यापार में उपभोक्ता संरक्षण प्रावधान समझौतों’ और विकासशील राज्यों के खिलाफ प्रतिक्रिया निवेशक-राज्य मध्यस्थता में भ्रष्टाचार के विषयो पर बात की गयी।

            इस बैठक मे दुनिया भर से 22 कानून विशेषज्ञ ने भाग लिया। गिरीश मित्तल अंतराष्ट्रीय बार एसोसिएशन के भी सदस्य भी है। गिरीश मित्तल अमेरिकन और यूरोप बार एसोसिएशन के भी सदस्य भी है। गिरीश मित्तल रूसी मध्यस्थ संघ के भी सदस्य भी है।

मुख्य चुनाव आयुक्त  राजीव कुमार को नेपाल के आगामी चुनावों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर किया आमंत्रित 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 17 नवम्बर  :

            निर्वाचन आयोग ने वीरवार को कहा कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार को नेपाल के चुनाव आयोग द्वारा नेपाल में प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय विधानसभा के आगामी चुनावों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया है। संघीय संसद के 275 सदस्यों और सात प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीटों के चुनाव के लिए नेपाल में 20 नवंबर, 2022 को चुनाव निर्धारित किए गए हैं।

            नेपाल के राजकीय अतिथि के रूप में श्री राजीव कुमार 18 नवंबर से 22 नवम्बर, 2022 तक ई.सी.आई. अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।अपनी यात्रा के दौरान श्री कुमार काठमांडू और आसपास के क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे।ई.सी.आई. का भी एक अंतर्राष्ट्रीय चुनाव परिदर्शक कार्यक्रम है,जहां अन्य चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों को समय-समय पर होने वाले हमारे आम और विधानसभा चुनावों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

            भारत निर्वाचन आयोग,अन्य चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) और संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों/संघों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय विचार-विमर्श के माध्यम से दुनिया भर में लोकतंत्र के उद्देश्य को बढ़ावा देने में हमेशा सबसे आगे रहा है और लोकतांत्रिक संस्थानों और प्रक्रियाओं को मजबूत करने की दृष्टि से हमेशा संपर्कों को बढ़ावा देने, ज्ञान के आदान-प्रदान करने तथा सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करने आदि को सुविधाजनक बनाने का प्रयास किया है।

            ईसीआई के भारत अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) ने क्षमता निर्माण पहल के हिस्से के रूप में अब तक 109 देशों के 2200 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है, जिनमें 70 नेपाल के अधिकारी भी शामिल हैं।आईआईआईडीईएम में 13 से 24 मार्च, 2023 तक नेपाल चुनाव आयोग के 25 अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।’लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन’ के पूर्व कार्यक्रम के रूप में ईसीआई द्वारा हाल ही में ‘ईएमबी की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता’ विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में नेपाल चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया था।

            “लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन – कार्रवाई का वर्ष” के सहायक आयोजनों के तहत ई.सी.आई., समावेशी और सुलभ चुनाव” तथा “चुनावों में तकनीक” विषयों पर दो और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की मेजबानी करेगा।ई.सी.आई. सितम्बर 2019 से अक्टूबर 2022 तक विश्व चुनाव निकाय संघ (एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज- ए-वेब) की अध्यक्षता कर रहा था, जो चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय संगठन है। ए-वेब में वर्तमान में 109 देशों के 119 चुनाव प्रबंधन निकाय (ईएमबी) शामिल हैं।

            ईसीआई को अब सर्वसम्मति से 2022 से 2024 की अवधि के लिए एशियाई चुनाव प्राधिकरण संघ (एसोसिएशन ऑफ एशियन इलेक्शन अथॉरिटीज –एएईए) का नया अध्यक्ष चुना गया है और इस प्रकार विश्व स्तर पर ईसीआई की उपस्थिति और इसके द्वारा दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावों के कुशल संचालन को स्वीकार किया गया है।

केंद्र ने निर्यात संवर्धन योजनाओं के लिए भारतीय रुपए में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटानों की दी अनुमति 

भारतीय रुपए में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार लेनदेनों को सुगम तथा सरल बनाने का निर्णय

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 9 नवम्बर  :

            वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत सरकार ने भारतीय रुपए में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटानों अर्थात चालान, भुगतान और भारतीय रुपए में निर्यात/आयात के निपटान के लिए विदेश व्यापार नीति तथा प्रक्रियाओं की पुस्तिका में उपयुक्त संशोधन किए हैं। इसी के अनुरूप, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने पहले ही 11 जुलाई 2022 के भारतीय रिजर्व बैंक (डीआईआर) की परिपत्र संख्या 10 के अनुरूप चालान, भुगतान और भारतीय रुपये में निर्यात/आयात के निपटान की अनुमति देने के लिए दिनांक 16 सितम्बर 2022 की अधिसूचना संख्या 33/2015-20 का पैरा 2.52(डी) लागू कर दिया।

            उपरोक्त अधिसूचना की निरंतरता में,11 जुलाई 2022 के भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार भारतीय रुपए में निर्यात प्राप्तियों के लिए विदेश व्यापार नीति के तहत निर्यात लाभों/छूटों/ निर्यात बाध्यताओं की पूर्ति की मंजूरी के लिए विदेश व्यापार नीति के पैरा 2.53 के तहत परिवर्तन लागू किए गए हैं।

            भारतीय रुपये में निर्यात प्राप्ति के लिए अद्यतन प्रावधानों को निर्यातों के लिए आयातों (एफटीपी का पैरा 2.46), स्थिति धारकों के रूप में मान्यता के लिए निर्यात निष्पादन (एफटीपीका पैरा 3.20), अग्रिम प्राधिकरण (एए) तथा शुल्क मुक्त आयात प्राधिकरण (डीएफआईए) (एफटीपी का पैरा 4.21) के तहत निर्यात आय की प्राप्ति और निर्यात संवर्धन पूंजीगत वस्तुओं (ईपीसीजी) स्कीम (एचबीपी का पैरा 5.11) के तहत निर्यात आय की प्राप्ति के लिए अधिसूचित किया गया है।

            इसी के अनुसार, विदेश व्यापार नीति के तहत, लाभों/छूटों/निर्यात बाध्यताओं की पूर्ति को 11 जुलाई 2022 के भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार भारतीय रुपये में प्राप्ति के लिए विस्तारित कर दिया गया है। भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए, भारतीय रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार लेनदेनों को सुगम बनाने तथा उसमें सरलता लाने के लिए ये नीतिगत संशोधन आरंभ किए गए हैं।

विश्वभर के निर्वाचन प्रबंधन निकायों के साथ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ‘निष्पक्ष निर्वाचन के लिए साझेदारी’ का नेतृत्व

  •   मॉरीशस, यूनान और आईएफईएस द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के साथ सह-नेतृत्व
  • सीईसी  राजीव कुमार ने सोशल मीडिया की चुनौतियों तथा निर्वाचन प्रबंधन निकायों के कामकाज को लेकर विमर्श पर बल दिया
  •  फर्जी खबरों की पहचान करने के लिए अपनी एल्गोरिदम शक्ति का सक्रिय इस्तेमाल करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों का उपयोग करेंगे

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  चंडीगढ़  –   31 अक्तूबर :

            निर्वाचन आयोग कार्यालय ने सोमवार को कहा कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पाण्डेय के साथ आज ‘निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, प्रारूप और क्षमता’ विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का आयोजन भारत निर्वाचन आयोग ने नई दिल्ली में‘निष्पक्ष चुनाव के लिए साझेदारी’ के तहत किया। इसका गठन दिसंबर, 2021 में ‘लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन’ के क्रम में किया गया था।

            उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य वक्तव्य में मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कहा कि मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी, सुगम्य और प्रलोभन रहित चुनाव लोकतांत्रिक सिद्धांतों की बुनियाद हैं। यह शांति और विकासात्मक लाभों की पहली शर्त है। यह बुनियादी अवधारणा इस विचार को अंगीकार करती है कि सम्प्रभुता देश के लोगों से उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि समावेशिता का अर्थ यह भी है कि सबके लिए तथा खासतौर से महिलाओं, दिव्यांगजनों, वरिष्ठ नागरिकों, युवा मतदाताओं और सीमांत आबादी की असमानताओं का समायोजन किया जाए।

            उद्घाटन समारोह में सीईसी राजीव कुमार का संबोधन ने कहा कि भारत में लोकतंत्र के विचार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकतंत्र हमेशा भारतीय लोकाचार और जीवन जीने का एक तरीका रहा है। विविध प्रकार के मत, संवाद, चर्चाएं, सामंजस्य और गैर-आक्रामकता हमारी संस्कृति का आंतरिक हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों में लोगों का भरोसा एक स्वस्थ लोकतंत्र का सबसे बुनियादी सिद्धांत है।

            इस सम्मेलन की थीम के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ‘चुनाव प्रबंधन निकायों की भूमिका, प्रारूप और क्षमता’ दरअसल ‘निष्पक्ष चुनाव’ के लिए सबसे आधारभूत चीजें हैं क्योंकि ये किसी भी चुनावी लोकतंत्र के मूलभूत और कार्यात्मक दोनों पहलुओं को शामिल करती है।सीईसी श्री राजीव कुमार ने इस शिखर सम्मेलन की प्रतिबद्धताओं को असल परिणामों तक ले जाने के लिए विश्व के लोकतांत्रिक देशों को चुनाव प्रबंधन में ईसीआई की विशेषज्ञता की पेशकश की।

            आज के संदर्भ में चुनाव प्रबंधन निकायों के सामने मौजूद चुनौतियों पर बोलते हुए सीईसी श्री राजीव कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के साथ काम कर रहे ईएमबी के सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ये स्व-घोषणा करते हैं कि उनके यहां कॉन्टेंट को प्रदर्शित करने वाली नीतियां हैं, लेकिन उनके पास जो “एल्गोरिदम शक्ति” है वो भी काम कर रही होती है।

            उन्होंने रेखांकित करते हुए कहा,”ईएमबी से ये अपेक्षा गैर-वाजिब नहीं है कि वे ज्ञात तौर-तरीकों और शैलियों वाली फेक न्यूज को ज्यादा मजबूती या शुरुआत में ही नियंत्रित करें।” श्री कुमार ने कहा कि फेक न्यूज का मुकाबला करने के लिए इस तरह के एक सक्रिय दृष्टिकोण से भरोसेमंद चुनावी परिणाम देखने को मिलेंगे जिससे इन ‘स्वतंत्रता के अधिकारों’ को बनाए रखने में मदद मिलेगी जिनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों में फलने-फूलने की जरूरत है।श्री राजीव कुमार ने कहा कि ये समूह ही वो सही मंच है जहां हम एक-दूसरे से सीख सकते हैं जैसा कि हमने कोविड के दौरान किया था।

            उन्होंने कहा कि मताधिकार से वंचना, चाहे वो कोविड महामारी जैसे अशांत समय के दौरान अस्थायी रूप से ही क्यों न हो, वो लोकतंत्र के लिए कतई विकल्प नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये समूह प्रासंगिक चुनौतियों व अवसरों पर सहयोग करने के लिए कई और संवादों और संस्थागत तंत्रों की नींव रखेगा।सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सुश्री एलिजाबेथ जोन्स, उप राजनयिक (चार्ज डी अफेयर्स), संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि भारत के साथ संबंध सर्वाधिक परिणाम-आधारित हैं।

            उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने तथा दुनिया भर में शांति, सुरक्षा और समृद्धि लाने के लिए आपसी सहयोग करने से जुड़ी साझेदारी मजबूत हो रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अमेरिका और भारत दोनों ने लोकतांत्रिक संस्थानों के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने विभिन्न चुनौतियों पर विचार करते हुए लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।

            उन्होंने कहा, “भारत निर्वाचन आयोग, चुनावी प्रक्रियाओं की देख-रेख करने वाला व एक अच्छी तरह से संचालित चुनाव प्रबंधन निकाय का उदाहरण है। संयुक्त राज्य अमेरिका आपके नेतृत्व और अन्य लोकतंत्रों के साथ आपकी विशेषज्ञता को साझा करने में प्रसन्नता का अनुभव करता है। भारतीय चुनाव प्रशासन ने पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक देशों के लिए मानक निर्धारित किए हैं।”

            अपने संबोधन में उन्होंने चुनाव संचालन के सामने उभर रही विभिन्न चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें सूचना व्यवस्था में हेरफेर, महिलाओं और हाशिए पर रहने वाले समुदायों की भागीदारी में आने वाली बाधाएं, नागरिकों के लिए व्यक्तिगत दायरे में कमी और चुनावी विश्वसनीयता को कमजोर करने वाला प्रणालीगत भ्रष्टाचार शामिल हैं।”

            डीजी आईआईआईडीईएम और वरिष्ठ डीईसी धर्मेंद्र शर्मा ने इस दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। मॉरीशस के चुनाव आयुक्त श्री मो. इरफान अब्दुल रहमान, यूनान के आंतरिक मंत्रालय के चुनाव एवं राजनीतिक पार्टी विभाग की प्रमुख सुश्री एग्गेलिकी बरौता, इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री एंथनी बानबरी, अंतरराष्ट्रीय आईडीईए के महासचिव श्री केविन कैसास- ज़मोरा और  आर्मेनिया, मॉरीशस, नेपाल, काबो वर्डे, ऑस्ट्रेलिया, चिली, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, ग्रीस, फिलीपींस सहित यूएनडीपी एवं ईएमबी के प्रतिनिधि, महामहिम राजदूत/उच्चायुक्त तथा कोस्टा रिका, घाना, जमैका, अल्बानिया, नेपाल, ग्रीस, मोंटेनेग्रो, स्पेन के राजनयिक कोर के अन्य सदस्य, भारत निर्वाचन आयोग और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के अधिकारी इस दो दिवसीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।इस अवसर पर, ईएमबी की उत्कृष्ट पहल को दर्शाते हुए ‘मतदाता शिक्षा और जागरूकता के लिए सहयोग एवं भागीदारी’ विषय पर भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की पत्रिका “वॉयस इंटरनेशनल” के नवीनतम संस्करण का विमोचन किया गया।

देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहा म्हारा छोरा अखिल शर्मा इसमाइलपुर 

मलेशिया में होने जा रही यूएन की संस्था बेस्ट डिप्लमैटस की कॉन्फ़्रेन्स में हुआ चयन 80 देशों के प्रतिनिधि लेंगे भाग

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर : 29 अक्तूबर :

            यमुनानगर के गाव ईसमाईलपुर निवासी अखिल शर्मा का चयन वैश्विक मुद्दों को लेकर संयुक्त राष्ट्र की बेस्ट डिप्लमैट्स संस्था की चार दिवसीय कॉन्फ़्रेन्स जनवरी में मलेशिया में होगी जिसमें शहर के जाने माने परथिष्ठित परिवार के सदस्य पूर्व ज़िला जज  शिवा शर्मा इस्माइलपुर के भतीजे व युवा समाजसेवी अधिवक्ता अखिल शर्मा का चयन एक परीक्षा के माध्यम से हुआ है।

            जानकारी देते हुए उनके भाई अधिवक्ता निखिल शर्मा ने बताया कई महीने के परिश्रम का ही फल है जो हमारे शहर के होनहार बेटे का चयन हुआ है जो अपने परिवार की भाँति देश ओर यमुनानगर का नाम रोशन करने जा रहा है वैश्विक समस्याओं को लेकर होने जा रही इस कॉन्फ़्रेन्स में 80 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे जो 4 दिन तक चलेगी अखिल पहले भी हिमाचल प्रदेश विश्वविधालय में अपना लोहा मना चुका है ज़िले के सबसे शिक्षित परिवार से सम्बंधित अखिल के परिवार से आइएस आइपीएस जज डीजीपी आदि रह चुके है अखिल स्वयं LLB Llm करने के पश्चात अब  phd के छात्र है हम आशा करते है वो इतने बड़े मंच पर देश प्रदेश ज़िले का नाम रोशन करेंगे।

मानवता की सेवा में जुटे रहे ‘भाटिया अंकल’ नहीं रहे

डेमोक्रेटिक फ़्फ़्रोंत संवाददाता, मोहाली/ सांता क्लारा, कैलिफ़ोर्निया  –  27 अक्टूबर :

            कैलिफोर्निया में यूनाइटेड सिख्स के निदेशक, अमृतपाल सिंह भाटिया का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया। स्वयंसेवकों के बीच उन्हें ‘भाटिया अंकल’ के रूप में जाना जाता था। वह हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते थे और सेवा कार्यों मे अथक परिश्रम करते थे। सिख धर्म के सिद्धांतों में दृढ़ विश्वास रखने वाले भाटिया जी ने हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद की।

            उन्होंने लगभग दो दशकों तक दुनिया के विभिन्न हिस्सों में यूनाइटेड सिख्स के कई महत्वपूर्ण मानवीय प्रोजेक्ट चलाए। आपदाओं से प्रभावित लोगों तक पहुंचने के लिए उन्होंने कैलिफोर्निया से लुइसियाना, और पाकिस्तान से नेपाल तक की दूरी तय की। चाहे भूकंप से तबाही हुई हो, आग से नुकसान हुआ हो, तूफान आया हो, या उत्पीड़न का मामला रहा हो, ‘भाटिया अंकल’ एक चट्टान की तरह हमेशा मजबूती से साथ खड़े होते थे। 

            वह 2005 में कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट शहर से ‘होमटाउन हीरो अवार्ड’ जीतने वाले पहले एशियाई बने। उन्होंने कैटरीना तूफान से हुए विनाश के बाद पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए यूनाइटेड सिख्स का नेतृत्व किया। बगदाद में श्री गुरु नानक साहिब से जुड़े ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब की हालत को लेकर वह अत्यधिक चिंतित थे, जो अमेरिकी बमबारी के दौरान ढह गया था। वह 2020 में गुरुद्वारा स्थल की सफाई और पेंट करने के लिए वहां गए और एक बाड़ लगवाई। उन्होंने दुनिया भर के सिखों से ऐतिहासिक स्थल की तीर्थ यात्रा शुरू करने और गुरुद्वारा साहिब की बहाली के प्रयास करने की अपील की।

            युनाइटेड सिख्स इंटरनेशनल एड के निदेशक गुरविंदर सिंह ने कहा, “उन्होंने हजारों लोगों के जीवन को छुआ और पीड़ित परिवारों को मदद प्रदान की। वह कहते थे कि उन्हें सेवा करने का आशीर्वाद मिला हुआ है।”

            “वह हमेशा सेवा करने के लिए उत्सुक रहते थे और सिख धर्म के मूल्यों को मानते थे। उनमें सकारात्मकता और चढ़दी कला की भावना थी। वह एक वन-मैन-आर्मी थे और डरते नहीं थे। 

            उनकी विरासत, प्रतिबद्धता और सोच यूनाइटेड सिख्स का मार्गदर्शन करती रहेगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें,”  यूनाइटेड सिख्स के निदेशक सरनदीप सिंह ने कहा।

निर्मला सीतारमण ने वाशिंगटन डीसी  बैठक में भाग लिया

  • निर्मला सीतारमण ने कहा खाद्य और ऊर्जा संकट में तथा जलवायु और विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए वित्त पोषण के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए विश्व बैंक का समर्थन किया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंटजैतो  –  15 अक्टूबर :

            वित्त मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज वाशिंगटन डीसी में वार्षिक बैठक 2022 के दौरान विश्व बैंक-अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (डब्लूबी-आईमएफ) संयुक्त विकास समिति (डीसी) की बैठक में भाग लिया।विकास समिति ने विशेष रूप से दो महत्वपूर्ण पहलुओं, जिनका पूरी दुनिया सामना कर रही है, पर चर्चा करने के लिए बैठक आयोजित की थी:खाद्य और ऊर्जा संकट: चुनौती का सामना करना जलवायु और विकास लक्ष्यों की प्राप्ति: वित्तीय प्रश्न अपने उद्घाटन भाषण में, वित्त मंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए विचार-विमर्श करने और इस बारे में सोचने का एक उत्कृष्ट अवसर है कि हम विभिन्न चुनौतियों का कैसे बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं और दीर्घकालिक विकास को वापस ला सकते हैं।

            उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए 7 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर के बावजूद, हम वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और भू-राजनीतिक वातावरण को लेकर चिंतित हैं।श्रीमती सीतारमण ने कहा कि खाद्य और ऊर्जा संकट पत्र ने ऊर्जा दक्षता की “पसंद के पहले ईंधन” के रूप में पहचान की है। इसी तरह, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फसल हानि और खाद्य की बर्बादी को कम करना भी “पसंद का पहला तौर-तरीका” होना चाहिए।वित्त मंत्री ने विश्व बैंक से सब्सिडी के एकसमान दृष्टिकोण को नज़रअंदाज करने और विकृत सब्सिडी और कमजोर परिवारों को लक्षित समर्थन के बीच अंतर करने का आग्रह किया।एक उदाहरण के रूप में भारत का हवाला देते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा कि पिछले छह वर्षों में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देकर भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि भारत में लगभग सभी महिलाओं को खाना पकाने के स्वच्छ तरीकों तक पहुंच प्राप्त हो। इसने एसडीजीएस 3, 5 और 7 पर भारत के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

            वित्त मंत्री ने कहा कि ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा के लिए हमारे ऊर्जा मिश्रण से जीवाश्म ईंधन को बाहर रखना थोडा मुश्किल लगता है, लेकिन भारत ने इस वर्ष अपना पहला शुद्ध हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र और अपनी पहली 2जी बायोएथेनॉल रिफाइनरी स्थापित की है।श्रीमती सीतारमण ने कहा कि विश्व बैंक समूह के लिए 3 स्पष्ट अवसर मौजूद हैं:ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और खाद्य के नुकसान को कम करने के लिए व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देना। जून 2022 में विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किए गए पर्यावरण के लिए जीवन शैली (लाइफ) जैसे कार्यक्रम, जिसमें विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष श्री डेविड मलपास ने एक शानदार भाषण दिया, उपभोग के जिम्मेदार व्यवहार को मुख्यधारा में ला सकते हैं।

            नवीकरणीय और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में रियायती वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की व्यवस्था करने में सभी सदस्य देशों की सहायता करना।न केवल अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (आईडीए) बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (आईबीआरडी) के माध्यम से क्षेत्रीय एकीकरण का समर्थन करना।जलवायु और विकास लक्ष्यों के वित्तपोषण पर, वित्त मंत्री ने कहा कि डब्ल्यूबीजी की भूमिका; जलवायु और विकास वित्तपोषण हेतु एक निवेश रणनीति विकसित करने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने में बहुत महत्वपूर्ण है। फिर भी, दुनिया को कभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य लेकिन अलग-अलग जिम्मेदारियों के प्राथमिक सिद्धांत से ध्यान नहीं हटाना चाहिए। हमें ‘सबके लिए–एक नियम’ आधारित दृष्टिकोण से बचने की आवश्यकता है।श्रीमती सीतारमण ने कहा कि निजी पूंजी आकर्षित करने के लिए जोखिमों को कम करना आवश्यक है। स्केल (एससीएएलई) की शुरुआत का स्वागत करते हुए, वित्त मंत्री ने विश्व बैंक को, वर्तमान 5 प्रतिशत स्तर से अनुदान की हिस्सेदारी बढ़ाने और राष्ट्रीय सीमाओं से परे विशाल जलवायु प्रभाव वाली परियोजनाओं का समर्थन करने हेतु देश स्तर से नीचे काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।श्रीमती सीतारमण ने सीसीडीआरएस के निर्माण के दौरान प्रमुख हितधारकों के साथ परामर्श को प्राथमिकता देने और उनकी सफलता के लिए “वन बैंक” दृष्टिकोण का पालन करने का आह्वान किया।

            विश्व बैंक से अग्रणी भूमिका निभाने और एमडीबीएस में आम सहमति बनाने में मदद करने का आग्रह करते हुए, वित्त मंत्री ने जी20 द्वारा शुरू किए गए एमडीबी पूंजी पर्याप्तता फ्रेमवर्क की स्वतंत्र समीक्षा की सिफारिशों पर जोर दिया, जो स्थायी वित्तपोषण के लिए महत्वपूर्ण हैं।

            डब्ल्यूबी-आईएमएफ की वार्षिक बैठकों के बारे में संयुक्त डब्ल्यूबी-आईएमएफ विकास समिति, विश्व बैंक और आईएमएफ के बोर्ड की वार्षिक बैठकों के समय शीत ऋतु में और प्रत्येक वसंत ऋतु में विश्व बैंक और आईएमएफ के काम की प्रगति पर चर्चा करने के लिए बैठकें आयोजित करती है। वार्षिक बैठक की परंपरा के बाद, विकास समिति तीन में से दो साल वाशिंगटन में बैठक करती है और दोनों संस्थानों के अंतरराष्ट्रीय चरित्र को प्रतिबिंबित करने के लिए, हर तीसरे वर्ष एक अलग सदस्य देश में बैठक आयोजित करती है।

पंजाब सरकार द्वारा अंतर राष्ट्रीय बुज़ुर्ग दिवस 1 अक्तूबर को लुधियाना में मनाया जायेगा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              पंजाब सरकार द्वारा अंतर राष्ट्रीय बुज़ुर्ग दिवस 1 अक्तूबर, 2022 को गुरू नानक भवन लुधियाना में राज्य स्तरीय समागम के तौर पर मनाया जा रहा है। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर बतौर मुख्य मेहमान इस समागम में शामिल होंगे।

              इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इस मौके पर बुज़ुर्ग व्यक्तियों का आँखों का मुफ़्त चैकअप किया जायेगा और जरूरतमंद बुज़ुर्गों को ऐनकें भी मुफ़्त दीं जाएंगी। इसके इलावा बुढ़ापा पैंशन और अन्य वित्तीय सहायता स्कीमों के फार्म भरने और पैंशनें मंज़ूर करने के लिए भी विभाग की तरफ से कैंप लगाया जायेगा। 60 साल या इससे अधिक उम्र के बुज़ुर्ग व्यक्तियों के सीनियर सिटिजन कार्ड भी इस मौके पर बनाऐ जाएंगे।

              उन्होंने जरूरतमंद बुज़ुर्गों को इस मौके का लाभ प्राप्त करने के लिए समागम में पहुँचने की अपील की।

              इस मौके पर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से पंजाब के बुज़ुर्गों के सम्मान के तौर पर सांस्कृतिक प्रोग्राम भी करवाया जा रहा है, जिसमें बुज़ुर्गों की तरफ से पेशकारी की जायेगी। बुज़ुर्ग व्यक्तियों की भलाई के क्षेत्र में काम कर रही संस्थाएं/ जत्थेबन्दियां भी इस समागम में विशेष के तौर पर शामिल होंगी।